ओरायन की आंखों में जुनून देख कर, नोवा सोच में पड़ गया था कि आख़िर ओरायन ऐसा क्या करने वाला है? उसे ये डर भी सता रहा था कि ओरायन इन सब चीज़ों में अपनी ज़िंदगी बर्बाद न कर ले। नोवा ने अपनी तरफ़ से पूछा,
नोवा: "भाई तू आखिर ये सब कैसे करेगा, क्या सोचा है तूने?"
ओरायन:"मैं क्रीना को और उसके इमोशन्स को कोडिंग के ज़रिए एक पैटर्न बना कर समझने की कोशिश करूंगा...और एक बार ऐसा हो गया उसके बाद मैं क्रीना की मदद से अपनी बनाई डिवाइस के जरिए आर्केडिया संपर्क करने की कोशिश करूंगा।"
ओरायन ने पूरा प्लान समझाया, इसके तुरंत बाद वो लैब में जाकर कोडिंग की मदद से ढेर सारे पैटर्न बनाने लगा। नोवा उसकी हालत देख, हैरान था। ओरायन अपने इस प्रोजेक्ट को कामयाब करने में इस तरह से लग गया था कि वो ना तो ठीक से सो रहा था और ना ही अपने दिमाग़ को आराम दे रहा था। उसकी दाढ़ी भी बढ़ गई थी, जिससे ओरायन का चेहरा पहचान में नहीं आने लगा था। अगले ही पल ओरायन ने कई सारे पैटर्न को पढ़ने के बाद, अपने ए.आई. सिस्टम एटलस से कहा, "अगर हम क्रीना को इमोशन्स के जरिए काम करने पर मजबूर कर सकते हैं, तो हम एक नया कनेक्शन बना सकते हैं।" "बॉस मगर इसमें काफ़ी चैलेंजेस आ सकते हैं.... और मैं आपको अभी से एक वार्निंग देना चाहता हूं कि अगर इसमें थोड़ी सी भी गलती होगी तो फिर काउंसिल को अपने आप पता चल जाएगा..." इतना कहने के बाद एटलस ने कुछ देर चुप रहने के बाद कहा, "लेकिन अगर इमोशन्स को सही तरीके से कोड में बदला जाए, तो फिर आप टेक्नोटोपिया के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले वैज्ञानिक होंगे।"
ओरायन ने जैसे ही ये सुना, उसके अंदर एक ऊर्जा आ गई, वो नेगेटिव बातों पर इस वक्त ध्यान नहीं देना चाहता था। ओरायन जैसे जैसे आगे बढ़ रहा था, उसकी उम्मीद बढ़ती जा रही थी। उसके दिमाग़ में तभी एकाएक ही ख्याल आया कि क्यों ना एटलस और क्रीना को एक साथ जोड़ दिया जाए और फिर आगे उस पर काम किया जाए।
क़रीब एक घंटे बाद, पूरी तैयारी कर के ओरायन ने क्रीना को समझाते हुए कहा, "तुम लूना की दुनिया से हो, और एटलस मेरी दुनिया का ए.आई. है। अगर तुम दोनों एक साथ आ जाओ, तो हम एक ऐसा डिवाइस बना सकते हैं जिससे लूना और मैं बात कर सकें, बिना पोर्टल को पार किए। अगले ही पल एटलस ने जवाब दिया, "बॉस मेरे पास टेक्नोटोपिया का सारा डेटा है, लेकिन क्रीना का जादुई कोड मेरे लिए नया है।" "यही तो हमें समझना होगा कि इमोशन्स और लॉजिक के मेल से कैसे होगा ये...." ओरायन ने मुस्कुरा कर कहा और फिर स्क्रीन पर काम करने लग गया। इधर दूसरी तरफ़ सुबह के 9 बजते ही नोवा ऑफिस जाने के लिए निकला, वो नहीं चाहता था कि वो घर पर रहे और फिर किसी को उस पर शक हो। नोवा जैसे ही घर से बाहर निकला, बाहर एक काउंसिल का आदमी अलग तरह के कपड़े पहनकर खड़ा था, वो कौन था, उसका मक़सद क्या था, ये नहीं पता था। नोवा को गए हुए काफ़ी देर हो चुकी थी। उस शख़्स ने अचानक से अपना स्मार्टफोन निकाला और किसी को मैसेज करने लगा, "नोवा जा चुका है.... मैं उसके घर रोबोट भेज रहा हूं.... जैसा कि आपको शक है कि हो ना हो ओरायन को नोवा ने अपने घर में छुपाया है, आज उसका पता चल जायेगा।" सामने से गो अहेड का मैसेज आया, इसके तुरंत बाद ही उस शख़्स ने सामने खड़े एक ह्यूमेनॉयड रोबोट को इशारा किया, जो पूरी तरह से इंसानों की तरह दिखाईं देता था। आम इंसान पहचान भी नहीं सकता था कि ये कोई रोबोट है। "अल्फा..... मैंने तुम्हारे अंदर प्रोग्रामिंग कर दी है...आई होप तुम मुझे निराश नहीं करोगे..." उस शख़्स ने कड़क आवाज़ में कहा और अगले ही पल उसके चेहरे पर एक ज़हरीली मुस्कान आ गई।
