मीरा हद से ज्‍यादा इस पार्टी में नर्वस फील कर रही थी, यहां केवल बिजनेस मैन ही नहीं बल्‍कि फिल्‍म इंडस्‍ट्री के बी ग्रेड और सी ग्रेड फ्लाप एक्‍टर और एक्‍ट्रेस, फैशन वर्ल्‍ड की कुछ माडल्‍स, खेल जगत और एडवरटाइजिंग कम्‍पनी की कई सारी जानी मानी हस्‍तियां थी। 

मीरा की निगाहें आर्यन को ढूंढ रही थी….मुझे अंदर भेजकर न जाने कहां गायब हो गया?

चीफ की वे गहरी स्‍लेटी आंखे मीरा के चेहरे से हट नहीं रही थी…नैना उसे मारना चाहती थी, इसे अगर जरा भी नुकसान पहुंचाने के बारे में नैना ने सोचा भी तो मैं उसकी बॉडी में पत्‍थर बंधवाकर समुद्र में फिकवा दूंगा...यह मुझसे झूठे प्‍यार का नाटक करेगी, पर मैं इसे सच में प्‍यार करूंगा। सोचा ही नहीं था कि उसके मरने के बाद कभी कोई दूसरी लड़की को प्‍यार कर पाऊंगा…पर यह तो मुझे पहली ही नजर में भा गई। 

जैसा की चीफ ने अपने चारों सशस्‍त्र कमाडों को आदेश दिया था कि पहली बात तो कैजुअल ड्रेस में रहना है और दूसरा मुझसे इतनी दूरी बनाकर नार्मल तरीके से पार्टी में ऐसे रहना है जैसे कि वे किसी के बॉडीगार्ड नहीं बल्‍कि पार्टी में एनवाइट किए गए कोई बिजनेस पर्सनालिटी हों। 

मीरा ने आर्यन का ख्‍याल अपने दिल से निकालकर मारिया के बारे में सोचना शुरू कर दिया। उसने कहा था कि चीफ भी इसी पार्टी में आएगा….क्‍या वह आ गया या फिर आने वाला होगा?

 

मीरा घूम घूमकर लोगों की नजरों से अपने आप को बचाते हुए एक एक नामी बिजनेस टाइकून के अगल-बगल से होकर गुजरने लगी…वो किसी से मिलना नहीं चाहती थी, किसी से बातें नहीं करना चाहती थी, किसी से कोई परिचय नहीं बनाना चाहती थी। वो तो सिर्फ चीफ को या फिर उस सुनहरी भूरी आंखों वाले शैतान को ढूंढ रही थी जो उसकी नजरों में एक पापी था कातिल था। वह कोई आम इंसान नहीं था...करोड़पति या शायद अरबपति था, पर इन फेमस लोगों में से वह किस नाम से था। 

वह एक नजर भर कर आंखों में देख रही थी, सामने वाले की नजर अगर उससे टकरा जाती थी तो मीरा झेंप जाती थी....कोई उसे देखकर हल्‍के से मुस्‍कुरा देता, कोई उसकी ओर वाइन से भरा गिलास से ही उसके शरीर की ओर संकेत करके उसकी सुंदरता की तारीफ करता रहा। 

वह तीस से पैंतीस साल की उम्र के बिजनेस मैन पर ज्‍यादा ध्‍यान दे रही थी जिनमें से चीफ हो सकता था...क्‍या वह आया नहीं है? वह भूरी आंखे कहीं दिख नहीं रही थी। 

 

मीरा एक एक को देखकर गहराई से जांचने लगी थी, उससे चार कदम दूर खड़े पेट्रोलियम इंडस्‍ट्रीज के सीईओ गौतम गोस्‍वामी जिसकी उम्र लगभग बत्‍तीस से चौंतीस साल के बीच की थी…तीन चार सुपरमाडल्‍स से घिरा था...उन सभी माडल्‍स ने काफी छोटे कपड़े पहन रखे थे और गौतम बड़ी ही बेशर्मी से उनके शरीर के अंगो की तारीफ कर रहा था। वे फोटोग्राफरों की नजरों में थे वरना पता नहीं शायद गौतम उन्‍हें गलत तरीके से छू भी देता।

