अचानक से सर्वर डाउन होते ही प्रेस कॉन्फ्रेंस से नीना चली गयी। जिससे लोग वेव के खिलाफ हो गए, क्योंकि नीना उनके सवालों का जवाव नहीं दे पायी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुए इस अटैक ने नीना को सकते में डाल दिया। उसे यकीन था कि यह अटैक क्लार्क का ही काम था। पर उसके पास कोई सबूत नहीं थे।

इसी बीच, अस्पताल में आरव की माँ उसके पास बैठी थी। आरव की हालत अब भी नाजुक बनी हुई थी, और डॉक्टरों को अब भी कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी।

उन्होंने अपने बेटे को देखा और उन्हें अचानक आरव का बचपन याद आने लगा। वो हमेशा से एक ईमानदार लड़का रहा, इसलिए आज उसकी ये हालत हो गयी।

आरव जब स्कूल में था, तो एक बार वो स्कूल से आने में लेट हो गया। उसकी माँ ने पूछा तो वो बोला -

आरव - माँ, आज रास्ते में एक अंकल बाइक से जा रहे थे। उनका पर्स गिर गया। उन्हें ध्यान भी नहीं था। फिर मैंने वो पर्स उठाया और उनको आवाज लगायी, जब तक वो दूर निकल गए थे। फिर मैं उनके पीछे भाग कर गया और उन्हें पर्स लौटा कर आया। इसलिए आज लेट हो गया।

आरव की माँ को उसकी ईमानदारी पर गर्व भी हो रहा था और उसके लेट आने पर गुस्सा भी आ रहा था। इसलिए उसने उसे प्यार से समझाया कि “बेटा घर हमेशा टाइम से आ जाना चाहिए।” “बेटा घर टाइम से आ जाना चाहिए, बेटा घर टाइम से आ जाना चाहिए।” - आरव की माँ हॉस्पिटल में बोल रही थी, तभी डॉक्टर ने पूछा - क्या हुआ अम्मा?, कुछ नहीं बेटा। ऐसा कहते हुए उन्होंने अपने आंसू पौंछ लिए।

दूसरी ओर श्रेया, नीना के साथ ऑफिस में बैठे हुई थी। नीना ने एक टीम मीटिंग बुलाई।

नीना : "हमें यह अटैक रोकना होगा। ट्रोजन का कोई और हिस्सा कहीं बचा हुआ है, जिसे हमें ढूंढकर हटाना होगा।"

श्रेया : "सबसे पहले हमें क्लाउड सिस्टम की पूरी स्कैनिंग करनी होगी। हमें किसी भी तरह इस अटैक को जल्द से जल्द खत्म करना है।"

टीम ने तुरंत ही काम शुरू किया। क्लाउड सिस्टम की पूरी स्कैनिंग की जा रही थी, और ट्रोजन के बचे हुए हिस्सों को ढूंढने की कोशिश की जा रही थी। पर कहीं कुछ भी पता नहीं चल रहा था।

दूसरी ओर, क्लार्क अपनी सफलता का जश्न मना रहा था। उसे यकीन था कि इस बार नीना पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।

क्लार्क : "अब वेव का अंत हो चुका है। इस बार कोई उन्हें नहीं बचा सकता।"

वेव पर हाल ही में हुए साइबर अटैक ने न केवल नीना और श्रेया को हिलाकर रख दिया, बल्कि पूरे वेव प्लेटफॉर्म के भविष्य पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। सर्वर डाउन हो चुका था, और यूजर्स का डाटा लीक होने की अफवाहें सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रही थीं। हर कोई दावा कर रहा था कि उनका निजी डेटा वेव ऐप से चोरी हो रहा है। ऐसे में क्लार्क ने उन सभी पोस्ट को वायरल करना शुरू कर दिया, जो वेव के खिलाफ बोल रहे थे।

नीना : "श्रेया, हमने सर्वर ठीक किया था। सब कुछ स्कैन किया था। पर हमसे गलती क्या हो गयी?

श्रेया : "मुझे यकीन है कि हमने कहीं कुछ मिस कर दिया है। कोई न कोई छोटी सी गलती... हमें एक बार फिर से पूरे सिस्टम की जांच करनी होगी।"

नीना और श्रेया की टीम ने तुरंत ही फिर से सर्वर और क्लाउड डेटा की जांच शुरू कर दी। सर्वर में कोई टेक्निकल मिस्टेक नहीं दिख रही थी, लेकिन सोशल मीडिया पर डाटा लीक होने की खबर हर जगह फ़ैल गयी।

नीना और श्रेया की टीम हर संभव प्रयास कर रही थी, लेकिन कुछ भी उन्हें अटैक के सोर्स का पता लगाने में मदद नहीं कर रहा था। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों ने सरकार का ध्यान भी आकर्षित कर लिया था। कई यूजर्स ने सरकार से सीधे शिकायतें करना शुरू कर दिया था कि वेव पर उनका डेटा सुरक्षित नहीं है। बढ़ते सार्वजनिक दबाव के कारण, सरकार ने नीना के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए।

कुछ ही दिनों में हालात और बिगड़ गए। अचानक, एक दिन नीना के ऑफिस के बाहर पुलिस की गाड़ियां आकर रुकीं। पुलिस अधिकारी ऑफिस में घुसे और चारों तरफ फैल गए। सभी एम्प्लोयी हैरान थे, और नीना यह सोचने पर मजबूर हो गई कि यह सब कैसे हो रहा है। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाती, पुलिस अधिकारी उसके पास पहुंच गए। एक पुलिस अधिकारी बोला - "नीना कपूर, आपको डेटा चोरी और साइबर अपराध के आरोपों में गिरफ्तार किया जा रहा है।"

नीना : "क्या? यह बकवास है! मैंने ऐसा कुछ नहीं किया! यह साजिश है!"