अल्फा, नोवा के घर की तरफ़ बढ़ने लगा। उसे जाते हुए देख कर, उस शख़्स ने मन में कहा, "ओरायन तुम मेरे प्रमोशन का कारण बनोगे।" इधर दूसरी तरफ़ घर के अंदर ओरायन इस बात से बेखबर था कि एक ह्यूमेनॉयड रोबोट उसके पास ही आ रहा है। ओरायन ने अपनी स्क्रीन पर एटलस को कनेक्ट किया और अगले ही पल क्रीना की मदद से बनाए हुए पैटर्न को एडजस्ट करने लगा। तभी अचानक से कमरे में लगी लाइट्स चालू बंद होने लगी, जहां जहां भी खुली तार फैली हुई थी, धुआं आने लगा। ओरायन ये सब देख कर बुरी तरह से घबरा गया। तभी क्रीना ने कहा, "मुझे इमोशन्स का इस्तेमाल करना आता है, लेकिन एटलस की गणनाओं को समझना मेरे लिए नया है... शायद इसलिए ये सब हो रहा है... ओरायन मैं क्या करूं?" ये सुनते ही ओरायन ने अपने ए.आई. एटलस से कहा, "बड्डी.... तुम दोनों अपनी अपनी भाषा में इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने की कोशिश करो... क्रीना की मदद करो एटलस..."
काफ़ी देर तक कोशिश करने के बाद, एटलस ने कहा, "हम इमोशन्स और गणनाओं को मिलाकर एक नया कोड बना सकते हैं।" "बड्डी याद रखो....हमें एक ऐसा कोड बनाना होगा, जो दोनों दुनियाओं के बीच लिंक स्थापित कर सके... नहीं तो हमारी मेहनत बेकार हो जायेगी.... तुम दोनों कोशिश करो..." ओरायन ने एक उम्मीद के साथ कहा, क्योंकि वो किसी भी हालत में नहीं चाह रहा था कि उसका ये प्रोजेक्ट फेल हो। ठीक उसी वक्त दरवाज़े पर दस्तक हुई। ओरायन, जो अपने प्रोजेक्ट में पूरी तरह से डूबा हुआ था चौक गया, और सोचने लगा कि आखिर कौन होगा?
उसने अगले ही पल अपने डिजिटल वॉच की स्क्रीन पर देखा, नोवा के घर के दरवाज़े के बाहर एक आदमी उसे खड़ा दिखाई पड़ा। ओरायन का ज्यादातर ध्यान इस वक्त सामने बड़ी स्क्रीन पर था, इसलिए वो समझ नहीं पाया कि दरवाज़े के बाहर खड़ा शख़्स असल में एक ह्यूमेनॉयड रोबोट है। "ये मुझे कोई आम आदमी लगता है... जाकर देखना होगा...हो सकता है कि नोवा से कुछ बात करने आया हो... वैसे भी ये घर उसी का है...." कहते हुए ओरायन दरवाज़े की ओर जाने लगा, मगर अंदर ही अंदर उसे अजीब लग रहा था। वो दरवाज़े के सामने खड़ा होकर दोबारा से सोचने लगा। ओरायन ने तभी अपना दिमाग़ लगाया और आवाज़ देकर पूछा, "यस!!.... कौन हैं आप, क्या काम है?" ओरायन की आवाज़ जैसे ही उस ह्यूमेनॉयड रोबोट के कानों में गई, उसने एक पल में ओरायन को पहचान लिया। उसके चेहरे पर जीत भरी मुस्कान आ गई। वहीं इधर दरवाजे के दूसरी तरफ़ ओरायन अब तक उस शख़्स के जवाब देने का इंतजार कर रहा था। ओरायन ने जब काफ़ी देर इंतजार किया तो उसे अजीब लगा। उसने अपनी वॉच की स्क्रीन पर फिर से दरवाजे के बाहर देखा, मगर तभी उसे एक झटका लगा, दरवाजे के बाहर कोई नहीं था। "कौन था वो.... कहां गया...." कहते हुए ओरायन दरवाज़ा खोलने जा ही रहा था कि अचानक से वो दरवाज़ा टूट कर गिर गया। ओरायन ने अपनी आंखों के सामने जो देखा, उसे देख उसकी रूह कांप उठी। उसके सामने वो रोबोट यानी अल्फा हाथ में डिजिटल केज लिए खड़ा था। ओरायन को समझते देर ना लगी कि आखिर वो है कौन? ओरायन को लगा कि उसके सामने कोई इंसान है इसलिए वो अब लड़ाई करने के लिए तैयार था।
"तूने ये दरवाज़ा तोड़ कर सही नहीं किया..." कहते हुए ओरायन पंच मारने के लिए दौड़ा ही था कि अचानक से अल्फा ने उसका हाथ पकड़ लिया और ओरायन को सामने दीवार की तरफ़ फेंक दिया। "ओरायन अब बस बहुत हुआ... तुम अब काउंसिल से छुप नहीं सकते... मैं तुम्हें घसीटते हुए काउंसिल के पास लेकर जाऊंगा...." कहते हुए अल्फा, ओरायन के पास गया और उसे गर्दन से पकड़ते हुए उठा लिया। ओरायन को सांस लेने में तकलीफ होने लगी।
