वान्या जितना वरुण को मनाने की कोशिश कर रही थी, वरुण उतना ही उस से दूर भाग रहा था| वान्या का पैर फिसलने से वो गिर गयी| उसके हाथ में जो ice cream थी वो उसके चेहरे पर लग गयी थी| वान्या के कपड़े रेत में गंदे हो गए थे| वरुण उसे उठाने की जगह उस से दूर जाने लगा| वान्या उठी और उसके पीछे-पीछे चलने लगी| उसके चेहरे पर अभी भी ice cream लगा हुआ था।

वान्या – मान भी जाओ वरुण, प्लीज़! गुस्सा छोड़ दो| तुम कहो तो अपनी गलती को सुधारने के लिए समंदर में डूबकी लगा दूँ|

वान्या को एकदम से सुनीता की बात याद आ गयी| वरुण को समंदर बहुत पसंद है। बचपन में भी वो अपनी माँ के साथ समंदर किनारे आता था और देर तक पानी में खेलता था। वान्या ने एक आखिरी कोशिश करते हुए वरुण को समंदर की तरफ खींचना शुरू किया।

वरुण – वान्या जी, आप को एक बार में समझ नहीं आता क्या? मेरा पीछा छोड़ दीजिये| मुझे आप से कोई बात नहीं करनी है और ये आप.. आप क्या कर रही हैं? छोड़िए मेरा हाथ।

वान्या ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया| वो बस, उसके ऊपर पानी की छींटें उड़ाने लगी। वरुण को पानी में भीगना अच्छा तो लग रहा था लेकिन वो ये अपने चेहरे से जाहिर नहीं करना चाहता था। इसी बीच एक बड़ी सी लहर आई और वान्या का पैर एक बार फिर से फिसल गया। इस बार जमीन पर नहीं बल्कि वरुण के ऊपर जा गिरी| वरुण भी खुद को संभाल नहीं पाया| दोनों वहीं गिर गए। वान्या, वरुण के उपर थी। दोनों पूरी तरह से भीग चुके थे। उन दोनों की आँखें टकराईं और वे एक दूसरे को ही देखते रहे। तभी वान्या को होश आया और वो उठ खड़ी हुई| उसने वरुण से माफ़ी मांगी| वरुण भी उठ गया और अपने कपडे साफ़ करने लगा| उसने वान्या से कुछ भी नहीं कहा|

वान्या – वरुण, जो हो गया उसे भूलकर आगे बढ़ते हैं न। एक नयी शुरुआत करते हैं। प्लीज़ हो सके तो मुझे माफ़ कर दो| मैं सच में शर्मिंदा हूँ।

वरुण ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया| वो सिर्फ वान्या को देखे जा रहा था| शाम से रात होने को आई, लेकिन वरुण की नाराज़गी अभी तक नहीं गयी थी| वान्या ने हार मान ली| वो बिना कुछ बोले उदास मन के साथ वापस जाने के लिए मुड़ गयी| अँधेरा हो जाने की वजह से बीच पर ज्यादा लोग नहीं थे| वान्या पार्किंग में पहुंची और अपनी कार के पास जाकर खड़ी हो गयी| वो वरुण को मनाते-मनाते थक गयी थी| उसने सोचा कि अब से वो वरुण को परेशान नहीं करेगी| वान्या कार में बैठने जा ही रही थी तभी दो लड़कों ने उसका रास्ता रोक लिया| उन्होंने वान्या की कार का दरवाज़ा बंद कर दिया। वान्या उन दोनों की इस हरकत से बिदक गयी|

वान्या (डांटते हुए) – ये क्या बत्तमीजी है? मेरा रास्ता क्यों रोक रहे हो? हटो आगे से वरना पुलिस को बुलाती हूँ|

उन दोनों में से एक लड़के ने अपनी जेब से चाकू निकाला और वान्या को डराते हुए बोला, “ए लड़की, ज्यादा होशियारी की तो पेट में घूसा दूंगा| इतनी महंगी कार है तो तेरे पास मोटा पैसा भी होगा। चुपचाप अपना मोबाइल और जितना भी कैश है हमें दे दे… वरना बहुत महंगा पड़ेगा|”

वान्या हैरान हो गयी! उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो उन लड़कों से खुद को कैसे बचाए। उन दोनों गुंडों के हाथ में चाकू देखकर वान्या ने सोचा कि वो उन दोनों का सामना नहीं कर पायेगी| वान्या वहां से भागने लगी| हालाँकि वो ज्यादा दूर नहीं जा पायी| कुछ ही दूरी पर उन गुंडों ने वान्या को पकड़ लिया और उसका हाथ मरोड़ने लगे| वान्या मदद के लिए आवाज लगाने लगी,

