लूना ने जब देखा, ओरायन की नज़र उसके जादूई लॉकेट पर है तो उसके मन में सवाल उठने लगा। ओरायन ने उससे पूछा कि यह चमकदार चीज़ क्या है? लूना ने उसे बताया कि यह एक जादुई लॉकेट है जिससे भेस बदला जा सकता है, जिसके जवाब में ओरायन ने कहा,

ओरायन: "इस वक्त तुम्हारा ये जादुई लॉकेट ही तुम्हारी मदद कर सकता है..."

लूना:"और तुम... तुम क्या करोगे.... और सबसे बड़ा सवाल है कि हम जाएंगे कहां?"

लूना ने हैरानी से पूछा। ओरायन के चेहरे पर मुस्कान आ गई थी। लूना को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ओरायन के दिमाग में क्या चल रहा है। तभी ओरायन ने लूना को शांत रहने का इशारा किया और अगले ही पल अपने ए.आई. एटलस को उस स्क्रीन को दोबारा प्रस्तुत करने को कहा, जहां से वो आया था। एटलस ने सामने स्क्रीन प्रस्तुत किया, ओरायन अब स्क्रीन पर गणना करने लगा। लूना को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, उसने हैरानी से पूछा,

लूना:"ओरायन तुम ये क्या कर रहे हो?"

ओरायन:"मैं उस पोर्टल को दोबारा खोलने की कोशिश कर रहा हूं... मैं तुम्हें अपनी दुनिया टेक्नोटोपिया ले जा रहा हूं...."

ओरायन ने जैसे ही ये कहा, लूना के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उसने हड़बड़ाते हुए कहा,

लूना:"लेकिन... इस तरह से मैं तुम्हारी दुनिया.... ओरायन तुम समझ नहीं रहे हो..."

ओरायन:"लूना.... इस वक्त हमारा यहां पर ज्यादा देर तक रहना ठीक नहीं है... और चिंता मत करो, टेक्नोटोपिया में मैं तुम्हारे साथ रहूंगा...."

इतना कहने के बाद ओरायन कोड्स को सेट करने लगा स्क्रीन पर। लूना का दिल हर बीतते सेकंड के साथ तेज़ हो रहा था। वो मन ही मन यही सोच रही थी कि टेक्नोटोपिया में वो कैसे रहेगी, अगर उसे किसी ने पहचान लिया तो क्या होगा, मगर तभी लूना को ख्याल आया कि वो इस वक्त ना तो इस बीच की दुनिया में रह सकती है और ना ही आर्केडिया वापस जा सकती है।

थोड़ी ही देर में लूना की आंखों के सामने स्क्रीन पर धीरे-धीरे वो पोर्टल खुलने लगा। ओरायन ने लूना से कहा,

ओरायन:"लूना जल्दी से तुम हमारे लोगों की तरह रूप ले लो.... थोड़ी देर पहले मैंने तुम्हें टेक्नोटोपिया के लोगों की इमेज दिखाई थी... उन्हें याद करो और अपना रूप बदल लो.. जल्दी... ये पोर्टल खुल रहा है।"

लूना झट से क्रोनोस का दिया जादूई लॉकेट हाथ में लेकर, अपना रूप बदलने लगी। थोड़ी ही देर में उसने अपना पूरा रूप बदल लिया, उसके कपड़े मॉडर्न हो गए थे। ऊपर से लूना की बॉडी पर एक एडवांस जैकेट आ गया था, जिसके अंदर कई सारे फंक्शंस थे। लूना ने देखा, उसके पैरों में लॉन्ग बूट आ गया है, जिसमें कई तरह के बटन लगे हुए थे। वो उन बटन को देख ही रही थी कि उसने देखा ओरायन पेड़ से कुछ फल तोड़ रहा है। "ये तुम क्या कर रहे हो ओरायन?" लूना ने हैरानी से पूछा, जिसके जवाब में ओरायन ने मुस्कुरा कर कहा,

ओरायन:"इतने मीठे फल वहां नहीं मिलते... मैं वहां नोवा को टेस्ट कराऊंगा..."

