नैना से बात करने के बाद चीफ ने अपने चेहरे का मास्‍क उतारा, एक गहरी सांस ली...सामने टेबल पर रखे पानी से भरा गिलास उठाया और एक ही सांस में गटक गया।

वह मुंबई की एक सीक्रेट बिल्‍डिंग थी, जहां चीफ का ऑफिस था.…चीफ का असली चेहरा प्‍लास्‍टिक सर्जरी के बाद केवल चार लोगों ने देखा था, वे थे चीफ के वे चारों कंमाडो जो साए की तरह हमेशा चीफ के साथ रहते थे। वे पंद्रह सालों से चीफ के साथ थे, तब से जब चीफ ने काम संभाला था और एक्‍सीडेंट के समय भी वे उस कार से थोड़ी ही दूरी पर थे जिसे चीफ की गर्लफ्रेंड चला रही थी। 

उन्‍होंने अपनी जान पर खेलकर चीफ की जान बचाई...ये चारों कमांडो हद से ज्‍यादा वफादार और नमकहलाल थे। युग, अभिजीत, करन और मकरंद चीफ के निजी कमांडो…सिक्‍योरिटी गार्ड, बाउंसर, निजी सलाहकार और इन सबसे बढ़कर चीफ के सबसे अच्‍छे दोस्‍त थे। चीफ के एक इशारे पर किसी की जान ले सकते थे और बिना कोई सवाल पूछे, बिना किसी झिझक के अपनी जान दे भी सकते थे। इन चारों की आपसी सलाह पर ही चीफ का चेहरा बदला गया था और उनके दुश्‍मनों और विशेषकर गदृारों को गुमराह किया गया ताकि उन्‍हें सामने लाकर उनका खात्‍मा किया जा सके।

चीफ का असली नाम क्‍या है? आजतक किसी को नहीं पता चल पाया, यह इन चारों की खुफिया रणनीति का कमाल था। इन पर चीफ आंख बंद कर के विश्‍वास कर सकता था। चीफ को आज बिजनेस पार्टी अटेंड करने के लिए जाना था, चीफ ने एक छोटा सा शीशा उठाया...अपनी सुनहरी भूरी आंखे देखी…आंखो के ऊपर वो कटा हुआ निशान। 

जो एक्‍सीडेंट से पहले भी था और एक्‍सीडेंट के बाद भी…युग उस निशान को भी भरवाना चाहता था पर चीफ ने मना कर दिया था यह कहकर कि उसके असली चेहरे की कोई एक निशानी तो होनी चाहिए। 

 

शीशे में अपनी भूरी सुनहरी आंखे निहारने के बाद चीफ ने अपनी भूरी आंखो पर गहरे ग्रे कलर का लेंस लगा लिया। दुनिया की नजरों मे चीफ की आंखे भूरी सुनहरी थी, पर अब वह लोगों के सामने इसी ग्रे कलर की आंखों वाले बिजनेसमैन के रूप में आता था। सबको लगता था कि इसकी आंखों का रंग यही है। 

आंखो पर लेंस चढ़ाने के बाद अभिजीत ने चीफ की आंखो के ऊपर उस कटे निशान को एक स्‍पेशल स्‍किन कलर की क्रीम से भरने लगा। चीफ अभिजीत की ऊंगलियों को अपनी ऊंगलियो से सहलाने लगा, अभिजीत मुस्‍कुरा दिया। 

क्रीम लगाते हुए अभिजीत ने कहा, ‘’तुम्‍हें नहीं लग रहा कि नैना हमसे गदृारी कर रही है, लैब में जो कुछ हुआ है मुझे उसपर शक है।‘’ 

चीफ ने अपनी बंद आंखो से कहा, ‘’जानता हूं, केवल नैना ही नहीं अमरीश भी गदृार है, उसने अपनी बेटी का कत्‍ल भी नहीं किया है, उसकी जगह किसी और को मारा है।‘’ 

