हिना की धमकी काम कर गयी थी। उसके अब्बा, कर्नल असलम खान ने एक कॉल किया और पूरा मैनेजमेंट उसके पास दौड़ा चला आया था। हिना अपने होटल  से बाहर निकली। उसको पता था, वे लोग उसके पास क्यों आये थे? मैनेजमेंट के लोगों के चेहरे उतरे हुए थे। उनको देखकर लग रहा था, जैसे किसी ने उनको जमकर फटकारा हो। मैनेजमेंट का वही शख़्स, जो थोड़ी देर पहले उसे हेकड़ी देखा था, वो अपने दाँत निपोरकर बोला, “अरे हिना बीबीजी, आपको पहले बोलना चाहिए थे न कि आप कर्नल साहब की बेटी है। आप पहले बोल देती, तो आपको इतनी ज़हमत ही नहीं उठानी पड़ती। हम आपके लिए अच्छे इंतज़ामात कर देते है।”

Heena (rude) - हमारे साथ के बाकि के लोगों का क्या? इनके लिए क्या इंतज़ामात किये हैं आपने?

हिना अभी भी ग़ुस्से में थी। उस शख़्स ने स्टेडियम में इधर-उधर नज़रें घुमाई और हिचकिचाकर बोला, “अ...... अब इनके लिए क्या कर सकते हैं हम? हम  इन लोगों के लिए भी कुछ कर देंगे, पहले आप तो चलिए।” वो शख़्स आगे बढ़ गया। उसको लगा था, हिना उसके पीछे-पीछे अपना बैग उठाकर चल देगी। शायद वो हिना की तासीर जानता नहीं था। उस शख़्स ने पूछे पलटकर देखा। हिना अभी भी वहीं खड़ी थी। वो शख़्स पलटकर आया और गिड़गिड़ाते हुए बोला, “बीजी, क्यों मसला बना रही है आप? आपको अच्छी जगह दे तो रहे हैं न हम?” हिना ने उसे लास्ट  वार्निंग  देते हुए कहा,

Heena (rude) - मसला हम बना रहे या आप बना रहे हैं। हम सब समझ  रहे हैं आपका मसला। इससे पहले की हम डायरेक्ट PCL चैयरमेन को कॉल करे और आपको नौकरी से हटवाएं, उससे पहले PCL ने हमें जो होटल  अलॉट किये है, वहां शिफ्ट कर दीजिये। हद होती है बेशर्मी की भी। मौका मिला नहीं और करप्शन चालू।

“आप तो ख़ामोख़्वाह नाराज़ हो गयी। चलिए आपकी पूरी टीम को ही शिफ्ट कर देते हैं, पर ये बात आप ज़ाहिर मत कीजियेगा। बाकि आपकी ख़ातिरदारी में कोई कमी नहीं आने देंगे हम।

Heena (laugh) - अच्छा, तो फिर ठीक है आज क़बाब बना दीजिये हमारी टीम के लिए।

उसने कहा और पूरी टीम हंसने लगी। उस शख़्स का चेहरा देखने लायक हो गया था थोड़ी देर में ही उसकी पूरी टीम उस शानदार होटल  में थी, जो उनको PCL ने अलॉट किया था। उस होटल  के पीछे ही खुली जगह थी, जहाँ GYM, कार्डियों और स्पोर्ट्स एक्टिविटी के सामान रखे हुए थे। हिना ने कैसे ही उस जगह को देखा, हैरानी से बोल उठी,

Heena (excited ) - ये हुई न बात। Wellcome to dubai habibi......

