पुलिस को ऊपर से आदेश मिला था कि रैली को किसी भी स्थिति में शांति से ही करवाना है, और रैली में किसी को कोई भी नुकसान नहीं होना चाहिए, इसका भी ध्यान रखना था। पर क्लार्क अपना काम कर चुका था। वो एक ऐसा जाल बुन चुका था, जिसके पूरा होने पर उसका बहुत फायदा होता और फेल होने पर उसका कोई नुकसान नहीं होता। उसे तो बस रैली के शुरू होने का ही इंतजार था। वो सुबह ही न्यूज़ चैनल शुरू करके बैठ गया और रैली को लाइव देखने लगा।
रैली शुरू हुई पर नीना को कोई फ़िक्र नहीं थी, क्योंकि उसे पता था कि रैली शांति से ही पूरी हो जाएगी, वो रैली में आना भी नहीं चाहती थी, पर रैली की बात उसी ने लाइव मीडिया पर सबके सामने की थी। वो चाहती थी जल्द से जल्द से ये रैली पूरी हो जाये। पर क्लार्क ने रैली के लिए कुछ और ही प्लान बना रखा था।
श्रेया भी रैली में शामिल होने गयी, लोग जान की परवाह ना करते हुए रैली में आये थे, श्रेया को इसे देखकर काफी सुकून मिला। आरव के माता - पिता को पुलिस ने रैली में आने से रोक दिया था, क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि आरव की फैमिली से किसी और को कोई भी चोट पहुंचे। जैसे - जैसे रैली चल रही थी। पुलिस आगे के सभी रास्तों पर निगरानी रख रही थी। ड्रोन, सीसीटीवी हर एक तरीका जिससे पुलिस निगरानी रख सकती थी, रख रही थी।
तभी पुलिस डॉग स्क्वाड का एक डॉग एक गड्ढे के सामने जोर - जोर से भौंकने लगा। उसके ऐसा करते ही पुलिस हरकत में आ गयी। पुलिस ने तुरंत ही उस गड्ढे को चेक किया और उनका शक सही निकला उस गड्डे में एक बॉम्ब था। रैली को उस जगह आने में केवल 5 मिनिट ही बचे थे।
पुलिस ने तुरंत ही बॉम्ब स्क्वाड को बुलाया और बॉम्ब को वहां से दूर ले गए। जब तक वो बॉम्ब को वहां से दूर ले जा रहे थे उन्होंने रैली को रोक दिया और नीना को इसमें एक बहुत बड़ा मौका नजर आया। जैसे ही बॉम्ब को डिफ़ूज़ करके दूर लेकर गए, रैली को वापिस से शुरू कर दिया और फिर नीना ने हँसते हुए रैली पूरी की।
न्यूज़ चैनल को फिर से मसाला मिल गया, उन्होंने बॉम्ब की खबर को इस तरह से चलाया कि मानो कोई परमाणु बम मिला हो। एक न्यूज़ चैनल पर - रैली में मिला एक बहुत बड़ा बॉम्ब , ये इतना बड़ा था कि पल भर में पूरा शहर मिट जाता। दूसरे चैनल पर - चैन से सोना है तो जाग जाइये, क्योंकि शहर में मिला है एक बहुत बड़ा बॉम्ब। . इस से रैली ही नहीं पूरे शहर को तबाह करने की कोशिश की जा रही थी।
क्लार्क अभी भी बैठकर टीवी देख रह था, अपने प्लान को फ़ैल होता हुआ देखकर उसने टीवी बंद कर दी। और काम में लग गया। इधर नीना ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया, उसने लोगों के सेंटीमेंट में अपने आंसू मिला दिए और उसे आरव के नाम के साथ जोड़कर लोगों के सामने रख दिया। नीना ने रैली ख़तम होते ही एक भाषण दिया -
