आधी रात का समय...मारिया अपने लैपटॉप में वह सारा डेटा चेक कर रही थी जो उसने करन के मोबाइल से अपने लैपटॉप पर ट्रांसफर किया था। मारिया हैरान थी यह देखकर कि चीफ की एक भी फोटो उसने नहीं खींची थी या फिर खींचकर डिलीट कर दिया होगा, यह चीफ बहुत पहुंची हुई चीज था…इसको सबके सामने लाने के लिए कुछ बढ़िया प्‍लानिंग करनी होगी।

मुझे मीरा से बात करनी होगी, उसे बताना होगा कि मैंने चीफ के एक बॉडीगार्ड को मार डाला है और अब चीफ के अगले बॉडीगार्ड का नंबर है, जब तक तीनों बॉडीगार्ड नहीं मर जाते तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगी, अब अगले को कैसे ठिकाने लगाना है यह तो चीफ का चौथा बॉडीगार्ड ही बता सकता है, हां चौथा और मेरा साथी....चीफ का खासमखास युग, उसी के कारण तो बेचारा करन कुत्‍ते की मौत मरा है। उसी ने तो मुझे जानकारी दी थी कि करन कब-कब और कहां कारें बदलने वाला है, उस बेवकूफ करन ने अनजाने में यह सारी जानकारी युग को दे दी थी, अफसोस कि वहां मकरंद और अभिजीत नहीं थे, वरना युग कभी भी ऐसी दगाबाजी करने की कोशिश नहीं करता। अब कम से कम कोई युग पर शक तो नहीं करेगा, करन की मौत पर चीफ केवल हाथ मलता रह जाएगा। 

‘’अरे हां, इस चीज का इंतजार तो युग कितने समय से कर रहा था, अब मुझे फोन कर के करन की मौत की खबर दे देनी चाहिए।‘’ 

मारिया ने युग को बधाई देने के लिए फोन लगाया, युग मरीन ड्राइव बीच की एक सुनसान जगह पर खड़ा था, वैसे कुछ लोग अभी भी घूम रहे थे पर जहां युग था वहां से करीब दस पंद्रह मीटर की दूरी पर कोई नहीं था। अभी कुछ देर पहले इशिका उसके साथ थी पर उसे वापस अपने घर भी जाना था तो वह बस पकड़कर निकल गई थी और युग को पता था कि आज मारिया क्‍या करने वाली है इसलिए वह मरीन ड्राइव बीच पर ही था, उसे मारिया से बात करने के लिए सुनसान जगह चाहिए थी। 

युग ने अपने फोन से सिम निकाली और एक दूसरा सिमकार्ड डालकर फोन एक्‍टिव कर दिया। कुछ सेकेंड के बाद ही मारिया का फोन आया, पर वह कोडवर्ड में बोल रही थी जैसे उनके बीच पहले से ही समझौता हुआ था, वैसे दोनों फोन पर कम ही बाते करते थे, क्‍योंकि चीफ की नजरों में आने का डर था, ज्‍यादातर किसी छोटी मोटी गली में या मार्केट में यूं ही टकराकर धीरे से सबसे नजरें बचाकर एक दूसरे को छोटा मोटा चिट दे देते थे, जिसे पढ़कर तुरंत जलाना होता था, या फिर ये दोनों अखबारों में किसी कोने में कोडवर्ड जैसी भाषा में एक दूसरे को जानकारियां देते थे, पर इतना सब होने के बाद युग आजतक चीफ की एक फोटो नहीं ले पाया था, पर अब जल्‍दी ही वह सफल होने वाला था, जैसे ही चीफ की फोटो मारिया तक पहुंचेगी, मारिया तुरंत मीरा को काम पर लगा देगी।

अब मारिया को क्‍या पता था कि मीरा आर्यन देशमुख के प्‍यार में धीरे-धीरे डूब रही है.?

