‘’मैं एक खूनी से शादी नहीं कर सकती, भले ही मुझे अपनी जान देनी पड़े। 

आर्यन के मजबूत हाथों से मीरा अपना पूरा जोर लगा रही थी, पर कहां वो आर्यन के मजबूत हाथ और कहां नाजुक सी कली जैसी मुलायम मीरा की कलाई..आर्यन की पकड़ बहुत ही मजबूत थी। 

‘’छोड़ो मुझे‘’ कहकर मीरा ने अपने दूसरे हाथ के नाखून से आर्यन के उस हाथ पर मारा जिससे उसने मीरा की कलाई पकड़ी थी। 

आर्यन की कलाई पर मीरा के नाखून के खरोंच उभर आए। आर्यन ने मीरा को अपनी सुनहरी आंखो से घूरा, उसी पल मीरा की सांसे मानो रूकने के लिए तैयार हो गई थी, वह बहुत ही खतरनाक नजरों से मीरा को देखने लगा। उसने दूसरे हाथ से मीरा के उन नाखूनो के निशान को सहलाया और फिर मीरा के सिर के पिछले वाले हिस्‍से के बालों को केवल इतना ही जोर से पकड़ा कि मीरा को ज्‍यादा दर्द न हो पर आर्यन की ताकत का अच्‍छा एहसास हो, फिर भी वह मीरा के लिए बहुत तेज पकड़ थी, आज तक किसी ने उसे ऐसे नहीं पकड़ा था।

मीरा के मुंह से कराह निकल गई, आर्यन ने मीरा को अपने करीब खींच लिया और अपनी नाक मीरा की नाक से सटाकर कहा, ‘दोबारा ऐसी गलती मत करना, मैं माफ नहीं करूंगा।‘

मीरा ने कसकर अपनी आंखे बंद कर ली, अब वो अपनी दुर्गति के बारे में सोच भी नहीं सकती थी। 

आखिर क्‍यों मैं इन सब पचड़ों में पड़ी थी? आखिर क्‍यों?

मीरा फिर से चीखने लगी....आर्यन गुर्रा उठा, ‘’चुप रहो, मुझे शोर नहीं खामोशी पसंद है, इन आवाजों से मुझे इरीटेशन होती है।‘’ 

‘’मार डालो मुझे‘’ आर्यन के मना करने के बाद भी मीरा चीख उठी। 

आर्यन के होंठो पर शैतानी मुस्‍कान तैर गई, ‘हां मारूंगा….जरूर मारूंगा पर बहुत ही खामोशी से, उसमें तुम चीख नहीं सकती, चिल्‍ला नहीं सकती हो।‘ 

मीरा सहम उठी, उसे लैब में तड़पता वह आदमी याद आ गया, क्‍या तुम मुझे अपने किसी वैक्‍सीन के एक्‍सपेरिमेंट के लिए ले जा रहे हो?‘’

आर्यन के चेहरे की मुस्‍कुराहट और फैल गई, ‘’नहीं मेरी जान, मैं इतना भी नीच नहीं हूं कि तुम्‍हारी जैसे खूबसूरत चेहरे और अटरैक्‍टिव बॉडी की मालकिन पर ऐसे एक्‍सपेरिमेंट करूं, मैं तो तुम्‍हारे साथ लाइफ इंजॉय करना चाहता हूं। आर्यन ने मीरा के बालों पर हाथ फेरते हुए कहा, ‘’मैं तो तुम्‍हारी इन घनी जुल्‍फों के साए में रहना चाहता हूं, तुम्‍हारे इन गुलाबी और रस से भरे होंठो को पीना चाहता हूं और तुम्‍हारी इस गोरे और खूबसूरत शरीर से दिनभर लिपटे रहना चाहता हूं।‘’

मीरा का शरीर घृणा से भर उठा.…‘’कितने कमीने हो तुम, और उससे भी ज्‍यादा गंदी सोच है तुम्‍हारी’’ मीरा ने फिर से अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करते हुए कहा। 

‘तुम मेरे बारे में जितना जानती हो उससे भी कहीं ज्‍यादा हूं मैं, अब तुम मेरी बनने के लिए तैयार हो जाओ, तुम्‍हें मेरा एहसान मानना चाहिए कि तुम्‍हारे बारे में इतना सबकुछ जान लेने के बाद भी मैं तुमसे शादी करने के लिए तैयार हो गया, कोई और होता तो तुम्‍हें दुसरी दुनिया में पहुंचा चुका होता।‘’ कहकर आर्यन ने मीरा को कार की पिछली सीट पर बैठाकर खुद भी उसके बगल में बैठ गया, पर मीरा ने भी जैसे सिर पर कफन बांध लिया था, वह अपने बगल बैठे आर्यन को धकियाते हुए बोली, ‘’तो पहुंचा दो मुझे दुसरी दुनिया में।

