एपिसोड – 23: रेबेका का बॉयफ्रेंड?
“द सनशाइन इंटरनेशनल स्कूल!” लक्ष्मण ने साइन बोर्ड पढ़ते हुए कहा, “यही वो स्कूल है पिताजी।”
“ये तो काफी बड़ा स्कूल है।” रामस्वरूप जी ने कहा, “यहां तो सैकड़ों स्टाफ ही होंगे।”
“यहां नोटिस बोर्ड पर कुछ लिखा।” लक्ष्मण ने कहा, ““आज बारिश की वजह से स्कूल बंद है।”
लक्ष्मण ने इसी के साथ गेट के सुराख से अंदर झांककर देखा। बच्चे नहीं हैं, लेकिन का स्टाफ पूरा है।”
“भयंकर बारिश भी सिर्फ बच्चों के लिए समस्या बन सकती है, इसलिए स्टाफ बुलाए गए हैं।” रामस्वरूप जी ने तंज करते हुए कहा, “जाने कब प्रशासन मेहनत करके कमाने वालों की इज्जत करेगा।”
“एक दिन स्कूल न आते तो इन्हें नौकरी से नहीं निकाल देता मैनेजमेंट।” लक्ष्मण ने अपने पिता का विरोध करते हुए कहा, “ये जानबूझकर अपनी जान जोखिम में डालते हैं।”
“जैसे हम दोनों ने डाला है?” रामस्वरूप जी ने पूछा, “मजबूरी में हम जान जोखिम में डालकर काम पर आते हैं बेटे! हमारी सैलरी पर छुट्टी का असर पड़ता है। मैनेजर से इस तरह की छुट्टियों का हिसाब मांगने कौन आता है जो तुम्हें मालूम होगा।”
“अच्छा ठीक है! अब अंदर चले?” लक्ष्मण ने पूछा, “गार्ड भी नहीं आया है शायद। इसको अपनी सैलरी की फिक्र नहीं है।”
लक्ष्मण ने अभी इतना कहा ही था कि गेट के अंदर से एक 35–36 साल की अधेड़ महिला उनके करीब आई। वो शायद स्कूल में टीचर थीं। उसके ब्राऊन साड़ी पहन रखी थी।
“एक्सक्यूज मी!” उस महिला ने कहा, “हाऊ कैन वी हेल्प यू।”
“वी!” लक्ष्मण कंफ्यूज होते हुए बोला, “और कौन आया है आपके साथ हमारी मदद करने।”
“एक्सक्यूज मी!” उस महिला ने फिर अपने शब्द दोहराए।
“हम यहां मिस रेबेका को ढूंढने हुए आए हैं।” रामस्वरूप जी ने कहा, “उनका आज सुबह अपने घर से बाहर निकलने के बाद कोई अता–पता नहीं है।”
“व्हाट! मिस रेबेका मिसिंग हैं!” इस महिला ने हैरान होते हुए कहा, “ये कैसे कब हुआ? क्या किसी ने पुलिस में कंप्लेन की?”
“जी, सबकुछ हो चुका है। हम मिस रेबेका के बारे में कुछ जानना चाहते हैं। क्या आप हमारा मैसेज स्कूल के प्रिंसिपल तक पहुंचा देंगी।” रामस्वरूप जी ने कहा।
उनकी बात सुनकर उस महिला ने गेट तुरंत खोल दिया।
“मेरे साथ आईए!” वो महिला उन्हें अपने साथ लेकर प्रिंसिपल ऑफिस की ओर जाने लगी।
“मेरा नाम मिसेज डायना है। मिस रेबेका हमारे ग्रुप की ही टीचर हैं।” उस महिला ने कहा, “हम अक्सर लंच एक साथ ही करते हैं।”
“आपके ग्रुप की, मतलब?” लक्ष्मण ने पूछा, “आप शायद गुट की बात कर रही हैं।”
“क्या आप भी किसी स्कूल के प्रिंसिपल हैं?” उस महिला ने पूछा।
“जी हां!” रामस्वरूप जी ने कहा, “ये हमारे बैंक के प्रिंसिपल हैं। दोस्तों के ग्रुप को गुट कहते हैं।”
रामस्वरूप जी की बात सुनकर वो महिला हंसने लगी।
वे तीनों प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर पहुंच चुके थे।
डायना ने रामस्वरूप जी और लक्ष्मण को ऑफिस के बाहर रोक दिया और खुद अंदर चली गई।
कुछ देर बाद वे वापस बाहर आ गई।
“प्लीज कम इन!” डायना ने कहा तो रामस्वरूप जी और लक्ष्मण ऑफिस के अंदर चले गए।
उधर मेल्विन और पीटर एक बार फिर रेबेका के बंगले के बाहर पहुंच गए थे। इस बार उनके साथ डॉक्टर ओझा भी थे।
“मेल्विन, तुम हमें यहां क्यों लेकर आए हो?” डॉक्टर ओझा ने पूछा, “तुम तो कह रहे थे कि रेबेका के माता-पिता पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट लिखवाने गए हैं।”
“हां। मैं उनसे नहीं, गेट पर खड़े गार्ड से मिलने आया हूं।” मेल्विन ने बताया।
उसने देखा, वहां अब कोई दूसरा गार्ड खड़ा था।
“आप भी यहां गार्ड है?” मेल्विन ने हैरान होते हुए पूछा, “अभी-अभी तो यहां कोई और खड़ा था।”
“जी शाब, यहां हम दो लोग तैनात रहते हैं।” उस नेपाली गार्ड ने कहा, “जब भी किशी एक को इमर्जेंशी आती है तो दूशरा यहां पर खड़ा रहता है। आप लोग वही हैं न जो थोड़ी देर पहले मिस रेबेका के मिसिंग होने की खबर लेकर आए थे?”