मारिया की कोडवर्ड बातें सुनकर युग का पूरा शरीर झनझना उठा...वह करन की लाश की फोटो देखना चाहता था, पर मारिया ने कोडवर्ड में ही बताया कि कल सुबह अपनी आंखो से साक्षात उसकी लाश देख लेना, फोटो से कहीं ज्‍यादा रियल लगेगा। पर पहले तुम अपने चीफ की फोटो तो ले लो।  

युग की समझ में नहीं आ रहा था कि वह अपने चीफ की फोटो कैसे लेगा? पर अभी तो इंजॉय करने का समय था।

‘’ठीक है तुम फोन रखो, मैं देखता हूं कि मैं क्‍या कर सकता हूं?‘’ 

‘’एक बात मैं तुमसे पूछना चाहती हूं युग...‘’ मारिया ने कहा। 

‘’हां जल्‍दी बोलो मारिया‘’ युग ने अपने चारो ओर सावधानी से देखते हुए कहा। 

‘’जॉन को किसने मारा था?

ये सुनकर एक पल के लिए युग के कदम ठिठक गए। 

‘’यह सच है मारिया कि मैंने उसके ऊपर गोली चलाई थी पर वह उसे लगी नहीं थी, मैंने केवल डराने के लिए ऐसा किया था यह तो तुम भी जानती हो कि जॉन से मेरी कोई पर्सनल दुशमनी नहीं थी। उसका मरना मेरे लिए भी बहुत ज्‍यादा नुकसानदेह साबित हुआ, हम कम से कम पांच साल पीछे हो गए हैं, जिस चीफ की मौत का इंतजार मैंने इतने साल किया, उसके एक दुश्‍मन को जो मेरे दोस्‍त जैसा था उसे कैसे मार सकता हूं।‘’

‘’मरता हुआ आदमी झूठ नहीं बोलता है युग, करन को पता था कि वह मेरे हाथों मरने वाला है और मेरे तुम्‍हारे कनेक्‍शन के बारे में भी उसे कुछ नहीं पता है, फिर उसने तुम्‍हारा नाम क्‍यों लिया?‘’ 

‘’जॉन पर गोली चलाने वाला केवल मैं ही नहीं था मारिया...एक्‍चुली उसके शरीर को गोलियों से छलनी किया गया था, मेरी बंदूक की निकली गोली ने उसे छुआ तक नहीं था, उस लैब में चीफ के और भी शूटर थे उन्‍होंने ही गोली मारी थी, क्‍योंकि मैं उन बाउंसर का हेड था इसलिए नाम मेरे ऊपर आया मारिया।‘’ 

मारिया ने एक लम्‍बी गहरी और करूण सिसकारी भर दी। ‘’और उसे गटर में भी तुम्‍हीं ने फेका था, है ना?

‘’नहीं मारिया, जॉन को मारने के बाद चीफ का आर्डर आया था कि जॉन की डेड बॉडी को गटर में फेंक दिया जाए, यह मुझे ही करना था इसलिए जॉन को शूट करने के बाद सारे बाउंसर और शूटर वहां से चले गए थे। मैं जॉन की बॉडी को गटर की ओर ले जरूर गया था, सबको दिखाने के लिए, लेकिन डाला नहीं था, गटर से थोड़ी ही दूरी पर पीपल के एक पेड़ के नीचे मैंने जॉन के लिए कब्र खोदी थी, जितना मुझे पता था मैंने उसी हिसाब से उसकी डेड बॉडी के साथ एक छोटी बाइबिल रखकर उसे दफन कर दिया था। मुझ पर विश्‍वास करो, उसकी डेड बॉडी के साथ कोई दुर्गति नहीं हुई थी। अगर ईश्‍वर ने चाहा इस चीफ के मरने के बाद और उस लैब को तबाह करने के बाद तुम अगर वहां गई तो गटर के पास लगे एक पीपल के पेड़ के पास जरूर खुदाई करवाकर देखना, जॉन गहरी नींद में सोया हुआ मिलेगा।‘’ 

मारिया की आंखो से आंसू बहने लगे...आई एम सॉरी युग मैं तुम्‍हें कैसे धन्‍यवाद दूं।‘’

‘’इसमें धन्‍यवाद जैसी कोई बात नहीं है मीरा, मैं ज्‍यादा कुछ नहीं कर पाया।‘’ 

‘’तुमने बहुत कुछ किया है युग, जॉन को सम्‍मानजनक अंतिम विदाई दी है, मैं उसे आखिरी समय में देख नहीं पाई थी इसका मुझे हमेशा अफसोस रहेगा, पर तुमने मुझ पर बहुत बड़ा एहसान किया है।‘’ 

