(Cricket Commentary) - “युनुस शेख़, अपने ऑवर की आख़िरी बॉल डालने के लिए आगे बढ़ रहें हैं....... उनके सामने हैं सिंध इलेवन के कप्तान सिकंदर रज़ा........(energetic) और ये सिक्स (crowd cheering).

इसी के साथ दर्शकों से ख़चाख़च भरे, दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में पाकिस्तान क्रिकेट लीग (pcl) का रोमांच धीरे-धीरे बढ़ता हुआ। इरफ़ान, सिंध इलेवन की लगभग आधी बैटिंग हो चुकी है। उनके 4 प्लेयर ऑउट होकर पॅवेलियन लौट चुके हैं। टीम को टेंशन होनी चाहिए, मग़र उनके कप्तान, सिकंदर रज़ा अभी क्रीज़ पर है, इसलिए टीम थोड़ी रिलेक्स है।”

कमेंट्री बॉक्स में बैठे शोएब ने अपने को-कॉमेंटेटर, इरफ़ान को बोलने का इशारा किया। उसने माइक उठाकर कहा,

“बिलकुल शोएब। काफ़ी बेहतरीन फॉर्म में चल रहें हैं, सिकंदर रज़ा इस pcl में। अभी तो आधा मैच भी ख़त्म नहीं हुआ है। एंड में ही पता चलेगा, सिकंदर रज़ा अपनी बेहतरीन फॉर्म से सिंध इलेवन को जीत दिला पाते हैं या नहीं?”

वो इससे आगे भी कुछ बोलना चाहता था, मगर शोएब ने उसको रोककर कहा,

“इरफ़ान, आप ये देखिये कि ये PCL के इस सीज़न का फर्स्ट मैच है और इसका ख़ुमार लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है। ब्रांड वेल्यू अच्छी बना ली है pcl ने। स्टेडियम में वैसे तो दोनों टीमों के सपोर्टर्स हैं, लेकिन कप्तान सिकंदर रज़ा की वजह से उनकी टीम के सपोर्टर्स कुछ ज़्यादा ही नज़र आ रहे हैं।”

माइक एक बार फिर से इरफ़ान के हाथ में था। वो एक्साइटेड होकर बोला,

“ख़ुमार क्यों नहीं होगा शोएब........क्रिकेट हैं ही इतना लाज़बाव खेल। इसमें हर एक बॉल पर रोमांच बना रहता है। इसमें तमाम प्रिडिक्शन रखे रह जाते हैं, इतने उलटफ़ेर होते है कि कह नहीं सकते, जीत का सहरा किसके सर पर बंधेगा।

वैसे इस ऑवर से ज़्यादा रन नहीं आये है। सपोर्टर्स के साथ-साथ सिकंदर रज़ा की वाइफ, हिना खान भी अब VIP बॉक्स में ख़ामोश बैठी नज़र आ रही है। सिकंदर पर पूरा प्रेशर बनाकर रखा हुआ है बॉलर ने।”

कैमरामेन प्लेयर, गेम और ऑडियंस में बैठे ख़ूबसूरत चेहरों पर फ़ोकस कर रहा था। उसकी टेलीकास्ट कंपनी की ओर से उसको पहले ही इंस्ट्रक्शंस दे दिए गए थे कि फीमेल ऑडियंस पर उसको ज़्यादा से ज़्यादा फ़ोकस रखना है। उसके सीनियर अनिकेत ने उसके कानों में लगे हेडफ़ोन से उसको इंस्ट्रक्शन देते हुए कहा,

Aniket (ordered & fast) - साज़िद, जल्दी से हिना खान पर फ़ोकस करो और बार-बार उन पर ही फ़ोकस करते रहो। हर 15-20 में दिखाते रहे उनको।

“सर, वे सिकंदर रज़ा की बीबी है। इतने बड़े प्लेयर की वाइफ को बार-बार बड़ी स्क्रीन पर दिखाऊँगा, तो मेरी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी सर।

Aniket (ordered & fast) - आपको नौकरी पर मैंने रखा है या सिकंदर ने? जब मैं बोल रहा हूँ तो आपको उसकी ओर कैमरा घुमाने में कुछ प्रॉब्लम है क्या? और वैसे भी क्रिकेट में प्लेयर्स की वाइफ के एक्सप्रेशन तो दिखाने पड़ेंगे न?

