Ep 5 - Anika is my
Vayola उस रूम से निकल कर थोड़ी दूर चली ही थी। उसने देखा की उसके सामने से एक हैंडसम लड़का बड़े आराम से चल कर आ रहा था उसे वहां देख कर Vayola एक-दम से जम गयी थी। वो लड़का कोई और नहीं बल्कि विशाल था उसका X बॉयफ्रेंड या यूँ कहे फियांसे। वो जल्दी से मुड़ कर वहां से जाने लगी।
उस लड़के ने अपने सामने एक बेहद ही खूबसूरत लड़की को वहा से जाते देखा और जो उसे कुछ जानी पहचानी लग रही थी वो सोचने लगा और अचानक से ही उसे याद आया की ये तो Vayola है। विशाल जल्दी से उसके पास गया और उसका हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खींच लिया।
यह सब इतने अचानक से हुआ था की Vayola को सँभलने का मौका भी नहीं मिला था और वो सीधा विशाल से टकरा गयी। Vayola ने गुस्से से कहा," ये तुम क्या कर रहे हो ? "
यह कहते ही Vayola उससे दूर हो गयी और अपने हाथ को उसकी पकड़ से छुड़ा लिया।
विशाल ने पूछा, " ये सवाल तो मुझे तुमसे करना चाहिए की तुम यहां क्या कर रही हो ?"
Vayola ने भी जवाब दिया, "तुमसे क्या मतलब ? "
विशाल ने पहले तो उससे ध्यान से देखा और फिर पूछने लगा, "तुम यहाँ क्या कर रही हो ? वो भी इस हालत में ? तुम बस बाथ टॉवेल में क्यूँ हो ? क्या तुम्हारे पास कपड़े नहीं हैं ? "
विशाल थोडा रुका उसकी आखों में गुस्सा साफ़ नज़र आ रहा था और उसने आगे कहा, " तुम्हारे बॉडी पर इतने सारे लव bites कैसे आये ? क्या तुमने किसी और लड़के के साथ रात बितायी हैं ?"
यह सुनते ही Vayola को भी अब गुस्सा आने लगा और उसने चिल्लाते हुए कहा, "विशाल ये तुम क्या कर रहे हो ? हम पहले ही ब्रेकअप कर चुके इसलिए तुम्हारा कोई हक नहीं बनता की तुम मुझसे ये सवाल करो। अब तुम से मेरा कोई वास्ता नहीं है . तुमने जो किया उसके बाद मुझे तुमसे बहुत नफ़रत होने लगी हैं।"
"तुमने जो भी मेरी फैमिली के साथ किया हैं उसकी कीमत तुम्हे चुकानी पड़ेगी। आज नहीं तो कल लेकिन मैं तुमसे इसका बदला ले कर रहूंगी।"
Vayola के ये सब कहते ही विशाल को बहुत गुस्सा आया गुस्से के कारण उसकी आखें लाल हो गयी थी। और उसने दीवाल पर एक जोरदार पंच किया जिसके कारण वहां पर एक गड्ढा भी बन गया था। Vayola वहां से जाने के लिए मुड़ी ही थी की विशाल ने उसको दीवाल से लगा दिया और उसकी तरफ देखने लगा। अचानक से उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी और वो Vayola से कहने लगा, "कुछ ही दिनों में ही तुम इतना बदल गयी और मुझसे इस तरह बात करने लगी?"
"ooh बेबी को गुस्सा आने लगा है। लेकिन तुम कर भी क्या सकती हो अब, हां क्यूंकि अब तुम्हारा बाप नहीं आएगा तुम्हे बचाने वो तो जेल में हैं ना?"
उसने Vayola के चेहरे को पकड़ा और उसे उपर कर उसकी आखों में देखने लगा और फिर उसने आगे कहा, " लेकिन मैं तुम्हे एक बात बताना चाहता हूँ मिस Vayola गोयल तुम्हे ये मौका कभी नहीं मिलेगा। और मैं हमेशा तुमे दर्द देता रहूँगा। अगर तुम किसी मुसीबत में भी रहोगी तब भी तुम्हे बचाने के लिए कोई नहीं आएगा। मैं तुम्हे इस तरह से बर्बाद करूँगा की तुम खुद अपनी मौत के लिए तरसोगी लेकिन तुम्हे ये भी नसीब नहीं होगा।"
यह सब सुनकर Vayola एकदम से जम गयी थी उसे बिलकुल भी समझ नहीं आ रहा था की उसे क्या करना चाहिए। आखिर उसने ऐसा किया ही क्या था जिसकी ऐसी सजा उसे मिल रही थी। Vayola को विश्वास ही नहीं हो रहा था की ये वही विशाल हैं जिससे उसने इतना प्यार किया था और वो उससे शादी करने वाली थी।
Vayola ने विशाल को अपने से दूर करने के लिए उसे धक्का दिया और कहा, "मुझे सच में विश्वास नहीं होता की मैं तुम जैसे लड़के से प्यार करती थी। घिन आती हैं मुझे तुमसे। दूर रहो मुझसे और मुझे छूने की कोशिश भी मत करना ।"
इससे पहले की Vayola आगे कुछ और कहती विशाल ने उसे फिर से दीवाल से सटा दिया और गुस्से से कहा, " तुम मेरा यकींन करो या न करो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता हैं।"
विशाल ने घिन भरे नज़रों से Vayola को उपर से निचे देखा और कहा, "मेरा जो मन करे मैं वो तुम्हारे साथ कर सकता हूं और वो भी अभी इसी वक्त।"
"लेकिन तुम्हारे साथ मैं ऐसा कुछ नही करूंगा क्युकी तुम किसी और के साथ अभी अभी सो कर आ रही हो, जिसके कारण तुम्हारे लिए मेरी नफरत और बड़ गई है।"
यह सुनते ही Vayola को और भी ज्यादा गुस्सा आने लगा था । विशाल को थप्पड़ मारने के लिए उसने अपने एक हाथ को ऊपर उठाया ही था की विशाल ने उसका हाथ बीच में ही रोक दिया और गुस्से से उसकी तरफ देखने लगा।
Vayola ने गुस्से से कहा, "विशाल तुम बहुत कमीने हो। तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई मुझसे ये सब कहने की। तुम अपने आप को समझते क्या हो?"