कहते हुए ओरायन ने अपने बेल्ट में लगे एक बटन को दबाया, उसके तुरंत बाद एक डिजिटल बॉक्स खुल गया, ओरायन ने उन फलों को उसी में रखा और लूना का हाथ पकड़ कर पोर्टल के सामने खड़ा हो गया। पोर्टल से तेज़ रोशनी निकलने लगी थी, उसके अंदर का प्रेशर भी बढ़ने लगा था।

ओरायन ने लूना के चेहरे पर परेशानी के भाव देखे, वो कुछ कहता इससे पहले ही लूना ने कहा,

लूना:"हम तुम्हारी दुनिया तो जा रहे हैं... मगर क्या वहां के लोग तुम्हें कुछ नहीं कहेंगे, जो तुम्हारे पीछे पड़े थे..."

ओरायन:"काउंसिल के लोगों से कैसे बचना है... वो मैंने सोच लिया है..."

ओरायन ने बात ख़त्म ही की थी कि पोर्टल उन दोनों को अपनी तरफ खींचने लगा। लूना ने ओरायन का हाथ कस कर पकड़ लिया था, वो एक नई दुनिया में जाने के लिए तैयार थी। देखते ही देखते कुछ सेकंड्स के अंदर दोनों उस पोर्टल के अंदर समा गए। इधर दूसरी तरफ़ टेक्नोटोपिया के लॉजिक हेड क्वार्टर के पीछे अचानक से पोर्टल खुला। लूना और ओरायन अचानक से पोर्टल से बाहर आकर ज़मीन पर धड़ाम से गिरे।

ओरायन ने उठ कर चारों तरफ़ देखते हुए कहा,

ओरायन:"लूना हम टेक्नोटोपिया में हैं....वेलकम टू माय वर्ल्ड..."

लूना खुद को संभालते हुए उठी, उसे वो कपड़े बहुत टाइट लग रहे थे, मगर लूना चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी। उसने देखा वहां से पोर्टल गायब हो चुका है। ओरायन ने उस पोर्टल की स्क्रीन को अपने सिस्टम में कॉपी कर लिया था, जिस कारण वो कहीं से भी उस पोर्टल को खोल सकता था। लूना इस वक्त चारों तरफ़ हैरान नज़रों से टेक्नोटोपिया को देख रही थी। उसने तभी अपने आप को देखते हुए कहा,

लूना:"ओरायन तुमने मेरा रूप बदलवा तो दिया है... मगर क्या ये काम करेगा?"

ओरायन:"बिल्कुल करेगा, बस तुम ध्यान रखना कि यहाँ हर चीज़ लॉजिक और कैलकुलेशंस पर आधारित है। और मैं रहूंगा ना तुम्हारे साथ..."

कहते हुए ओरायन लूना को वहां से ले जाने लगा। लूना के लिए टेक्नोटोपिया एक सपने जैसी जगह थी। यहाँ हर चीज़ डिजिटल, आधुनिक और पूरी तरह से तर्कसंगत थी। लूना जैसे ही रोड पर आई, उसने देखा रोड की सतह पर सोलर पैनल लगे हुए हैं और गाड़ियां हवा में चल रही हैं। लूना का मुँह खुला का खुला रह गया था। ओरायन को उसकी हालत देख हंसी आ रही थी। लूना ने देखा, जहां भी उसकी नज़र जा रही थी, चारों तरफ सिर्फ़ बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स और टावर दिखाई दे रहे थे।

लूना:"यहां कहीं पर भी एक पेड़ तक नहीं है... यहां के लोग सांस कैसे लेते हैं..."

लूना ने चारों तरफ़ देखते हुए कहा। ओरायन को उसका सवाल सही लगा, वो लूना को थोड़ा आगे ले गया और उसे सामने बड़ा सा टावर दिखाते हुए कहा,

ओरायन:"उस टावर के अंदर ऑक्सीजन जेनरेट होता है... यहां तुम्हें पेड़ पौधे लैब में देखने को मिलेंगे..."

