Ep 17 - Kiss Me

 

 

"मैं... मैं नाराज़ नहीं हूँ।"

व्योला का चेहरा पके टमाटर की तरह लाल हो चुका था। शान्विक जैसे-जैसे उसके करीब झुकता जा रहा था, उसकी सांसें मानो रुकने को आ गई थीं। हवा में एक अजीब सा तनाव घुल गया था।

"सच में?"

शान्विक की आवाज़ में एक रहस्यमय गहराई थी। वह और भी पास आ गया - केवल दो सेंटीमीटर की दूरी रह गई थी। उसकी गर्म सांसें अब व्योला के कोमल होंठों से टकरा रही थीं, जैसे कोई मीठी हवा का झोंका हो। उसकी उंगलियां अभी भी उसकी ठुड्डी पर थीं, हल्के से सहलाते हुए।

"अगर तुम सच में नाराज़ नहीं हो," शान्विक ने धीरे से कहा, उसकी आवाज़ में एक चुनौती भरी मिठास थी, "तो मुझे किस करो। तभी मैं मानूंगा।"

"क्या?!"

व्योला की आंखें हैरानी से फैल गईं, जैसे उसने कोई अविश्वसनीय बात सुनी हो।

शान्विक की नज़रें उसके आधे खुले, गुलाबी होंठों पर ठहर गईं। उसकी आंखों में एक अलग ही चमक आ गई - कुछ ऐसी जो खतरनाक और मोहक दोनों थी।

उसके होंठ... इतने मुलायम और स्ट्रॉबेरी की तरह लुभावने लग रहे थे।

उस रात की यादें फिर से उसके मन में तूफान की तरह उमड़ने लगीं। वह पल, वह एहसास... सब कुछ जीवंत हो उठा। शान्विक की आंखों में उस क्षण की गर्मी फिर से लौट आई। व्योला ने उन जलती हुई नज़रों को देखा और उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा।

घबराकर वह जल्दी से थोड़ी दूर सरक गई और हकलाते हुए बोली, "शान्विक! तुम थोड़े... सीरियस नहीं हो सकते?"

वह इतनी शर्मा रही थी कि उसका चेहरा और भी गहरे लाल रंग में रंग गया। उसे लग रहा था जैसे अभी उठकर कहीं दूर भाग जाए। वह सच में एक डरी हुई नन्ही खरगोश जैसी लग रही थी - कान सीधे खड़े, चेहरा सुर्ख, और सांसें तेज़।

शान्विक को अपने आप को संयम में रखना पड़ा। उसका मन कर रहा था कि उन गुलाबी कानों को हल्के से दांतों से दबा ले। लेकिन व्योला ने उससे समय मांगा था, और वह उसकी भावनाओं का सम्मान करना चाहता था।

"ठीक है।"

शान्विक ने गहरी सांस लेते हुए अपने शर्ट के बटन सही किए, चेहरे पर गंभीरता का भाव लाया और कहा, "पहले कुछ खा लेते हैं। बाकी बातें खाने के बाद करेंगे।"

व्योला का चेहरा और भी लाल हो गया। वह शर्म से कांप उठी। उसने मन में सोचा, "बाहर से तो यह आदमी ऐसा डरावना और गंभीर दिखता था। लेकिन अंदर से? क्या वह दूसरों के सामने भी ऐसा ही रोमांटिक था?"

"मुझे अब भूख नहीं है," व्योला ने झिझकते हुए कहा। "हमें पार्टी में भी जाना है इसलिए..."

यह सुनकर शान्विक ने उसे देखा, फिर कुछ सोचते हुए आवाज़ लगाई, "रमिल अंकल! आप हमें sky high ले चलिए।"

ड्राइविंग सीट पर बैठे रमिल अंकल का चेहरा अभी-अभी सुनी बातों की वजह से थोड़ा गुलाबी हो गया था। उन्होंने हल्की खांसी के साथ कहा, "जी हां, ठीक है।"

"हे भगवान! यह सब क्या है?" वे खुद में ही बुदबुदाए।

उन्हें तो लगता था कि उनके सर को रोमांस-वोमांस का कुछ पता ही नहीं होगा। लेकिन अब उन्हें इन सब बातों की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं थी।

 

 

कुछ देर बाद... 70वीं मंजिल, Sky High...