अपने सीनियर के आर्डर के बाद अब उसके पास कोई ऑप्शन नहीं था। उसने डरते-डरते कैमरा हिना की ओर घुमा दिया और काफ़ी देर तक उसी पर फ़ोकस रखा। मैच के दौरान उसको अक्सर स्क्रीन पर दिखाया जाता था, इसलिए कैमरा देखते ही वो एक्ससाइटेड हो गयी थी। उधर कॉमेंटेटर शोएब ने कमेंट्री करते हुए कहा,

“आपने नोटिस किया? सिकंदर रज़ा ने आज अपना गेम चेंज किया है। काफ़ी डिफेंसिव होकर खेल रहे हैं वे। अपनी स्ट्रेटजी से चौंका देते हैं हर बार। आज कुछ परेशान भी नज़र आ रहे हैं और बार-बार अपनी बीबी हिना खान को देख रहे है। मुझे तो डर हैं कि कही बीबी को बार-बार देखने के चक्कर में अपना विकेट न गवां दे, वरना क्रिकेट की हिस्ट्री में ये पहले ऐसे बैट्समेन बन जायेंगे, जो बॉलर की वजह से नहीं, बल्कि अपनी वाइफ को देखने के चक्कर में ऑउट होंगे।”

कैमरा मेन अब बार-बार उसी पर फ़ोकस कर रहा था। स्टार्टिंग में हिना एक्ससाइटेड थी, लेकिन जब बार-बार सिर्फ़ उसी को कैमरे पर दिखाया जाने लगा तो वो irritate हो गयी और संभल कर बैठ गयी। इधर सिकंदर के बल्ले से रन नहीं बन रहे थे, ऐसे में वो पहले से ही परेशान था। उसने जब स्क्रीन पर हिना को चुपचाप बैठे देखा, तो वो और ज़्यादा परेशान हो गया। वो बार-बार उसकी वाइफ को ही देखकर सोच रहा,

Sikandar (thinking) - “इनको क्या हो गया अचानक? इस तरह उदास होकर क्यों बैठ गयी? उनको समझना चाहिए कि एक बैट्समेन हर मैच में रन नहीं बना सकता। इस  कैमरामेन को भी हिना के अलावा और कोई दिख नहीं रहा क्या दिखाने के लिए? ये पक्का ऑउट कराएगी मुझे आज।”

“और ये ऑउट .......(crowd cheering).” जिसका था डर, आख़िर वही हुआ। आज सिकंदर रज़ा अपने गेम में फोकस्ड लग नहीं रहे थे। लाखों लोगों की उम्मीदें इन पर टिकी थी और ये थे कि बार-बार मुड़ कर अपनी वाइफ को देख रहे थे? कैमरा मेन भी प्लेयर्स से ज़्यादा उनकी बीबी पर फोकस कर रहा है, कुछ राज़ ज़रूर है शोएब इसमें।”  

ये नज़ारा था, दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहें पाकिस्तान क्रिकेट लीग (Pcl) के एक मैच का। सिंध इलेवन का कैप्टन और विस्फोटक बैट्समेन सिकंदर रज़ा, अपनी बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर था, मगर इस मैच में वो एक आसान सी बॉल पर जिस तरह कैच ऑउट होकर पॅवेलियन लौट गया था। उसके सपोर्टर्स उससे अपसेट भी थे और नाराज़ भी थे।

आज उसका फोकस गेम से ज़्यादा, vip बॉक्स में बैठी अपनी बीबी हिना खान और अपने बेटे “रुख़” पर था। उसका परेशान होकर अपनी बीबी को देखना, पूरे मैच के दौरान सुर्ख़ियों में बना रहा था। उसके ऑउट होने के तरीके से उसके कुछ फैंस तो इतने नाराज़ हो गये थे कि मैच फिक्सिंग के पोस्टर लहराने लगे थे।

आख़िर उस जैसे ज़िम्मेदार प्लेयर के ऐसा करने के पीछे क्या थी असली वजह? क्यों वो बार-बार मुड़कर अपनी वाइफ को देख रहा था? प्लेयर्स से ज्यादा हिना पर फोकस क्यों कर रहा था कैमरा-मेन? ये मैच फिक्सिंग था या फिर एक अलग ही एंगल था? सिकंदर की गलती के बाद भी उसकी टीम ने वो मैच जीता या फिर हार गयी? इन सवालों के ज़वाबों के लिए हमें फिर एक बार चलना होगा उसी स्टेडियम में जहाँ मैच चल रहा था,

लगभग 3 घंटे इस इस मैच का अब आख़िरी ऑवर बचा था। कैमरामेन अभी भी हर थोड़ी देर के बाद स्क्रीन पर हिना को ही दिखा रहा था। सिकंदर, पॅवेलियन में बैठकर पूरे टाइम उसको जी भरकर गालियां देने के अलावा और कुछ नहीं कर सका। मैच का रुख़ उसकी टीम की ओर था, इसलिए उसने सब कुछ भूलकर अपना पूरा ध्यान मैच पर लगा दिया था। कमेंट्री बॉक्स से कॉमेंटेटर इरफ़ान ने कहा,

