Ep 14 - Thief 

 

उस luxury store के अंदर crystal की रोशनी चमक रही थी, लेकिन माहौल बिल्कुल अलग था। प्राची अभी भी shock में खड़ी थी, उसकी आंखें व्योला के हाथ में पकड़े black card को देख रही थीं।

 

प्राची अभी भी shock में थी, "तुम्हारे पास ब्लैक कार्ड कैसे हो सकता है? ये तो सिर्फ बहुत ज्यादा अमीर लोगों के पास होता है!”

Female staff की आंखों में शैतानी चमक आई। वो आगे झुकी और बोली, "कहीं तुमने इसे चुराया तो नहीं है? क्योंकि तुम्हारी औकात तो..." उसने बात अधूरी छोड़ दी, लेकिन मतलब साफ था।

 

स्टाफ को व्योला का मज़ाक उड़ाते हुए देख, विशाल के दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन उसने नाराज़ होने का नाटक किया और अपनी भौंहें सिकोड़ लीं और कहा, “ ऐसे मत बोलो। व्योला ऐसा कुछ नहीं कर सकती। वो... वो अच्छी लड़की है।" 

 

फिर वो व्योला की तरफ मुड़ा, "व्योला, तुम बुरा मत मानना। ये लोग तुम्हें जानते नहीं... इसलिए ऐसे बोल रहे हैं।"

 

यह सुन कर व्योला को हँसी आ गई। वह प्राची और उसे इग्नोर कर, चुपचाप वहाँ से जा रही लेकिन उन लोगों ने उसे जाने नहीं दिया। और अब जब सब मिल कर उसका मज़ाक उड़ा रहे थे, तो क्या वह उन्हें इतनी आसानी से उन्हें जाने देगी? वो इतनी कमज़ोर नहीं थी कि पलट कर उन्हें जवाब भी न दे पाए। ये उसकी फितरत नहीं थी! और अब तो उन लोगों ने उसे चोर भी कह दिया था।

 

उसने कहा, “जब तुम मुझे जानते ही नहीं हो, तो मेरे बारे में ऐसी बकवास कैसे कर सकते हो?”

 

उसने अपनी कोल्ड नज़रों से शॉप असिस्टेंट्स को घूरा और आगे बोली, "तुम्हें पता है कि किसी innocent इंसान पर झूठा आरोप लगाना कितना बड़ा गुनाह है? पता है इसकी तुम्हे क्या सजा मिल सकती है?"



 

जब उसकी बर्फ़ जैसी आँखें असिस्टेंट्स पर पड़ीं, तो कुछ पल के लिए वे सहम गए। लेकिन फिर उन्हें याद आया कि व्योला तो एक गरीब लड़की है, जो उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती, तो वे फिर से उसका मज़ाक उड़ाने लगे।

 

 “हाहा।”

 

एक शॉप असिस्टेंट ने हँसते हुए कहा, “इल्ज़ाम? हमने कौन सा इल्ज़ाम लगाया? जब पैसे नहीं हैं, तो लग्ज़री स्टोर में शॉपिंग करने का सपना कैसे देख लिया? शक्ल से ही चोर लग रही हो, इसका मतलब तो साफ है कि जो कार्ड तुम्हारे पास है वो किसी और का है।”

दूसरी स्टाफ ने कहा, "अरे तुम तो ऐसे बात कर रही हो जैसे कोई बड़ी madam हो! शक्ल से ही चोर लग रही हो - pakka वो card चोरी का है!"



 

“हाँ! एकदम चोर लगती हो, ऊपर से धमकी भी दे रही हो। जैसे कोई बहुत बड़ी हस्ती हो। कह रही हो कि हमें कीमत चुकानी पड़ेगी! तुम समझती क्या हो खुद को?”

 

“हाहाहा! हाँ! हम तो डर ही गए। हमें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी!”

 

प्राची आगे आई, उसकी आवाज में fake sweetness थी। "व्योला, अगर तुम्हें कोई problem है तो हमें बताओ। हम help करेंगे। लेकिन ऐसे... चो..." उसने word को अधूरा छोड़ दिया, लेकिन meaning साफ था।

 

उसके शब्दों का मतलब साफ था। वह भी उन असिस्टेंट्स की बातों को सही मान रही थी। वो भी व्योला को चोर ही कह रही थी।

 

विशाल ने व्योला को देखा। उसने कहा,  "व्योला... क्या सच में तुम्हारी condition इतनी खराब हो गई है कि तुम्हें ये सब करना पड़ रहा है?"