वे पहुंचे शहर के सबसे ऊंचे और सबसे महंगे फैशन स्टोर पर। यह जगह आसमान को छूती हुई लग रही थी।

शॉप का मैनेजर खुद तेज़ी से आगे बढ़ा और सम्मान के साथ सिर झुकाया, "शान्विक सर, वेलकम to the स्काई हाई।"

"हम्म।" शान्विक ने हल्का सिर हिलाया, उसके चेहरे पर अपनी खास गंभीरता थी।

मैनेजर की जिज्ञासु नज़र व्योला पर पड़ी। वह एकदम सीधी-सादी लग रही थी, जैसे कॉलेज की कोई मासूम स्टूडेंट हो। वह चौंक गया और संदेह भरी आवाज़ में पूछा, "सर, ये...?"

व्योला ने कुछ बोलने की कोशिश की, "मैं..."

लेकिन उससे पहले ही, शान्विक ने उसकी कमर को मजबूती से पकड़ लिया और एक झटके में अपने पास खींच लिया। उसकी आवाज़ में गर्व और अधिकार था, "यह मेरी होने वाली वाइफ है।"

"मिसेज ग्रेवाल!"

मैनेजर तो जैसे स्तब्ध हो गया। उसने व्योला को ऐसे देखा जैसे उसने दुनिया का आठवां अजूबा देख लिया हो। कुछ सेकंड की चुप्पी के बाद जब उसे होश आया, तो वह झुककर आदर से बोला, "गुड इवनिंग, मैडम।"

"अ-अ... जी, गुड इवनिंग।"

व्योला ने हकलाते हुए कहा। उसे पहली बार कोई इस तरह सम्मान से झुककर सलाम कर रहा था। वह थोड़ी असहज हो गई।

शान्विक ने उसकी हालत देखी। उसके होंठों पर एक कोमल मुस्कान आई और उसने व्योला की कमर को और भी मजबूती से थाम लिया।

कुछ कदम चलते ही, व्योला ने फिर से महसूस किया - वह जानी-पहचानी  खुशबू और गर्म सांसें जो उसके कानों को सहला रही थीं।

"Don't feel uneasy," शान्विक ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा। "तुम मेरी होने वाली wife हो। You deserve this respect."

"बहुत जल्द तुम देखोगी कि... being Mrs. ग्रेवाल will bring you much more than just attention।"

उसके कानों में उसकी धीमी, गहरी और बेहद सेक्सी आवाज़ गूंजी। वह और भी करीब आ गया - इतना पास कि जब उसने बात की, तो उसके गर्म, मुलायम होंठ व्योला के कान की बाली को हल्के से छू गए।

व्योला का सारा ध्यान अब सिर्फ एक चीज़ पर केंद्रित हो गया - वह खुशबू। उसकी सांसें थम सी गईं। उसकी धड़कनों की आवाज़ अब उसके कानों में तेज़ी से गूंज रही थी। उसने महसूस किया कि उसकी छाती हल्के से कांप रही है।

"This... this is too close," उसने खुद से कहा।

"शान्विक..." वह हिम्मत करके मुड़ी - शायद उसे कहने की जरूरत नहीं थी...

...लेकिन जैसे ही वह मुड़ी, उसके गाल पर कुछ नरम और गर्म लगा।

यह एक sudden kiss था।

एक पल के लिए समय जैसे रुक गया। दोनों सन्न रह गए।

व्योला की आंखें फटी की फटी रह गईं। वह झिझकी, फिर शर्म से उसका चेहरा सुर्ख गुलाबी हो गया। उसने होंठ कसकर भींच लिए। उसकी आंखों में हल्की सी नमी और गहरी शर्म थी।

शान्विक भी थोड़ा चौंका। लेकिन जब उसकी नज़र उसके शर्म से लाल हुए गालों पर पड़ी तो... उसकी आंखों में एक गहरी, काली आग सी चमक उठी।

दूसरी ओर, मैनेजर का मुंह खुला का खुला रह गया।

"Oh my god...! मैंने यह क्या देख लिया? कहते थे कि The great शान्विक ग्रेवाल had no desire, no lust। और तो और वह तो महिलाओं में भी रुचि ही नहीं रखता। फिर यह..."

