Ep 4  - The Hickeys 

समायरा ने Vayola को देखा और उससे कहने लगी, " हेलो Vayola ! मैंने तुम्हारे बारे में पहले से ही सुन रखा हैं। आओ तुम भी हमे जॉइन करो। और एन्जॉय करो। "

समायरा की बातों को सुनते ही Vayola थोड़ी परेशान हो गयी थी। इसलिए वो उसे मना करते हुए कहने लगी, " मिस समायरा मैं ऐसा नहीं कर सकती हूँ। और मुझे डर है की आप कहीं नाराज़ ना हो जाये। इसलिए क्या मैं इसके बदले आपको ऑइल मसाज दे दूँ?"

Vayola ने इतना कहकर उस टेबल की तरफ देखा जहां वो आयल रखा था और उससे तरफ बढ़ गयी ।


लेकिन जैसे ही Vayola ने यह कहा समायरा के साथ मौजूद लड़कियों के एक्सप्रेसन्स एकदम से बदल गए। उनमे से एक लड़की समायरा की चापलूसी करते हुए कहने लगी, " तुम एक बदतमीज़ लड़की हो। समायरा ने तुम्हे इतने प्यार से हमे ज्वाइन करने के लिए कहा लेकिन तुमने उसे इतनी आसानी से मना कर दिया" ।

Vayola ने सोचा ये लड़की बस इतनी सी बात के लिए ऐसे क्यों रियेक्ट कर रही हैं। और वो कहने लगी, " मेरा वो मतलब नहीं था। मैं तो बस......"

इससे पहले की वो आगे कुछ और बोल पाती उस लड़की ने Vayola को बीच में ही रोक दिया । उसने अपने दोनों हाथों को अपने कमर में रखा और गुस्से से चिल्लाकर आगे कहने लगी, " यहां तुम्हारा कोई बहाना नहीं चलेगा। और अगर तुम हमे ज्वाइन नहीं कर सकती हो तुम यहां से जा सकती हो। "

यह सुनते ही समायरा के होठों पर एक मुस्कराहट आ गयी थी लेकिन उसने इसे छुपा लिया । उसने अपने हाथ से अपने बाल को ठीक किया और Vayola की  तरफ ध्यान से देखने लगी। लेकिन उसने कुछ नहीं कहा और ना ही उस लड़की को रोका।

Vayola ने जब यह सुना तब वो और ज्यादा परेशान हो गयी थी। उसने अपने ड्रेस को जोर से पकड़ लिया था। और खुद को शांत करते हुए धीरे से ही कहने लगी," Vayola ! शांत हो जा। किसी और के लिए नहीं बल्कि अपने पापा के लिए ही।"   

उसने इतने धीरे से कहा था की उसे किसी ने भी नहीं सुना था। और वह अपने मन ही मन सोचने लगी," मुझे बचाने के लिए अब कोई भी नहीं आएगा।  अब मुझे अपने पापा को बचाना हैं और उसके लिए मुझे यह सहन करना पड़े तो मैं वो भी करुँगी। "

Vayola ने अपने आप को शांत किया और कहने लगी, " आप लोग गुस्सा मत करिये। एक्चुअली मुझे भी यह सब पसंद हैं, लेकिन मैंने अपने साथ यहां स्विमिंग सूट नहीं लाया हैं। और इसी वजह से ही पहले मैंने आपको मना किया था। "

समायरा ने अपना हाथ हिलाया और कहा, "यह कोई बड़ा मसाला नहीं हैं। अगर तुमने हमे ऐसे ही ज्वाइन कर लिया तब भी हमे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगेगा।"

यह सुनते ही Vayola की आखे एकदम से बड़ी हो गयी थी। वो सोचने लगी, " ऐसे ही से समायरा का क्या मतलब था ? क्या उसका मतलब बिना कपड़ो के ही उसे ज्वाइन करने से था ?"