यह सुनकर अभिजीत के हाथ जहां थे वहीं रूक गए…मकरंद ने चीफ के पास आकर कहा, ‘’क्‍या तुम्‍हें नहीं लगता कि वे आपको कुछ ज्‍यादा ही बड़ा वाला बेवकूफ समझने लगे हैं?‘’ 

चीफ ने इशारे से अभिजीत को अपने माथे का निशान भरने को कहा और फिर मकरंद से बोला, ‘’बेवकूफ नहीं वे मुझे बहुत बड़ा चू….समझ रहे हैं, पर कोई बात नहीं…लाइफ में मनोरंजन का होना बहुत जरूरी है, वरना सबकुछ बोरिंग सा लगता है। मुझे मूवी देखना तो पसंद नहीं है...पार्टियों में जाना भी अच्‍छा नहीं लगता, हां बिजनेस पार्टी हो तो अलग बात है और मोबाइल पर आने वाले छोटे मोटे रील भी नहीं देखता, तो मेरा मन कैसे बहलेगा...इन्‍हीं सब चीजों से मैं अपने आप को रिचार्ज करता हूं।‘’

करन चीफ को बताना चाह रहा था कि जॉन की बीवी मारिया आपके पीछे पड़ी है, वह माउंट आबू गई है...आपकी गर्लफ्रेंड के बारे में कुछ जानकारी हासिल करने, पर क्‍या फायदा बताकर? मुझे नहीं लगता कि चीफ अभी मारिया का मर्डर करवाने का आर्डर देंगे...मुझे ही कुछ करना होगा। 

 

चीफ होटल ताज की पार्टी में जाने के लिए एकदम रेडी हो गया था…युग चीफ के पास आकर बोला, ‘’क्‍या तुम्‍हें पता है कि होटल ताज में और कौन आने वाला है, तुम्‍हारे उसी फार्महाउस के लैब के गदृारों से ही रिलेटेड है कोई। 

चीफ ने अपनी टाई ठीक करते हुए युग से कहा, ‘’तुम चारों के चारों एक जैसे हो, एकदम घुमा फिराकर बातें करने वाले...युग मुझे पता है, वह अमरीश की बेटी है मीरा मल्‍होत्रा, अरे वह मुझसे प्‍यार करना चाहती है...तो बुरा क्‍या है? वैसे भी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, झूठी ही सही कम से कम कोई लड़की मुझ पर मरेगी तो…जैसा कि मैंने पहले कहा कि लाइफ में इंटरटेनमेंट का होना बहुत जरूरी है, मुझे लगता है कि इस शह और मात के खेल में बहुत मजा आने वाला है।‘’

लेकिन चीफ वह कोई प्‍यार-व्‍यार नहीं करने वाली है, वह आपको मारने के इरादे से आपके करीब आना चाहती है।‘’ 

‘’तो आने दो, तुमने कभी सुना है क्‍या कि एक बाज़ को एक नन्‍हीं सी चिड़िया ने मारा है, बिजनेस की दुनिया में वह एक नई चिड़िया है जिसने अभी-अभी उड़ना सीखा है, जोश में है, थोड़ा फड़फड़ाने दो, तुम भी जानते हो कि मैं उसे चुटकियों में मसल सकता हूं।‘’ 

‘’लेकिन चीफ, वह पार्टी में आपको ढूंढने और पहचानने की कोशिश करेगी…

‘’करने दो, इसमें तो और मजा आएगा...जब वह थक जाएगी तो मैं उसे खुद बता दूंगा कि चीफ क्‍या चीज है?‘’ 

पूरी तरह से रेडी होकर चीफ ने अपने चारों बाउंसर कम दोस्‍तों से कहा, ‘तुम चारों उस पार्टी में कैजुअल ड्रेस में रहना, मुझसे एक निश्‍चित दूरी बनाकर रहना, गलती से भी मेरे करीब आने की कोशिश मत करना। अभी कार में भी तुम मेरे साथ नहीं रहोगे, तुम लोगों की कार मेरी कार से कम से कम एक किलोमीटर की दूरी पर रहेगी।‘’ 

