रोहित और नेहा को कैंप से बाहर करने का ये फैसला अब सभी लोगो के लिए गॉसिप का हॉट टॉपिक बन चुका था। लगातार कैंप में मौजूद लोगो की फुसफुसाहट से नेहा अब परेशान हो चुकी थी। एक ओर नेहा को अब अपनी पुरानी ज़िन्दगी और मृत्युंजय की याद सता रही थी, वहीं दूसरी ओर लोगों की बातें सुन नेहा का चेहरा लाल होने लगा। रोहित से नेहा की ऐसी हालत देखी नहीं जा रही. वो तुरंत नेहा के पास जाकर उसे शांत कराने की कोशिश करने लगा.
मिस्टर मेहता अपना फैसला सुनाकर वहां से जा चुके थे, लेकिन लोगो की मौजूदगी ने नेहा और रोहित की टेंशन बढ़ा रखी है।
नैरेटर -बाहर का शोर सुन रोहित का रूममेट अर्जुन तुरंत अपने रूम से बाहर आ गया। कैंप में बढ़ रही हलचल देख वो थोड़ा टेंशन में आ गया और रोहित को ढूंढ़ने लगा। उसने रोहित और नेहा को एक साथ मिस्टर मेहता से बात करते हुए देखा। नेहा और रोहित की ये हालत उससे देखी न गई। वह तुरंत रोहित के पास गया... रोहित ने उसे कुछ इशारा किया और दोनों मुस्कुराने लग गए। नेहा ने रोहित और अर्जुन को देखा और सोच में पड़ गई।
नेहा(गुस्से में खुद से)- आखिर ये दोनों क्या बात कर रहे है। रोहित आखिर मुझे कुछ क्यों नहीं बताता ?
माहौल बेहद गंभीर था, और अचानक रोहित खड़े-खड़े ज़मीन पर गिर गया। मानो जैसे रोहित को अचानक ही चक्कर आ गए हों। रोहित का चेहरा नीला पड़ गया था। सब बेसब्र होकर रोहित की ओर बढ़ने लगे। नेहा ने रोहित को अपने गोद में लेटा लिया और गहरी टेंशन में पड़ गई। सब मदद के लिए चिल्लाने लगे।
मेडिकल काउंसलर कविता तुरंत पहुंची और रोहित का नीला पड़ता चेहरा देख समझ गई कि रोहित को किसी ज़हरीले कीड़े या सांप ने काटा है। कविता की बढ़ती चिंता देखकर नेहा ने काउंसलर को बताया कि जंगल में कल रात रोहित को एक ज़हरीले सांप ने काटा था। यह सुन कैंप में हलचल मच गई। नेहा ने यह भी बताया कि रोहित ने इस सांप के ज़हर को काटने के लिए किसी पौधे की पत्तियां खाई थीं, जिसके बाद रोहित नार्मल हो गया था। लेकिन रोहित की हालत देखकर सब स्ट्रेस में आ चुके थे।
यह खबर जैसे ही मिस्टर मेहता को लगी, वह तुरंत काउंसलर कविता से रोहित का हाल जानने पहुंचे। मिस्टर मेहता को इस वक्त रोहित की टेंशन ज़्यादा हो रही थी। एक ओर उनके दिमाग में बस यही चल रहा था कि कब और कैसे रोहित ठीक हो और इस कैंप को छोड़कर चला जाए। मेडिकल काउंसलर कविता ने मिस्टर मेहता को बताया कि रोहित ने किसी पौधे की पत्तियां वहां जंगल में खा ली थीं, इसलिए ज़हर का असर शरीर में ज़्यादा नहीं हुआ। थोड़ी देर में रोहित को होश आ जाएगा। यह सुनकर मिस्टर मेहता थोड़ा सुकून महसूस करने लगे।
थोड़ी देर में रोहित को होश आया। चेहरे से रोहित थोड़ा कमज़ोर लग रहा था। कैंप में मौजूद लोगों को रोहित की चिंता होने लगी थी। मिस्टर मेहता, रोहित से कहते है कि रोहित को इस वक़्त अपनी तबियत का ख्याल रखना ज़रूरी है। डॉक्टर्स की ओर देखते हुए मिस्टर मेहता ने उनसे रिक्वेस्ट किया कि वे रोहित की सेहत का खास ख्याल रखें। मैं आप दोनों को (नेहा और रोहित) आखिरी वॉर्निंग दे रहा हूं कि प्लीज़ ऐसी गलती दोबारा न करें। अगर ये हरकत दुबारा हुई तो मैं कुछ भी नहीं कर पाउंगा।
ये कहते ही मिस्टर मेहता वहां से चले जाते है। डॉक्टर्स रोहित को कुछ दवाइयां और इंजेक्शंस देते है और रोहित को कुछ देर आराम करने के लिए अकेला छोड़ देते है।
सबके जाने के बाद नेहा, रोहित के पास आकर रोहित का हाथ अपने हाथ में लिए बैठ गई। नेहा की आँखें नम थीं। वह इसी सोच में थी कि आखिर कब रोहित को होश आएगा और नेहा एक बार फिर से सुकून में रह पाएगी। इतनी देर में नेहा के कंधे पर किसी ने अपना हाथ रखा और सहलाते हुए कहा, "सब ठीक हो जाएगा।" नेहा ने जैसे ही मुड़कर देखा तो वह अर्जुन था। अर्जुन को वहाँ देख नेहा हैरान हो गई थी। इतनी देर में अचानक रोहित ने नेहा का हाथ कसकर पकड़ा और अपनी आँखें खोल ली।
रोहित: कैसी लगी मेरी एक्टिंग, देखा मैंने, हम दोनों को बचा लिया न?