“हां। मेल्विन ने कहा, “हमें यहां कुछ इनफॉरमेशन इकट्ठी करने के लिए वापस आए हैं।”
“जी पूछिए।” उस गार्ड ने कहा तभी वहां वो दूसरा गार्ड भी आ चुका था।
“अरे साहब, आप लोग वापस आ गए!” पहले वाले गार्ड ने पूछा, “क्या मिस रेबेका के बारे में कुछ पता चला?”
“अभी नहीं।” पीटर ने कहा, “तुम कहां चले गए थे?”
पीटर ने जब ये पूछा तो उस गार्ड ने अपने दूसरे साथी गार्ड की ओर देखा। उन्हें देखकर पीटर समझ गया कि वो अभी–अभी कहां चला गया था।
“मुझे ये बताओ क्या रेबेका सुबह स्कूल जाने के लिए ही घर से निकली थी?” मेल्विन ने पूछा, “क्या उन्होंने वही कपड़े पहन रखे थे जो वे अक्सर पहनकर स्कूल जाया करती हैं।”
मेल्विन ने जब ये सवाल किया तो दोनों गार्ड फिर एक–दूसरे की ओर देखते हुए आंखों ही आंखों में बातें करने लगे थे।
“रेबेका हर रोज एक ही ड्रेस पहन कर घर से नहीं जाती।” उस गार्ड ने बताया, “वो तो हर रोज अलग-अलग ड्रेस पहनकर जाती हैं। ऐसे में हम कैसे बता सकते हैं कि वे घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी या नहीं। लेकिन आप ऐसा क्यों पूछ रहे हैं साहब? रेबेका अगर स्कूल के लिए नहीं निकली तो फिर कहां जा सकती हैं?”
“इसी सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश तो हम कर रहे हैं।” मेल्विन ने कहा।
“लेकिन मेल्विन, तुम्हें ऐसा क्यों लगता है कि मिस रेबेका स्कूल के लिए नहीं, बल्कि कहीं और जाने के लिए आज घर से निकली हैं?”
“मुझे लगता है हमें इस एंगल से भी सोचना चाहिए पीटर।” मेल्विन ने कहा, “हो सकता है रेबेका मिसिंग न हो। वे कहीं सही–सलामत हो। पीटर, अगर आज हमारे मिलने से पहले मेरा मोबाइल गुम हो गया होता तो क्या तुम ये नहीं समझते कि मैं मिसिंग हूं?”