आर्यन ने कहा, ‘’मुझसे मत टकराओ मीरा, बेहतर होगा कि मुझे अपना लो, वरना तुम मरोगी तो नहीं पर बहुत बुरी तरह से झुलसोगी।‘’

मीरा बुरी तरह लाचार हो चुकी थी, पहली बात तो उसके बचने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे थे और दूसरा आर्यन उसे मौत से भी बदतर जिंदगी देने वाला था, उससे शादी करके। 

मकरंद की लाश को अच्‍छे से दफन करके, लिफ्ट से लेकर नीचे बेसमेंट तक और होटल का वह रूम जहां पर मकरंद को मारा गया था वहां के सारे सबूत मिटाकर, वे तीनों होटल से बाहर निकले। तभी चीफ का फोन मकरंद के फोन पर आया, युग, जतिन और अभिजीत ने एक दूसरे को सवालिया निगाहों से देखा कि अब क्‍या किया जाए?

जतिन ने कुछ कहकर युग से फोन उठाने के लिए कहा, युग ने फोन कान में लगाकर कहा, ‘’हैलो बॉस।‘’ 

आर्यन ने तुरंत युग की आवाज पहचानते हुए कहा, ‘’अरे युग मकरंद का फोन तुम्‍हारे पास, वह कहां है?‘’ 

‘’चीफ वो बस अभी-अभी वाशरूम गया है, आपको तो पता है कि वह बहुत टाइम लगाता है, कहिए क्‍या ऑर्डर है?‘’ 

‘’मैं मीरा को लेकर आर्यसमाज मंदिर जा रहा हूं वहीं पर शादी करूंगा और तुंरत मुंबई के लिए निकलूंगा, तुम मेरी मीरा की और तीनों की फ्लाइट की टिकट बुक करा लो।‘’

‘’जी चीफ, मैं अभी करता हूं।‘’

युग का चेहरा पसीने से भीग गया, उसने फोन काटते हुए जतिन और अभिजीत से कहा, ‘’चीफ ने मीरा को अपने बारे में सबकुछ बता दिया है और वे मीरा से शादी करने जा रहे हैं।‘’ 

जतिन के चेहरे पर जमाने भर का आश्‍चर्य विराजमान हो गया, ‘’ओह माई गॉड, मीरा तो बहुत बड़े खतरे में आ गई है, हमें मीरा को बचाना होगा।‘’

अभिजीत ने कहा, ‘’कैसे करोगे भाई? चीफ के पॉवर के बारे में तुम्‍हें नहीं पता है, उसने अगर मंदिर में शादी करने की ठानी है तो उसने उस मंदिर को जेड सिक्‍योरिटी में बदल दिया होगा, अब मीरा को उससे कोई नहीं बचा सकता है।‘’ 

तभी एक अनजान आवाज इन तीनों को सुनाई दी....’’वह चीफ पूरी दुनिया की सिक्‍योरिटी भी उस मंदिर में लगा दे तो भी मैं मीरा को उसके चंगुल से बचाउंगा।‘’ 

इन तीनों की निगाह उस अनजान आवाज की ओर चली गई, उसे देखते ही जतिन की आंखे फैल गई, ‘राघव तुम, तुम वापस क्‍यों आ गए? तुमने तो कभी वापस न आने की कसम खाकर अनजान जगह चले गए थे।‘’

‘जाने ही वाला था पर मीरा से एक बार मिलकर जाने का मन हुआ, यहां आकर तुम्‍हारी बातें सुनकर लगा कि मैं सही समय पर आया हूं।‘

जतिन ने सहमति में गरदन हिलाई। 

पर हम मीरा को कैसे छुड़ाएंगे?‘’ अभिजीत ने डरे हुए स्‍वर में कहा। 

जतिन बोला, ‘’मैं दिल्‍ली की पूरी पुलिस फोर्स को लगा दूंगा, न तो यह शादी होगी और ना ही मीरा की जान जाएगी, अगर आज कोई मरेगा तो वह है चीफ, उसके साथी और उसके इस खूनी साम्राज्‍य का अंत भी आज ही होगा।‘’

अचानक आसमान में काले बादल छाने लगे थे, मौसम का रूख एकाएक बदल गया। थोड़ी ही देर पहले मौसम एकदम साफ था पर कुछ ही सेकेंड में हवाएं तेज हो गई, काले-काले बादल चारों ओर से घिरने शुरू हो गए थे। 

युग ने ऊपर की ओर देखते हुए कहा, ‘यह मौसम अचानक से इतना खराब कैसे हो गया?’ 