उसने सुना था कि एक बार एक टॉप सेलिब्रिटी, जो बहुत ही सुंदर थी और जिसका फिगर कातिलाना था, उसके होटल रूम में घुस गई थी। लेकिन... शान्विक ने उसे बाहर निकाल फेंका था। और उसके करियर का अंत भी कर दिया था।

"He's untouchable," लोग कहते थे।

"पर आज? आज वह खुद एक छोटी सी लड़की के सामने झुक रहा था। और उसकी पत्नी... एक सीधी-सादी सी लड़की..."

व्योला तो बस शर्म से गड़ गई थी। जिसे देख उसने सोचा, “शायद... शान्विक जैसे लोगो को pure souls ही भाते हैं।”

"No wonder seductive women never made it past his door," मैनेजर ने सोचा।

वहीं व्योला अब भी शर्मा रही थी। हर बार जब वह उस accidental kiss को याद करती... उसका चेहरा और भी गुलाबी हो जाता।

शान्विक ने नज़रें नहीं हटाईं। उसकी आंखों में अब सिर्फ इच्छा नहीं थी बल्कि किसी को अपना बनाने का पक्का इरादा भी था।

व्योला उसे देख तक नहीं पा रही थी। पर देखे बिना भी, वह उसकी आंखों की गर्मी महसूस कर पा रही थी। उसका दिल धक-धक कर रहा था।

विशाल के साथ उसे कभी ऐसा अनुभव नहीं हुआ था। पर शान्विक... उसके सामने आते ही उसे कुछ अजीब सा लगने लगता था। बिल्कुल जैसे कोई तूफान अंदर उठने वाला हो।

 

 

मैनेजर उन्हें एक बड़े से हॉल में ले गया। कमरा लक्जरी से भरपूर था। "बॉस! यह सब न्यू कलेक्शन है। आप देख लीजिए - यह हमारे स्टोर का सबसे बेहतरीन और लेटेस्ट कलेक्शन है।"

व्योला ने देखा कि वहां एक से बढ़कर एक ब्रांडेड ड्रेसेस, पर्स, फुटवियर और एक्सेसरीज़ थीं। जो देखने में काफी महंगी और शानदार थीं। उसने सोचा, "लगता है इस दुनिया में अलग किस्म के लोग रहते हैं। इतने महंगे कपड़े मैंने कभी नहीं पहने हैं - वो भी सिर्फ डिनर पार्टी के लिए।"

उसने खुद को शांत करने की कोशिश की और कुछ ड्रेसेस देखने लगी। वहां हर तरह की designer dresses रखी हुई थीं। उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि वह कौन सा चुने। आखिरकार उसने बेबसी से शान्विक की तरफ देखा।

"मैं हेल्प करता हूं।"

एक खूबसूरत गुलाबी रंग की ड्रेस लेकर शान्विक उसके पास आया और कहा, "इसे ट्राई करके देखो।"

उसने उस ड्रेस को देखा जिसकी कीमत लाखों में थी। वह हैरान रह गई। वह कुछ कहने ही वाली थी कि शान्विक ने कहा, "अगर यह तुम्हें पसंद नहीं आ रहा तो हम कुछ और देख लेते हैं।"

यह सुनते ही व्योला ने जल्दी से कहा, "नहीं नहीं! ऐसी कोई बात नहीं है। मैं इसे ट्राई करती हूं।"

फिर शान्विक ने उसके कान के पास आकर मुस्कराते हुए कहा, "अभी के लिए तुम इस सस्ती वाली से काम चला लो। शादी के बाद इससे भी अच्छी और महंगी ड्रेसेस मिल जाएंगी।"

यह सुनते ही व्योला का मुंह खुल गया। उसने हैरानी से कहा, "अह्ह्ह... क्या?"

उसने खुद से कहा, "यह ड्रेस कितनी महंगी है और तुम इसे सस्ती कह रहे हो? हे भगवान! क्या सच में शान्विक इतना अमीर है कि उसके लिए 50 लाख भी कम हैं?"

