मीरा को घर पहुंचते-पहुंचते रात के दस बज गए…आर्यन की कार मीरा की बिल्डिंग के नीचे खड़ी थी। रॉल्स रॉयल जैसी महंगी कार का उस सोसाइटी में आना बड़े ही हैरत की बात थी, क्योंकि उस सोसाइटी में ज्यादातर मीडिल क्लास या नाइन टू फाइव जॉब वाले इंसान रहते थे….इतनी मंहगी कार इन सभी की पहुंच से बाहर थी।
बिल्डिंग का गार्ड जो मीरा को अच्छे से पहचानता था….उसे कार से उतरते देख हैरान रह गया। उसकी नजर में मीरा की छवि एक साफ सुथरी चरित्र वाली लड़की की थी…जो केवल अपने काम से काम रखने वाली इंसान थी। पर आज वह एकदम अलग नजर आ रही थी…इतनी रात को मंहगी कार से उतरना, बैकलेस ब्लाउज, पिंक कलर की साड़ी, मेकअप, जूड़ा...उसने हमेशा मीरा को एक ही स्टाइल में देखा है।
मीरा ने गार्ड से नजरे चुरा ली, 'वह पक्का मेरे बारे में कुछ उल्टा सीधा सोच रहा होगा पर मैं यह सब सोचकर क्यों परेशान हो...मुझे पता है कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है।
मीरा ने साड़ी के पल्लु से अपना बैक साइड कवर कर लिया। वह आर्यन को बॉय करने के लिए मुड़ी।
‘’ऐसे सूखा-सूखा बॉय....घर में एक कॉफी के लिए भी नहीं बुलाओगी?‘’ आर्यन ने शरारत भरे अंदाज में मुस्कुराते हुए पूछा।
मीरा ने चारों ओर देखा.…हर दूसरे तीसरे फ्लोर से कुछ चेहरे बालकनी या खिड़की से झांक रहे थे, उनकी नजरें आर्यन की कार और मीरा पर थी। आर्यन को घर बुलाना तो दूर की बात थी…वह तो यह भी नहीं चाहती थी कि आर्यन उसकी सोसाइटी में अपनी कार लेकर जाए और उसका तमाशा बना दे।
‘’फिर कभी मिस्टर आर्यन देशमुख अभी मैं बहुत थक गई हूं, नींद भी आ रही है…कल सुबह जल्दी उठकर ऑफिस भी जाना है।‘’
‘थकान कहो तो मैं मिटा दूं.?’’ आर्यन ने बड़े ही नशीले अंदाज में मीरा से कहा।
मीरा गुस्से से आर्यन की ओर देखने लगी....ओके ओके सॉरी मेरे कहने का तुम कुछ और ही मतलब ले रही हो। मैं यह कहना चाह रहा था कि तुम्हारे लिए बिना दूध और चीनी की एक ब्लैक कॉफी बना देता हूं और फिर तुम्हारा सिर सहला दूंगा जिससे तुम्हें अच्छी नींद आएगी।‘
‘’मुझे इसकी जरूरत नहीं है, वैसे भी मैं रात को कॉफी नहीं पीती, मेरी नींद डिस्टर्ब हो जाती है और वैसे भी मैं ठंडा शॉवर ले लूंगी तो मेरी थकान उतर जाएगी।‘’
‘’ऊफ्फ कोल्ड शॉवर, अंग अंग में ताजगी आ जाती है ना?‘’ आर्यन ने बड़े ही मादक अंदाज में मीरा को देखकर कहा।
इस इंसान के कितने रूप हैं, इसको समझना तो मेरे बस की बात नहीं, कुछ भी कहो उसका एक गलत मतलब ही निकाल लेता है। कहीं यह सच में जबरदस्ती मेरे घर में न घुस जाए....आ भी सकता है जो इंसान इतना सबकुछ कर सकता है उसका मेरे घर में बिना बुलाए आ जाना कौन सी बड़ी बात है?