लूना को ये सब कुछ देख कर कहीं न कहीं घबराहट हो रही थी। उसके माथे से पसीना आने लगा था, उसका गला भी सूख रहा था। ओरायन ने देखा, लूना को पानी की ज़रूरत है, उसने झट से अपने बेल्ट में लगे बटन को दबाया, अगले ही पल डिजिटल बॉक्स ओपन हुआ। ओरायन ने बॉक्स से एक छोटा सा कैप्सूल निकाल कर लूना को देते हुए कहा,

ओरायन:"ये लो वॉटर कैप्सूल..... यहाँ पानी बहुत महंगा है... इसलिए हम सब खाने के वक्त ही पानी पीते हैं... और बाकी टाइम वॉटर कैप्सूल से प्यास बुझाते हैं।"

लूना ने अजीब नज़रों से देखते हुए उस वॉटर कैप्सूल को खाया। उसके निगलते ही लूना की प्यास तो बुझ गई मगर उसे संतोष नहीं हुआ। लूना की आंखों के सामने वो पल घूमने लगा, जब वो तारा के साथ नदी में पानी के साथ खेलती थी।

लूना:"वाकई ये दुनिया अजीब है...."

लूना ने बड़बड़ाते हुए कहा। इस वक्त ओरायन और लूना टेक्नोटोपिया के साउथ साइड थे, ताकि वो काउंसिल की नज़रों से बच कर रहे। ओरायन ने देखा, चलते चलते लूना काफ़ी थक गई है। उसने अगले ही पल एटलस से कहा,

ओरायन:"बडी.... मेरे कार के सिस्टम से कनेक्ट करो... और उसे यहाँ लेकर आओ।"

एटलस ने वैसा ही किया, लूना हैरान होकर देख रही थी। उसने अपने आस पास देखा, वहां के सारे लोग आपस में बात करने की बजाय एक दूसरे से इशारों में कुछ कह रहे थे। चारों तरफ़ भीड़-भाड़ थी, लेकिन लोगों की एक आवाज़ तक नहीं आ रही थी। लूना ने चौंकते हुए पूछा,

लूना:"ओरायन... ये लोग क्या कर रहे हैं?"

ओरायन:"ये अपने दिमाग की मदद से एक दुसरे से बात कर रहे हैं... इस वक्त हम साउथ साइड में हैं, इसलिए तुम्हें यहां ये देखने को मिल रहा है.... यहां के लोग मुँह से बहुत ही कम बात करते हैं।"

ओरायन ने समझाया, अगले ही पल ओरायन की कार उड़ते हुए वहां पर आ गई। ओरायन ने लूना को बैठने का इशारा किया, लूना कार को देख कर हैरान थी। लूना के बैठते ही, कार हवा में उड़ते हुए आगे बढ़ने लगी। ओरायन ने लूना से पूछा,

ओरायन:"तुम्हारी दुनिया में कार्स हैं या नहीं, वहां के लोग एक जगह से दूसरी जगह कैसे आते जाते हैं?"

लूना:"मैंने कहा ना.... वहां सब कुछ जादू से होता है....आर्केडिया में इस तरह की बड़ी बड़ी गाड़ियां तुम्हे देखने को नहीं मिलेंगी..."

लूना ने कार से चारों तरफ़ देखते हुए आगे पूछा, "ये सब कैसे काम करता है?" ओरायन ने मुस्कुराते हुए कहा,

ओरायन:"जैसा कि मैंने पहले भी बताया, ये सब लॉजिक और कैलकुलेशंस से चलता है। यहाँ भावनाओं का कोई मतलब नहीं है।"