उधर हिना की प्रॉब्लम तो सॉल्व हो गयी थी, पर अनिकेत और उसकी टीम अभी भी उसी जहन्नुम में रहने के लिए मज़बूर थे। वो समझ गया था, उसकी टीम अब उसको गालियां देने लगी थी। जेल के कैदी से भी बत्तर हालत हो गयी थी, उनकी वहां। उसने उसके बॉस ने कम्प्लेन भी की थी, पर उसका बॉस भी कोई सॉल्यूशन नहीं निकाल पाया था। आख़िर में उसको ये सोचकर अपने आप को और अपनी टीम को मनाना पड़ा था कि आधे दिन, तो निकल ही चुके हैं। बचे हुए 5 दिन और जैसे-तैसे निकल ही जायेंगे।

शाम को वो चुपचाप अपने होटल  में लेटकर अपने ईयर पॉड में गाने सुन रहा था, तभी उसके पास हिना का कॉल आया। उसकी आवाज़ से आज वो काफ़ी ख़ुश लग रही थी। अनिकेत ने उसकी ख़ुशी का कारण पूछा। उसने एक्साइटेड होकर उस दिन का पूरा इंसिडेंट बताते हुए कहा,

Heena (excited) - आज हमने भी इन लोगों को दिखा दिया, हम किसकी बेटी है। भागे-भागे आये गिड़गिड़ाने लगे थे हमारे सामने। हमने भी बोल दिया था, जब तक हमारी पूरी टीम को शिफ्ट नहीं करोगे, हम आपके साथ नहीं जायेंगे। आख़िर मैं पूरी टीम को शिफ़्ट करना पड़ा उनको।

उसकी बात सुनकर अनिकेत सीधा होकर बैठ गया था। उसको यकीन नहीं हो रहा था, हिना की पूरी टीम को किसी अच्छी जगह पर शिफ्ट कर दिया था। उसने चौंककर कहा,

Aniket (shocked ) -  क्या बात कर रही हो हिना? इसका मतलब ये मैनेजमेंट के लोग बीच में धांधली कर रहे हैं? चोर है सब के सब। (upset) पर मेरे पास, तुम्हारे जैसा सपोर्ट भी नहीं है, फिर मैं किससे बोलूंगा? मेरी तो ये लोग सुनेंगे नहीं।

Heena (confident) - हम सुनेंगे न आपकी। बोलकर देखिये एक बार हमसे।

Aniket (request) - फिर वेट किसका कर रही हो तुम? तुम्हारे साथ हमारा होटल भी चेंज करवाना था तुम्हें?

Heena (regret) - हमें आपका ख़याल आ गया था, पर हम इतने लोगों के सामने बोल नहीं पाए। सब सोचते उसको कैसे पता चला कि यहां इंडिया की कोई टीम भी रुकी हुई है। हमारा दिमाग़, हमारे प्यार के बीच आ गया था। चलिए कोई न, अब बोल दीजिये हमसे, हम आपकी टीम का होटल  भी चेंज करा देंगे।

Aniket (offence )   - अभी तो बोला, और कितनी बार बोलना पड़ेगा?

Heena (romantic) - ऐसे नहीं, ज़रा प्यार से बोलिये, फिर आपकी बात पर गौर करेंगे हम। जितना प्यार आपकी बातों में होगा, उतने ही ज़्यादा चांसेस होंगे आपके।

हिना आज कुछ अलग ही अंदाज़ में थी। उसका ये जुदा अंदाज़ देखकर अनिकेत को भी शर्म आ गयी थी, क्योंकि इससे पहले हिना ने कभी इस तरह बात नहीं की थी। उसने हिना से धीमें से कहा,

Aniket (request & slow) - यार समझने की कोशिश करो। यहां मेरी टीम के लोग है। सब हँसेंगे मुझपर।

अब हिना को और बड़ा बहाना मिल चुका था। अब वो उसको आसानी से छोड़ने वाली नहीं थी। वो मन ही मन मुस्कुरा रही थी। उसने नाराज़ होने की एक्टिंग करते हुए कहा,

Heena (offence) - ठीक है फिर, सड़ते रहिये इसी जहन्नुम में। हमें भी क्या पड़ी है।

अब अनिकेत के पास उसकी बात मैंने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं बचा था। उसने अपने होटल  से बाहर निकलकर इधर-उधर देखा, सब अपने-अपने होटल  में थे। होटल  ऊपर से खुले बॉक्स जैसे थे। वो जानता था, उसकी आवाज़ रात के सन्नाटे में उसकी पूरी टीम सुनेगी, पर हिना की जिद के आगे उसको झुकना पड़ा था। उसने थोड़ा हिचकिचाकर धीमी आवाज़ में कहा,

Aniket (hesitation & slow )  - प्लीज़ हिना, अब मान भी जाओ और हमें इस जहन्नुम से निकाल दीजिये न.