‘’लेकिन चीफ….‘’ मकरंद ने कहा

‘’लेकिन वेकिन कुछ नहीं, मेरी कार बुलेटप्रूफ है, तुम चारों को पता है, अगर पार्टी में तुम लोग मेरे आसपास रहोगे तो मीरा मेरे करीब कैसे आएगी? समझो ना यार इतनी सुंदर लड़की खुद आकर मेरे ऊपर मर मिटना चाहती है तो मैं यह मौका क्‍यों छोड़ू?‘’

कलाई में बंधी अपनी मंहगी घड़ी में टाइम देखते हुए चीफ ने कहा, ‘’अब मुझे निकलना चाहिए, मेरे निकलने के दो मिनट बाद तुम लोग निकलना।‘’ 

चीफ के निकलते ही इन चारों ने एक दूसरे को देखा, कुछ इशारा किया और तुरंत रेडी होकर पार्किंग की ओर भागे। इन चारों में से करन ने कार में बैठने से पहले एक सीक्रेट फोन नंबर डायल किया…उसे मारिया को ठिकाने लगाना था। 

 

मीरा मेकअप रूम से बाहर निकली….शोरूम में खड़ा आर्यन मीरा को देखता रह गया। चेहरा जैसे पूनम की रात का चमकता हुआ चांद, धरती का बेदाग चांद, स्‍याह रात जैसी नशीली काली आंखे मानों मदिरा का छलकता हुआ कोई प्‍याला हो, आर्यन के हाथ में पकड़ा हुए वाइन का स्‍वाद भी अब फीका हो चला था। 

आर्यन के सामने ऐसा सौंदर्य खड़ा था जिसे देखकर विश्‍वामित्र जैसे ऋषि मुनियों के भी इमान डोल जाएं, आर्यन तो फिर भी एक साधारण इंसान था, भला वह खुद पर कैसे कंट्रोल कर सकता था। मीरा ने अफसोस से भरी ठंडी सांस ली.…खुद को ही कोस रही थी कि आखिर वह यह सब क्‍यों कर रही थी? चार इंज ऊंची हील वाली सेंडिल पहने मीरा बहुत ही सोच समझकर चल रही थी। 

उसकी कमर ऐसे लचक रही थी जैसे गुलाब के फूल से खिली नाजुक डाली लचक रही हो। आर्यन ने आगे बढ़कर मीरा की मुलायम कमर पर हाथ रख दिया और स्‍वयंवर शो रूम को मुस्‍कुराकर थैंक्‍स कहा। 

 

मीरा, अपनी कमर पर आर्यन की लम्‍बी और सख्‍त ऊंगलियों की छुअन से सिहर उठी। वह आर्यन के साथ नीचे उतरने लगी....नीचे आकर आर्यन ने उसके लिए कार का दरवाजा खोला, मीरा कार में बैठ गई….तभी मीरा को अपनी उस ड्रेस का ध्‍यान आया जो वह अभी कुछ देर पहले पहनकर यहां आई थी। 

‘’ओह गॉड मैं इस आर्यन की दी हुई साड़ी में तो अपने घर नहीं जा सकती, यह आर्यन मेरा दिमाग घुमा देता है।

आर्यन भी कार में मीरा के बगल में आकर बैठ गया। मीरा की सांस और तेज हो गई...उसने अपनी मुट्ठियां भींच ली और दिल में आर्यन से कुछ पूछने की हिम्‍मत बटोरने लगी। 

