क्लार्क ने इशारों ही इशारों में नीना पर आरव के हमले के आरोप लगा दिए थे। लोग क्लार्क के इशारे को समझ भी गए थे। पर इससे कनेक्ट मी को कोई फायदा नहीं हुआ ना ही क्लार्क को, और ना ही वेव को कोई नुकसान हुआ, इससे केवल नीना पर असर पड़ा, क्योंकि अब नीना जो भी बात बोलती लोग सवाल करते कि किस हक़ से उसने ये बात कही।

हॉस्पिटल के बाहर भीड़ कम होने लगी, लोग अपने - अपने काम धंधे पर लौटने लगे थे। आरव की हालत अभी भी नाजुक ही थी, उसकी कंडीशन में ना तो कोई सुधार आ रहा था, ना ही कोई गिरावट। डॉक्टरों को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर आरव को हो क्या रहा है? वो आरव को होश में लाने की पूरी कोशिश कर रहे थे, पर आरव की स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा था।

श्रेया अभी भी हॉस्पिटल में ही थी, वो आरव को एकटक निहार रही थी। वो चाहती थी कि वो एक बार आरव को गले लगा ले पर ऐसा करना मुमकिन नहीं था। आरव को निहारते - निहारते वो कब आरव की यादों में खो गयी उसे पता ही नहीं चला।

आरव कॉलेज के लास्ट ईयर में था, बेबाक अंदाज और हमेशा आगे रहने की ललक ने उसे सभी का चहेता बना दिया। एक तरह से वो एक ऐसा लीडर बन चुका था, जिसे लोकल पॉलिटिशियन से लेकर स्टेट मिनिस्टर तक जानते थे। एक दिन सुबह - सुबह आरव ने न्यूज़ पेपर खोला तो उसे पता चला कि गवर्मेंट जॉब के एग्जाम का पेपर आउट हो गया। इस खबर को पढ़कर वो परेशान हो गया। शाम को उसके पास एक लड़के का फोन आया।

आरव - हेलो

आरव। .. भाई. आरव… भाई। ऐसा बोलते हुए दूसरा लड़का रोये जा रहा था।

आरव - क्या हुआ, रो क्यों रहा है?

बड़े भाई ने सुसाइड कर लिया। - उस लड़के ने रोते हुए कहा। आरव ने बाइक निकाली और तुरंत ही उस लड़के के घर पहुँच गया।

आरव - क्या हुआ बड़े भाई को?

भैया का लास्ट अटेम्प्ट था, और इस बार भी पेपर आउट हो गया। इसलिए उन्होंने तंग आकर सुसाइड कर लिया - ऐसा कहते हुए वो लड़का जोर - जोर से रोने लगा। आरव को ऐसा सुनकर बहुत ज्यादा दुःख हुआ, उसने पेपर लीक करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय उसी समय ले लिया। अगले दिन उसने अपने सभी साथियों को इकठ्ठा किया और कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना देने बैठ गया।

न्यूज़ चैनल्स में भी ये बात बड़ी जोर - शोर से उठी। न्यूज़ चैनल्स वाले आरव का इंटरव्यू लेने के लिए पहुंचे। एंकर ने पूछा - पढ़ने की उम्र में आप इस तरह धरने पर बैठे हैं।

आरव - "हमारा फ्यूचर खतरे में है। अगर आज हम चुप रहे, तो कल और भी बच्चों को सुसाइड करना पड़ेगा। आज आवाज उठानी ही पड़ेगी।”

धरना दिन प्रतिदिन पढ़ा ही जा रहा था। राजनैतिक दवाव बढ़ने लगा तो पुलिस ने आरव को अरेस्ट कर लिया। इससे कॉलेज में प्रदर्शन शुरू हो गए। न्यूज़ चैनल्स ने इस बात को बढ़ा चढ़ा कर बताया। और देखते ही देखते देश भर के स्टूडेंट्स इससे जुड़ गए। मानवाधिकार आयोग भी आरव के अरेस्ट के खिलाफ कोर्ट में चला गया, इसे पुलिस पर दबाव पड़ा। और पुलिस को आरव को छोड़ना पड़ा।

आरव राजनीतिक दबाव और पुलिस अरेस्ट के बाद और ज्यादा गुस्से में आ गया। वो बाहर आते ही भूख हड़ताल पर बैठ गया। इससे पुलिस पर और दबाव बढ़ गया और उन्होंने जांच तेज कर दी। कुछ दिनों बाद, एक संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा गया। उसका नाम निकोल था। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर उससे पूछताछ की। शुरू में निकोल ने पुलिस को घुमाने की बहुत कोशिश की पर पुलिस ने जब उसके कंप्यूटर की डाटा रिकवरी की तो उन्हें पेपर मिल गए। अंत में निकोल ने स्वीकार कर लिया कि उसी ने पेपर लीक किये थे।