 

उसने ऐसा दिखाया जैसे उसे इस बात का अफ़सोस था।  

उसने dramatic pause लिया, अपनी बात को sink होने दिया। फिर आगे कहने लगा, "अगर तुम्हें paise की जरूरत है तो मुझसे कह सकती थी। आखिर... हम कभी एक साथ हुआ करते थे। मैं फिर भी तुम्हारी help कर देता।"

 

वो words “हम कभी साथ हुआ करते थे”  यह सुनकर व्योला को लगा जैसे वो अंधी थी जिसने हमेशा उसका साथ दिया था। 

प्राची का उस पर इल्ज़ाम लगाना वो समझ सकती थी। लेकिन वो… वो भी उसे चोर साबित करने में तुला था?
क्या वो उससे इतनी नफ़रत करता था ? 

व्योला ने उसकी तरफ ऐसे देखा जैसे वो किसी बेवकूफ़ को देख रही हो, और बिना एक शब्द कहे उस शॉप से बाहर निकल गई।

 

“देखा, कैसे चुपचाप चली गयी? यक़ीनन चोरी करने आई थी।”

 

“कोई ऐसा कैसे कर सकता है?”

 ***

व्योला को ऐसे ही खाली हाथ बाहर आते देख, ड्राइवर जो उसके साथ आया था, उसने पूछा, "मैडम, आप यहाँ ऐसे? मैडम को कोई कपड़ा पसंद नहीं आया क्या?"

 

"अंकल," 

व्योला ने उसके सवाल का जवाब नहीं दिया, बल्कि अपना सिर थोड़ा नीचे कर पूछा, "क्या आपके पास शान्विक का नंबर है?"

 

यह सुनकर वो एकदम से चौंक गए। उन्होंने कहा, “... हां ! है।”

 

"तो, बताइए मुझे।"


रमिल अंकल को समझ ही नहीं आया कि वह क्या कहें। मैडम के पास सर का फोन नंबर नहीं था? हालाँकि वे हैरान थे, पर जल्दी ही उन्होंने अपना मोबाइल निकाला और शान्विक का नंबर दिखा दिया।


व्योला ने एक नज़र डाली और तुरंत शान्विक को कॉल कर दिया। बहुत देर तक रिंग जाती रही, फिर जाकर रिसीव हुई।

 

 "हैलो।"

 

एक ठंडी और धीमी आवाज़ सुनाई दी। व्योला कुछ सेकंड चुप रही, फिर बोली, "... मैं व्योला बोल रही हूँ।"

 

शान्विक कुछ पल शांत रहा। फिर उसने पूछा, "ये तुम्हारा नंबर है?"

 

वो सोचने लगी थी, ‘ये सिर्फ उसका भ्रम था या हकीकत, लेकिन जब उसने अपना नाम लिया तो उसे लगा कि शान्विक की आवाज़ पहले जैसी ठंडी नहीं रही। वो थोड़ी सॉफ्ट सी लगने लगी थी।’

 

"हाँ।" उसने सिर हिलाते हुए कहा।

 

कुछ सेकंड के बाद शान्विक ने कहा, "मैंने सेव कर लिया है। तुम भी मेरा नंबर सेव कर लो।"

 

"ठीक है, कर लूंगी!" व्योला ने अपने फोन को कसकर पकड़ लिया।


गुस्से में आकर उसने उसे कॉल तो कर लिया था, लेकिन अब उसे पछतावा हो रहा था। आख़िर अभी उनकी शादी भी नहीं हुई थी और ऐसे में उसे परेशान करना सही नहीं लग रहा था। वो सोचने लगी, “क्या वो ये सोचेगा कि मैं ज़्यादा परेशान कर रही हूँ?”
 

लेकिन... सच में उसे बहुत गुस्सा आ रहा था। उसे आज तक कभी किसी ने चोर कहा नहीं था।


जब व्योला ने कुछ नहीं कहा तो शान्विक ने पूछा, “तुमने मुझे कॉल क्यों किया? क्या तुम मुझे मिस कर रही थी?”

उस आदमी की मोहक आवाज़ जैसे सीधे उसके कानों में नहीं बल्कि दिल में उतर गई हो, जिससे व्योला का दिल ज़ोर से धड़क उठा। उसका चेहरा एकदम लाल हो गया था।

 

“अब क्या करूँ?”

 

"मिस्टर ग्रेवाल वो..."