नीना को कुछ कहने का मौका भी नहीं मिला। पुलिस ने उसे तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया और उसके ऑफिस को सील कर दिया। वेव के कार्यालय पर ताला लगा दिया गया, और कंपनी के सभी ऑपरेशन को रोक दिया गया। पूरा ऑफिस स्टाफ हक्का-बक्का रह गया था। सभी को लग रहा था कि अब कंपनी का अंत आ चुका है। नीना की गिरफ़्तारी की खबर पूरे देश में फ़ैल गयी। श्रेया को भी अपने सोशल मीडिया के जरिये नीना के अरेस्ट की खबर मिली।

श्रेया : "नीना पूरी तरह निर्दोष थी, ये पुलिस ऐसा नहीं कर सकती। अगर आज आरव यहाँ पर होता तो वो नीना का जरूर साथ देता। मुझे भी नीना का साथ देना चाहिए। पर क्या ये सही रहेगा? मैं नीना को ज्यादा जानती नहीं हूँ, हो सकता है ये उसका कोई मार्केटिंग स्टंट हो। पर वो मेमोरी कार्ड, वो खुद क्यों लगाएगी, और फिर खुद ही क्यों निकालेगी? ऐसा करती हूँ एक बार नीना का क्लाउड चेक करती हूँ, क्या पता कुछ मिल ही जाये।"

ऐसा सोचते हुए श्रेया ने अपना लैपटॉप ओपन कर लिया। उसने क्लाउड में एंटर किया और पूरे क्लाउड के डाटा को अपने लिनेक्स से थ्रू करना शुरू किया। इसके बाद उसने लैपटॉप को टेबल पर रख दिया और बिस्तर पर लेट गयी। उसे पता था कि केवल सेफ डाटा पैकेट ही लिनेक्स से निकल पायेंगें। बिस्तर पर लेटते ही उसकी आँख लग गयी और वो सपने में खो गयी।

श्रेया - सुनो ना आरव, बहुत दिन हो गए घूमे हुए, कहीं घूमने चलते हैं ना।

आरव - चलो, ऐसा करते है, एक ग्रुप जा रहा है, जंगल में कैंपिंग के लिए, उनके साथ चलते है।

इसके बाद आरव और श्रेया ने अपना कैंपिंग गियर पैक किया और जंगल की ओर निकल पड़े। दिनभर उन्होंने जंगल के खूबसूरत नज़ारों का लुत्फ उठाया, पेड़ों की छांव में चलना और पक्षियों की चहचहाहट को सुनना। शाम होते ही उन्होंने अपने तंबू गाड़े और आग जलाकर खाना बनाया। शाम धीरे-धीरे ढल रही थी, और जंगल में रात का सन्नाटा छा रहा था। आग के पास केवल वो दोनों बैठे हुए थे, और आपस में बात कर रहे थे। रात होने लगी तो वो सोने के लिए अपने कैंप में चले गए। पर श्रेया को नींद नहीं आ रही थी।

श्रेया : "मैं थोड़ा बाहर चलकर देखती हूँ। शायद उसके बाद नींद आ जाये।"

वह चुपचाप तंबू से बाहर निकल आई। चारों ओर घना अंधेरा था, और जंगल का सन्नाटा उस समय को और भी डरावना बना रहा था। श्रेया ने सोचा कि वह थोड़ी देर के लिए पास के पेड़ों की ओर जाकर लौट आएगी, लेकिन कुछ दूर चलते ही वह रास्ता भटक गई। उसने ध्यान नहीं दिया कि वह कितनी दूर आ चुकी थी। जंगल के अंधेरे में सब कुछ एक जैसा दिख रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह किस दिशा में जा रही है। वह रुक गई और चारों ओर देखा, लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था।

श्रेया : "ये मैं कहाँ आ गई हूँ? आरव तो सो रहा है, वो सुबह उठेगा तब उसे पता चलेगा कि मैं खो गयी हूँ, मैं वापिस कैसे जाउंगी।”

दूसरी तरफ आरव को भी नींद नहीं आ रही थी, उसने श्रेया को आवाज लगायी पर कोई जवाब नहीं आया तो उसने तंबू में जाकर देखा तो वो वहां नहीं थी।

आरव : "कहीं वह जंगल में तो नहीं भटक गई? मुझे उसे जल्द से जल्द ढूंढना होगा।"

आरव ने बिना देर किए एक टॉर्च उठाई और श्रेया को ढूंढने निकल पड़ा। वह उसे पुकारते हुए इधर-उधर दौड़ने लगा।

आरव : "श्रेया! श्रेया! तुम कहाँ हो?"