मीरा को तो यह भी नहीं पता था कि चीफ का स्‍वभाव कैसा है....लड़कियों के लेकर उसकी सोच क्‍या है, क्‍या वह लड़कियों से इज्‍जत से पेश आता है या फिर उन्‍हें यूं ही इस्‍तेमाल करने की चीज समझता है जैसे यह गौतम गोस्‍वामी है, आर्यन भी कम नहीं है, वह भी अपने पैसे की पॉवर के बल पर मुझे यूज ही कर रहा है….हो सकता है कि चीफ भी ऐसा ही हो या फिर इनसे अलग। 

फिर मीरा की नजर इसी उम्र के एक दूसरे बिजनेस टाइकून अतुल शाह पर पड़ी….वह भी एक स्‍ट्रगलिंग एक्‍ट्रेस के साथ बैठकर सिगरेट पी रहा था, उसकी लाल आंखे चढ़ी हुई थी. वह एक्‍ट्रेस के कंधे पर झुका हुआ था...ऐसा लग रहा था कि उसने खूब सारी शराब पी ली है और अब किसी भी समय उस एक्‍ट्रेस के ऊपर गिर सकता है, वह एक्‍ट्रेस भी जैसे इसी ताक में थी कि अतुल उसके ऊपर गिरे और मीडिया वालों को एक मसालेदार न्‍यूज मिल जाए जिससे वह भी लोगों की नजरों में चढ़ जाए…इस पॉपुलैरिटी से किसी ना किसी फिल्‍म में रोल तो मिल ही जाएगा।

तभी मीरा की नजर हॉल के बीचोबीच बने बार काउंटर पर गया....वहां भी उसी चीफ की उम्र का एक लड़का खड़ा था...पराग कपूर, बाप बहुत ही बड़ा बिजनेस मैन और पॉलिटिशियन। अपने बाप के नाम और पैसे का फायदा उठाकर पराग ने फिल्‍मों में बतौर हीरो के रूप में खुद को आजमाया…पर वह पराग कपूर था, कपूर खानदान का कपूर नहीं.…दो तीन फिल्‍मों के फ्लाप होने से करोड़ों का नुकसान होने के बाद पिता सुदीप कपूर ने पराग के लिए फिल्‍मों में पैसे लगाने से मना कर दिया और बिजनेस संभालने की नसीहत दे दी। 

 

‘’यह तो चीफ बिल्‍कुल भी नहीं हो सकता, यहां का माहौल देखकर तो लग ही नहीं रहा कि यहां कोई बिजनेस से रिलेटेड बात होने वाली है, सब अपने में ही मस्‍त…कोई किसी को गंदी नजरों से देख रहा है तो कोई किसी को शराब पिला रहा है।‘’  

चीफ की होंठो पर जबरदस्‍त मुस्‍कुराहट थी....वह मीरा की इस बेचैनी और उलझन का भरपूर मजा ले रहा था....’’तड़पो डार्लिंग...तड़प में जो मजा है, वह आसानी से मिल जाने वाली चीज में कहां है....चीफ ने मन बना लिया था कि अब वह मीरा को और नहीं परेशान करेगा.…वह मीरा की ओर बढ़ने लगा, तभी हॉल की दूसरी ओर जा रही मीरा आर्यन से टकरा गयी।

‘’अरे-अरे क्‍या कर रही हो, लगता है तुमने पूरे हॉल का चक्‍कर लगा लिया है?