उसे समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे? उसने अपने बचाव के लिए अल्फा की छाती पर किक मारा, मगर अल्फा की बॉडी लोहे की थी, जिस कारण ओरायन को चोट लगी।
ओरायन:"ये कोई इंसान नहीं है... हां इसके हार्ड शरीर से पता चल रहा है कि ये एक ह्यूमेनॉयड रोबोट है... इसका मतलब काउंसिल वाले मुझे ढूंढने के लिए इतने पागल हो गए कि उन्होंने मेरे आइडिया से बनाया ह्यूमेनॉयड रोबोट को मेरे पीछे लगा दिया..."
ओरायन ने गुस्से से कहा, क्योंकि ह्यूमेनॉयड रोबोट की जब टेस्टिंग चल रही थी, उस वक्त ओरायन ने ही अपना दिमाग़ लगाकर, इन रोबोट्स की प्रोग्रामिंग की थी। ओरायन को ह्यूमेनॉयड रोबोट घसीटते हुए कमरे से बाहर ले जा रहा था। ओरायन को जब समझ आ गया कि वो अब अल्फा का सामना नहीं कर पाएगा, उसने जल्दी जल्दी अपनी डिजिटल वॉच से एटलस को कनेक्ट किया। "बड्डी... इस पागल रोबोट के सिस्टम में जाओ और इसकी प्रोग्रामिंग चेंज करो...जल्दी... नहीं तो ये मुझे इसी तरह बाहर ले जायेगा..." ओरायन ने बड़ी मुश्किल से ऑर्डर देते हुए कहा। अगले ही पल एटलस अल्फा के सिस्टम में जा घुसा और फिर उसकी प्रोग्रामिंग चेंज करने लगा। तब तक अल्फा ओरायन को दरवाज़े के बाहर घसीटते हुए ले आया था। इस चक्कर में उसके सिर से हल्का खून निकलने लगा था। थोड़ी ही देर में, अचानक से अल्फा शांत हो गया और अपना हाथ ओरायन की गर्दन से हटा दिया। ओरायन ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "एक बार मेरा ये प्रोजेक्ट कामयाब हो जाए... उसके बाद मैं उस डेविड और बाकी काउंसिल मेंबर्स को बताऊंगा...." कहते हुए ओरायन खांसने लगा, उसकी हालत ख़राब हो चुकी थी।
"बॉस अब आगे क्या करना है...आपका प्रोजेक्ट तो रुक गया..." एटलस ने जैसे ही ये कहा, ओरायन के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उसने हड़बड़ाते हुए कहा, "क्या...बड्डी ये कैसे हुआ... मैंने तुमसे कहा था ना कि क्रीना को अपनी भाषा में यहां का लॉजिक समझाने की कोशिश करो..." "मैं वही कर रहा था...बॉस... मगर उसी बीच में आपने मुझे इधर कनेक्ट कर लिया... इसलिए आधा काम मुझे छोड़कर आना पड़ा...." एटलस ने पूरी बात बताई, जिसे सुनकर ओरायन ने अपना सिर पकड़ लिया। वो गुस्से में उठा और चिढ़ते हुए अल्फा को मारने लगा मगर आयरन बॉडी होने के कारण ओरायन को ही चोट लग गई।
"इसके कारण मेरा काम पूरा होते होते रह गया...." ओरायन ने पैर पटकते हुए कहा।
उसे इस तरह झल्लाता देख एटलस ने कहा, "बॉस... पहले आप ये तो जान लो कि इसे भेजा किसने था और किस मक़सद से?" ओरायन को एटलस का ये आइडिया अच्छा लगा। वो अल्फा की प्रोग्रामिंग में जाकर, कुछ छेड़छाड़ करने लगा। ओरायन के लिए बहुत ही आसान था क्योंकि शुरू में उसी ने सारे ह्यूमेनॉयड रोबोट की प्रोग्रामिंग की थी। थोड़ी ही देर में अल्फा तोते की तरह सारा सच उगलने लगा, सब कुछ जानने के बाद ओरायन के चेहरे पर एक कुटील मुस्कान आ गई।
ओरायन ने एटलस को ऑर्डर देते हुए कहा, "बड्डी... तुम फिर से इसके सिस्टम में जाओ और जैसा मैं कह रहा हूं, वैसा करो..." इधर दूसरी तरफ़ नोवा के घर बाहर काउंसिल का वो आदमी खड़ा यहां वहां टहल रहा था। वो जान रहा था कि वो इस तरह किसी के घर चोरी से नहीं जा सकता है, जिस तरह से अल्फा गया था।
"आखिर इस अल्फा को इतनी देर क्यों लग रही है.... कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं हुई होगी....मगर गड़बड़ नहीं होनी चाहिए... नोवा तो घर पर नहीं है।" वो शख़्स अपने आप से बात कर ही रहा था कि तभी उसे सामने से अल्फा आता हुआ दिखाई पड़ा। अल्फा ने आते ही नॉर्मल टोन में कहा, "नोवा के घर में कोई नहीं है... मैंने पूरे घर को स्कैन किया है..."