तभी गॉर्ड मीरा के पास आकर बोला, ‘’बेटा…दस से ऊपर हो गया है, तुम्हें तो पता है कि इस सोसाइटी का गेट दस बजे तक बंद हो जाता है, अगर तुम्हारे दोस्त को यहीं रूकना है तो इनसे बोलो कार पार्किंग में लगा दें मुझे गेट बंद करना है।‘’
मीरा बोली, ‘’नहीं नहीं अंकल…ये बस जा ही रहे हैं।‘’
मीरा ने आर्यन से कहा, ‘’ओके आर्यन गुड नाइट।‘’
गार्ड, आर्यन को ध्यान से देखने लगा, ऐसा लग रहा था कि वह आर्यन को पहचानने की कोशिश कर रहा था।
आर्यन ने कंधे उचकाकर बाय किया और कहा, ‘’हम साथ में कॉफी जरूर पीएंगे।‘’
ड्राइवर ने कार सोसाइटी के बाहर की ओर मोड़ दी। दूर आर्यन के बॉडी गार्ड खड़े थे…जो अपने बॉस के पागलपन से भरी हरकतों से उब गए थे। आर्यन की जान को वैसे ही हर समय खतरा रहता था ऊपर से एक मीडिल क्लास की लड़की को रिझाने के चक्कर में वो अपनी रेपूटेशन दांव पर लगा रहा है।
मीरा जल्दी-जल्दी अपने फ्लैट की ओर बढ़ने लगी.…सीढ़ियों से चढ़ते समय वो अचानक सोसाइटी के एक आवारा लड़के रजनीश से टकरा गई। मीरा की साड़ी के पल्लु का वह छोर जिससे मीरा ने अपना दूसरा कंधा कवर कर रखा था, वह गिर गया, मीरा का सुंदर सुडौल और संगमरमर सा चमकता कंधा रजनीश के सामने प्रकट हो गया।
रजनीश के हाथ में शराब की आधी भरी हुई बोतल थी...शराब पीने के बाद भी रजनीश के सिर पर कुछ खास नशा नहीं चढ़ा था। रजनीश के मन में मीरा के लिए बहुत दिनों से कुछ प्यार जैसा था…वह एक छोटा सा डांस बार चलाता था, आज मीरा का अलग रूप देखकर जैसे वह भीतर ही भीतर सुलग उठा।
‘’वाह जानेमन, आज तो तुम हाई वोल्टेज करेंट वाली आइटम लग रही हो‘ रजनीश मीरा को ध्यान से देखते हुए बोला।
मीरा गुस्से से तमतमा उठी, हट जाओ मेरे रास्ते से...’’
‘’बहुत ही मुश्किल से तो तुम ऐसे अकेले में मिली हो...चलो तुम्हें एक अच्छी जगह ले चलता हूं।‘’
‘’मुझे घर जाना है, वैसे भी मैं बहुत थक गई हूं‘’ मीरा अपने सामने खड़े रजनीश को हटाने की कोशिश करने लगी, वह खुद को कोस भी रही थी कि वह लिफ्ट से क्यों नहीं आई.? बेकार में ही इस लफंगे से सामना हो गया।
रजनीश ने मीरा का हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया, मीरा हड़बड़ा उठी...वह चिल्लाना चाह रही थी कि तभी गॉर्ड का गुस्से से भरा स्वर सुनाई दिया ''ऐ बेवड़े....मैडम का हाथ छोड़ वरना एक सीटी बजाऊंगा सोसाइटी के सारे गार्ड यहां खड़े हो जाएंगे।‘’
रजनीश मीरा का हाथ छोड़ते हुए बेशर्मी से हंसा और गार्ड से बोला, ‘’आप लोग मुझे दोष दे रहे हैं, अरे यही मुझ पर डोरे डाल रही है…वरना इतनी रात को अकेले सीढ़ी के पास क्या करने आई थी?‘’
‘’मैडम अपने घर जा रही हैं, मुझे पता है, ये अभी दो-तीन मिनट पहले ही एक कार से उतरकर इधर आई हैं। झूठ मत बोला करो, सोसाइटी में तुम्हारे खिलाफ बहुत सारी शिकायतें आई हैं, डांस बार चलाते हो, नई-नई लड़कियों को अपने घर में लाते हो और सोसाइटी की शरीफ लड़कियों को अकेले में पाकर छेड़ते हो…तुम्हारे जैसे लोगों को तो रेड लाइट एरिया में रहना चाहिए।''