लूना फ्लाइंग कार में बैठी ही थी कि अचानक से उसे अंदर से बेचैनी होने लगी, उसने घबराते हुए कहा, "ओरायन हम लोग पैदल ही चलते हैं... मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है..." ओरायन लूना की परेशानी समझ रहा था, उसने कार को नीचे उतारा। लूना जल्दी से नीचे उतरी और पैदल आगे बढ़ने लगी। वो टेक्नोटोपिया की डिजिटल और एडवांस दुनिया के बारे में सोचती हुई आगे बढ़ रही थी कि अचानक वो सामने से आ रही एक 14 साल की बच्ची से टकरा गई। इस टक्कर में लूना को कुछ नहीं हुआ मगर वो बच्ची औंधे मुँह गिर पड़ी, उसका घुटना छिल गया।

"मुझे माफ़ करना... ये मेरी गलती है.." कहते हुए लूना उस बच्ची का घुटना देखने लगी, जहां उसे चोट आई थी। लूना ने चोट को देखते हुए आगे कहा, "चिंता मत करो... मैं इसे अभी ठीक कर दूंगी..." कहते हुए लूना ने अपने जादू का इस्तेमाल करना चाहा, मगर तभी उसे एहसास हुआ कि उसका जादू काम नहीं कर रहा है।

"ये तुम्हारी दुनिया नहीं है लूना... यहां जादू काम और इमोशंस काम नहीं करते..." पीछे से ओरायन ने आते हुए कहा।

लूना ने देखा, उसकी आँखों के सामने बच्ची ने अपने डिजिटल बॉक्स से एक डॉक्टर स्प्रे निकाला और अपनी चोट पर लगा कर, अपने रास्ते जाने लगी। लूना हक्का बक्का होकर उस बच्ची को देख रही थी, वो यही सोच रही थी कि कहीं वो बच्ची अपने मन में लूना को भला बुरा तो नहीं कह रही होगी, मगर लूना ये भूल गई थी कि यहाँ के इंसानों के अंदर इमोशंस था ही नहीं।

क़रीब एक घंटे तक चलने के बाद, ओरायन ने लूना को फ्लाइंग साइकिल में बिठा लिया और उसे अपना पूरा शहर दिखाने लगा। लूना के लिए ये सब कुछ सपने जैसा था।

ओरायन ने सामने अपने ऑफिस की बिल्डिंग दिखाते हुए कहा,

ओरायन:"वो देखो लूना.... मैं वहीं काम करता हूं... सामने जो मिरर वाला विंडो दिख रहा है ना... वो मेरा लैब है... जहां मुझे पहली बार उस पोर्टल के होने का एहसास हुआ था।"

ओरायन एक-एक करके लूना को सब कुछ दिखाते हुए बता रहा था। मगर वो इस बात से अनजान था कि उसके बारे में काउंसिल को पता चलने वाला है। लूना ने पूरा शहर देखते हुए कहा,

लूना:"तुम्हारी दुनिया में कोई जादू नहीं है, पर ये सब किसी जादू से कम भी नहीं है।"

ओरायन:"यहाँ सिर्फ़ लॉजिक चलता है, और हमें यकीन है कि हर चीज़ को कैलकुलेशन में बदला जा सकता है और मैं इसी तरह से अपनी दुनिया में इमोशंस लाना चाहता हूं।"

ओरायन ने अपना गोल याद करते हुए कहा, उसे वो पल याद आ गया, जब उसने इस पर एक्सपेरिमेंट करना शुरू किया था। इधर दूसरी तरफ़ काउंसिल ऑफ लॉजिक के ऑफिस में, डेविड स्क्रीन पर बैठा कुछ काम कर रहा था कि अचानक से स्क्रीन पर रेड डॉट आने लगा और बीप..बीप साउंड आने लगी।

"बॉयज...कम हियर और इसे देखो...." कहते हुए डेविड ने स्क्रीन पर ध्यान से देखा। सारे लोग उस रेड डॉट को देख कर उसका मतलब समझने की कोशिश करने लगे। तभी एक शख्स ने कहा, "बॉस.... इस रेड डॉट का मतलब है कि ओरायन इसी शहर में है...वो वापस आ चुका है।"