Heena (denied) -  मज़ा नहीं आया और ठीक से सुनाया भी नहीं। ज़रा और मिठास लाइए और थोड़ा तेज़ आवाज़ में बोलिये, तब सुन पाएंगे हम।

Aniket (romantic & loud ) -  प्लीज़ हिना, मान जाइये न......

उसने इस बार इतने रोमांटिक और तेज़ लहज़े में बोला था कि पीछे से उसकी टीम के कुछ कमेंट्स करते हुए बोल रहे थे, “वाह, क्या बात है। once more.” उनकी आवाज़ मोबाइल से होती हुई हिना के कानों में पड़ी और वो ज़ोर से हँस पड़ी।  

आज काफ़ी दिनों बाद उसको gym करने का मौका मिला था। हालाँकि वो नार्मल एक्सरसाइज ही करती थी, पर पिछले 5 से उसने एक्सरसाइज नहीं की थी, इसलिए आज वो काफ़ी देर से पसीना बहा रही थी। उधर उसका फोन लगातार बज रहा था, जिस पर ध्यान नहीं था। किसी ने उससे कहा, तब उसने मोबाइल उठाया। कॉल उसके अब्बा कर रहे थे। उसने gym के बाद कॉल बैक करने का सोचकर मोबाइल वापस रखा और अभी मुड़ी ही थी कि कॉल एक बार फिर आ गया। उसने अपनी हेंकी से पसीना पोंछा और हांफते हुए बोली,

Heena (gasp) - जी अब्बा? हम वो एक्सरसाइज कर रहे थे, इसलिए कॉल नहीं उठा पाये थे।

“बेटा मोबाइल अपने पास रखना चाहिए न? आप हमसे इतनी दूर है, एक वालिद की फ़िक्र आप अभी समझ नहीं पायेगी, जब माँ बनेगी, तब अपने बच्चें की फ़िक्र समझ पायेगी आपको। अपने हमें बताया भी नहीं। आपको शिफ्ट किया या नहीं?” उसने अब्बा ने पूछा। हिना को अपनी गलती का एहसास हो गया था। उसने माफी मांगते हुए कहा,

Heena (regret) - sorry अब्बा। हम ज़रा बीज़ी हो गये थे, इसलिए आपको इन्फॉर्म करना भूल गये थे। हमारी पूरी टीम को अच्छा होटल  मिल गया है। यहाँ ट्रेनिंग के इक्विपमेंट भी है। अब सब ख़ैरियत है यहाँ।

उसके अब्बा ने राहत ली और कहा, “कुछ परेशानी आये तो बताइयेगा, इन लोगों की परमानेंट ही छुट्टी करा देंगे हम। ख़ुदा हाफ़िज।”

Heena (gasp) - ख़ुदा हाफ़िज। (pause)  अब्बा आपसे एक बात बोलनी थी हमें। यहां कुछ हमारे इंडियन दोस्त भी रुके हुए हैं। उनको भी वही प्रॉब्लम है, जो हमें थी। आप उनका होटल  भी चेंज करा देते, तो अच्छा होता।

इंडियंस का नाम सुनते ही उसके अब्बा के कान खड़े हो गये थे। उसका लहज़ा अब थोड़ा सख़्त हो गया था। उसने हिना से पूछा, “इंडिया में आपके दोस्त कब से बन गए? आप तो कभी वहां गयी भी नहीं?”

Heena (hesitation) - आप घबराइए नहीं, इतने ज़्यादा क्लोज़ दोस्त नहीं है। बस वो लोग यहां PCL के मैचेस शूट करने आये थे। हमारे मैसेंजिंग ग्रुप में एड है बस। ह… हमारी तो उनसे मुलाकात भी नहीं हुई है।

