वेव का सर्वर चालू हो चुका था, पर नीना और श्रेया की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही थीं। उनके सामने अब एक और बड़ी चुनौती थी – क्लाउड के ट्रोजन को पूरी तरह से मिटाना और वेव के लाखों यूजर्स को तुरंत अपडेट करना, ताकि ट्रोजन वापस ना आ सके।
नीना : "श्रेया, मैंने सोचा था कि मेमोरी कार्ड हटाने के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन यह ट्रोजन अभी भी सिस्टम में घुसा हुआ है। इसे पूरी तरह से मिटाना ही होगा, वरना हम फिर से वहीं आ खड़े होंगे।"
श्रेया : “बिल्कुल सही। हमें सारे यूजर्स को ऐप अपडेट करने के लिए कहना होगा। अगर उन्होंने अपडेट नहीं किया, तो ट्रोजन उनके एप से इंटरनेट कनेक्ट होते ही फिर से एक्टिव हो सकता है और पूरे क्लाउड सर्वर को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।"
नीना और श्रेया ने मिलकर एक इमरजेंसी प्लान तैयार किया। नीना ने अपनी टीम को निर्देश दिया कि सभी यूजर्स के लिए एक जरूरी अपडेट जारी करें, ताकि वे ट्रोजन के खतरे से बच सकें। वेव के सर्वर को तुरंत अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, पर यह काम आसान नहीं था। लाखों यूजर्स को एक साथ अपडेट करने के लिए हैवी टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत थी।
नीना : "हमने जो किया है, वो काफी है, लेकिन हमें ट्रोजन को वापस आने से रोकने के लिए हर यूजर को यह अपडेट करना ही होगा। अगर वो अपडेट नहीं करते, तो हमारी सारी मेहनत बेकार हो जाएगी।"
जबकि नीना और श्रेया वेव के सिस्टम को बचाने के लिए दिन-रात एक कर रही थीं, दूसरी तरफ क्लार्क ने एक और चाल चलने की योजना बना ली थी।
क्लार्क : "अब वेव का कोई अस्तित्व नहीं बचेगा। लोग इतिहास में भी वेव को कभी याद नहीं रख पाएंगे।"
क्लार्क ने अपनी टीम को निर्देश दिया कि वे “ओन्ली कनेक्ट मी इज़ सेफ़” को हर जगह प्रमोट करें। अगले 3 घंटों में पूरे देश के हर चौराहे पर कनेक्ट मी के होर्डिंग लग चुके थे। दूसरी ओर:
आरव के पिता अस्पताल में उसके पास बैठे थे। डॉक्टरों के अनुसार, उस की हालत जस की तस थी। कोई सुधार नहीं दिख रहा था, लेकिन उनकी उम्मीदें अब भी बनी हुई थीं। पिता की आँखों में अपने बेटे के साथ बिताए हुए पुराने लम्हे घूम रहे थे।
स्कूल में आरव को नयी चुनौतियों का सामना करने का शौक था। और वो अपने दोस्तों को ऐसे कामों के लिए मना भी लेता था। आरव पाचंवी क्लास में था, और उसे लगा कि इस बार क्लास 10 की 4 रिले दौड़ को जीतना है। क्योंकि वो दौड़ केवल क्लास 10 में ही होती थी। ऐसे में उसने अपने दोस्तों को दौड़ के लिए मना लिया और चार दोस्त भाग लेने के लिए पहुँच गए। स्कूल में पीटी टीचर ने भी खूब समझाया कि वो उस रेस में नहीं जीत सकते, वो पहले ही रिले में हार जायेंगें, पर आरव रेस करने के लिए अड़ा रहा। चारों दोस्तों ने प्रैक्टिस शुरू कर दी। उन्होंने खूब प्रैक्टिस की और क्वालिफ़िकेशन राउन्ड पास कर गए। इसके बाद रेस शुरू होनी थी -
आरव - सुनो, जैसा मैंने कहा था, हम पहले ही बहुत तेज दौडेंगें, ये सब पहले बहुत धीरे दौड़ते हैं। हम तेज दौड़कर पहले से ही नंबर वन आ जायेंगें और फिर जैसे ही ये बाद में अपनी स्पीड बढ़ायेंगें, हम भी बढ़ा देंगें, फिर हम आसानी से जीत जायेंगें।
आरव को इस खेल की टेक्निक नहीं पता थी पर जोश खूब था। आरव रिले के सबसे लास्ट में था, उसके दोस्त ने दौड़ शुरू की और ये पहले रिले में ही पीछे हो गए। आरव को समझ ही नहीं आया कि आखिर उनकी कमी क्या रही? जब तक उन्होंने 2 रिले पूरे किये बाकि लोग 3 रिले पूरे कर चुके थे। अब इन चारों की हिम्मत टूट चुकी थी, फिर आरव ने कहा -
आरव : "हम हार रहे हैं, लेकिन हारना हमारी किस्मत नहीं है। हमें आखिरी पल तक लड़ना होगा। जब तक खेल खत्म नहीं हो जाता, तब तक हम हार नहीं मानेंगे। हमारी जीत हमारे हाथों में है!"
