वर्तमान समय में.....
लिफ्ट सीधे 37 फ्लोर पर जाकर रुकी। कैबिन के बाहर पहुंच कर रजत ने दरवाजे को खटखटाया.......
"नॉक नॉक !"
व्योला ने अंदर से एक डीप, कोल्ड और मैगनेटिक आवाज सुनी, जो उसे कुछ जानी पहचानी लगी।
"अंदर आ जाइये !"
इस आवाज को सुनते ही व्योला को ये महसूस हुआ कि अंदर मौजूद शख्स के पास जाना इतना आसान नहीं होगा। उसके दिल की धड़कन तेज हो गई और हाथों में पसीना आ गया।
व्योला ने खुद से फुसफुसाते हुए कहा, "हिम्मत रख व्योला... पापा के लिए ये करना ही होगा।"
व्योला, घबराते हुए रजत के पीछे-पीछे कैबिन के अंदर जाने लगी।
अंदर जाते ही रजत ने कहा, "बॉस, मिस गोयल आ गयी हैं।"
शान्विक ने बिना सिर उठाए, ठंडी आवाज में कहा, "अच्छा। तुम जा सकते हो रजत।"
रजत ने कहा, "जी सर।"
रजत इतना कहते ही पीछे की तरफ मुड़ा और कमरे से बाहर चला गया। और उसके जाते ही दरवाजा भी धीरे से बंद हो गया। अब उस बड़े से कैबिन के अंदर व्योला और शान्विक दोनों ही बचे थे।
व्योला ने शान्विक को अपने डेस्क पर रखे डॉक्यूमेंट को पढ़ते हुए देखा। वह एक masculine ऑफिस था, अंदर का ज्यादातर फर्नीचर काला या ग्रे कलर का था। दीवारों का रंग सिंपल लेकिन थोड़ा डल लग रहा था। जिसकी डलनेस को थोड़ा कम करने के लिए उस कमरे में केवल कुछ ही पौधों को रखा गया था।
वह शख्स एक बड़े से ब्लैक डेस्क पर बैठा हुआ था...
व्योला ने अपनी आंखों को थोड़ा ऊपर उठाया और चोरी से उसे देखने लगी। व्योला उसका powerful aura अच्छे से महसूस कर सकती थी जो शान्विक के चारों ओर था।
व्योला ने मन में कहा, "इतनी ठंडक... जैसे बर्फ का तूफान हो। कैसे बात करूं मैं इससे?"
उसका शेप, बहुत ही सुंदर और शार्प था। शान्विक ने ब्लैक कलर का शर्ट पहना हुआ था जिसमें वो और भी ज्यादा डैशिंग लग रहा था। व्योला उसके deep और three-dimensional फीचर्स को अच्छे से देख सकती थी।
व्योला उस ऑफिस के चारों तरफ देख रही थी, तभी अचानक से शान्विक ने अपना सिर ऊपर उठाया। और उसकी काली गहरी आंखें व्योला से जा मिली।
जैसे ही व्योला ने शान्विक के सुंदर से चेहरे को देखा तो अचानक ही उसका दिल जोर से धड़कने लगा था।
व्योला ने सांस रोकते हुए कहा, "ओह माई गॉड... ये कितना हैंडसम है!”
व्योला ने इससे पहले कभी शान्विक को इतने ध्यान से नहीं देखा था। वो बहुत ही हैंडसम लग रहा था। उसका औरा बहुत ही ज्यादा पावरफुल लग रहा था। और उसके चारों तरफ एक COLD VIBE बिखरा हुआ था।
वो खुद से ही बात करने लगी, “ये कह रही है व्योला तू? भूल गयी कल इसने तेरी इंसल्ट की थी। तू इसके हैंडसमनेस के चक्कर में मत पड़।"
जब शान्विक ने देखा कि व्योला वहां खड़ी उसे ही देख रही थी तब शान्विक ने ठंडी और commanding आवाज में कहा, "मिस गोयल। बैठिए।"
जैसे ही व्योला के कानों में यह cold magnetic voice पड़ी तब कहीं जाकर व्योला अपने होश में वापस आई। और वो डेस्क के सामने रखी चेयर पर बैठ गई।
तभी उसे कल की सारी बातें याद आ गईं और वो उसे लगातार घूरने लगी। उसका बस चलता तो वो अभी यहां से उल्टे पैर वापस चली जाती। गुस्से से उसके होंठ कांपने लगे थे।
व्योला मन में गुस्से से कहा, "कल जिसने मेरी इतनी बेइज्जती की थी, आज उसी से मदद मांगनी पड़ रही है। कितना अजीब है ये सब!"