नीना - आज ये जो बॉम्ब मिला था ये हमारे हौसलों को तोड़ने के लिए था, ये साजिश थी आरव के आदर्शों को तोड़ने के, ये साजिश थी उस की सिखाई नैतिकता को ख़तम करने की, पर हम उस के उन महान वैल्यूज को कभी कम नहीं होने देंगें। मेरी कंपनी वेव भी आरव के सपने को पूरा करने के लिए काम कर रही है। वेव ने कभी भी उस के आदर्शों के खिलाफ काम नहीं किया। उस का कहना था कि समाज को शिक्षित होना चाहिए, समाज को नैतिकता सीखनी चाहिए, इसलिए हमने हमारे प्लेटफार्म वेव के माध्यम से उन सभी लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है, जो समाज को नयी दिशा दिखा रहे हैं। हमने कभी भी अपने प्लेटफार्म पर मुजरा नहीं करवाया। इसलिए आप सभी से रिक्वेस्ट है कि आरव के आदर्शों को बचाने के लिए, हमारे समाज को बचाने के लिए इस बात को समझे कि कौन सा सोशल मीडिया प्लेटफार्म आपके लिए सही है।
नीना ने बिना सीधे शब्दों के कनेक्ट मी का नाम ले लिया। इससे न्यूज़ चैनल्स पर बहस छिड़ गयी। न्यूज़ चैनल्स वालों ने एक्सपर्ट पैनल बुला लिया, एक्सपर्ट्स ने कहा कि ये बात सच है कि जब तक हम नग्नता को बढ़ावा देते रहेंगें, हम अपने समाज को बुराई के रास्ते पर आगे बढ़ाते रहेंगें। ऐसे में माँ - बाप को अपने बच्चों के मोबाइल से कनेक्ट मी को डिलीट करवाना होगा, वरना वो दिन दूर नहीं जब हजारों माँ - बाप अपने बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे होंगें।
न्यूज़ चैनल्स के द्वारा ये बातें घर - घर तक पहुचंने लगी। माता - पिता अपने बच्चों को सब कुछ दे सकते हैं, पर जब बच्चों के भविष्य की बात आती है वो उतने ही कठोर भी हो जाते हैं। उन्होंने अपने बच्चों के मोबाइल से कनेक्ट मी को हटवा दिया। इससे सीधा असर ये हुआ कि कनेक्ट मी के स्क्रीन टाइम्स में भारी गिरावट देखने को मिली, वहीँ वेव पहले से ही इनस्टॉल था , तो उसका स्क्रीन टाइम अपने आप बढ़ने लगा। एक न्यूज़ चैनल ने क्लार्क को इंटरव्यू के लिए बुलाया।
सर स्वागत है आपका हमारे न्यूज़ चैनल - एबीसी न्यूज़ में,
क्लार्क - आपका बहुत - बहुत धन्यवाद।
देखिये अभी जिस तरह माता - पिता की चिंता चल रही है, उसी बात को नीना जी ने अपने भाषण में कहा था, और उससे आपके कनेक्ट मी पर भी काफी असर पड़ा होगा। एंकर ने पूछा। पर क्लार्क भी एक मंझा हुआ खिलाडी था।
क्लार्क - देखिये, ऐसी तो कोई बात नहीं है, अगर आप केवल डांस कॉम्पिटिशन की बात कर रहे है तो उसके लिए तो केवल 7 लाख लोगों ने ही पार्टिसिपेट किया था, और कनेक्ट मी के यूजर की बात की जाये तो वो करीब 80 करोड़ के आस - पास होंगें। मतलब 0.1% लोग डांस कॉम्पिटिशन से जुड़े थे।
पर, ऐसा बोला जा रहा है कि समाज पर इससे बुरा असर पड़ेगा। एंकर से पूछा।
क्लार्क - ये कोई पहली बार नहीं है, जब लोगों ने किसी आर्ट फॉर्म पर आरोप लगाए हों।
मैं कुछ समझा नहीं - एंकर ने कहा।
क्लार्क - इसे आपके लिए बिलकुल सिंपल कर देता हूँ, वेज खाने वाले नॉनवेज को बुरा बोलते हैं, वीगन वाले वेज को। और नॉनवेज वाले वीगन को। ऐसे ही हर किसी व्यक्ति को कुछ पसंद होता है वो दूसरों को छोटा दिखाने के लिए उस पर इस तरह का आरोप लगा देता हैं। ये तब से चला आ रहा है, जब से हमारा समाज चल रहा है। और आज भी ये चल ही रहा है। मैं दावे से कह सकता हूँ जो कनेक्ट मी समाज के लिए कर रहा है वो कोई भी सोशल मीडिया नहीं कर रहा?
वो कैसे?
क्लार्क - हमें कुछ लोगों को हर महीने एक फिक्स सैलरी देते है, केवल हर दिन की एक रील बनाने के लिए और पता है वो कौन सी केटेगरी है?