Vayola जैसे ही कुछ कहने वाली थी वैसे ही उसकी दोस्त लिनीमा ने उससे कहा, " यहां कुछ स्वविमिंग ड्रेस पहले से ही रखा है। Vayola ! मैं तुम्हारे लिए उनमे से कुछ लेकर आती हूँ मुझे यकींन हैं की वो तुम्हारे साइज के ही होंगे। तुम यही रुक कर समायरा के साथ बात करो। वैसे भी हम ग्रेजुएशन एक ही collage से कर रहे हैं तो तुम दोनों के पास बहुत से ऐसे सेम टॉपिक्स भी होंगे, जिसके बारे में तुम लोग आराम से बात कर सकते हो ।"

यह कहते ही लिनीमा वहां से चली गयी। उसके जाने के बाद एक बार फिर से समायरा ने Vayola से कहा, "तुम अपने  कपड़े निकालो और जल्दी से यहां आ कर हमे ज्वाइन करो। "

कुछ पल के लिए Vayola सोचने लगी, " समायरा को फिर से बुरा लग जायेगा अगर मैंने उसे इस बार भी मना कर दिया। वैसे भी यहां कुछ लड़कियां ही तो हैं। इससे कुछ ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ता हैं। लिनीमा भी मेरे लिए स्वविमिंग ड्रेस लेकर आती ही होगी। "

यही सब सोच कर ही Vayola ने उन्हें ज्वाइन करने की सोची और उसने अपने ड्रेस की जीप को खोल दिया और उसे निकालने लगी। Vayola धीरे - धीरे पूल की तरफ बढ़ रही थी। और उसने जैसे ही पूल के अंदर अपने कदम रखे उसे कुछ अच्छा महसूस हुआ। वो उन लोगो के पास जाने लगी।

जैसे ही अनीका उनके करीब पहुंची समायरा ने देखा की उसके बॉडी में काफी सारे मार्क्स थे इसलिए उसने मुस्कुराते हुए कहा, "लगता हैं की कल तुम्हारी रात बहुत ही ज्यादा अच्छी गुजरी हैं। तुम्हारी बॉडी में काफी सारी लव बाइट्स दिख रहे हैं। "

यह सुनते ही Vayola ने चौकते हुए कहा, "क्या ?"

उसे यह याद ही नहीं था और इसके बारे में भूल ही गयी थी। लेकिन जब समायरा ने यह कहा तब उसे, रात की सारी घटना याद आ गयी। उसने शर्म से अपना सर निचे कर लिया था। उसकी आखों में आँसू आ गए थे लेकिन उसने जल्दी से उसे साफ़ कर लिया।

समायरा ने पूछा, " तुमने तो विशाल खुराना से ब्रेकअप कर लिया था ना ? क्या मैं सही कह रही हूँ ? तो फिर पिछली रात तुम किसके साथ सोई थी ?"

Vayola को विशाल का नाम सुनकर बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा था। उसे एक-एक कर सारी चीज़े याद आने लगी थी जो विशाल ने उसके साथ किया था। वो  सोचने लगी, " कुछ दिन पहले तक वो मेरा बॉयफ्रेंड था। और हम जल्द ही एक - दूसरे से शादी भी करने वाले थे। लेकिन अब यह बिल्कुल भी पॉसिबल नहीं हैं। और अब वो मेरा दुश्मन हैं। "

 

Vayola ने कहा, "उसे मेरे पापा ने ही प्रमोट किया था। और उसके लिए फंड्स भी जमा किया था। कंपनी के कुछ शेयर्स भी उसके ही नाम कर दिया था।" Vayola की आवाज़ में दर्द और गुस्सा दोनों साफ़ झलक रहा था। उसकी आँखों में आंसू थे लेकिन वो उन्हें गिरने नहीं दे रही थी।

"लेकिन उसने हमे क्या किया हमारे साथ?" Vayola का गला भर आया। "उसने मुझे और मेरे पापा को ही धोखा दे दिया। वह कुछ भी नहीं था... एक साधारण सा लड़का था, जिसे पापा ने गली से उठाकर इस मुकाम तक पहुंचाया। लेकिन अब मेरे पापा के कारण वो एक बिज़नेस मैन बन गया हैं।"

समायरा चुप बैठी सुन रही थी, उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी।

"और अब successful होने के बाद उसने ही हमारे खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी?" 

Vayola की मुट्ठियां भिंच गईं।

 "उसने ना सिर्फ मेरे पापा की कंपनी को हड़प लिया बल्कि उसने पापा को एक गर्भवती महिला की हत्या के जाल में भी फसाया और उसे जेल भेज दिया।"

Vayola ने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा, "मैं विशाल से बहुत नफ़रत करती हूँ! उससे इतनी नफ़रत करती हूँ कि अगर वो मेरे सामने आ जाए तो मैं उसे अपने हाथों से मार दूंगी!"