उसने अपने होंठ को थोड़ा सा बाइट किया।
जिसे शान्विक ने देख लिया था उसने शांत लेकिन curious टोन में कहा, "मिस व्योला, क्या बात है? जिसके लिए आप यहां मुझसे मिलने आई हैं?"
शान्विक का सवाल सुनकर ही अचानक से व्योला को उसके यहां आने की वजह याद आई। व्योला ने अपने अंदर उठ रहे अजीब से भावनाओं को दबा दिया। व्योला ने गुस्से पर काबू करते हुए कहा, "मिस्टर ग्रेवाल, मुझे आपसे एक फेवर चाहिए।"
शान्विक ने एक भौं उठाते हुए कहा, "फेवर? दिलचस्प... कल तक तो आप मुझसे बात करने को भी तैयार नहीं थी फिर अचानक आज ऐसा क्या हुआ हुआ?”
व्योला ने कड़वाहट से कहा, "हालात इंसान को बहुत कुछ करने पर मजबूर कर देते हैं, मिस्टर ग्रेवाल।"
शान्विक ने मुस्कुराते हुए कहा, "वाह! कितनी philosophical हो गई हैं आप। खैर, बताइए क्या चाहिए?"
कुछ सेकंड की चुप्पी के बाद, व्योला ने फिर से कहा, "मेरे पापा को Type A Aortic Dissection है और उन्हें जल्द से जल्द open heart surgery कराने की जरूरत है। और मैंने सुना है कि आपको इस तरह के ऑपरेशन का पहले से ही काफी experience है। मुझे उम्मीद है कि............"
इतना कहते हुए ही उसका गला भर आया तो शान्विक ने उसके आगे के शब्दों को पूरा करते हुए कहा, "उम्मीद है कि मैं इस ऑपरेशन में आपके पापा की मदद कर सकता हूं?"
उसके सूजे हुए लाल चेहरे को देखते हुए, शान्विक ने व्योला के मन की बात कह दी।
व्योला ने तुरंत ही कहा, "जी हां।"
व्योला ने एक लंबी सांस ली और शान्विक को देखते हुए उससे विनती करते हुए कहने लगी, "मिस्टर ग्रेवाल, प्लीज मेरे पापा की मदद कीजिए। उनके अलावा मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है। वो मेरी जिंदगी हैं... अगर उनको कुछ हो गया तो मैं जी नहीं पाऊंगी।"
"रुकिए, मिस व्योला।"
शान्विक ने अपना हाथ उठाया और व्योला को आगे कुछ भी कहने से पहले ही रोक दिया।
शान्विक ने कोल्ड अंदाज में कहा, "आप यहां आई हैं तो आपको ये बात पहले ही पता होगी कि मैंने कई साल पहले ही मेडिकल फील्ड छोड़ दिया है। और काफी सालों से मैंने कोई भी ऑपरेशन नहीं किया है।"
व्योला ने हताशा से कहा, "हां मुझे पहले से ही ये बात पता है! लेकिन मेरा ये मानना है कि मिस्टर ग्रेवाल एक बहुत अच्छे इंसान हैं। और वो किसी मासूम को इस तरह से मरने नहीं देंगे।"
शान्विक ने हंसते हुए कहा, "एक अच्छा आदमी? मैं?"
व्योला ने जो कहा उसे सुनकर शान्विक को हंसी आ गई थी। उसे उसकी बात काफी interesting लगी।
शान्विक ने मजाकिया लहजे में कहा, "मिस गोयल, लगता है आपको मेरे बारे में कुछ गलतफहमी है। मैं कोई भला आदमी नहीं हूं।"
शान्विक ने अपने हाथ में पकड़े हुए डॉक्यूमेंट्स को डेस्क पर रखा और खड़ा हुआ, और व्योला की तरफ आगे बढ़ा।
शान्विक व्योला के सामने आकर खड़ा हो गया। वह शान्विक के केवल गर्दन तक ही आ रही थी इसलिए उसने अपना सिर उठाकर शान्विक को देखा। वो दोनों ही एक दूसरे के बहुत करीब खड़े थे।
व्योला के दिल की धड़कन तेज हो गयी थी उसने कहा, "इ... इतना करीब क्यों आ गए आप?"