“तुम कहना क्या चाहते हो मेल्विन?” डॉ ओझा ने पूछा, “मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूं।”
“मैं ये कह रहा हूं डॉक्टर साहब कि रेबेका इस बारिश में कहीं मिसिंग नहीं हुई है, बल्कि उसका फोन कहीं गुम हो गया है। वो इस बारिश में कहीं फंसकर रह गई हैं।” मेल्विन ने उन्हें अपनी बात समझाते हुए कहा।
“तुम्हारी बात में दम तो है मेल्विन लेकिन हम इस तरह अंधेरे में तीर नहीं चला सकते।” पीटर ने कहा, “दोपहर खत्म होने को है और अब जल्दी ही शाम हो जाएगी। हमें वापस घर भी लौटना है।”
तभी उनमें से एक गार्ड ने कहा, “रेबेका अगर बारिश में कहीं फंस गई हैं तो हालात अच्छे होते ही उन्हें वापस घर आ जाना चाहिए।”
“हम ऐसी ही उम्मीद करते हैं। मेल्विन ने कहा फिर उदास होते हुए बोला, “शायद हमें अब घर लौट जाना चाहिए।”
“मैं एक जानकारी दे सकता हूं साहब। शायद आपके किसी काम आ जाए।सी उसी गार्ड ने मेल्विन को रोकते हुए कहा।
“कैसी जानकारी?” मेल्विन ने तुरंत पूछा। पीटर और डॉक्टर ओझा भी ये जानने के लिए उत्सुक थे।
“रेबेका अपने एक दोस्त के साथ अक्सर स्कूल की जगह कहीं और घूमने जाया करती है।” गार्ड ने बताया, “वो एक गोरा आदमी है। शायद उसका बॉयफ्रेंड।”
गार्ड की बात सुनकर उन तीनों की आंखें हैरानी से बड़ी हो गई थीं।
“रेबेका का बॉयफ्रेंड!” पीटर ने हैरान होते हुए कहा, जबकि मेल्विन के पास जैसे कहने को कोई शब्द ही नहीं बचा था।
“हां! इसमें इतना हैरान होने वाली कौन सी बात है? आखिर वे 35 साल की है। पहले भी उनके कई बॉयफ्रेंड रह चुके हैं। शायद ये कोई नया बॉयफ्रेंड है। मैं पिछले 5–6 महीने से उन्हें एक साथ देखते आ रहा हूं।”
“उस लड़के के बारे में तुम कुछ जानते हो?” मेल्विन ने पूछा, “क्या नाम है उसका? कहां रहता है या फिर कोई कॉन्टैक्ट नंबर?”
“वे एक थिएटर आर्टिस्ट है।” गार्ड ने बताया, “अक्सर दोनों शो देखने एक साथ जाया करते हैं। उसका नाम तो हमें नहीं मालूम लेकिन अगर आप शिवाजी मंडल ऑडिटोरियम जाएंगे तो वो आपको मिल जाएगा।”
“बिना नाम के हम उसे कैसे ढूंढेंगे?” पीटर ने पूछा।
“आप बस रेबेका और उनके दोस्त के बारे में किसी से वहां पूछ लीजिए। वहां उन दोनों को सब जानते हैं।” उस गार्ड ने बताया।
ये सब सुनकर मेल्विन का दिल जैसे टूट गया था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वो उस गर्दभकी बात का किस तरह रिएक्शन दे।
दूसरी तरफ स्कूल के अंदर रामस्वरूप जी और लक्ष्मण प्रिंसिपल के सामने चेयर पर बैठे हुए थे।
“मिस रेबेका के घर से फोन आया था। जब से हमें मालूम चला है कि वे कहीं गायब हैं तब से हम सब बहुत परेशान हैं।” प्रिंसिपल ने कहा, “वो काफी समझदार है। अगर उनके आसपास खतरा था तो वो उस तरफ नहीं गई होगी। मुझे समझ में नहीं आता कि मिस रेबेका आखिर गायब कैसे हो सकती हैं।”
“मैम, क्या स्कूल से उनका कोई ऐसा दोस्त है जिसके साथ रेबेका के होने की उम्मीद हो? रामस्वरूप जी ने पूछा, “जैसा कि आप कह रही हैं आपके हिसाब से मिस रेबेका मिसिंग नहीं हो सकती।”
“आप क्या पूछना चाहते हैं?” प्रिंसिपल रामस्वरूप जी से पूछा, “साफ–साफ कहिए।”
“मैडम, क्या मिस रेबेका का यहां किसी टीचर से दोस्ती थी? उनका कोई बॉयफ्रेंड या खास दोस्त?” लक्ष्मण ने पूछा, “अक्सर इस उम्र में लड़कियों के करीबी दोस्त या बॉयफ्रेंड होते हैं। शायद मिस रेबेका उनके साथ ही कहीं गई हो।”
“ये तुम क्या पूछ रहे हो लक्ष्मण?” रामस्वरूप जी ने कहा, “मेरे कहने का ये मतलब नहीं था।”
“लेकिन आप तो बंधी हुई भाषा में यही पूछ रहे थे।” लक्ष्मण ने कहा, “मैंने वही बात सीधे-सीधे पूछ लिया।”
“मैं ये नहीं पूछ रहा था लक्ष्मण। मैंने सिर्फ इतना कहा कि क्या रेबेका का कोई दोस्त है जिनके साथ इस वक्त उनके होने की उम्मीद की जा सकती है।”
“और वो दोस्त मिस रेबेका का बॉयफ्रेंड भी तो हो सकता है पिताजी।” लक्ष्मण ने कहा, तभी उन्हें टोकते हुए प्रिंसिपल बोलने लगी, “मिस रेबेका की दोस्ती यहां के म्यूजिक टीचर से थी। वे दोनों आपस में काफी करीबी थे। अक्सर वे एक–दूसरे के साथ काफी वक्त बिताया करते थे। मैं उन्हें फोन करके पूछता हूं।”
“नहीं मैडम।” रामस्वरूप जी ने कहा, “आप अगर उनका नंबर हमें दे दे तो हम उनसे खुद बात कर लेंगे। आपका शायद इस तरह उनसे सवाल करना अच्छा न लगे। आखिर आप लोग एक टीम बनकर यहां बच्चों को पढ़ाते हैं।”
“ठीक है, मैं आपको उनका नंबर देती हूं।” प्रिंसिपल मैडम ने कहा और फिर रामस्वरूप जी को उस म्यूजिक टीचर का नंबर नोट कराया।
दोनों प्रिंसिपल ऑफिस से बाहर आ गए थे।
“आपने उस प्रिंसिपल को कॉल क्यों नहीं करने दिया पिताजी?” लक्ष्मण ने पूछा, “आप इस नंबर पर कॉल नहीं करने वाले हैं न?”