समायरा के पास खड़ी एक लड़की - प्रिया - ने एक शैतानी मुस्कान के साथ पूछा, "Vayola, एक बात बताओ... क्या कोई और लड़का भी था तुम्हारी ज़िन्दगी में? मैंने सुना था की Vayola एक बहुत ही सुन्दर तितली की तरह हैं जिसके पीछे बहुत सारे लड़के भौरों की तरह मंडराते रहते हैं। और तुमने एक ही समय में बहुत से लड़को को डेट किया हैं।"

Vayola यह सुनते ही सन्न रह गई। उसका चेहरा लाल हो गया और उसकी सांसें तेज़ हो गईं। 

"तुमने... तुमने यह कहा कैसे?"

"अरे यार, पूरे college में यही तो famous हैं," प्रिया ने तंज कस्ते हुए कहा।

 "सबको पता हैं तुम्हारे बारे में।"

Vayola ने अपने आप को शांत करने की कोशिश की। उसने गहरी सांस ली और कहा, "वो लड़के विशाल के ही फ्रेंड्स हैं। और उसने ही यह अफवाह फैलाई थी। मैं बेवकूफ थी जो मैंने उसकी बात मानी।"

समायरा ने अपने दोनों भौहों को आपस में सिकुड़ लिया। उसकी आवाज़ में घृणा साफ़ झलक रही थी, "तुम बहुत बुरी हो, Vayola। तुमने अपने ही बॉयफ्रेंड के दोस्तों को seduce किया हैं। यह तो बहुत गंदी बात हैं।"

"समायरा! तुम ऐसा क्यों बोल रही हो?" Vayola की आवाज़ में निराशा थी। "मैंने कुछ गलत नहीं किया था। मैं सिर्फ..."

"सिर्फ क्या?" समायरा का गुस्सा फूटा। "तुम्हें लगता हैं हम सब बेवकूफ हैं? तुम्हारी reputation college में क्या हैं, हम सबको पता हैं।"

यह कहते ही समायरा अचानक से खड़ी हो गई। पानी की बूंदें चारों ओर बिखर गईं। "चलो प्रिया, यहाँ से चलते हैं। मुझे ऐसे लोगों के साथ time waste नहीं करना।"

उसने बाकि लड़कियों को भी इशारे से अपने साथ आने को कहा। प्रिया ने भी तुरंत Vayola को घूरा और बोली, "हाँ यार, चलो। यहाँ बहुत गंदगी हैं।"

जैसे ही वो दोनों पूल से बाहर आईं, समायरा ने प्रिया के कान में फुसफुसाते हुए कहा, "देखा कैसे मैंने इसकी पोल खोली? अब इसे अपनी असलियत दिखानी होगी।"

प्रिया ने शैतानी मुस्कान के साथ जवाब दिया, "Perfect plan, समायरा। अब देखते हैं यह कैसे बाहर निकलती हैं।"

प्रिया Vayola के कपड़े उठाकर वहां से जाने लगीं। 

Vayola पूल में अकेली रह गई थी। उसकी आँखों से आंसू गिर रहे थे और वो अपने आप से बुदबुदा रही थी, "क्यों…? आखिर क्यों सब ऐसे पेश आ रहे हैं जैसे मैंने किस का कुछ बिगाड़ा हैं."


समायरा दरवाजे के पास रुकी और उसने Vayola से कहा, "तुम यही पर आराम से इस पूल में एन्जॉय करो। "

इतना कहते ही वो सब वहां से चले गए। इससे पहले की Vayola कुछ समझ भी पाती उसने अपने आप को वहां एकदम अकेले पाया। उससे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था की उसे अब क्या करना चाहिए।

Vayola बहुत घबरा गयी थी और उसके दोनों आँखों से आँसू बहने लगे । उसने जोर से चिल्लाकर कहा, "तुम लोग ये क्या कर रहे हो ? मुझे मेरे कपड़े वापस करो।"

लेकिन उसके जवाब में उसे बस दरवाजे के बंद होने की आवाज सुनाई दी। Vayola को अब डर लगने लगा था वो बहुत परेशान हो गयी थी। उसकी दोनों आखे लाल हो गयी थी और फिर उसमे से आँशु बहने लगे थे। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की उसे अब क्या करना चाहिए।

समायरा बाहर आयी और उसने अपने हाथ में पकड़े कपड़े को देखा फिर उसे पास ही रखे एक डस्ट बीन में डाल दिया। वो सोचने लगी, "कितनी बेशर्म लड़की है। तुम बिलकुल भी विशाल के लायक नहीं हो, वो सिर्फ मेरा हैं"

"अब तो गोयल फैमिली भी पूरी तरह से बर्बाद हो गयी हैं और तुम्हारी मदद करने के लिए कोई नहीं आएगा। तुम अब एकदम अकेली हो इसलिए मुझे तुम्हे टॉर्चर करने के लिए बहुत से मौके मीलेंगे।"

यह सब सोचते ही उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी। और तभी वहां लिनीमा आ गयी उसके हाथ में कुछ स्वविमिंग ड्रेस भी थे। लिलिमा ने पूछा, "समायरा तुम सब यहां क्या कर रही हो ? और Vayola कहा हैं ?"