रोहित और अर्जुन एक-दूसरे को देख मुस्कुराने लगे। नेहा समझ गई कि ये सारा प्लान अर्जुन और रोहित का ही था। नेहा को एहसास हुआ कि शायद अर्जुन ये बात जानता था कि रोहित आखिर जंगल में क्यों गया था। लेकिन नेहा ने ये सवाल नहीं किया। रोहित का जवाब सुनकर नेहा का गुस्सा बढ़ गया। वह रोहित पर गुस्से से चिल्लाने लगी। रोहित ने नेहा का हाथ पकड़ लिया, लेकिन नेहा का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
नेहा : (गुस्से में) "तुम्हें बस इतनी सी बात लग रही है? मेरी जान निकल गई थी, कि तुम्हें क्या हो गया?
इतना कहकर नेहा के आखों में आंसू आ गए। रोहित अभी कुछ कह ही पाता की इससे पहले नेहा अर्जुन की तरफ़ गुस्से से देखने लगी।
नेहा (गुस्से में): तुम्हारे साथ अर्जुन भी मिला हुआ था। है न ?
रोहित: (अर्जुन की ओर देखते फिर नेहा को देखते) "पर तुमने मेरे लिए कितनी हिम्मत दिखाई। मुझे लगा नहीं था तुम जंगल में मुझे ढूंढ़ने आ जाओगी। और हाँ अर्जुन जानता था, सब जानता था।
ये कहते ही नेहा ने अर्जुन की तरफ़ देखा और अर्जुन ने नज़रें फेर लीं। इस सब के बाद रोहित ने नेहा को जाकर आराम करने के लिए कहा। नेहा ने रोहित को प्यार भरी मुस्कान से देखा और वहां से जाने लगी। (SFX- walking steps) नेहा को जाता देख, रोहित का मन मानो बेचैन होने लगा। उसे डर था कि कहीं नेहा उसकी ज़िन्दगी से एक बार फिर न चली जाए। वो नेहा को रोकना चाहता था, लेकिन आखिर किस हक़ से रोकता। नेहा का मन भी रोहित की तरह बेचैन ही था, लेकिन अब उसे बस एक बात का सुकून था कि रोहित के साथ बिताए ये पल उसकी ज़िन्दगी के अब तक सबसे खूबसूरत पलों में से एक थे।
अपने कमरे में जाने से पहले नेहा एक बार बाहर गार्डन में गई, चाँद को एक टक देखने लगी। ये ज़िन्दगी नेहा को अब खूबसूरत लग रही थी। मृत्युंजय से जुड़ी सारी बातें मानो नेहा भूलने लग गई थी। कहीं न कहीं नेहा को एहसास था कि उसके दिल में रोहित के लिए ये फीलिंग्स नार्मल नहीं थीं, लेकिन मृत्युंजय के पास वापस जाने का ख्याल अब नेहा के मन में नहीं आ रहा था।
रात बीती, सुबह, चिड़ियों की चहचहाहट और किचन में बन रहे टेस्टी खाने की खुशबू के साथ हुई।
आज नेहा बेहतर महसूस कर रही थी। कल रात रोहित से की गई सारी बातें उसे याद आ रही थीं, जिससे पूरे वक्त उसके चेहरे पर एक मुस्कान थी। नेहा जैसे ही कैंप सेशंस अटेंड करने के लिए वहाँ पहुंची, उसकी आँखें पहले रोहित को देखना चाहती थीं। रोहित का हाल-चाल लेने नेहा तुरंत क्लिनिक पहुंची, लेकिन क्लिनिक में किसी को ना देख कर नेहा कंफ्यूज हो गई।
रोहित और कैम्प के बाकी मेम्बर्स को गायब देख नेहा सोचने लगी कि आखिर ये सारे लोग आज एक साथ कहां चले गए? सेशन शुरू होने में भी अभी दो घंटे का समय बाकी था। नेहा अकेले ही कैंप में इधर-उधर भटक रही थी, पर कहीं भी उसे रोहित नज़र नहीं आ रहा था। तभी नेहा को अर्जुन दिखा, अर्जुन उसे देख मुस्कुराने लगा और पूछा, 'रोहित को ढूंढ रही हो?'