व्योला को सोचते देखकर उसने कहा, "हमारे पास ज्यादा समय नहीं है।"

"हां।" और वह कपड़े चेंज करने के लिए चली गई।

कुछ देर बाद ही व्योला तैयार होकर बाहर आई। उसने एक खूबसूरत गुलाबी रंग की ड्रेस पहनी थी - simple लेकिन elegant।

उसे देखकर लग रहा था कि वह nervous थी। शान्विक ने भी चेंज कर लिया था और वह व्योला का इंतज़ार कर रहा था। ब्लैक सूट में वह बहुत handsome लग रहा था।

उसने व्योला को देखा तो देखता ही रह गया। जैसे वह कहना चाहता हो, "आज तुम कुछ अलग ही लग रही हो, गुलाबी ड्रेस में कहर लग रही हो।"

वह व्योला को मंत्रमुग्ध होकर देख रहा था, जिससे व्योला को लगा कि वह अच्छी नहीं लग रही। उसने परेशान होकर पूछा, "क्या हुआ? क्या मैं अच्छी नहीं लग रही? मुझे चेंज करने की जरूरत है?"

उसने मन में कहा, "तुम बेहद खूबसूरत लग रही हो। इतनी कि मैं अपनी फींलिंग्स को कंट्रोल नहीं कर पा रहा।"

व्योला उसे ही देख रही थी जिससे शान्विक को थोड़ी शर्मिंदगी हुई। अपनी शर्मिंदगी छुपाने के लिए उसने कहा, "नहीं! अब जल्दी चलो, पार्टी के लिए लेट हो रहे हैं।"

व्योला ने राहत की सांस लेते हुए कहा, "ठीक है।"

यह कहते ही वे वहां से निकल गए।

CITY PLAZA...

कुछ देर बाद वे लोग वेन्यू पर पहुंच गए। यह शहर का सबसे शानदार 5 स्टार होटल था, जहां अक्सर बड़े-बड़े लोग आया करते थे।

गाड़ी मुख्य गेट के पास आकर रुकी। वहां पर लाल कारपेट बिछा था और मीडिया के कई लोग मौजूद थे। जब सबने देखा कि शान्विक वहां पहुंच गया है, तब सभी कैमरों का फोकस उसी पर केंद्रित हो गया।

कार का दरवाज़ा खुला और शान्विक अपने शाही अंदाज़ में बाहर निकला। फिर वह घूमा और व्योला के पास जाकर उसका हाथ पकड़कर उसे बाहर निकाला। यह देख मीडिया में हड़कंप मच गया था। रिपोर्टर्स एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे थे।

"यह कौन है? शान्विक ग्रेवाल के साथ?"

"क्या यह उनकी गर्लफ्रेंड है?"

"इतने सालों बाद शान्विक सर किसी के साथ पब्लिकली आए हैं!"

फ्लैशलाइट्स की चमक से व्योला थोड़ा हड़बड़ा गयी और वो गिरने को हुई तभी शान्विक ने उसे संभाल लिया। दोनों साथ में बेहद शानदार लग रहे थे।

कैमरों की आवाज़ें, फ्लैश की रोशनी, और सवालों का शोर - सब कुछ व्योला के लिए overwhelming था। उसका हाथ शान्विक के हाथ में कांप रहा था।

व्योला की नर्वसनेस को देखते हुए शान्विक ने कहा, “डोंट be afraid, आई एम हियर।” 

यह सुनते ही व्योला ने उसे देखा उसकी आखों में एक अजीब सी कशिश थी, उनमें इतना विश्वास था कि उसका डर गायब हो गया। और वो strangely calm फील करने लगी। 

वे धीरे-धीरे रेड कार्पेट पर चलने लगे। शान्विक का confidence व्योला में भी transfer हो रहा था। अब वह ऐसे चल रही थी जैसे वो कोई मॉडल हो।

"Sir! Sir! एक सवाल!"

"शान्विक सर, यह कौन हैं?"

"क्या आप relationship confirm करेंगे?"

मीडिया का शोर बढ़ता जा रहा था, लेकिन शान्विक ने किसी का जवाब नहीं दिया। उसकी चुप्पी ही सबसे बड़ा statement था।

क्या होगा आगे? जानने के लिए बने रहिये मनचली के साथ।  

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