रजनीश ने फिर से उसी बेशर्मी से मीरा की ओर संकेत करते हुए गार्ड को जवाब दिया, ''शरीफ.…किस एंगल से ये तुम्हें शरीफ लग रही हैं, इनके कपड़े तो देखो, ऐसी साड़ी ऐसा बलाउज , जिसे पहनना न पहनना एक जैसा है। कोई भी शरीफ लड़की इतनी रात को ऐसे कपड़े पहनकर लौट रही है तो उसे शरीफ नहीं कहा जा सकता, वह भी तब जब वह एकदम अकेली रहती हो।‘’
‘’चुप रहो रजनीश….'' गार्ड ने उसे फिर से डाटा, अपने जैसा सबको मत समझा करो, मीरा बेटा तुम अपने घर जाओ, इस नशेड़ी दारूबाज दुष्ट आवारा लफंगे की बात पर ध्यान मत दो, बहुत दिनों से इसकी शिकायतें आ रही हैं...शरीफों की जगह पर गंदगी फैला रहा है।‘’
‘’शरीफों की जगह माई फुट…वह तो दिख ही रहा है कि कितने शरीफ लोग रहते हैं यहां पर….कहकर रजनीश ने शराब की बोतल जमीन पर दे मारी।
मीरा की आंखे भर आई थी, वह जल्दी-जल्दी अपने फ्लैट के सामने पहुंची....लॉक खोलकर अंदर घुसी और जल्दी से दरवाजा बंद कर के गहरी-गहरी सांसे लेने लगी। जिस चीज से मीरा डर रही थी…उसकी शुरूआत हो चुकी थी।
वह बाथरूम में घुस गई और अपना चेहरा धोने लगी…स्वयंवर शो रूम के मेकअप आर्टिस्ट ने मीरा से कहा था कि वह अपन मेकअप रोजवाटर और कॉटन से उतारे, पर इस समय वह गुस्से और दुख से इतना धधक रही थी कि सामने पड़े फेशवास से ही अपना चेहरा धोने लगी।
आज का दिन वाकई में बहुत-बहुत खराब था...सुबह की शुरूआत में वह चीफ वाला बुरा सपना उसके बाद कुछ भी अच्छा नहीं हुआ। मीरा कल के बारे में सोचकर परेशान हो रही थी....होटल में उसकी कितनी सारी फोटोज ली गई थी वह तो गिनती ही नहीं कर पाई।
न जाने किस किस न्यूज पेपर में उसकी और आर्यन की साथ वाली फोटो छपेगी..? क्या पता किसी न्यूज चैनल में भी होटल की वो बिजनेस पार्टी के बारे में दिखाया जा रहा हो? मीरा की हिम्मत नहीं हुई कि वह टीवी खोलकर देख ले।
आर्यन ने उसे ऐसा गेटअप दिया कि एक ही नजर में वह अपनी सोसाइटी के लोगों के लिए अजीब हो गई.…गार्ड अंकल और रजनीश के अलावा पता नहीं किसने किसने मुझे ऐसे गेटअप में देखा था…कल सुबह होते ही मेरे पास फोन पर फोन आने लगेंगे।
मीरा के आसपास कई सारे सवाल गूंजने लगे, ‘’तुम आर्यन देशमुख की गर्लफ्रेंड हो.? कितने दिनों से यह सब चल रहा है..? इतने अमीर लड़के को कैसे पटा लिया यार? अपनी खूबसूरती का पूरा इस्तेमाल किया तुमने।‘
और वह पत्रकार इंद्राणी दत्ता, बाप रे कितनी खतरनाक रिपोटर्र थी, पता नहीं कल के पेपर में क्या-क्या मिर्च मसाला लगाकर लिखेगी..? इन लोगों के न्यूज पेपर की बिक्री बढ़ेगी, टीआरपी बढ़ेगी और मेरी तो बदनामी…पता नहीं कल से मेरे साथी मेरे साथ कैसा बिहेव करेंगे?
