Luna और Orion का सपना अब पूरा होने जा रहा था। दोनों ने देखा वक्त काफ़ी हो गया है, luna ने सामने से कहा,

Luna: (be mann se) : “Orion अब मुझे चलना चाहिए.... काफ़ी देर हो गई है...मुझे नहीं लगता कि अब और ज़्यादा देर तक मुझे यहां रहना चाहिए....”

Luna इतना कह कर, portal खोलने की कोशिश में लग गई, मगर तभी Orion ने उसे समझाते हुए कहा, "luna.... जाने से पहले तुम मेरी एक बात सुन लो..." Luna ने देखा, Orion काफ़ी serious दिखाई दे रहा है। अचानक से orion का serious होना, luna को कारण समझ नहीं आया। Orion ने luna को समझाते हुए कहा,

Orion (samjhaate huye) : “मुझे लगता है कि तुम्हें इन सब के बारे में अपने घर पर बता देना चाहिए.... क्योंकी अब वक्त आ गया है... दोनों दुनियाओं के लोगों को पता चले कि हमने वो कर दिखाया है, जो कभी इतिहास में नहीं हुआ है।”

Luna Orion की बातें सुन हैरान थी। उसके मन में रह रह कर, अपने बाबा का चेहरा आने लगा। Luna की परेशानी समझते हुए, Orion ने उसे समझाते हुए कहा,

Orion: “luna... इस बार सबको तुम्हारी बातों पर यकीन करना ही होगा क्योंकि तुम्हारे पास मेरा बनाया हुआ device है, इसलिए मैं तुम्हें बता रहा हूं कि सबसे पहले तुम अपने बाबा को बताओ...”

धूमकेतू का ख्याल आते ही, luna को उनके गुस्से वाला चेहरा दिखाई देने लगा। Luna को इस तरह से सहमता देख, Orion ने luna का हाथ पकड़ते हुए कहा, "मैं तुम्हारे साथ हूं luna.... अगर तुमने मेरी मदद नहीं की होती तो आज ये device नहीं बन पाता।" Luna ने जैसे ही ये सुना, उसकी आंखों से आंसु छलक पड़े। Luna को आज पहली बार किसी ने इतना ख़ास समझा था, नहीं तो उसे Arcadia में हर कोई यही कह कर ताना देता था कि Luna एक छोटी जादूगरनी है और कभी भी अपनी ज़िंदगी में कुछ बड़ा नहीं कर पाएगी। Luna का मन हो रहा था कि वो Orion के गले लग जाए मगर उसने कुछ सोच कर ख़ुद को रोक लिया। थोड़ी ही देर में दोनों दुनियाओं का portal खुल गया। Luna portal के अंदर जा ही रही थी कि अचानक से Orion ने उसे रोकते हुए कहा, "luna शायद तुम कुछ भूल रही हो?" Luna हैरान होकर सोचने लगी कि आख़िर ऐसा क्या है? तभी Orion ने Luna को उसकी अमानत क्रीना देते हुए कहा, "ये तुम्हारी है... इसे अपने साथ रखो luna...." थोड़ी ही देर में दोनों portals ने luna और Orion को अपने अंदर खींच लिया।

Orion और Luna अपने-अपने परिवारों और करीबी लोगों को समझाने के लिए तैयार थे। मगर ये सब इतना आसान नहीं होने वाला था, Luna और Orion के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी, अपनी-अपनी दुनिया को समझाना कि emotions और practicality दोनों की ज़रूरत है। UNITY उनका सबसे बड़ा सहारा था।" Luna जैसे ही Arcadia में portal से बाहर आई, उसके चेहरे पर खुशी और excitement दोनों ही थे।  

Luna (excited) : "सबसे पहले बाबा से जाकर बात करूंगी और फिर उनके साथ elders के पास जाऊंगी... वो मेरी बात ज़रूर समझेंगे..."