अर्जुन नेहा को अपने साथ एक कमरे में ले गया। जैसे ही उन्होंने कमरे में एंटर किया तो उस कमरे में पूरा अंधेरा था। नेहा ने अर्जुन से सवाल करने शुरू किए कि तभी उस कमरे की लाइट्स ऑन हो गईं। आँखें मलती नेहा ने जैसे ही सामने देखा तो रोहित खड़ा था और पूरा कमरा चमक रहा था।
रोहित- सरप्राइज ! हैप्पी बर्थडे नेहा !
नेहा को ये सब सपने जैसा लग रहा था। मैडिटेशन कैंप आने के बाद नेहा भूल गई थी कि उसका बर्थडे भी नज़दीक ही था। नेहा को कोई उम्मीद नहीं थी कि उसका बर्थडे किसी को याद भी होगा, लेकिन रोहित ने नेहा को हैरान कर दिया था। अभी कुछ देर पहले ही रोहित मेडिकल रूम से डिस्चार्ज हुआ था, और अब उसने नेहा को इतना बड़ा सरप्राइज दे दिया। रोहित के चेहरे पर ख़ुशी तो थी पर चेहरे पर थकान साफ़ नज़र आ रही थी। नेहा को पता है कि रोहित कल बेहोशी का नाटक कर रहा था, पर उसके चेहरे पर छाई ये थकान साफ़ दिखा रही थी, कि रोहित पूरी तरह से ठीक नहीं है। अभी नेहा रोहित से कुछ कह ही पाती कि इतने में अर्जुन नेहा को बर्थडे विश करने के लिए आगे बढ़ा।
अर्जुन- विश यू अ वैरी हैप्पी बर्थडे नेहा !
अर्जुन की तरफ़ देख नेहा मुस्कुराने लगी। रोहित की तरफ़ देख नेहा ने कहा
नेहा(कहते कहते आवाज़ धीमे )- रोहित ये सब तुमने...
रोहित- तो और क्या मैडम...तुम्हे क्या लगा तुम्हारा बर्थडे भूल जाऊंगा ?
यह पल नेहा के दिल को छू गया। यहाँ नेहा रोहित की टेंशन ले रही थी और वही रोहित नेहा के लिए ये सरप्राइज प्लान करके बैठा था। रोहित ने नेहा को उसके बर्थडे का गिफ्ट दिया। जैसे ही नेहा ने गिफ्ट अनरैप किया और देखा कि अंदर एक डेलिकेट सिल्वर ब्रासलेट था, जिसमें एक छोटा सा स्टार बना हुआ था। नेहा को हमेशा से चमकती चीज़ों का शौक था, जो बात रोहित अच्छे से जानता था। कॉलेज के टाइम जब रोहित और नेहा दोस्त हुआ करते थे तब से नेहा को तारों और आसमान से बहुत प्यार था। नेहा अक्सर रोहित से कहा करती थी:
नेहा: तारे देख रहे हो रोहित? जब भी कभी लगे कि तुम अकेले हो तो ऊपर देख लेना। ये अनगिनत तारे तुम्हें कभी अकेला नहीं होने देंगे। ये हमेशा साए की तरह हर जगह जाएँगे जहाँ तुम जाओगे।
नेहा को रोहित से कही यह बात याद थी, और रोहित का यह गिफ्ट देना इस बात का प्रूफ था कि रोहित को वह कॉलेज वाली नेहा अब भी याद है।
नेहा (हलकी रोती हुई आवाज़ में ): "रोहित, थैंक यू।"
नेहा को ईमोशनल होता देख रोहित ने नेहा को गले लगा लिया। अर्जुन वहां खड़ा ये सब देख रहा था। इतनी देर में कैंप में मौजूद सभी लोग वहां पहुंच गए.
सारे लोग: "सरप्राइज़!"
उन दोनों ने मुड़कर देखा, और सामने कैंप के बाकी लोग खड़े थे, सबके चेहरे पर शरारत भरी मुस्कान थी और हाथों में गुब्बारे थे, जिन्हे अब तक उन लोगों ने छुपाया हुआ था। नेहा की आँखों में ख़ुशी के आँसू आ गए। नेहा ने बिल्कुल भी उम्मीद नहीं की थी कि घर से दूर इन अनजान लोगों के बीच नेहा इतना अपनापन महसूस करेगी।
नेहा और रोहित को इतने करीब देख सबके चेहरे पर एक मुस्कान थी, जिसे देखकर नेहा शर्मा गई। एक ओर नेहा और रोहित ब्लश कर रहे थे, तो वही अर्जुन अपनी मस्ती में था। वह हाथ में एक बड़ा गुब्बारा लेकर आगे आया और उसे फोड़ दिया।
नेहा को रोहित और अर्जुन की दोस्ती पर हैरानी हो रही थी। अर्जुन भी तो रोहित से इसी कैंप में मिला था, फिर इतनी कम समय में इतनी गहरी दोस्ती कैसे हो गई? क्या अर्जुन सच में रोहित से सिर्फ कैंप में मिला है या फिर ये दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते है? आखिर अर्जुन इतनी मदद क्यों कर रहा है? या फिर अर्जुन नेहा या रोहित से कुछ चाहता है?
जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
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