कल से मैं लोगों से कैसे नजरें मिलाऊंगी..? हे भगवान, यह मैंने क्या कर दिया? वह आर्यन तो जैसे मुझे सम्मोहित कर देता है, मैं एक रोबोट के जैसे बिना कुछ सोचे समझे उसका कहना मानने लगती हूं...मैं उसका विरोध क्यों नहीं कर पाती? जबकि मैं उसके साथ भरे बाजार में मिली थी, फिर होटल में, मेरे पास वहां से निकल जाने का रास्ता था पर फिर भी मैं नहीं गई...इसके लिए कहीं ना कहीं मैं ही जिम्मेदार हूं।‘’
मैं उसे खुद अपने साथ यह सब करने देने के लिए खुली छूट दे रही हूं, अगली बार जब वह मिलेगा तो मैं उसे पहचानने से मना कर दूंगी....उसका कोई भी रौब, कोई भी तानाशाही मुझपर नहीं चलेगी…मैं मीरा मल्होत्रा हूं, मुझे कोई यूं ही अपने हिसाब से नहीं चला सकता।‘’
एक तरफ मीरा, दूसरी तरफ चीफ की आंखों से नींद कोसो दूर थी....वह होटल ताज में खिंचे गए मीरा की फोटो देख रहा था, ’’हर फोटो में यह पहले से ज्यादा सुंदर लग रही है’ चीफ ने अपने बगल में लेटे अभिजीत से कहा।
अभिजीत, चीफ के साथ प्यार भरे पल बिताकर उंघने लगा था, अब उसे एक मीठी नींद की जरूरत थी...जिस रात वह चीफ के साथ होता था उसे बहुत ही अच्छी नींद आती थी। चीफ के जीवन में मीरा का आना एक तरह से अभिजीत के लिए खतरे जैसा था…हालांकि उसे भी चीफ की तरह मीरा की सच्चाई पता थी। उसने चीफ से मीरा को मसल देने की बात कही थी…चीफ से प्यार करने का हक केवल अभिजीत को था, और दूसरी बात वह चीफ से प्यार का नाटक नहीं कर सकता….वह तो सच्चे दिल से चीफ को चाहता था।
‘’मुझे यह लड़की अपनी बाहों में चाहिए अभि...कुछ ऐसा करो की यह मुझसे इम्प्रेस हो जाए...जल्दी से जल्दी मुझसे प्यार करने लगे‘’ चीफ ने अभिजीत से कहा।
अभिजीत ने बंद आंखो से कहा, ‘’हां ताकि जल्दी से जल्दी यह आपको ऊपर पहुंचा सके….इसका इरादा जानते हुए भी तुम ऐसा कैसे कह सकते हो? यह तुम्हारी मौत बनकर तुम्हें ढूंढ रही है और तुम इसकी बाहों में रात गुजारना चाहते हो, वैसे मुझमें क्या कमी है?‘’ कहकर अभिजीत ने करवट ली और चीफ को अपनी बाहों में भरने लगा।
चीफ उससे अलग होते हुए बोला, ‘’लड़कों से तो बहुत प्यार कर लिया और अब लड़की का प्यार पाने में कोई हर्ज नहीं है, वैसे भी आठ साल पहले मैंने तुम्हारी होने वाली मालकिन को खो दिया था और आज मीरा में मुझे वही नजर आई।‘’
‘’होने वाली मालकिन, वह भी आपसे प्यार नहीं करती थी...जोर जबरदस्ती आपने उसे प्यार करने के लिए मजबूर किया था, उसका अगर बस चलता तो वह भी आपको मार डालती। शुक्र है कि वह मर गई, वरना आज आपकी फोटो पर हार चढ़ा होता और आपकी करोड़ो की सम्पत्ति किसी चैरिटेबल ट्रस्ट के काम आ रही होती, हमें भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि हमें उसकी वो डायरी मिल गई जिसमें उसने लिखा था कि वह आपको मार डालना चाहती है, पर यह मीरा यह तो सीधा-सीधा अपने सिर पर कफन बांधकर आई है।‘’
अब चीफ ने अभिजीत को अपनी बाहों में भरते हुए कहा, ‘’अब छोड़ो ना यह सब, मुझे पता है तुम मुझे बचा लोगो...’’
हां क्योंकि मैं तुमसे प्यार करता हूं, एक दोस्त से कहीं ज्यादा गहरा है हमारा प्यार।‘’
‘’अभि, कुछ ऐसा करो कि मीरा मुझ पर मर मिटे….रात दिन वह केवल मेरे बारे में सोचे, मेरे कारण उसकी भूख प्यास मिट जाए, मुझे पाने के लिए कुछ भी कर गुजरे और मेरी लाइफ में आ जाए।‘’
‘’हां हां क्यों नहीं, जिससे तुम मुझे अपनी लाइफ से दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल फेंको।‘’
‘’अभि प्लीज, तुम्हें लगता है कि मैं ऐसा कर सकता हूं, कभी नहीं…प्लीज मेरी खातिर।‘’
‘’ठीक है चीफ मैं कुछ सोचता हूं‘’ अभिजीत के दिमाग में एक खतरनाक प्लान बनने लगा।
वह अपने चीफ की खुशी और सलामती के लिए कुछ भी कर सकता था, जैसे उधर करन मारिया का काम तमाम करने की पूरी प्लानिंग कर चुका था।
क्या अगला दिन वाकई मीरा के लिए मुश्किलों वाला होगा?
चीफ मीरा से वाकई प्यार करने लगा है या केवल एक साजिश है?
अभिजीत, चीफ और मीरा को मिलवाने के लिए क्या प्लान बनाएगा?
जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्बत।
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