आरव की भूख हड़ताल आज ख़तम होने वाली थी, पर उससे पहले ही उसकी तबियत बिगड़ गयी और वो बेहोश हो गया। उसे तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। एम्बुलेंस में श्रेया भी साथ ही थी। अचानक से आरव को होश आ गया। श्रेया को इतनी ख़ुशी पहले कभी नहीं हुई उसने उसको गले लगा लिया।

श्रेया - तुम ऐसा करते ही क्यों हो? अगर तुम्हे कुछ हो जाता तो।

आरव - तुम्हारे होते हुए मुझे कुछ हो सकता है क्या? तुम हो ना मेरी ढाल जो मुझे हर मुसीबत से बचा लेती हो।

श्रेया - अब तुम कुछ मत बोलो, चुपचाप लेटे रहो। वर्ना मुझ से अभी पिटोगे।

ऐसा कहते हुए श्रेया ने अपने आंसू पौछे। निकोल को ५ साल की सजा हुई, उसके बाद ना तो श्रेया ने ना ही आरव ने कभी निकोल का नाम सुना। निकोल का पूरा नाम था निकोल क्लार्क और वो डेमियन क्लार्क का बड़ा भाई था। डेमियन इसी कारण से आरव से चिढ़ा हुआ था और ये बात ना श्रेया को पता थी और ना ही नीना को।

दूसरी ओर क्लार्क न्यूज़ में इंटरव्यू देकर, अपने कुछ क्लाइंट्स को बचाने में सक्सेसफुल हो गया। पर उसके कुछ क्लाइंट्स कनेक्ट मी को छोड़कर चले गए थे। वो गुस्से से पागल हुए जा रहा था। उसने तुरंत अपने एक एम्प्लॉयी को बुलाया और कहा -

क्लार्क - मुझे शाम तक किसी भी कीमत पर एक हेक्स ट्रोज़न चाहिए।

सर शाम तक ट्रोजन बनाना इम्पॉसिबल है, उसके लिए… जैसे ही एम्प्लॉई कुछ और जवाब देता, क्लार्क ने उसकी बात काट दी।

क्लार्क - अगर शाम तक नहीं बना तो कल से ऑफिस नहीं आना, अब जाओ यहाँ से।

क्लार्क ने गुस्से में कहा। एम्प्लॉयी ने शाम तक हेक्स ट्रोज़न बना दिया था। और उसने उन लोगों को उसे भेज दिया जिनको उसने वेव पर काम करने के लिए भेजा था।

क्लार्क - एक मेल भेजा है तुम्हे, ये आज रात को ही सर्वर पर डाल देना।

क्लार्क अपनी चाल चल चुका था। अगले दिन सुबह वेव का सर्वर डाउन हो गया और अफवाहें फैलने लगीं कि वेव डाउनलोड करने वाले लोगों के मोबाइल फट रहे हैं। सोशल मीडिया पर #नीनासकिलर ट्रेंड करने लगा।

लोग अपने मोबाइल्स से वेव को डिलीट करने लगे थे। अफवाहें इतनी तेजी से फैल रही थीं कि नीना खुद भी हक्की-बक्की रह गई थी। वह अपनी टीम के साथ सर्वर रिस्टोर करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन स्थिति हाथ से निकलती जा रही थी।

नीना : "यह सब कैसे हो सकता है? हम इतने बड़े साइबर अटैक के शिकार कैसे हो सकते हैं? मुझे तुरंत सर्वर चालू चाहिए, और इन अफवाहों का जवाब भी!"

वेव का सर्वर अभी भी डाउन था। नीना की पूरी टीम दिन-रात एक किए बैठी थी, लेकिन सर्वर में मौजूद मैलवेयर डिलीट करने के बाद भी वापिस रिस्टोर होता जा रहा था। दूसरी ओर, क्लार्क टीवी पर बैठा ये सब होते देख रहा था। उसकी चाल काम कर चुकी थी। वेव की प्रतिष्ठा को एक ही झटके में भारी नुकसान हो चुका था। वह अपनी जीत पर मुस्कुरा रहा था।

क्लार्क : "अब देखती जाओ नीना, तुम पूरी तरह बर्बाद होने वाली हो।"

नीना का ऑफिस अफरातफरी में था। लोग काम कर रहे थे, लेकिन जो अफवाहें उड़ रही थीं, उसने सभी को मुश्किल में डाल दिया था। कुछ लोग नीना को दोषी मान रहे थे और सोशल मीडिया पर उसे गाली दे रहे थे।

नीना (खुद से): "अगर ये अफवाहें और फैलीं, तो वेव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। मुझे कुछ करना होगा... लेकिन क्या?"