“ये इस मैच का आख़िरी ऑवर बचा है। सिकंदर की बेवकूफ़ी के बाद भी उसकी टीम जीत के पायदान पर खड़ी है। स्क्रीन पर फिर एक बार स्पिनर्स, हिना खान और उनके बेटे नज़र आ रहे हैं (soft laugh) मैच के बाद, मैं कैमरा मेन से ज़रूर मिलना चाहूंगा। माना कि ख़ूबसूरत चेहरों पर फ़ोकस करना उसकी मज़बूरी हैं, मग़र हर बार एक ही चेहरा दिखाना? और वो भी कप्तान की बीबी का? ये तो दूसरी लड़कियों के साथ नाइंसाफ़ी और लड़को के साथ ज़्यादती है भई। शोएब,  यहां कुछ तो ऐसा चल रहा है, जो हम समझ नहीं पा रहे हैं।”

शोएब कैसे पीछे रह सकता था। वो इरफ़ान को छेड़ते हुए मज़ाकियाँ अंदाज़ में बोला,

“मैच पर फोकस तो आपका भी नहीं लग रहा मुझे। आख़िरी ऑवर बचा है, क्या लगता है आपको? कौन सी टीम जीत रही है?”

“कैमरा मेन से पूछना पड़ेगा कौन जीत रहा है।”

कॉमेंटेटर इरफ़ान ने कहा और कमेंट्री बॉक्स में ठहाका गूँज उठा। आज के मैच ने उनको अपने TV दर्शकों के इंटरटेनमेंट के लिए काफ़ी इंट्रेस्टिंग कंटेंट दे दिया था। खैर सिकंदर की गलती के बाद भी उसकी टीम ने मैच जीत लिया था, लेकिन जीत से ज़्यादा चर्चें उसके ऑउट होने के रहे थे।

इस अन-एक्सपेक्टेड विक्ट्री के साथ ही सिंध इलेवन टीम ने प्लेऑफ में अपनी जगह फिक्स कर ली थी, इसलिए पार्टी तो होनी ही थी। इस पार्टी में प्लेयर्स के साथ-साथ सपोर्टिंग स्टाफ़ और टीम मेनेजमेंट भी शामिल था। हिना खान को भी उस पार्टी में शिरकत करना पड़ा था। कैप्टन, मैच के दौरान किसी बात से परेशान था, मगर जीत के बाद एक्साइटमेंट में वो अपना सारा तनाव भूल गया था।

पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी। टीम के लोगों का एन्जॉयमेंट चल रहा था। गेम का प्रेशर बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे। इन सबके बीच एक चेहरा ऐसा भी था, जो बाहर से तो ख़ुश दिखने की कोशिश कर रहा था, मगर अंदर से उतना ही बिखरा हुआ था। वो चेहरा और कोई नहीं, बल्कि इस स्टोरी का एक ऐसा कैरेक्टर था, जिसके बिना हमारी इस स्टोरी के राँझा को न तो उसकी हीर मिल सकती थी, और न ही टीम के कप्तान सिकंदर को उसकी वाइफ मिल सकती थी।

वो चेहरा था हीना खान। उसको पार्टी में देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे वो पार्टी में होकर भी वहां नहीं थी। उसने थोड़ी देर पार्टी में शिरकत करके, फॉर्मेलिटी पूरी की और फिर अपने बच्चें को लेकर एक कोने में जाकर खड़ी हो गयी थी। अपने ही ख़यालों में उलझी हिना, लोगों को बहुत ध्यान से देख रही थी। उसकी डरी हुई आंखें बता रही थी कि वो किसी से छुपने की कोशिश कर रही थी। किससे छुपने की कोशिश कर रही थी हिना? अपने आप से? अपने उस प्रसेन्ट से, जो अपने एक हाथ में वाइन का ग्लास लेकर उसके सामने खड़ा था? या फिर अपने पास्ट से? जो बिन बुलाये मेहमान की तरह पार्टी में आकर उससे मिलने की कोशिश कर रहा था।

हिना का पास्ट उस तक पहुँच पाता, उससे पहले ही उसके पास सपोर्टिग स्टाफ़ और हिना की पुरानी जान-पहचान की एक लेडी, शबाना उसके पास पहुँच चुकी थी। शबाना ने उसको हाय किया और उससे पूछा, “क्या हुआ? तुम यहाँ अकेली क्यों खड़ी हो?