‘’कहां थे आप?‘’ मीरा ने शिकायत भरे लहजे में आर्यन से पूछा। 

आर्यन के आने से मीरा को काफी राहत महसूस हुई...हालांकि वह आर्यन से पीछा छुड़ाकर यहां से घर जाना चाहती थी, अब उसे यहां घुटन सी महसूस हो रही थी.…ऐसी जगह उसे नरक जैसी प्रतीत हो रही थी। पर उसे रूकना था….डिनर तक आर्यन के साथ रहना था। 

आर्यन ने बड़े ही अधिकार से अपनी दोनों बांहे मीरा के खुले कंधो पर रखते हुए कहा, ‘’मैं तो यहीं था, तुम्‍हारे दिल में तुम मेरे बारे में ही सोच रही थी ना...?’’ 

मीरा आर्यन की इस हरकत पर चौंक गई…’’ये ये आप क्‍या कर रहे हैं? हाथ हटाइए लोग देख रहे हैं...’’ मीरा का मन हुआ कि वह आर्यन का हाथ हटाकर अपने से दूर धकेल दे...पर इसका नतीज भी बहुत बुरा होता…जिसकी वार्निंग आर्यन ने उसे पहले ही दे दी थी। 

यह जबरदस्‍ती अपने घर में रख सकता है, गर्लफ्रेड बनाकर इतनी बड़ी हाईफाई पार्टी में ला सकता है तो और भी बहुत कुछ कर सकता है। 

आर्यन ने उसकी आंखो में झांकते हुए कहा, ‘’तो देखने दो ना...मैं तो इसलिए ही तुम्‍हें यहां लेकर आया हूं कि लोग तुम्‍हें और मुझे एक साथ देखे। यह अफवाह यहीं बंद हो जाए कि मैं वो हूं...’’ 

 

उसी समय उनके चेहरे पर कैमरे फ्लैश होने लगे…मीरा की घबराहट चरम पर पहुंच गई, पर आर्यन के चेहरे पर कोई भाव ही नहीं थे। माथे पर कोई शिकन नहीं...कैमरामैन को देखकर वो ऐसे मुस्‍कुराया मानो उसे इसी पल का इंतजार था। 

‘’ओह माई गॉड, तो आखिरकार आर्यन देशमुख अपनी गर्लफ्रेंड के साथ दुनिया के सामने आ गया।‘’ 

मीरा के पीछे एक आवाज आई…एक लड़की की आवाज....मीरा पलटी सामने खड़ी उस शख्‍सियत को देखकर सिहर उठी। यह कोई साधारण इंसान नही थी फेमस फिल्‍म और पॉलिटिकल मामलों की रिपोर्टर थी…..इंद्राणी दत्‍ता, लोग इसकी कलम से खौफ खाते थे। 

फेमस पर्सनालिटी की निजी जिंदगी में झांकने उनके बारे में लिखना इसका फेवरेट काम था…ऐसा भी कहा जाता था कि बड़े-बड़े लोग खुद ही इंद्राणी को पैसे देकर अपने बारे में मसालेदार और चटखारेदार बातें लिखवाते थे जिससे कि वे फेमस हो जाएं। 

मीरा के पसीने छूट गए...कल तो फिल्‍मी मैगजीन के मेन पेज और हिंदुस्‍तान टाइम्‍स के पेज थ्री पर पक्‍का मेरी और आर्यन की फोटो छपेगी....ओह गॉड सब कुछ खत्‍म हो जाएगा और मारिया, मेरा वह प्‍लान उसकी तो ऐसी की तैसी हो जाएगी। 

इसके बाद तो मैं चीफ की नजरों में भी आ जाऊंगी, फिर उसे पहचान कर उसके करीब जाने के सारे रास्‍ते भी बंद हो जाएंगे...मारिया तो मुझसे बहुत ही ज्‍यादा नाराज हो जाएगी। 

 

‘’तो कब कर रहे हैं आप शादी....’’ इंद्राणी ने मीरा को देखकर आंख मारी और आर्यन से पूछा। 

आर्यन ने मीरा को अपने करीब खींच लिया...उनका शरीर एक दूसरे से सटा हुआ था। मीरा आर्यन के शरीर की खूशबू महसूस कर रही थी, आर्यन की उंगलिया मीरा की कमर से खेल रही थी। मीरा कसमसा रही थी, पर आर्यन के कहे मुताबिक उसे जबरदस्‍ती मुस्‍कुराना था। 