वान्या – help-help, कोई है| please कोई बचाओ|

Parking में बहुत कम लोग थे और जो लोग थे वो डर के मारे वान्या की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे थे| वान्या खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी कि तभी किसी ने उनमें से एक का हाथ पकड़ कर उसे धक्का दे दिया। वान्या ने पलट कर देखा तो उसके पीछे वरुण खड़ा था|

वरुण ने पहले शराफत से उन दोनों गुंडों को समझाने की कोशिश की लेकिन जब वो नहीं माने तो वरुण वान्या के आगे खड़ा हो गया। दोनों गुंडे वरुण को पीटने के लिए आगे बढ़े लेकिन वरुण ने अपनी smartness से उनको मार गिराया। वरुण को गुंडों से ऐसे लड़ता देख वान्या के तो होश उड़ गए थे। उसने सोचा भी नहीं था कि यह सिम्पल सा दिखने वाला वरुण, ऐसे fight भी कर सकता है! दोनों गुंडों को समझ में आ गया कि उनकी दाल यहां नहीं गलने वाली, इसीलिए वो दुम दबाकर भाग निकले। वान्या के चेहरे पर वरुण को देखकर smile थी। उसने बिना कुछ सोचे समझे, वरुण को झट से हग कर लिया।

वान्या (डरते हुए ) – Thank you so much वरुण मेरी जान बचाने के लिए| तुम नहीं आते तो पता नहीं ये लोग मेरे साथ क्या कर देते| मैं तो बहुत डर गयी थी|

वरुण ने वान्या को खुद से दूर किया|

वरुण – अब डरने की जरुरत नहीं है| वो दोनों गुंडे चले गए है| आप safe हैं वान्या मैम। आप जिस काम के लिए आई थी पहले वो कर लेते हैं।

वान्या को समझ नहीं आया। तभी वरुण ने उससे हंस के कहा की, “ice cream नहीं खिलाएंगी मुझे?” वान्या मुस्कुरा दी। दोनों वापस समंदर किनारे पहुंचे और icecream खरीद कर खाने लगे। वान्या वरुण को ही देख रही थी। वरुण ने भी ये बात नोटिस कर ली थी लेकिन उसने वान्या से कुछ कहा नहीं। तभी वान्या बोल पड़ी,

वान्या (मुस्कुराते हुए)  - टेंशन मत लो, तुमसे अब माफी नहीं मांगूँगी बल्कि दोस्ती का हाथ बढ़ा रही हूँ| पता है, पापा कहते हैं कि जब कोई दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाये तो उस हाथ को पकड़ लेना चाहिए| तुम बहुत खुशनसीब हो कि तुम पहले लड़के हो जिसे मैं अपना फ्रेंड बनाने जा रही हूँ|

वान्या की बातें सुनकर वरुण ने कोई reaction नहीं दिया। फिर जब वान्या के चेहरे पर वापस उदासी छाने लगी, तो वरुण ने झट से उसका हाथ पकड़ा और मुस्कुराने लगा|

वरुण (मुस्कुराते हुए) – मैं भी दोस्ती का हाथ आगे बढ़ता हूँ| उम्मीद है कि ये दोस्ती किसी ग़लतफहमी की वजह से ना टूटे| वैसे अब इतनी बार आप मुझपर शक कर चुकी हैं कि मुझे हर पल यही डर लगा रहेगा। हाहाहा

पुलिस स्टेशन से छूटने के बाद से वरुण पहली बार मुस्कुराया था| icecream खत्म करने के बाद उन दोनों ने कुछ देर वहीं बैठने का सोचा और इधर उधर की बातें करने लगे।

वान्या – तुम्हें पता है तुम मेरे पहले मेल फ्रेंड हो| आज से पहले जितने भी मर्दों से रिश्ता रहा है वो professional ही रहा है| हमारी फ्रेंडशिप को मैं हमेशा के लिए याद रखूंगी| तुमने मेरा मर्दों के लिए जो परसेप्शन था वो बदल दिया है लेकिन इसका ये मतलब मत समझना कि मैंने तुम्हें पूरी तरह से माफ कर दिया है। बदतमीज़ तो हो तुम। हाहाहाह

वरुण वान्या की बात सुनकर हंसने लगा। वो मन ही मन सोचने लगा कि आखिरकार वान्या की मर्दों के लिए जो सोच थी वो बदल गयी है| बात करते हुए वान्या दोबारा उस से माफ़ी मांगने लगी| तभी वरुण को लगा कि उसने भी कुछ ज्यादा ही नाराज़गी जाता दी थी| उसने भी वान्या से माफ़ी मांगते हुए कहा,