 

"मेरा नाम लो, या फिर मुझे hubby कहो। मैं 'मिस्टर ग्रेवाल’ नहीं सुनना चाहता।"

 

ये request नहीं थी। ये command था, quiet authority के साथ जिसमें कोई argument नहीं हो सकती थी।

 

व्योला चुप हो गई।

 

शान्विक बोला, "मैं रास्ते में हूँ। लगभग 30 मिनट में पहुँच जाऊँगा। अगर तुम्हें भूख लगी हैं, तो कुछ खा लेना। मेरा आने का वेट मत करना।"


व्योला ने कहा, "ठीक है।"

 

"व्योला?" शान्विक ने अचानक उसका नाम लिया।

 

"हाँ?" व्योला ने कहा।

 

शान्विक ने पूछा, "क्या तुम मुझसे कुछ कहना चाहती हो?"

 

व्योला कुछ सेकंड तक झिझकी, फिर धीरे से पूछा, "मैं अभी मॉल के एक स्टोर में हूँ। रमिल अंकल ने कहा कि ये मॉल बिग शॉट कंपनी का ही है, क्या ये सच है?"

 

शान्विक ने सीधा कहा, "हाँ।"

 

व्योला ने कहा, "तो..."

 

शान्विक ने कहा, "हाँ?"

 

व्योला ने पूछा, "तो मैं भी इस मॉल की बॉस हुई, है ना?"

 

ये कहते ही उसे महसूस हुआ कि उसका चेहरा शर्म से लाल हो गया।  क्यूंकि वो अपनी boldness पर embarrassed feel करने लगी थी।

 

शान्विक शायद उसके इस सवाल से थोड़ा चौंक गया था। कुछ सेकंड की चुप्पी के बाद उसने हल्की सी हँसी हँसी और कहा, "बिलकुल।"

 

"तो फिर... अगर बॉस को लगे कि कर्मचारियों का behaviour और उनका रवैया अपने कस्टमर के प्रति खराब है, तो क्या उन्हें निकाला जा सकता है?"

 

व्योला थोड़ी हिचकिचा रही थी। वो बेचैनी से उसके जवाब का इंतज़ार करने लगी। उसे डर था कि शान्विक मना न कर दे। उसे बहुत शर्मिंदगी भी महसूस हो रही थी।

 

कुछ सेकंड की चुप्पी के बाद, शान्विक ने पूछा, "क्या तुम्हारे साथ किसी ने बदतमीज़ी की?"

 

इस बार उसकी आवाज़ एकदम ठंडी थी।

 

"मैं..."

 

व्योला कुछ बोलने ही वाली थी कि उससे पहले ही शान्विक और भी ठंडी आवाज़ में बोल पड़ा, "तुम बिग शॉट के प्रेसिडेंट की होने वाली वाइफ हो, तो तुम्हारे पास ये राइट्स होना ही चाहिए, है ना? और वैसे भी ऐसे स्टाफ को रखने का कोई मतलब नहीं है।"

 

व्योला की आँखों में चमक आ गई। उसने कहा, "तो तुम्हें इस बात से कोई एतराज़ नहीं है?"

 

"व्योला, you are my woman. अगर कोई भी तुम्हें परेशान करता है, तो तुम मुझसे कह सकती हो बिना कुछ सोचे। सामने वाला कोई भी हो, मैं तुम्हारे साथ हूँ। समझ गई न?”
 

"अब जब तुम मेरी होने वाली वाइफ हो, तो तुम जो चाहे वो कर सकती हो। तुम्हारी सारी ज़िम्मेदारी मेरी होगी।"

 

उसकी धीमी और घमंडी आवाज़ जैसे उसके कानों में नहीं, सीधा व्योला के दिल में उतर रही थी। उसी पल, एक गर्माहट उसके दिल में धीरे-धीरे उतरने लगी थी।

 

उसके पापा के जेल जाने के बाद, वह सिर्फ खुद पर ही निर्भर रही थी। उसे ज़बरदस्ती खुद को मज़बूत और आत्मनिर्भर बनाना पड़ा था। वो इंसान, जिस पर वह भरोसा कर सके, हमेशा से बस वह खुद ही थी।

 

लेकिन अब...