कहते हुए luna ने portal को एक नज़र देखा, और जैसे ही घर जाने के लिए मुड़ी, उसने अपने सामने जो देखा, उसे देख luna के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। सामने बरगद के पेड़ के पास, चारों elders और luna के बाबा धूमकेतू खड़े थे, जो गुस्से से luna को ही घूरे जा रहे थे। "बा...बाबा...बाबा आप...seniors के साथ यहां...." Luna ने घबराते हुए कहा, उसके हाथ पांव सुन्न पड़ गए थे। धूमकेतू ने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा, "मुझे तुम्हें अपनी बेटी कहने में शर्म आ रही है...तुमने एक बार भी अपने बाबा की इज़्ज़त के बारे में नहीं सोचा luna..." "मगर बाबा आप मेरी..." Luna कह ही रही थी कि अचानक से धूमकेतू ने उसकी बात काटते हुए कहा, "मत कह मुझे बाबा.... आज का दिन मेरे लिए सबसे बेकार दिन है...मुझे ऐसा लग रहा है कि ये सब देखने से अच्छा था कि मुझे मौत..."

"नहीं बाबा... आप एक बार मेरी बात सुन लीजिए...." इतना कह कर luna ने marko और बाकि elders की तरफ़ देखा, जो एक मुस्कान लिए खड़े थे।  Luna समझ गई थी कि सारे elders ने ही उसके बाबा को भड़काया है। Luna अभी कुछ कहने ही वाली थी कि वहां पर तारा भागती हुई आई, उसने जैसे ही सभी को वहां देखा, वो समझ गई कि बात बिगड़ चुकी है। धूमकेतु ने तारा को देखते हुए कहा, "तारा मैंने तुम्हें हमेशा अपनी दूसरी बेटी माना है.... क्या तुम इस लड़की को नहीं समझा सकती थी..." Luna जो चुप चाप खड़ी थी, वो कहने ही वाली थी कि elders ने उसे फिर से चुप करा दिया है। तारा को समझ आ गया कि ये वक्त चुप रहने का नहीं है।

उसने luna का साथ देते हुए कहा,

Tara: “चाचा जी... मैं मानती हूं कि luna ने जो किया सही नहीं है....मगर क्या आप जानते हैं, उसका इन सब के पीछे मक़सद क्या था...क्यों वो इतने दिनों से परेशान होकर ये सब कुछ कर रही है।”

आज पहली बार तारा सबके सामने बेबाकी से बोल रही थी। धूमकेतु तारा को काफ़ी मानते थे, तारा की बात सुनने के बाद उन्हें लगा कि एक बार luna की बात सुन लेनी चाहिए।  उन्होंने luna से कहा, "ठीक है luna.... घर जाकर हम बात करते हैं।" ये सुनते ही तारा और luna को जहां खुशी हुई तो वहीं दूसरी तरफ़ चारों elders की उम्मीद टूट गई। वो धूमकेतू को यहां लेकर इसलिए आए थे ताकी धूमकेतू अपनी बेटी को सख़्त सजा दे मगर यहां उनका पासा उल्टा पड़ने लगा था। Yensen ने धूमकेतू से कहा, "ये सरासर गलत है धूमकेतू जी... आपको भी पता है आपकी बेटी जो कर रही है.... उससे हमारी दुनिया खतरे में पड़..." "मैं सभी seniors से यही कहूंगा कि एक बार मुझे luna से बात करने दीजिए... अगर उसके बाद वो गलत साबित हुई...सबसे पहले मैं ही उसकी सारी जादूई शक्तियां छिनूंगा...." कहते हुए धूमकेतू luna और तारा को लेकर घर की ओर जाने लगे।

आधे घंटे के अंदर luna घर के living hall में अपने बाबा के सामने खड़ी थी। उसके पीछे तारा भी थी। धूमकेतू ने जैसे ही अपनी कुर्सी पर बैठते हुए luna को कहने का आदेश दिया, luna एक गहरी सांस लेने के बाद, सब कुछ कहने लगी, portal के खुलने से लेकर पृथ्वी पर जाने तक की, सारी बातें बता लेने के बाद, धूमकेतू ने उसे घूरते हुए पूछा, "और इससे क्या फ़ायदा होगा..."

Luna (himmmat dikhaate huye) : "बाबा हम जादू से हर चीज़ नहीं सुलझा सकते। कुछ समस्याओं को तर्क से भी हल करना पड़ता है और ये हमारी दुनिया को और आगे ले सकता है..."