डांस? एंकर से उत्सुकता में कहा।
क्लार्क - नहीं। तीन केटेगरी है - पहली साइंस न्यूज़, दूसरी स्किल डेवलपमेंट और तीसरी - रिलिजियस एजुकेशन।
मतलब आप चाहते हैं लोग पढाई - लिखाई छोड़ कर धर्म की नॉलेज ले।
क्लार्क - आपने शायद बाकी दो केटेगरी नहीं सुनी, पर आपके सवाल का जवाव पहले दे देता हूँ, हमने कोई रास्ते से चलते हुए किसी व्यक्ति को इसके लिए नहीं चुना, बल्कि इस काम के लिए जिन - जिन को चुना है वो अपने फील्ड में महारत रखते है, जैसे रिलीजियस के लिए केवल उन्ही व्यक्तियों को सेलेक्ट किया गया था, जिन्होंने अपने रिलिजन में पीएचडी कर रखी थी, क्योंकि ज्ञान हर कोई बाँट देता है, पर सही ज्ञान देना मुश्किल है। पर पता है ऐसे लोगों की रील्स पर कितने व्यूज आते हैं।
हर एक पर कम से कम दस लाख। - एंकर ने कहा।
क्लार्क - यही तो, ये नंबर सच्चाई से कोसों दूर है। अगर सभी के एवरेज को भी लिया जाये तो 100 व्यूज भी नहीं आते हैं, क्योंकि ये सच बताते हैं और लोगों को सच की आदत ही नहीं है।
केवल 100 - एंकर ने चौंकते हुए पूछा।
क्लार्क - हाँ, और हम इस काम से घाटे में जा रहे हैं, पर समाज को सही दिशा मिलती रहे इसलिए हमें नुकसान भी मंजूर है।
पर साइंस न्यूज़ वालों को तो भर - भर कर व्यूज आते हैं - एंकर ने पूछा।
क्लार्क - हाँ लेकिन जो साइंस के नाम पर कुछ भी जानकारी दे देते हैं, केवल उनके। असली जानकारी को ढंग से समझाने वाले लोगों के नहीं। क्योंकि लोगों को केवल एंटरटेन होना है उन्हें सही - गलत से कोई मतलब ही नहीं है।
जी, पर अभी जो आप पर इल्जाम लगे वो डांस कॉम्पिटीशन के लिए थे, आपने स्कर्ट को कम्पलसरी कर दिया, इसका मतलब स्कर्ट ही बेस्ट ड्रेस है, वैसे बता दूँ ये मेरा नहीं जनता का सवाल है - एंकर बोला।
क्लार्क - पहली बात ये डांस कॉम्पिटिशन कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं था। इसके लिए डिटेल प्लान बनाया गया था। जिनको डांस पसंद है और बहुत अच्छा करते हैं उन्हें कोई जानता ही नहीं है, फिर हम वर्ल्ड लेवल पर कैसे जीतेंगें। इस बार की वर्ल्ड लेवल की इथेनिक कम वेस्टर्न से ही स्कर्ट थीम को लिया गया था।
पर केवल लड़कियों को, लड़के भी तो अच्छा डांस करते हैं - एंकर ने सवाल किया।
क्लार्क - अरे! अभी तो शुरू हुआ है ये, मैच की पहली बॉल हुई है और आप एक ही बाल पर चौका, छक्का और विकेट सभी चाहते हो, ये हो नहीं सकता ना, आगे का प्लान है हमारा।
मतलब आप आगे लड़कों का डांस कॉम्पिटिशन भी करेंगें।
क्लार्क - इसका फैसला केवल मैं नहीं लेता। एक टीम है जो इन सभी बातों को डिसाइड करती है, मैं केवल ये देखता हूँ कि इससे समाज पर कोई नेगेटिव इम्पैक्ट तो नहीं पड़ेगा।
जी, जनता ने कुछ सवाल भेजे है, अब एक बार उनको ले लेते हैं - एंकर बोला और एक कार्ड उठा कर पढ़ने लगा - पहला सवाल तो ये है कि आपका कनेक्ट मी प्लेटफार्म शराब और गुटखे को प्रमोट करता है, क्या आप यूथ को नशे की लत लगवाना चाहते हो।
क्लार्क - ये सवाल एडवेर्टीजमेंट के लिए है और पहले भी बहुत बार उठ चुका है और इसका जवाव में पहले भी बहुत सी जगहों पर दे चुका हूँ। कनेक्ट मी की अल्गोरिथम इस टाइप से है कि लोग जिस चीज को ज्यादा देख रहे हैं, उसी का एड उन्हें दिखाया जाता है, अब जो शराब की रील्स ही देखेगा उसे शराब का ही एड दिखेगा।
एंकर ने दूसरा सवाल पूछा - आपको क्या लगता है कि आरव के हमले के पीछे कौन हो सकता है?
क्लार्क - वही जिसको इससे सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा हो।
मतलब?
क्लार्क - देखिये, हम आरव के साथ एक डील साइन करने वाले थे, इससे हमारी सोशल मीडिया कंपनी सबसे बड़ी बन जाती, अब आप खुद सोचिये ऐसा कौन है जो हमें आगे नहीं बढ़ने देना चाहता।
एंकर - आपका इशारा किस ओर है?
क्लार्क - मेरा इशारा किसी ओऱ नहीं है, बस मैं ये कहना चाहता हूँ कि ऐसा कौन है जो केवल आरव के नाम का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रहा है, उस पर ध्यान दीजिये, आपको शायद हमलावर मिल जाये।
ऐसा कहकर क्लार्क वहां से चल दिया, पर क्या क्लार्क की कही बात से नीना पर कोई असर पड़ेगा?
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