अभिजीत बोला, ‘’हां ऐसा लग रहा है कि जैसे कोइ बहुत बड़ा तूफान आने वाला है। 

राघव ने भी अपनी आंखे ऊपर करके कहा, ‘’हां सही कहा, तूफान आने वाला है….मौत का तूफान। उसने मीरा को हाथ लगाया है, वह चीफ अब कुत्‍ते की मौत मरेगा।‘’ 

फिर राघव ने जतिन से कहा, ‘तुम मेरे पापा को फोन करो कि वे नैना को छोड़ दें और उसे बता दें कि चीफ कहां मिलेगा वो यह बात जाकर मीरा के पापा को बताएगी, वे सभी मंदिर जरूर पहुंचेगे।‘

फिर राघव ने युग से कहा, ‘युग तुम चीफ के मेन बॉडीगार्ड में से एक हो तुम चीफ के लैब के डाक्‍टरों को फोन करके बता दो उनके चीफ शादी करने वाले है, तुम लोगों को मंदिर में बुलाया है। आज सारे बड़े छोटे दुष्‍टों का अंत एक साथ हो जाना चाहिए।‘’ 

युग ने हां में सिर हिलाया और चीफ की लैब में फोन करने लगा। 

इधर जतिन ने भी शेखर को फोन करके सबकुछ समझा दिया, इसके बाद राघव ने नीता को फोन किया, ‘आंटी आई एम सॉरी, पर मुझे अच्‍छा नहीं लग रहा है कि मेरे कारण आप विधवा हो रही हैं।‘

उधर से एक छोटी सी खामोशी के बाद नीता ने कहा, ‘’बेटा, मैंने तो अमरीश को उसी दिन मरा हुआ मान लिया था जिस दिन वे इस घटिया धंधे में उतरे थे और अपनी बेटी की उम्र की लड़की से....इसके आगे वे कुछ नहीं बोल सकी। 

राघव ने फोन काट दिया। 

इधर जतिन के कहेनुसार शेखर ने नैना को आजाद करते हुए कहा, ‘’अब तुम एकदम आजाद हो, कहीं भी जा सकती हो कुछ भी कर सकती हो, वैसे तुम्‍हारी जानकारी के लिए बता दूं कि तुम्‍हारा चीफ जिसके बारे में तुम शायद ज्‍यादा कुछ नहीं जानती हो, शायद उसका चेहरा भी नहीं देखा है। तुम्‍हारे चीफ का नाम आर्यन देशमुख है और वह आज मीरा से शादी करने जा रहा है, वही मीरा जिसका राघव तुमने उससे छीन लिया था।‘’ दरवाजा खोलकर नैना का फोन उसके हाथ पर रखकर शेखर ने कहा, और फिर तेज कदमों से चलकर बाहर आया और अपनी कार में बैठ गया। 

नैना के चेहरे पर अजीब से भाव आ गए, यह सबकुछ शेखर ने इतनी जल्‍दी में कहा, कि उसे समझने में थोड़ा सा समय लगा। 

एक अफसोस भरी नजरों से उसने नैना को देखा, उसे पता था कि वह नैना को आखिरी बार देख रहा है, शेखर ने मन ही मन कहा, ‘’काश तुम और लड़कियों की तरह एक अच्‍छी जिंदगी चुनती, तुम्‍हारा एक घर होता, एक परिवार, बच्‍चे और खुशहाल गृहस्‍थी। पर तुमने अपनी जिंदगी बरबाद कर ली, शेखर ने एक सिसकी भरी सांस ली और लता के बारे में सोचकर दुखी हो गए, बेचारी की बेटी आज बेमौत मारी जाएगी।‘’ सोचकर शेखर ने अपनी कार को स्‍टार्ट कर दिया और तेज स्‍पीड से उस घर के गेट के बाहर निकल गए। 

नैना को तो कुछ देर के लिए यह सब माजरा समझ में ही नहीं आया। पहले तो उसने खुद के चारों ओर देखा, वह किसी वीरान सरकारी कालोनी में थी....लगभग सारे घर खाली पड़े थे, हर घर के सामने झाड़-झंकाड़ उग आए थे। 