जब तक आरव ने ये बात कही, एक टीम जीत चुकी थी, अब चारों को अपने सामने हार दिखाई दे रही थी, पर हार दिखते हुए भी चारों ने मिलकर रेस पूरी की। उनकी ये हिम्मत देखकर हर कोई दंग रह गया क्योंकि वो रेस हारने के बाद भी केवल रेस पूरी करने के लिए दौड़ रहे थे। हॉस्पिटल में तेज क़दमों की आवाज से आरव के पिता का ध्यान टूटा।
दूसरी ओर नीना के मोबाइल पर एक नोटिफिकेशन आयी, जैसे ही उसने उसे ओपन किया उसे पोस्ट दिखाई दी - “ओन्ली कनेक्ट मी इज़ सेफ़”
नीना - कोई इतना मक्कार कैसे हो सकता है, कि दूसरे की प्रॉब्लम से अपना प्रॉफिट बनाने की सोचे।
श्रेया - क्या हुआ?
नीना : ये देखो अगर कनेक्ट मी का सर्वर डाउन हुआ होता तो, मैं कभी ऐसा नहीं करती। पर ये इस मौके का फायदा उठा रहा है।
पूरे देश में अफवाहे फ़ैल रही थी। वेव के यूजर्स अब अपने अकाउंट डिलीट करने लगे थे। नीना के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती थी कि लोग वेव छोड़ कर ना जाये।
तभी नीना का मोबाइल बजने लगा। उसने फ़ोन उठाया, तभी दूसरी तरफ से किसी ने कुछ कहा -
नीना - क्या? ऐसा नहीं है। इसे कोई सच कैसे मान सकता है।
श्रेया - क्या हुआ?
नीना - अब ये खबर फ़ैल रही है कि वेव कैमरा हैक करके लोगों के प्राइवेट मोमेंट के फोटो को सेव करता था। अब वो फोटो इंटरनेट पर लीक हो रहे हैं।
श्रेया - पर ये कैसे पॉसिबल है। वेव 2 एन्ड एन्क्रिप्शन पर है, एक मैसेज को डिकोड करने में 16 साल लग जायेंगें, ऐसे में कोई मैसेज भेजेगा वही उसे देख सकता है, कोई और नहीं।
नीना - नहीं, तुम समझी नहीं, लोग ये कह रहे हैं कि हम वेव के थ्रू कैमरे को एक्सेस करके फोटोज ले रहे थे।
श्रेया - ये तो नामुमकिन है।
नीना - पर लोग सच पर कम, झूठ पर जल्दी यकीन करते हैं। मुझे नहीं लगता कि अब मैं वेव को बचा पाऊँगी, मेरी सालों की मेहनत बर्बाद हो गयी। इसे बनाने में मैंने दिन - रात एक कर दिया था, आज एक झटके में सब बर्बाद हो गया। इतनी बुरी कैसे हो सकती है मेरी किस्मत।
श्रेया - ये किस्मत से नहीं, किसी ने किया है। याद नहीं है मेमोरी कार्ड?