उसकी बात सुन, धूमकेतू ने चौंक कर कहा, "luna तुम जानती हो ना, हमारी दुनिया हमेशा भावनाओं से चलती है, तर्क की हमें क्या ज़रूरत?" Luna इसका जवाब सोच ही रही थी कि तभी पीछे से तारा ने उसकी मदद करते हुए कहा, "शायद तर्क और जादू मिलकर हमारी दुनिया को और बेहतर बना सकते हैं।"

अगले ही पल luna ने अपनी बात समझाते हुए कहा, "बाबा जैसे उदाहरण के तौर पर देखें तो Arcadia में कई जादुगर ऐसे हैं, जो अपनी जादू का गलत इस्तेमाल करते हैं...कई सारे बच्चे हैं... जिनको हमने कुछ गलत काम करते पाया है...मगर Arcadia के नियम के अनुसार उनके लिए कोई सजा नहीं है.... हम हर बार उन्हें चेतावनी देकर छोड़ देते हैं.... जिससे उनके मन में ये बात बैठ गई है कि वो चाहे कुछ भी कर लें...जब तक वो 18 साल से नीचे हैं, उन्हें कोई सख़्त सजा नहीं दी जाएगी..."

इतना कहने के बाद, luna ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा,

Luna (gehri saans lete huye) : “और इसी का परिणाम है बाबा कि Arcadia के पूर्वी भाग में, लड़कियों के साथ आए दिन कुछ ना कुछ गलत हो रहा है।”

Luna की पुरी बात सुनने के बाद, उसके बाबा सोच में पड़ गए, अगले ही पल तारा ने कहा,

Tara: “Arcadia के जादू और यहां की खूबसूरती के बारे में हर कोई बात करता है... मगर यहां जो परेशानियां है उसके बारे में कोई कुछ नहीं कहता...सब सोचते हैं कि emotions से बात बन जाएगी... मगर ऐसा नहीं है चाचा जी...”

दोनों की बातें सुनने के बाद धूमकेतु ने दरवाज़े के पास खड़ी अपनी पत्नी को देखा। इधर दूसरी तरफ़ Technotopia में, Orion अपने दोस्त Nova के साथ बैठ कर emotions के बारे में बात कर रहा था।

Orion ने अपनी बात समझाई,

Orion (samjhaate huye) : "हमने हमेशा तर्क को ही सब कुछ माना है, लेकिन emotions भी एक समाधान हो सकता है Nova."

Nova : “हां पहले मुझे भी तेरी ये theory बकवास लगती थी मगर इसको deep study करने के बाद मुझे भी समझ आ रहा है कि Technotopia में अगर लोग emotions को समझ लें, तो उनकी ज़िंदगी में एक नया बदलाव आएगा।”

अपने दोस्त की बात सुनने के बाद Orion वहां से उठा और Digital projector room में चला गया। उसने थोड़ी ही देर में अपने सभी assistants के साथ एक meeting को arrange किया, सारे लोग घर ही रह कर, उस gadget के ज़रिए एक साथ meeting hall में बैठे हुए थे। Orion ने इस meeting में council को नहीं बुलाया था।

सभी ने जैसे ही इतने दिनों बाद, Orion को देखा वो चौंक गए। सब आपस में Orion को लेकर ही बात करने लगे।

तभी Orion ने सभी को शांत करते हुए कहा, "gentlemen... आप सब को मैं अभी जो बताने वाला हूं... उसे आप लोग ध्यान से सुनिएगा...."

इतना कहने के बाद, Orion अपनी research के बारे में सभी को बताने लगा। सारे लोग ये जानकर हैरान थे कि Orion ने एक नामुमकिन काम को कर दिखाया है।

तभी एक आदमी ने कहा, "लेकिन sir क्या emotions से काम लेना हमारी दुनिया को पीछे नहीं कर देगा...."

Orion (convincing) : “Good question... मैं आपको एक incidence बताता हूं...अभी कुछ दिन पहले ही park में एक छोटी लड़की के ऊपर tower का एक हिस्सा गिर गया था, लड़की का सिर फट गया था...अगले ही पल वहां पर robots nurses आई, और मैने देखा वो बड़ी ही बेरहमी से उस बच्ची को उठा रही थी...”