‘’अब तुम आराम करो मारिया, इधर कई दिनों से तुम बहुत भागमभाग कर रही हो…अपना ध्‍यान रखना, कल तो वैसे भी भूचाल आने वाला है, मेरी मानों तो तुम अभी इसी वक्‍त कंट्री के बाहर चली जाओ।‘ 

‘’नहीं युग, मैं भागूंगी नहीं, जो भी अंजाम होगा मैं भुगतने को तैयार हूं। 

 ‘’ठीक है जैसी तुम्‍हारी मरजी, हम बाद में बात करते हैं‘’ कहकर युग ने फोन रख दिया।  

लैपटॉप बंद कर के मारिया बेड पर लेट गई, दो तीन दिन उसके लिए बहुत ही थकाउ और जानलेवा थे, उसके हाथों दो दो मर्डर हुए थे, एक तो वह सुपारी किलर और दूसरा करन…सुपारी किलर को मारना कोई बहुत बड़ी बात नहीं थी पर करन को मारना एक बहुत बड़ा टास्‍क था। 

आगे क्‍या होगा यह सोचकर मारिया डर तो रही थी क्‍योंकि चीफ अब उसे भूखे भेड़िए की तरह ढूंढेगा….उसके पास इंटरनेशनल लेवल का न केवल कमांडो बल्‍कि डॉग भी हैं, उनके सूंघने की क्षमता पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता है,  कल सुबह ही चीफ को कमांडो करन की मौत की जानकारी होगी, उसके बाद क्‍या भूचाल आएगा….यह समझ से परे है, पूरे मुंबई शहर में अलर्ट जारी कर दिया जाएगा। क्‍या पता चीफ मुझे तक पहुंच ही जाए? मुझे जल्‍दी से जल्‍दी मीरा के पास पहुंचकर उसे सबकुछ बताना ही होगा, इससे पहले चीफ को मेरा और मीरा का कनेक्‍शन पता चले मुझे मीरा को सबकुछ बताकर उससे दूरी बनानी होगी। 

फिर मारिया ने अपने बैग में रखे जहर के एक छोटे से कैप्‍सूल को देखा, शायद इसके इस्‍तेमाल करने का समय आ गया था। यह जहर का कैप्‍सूल उसे जॉन ने दिया था, देते समय उसने कहा था कि ‘’अगर कभी ऐसा लगे अब तुम चीफ की पकड़ में आने वाली हो तो फिर यह खा लेना, तुम्‍हें चीफ की सारी यातना से मुक्‍ति मिल जाएगी। 

मारिया ने अभी तक युग को मीरा के बारे में नहीं बताया था कि इस खतरनाक खेल में उसने मीरा नाम की एक मासूम सी लड़की को भी घसीट लिया है जो कि कहीं ना कहीं से चीफ की काली दुनिया और पापों का शिकार हो गई थी। 

क्‍या मैं युग को बता दूं कि मीरा भी चीफ को ढूंढ रही है, पर वह किसी और मकसद से ढूंढ रही है....क्‍या युग मीरा और चीफ को एक दूसरे को मिलवाने में कुछ मदद कर सकता है, पर पहले मीरा को तो सबकुछ बता दूं।‘’ 

सोचकर मारिया ने आंखे बंद कर ली, आज की रात तो वह शायद चैन से सो जाए पर आने वाली और रातें बहुत ही भयावह और काली होने वाली थी। 

तभी मारिया ने एक फैसला लिया, ‘नहीं मैं मीरा के बारे में किसी को नहीं बताऊंगी...भले ही वह युग जैसा विश्‍वसनीय साथी ही क्‍यों ना हो? उसकी एक गर्लफ्रेंड है, उसका कोई भरोसा नहीं है अगर गलती से भी युग के मुंह से मीरा का नाम निकल आया तो सबकुछ गड़बड़ हो सकता है, जो जैसा चल रहा है चलने देना है।‘’ 

 