इसके बाद नीना ने अपनी आँखे बंद कर ली और कुछ सोचती रही, फिर बंद आँखों से ही बोली -
नीना - अब नहीं बच पायेंगें, क्योंकि जैसे ही लोगों हो हम बोलेंगें कि वो पुराना वेव यूज ना करें, क्योंकि उसमें वायरस है, वो वेव को कभी इनस्टॉल नहीं करेंगें। आखिर मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था, जो मेरे साथ उसने ऐसा किया।
दूसरी ओर क्लार्क टीवी पर वेव का डाउनफ़ॉल देखकर हंस रहा था। वो अभी भी रुकने वाला नहीं था, उसने अपना आखरी वार करने की सोची। क्लार्क ने फ़ोन उठाया और किसी को लगा दिया -
क्लार्क: सुनो, अब टाइम आ गया है डेटा चोरी की अफवाह फैला दो। ये बताओ की पासवर्ड ऑनलाइन बहुत सारी साइट पर अपलोड कर दिए है। और सभी के नेटबैंकिंग के ID पासवर्ड भी लीक हो गए हैं।
इस अफवाह के फैलते ही वेव के यूजर्स और भी ज्यादा डर गए। सोशल मीडिया पर अब नए हैशटैग ट्रेंड करने लगे—#डाटालीकऑनवेव, #वेवइज़डेन्जरस।
नीना : "मुझे लगता है कि यह सब क्लार्क का किया धरा है। अगर हमने कुछ नहीं किया, तो वेव खत्म हो जाएगा।"
श्रेया : "हम केवल शक के आधार पर किसी पर कोई भी आरोप नहीं लगा सकते। कोई पुख्ता सबूत चाहिए।"
वेव पर हुए हमले के बाद यूजर्स का भरोसा डगमगा गया था। नीना और श्रेया को पता था कि अब सिर्फ ट्रोजन को हटाना ही काफी नहीं है। उन्हें यह भी दिखाना होगा कि वेव अब पूरी तरह से सेफ है पर क्लाउड से ट्रोजन हटाने में जितना टाइम लगेगा, वेव पर से लोगों का भरोसा उतनी ही जल्दी हट जायेगा। ऐसे में नीना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का प्लान बनाया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ी संख्या में पत्रकार और मीडिया हाउस मौजूद थे। सभी यह जानने के लिए उत्सुक थे कि वेव के साथ क्या हुआ और अब कंपनी क्या करने वाली है।
नीना : "सभी को नमस्कार। सबसे पहले, मैं आप सभी का धन्यवाद करती हूँ कि आप यहां आए। हम समझते हैं कि पिछले कुछ दिनों में वेव को लेकर जो अफवाहें फैलीं, उनसे यूजर्स में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है। लेकिन आज हम आपको बताने आए हैं कि वेव पूरी तरह सुरक्षित है।"
इसके बाद नीना ने एक घूंट पानी पिया और फिर कहने लगी -
नीना : "हमने वेव के सर्वर को पूरी तरह से सुरक्षित कर दिया है। ट्रोजन को हटाने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट्स से मदद ली थी, और अब वेव पूरी तरह सुरक्षित है। हम अपने यूजर्स से अपील करते हैं कि वे बेझिझक ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।"
नीना की बात पूरी होने से पहले ही रिपोर्टर जोर-जोर से सवाल पूछने लगे कि वेव के यूजर्स के डेटा जो लीक हुए है उनका हर्जाना कौन देगा। इसी बीच दूसरा रिपोर्टर बोला - “वेव पर हुआ अटैक क्या सरकार की लापरवाही का नतीजा था, या यह किसी कॉर्पोरेट साजिश का हिस्सा था?"