श्रेया को अचानक आरव की आवाज सुनाई दी।

श्रेया : "आरव! मैं यहाँ हूँ!"

आरव ने श्रेया की आवाज सुनी और उसकी तरफ भागा। कुछ ही देर में दोनों एक-दूसरे के सामने थे। श्रेया की आंखों में आंसू थे और आरव उसे देखकर राहत की सांस ले रहा था।

आरव : "श्रेया, तुम ठीक हो ना? मैंने तुम्हें कितना ढूंढा!"

श्रेया : "मैं रास्ता भटक गई थी, आरव। मुझे लगा था कि मैं कभी वापस नहीं आ पाऊंगी।"

आरव ने बिना एक शब्द कहे श्रेया को अपने सीने से लगा लिया। और उसी पल श्रेया की नींद टूट गयी, वो बिस्तर पर बैठ गयी। उसने एक पल के लिए लैपटॉप की ओर देखा, लैपटॉप सही से काम कर रहा था। वो वापिस बिस्तर पर लेट गयी, पर अबकी बार नींद उसकी आँखों से कोसों दूर थी। उसने आँखे बंद कर ली। तीन - चार घंटे बीत गए। अचानक से बीप की आवाज सुनकर श्रेया ने अपनी आँखे खोली।

श्रेया  - ये क्या ये तो लैपटॉप की स्क्रीन को ही पूरा रेड कर गया। ये कोई नार्मल वायरस नहीं है।

श्रेया को अचानक एक छोटा-सा कोड मिला, जो बाइनरी फॉर्म में छुपा हुआ था। यह कोड बाकी सब से अलग था, और शायद यही वह बचा हुआ ट्रोजन का हिस्सा था जिसे उन्होंने पहले मिस कर दिया था। श्रेया ने उस कोड को डिक्रिप्ट किया, लेकिन इसके सोर्स के बारे में उसे कुछ भी पता नहीं चला।

श्रेया : "ये कोड... ये तो ट्रोजन का एक हिस्सा है। लेकिन इसे किसने डाला? और क्यों?"

श्रेया ने उस कोड को अपने एक्सपर्ट्स के साथ शेयर किया, लेकिन किसी को भी यह पता नहीं चल पाया कि इसका सोर्स क्या है। ऐसा लग रहा था कि यह अटैक बेहद प्रोफेशनल लोगों की टीम ने किया था।

श्रेया ने कोर्ट जाने का फैसला किया। उसने सभी टेक्निकल प्रूफ इकट्ठे किए और नीना की जमानत के लिए अर्जी दायर की। कोर्ट में सुनवाई के दौरान उसने सभी टेक्निकल एनालिसिस को प्रेजेंट किया और यह साबित करने की कोशिश की कि यह एक ट्रोजन अटैक था, न कि नीना की गलती। हालांकि, वह यह साबित नहीं कर पाई कि अटैक के पीछे कौन था? इसके बाद जज ने अपना निर्णय सुनाया - "आपके द्वारा दिए प्रूफ के आधार पर यह अभी पूरी तरफ नहीं कहा जा सकता कि इस साइबर अटैक में नीना कपूर का इसमें कोई डायरेक्ट इन्वॉल्वमेंट नहीं है। पर ये भी सच है कि कोई अपनी कंपनी पर साइबर अटैक क्यों करेगा? इसलिए नीना कपूर को सशर्त जमानत पर रिहा किया जा रहा है। केस पूरा होने तक वे देश से बाहर नहीं जा सकती।”

श्रेया की मेहनत रंग लाई, और नीना को जमानत पर रिहा कर दिया गया। हालाँकि, वेव अब भी संकट में था। ट्रोजन का पूरा सोर्स अननोन था, और क्लार्क का नाम इसमें कहीं नहीं जुड़ा था। नीना की रिहाई एक छोटी से सक्सेस थी।

नीना : "तुमने मेरे लिए बहुत कुछ किया, श्रेया। लेकिन हम अभी तक असली कोंस्पिरेटर तक नहीं पहुँच सके। हमें इसका समाधान ढूंढना होगा।"

श्रेया : "हम अभी भी सही रास्ते पर हैं, नीना। यह अटैक बेहद जटिल था, लेकिन मैं हार मानने वाली नहीं हूँ। अब देखो मैं क्या करती हूँ।"

नीना वेव को फिर से खड़ा करने की योजना बनाई। और श्रेया ने उस अटैक का बदला लेने की ठान ली। ट्रोजन को हटाने के बावजूद, वेव के खिलाफ अफवाहें रुकने का नाम नहीं ले रही थीं। नीना के सामने सबसे बड़ी चुनौती अब यूजर्स का भरोसा फिर से जीतना था।

क्या नीना वेव को फिर से खड़ा कर पाएंगी?

क्या नीना और श्रेया पता लगा लेंगी कि ट्रोजन अटैक के पीछे कौन था?

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