शान्विक के इतना करीब खड़े होने के कारण व्योला को attractive male hormones की महक आ रही थी। उसका पूरा चेहरा शर्म से लाल हो गया था।
शान्विक ने मुस्कुराते हुए कहा, "क्यों? परेशानी हो रही है?"
व्योला ने होंठों को बाइट करते हुए कहा, "मिस्टर ग्रेवाल..."
शान्विक ने व्योला को इस तरह शर्माते देखा तो वो मुस्कुराने से खुद को रोक नहीं पाया।
शान्विक ने business tone में कहा, "मिस गोयल, मैं एक बिजनेसमैन हूं। तो चलो बिजनेस की बात करते हैं। अगर आप ये चाहती हैं कि मैं आपकी मदद करूं तो आप ये बताइए कि मुझे इससे क्या फायदा होगा?"
व्योला ने हिचकिचाते हुए पूछा, "फायदा?"
व्योला ने मन में कहा, "तुम्हारे पास तो सब कुछ है already, फिर अब तुम्हें मुझसे क्या चाहिए?"
व्योला ने कुछ देर सोचने के बाद कहा, "मिस्टर ग्रेवाल, मैं नहीं जानती हूं कि आप मुझसे क्या चाहते हैं? आपको तो पहले से ही मेरे बारे में काफी कुछ पता हैं..."
शान्विक ने इंटरप्ट करते हुए कहा, " हां मुझे पता है की तुम्हरी फैमिली बैंक corrupt हो चुकी है... और मुझे पैसे की कोई जरूरत नहीं है। बल्कि तुम्हे हैं।"
व्योला ने परेशान होकर कहा, "तो फिर क्या चाहिए आपको?"
शान्विक ने उसके प्यारे से चेहरे को देखा और अपनी गहरी आवाज में धीरे से कहा, "मिस गोयल! अगर मैं आपको अपनी पत्नी बनाना चाहूं तो? क्या आप मुझसे शादी करेंगी?"
व्योला ने शॉक में कहा, "क्या?!"
व्योला ने जब यह सुना तो उसे एक झटका सा लगा और उसने अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से शान्विक को देखा।
शान्विक ने शांत लेकिन दृढ़ आवाज में कहा, "दुनिया में कोई भी चीज मुफ्त में नहीं मिलती है, मिस गोयल। मैं आपके पापा के ऑपरेशन में मदद करने के लिए तैयार हो सकता हूं। लेकिन इसके लिए आपको मुझसे शादी करनी होगी।"
व्योला ने चीखते हुए कहा, "ये... ये क्या बकवास है? आप पागल हो गए हैं क्या?"
शान्विक ने ठंडे अंदाज में कहा, "पागल? नहीं मिस गोयल। मैं बिल्कुल होश में हूं।"
व्योला पूरी तरह से हैरान हो गई थी। और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो कैसे रिएक्ट करे।
व्योला ने अविश्वास से कहा, "आप... आप सच में serious हैं? ये कोई मजाक नहीं है ना?"
शान्विक ने एक भौं उठाते हुए कहा, "क्या आपको ऐसा लगता है कि मैं मजाक कर रहा हूं?"
व्योला ने गुस्से से कहा, "हां! और नहीं तो क्या? क्योंकि जब मैंने उस दिन कहा था तब तो आपने साफ मना कर दिया था! फिर अब अचानक से क्या हुआ? कल आपने मेरी इतनी बेइज्जती की थी... और आज..."
यह सुनते ही शान्विक के expressions डार्क हो गए। उसने धीरे से कहा, “क्योंकि तुम मेरी cure हो।”
फिर अचानक ही उसने व्योला को अपनी तरफ खींच लिया था।
व्योला चीखी, "आह!"