विशाल उसकी बातो को इग्नोर कर उसे कहने लगा, "जब हम डेट कर रहे थे तब तुम मुझसे बहुत प्यार करती थी लेकिन फिर भी तुमने मुझे अपने आप को हाथ भी नही लगाने दिया। वैसे मैंने तुम्हे पहले कभी ऐसे बिना कपड़ो के देखा भी नहीं है। तो तुम्हारा आज के बारे में क्या ख्याल है?"
यह सुनते ही Vayola ने टॉवेल को जोर से पकड़ लिया। और चिलाते हुए कहा, " नही ! नही तुम ऐसा नहीं कर सकते हो । डोंट टच मी । मेरे पास भी मत आना तुम।"
विशाल की आंखे चकमने लगी थी। वो आगे बढ़ा और उसे पकड़ लिया और टॉवेल को खींचने की कोशिश करने लगा।
Vayola उससे बचने की कोशिश कर रही थी की तभी अचानक से एक आवाज आई।
"तड़ाक"
विशाल को अचानक से ही किसी ने थप्पड़ जड़ दिया जिसके कारण वो अपने आप को संभाल नहीं पाया और लड़खड़ाते हुए दूर जा गिरा।
विशाल की पकड़ से छूटते ही Vayola ने उस टॉवेल को अपने ऊपर अच्छे से लपेट लिया। Vayola की आंखें आंसुओं से भरी थी जिसे छुपाने के लिए वो नीचे देखने लगी थी की तभी उसकी नज़र वहां खड़े लड़के के जूते पर पड़ी जो उसे कुछ देखा देखा सा लगा तो उसने अपने सिर को ऊपर उठाया और उस इंसान को देखने लगी जिसने अभी उसकी हेल्प की थी. उस लड़के का औरा काफी डरावना था जो उसे और भी ज्यादा अट्रैक्टिव बना रहा था. लेकिन जैसे ही Vayola की नज़र उस लड़के के चेहरे पर पड़ी वो एकदम से हैरान हो गई और अनजाने में ही वह बोल पड़ी, " तुम!"
वो लड़का कोई और नहीं बल्कि शान्विक था। शान्विक इसी होटल में किसी बिज़नेस मीटिंग के लिए आया था और वो वहां से जा ही रहा था की उसने किसी लड़की की आवाज सुनी इसलिए वो उसकी मदद करने के लिए उस तरफ जाने लगा. वहां पहुँच कर जब उसने देखा की वो लड़की कोई और नहीं बल्कि Vayola थी और एक लड़का उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था तब उसे बहुत गुस्सा आने लगा. वो आगे बड़ा और उस लड़के को एक थप्पड़ लगा दिया. शान्विक की आँखें गुस्से से लाल थी और वो उसे और मरना चाहता था लेकिन उसकी नज़र जैसे ही Vayola पर पड़ी उसका गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया.
शान्विक, Vayola से पूछना चाहता था की इस हालत में वो यहाँ क्या कर रही थी लेकिन जब उसने Vayola की आँखों में आंसू देखा तो उसने अपने आप को कंट्रोल किया और अपना कोर्ट निकालकर Vayola को पहनाने लगा वो बहुत ही carefully यह काम कर रहा था।
ऐसा करते वक्त शान्विक Vayola के इतने करीब था की वह शान्विक के बॉडी की हिट और स्मेल को भी अच्छे से फील कर पा रही थी काफी टाइम बाद किसी ने इस तरह उसकी हेल्प की थी. शान्विक को ऐसे proactive behave करते देखकर Vayola को अच्छा लग रहा था. शान्विक के ऐसा करते ही Vayola अपने पापा को मिस करने लगी क्योंकि वो भी इसी तरह हमेशा उसका ख्याल रखते थे और कभी भी किसी चीज़ की कमी नहीं होने देते थे, Vayola के कुछ मांगने से पहले ही उसकी जरुरत की सभी चीज़े उसे मिल जाया करती थी.