इतना कहने के बाद, Orion ने आगे बताना शुरु किया कि कैसे उसने robots nurses की programming change की और इसका क्या असर हुआ। Orion की बात सुन सारे लोग तालियां बजाने लगे। सारे लोग Orion के कहने का मतलब समझ चुके थे। इधर दूसरी तरफ़ Arcadia में luna के बाबा ने जादूई खिड़की निकाली, इसके बाद luna और तारा से कहा, "चलो मेरे साथ आओ..." दोनों को समझ नहीं आया कि आख़िर धूमकेतू उन्हें कहां ले जा रहे हैं। मगर उनके पास इस वक्त सवाल करने का समय नहीं था। दोनों जैसे ही खिड़की के उस पार गए, तो पता चला कि वो तीनों luna के ही एक दूर के चाचा के घर आ गए हैं। "बाबा हम यहां क्यूं आए हैं?" Luna ने हैरानी से पूछा, तभी धूमकेतू ने उस घर के मालिक को किनारे जाकर कुछ कहा, अगले ही पल उस वो आदमी अपने 15 साल के बेटे को लेकर आया, जो बिस्तर पर ही हमेशा पड़ा रहता था।

धूमकेतू ने उस लड़के को दिखाते हुए कहा, "ये देखो luna.... इनका बेटा कुछ महीने पहले जादू का अभ्यास करते करते पहाड़ से गिर गया था... जिसके बाद इसकी ऐसी हालत हुई कि इसके घर वाले इसे बाहर नहीं जाने देने लगे और देखते ही देखते अब इसका पूरा शरीर इस हालत में पहुंच गया है कि ये अपने दम पर चल फिर भी नहीं पाता है...."

इतना कहने के बाद, धूमकेतू ने luna को देखते हुए पूछा, "अब तुम अपने तर्क से बताओ कि आख़िर इस परेशानी का समाधान क्या है... क्या कहता है तुम्हारा तर्क?"

Luna और तारा ये सब सुन कर सोच में पड़ गए, उन्हें इस वक्त समझ नहीं आने लगा कि वो कहें तो कहें क्या?

तभी luna को उस device का ख्याल आया, जिसका नाम orion ने UNITY रखा था।

Luna दूसरे कमरे में जाकर, उस device की मदद से Orion से connect करने की कोशिश करने लगी। शुरू में तो बार बार signal हिल जा रहा था, जिसके बाद luna ने क्रीना से मदद मांगी, "क्रीना... मेरी मदद करो... मैं पहली बार इस device का इस्तेमाल कर रही हूं..."

क्रीना ने अगले ही पल Orion के AI Atlas के पास एक code भेजा, जिसके तुरंत बाद उस device में Orion की आवाज़ आई, "luna क्या तुम मुझे सुन पा रही हो?"

अगले ही पल Luna ने पूरी बात Orion को बताई, Orion ने थोड़ा सोचने के बाद कहा, "हां इसका एक solution है... सुनो तुम्हें क्या कहना है..."

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क़रीब 10 मिनट बाद, luna कमरे से बाहर आई और उसने अपने बाबा से कहा,

Luna (samjhaate huye emotionally) : "बाबा अगर हम तर्क से देखें तो इस परेशानी का एक सबसे आसान समाधान ये है कि इस बच्चे को दोबारा से कोशिश करनी चाहिए... हां जानती हूं कि इसके घर वालों को डर है कि अगर ये दोबारा से बाहर जायेगा तो कहीं इसके साथ और बड़ा हादसा ना हो जाए...मगर हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि आज ये बच्चा छोटा है... इसके मां बाप इसकी देख रेख करने के लिए हैं... मगर कल जब ये बड़ा होगा तब क्या होगा...." “बाबा अगर शेरनी अपने बच्चे को शिकार पर नहीं भेजेगी और emotional होकर अपने साथ हमेशा रखेगी, उसका बच्चा कभी एक बहादुर शेर नहीं बन पाएगा और ना ही कभी शिकार कर पाएगा.... यहां भी हमें ऐसा ही practical होना पड़ेगा....”

Luna के चुप होते ही उस घर में सन्नाटा छा गया। तारा ने तभी अपनी बात कही, "और आप सब देख रहे हैं... इसी emotional attachment का नतीजा है कि ये बच्चा जहां थोड़ा घायल था, वहीं अब इसकी ऐसी हालत हो गई कि ये बिस्तर से उठ भी नहीं पा रहा..." दोनों लड़कियों ने अपनी अपनी बात सबके सामने रख दी थी।

धूमकेतू ने घर के मालिक को धन्यवाद कहा और फ़िर जादूई खिड़की से वापस अपने घर लौट आए। अब luna और तारा को इंतज़ार था तो धूमकेतू के जवाब का।

काफी देर तक चुप रहने के बाद Luna ने सामने से ही पूछा, "बाबा...आपको क्या लगता है... क्या हम इस बदलाव की शुरुआत कर सकते हैं।"

Luna की बात सुन, धूमकेतू ने आगे जो किया, उसे देख किसी को भी अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ।

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