अचानक कोई कह रहा था कि वह उस पर भरोसा कर सकती है। चाहे कुछ भी हो जाए, वह उसके लिए खड़ा रहेगा।

 

उसकी आंखें थोड़ी सी नम हो गईं। उसने गहरी सांस ली और धीरे से जवाब दिया, “... ठीक है।”

शान्विक से बात करने के थोड़ी ही देर बाद, सीनियर स्टाफ वहाँ पहुंच गए। 

व्योला फिर से स्टोर के अंदर गई। उस समय प्राची ने कुछ कपड़े निकाल लिए थे और विशाल बिलिंग काउंटर पर खड़ा था।

 

जैसे ही व्योला स्टोर में आई, एक स्टाफ ने उसे देखा और उसके चेहरे पर घृणा आ गई। उसने व्यंग्य से कहा, "ओह, आप तो अभी-अभी इस स्टोर से बाहर गई थीं, तो अब वापस क्यों आ गईं? क्या फिर से कुछ चुराने का इरादा है?"

 

दूसरी स्टाफ ने भी देखा और तीखी आवाज़ में कहा, "क्या आप  प्राची मैम की इज़्ज़त का ख्याल रख सकती हैं? आपको तो कोई शर्म नहीं है, लेकिन उनका क्या?"

 

“क्या हुआ?” प्राची ने पीछे मुड़कर देखा और जैसे ही व्योला को देखा, थोड़ी चौंक गई।

 

“प्राची मैम, आपकी चोर क्लासमेट लौट आई है।”

 

एक शॉप असिस्टेंट ने उसे नफरत से देखा और बाकी स्टाफ को आवाज़ दी,

 

"लगता है फिर से चोरी करने आई है। सभी ध्यान दें, कुछ चोरी न हो जाए।"

 

प्राची ने कुछ सेकंड तक उसे घूरा, फिर हल्का सा भौंहें सिकोड़ लीं।

 

"व्योला," वह होंठों को दबाते हुए थोड़ी शर्मिंदा-सी बोली,

 

"क्या तुम्हें इस स्टोर के कपड़े पसंद हैं? अगर सच में पसंद हैं, तो मैं और विशाल तुम्हें एक कपड़ा दिला देते हैं। तुम्हें सच में इसकी ज़रूरत नहीं है कि..."

 

ये कहते-कहते वो फिर से थोड़ी झिझकी, जैसे आगे के शब्द कहना मुश्किल हो।
कुछ स्टाफ जो प्राची को खुश करना चाहते थे, वो चापलूसी करते हुए बोल पड़े…

"प्राची मैम, आप तो बहुत ही अच्छी हैं जो इस चोर के लिए इतने महंगे कपड़े खरीदने को कह रही हैं।"

 

"बिलकुल सही। वैसे भी, इन जैसे लोगों पर इतने महंगे कपड़े अच्छे नहीं लगते हैं। हमारे स्टोर के कपड़े सिर्फ प्राची मैम या उनके जैसे लोगों के लिए हैं।"

 

"प्राची मैम, आपकी दोस्त आपसे ठीक से बात भी नहीं कर रही है, फिर भी आप इतनी अच्छी हैं कि उस पर तरस खा रही हैं।"

 

"कुछ लोग होते ही हैं जो बहुत बेशर्म होते हैं। उनकी प्राची मैम से क्या तुलना कर सकते हैं?"

व्योला ने उन स्टाफ को देखा जो प्राची की तारीफों में जमीन-आसमान एक कर रहे थे, और उसे नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे। उसके होंठों पर एक ठंडी सी मुस्कान उभरी। जैसे कोई तूफ़ान आने से पहले की शांति हो।

सभी की नज़रों से होते हुए वो सीधा उस फीमेल स्टाफ के सामने जाकर खड़ी हो गई जिसने सबसे पहले उसे चोर कहा था।

उसने अपना सर ऊपर किया और ठंडे स्वर में कहा, "मैंने सुना था, तुमने मुझे चोर कहा?"

जिससे वो स्टाफ थोड़ी घबरा गई, लेकिन सामने इतने सारे लोग थे, तो वो हिम्मत करके बोली,  "हमने कुछ गलत नहीं कहा। आप बिना कुछ खरीदे इस स्टोर से बाहर चली गयी जबकि आपके पास ब्लैक कार्ड था। जो आप कभी offord नहीं कर सकती। और वैसे भी, आपके जैसे लोग..."

"बस।"

एक, रौबदार आवाज़ ने क्लर्क की बात काट दी। 

 

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जब mall की real owner अपनी identity reveal करेगी तो क्या होगा? प्राची और विशाल कैसे react करेंगे जब उन्हें पता चलेगा कि व्योला वहां की बॉस हैं।  

 

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