दूसरी ओर, श्रेया को भी इस बात का अंदाजा हो चुका था कि नीना किस मुश्किल में फंसी हुई है। हॉस्पिटल में नीना आरव से मिलने आयी थी, इसलिए श्रेया ने सोचा कि एक बार नीना से बात की जाये। दूसरी ओर नीना अपने आपको बचाने की पूरी कोशिश कर रही थी। नीना ने एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें उसने बताया कि वेव के सर्वर पर अटैक हुआ था और यह सब अफवाहें झूठी हैं। लेकिन इस बार भी, लोग उसकी बात पर विश्वास नहीं कर रहे थे। अफवाहों की आग इतनी भड़क चुकी थी कि उसकी सफाई भी नाकाम हो रही थी।

नीना : "यह सब अफवाहें हैं। वेव सुरक्षित है, और हमारे सर्वर पर अटैक हुआ था, जिसे हमने ठीक कर लिया है। कृपया इन झूठी बातों पर ध्यान न दें।"

नीना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल तो हुआ, लेकिन उसका असर उल्टा पड़ा। लोगों ने इसे और ज्यादा ट्रोल करना शुरू कर दिया। कुछ ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि नीना झूठ बोल रही है और वह इस हमले के पीछे खुद है। #नीनासकिलर फिर से ट्रेंड करने लगा, और इस बार और भी तेजी से।

वहीं दूसरी ओर, क्लार्क को ये देखकर तसल्ली हो रही थी कि उसका गेम पूरी तरह काम कर रहा है। उसने एक और चाल चली। वो वेव को पूरी तरह से खत्म करना चाहता था, और इस बार उसने नीना की कमजोरी को समझ लिया था। उसने एक और अफवाह उड़ाने की योजना बनाई कि वेव के जरिए यूजर्स का डेटा लीक हो रहा है और सरकार भी इसे ट्रैक कर रही है।

क्लार्क : "अगला कदम उठाओ। अफवाह फैलाओ कि वेव यूजर्स के डेटा को लीक कर रहा है, और ये सब सरकार देख रही है। लोग डर जाएंगे और वेव को पूरी तरह छोड़ देंगे।"

क्लार्क का यह प्लान भी काम कर गया। सोशल मीडिया पर यह बात फैलने लगी कि वेव के जरिए यूजर्स की जानकारी चोरी हो रही है। लोग डरने लगे और वेव को डिलीट करने लगे। नीना को समझ नहीं आ रहा था कि वह कैसे इस अफवाह को रोक पाएगी।

नीना : "क्लार्क... ये सब उसी का किया धरा है। लेकिन मेरे पास इसका कोई सबूत नहीं है। अगर मैंने कुछ नहीं किया, तो सबकुछ खत्म हो जाएगा।"

तभी अचानक से नीना का मोबाइल बजा।

श्रेया : "नीना, मैं श्रेया बोल रही हूँ। हम हॉस्पिटल में मिले थे। ध्यान है।

नीना - हाँ याद आया। आरव की हालत सही है ना।

श्रेया - हाँ, अभी तो वैसी ही है। मैंने इसलिए फ़ोन किया कि अभी तुम पर जो बीत रही है, उससे मैंने सोचा कि तुमसे बात कर लूँ। शायद तुम्हारा दिल हल्का हो जाए।

नीना : "श्रेया... मुझे नहीं पता था कि चीजें इतनी खराब हो जाएंगी। मैं सिर्फ वेव को बचाने की कोशिश कर रही थी, और अब सबकुछ बिखर रहा है।"

श्रेया - देखों मैं सर्वर की बहुत बड़ी एक्सपर्ट तो नहीं हूँ। पर अगर तुम चाहो तो मैं मदद कर सकती हूँ। मैंने साइबर सिक्योरिटी में एम.टेक की है।

नीना - थैंक्स, but तुम भी अभी परेशान हो, और फिर हॉस्पिटल में अंकल एंड आंटी के पास तुम्हारे अलावा कोई और नहीं है।

श्रेया - फिर भी, अगर तुम कहो, तो मैं एक बार आ जाती हूँ।

नीना - जैसा तुम ठीक समझो।

इसके बाद श्रेया, नीना के ऑफिस में जाती है और वहां पर जाकर सर्वर को रिस्टोर करने की कोशिश करती है। पर जैसे ही सर्वर रिस्टोर होता है, तुरंत ही ट्रोज़न वापिस आ जाता है।

श्रेया - बिना हार्ड ड्राइव के कनेक्शन के पॉसिबल नहीं है, एक बार पूरा सर्वर रूम चेक करो, कोई पेन ड्राइव या कोई मेमोरी कार्ड सर्वर में कनेक्ट है।

नीना ने खुद जा कर सर्वर रूम को चेक किया और उन्हें एक हार्डडिस्क में एक मेमोरी कार्ड मिला। उसे निकालते ही, सर्वर को वापिस से रिस्टोर किया तो सर्वर शुरू हो गया। पर एक और बड़ी दिक्कत थी वो ये कि ट्रोज़न क्लाउड के जरिये, सॉफ्टवेयर के बैकएंड में चला गया था, और इसके लिए पूरे क्लाउड से डाटा को डिलीट कर वापिस से डाटा अपलोड करना था और उसके बाद हर एक मोबाइल में वेव को अपडेट करवाना था, वर्ना ट्रोज़न वापिस से आ सकता था।

क्या श्रेया और नीना मिलकर ये काम कर पाएंगी या वेव हो जाएगी बर्बाद?

क्या होगी क्लार्क की अगली चाल?

क्या आरव की तबियत में कोई सुधार होगा?

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