उस शख़्स को अल्फा की बात सुन हैरानी हुई, उसने दोबारा से कहा, "क्या तुम श्योर हो.... क्योंकि डेविड सर का कहना था कि ज़रूर ओरायन नोवा के यहां ही है..." "उन्हें शायद गलतफहमी हुई होगी...क्योंकि मैंने घर का एक एक कोना स्कैन करके देखा है..." अल्फा ने जवाब दिया, इसके बाद वो उड़ती कार में बैठ गया। उस शख्स का प्रमोशन का सपना टूट चुका था।
इधर दूसरी तरफ़ ओरायन अल्फा की मदद से कमरे के अंदर सब कुछ देख रहा था। ओरायन ने अल्फा की आंखों में लगे कैमरे को अपने सिस्टम से कनेक्ट कर लिया था।
ओरायन:"अब अल्फा की मदद से, मुझे पता चलता रहेगा कि आखिर डेविड और बाकी लोग मेरे खिलाफ़ क्या योजना कर रहे हैं...."
ओरायन:"क्या मैं इस काम को पूरा कर पाऊंगा? अगर मैं इमोशन्स को सही तरीके से नहीं समझ पाया, तो यह डिवाइस कभी काम नहीं करेगा!"
एटलस:"इमोशन्स को सही से एनालाइज करना आसान नहीं है, लेकिन क्रीना इसमें मदद कर रही है।"
ओरायन ने जैसे ही ये सुना, वो एकदम से खुश हो गया। ओरायन ने खुशी से कहा, "अगर ऐसा है तो फिर हम सही दिशा में जा रहे हैं!" "यह एक ब्रिज की तरह काम करेगा, जो दोनों दुनियाओं के बीच सिग्नल भेजेगा।" बहुत देर से शांत क्रीना ने कहा, जिसके बाद ओरायन की उम्मीद जाग उठी। ओरायन इस वक्त बहुत खुश नज़र आ रहा था। दोपहर से शाम हो गई थी मगर ओरायन भूखे प्यासे अभी तक अपने इस प्रोजेक्ट में लगा हुआ था।
ओरायन ने तभी कहा, "ये डिवाइस अब लगभग तैयार है, हमें सिर्फ इसे पूरी तरह से एक्टिवेट करना है।"
कहते हुए ओरायन ने एटलस और क्रीना को एक साथ फिर से कनेक्ट किया, अगले ही पल स्क्रीन की लाइट्स चालू बंद होने लगी। चारों तरफ़ का माहौल तनावपूर्ण हो गया। ओरायन के पास ये आखिरी मौका था। वो फिंगर क्रॉस करके डिवाइस को एक्टिवेट करने की कोशिश में लग गया। तभी अचानक से उस डिवाइस से एक हरी रोशनी निकली, जो पूरे कमरे में फैलने लगी। "एटलस ये क्या हो रहा है... ये किस तरह की रोशनी है...." ओरायन ने हैरानी से कहा। तभी एटलस ने सब कुछ एनालाइज करते हुए कहा, "बॉस सिग्नल स्थिर हो रहा है, हम लूना की दुनिया से संपर्क में आ रहे हैं...."
ये सुनते ही ओरायन की आंखें चमक उठी, उसने खुशी से कहा,
ओरायन: "लूना.... हमारा सपना पूरा होने जा रहा है...."
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