तो मुझे बेहोशी की हालत में पापा और राघव यहां लेकर आए थे। 

और फिर नैना शेखर की कहीं बातों का मतलब समझने की कोशिश करने लगी। 

क्‍या कहा था पापा ने कि चीफ का असली नाम आर्यन देशमुख है? वह फेमस बिजनेस मैन वही हमारा चीफ है, वे मीरा से शादी करने वाले हैं। 

नैना ने हैरत से अपने मुंह पर हाथ रख लिया, वह जल्‍दी-जल्‍दी उस सुनसान जगह से बाहर निकलने लगी। 

मीरा ने गहरे दर्द से अपनी आंखे बंद करके अपना सिर कार की सीट पर टिकाकर मन ही मन भगवान से प्रार्थना करने लगी कि अब आप ही कुछ चमत्‍कार कर सकते हैं, प्‍लीज प्‍लीज मुझे बचा लीजिए। 

आर्यन ने मीरा के कान में धीमी आवाज में कहा, ‘’आर्यन देशमुख को जो चीज पसंद आ जाती है, वह उसे पाकर ही दम लेता है चाहे वह कोई इंसान हो या चीज। समझ गई, तुम मुझे मारने आई थी और मेरा दिल घायल कर दिया, अब सबकुछ भूल जाओ, और जितना आर्यन को जानती थी, केवल उसी को अपने दिमाग में बैठाओ, यही तुम्‍हारे लिए अच्‍छा रहेगा। अब तुम्‍हें मरने के बाद ही आर्यन की कैद से आजादी मिलेगी और तुम कब मरोगी यह भी मैं ही तय करूंगा।‘’

यह बात सुनकर मीरा के दिल की धड़कने इतनी तेज हो गई कि उसके करीब बैठे आर्यन को भी सुनाई देने लगी थी। 

आर्यन की नजर मीरा के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठो पर पड़ी, वह अपने आप को रोकने की बहुत कोशिश कर रहा था, उसका दिल कह रहा था कि नहीं आर्यन शादी से पहले नहीं, पर आर्यन का बेरहम दिमाग कह रहा था कि वह तुम्‍हारी है, तुम उसके साथ कुछ भी कर सकते हो, चाहे शादी से पहले या शादी के बाद। 

आर्यन ने अपने अंगूठे से मीरा के होंठो को सहलाया, मीरा ने अपनी आंखे खोल दी और आर्यन का इरादा समझते ही जैसे उसकी सांसे रूकने को तैयार हो गई थी, उसे लगा जैसे उसके दिल की धड़कन ही बंद हो गई। 

मीरा की आंखे भर आई...वह इस आर्यन नाम के दरिदें के चंगुल में बहुत बुरी तरह से फंस चुकी थी। 

लेकिन फिर भी मीरा ने हिम्‍मत जुटाई और आर्यन को पीछे धकेलते हुए कहा, ‘’मैं उन लड़कियों में से नहीं हूं जो बहुत मजबूर होती है, हां मुझे अपनी जान प्‍यारी है, पर तुम मेरी जान के मालिक नहीं हो, मैं अपनी जान दे दूंगी पर अपने आप को तुम्‍हारे हवाले नहीं करूंगी।‘’

आर्यन मुस्‍कुराया और बोला, ‘’ओके देखते हैं।‘

नैना ने अमरीश को फोन मिलाया, उन्‍हें अपनी लोकेशन बताकर यह भी बताया कि चीफ मीरा से शादी करने जा रहा है।

इधर नोएडा के फार्महाउस लैब में अफरा-तफरी मची थी, उनके चीफ की शादी थी, सबकुछ छोड़कर मंदिर के लिए निकलना था, पर उन्‍हें नहीं पता था कि आज उन सबका एंकाउन्‍टर किया जाएगा। सारी गंदगी का सफाया एक साथ एक ही जगह पर होने वाला था। मंदिर के आसपास हेलिकॉप्‍टर उड़ने लगे थे, वे चीफ के चॉपर थे, और दूर कहीं से बहुत बड़ी संख्‍या में पुलिस फोर्स की गाड़ियां आ रही थी। 

 

क्या आर्यन मीरा की जान बक्श देगा? 

राघव देर होने से पहले मीरा को कैसे बचाएगा? 

चीफ को मारना क्या इतना आसान होगा? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए… 'बहरूपिया मोहब्बत'!

Continue to next

No reviews available for this chapter.