कुछ क्षण बाद उसने आंखे खोली और बगल में बैठे आर्यन की ओर देखा, जो उसे ही देखकर मुस्‍कुरा रहा था...मीरा झेंप गई…फिर अपने डर पर काबू करने की कोशिश करते हुए आर्यन से पूछा, ‘’आप मुझे बताएंगे कि आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर होटल में क्‍यों ले जा रहे हैं? और वह भी बिजनेस पार्टी में जहां गर्लफ्रेंड की कोई जरूरत नहीं है, मुझे पता है कि वहां बिजनेस डील की बातें होंगी, इन्‍वेस्‍टमेट के एग्रीमेंट साइन किए जाएगें, नए आइडिया पर चर्चाएं चलेंगी…’’

इसके आगे मीरा कुछ और कहती कि तभी आर्यन ने कहा, ‘’इसके बाद ब्‍लू इम्‍पीरियल की बोतले खुलेंगी, शैम्‍पेन बहाए जाएगी, खूबसूरत माडल्‍स कैटवॉक करेंगी, म्‍युजिक बैंड अपना शो प्रेजेंट करेंगे, डिनर होगा, उसके बाद और भी बहुत कुछ….’’ आर्यन ने मीरा के और करीब आते हुए कहा। 

वह मीरा के इतना करीब आ गया कि आर्यन की गर्म सांसो की खुशबू मीरा अपने अंदर महसूस करने लगी थी। मीरा अपने गुस्‍से को काबू में करते हुए बोली, ‘’मेरे सवाल का जवाब दीजिए, मुझे वहां अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर क्‍यों ले जा रहे हैं?‘’

आर्यन थोड़ा सा पीछे हट गया, ’’बहुत जिददी हो तुम, मुझे तो लगा था कि इसका जवाब तुम मुझे खुद दोगी.…लगता है तुमने मेरी प्राइवेट लाइफ के बारे में कुछ ज्‍यादा नहीं पढ़ा है।‘ 

मीरा ने कार के बाहर देखते हुए कहा, ‘’मैं किसी की प्राइवेट लाइफ के बारे में कोई इंटरेस्‍ट नहीं रखती, चाहे वह सेलिब्रिटी ही क्‍यों ना हो..? मैं केवल अपने काम की चीजें पढ़ती हूं।‘’

‘’इंटरेस्‍टिंग हो तुम, तो ठीक है मैं बता ही देता हूं, एक्‍चुली लोग मुझे गे समझते हैं।

मीरा बुरी तरह चौंक कर पलटी और आर्यन को देखने लगी। 

‘’गे जानती हो ना किसे कहते हैं, वही जो एक लड़का दूसरे लड़के से, समझ गई ना?‘’ 

मीरा सदमे से अपनी जगह जम गई, उसकी आश्‍चर्य से आंखे फैल गई। उसने सच में आर्यन के बारे में इतनी गहराई से तो कभी नहीं पढ़ा था। 

आर्यन हंसने लगा...’’तुम इसे सच समझ रही हो? मैं ऐसा कुछ नहीं हूं…एक्‍चुली मैं ऐसी न्‍यूज से तंग आ चुका हूं, और मेरी फैमिली भी मुझे ऐसा समझने लगी है इसलिए उन लोगों ने मेरे लिए एक लड़की पसंद की है जो मेरे टाइप की नहीं है, इसलिए इस अफवाह पर लगाम लगाने के लिए कि मैं गे नहीं हूं और उस लड़की को अपने रास्‍ते से हटाने के लिए मैं तुम्‍हें अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर ले जा रहा हूं…आज मेरे दोनों काम हो जाएंगे।’’ 

‘’यह गलत है....’’ मीरा ने नाराजगी भरे स्‍वर में कहा, ‘’गे वाली बात तो ठीक है समझ में आता है पर वह लड़की जो आपसे शादी करना चाहती है, मेरे कारण….’’