वहीं दूसरी तरफ नैना की आंखो से नींद कोसो दूर थी…उसके जेहन में कई सारे सवाल चल रहे थे, आखिर राघव की सारी फोटोज किसने और क्‍यों हटा दिए? फेसबुक प्रोफाइल भी सारी फोटोज गायब है, उसके किसी दोस्‍त के पास भी उसकी फोटो नहीं है और अमरीश ने अपने घर में भी देखा, मीरा का पूरा रूम चेक कर लिया था वहां भी कोई फोटो नहीं था, आखिर राघव की सारी फोटो ऐसे गायब कैसे हो सकते थे? क्‍या किसी ने जानबूझकर ऐसा किया है अगर हां तो क्‍यों? यह सब तो तब किया जाता है जब कोई किसी गुप्‍त मिशन पर निकलता है, राघव तो ऐसे किसी गुप्‍त मिशन पर तो नहीं निकला है।

नैना के दिमाग ने बड़ी ही तेजी के साथ काम करना शुरू कर दिया….कहीं राघव अपनी पूरी पहचान छिपाकर किसी सीक्रेट मिशन पर तो नहीं लग गया, वह तो अपना बिजनेस कर रहा था, अब उसका स्‍केच बनवाने के अलावा और कोई चारा नहीं रह गया था। 

कल से रमन की शादी की रस्‍म शुरू होने वाली थी, शादी के कार्ड में भी राघव का नाम नहीं लिखा था, ऐसा कैसे हो सकता है कि घर के बड़े बेटे का नाम ही नहीं लिखा गया हो, राघव ने कोई क्राइम तो किया नहीं था और ना ही इन लोगों ने राघव को घर से बाहर निकला था, किसी न किसी तरह से वह इन लोगों के कान्‍टेक्‍ट में तो होगा ही। 

समझ में नहीं आ रहा है कि क्‍या खेल चल रहा है, एक ओर चीफ की गोलियों से भरी बंदूक मेरा इंतजार कर रही है, दूसरी ओर मेरी लापरवाह मां है जिसे मेरे होने न होने से कोई मतलब ही नहीं है, उसके लिए मैं उसकी एक गलती हूं, मेरे कारण उसका सुंदर फिगर खराब हो गया था.…ऐसी कलयुगी मां किसी की भी नहीं होगी। अचानक नैना को अपनी मां से बेतहाशा घृणा होने लगी। 

पर चाहे कुछ भी हो जाए, राघव अपने भाई की शादी में जरूर आएगा, मुझे बस उसे उस घर में घुसते हुए पकड़ना है। एक बार अगर वह मेरी पकड़ में आ गया तो चीफ की जो तलवार मेरी गरदन पर लटकी हुई है वह हट जाएगी। वरना भरी जवानी में ही बेमौत मारी जाऊंगी।

 

राघव और मनोहर जहां थे वही रूक गए थे, झोपड़ी के चारों ओर सियारों का झुंड मंडरा रहा था। वे करीब तीस की संख्‍या में होंगे, मनोहर की छोटी सी पिस्‍टल में अब केवल चार गोलियां ही बची थी। इतनी गोलियों से सबको तो नहीं मारा जा सकता था, पर इन सियारों को आसानी से डराकर भगाया भी नहीं जा सकता था। 

जानवर आग से डरते हैं, राघव के पास पेपर और लाइटर तो था पर वह इन्‍हें डराने के लिए पर्याप्‍त नहीं था, राघव ने उस झोपड़ी के आसपास देखा....बहुत सारी सूखी पत्‍तियों का ढेर लगा था, अगर इन्‍हें जलाया जाता तो निश्‍चित ही सियार भाग खड़े होते, लेकिन झोपड़ी को भी आग पकड़ने का खतरा था और अंदर सुमेधा पड़ी थी। 

लेकिन इसके अलावा कोई चारा भी नहीं था। राघव ने आंखो के इशारे से मनोहर को लाइटर दिखाई और सूखी पत्‍तियों की ओर संकेत किया। मनोहर सब समझ गया और उसने राघव को यह कदम उठाने की सहमति दी। राघव ने फौरन लाइटर आन कर के पेपर में आग लगाकर सूखी पत्‍तियों की ओर फेंक दिया। आग लगते ही सुमेधा की भयानक चीख उस अंधेरे और सन्‍नाटे भरी रात में गूंज उठी।  

 

क्या राघव से पहले कोई और खतरा सुमेधा तक पहुँच चुका है? 

नैना कैसे पहुंचेगी राघव तक...क्या वो शादी में उसे पहचान पायेगी? 

मारिया मीरा और युग से सच छुपा कर सही कर रही है?

जानने के लिए पढ़ते रहिए… 'बहरूपिया मोहब्बत'!

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