‘बहुत ही जल्‍दी मिस इंद्राणी....आप जानती हैं कि आर्यन कोई भी काम लोगों से छिपाकर नहीं करता। शादी और प्‍यार जैसी चीजें तो कभी नहीं...यह तो लाइफ में केवल एक ही बार होती हैं…शादी करूंगा और बड़े धूमधाम से।‘’

वाह….मतलब जैसा कि हम सब समझ रहे थे आप वो नहीं हैं‘’ इंद्राणी ने आर्यन और मीरा के करीब आकर पूछा। 

‘’बिल्‍कुल नहीं, आपके सामने मेरी गर्लफ्रेंड मेरे पास है….हां यहां बहुत सारे गे पर्सनालिटी हैं, आप उनकी खबरें सामने ला सकती हैं।‘’

दूर चीफ का एक दोस्‍त अभिजीत खड़ा मुस्‍कुरा रहा था....उसके चीफ पत्रकारों के साथ लगे थे। हमारे चीफ भी कितना झूठ बोलते हैं.…..शुक्र है मीरा उन्‍हें पहचान नहीं सकी। चीफ जो कहते हैं वह कर के ही रहते हैं, लगता है वे मीरा को अपना बनाकर ही रहेंगे....वरना वे शायद ऐसी बोरिंग पार्टी में कभी नहीं आते। 

 

इंद्राणी के जाने के बाद मीरा ने आर्यन से पूछा....वो लड़की कहां है जिससे आपकी शादी होने वाली है.? 

मेरी शादी तो तुमसे होने वाली है, अभी तो तुमने खुद ही सिर हिलाकर कबूल किया।

मीरा की आंखे फैल गई, ‘’वह तो एक नाटक था, जो आपने ही मुझसे करने के लिए कहा था, अब प्‍लीज बताइए कि वह लड़की कहां है जिसे आपके पैरेंट्स ने आपके लिए पसंद किया था और मुझे उसके सामने लाकर आप उससे पीछा छुड़ाना चाह रहे थे, केवल इतना ही काम था आपको मुझसे ना?‘’ 

‘’उसका तो मुझसे पीछा तब ही छूट गया जब तुम और मैं इस होटल के बाहर साथ आए थे...किसी ने हमारी फोटो खींचकर उसे और मेरे पैरेंट्स को भेज दी...मेरे पैरेंट्स तो तुम्‍हें देखकर बहुत खुश हैं, उन्‍हें अपने बेटे के लिए तुम्‍हारी ही जैसी बहू चाहिए थी। 

व्‍हाट, पर यह पॉसिबल नहीं है...आप बात बहुत आगे बढ़ा रहे हैं, देखिए मिस्‍टर आर्यन…आपका काम हो गया ना। अब मुझे प्‍लीज घर पहुंचा दीजिए…पिछली बार आपने कहा था और इस बार मैं कह रही हूं कि प्‍लीज आप दोबारा मुझसे मिलने की कोशिश मत कीजिएगा….प्‍लीज वे फोटोज पेपर में मत छपने दीजिएगा।‘’

आर्यन ने कंधे उचकाकर कहा, ‘’जैसा तुम चाहो...वैसे आर्यन लोगों की प्राइवेसी का बहुत ध्‍यान रखता है और मुझे भी यह लेट नाइट पार्टी पसंद नहीं है, वैसे भी मेरा काम तो हो चुका है, अब हमें चलना चाहिए, हम लाइट डिनर तो ले सकते हैं।‘

रात के नौ बज चुके थे...चीफ का कोई सुराग न मिलने से मीरा कहीं ना कहीं हताश हो चुकी थी, पता नहीं मारिया की खबर सच थी भी या नहीं वह आया भी था या उसे गलत सूचना मिली थी।