लिनीमा को अचानक वहाँ देखकर समायरा और उसके दोस्त हैरान हो गए थे । वो सब सोचने लगे की अब उन्हें क्या जवाब देना चाहिए तभी समायरा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, " तुम आ गयी ! Vayola को कोई अर्जेंट काम आ गया था इसलिए वो यहां से चली गयी।"


समायरा के जवाब से लिनीमा थोड़ी कंफ्यूज हो गयी थी और वो सोचने लगी, "ऐसा तो कभी नहीं होता हैं की बिना बताये कही चली जाये। "

लिनीमा को सोचते देख कर समायरा समझ गयी थी की उसके मन में क्या चल रहा था वो थोड़ा रुकी फिर उसने आगे कहा, "शायद वो कुछ ज्यादा ही जल्दी में थी इसलिए वो तुम्हे नहीं बता पायी। "


लिनीमा ने कहा, "रुको मैं एक बार Vayola को कॉल कर लेती हूँ।"

समायरा, लिनीमा को कॉल करने से रोकना चाहती थी क्युकी उसे अच्छी तरह से पता था की अगर लिनीमा ने Vayola को कॉल किया तो उसके प्लान पर पानी फिर जाता इसलिए वो सोचने लगी फिर उसने आगे कहा, "लिनीमा देखो अब लंच करने का समय हो गया हैं और हम सबको बहुत भूख भी लगी हैं। चलो कुछ खाने के लिए बाहर चलते हैं।"


ये कहते ही उसने अपने दोस्तों को इशारा किया और सब समझ गए थे इसलिए वो सब भी उसका साथ देने लगे थे।

"हां चलो जल्दी चलते हैं। "

"मुझे बहुत भूख लगी हैं।"

उन सब की बातें सुनने के बाद लिनीमा ने आगे कुछ नहीं कहा और वो उनके साथ ही वहां से चली गयी।


*****

Vayola को पूल के अंदर लगभग 1 घंटा हो चूका था पूल का पानी भी काफी ठंडा था। उसकी पूरी बॉडी ठंडी हो गयी थी और वो कांपने लगी थी। उसके हथेलियां सिकुड़ गयी थी। उसकी आखें रोने और गुस्से के कारण पहले से भी ज्यादा लाल हो चुकी थी। उसे कुछ भी फील नहीं हो रहा था। उसे लगने लगा था की वो अब बेहोश हो जाएगी।

Vayola ने अपने आप को शांत करने के लिए अपनी आखें बंद कर ली और वो सोचने लगी की अब क्या करना चाहिए । वो अपने आस पास देखने लगी। जब वो पूरी तरह से SURE हो गयी की वहां उसके आलावा और कोई भी नहीं था तब वो धीरे धीरे पूल से बाहर आने लगी। जैसे ही वो बाहर आयी उसे याद आया की उसने OIL निकालते समय वहां एक टॉवेल देखा था। Vayola ने वो टॉवेल लिया और अपने ऊपर लपेट लिया वो टॉवेल ज्यादा बड़ी तो नहीं थी लेकिन उससे उसकी बॉडी कवर हो गयी थी।


Vayola सोचने लगी, "अब मैं और क्या करू? क्या मुझे ऐसे ही बाहर जाना चाहिए? लेकिन मेरे पास इसके आलावा और कोई रास्ता भी तो नहीं हैं। मैं बाहर निकल कर देखती हूँ शायद कोई वेटरेस मिल जाये जिनसे मैं हेल्प ले सकती हूँ।"

ये सोच कर वो वहां से बाहर आयी वो थोड़ी दूर चली ही थी की उसकी नज़र किसी पर पड़ी जिसे देखते ही वो हैरान हो गयी। और गुस्से से उसकी छोटी सी नाक लाल हो गयी. 

 

आखिर कौन था वो शख्स जिसे देखकर Vayola इतना हैरान हो गयी?  

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