‘’वह मुझसे नहीं मेरे पैसों से शादी करना चाहती है, उसका इरादा मेरी लाइफ पार्टनर बनने का नहीं है, आर्यन से तगड़ा एलिमनी पाने का है, वह शादी करके मुझसे डिवोर्स ले लेगी जिसके बदले मुझे उसे मोटी रकम देनी होगी...उसका एक बॉयफ्रेंड है, उसी के साथ तो मिलकर यह प्‍लानिंग की है।’’ 

‘’ओह…आपको यह सब कैसे पता चला?‘’ मीरा ने आर्यन को सहानुभूति भरी नजरों से देखते हुए पूछा।

‘’आर्यन देशमुख के जितने दुश्‍मन हैं उससे कहीं ज्‍यादा दोस्‍त हैं, हमदर्द हैं, सलामती चाहने वाले लोग भी हैं, इन्‍हीं में से किसी ने मुझे उस लड़की का सच बताया था।‘’ 

‘’तो फिर आप अपने घरवालों को उस लड़की का सच बता क्‍यों नहीं देते हैं…वे कोई दूसरी लड़की आपके लिए ढूंढ देंगे।‘’ 

‘’यही तो मैं नहीं चाहता, आज तुम्‍हारे बारे में वे जान जाएंगे और उस लड़की से पीछा भी छूट जाएगा।‘’

मीरा कुछ सोचते हुए बोली, ‘’लेकिन इससे तो मैं सबके सामने आ जाऊंगी….मेरी प्राइवेट लाइफ खत्‍म हो जाएगी, जहां भी मैं जाऊंगी, मीडिया मेरे पीछे भागेगी...मैं यह सब कभी नहीं चाहती थी, अभी भी इसकी कोई चाहत नहीं है, प्‍लीज अभी भी समय है मुझे घर जाने दीजिए, किसी और को अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर लोगों के सामने ले आइए।‘’ 

‘’अब समय खत्‍म हो चुका है, वैसे टेंशन मत लो....तुम्‍हारा एक भी फोटो न्‍यूज में नहीं आएगा और अगर आ भी गया तो चेहरा नहीं आएगा।‘’

 

वे होटल ताज की शानदार पार्किंग के सामने खड़े थे, आर्यन कोई साधारण नहीं वीआईपी भी नहीं बल्‍कि वीवीआईपी था। 

आर्यन जैसे बड़े बिजनेसमैन की एंट्री गेट अलग थी.…उसने मीरा को कार से उतारकर उसकी कमर पर हाथ रखा, एंट्री गेट के पास खड़े कैमरामैन और फोटोग्राफरों को देखकर मीरा घबरा गई।

‘रिलैक्‍स…कुछ नहीं होगा, तुम सीधे अंदर जाओ मैं अभी आता हूं।‘’

मीरा अपने हाथ से अपना चेहरा किसी तरह छुपाते हुए अंदर आ गई....राहत की सांस लेते हुए चारों ओर देखने लगी।

चारों ओर पेज थ्री पार्टी नजर आ रही थी, वहीं एंट्री गेट पर गहरी ग्रे कलर की आंखें मीरा को देख रही थी। चीफ मीरा की चमकती कमर और बैकलेस ब्‍लाउज में दिख रही पीठ और कंधा निहार रहा था, आज वह वाकई बहुत सुंदर लग रही थी...इतनी सुंदर लड़की अगर मुझसे प्‍यार करना चाहती है तो क्‍या बुरा है? मुझे भी तुम पसंद हो मीरा...’’

चीफ ने कहा, और अपनी पसंदीदा सिगरेट को मुंह में लगाकर सुलगा लिया। 

 

 

अब मीरा की लाइफ में क्‍या नया मोड़ आएगा? 

एक ओर आर्यन मीरा को अपने करीब ला रहा है, दूसरी ओर चीफ जिसे सब पता है?

क्‍या चीफ सच में मीरा को प्‍यार करने लगेगा? 

मारिया का क्‍या होगा? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्‍बत।

 

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