“मैं कैसे मिस रेबेका के बारे में ऐसा कुछ अंदाजा लगा सकता हूं लक्ष्मण।” राम स्वरूप जी ने कहा, “हम आखिर रेबेका को किसकी खातिर ढूंढ रहे हैं? मेल्विन की खातिर। हम ये सपने में भी नहीं सोच सकते कि मिस रेबेका का कोई बॉयफ्रेंड होगा।”
“क्यों नहीं सोच सकते पिताजी? आखिर उनकी उम्र ही क्या है। वे इस समय बॉयफ्रेंड नहीं बनाएगी तो क्या बुढ़ापे में बनाएगी। मुझे तो अब पक्का यकीन हो रहा है। प्रिंसिपल को भी ऐसा ही लगता है तो बात जरूरतकुछ ऐसी ही होगी। मिस रेबेका खराब मौसम का फायदा उठाकर अपने बॉयफ्रेंड के साथ मुंबई दर्शन कर रही हैं।”
“चुप हो जाओ लक्ष्मण। मैं तुम्हारे सामने हाथ जोड़ रहा हूं। मेल्विन के सामने ऐसी बातें मत करना।” राम स्वरूप जी ने लक्ष्मण को समझाते हुए कहा।
“मेल्विन का मिस रेबेका पर कोई अधिकार नहीं है पिताजी। और वो कौन होता है जिसके सामने मैं मिस रेबेका के बारे में बात न करूं।” लक्ष्मण ने कहा, “आप लोग बेकार में उसे लेकर परेशान होते हैं। आप लोगों को पहले ही सोच लेना चाहिए था कि उस मिडिल एज लेडी का कोई न कोई बॉयफ्रेंड या जीवनसाथी जरूर होगा। हर कोई मेल्विन की तरह अकेला नहीं घूम रहा है।”
“इस तरह की बातें करना बंद करो लक्ष्मण। अगर तुम सच में मेल्विन की मदद करना चाहते हो तो वही करो। बेकार की बातें मत करो।” राम स्वरूप जी ने कहा।
“मैं मेल्विन की मदद ही कर रहा हूं पिताजी। आप लोग उसे बेकार की चीजों में फंसा रहे हैं। बेकार की बातें कर–करके आप लोगों ने उसका दिमाग खराब कर दिया है। मेल्विन को भी समझना चाहिए कि इस उम्र में प्यार करने से पहले कई बार सोच लेना जरूरी होता है। अगर रेबेका का सच में कोई बॉयफ्रेंड हुआ तो फिर इस उम्र में मजनू बनते हुए वो कैसा दिखेगा?” लक्ष्मण ने अपनी हंसी को छुपाते हुए कहा।
“ईश्वर करे कि तुम्हारा अंदाजा सरासर गलत हो लक्ष्मण। मुझे पूरा यकीन है कि मिस रेबेका का कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। जिंदगी में वे अब भी अकेली है। तुम देखना, तुम्हारी एक-एक बात कैसे गलत साबित होगी।” राम स्वरूप जी ने अपने बेटे लक्ष्मण से कहा।
“मैंने तो सिर्फ अंदाजा लगाया है पिताजी। मैंने किसी भी बात का दावा नहीं किया है।” लक्ष्मण ने कहा।
क्या सचमुच रेबेका अपने जीवन में अकेली नहीं थी? क्या उनका कोई जीवन साथी या फिर बॉयफ्रेंड था? क्या रेबेका घर वालों से छुपा कर सचमुच कहीं घूमने गई है?
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