व्योला का सिर उसकी गर्म और मजबूत छाती से जा लगा। व्योला को ऐसा लगा जैसे कि उसका सिर किसी चट्टान से टकरा गया हो। इससे पहले कि वो कुछ react कर पाती, शान्विक ने उसके हाथ को पकड़ा और नीचे झुकने लगा।
शान्विक ने सेक्सी और amusement भरी आवाज में कहा, "मिस व्योला! Actually वो एक misunderstanding थी जो अब clear हो गई है। इसके अलावा मैं इतने यकीन से कह सकता हूं कि अब मैं कभी भी तुम्हारा साथ नहीं छोडूंगा। कल जो हुआ वो दोबारा कभी नहीं होगा।"
व्योला ने पूछा, "Misunderstanding? कैसी misunderstanding?"
शान्विक ने एक मुस्कान के साथ कहा, "तुम वो सब छोड़ो और ये बताओ की तुम मुझसे शादी करने के लिए रेडी हो या नहीं ?"
व्योला ने हकलाते हुए कहा, "मैं... मैं समझी नहीं। आप क्या कह रहे हैं?"
उसने कहा, “अगर तुमने मना किया तो मैं तुम्हारी कोई हेल्प नहीं करूँगा। तुम यहाँ से जा सकती हो।”
यह सुनते ही व्योला को गुस्सा आ गया उस ने उसे कोसते हुए कहा, “तुम एक एक राक्षस हो…. राक्षस! एक heartless इंसान? ”
शान्विक अजीब तरह से मुस्कुराया। और सोचने लगा, “तो तुम ऐसा सोचती हो मेरे बारे में? जब से मुझे तुम्हारे बारे में पता चला है तब से ही मैं तुम्हारी हेल्प कर रहा हूँ फिर मैं heartless कैसे हुआ?”
व्योला के आखों से अब आंसू बहनें लगे थे उस ने रोते हुए आगे कहा, "तुम... तुम फायदा उठा रहे हैं मेरी मजबूरी का।"
शान्विक ने coldly जवाब दिया, "तुम्हे जो समझना है समझो।"
कमरे में एक अजीब सी खामोशी छा गई। व्योला के दिल में तूफान मच रहा था, और शान्विक की आंखों में एक अजीब सा जुनून था।
व्योला ने धीरे से कहा, "मुझे... मुझे सोचने के लिए समय चाहिए।"
शान्विक ने कहा, "तुम्हारे पास ज्यादा समय नहीं है व्योला। तुम्हारे पापा का condition serious है।"
व्योला ने हताशा से कहा, "ये blackmailing है!"
शान्विक ने मुस्कुराते हुए कहा, "blackmailing... कहो या कुछ और मुझे फर्क नहीं पड़ता।"
शान्विक ने कहा, “इसमें तुम्हरा ही फायदा है।”
व्योला हैरानी से बोली, “मेरा फ़ायदा?”
शान्विक ने जवाब में कहा, “ हां! इसके बाद मैं तुम्हारा और तुम्हारे पापा की responsibility मेरी। तुम्हे रहने के लिए घर मिल जायेगा। और तुम्हारे पापा का operation फिर उन पर लगा चार्ज।”
व्योला के पास कोई चारा नहीं था। उसके सामने उसके पापा की जिंदगी का सवाल था… और वैसे भी वो सच ही तो कह रहा था। इसलिए व्योला ने आंसुओं से भरी आवाज में कहा, "ठीक है... मैं तैयार हूं।"
यह सुनकर शान्विक खुश हो गया लेकिन उसे अपने फेस पर जाहिर नहीं होने दिया उसने पूछा, "सच में?"
व्योला ने कहा, "लेकिन एक शर्त है..."
शान्विक ने पूछा, "क्या?"
व्योला ने कहा, "पहले पापा का ऑपरेशन। उसके बाद शादी।"
शान्विक ने कहा, "Deal! लेकिन ऑपरेशन के तुरंत बाद।"
व्योला ने हां में अपना सर हिलाया और कहा, “ठीक है।”
क्या शान्विक सच में उससे शादी करना चाहता है या है उसका कोई और प्लान? क्या होगा आगे? जानने के लिए बने रहिये मेरे यानि @मनचली के साथ।
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