नीना : "हमने अटैक की जाँच की और पाया कि यह साइबर क्रिमिनल्स ने किया है। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि हमने सभी कमजोरियों को ठीक कर दिया है। वेव पर अब कोई खतरा नहीं है। साथ ही हमने पुलिस में FIR भी दर्ज करा दी है, जल्दी ही इस अटैक के पीछे जितने भी लोग है सभी सामने आ जायेंगें।"
ऐसा कहते हुए नीना ने सभी को वेव का नया वर्जन दिखाया - ये देखिये वेव 2.O . ऐसा कहते हुए उसने बिग स्क्रीन पर वेव को दिखाना शुरू किया।
दूसरी ओर क्लार्क टीवी पर ये प्रेस कॉन्फ्रेंस देख रहा था, वो इस कॉन्फ्रेंस को देखकर जोर - जोर से हसने लगा। और उसने अपने लैपटॉप से एक मेल भेजा। इस मेल में ट्रोज़न फाइल का रिलिंक अटैच था, जैसे ही ये मेल सर्वर से गुजरा, सर्वर ने क्लॉउड से तुरंत ट्रोजन को डाउनलोड कर लिया और अचानक से वेव पूरी तरह बंद हो गया।
दूसरी ओर नीना प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी, अचानक से कुछ असामान्य होने लगा। वेव की लाइव वेबसाइट अचानक से डाउन हो गई। उसकी जगह बहुत सी हरी लाइन्स दिखने लगी, नीना का चेहरा उतर गया। तभी अचानक वहां सभी रिपोर्टर्स के मोबाइल बजने लगे। उन्होंने अपना मोबाइल खोला और अचानक से एक रिपोर्टर बोला - नीना जी क्या आपका पासवर्ड “Strnj@45sd” है। नीना पासवर्ड सुनकर चौंक गयी पर वो बोली -
नीना - देखिये पासवर्ड एक निजी जानकारी है, इसे मैं ऐसे ही पब्लिक में नहीं बता सकती।
तभी दूसरा रिपोर्टर बोला - नहीं नीना जी आपको कन्फर्म करना होगा क्योंकि आपका पासवर्ड ऑनलाइन मौजूद है, और भी बहुत से लोगों का पासवर्ड भी मौजूद है, ऐसे में आप ही इसे कंफर्म कर सकती है कि क्या ये सही है या नहीं।
नीना - नहीं, ये सही नहीं है। मेरा पासवर्ड कुछ और है।
नीना की बात पूरी करने से पहले दूसरा रिपोर्टर बोला - पर हमारे पास जो लिस्ट है उसमें मेरा पासवर्ड बिलकुल सही है। हो सकता है मेरी तरह बहुत से लोगों का पासवर्ड सही हो, ये तो आप हमारा डाटा लीक कर रही है।
नीना - देखिये, ये मैंने नहीं किया है, जिसने किया है उसको पुलिस ढूंढ रही है। आप पुलिस को अपना काम करने दीजिये, जल्दी ही अपराधी सबके सामने होगा।
तभी एक दूसरा रिपोर्टर बोला - पर हमारा डाटा जो लीक हो गया है, उसके लिए आपको पैसे देने होंगें।
नीना - आपने पासवर्ड सिक्योर नहीं रखा, आपने ऐसा पासवर्ड रखा, जिसे कोई भी आसानी से सोच सके, और फिर वो पासवर्ड चोरी हो गया, तो इसके लिए मैं पैसे क्यों दूंगी?
लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेव का डाउन होना, रिपोर्टर का आरोप लगाना और फिर पैसे की मांग करना, इससे नीना का पारा चढ़ गया। वो बहुत गुस्सा हो गयी और वहां से चली गयी, इससे लोग वेव के खिलाफ हो गए।
नीना का इस तरह जाना मीडिया को भी सही नहीं लगा, पर उन्हें तो न्यूज़ मिल गयी थी और ये न्यूज़ तुरंत ही पूरे देश में हर घर तक पहुंच गयी, लोग इसके साथ अपनी कहानी बना कर पोस्ट करने लगे, जैसे उनके बैंक के पासवर्ड वेव ने लीक कर दिए, इससे उनके बैंक से पैसे गायब हो गए। ऐसी ही बहुत सी कहानियाँ सोशल मीडिया पर घूमने लगी।
क्या नीना वेव को बचा पायेगी, या क्लार्क अपनी चाल में हो जायेगा कामयाब?
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