“बेटा ज़रा दूर ही रहना उन इंडियंस से, इस PCL को कोई पाकिस्तानी कंपनी नहीं मिली थी क्या?” उसकी बातें सुनकर हिना डर गयी थी। उसको समझ नहीं आ रहा था, उसके अब्बा तो ख़ुद इंडिया से हैं, पहले वे इंडिया से मुहब्बत भी करते थे, फिर अचानक ऐसी बातें क्यों करने लगे? इसके आगे कुछ बोलने की वो हिम्मत नहीं कर सकी। “ठीक है, हम देखते है, अब मेहमानों की मेहमान नवाज़ी तो करनी ही पड़ेगी न?” इतना बोलकर उसके अब्बा ने फोन रख दिया।

उसके अब्बा के सुर आज उसको कुछ बदले-बदले से लग रहे थे। वो समझ नहीं पा रही थी कि 1999 के इंडिया-पाकिस्तान वॉर के दौरान जो शख़्स इतना दुखी हो गया था कि आर्मी से रिजाइन देने वाला था, वही शख़्स आज इंडिया के बारे में इतना ज़हर क्यों उगलने लगा?

वो काफ़ी देर उसी पोज़िशन में खड़ी होकर सोचती रही। उसका MOOD ऑफ हो गया था। उसने अपनी एक्सरसाइज बीच में रोकी और वहां से चली गयी। उसको अनिकेत के साथ इंडिया से भी मोहब्बत हो गयी थी, जबकि एक साल पहले हुए इंडिया-पाकिस्तान क्लेश की वजह से उसके अब्बा को अब इंडिया से नफ़रत होने लगी थी।

हिना ने अब्बा ने अनिकेत की टीम को भी नया होटल  दिला दिया था। साथ में उसके अब्बा ने उसकी टीम पर नज़र रखने के लिए भी बोल बोल दिया था। मैनेजमेंट के लोगों को ख़ास मैसेज दिया गया था कि हिना इंडिया के किसी भी बंदे से मिले, तो उसके अब्बा को तुरंत इन्फॉर्म किया जाये।

उनको नया होटल  मिल चुका था, जो PCL ने ख़ास उनको अलॉट किया था। उस होटल  में CCTV से निगरानी रखी जा रही थी। 2 गार्ड उस होटल  के गेट पर तैनात कर दिए गए थे। यानी हिना और अनिकेत के मिलने के अभी भी कोई चांस नहीं थे। अनिकेत धीरे-धीरे मैनेजमेंट की एक-एक चाल समझ रहा था। उसने उसकी टीम को समझाते हुए कहा,

अनिकेत ( advised) - ये लोग हम पर कुछ ज़्यादा ही नजऱ रख रहे हैं और उसका कारण तुम लोग जानते हो, इसलिए ऐसा एक भी काम मत करना, जिससे इन्हें हमें कठघरे में खड़ा करने का मौका मिले, वरना ये लोग छोटी सी बात का बड़ा इशू बना सकते है।

उनका होटल  भी सेम वैसा ही था, जैसा हिना की टीम को अलॉट किया गया था। अनिकेत का एक्सरसाइज से दूर-दूर तक कोई रिलेशन नहीं था, लेकिन उसकी टीम के कुछ लोगों के लिए एक्सरसाइज उतनी ही इम्पॉर्टेन्ट थी, जितना खाना ज़रूरी होता है। वे लोग अपनी एक्सरसाइज में बिज़ी हो चुके थे। अनिकेत होटल  के पीछे, खुली जगह में टहल रहा था, तभी उसकी नज़र एक होटल  की विंडो में पड़ी। वो होटल  उसके होटल  से काफ़ी दूर था, पर इतना भी नहीं नहीं कि वहां से इंसान भी नज़र न आ सके।

वो काफ़ी देर तक विंडो में खड़े एक चेहरे को देखता रहा। उसको दूर से उसका चेहरा दिखाई दे रहा था। उसने हिना को कभी सामने से नहीं देखा था, पर उसके फोटो ज़रुर देखे थे। वो उस चेहरे को देखते ही समझ गया था कि ये और कोई नहीं बल्कि हिना ही है। हीना की दूर से एक झलक देखकर ही उसकी धड़कने अपने कंट्रोल में नहीं थी।

क्या हिना के अब्बा ही बन जायेंगे अपनी बेटी के रास्ते का काँटा? खिड़की में किसे देखा था अनिकेत ने? वो हिना थी या फिर था अनिकेत का इल्यूशन?

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

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