ऐसी पार्टी में आने का मौका मीरा को दोबारा नहीं मिलने वाला था, पर मीरा इससे भी ज्‍यादा यह सब सोचकर परेशान थी कि कहीं कल सुबह वह मुंबई में आर्यन देशमुख की गर्लफ्रेंड के नाम से फेमस न हो जाए। आर्यन अपनी बात से मुंह तो नहीं मोड़ लेगा? यह असल में है क्‍या? यह तो मीरा नहीं जान पाई, दो ही तो मुलाकात हुई है हमारी...वह भी एक तरह से बेमन और जबरदस्‍ती...हम एकदम अलग है, बहुत फर्क है हममे...हैसियत से लेकर सोच विचार, जिंदगी जीने के मायने। 

मैं आर्यन जैसे आदमी के साथ तो शायद एक दिन नहीं रह सकती। यह साथ रहता है तो मेरा दिमाग तमाम उलझन और परेशानियों से भर जाता है। ऊफ्फ कब खत्‍म होगा यह सब, मुझे अब घर जाकर सोना है...बहुत तमाशा हो गया। डिनर के बाद फैशन शो और म्‍युजिक शो होने वाला था…मीरा को यह सब देखने में कोई इंटरेस्‍ट नहीं था।

 

उसने आर्यन से कहा, आर्यन का भी वहां काम हो चुका था....उसने मीरा को हैरान करते हुए उसके कंधे पर हाथ रखा और एक लवर की भांति उसे देखते हुए होटल के बाहर ले आया। मीरा ने उसका हाथ झटक दिया...आर्यन मुस्‍कुरा दिय। 

सीधे मेरे घर पहुंचाइए और कहीं नहीं।‘’ 

आर्यन ने दोनों हाथ उठाकर कहा, ‘’जैसी आपकी आज्ञा देवी जी।‘’ 

फिर मीरा ने अपनी पहनी हुई साड़ी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘’यह मैं कल मेरा मतलब है जब हमारी और आपकी अगली मुलाकात होगी तब यह आपको दे दूंगी। 

‘’मैं साड़ी नहीं पहनता…यह आप मेरी ओर से गिफ्ट समझकर रख लो।‘’

मीरा कुछ ना बोली…’’यह आदमी अपने आप में एक सीक्रेट पर्सनालिटी है‘’ मीरा ने मन ही मन कहा। 

 

उधर अपने बेड पर लेटा चीफ मीरा के बारे में सोच रहा था। उसके बदन पर सिवाय एक शार्टस के कुछ नहीं था, कमरे में जीरो वॉट का बल्‍ब जल रहा था...उसी रोशनी में चीफ के जैसा ही आदमकद वाले इंसान ने कमरे में प्रवेश किया।

चीफ ने एक ठंडी सांस ली…इशारे से उसे अपने पास बुलाया....अभिजीत ने अपने कपड़े उतार दिए और चीफ के बगल में लेट गया। चीफ ने उससे कहा....मुझे मीरा पसंद आ गई है, आई थिंक अब मुझे तुम्‍हारे जैसे मर्दों को छोड़कर औरत को प्‍यार करने के बारे में सोचना चाहिए। 

अभिजीत, चीफ का सीना सहलाते हुए बोला, ‘’सही है, तुम्‍हारी इमेज सुधर जाएगी, वरना लोग तुम्‍हें वो बुलाते हैं, पर मैं तुम्‍हारी लाइफ में नहीं रह पाऊंगा।‘’

चीफ उससे लिपट गया और बोला….मीरा तो एक समय के लिए मेरी रहेगी, पर तुम हमेशा मेरे हमनवां बनकर रहोगे। 

वह जीरो वॉट का बल्‍ब भी बुझ गया। 

 

 

चीफ मीरा को अपने करीब लाने के लिए क्‍या करेगा? 

क्‍या वह आर्यन को रास्‍ते से हटा देगा?

क्‍या चीफ की सच्‍चाई कि उसे मर्द पसंद हैं, मीरा को पता चल पाएगा?

जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्‍बत। 

 

 

 

 

 

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