उसके पूछने पर हिना थोड़ा चौंकी और अपने बेटे की ओर इशारा किया,

Heena (tensed) - हाय शबाना। पता नहीं ये रूख को क्या हो गया? आज काफ़ी परेशान कर रहा है। शायद इतना क्राउड देखकर थोड़ा डर गया है, उसको आदत नहीं है न।

उसने झूठ बोलने की एक नाकाम कोशिश की, मगर उसका झूठ शबाना की आँखों से छुप नहीं सका। उसने एक बार फिर पूछने की कोशिश की, “मैं काफ़ी देर से तुम्हें देख रही हूँ, थोड़ा परेशान लग रही हो? कुछ प्रॉब्लम हो तो, please share with me.

Heena (trying to pretend happy) - नो, आई एम फाइन।

हिना बताना नहीं चाहती थी। उसने ज़्यादा पूछने की कोशिश नहीं की और फिर से पार्टी में बीज़ी हो गयी। उधर उसकी नज़रें फिर से अँधेरे में एक शख़्स को ढूंढ़ने की कोशिश करने लगी।  

वो पार्टी से निकल कर बाहर आ गयी थी और उस शख़्स को ढूंढ रही थी, जो मैच में कैमरा ऑपरेट कर रहा था। वो मैच के दौरान बार-बार उसी को दिखाये जाने का कारण जानना चाहती थी। रात के अँधेरे में वो अपने बच्चें को लेकर स्टेडियम के लॉन्ज में इधर-उधर घूमती रही, मगर वो कैमरामेन उसको कहीं पर भी नहीं दिखा। आख़िर में हारकर उसने एक सपोर्टिंग स्टाफ़ की हेल्प से उसको ढूंढा। वो अपने रूम में सोया हुआ था। स्टॉफ के बंदे के सामने वो उससे कुछ पूछ भी नहीं सकती थी। आख़िर में कुछ सोचकर उसने कहा,

Heena (requesting) - मुझे इससे अकेले में बात करती है। मेरी मदद के लिए शुक्रिया। अब तुम जा सकते हो।

उसके जाने के बाद उसने कैमरामेन के रुम की डोरबेल बजाई। वो शायद अभी सोया नहीं था। उसने अंदर से पूछा, “कौन है?

Heena (slow voice) - हम है। (pouse) बैट्समेन सिकंदर की वाइफ हिना। हमें आपसे कुछ बात करनी है। बाहर आइये।

उसकी आवाज़ सुनकर ही कैमरामेन डर गया था। शायद वो हिना के आने का कारण समझ गया था। उसने डरकर डोर खोला और बाहर आया तो उसकी आँखों में खौफ़ दिखाई दे रहा था। उसने घबराकर कहा, “जी कहिये?”

Heena (angry) -आपने आज के पूरे मैच में हमारे ऊपर फोकस क्यों किया हुआ था? आपने मुझसे परमिशन ली थी क्या इसकी? क्या चाहते हैं आप?

“न…. नहीं जी आप मुझे गलत समझ रही है। मैंने अपनी मर्ज़ी से कुछ नहीं किया। मुझे जो इंस्ट्रक्शंस मिल रहे थे, मैं सिर्फ़ वही फॉलो कर रहा था।” उस कैमरामेन ने डरते हुए कहा।

Heena (shocked) - मेरे ऊपर फोकस करने के लिए आपको ऊपर से इंस्ट्रक्शन मिल रहें थे? मुझे नाम बताइये आपके सीनियर का। कौन था वो? हम उसकी शिकायत अपने शौहर से करेंगे।

“जी नाम तो हमें भी नहीं पता। हमें हेडफ़ोन में सिर्फ़ आवाज़ सुनाई देती है। नाम और शक्लों-सूरत से तो हम भी नहीं जानते उनको। आप हमारे चैनल के लोगों से बात कर लीजिये।” उस कैमरामेन ने बताया। वो उस पर ग़ुस्सा करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकी और पार्टी में वापस आने पर देखा, उसका शक उसके सामने खड़ा था।

जिस बात का डर था, आख़िर वो उसके सामने आ ही गया था। उसको अपने सामने खड़े देख हिना के शरीर में सिहरन दौड़ गयी थी। उसने अपने बेटे को ज़ोर से अपने सीने से ऐसे चिपकाया जैसे सामने खड़ा शख़्स उससे उसका बेटा छीनना चाहता हो।

हिना पर कैमरा फोकस करने के लिए क्यों कहा था अनिकेत ने? पार्टी में किसे देखकर डर रही थी वो? कौन था वो शख़्स, जो उससे उसका बेटा छीनना चाहता था? ऐसा क्या हुआ था उसके पास्ट में जिससे भाग रही थी वो?

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग। 

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