विशाल धीरे से खड़ा हुआ. उसके मुंह से खून आने लगा था, वह उस थप्पड़ की वजह से काफी गुस्से में था. विशाल चलते हुए शान्विक के पीछे आकर खड़ा हो गया और गुस्से से उस पर चिल्लाते हुए कहा, “कौन हो तुम? और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझ पर हाथ उठाने की? क्या तुम्हें नहीं पता की मैं तुम्हें, तुम्हारी इस हरकत की वजह से जेल भेज सकता हूँ.........!
विशाल ने बस इतना ही कहा था की उस लड़के को देख कर वह बर्फ की जम गया और उसके आगे कुछ बोलने की हिम्मत ही नहीं हुई. विशाल सोचने लगा, " शान्विक ग्रेवाल ये तो इंडिया का सबसे अमीर आदमी है लेकिन ये यहाँ क्या कर रहा है? और यहाँ कैसे आया? वो तो......!"
विशाल ये सब सोच ही रहा था की शान्विक ने अपने कोल्ड आवाज़ में उससे कहा, “क्या मुझे तुम्हे अपना इंट्रोडक्शन देने की जरुरत हैं? मुझे नहीं लगता ! तुम्हारे फेस को देख कर लगता है की तुम जानते हो मैं कौन हूँ। हां.... तो तुम अभी कुछ बोल रहे थे?”
“मिस्टर शान्विक, आप तो कल ही abroad से वापस आये है न फिर आप मेरी गर्लफ्रेंड को कैसे जानते हो?” विशाल ने शान्विक की बात को इग्नोर कर उससे सवाल किया.
विशाल ने जैसे ही Vayola को अपनी गर्लफ्रेंड कहा वैसे ही शान्विक का एक्स्प्रेसंस बदल गया और वो coldly विशाल को घूरने लगा. Vayola को उसकी बात सुन कर बहुत गुस्सा आ रहा था उसने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा, “ये तुम क्या बकवास कर रहे हो, विशाल हमारा पहले से ही breakup हो चूका है.”
Vayola ने इतना कहा ही था की शान्विक ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और बहुत ही प्यार से Vayola को पकड़ कर अपने बेहद करीब कर लिया और गुस्से में विशाल को घूरते हुए कहने लगा, “Vayola मेरी है और तुम उससे दूर रहना. अगर मैंने तुम्हें दोबारा उसके आस पास भी देखा तो तुम अच्छे से जानते हो की मैं तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूँ.”
विशाल यह सुनकर हैरान हो गया था. उसे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की ये सब उसके साथ क्या हो रहा था. इसी उलझन में वो अपनी आँखों को गोल-गोल घुमाते हुए सोचने लगा की अब उसे क्या करना चाहिए की तभी उसके दिमाग में एक आईडिया आया और एक शातिर मुस्कान के साथ कहने लगा, “मिस्टर शान्विक, आप कल ही इंडिया आये है इसलिए आपको नहीं पता है की Vayola के father ने किसी का खून किया है और वो इस वक्त जेल में है.”
Vayola विशाल की बात सुनकर घबरा गयी और वो शान्विक को देखकर उसे एक्सप्लेन करने की कोशिश करते हुए कहने लगी, “it’s all....”
लेकिन उसके आगे Vayola कुछ बोल भी पाती उससे पहले ही शान्विक ने Vayola को अपने और करीब कर उसे हग कर लिया और उसकी तरफ देखते हुए विशाल से कहा, “ अच्छा ऐसा है? तो क्या हुआ? उससे मुझे क्या? मुझे इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी और फिर से Vayola को परेशान किया तो मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा. ये तुम्हारे लिए last warning है."
ये कहते ही शान्विक ने Vayola को अपनी गोद में उठा लिया और विशाल के साइड से निकल गया. Vayola उसकी इस हरकत से काफी हैरान हो गई थी उसने कभी सोचा भी नहीं था की शान्विक उसकी इस तरह से हेल्प कर सकता है. वो हैरान होकर अपनी बड़ी बड़ी आँखों से शान्विक को देखने लगी. Vayola को शान्विक के दिल की धड़कन की आवाज अच्छे से सुनाई दे रही थी, जिसकी वजह से उसकी भी धड़कन तेज़ हो गई थी.
विशाल ने जब देखा की शान्विक उसके सामने ही Vayola को अपनी गोद में उठा कर इस तरह ले गया जैसे वो वहाँ था ही नहीं तब उसका गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया और उसने अपनी मुट्ठी कसकर बांध ली और गुस्से में खुद से ही कहने लगा, “हाउ डेयेर शी! उसकी इतनी हिम्मत कैसे हुई मुझे इस तरह से धोखा देने की. लगता हैं ये भी अपने बाप पर ही गई हैं....”
“तुम सिर्फ मेरी हो..सिर्फ मेरी.....और तुम्हें मुझसे कोई नहीं छीन सकता.”
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क्या होगा विशाल के इस जूनून का अंजाम? आखिर क्यों किया शान्विक ने Vayola की मदद? क्या होगा आगे? जानने के लिए बने रहिये मेरे यानि मनचली के साथ
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