ये सुनते ही डेविड के कान खड़े हो गए। उसकी मुट्ठियां भींच गई। डेविड ने अगले ही पल टेक्नोटोपिया के सिक्योरिटी सिस्टम को इस बारे में अपडेट किया, कुछ ही मिनट के अंदर सारे रोबोट गार्ड्स रेडी हो गए।

डेविड ने उनको देखते हुए कहा, "इस बार हमें चूकना नहीं है...सब लोग रेडी हो जाओ... वो ओरायन मुझे आधे घंटे के अंदर चाहिए..." इधर दूसरी तरफ़ लूना और ओरायन एक जगह रुके हुए थे, ओरायन लूना को अपनी दुनिया का खाना खिलाना चाहता था, वो सामने एक ऑटोमेटेड फूड मशीन के पास गया था। जिस तरह से एटीएम में पैसे निकलते थे, उसी तरह टेक्नोटोपिया में बाहरी फूड पैक होकर मशीनों के अंदर से निकलता था।

इधर लूना दूर से ये सब कुछ देख रही थी, तभी उसने देखा, सामने से एक औरत अपनी आँखों पर वी.आर. हेडसेट लगाए हुए आ रही है। लूना उसे बड़े ही गौर से देख रही थी। उसने देखा, उस औरत के जूते की लेस खुले हुए हैं।

लूना उसे कुछ कहने ही जा रही थी कि अचानक से उस औरत ने वी.आर. हेडसेट अपनी आँखों से हटाया और जूते में लगे बटन को दबाया, उसके जूते में व्हील्स बाहर आ गए और वो आगे बढ़ गई।

"ये बहुत ही अजीब दुनिया है... मेरा दम घुटने लगा है यहां तो..." लूना बड़बड़ा रही थी कि पीछे से ओरायन ने आकर कहा, "क्या हुआ... वो लेडी कुछ कह रही थी क्या तुमसे?"

लूना:"कहेगी तब न... जब यहां के लोगों में फीलिंग्स होगी.... सच में ओरायन तुम्हारी दुनिया बहुत अलग है। यहां कोई दिल की बात नहीं करता।"

ओरायन:"यही तो मैं बदलना चाहता हूँ। मुझे इमोशंस को यहां लाना है।"

इतना कहने के बाद, ओरायन ने लूना को पैकेज फूड दिया, जिसे वो लेकर आया था। लूना ने देखा, पैकेट में जो खाना था, उसका रंग फीका था। उसने जैसे ही पहला बाइट लिया, लूना का मुँह बन गया,

लूना:"छी!... ये तो कच्चा है... और ये है क्या?"

ओरायन:"ये यहां का सबसे ज़्यादा खाया जाने वाला खाना है... इसे खाने के बाद, लोग पूरा दिन एनर्जी से भरे हुए होते हैं... और हां एक बात याद रखना... यहां के लोग खाना टेस्ट के लिए नहीं खाते हैं..."

ओरायन लूना को बता ही रहा था कि अचानक से एटलस वॉर्निंग साइन देने लगा। एटलस ने आगे बताया, "बॉस!!....काउंसिल के गार्ड्स यहाँ पहुंचने वाले हैं..." ये सुनते ही ओरायन चौकन्ना हो गया। उसने लूना का हाथ पकड़ते हुए कहा, "हमें जल्दी यहां से निकलना होगा।" ओरायन लूना को लेकर वहां से भाग निकला, मगर थोड़ी ही देर में उसे रोबोट गार्ड्स की कारें दिखाई दी। ओरायन और लूना टावर के पीछे छिपते हुए, शहर के किनारे आ गए थे। मगर वो लोग यहां भी ज्यादा देर तक सेफ नहीं रह सकते थे। लूना पूरी तरह से डर गई थी, उसने पूछा,

लूना:"ओरायन अब क्या होगा...हम कहां जाएंगे?"

उसके इस सवाल पर ओरायन ने जवाब दिया,

ओरायन:"अब एक ही जगह है, जहां हम काउंसिल के लोगों से बच सकते हैं।"

लूना हैरानी से ओरायन को देखने लगी।

क्या होगा आगे? जानने के लिए सुनते रहिए 

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