वरुण (माफ़ी मांगते हुए) – मुझे भी माफ़ कर दीजिये वान्या जी| मैं भी कुछ ज्यादा ही भाव खा रहा था| मुझे समझना चाहिए था कि आपको अपने पापा की फ़िक्र में गलतफ़हमी हो गयी लेकिन मैं था कि मुंह चढ़ाये घूम रहा था| माँ ने मुझे समझाया था लेकिन मैंने उनकी भी नहीं सुनी। अब सोचता हूँ कि अगर आपकी जगह मैं होता तो, मैं भी शायद ऐसा ही कुछ करता, वान्या जी।

वान्या – ये क्या कब से ‘वान्या जी-वान्या जी’ लगा रखा है| अब हम दोस्त हैं तो, तुम मुझे नाम से ही बुलाओगे और ये आप कहना बंद कर दो| दोस्ती में ये जी, आप…  ये सब नहीं चलता है।

वान्या की बात से वरुण एक पल के लिए चौंक गया| उसे वान्या को नाम से बुलाना काफी मुश्किल लग रहा था| भले ही वो उसकी फ्रेंड बन गयी थी लेकिन थी तो वो उसकी बॉस ही| भला कोई अपनी बॉस को तुम कह कर थोड़ी बुलाता है| वरुण ने ये सारे logic वान्या के सामने रखे तो वान्या हँसते हुए बोली,

वान्या (हँसते हुए) – तुमसे ये किसने कहा कि बॉस को जी या आप कह कर ही बुलाते हैं| मेरे office में कई सारे employees ऐसे हैं जो मुझे नाम से ही बुलाते है और मुझे आप भी नहीं कहते| वो अलग बात है कि उनमें से कोई भी लड़का नहीं है| Office के सारे लड़के मुझे मैम कह कर ही बुलाते हैं|

वान्या की इस बात पर दोनों ही हँसने लगे| कुछ देर बीच पर बिताने के बाद दोनों अपने-अपने घर चले गए| वरुण ने वादा किया कि वो अगले दिन से वापस Mister Raizada के पास duty पर लग जायेगा| वहीं वरुण जब घर आया, तो उसके चेहरे पर हल्की सी smile थी| सुनीता उसके चेहरे पर smile देख कर बोली,

सुनीता (मुस्कुराते हुए) – मैंने तो पहले ही कहा था कि बीच पर जाकर आओ, तुम्हारा mood fresh हो जायेगा| देखो, कितने दिनों बाद मुस्कुरा रहे हो।

वरुण – आप ही ने वान्या को बीच पर भेजा था ना? माँ, तुम्हें मैं बहुत अच्छे से जानता हूँ| वान्या को जब वहां देखा तो तुरंत समझ गया कि ये काम तुम्हारे अलावा और कोई नहीं कर सकता| वैसे..  हम दोनों में दोस्ती हो गयी है| मैं कल से वापस जॉब पर जा रहा हूँ|

सुनीता, वरुण और वान्या की सुलह होने की वजह से काफी खुश थी| वरुण उसे पूरी बात बताने लगा कि बीच पर वान्या कैसे उसे मनाने की कोशिश कर रही थी और आखिर में वान्या ने उसकी तरफ दोस्ती का हाथ बढाया| सुनीता मज़े से वरुण की बात सुन रही थी तभी उसके दिमाग में अचानक से एक ख्याल आया और वो एकदम से सीरियस हो गयी| सुनीता ने वरुण को सचेत करते हुए कहा,

सुनीता (सीरियस होकर) – वरुण, तुमने वान्या के साथ सुलह कर के अच्छा किया लेकिन अब से तुम्हें सचेत रहना है| जोश में होश मत खो बैठना|

वरुण को समझ नहीं आया कि उसकी माँ किस बारे में बात कर रही है| सुनीता ने उसको पूरी बात बताई कि उसे किस से सावधान रहना है| अपनी बात ख़त्म करते हुए सुनीता ने कहा,

सुनीता – वान्या बहुत अच्छी लड़की है लेकिन उससे हमेशा दूरी बनाये रखना| कभी भी अपनी लाइन क्रॉस मत करना| अगर गलती से भी उसे हमारे राज़ के बारे में पता चल गया तो बहुत बड़ी problem हो जाएगी| तुम जानते हो कि हम किसी को भी अपना सच नहीं बात सकते।

वरुण ने सुनीता का हाथ पकड़ा और पलकें झपकाते हुए हामी भारी| उसने भरोसा दिलाया कि वो हमेशा ही वान्या के साथ एक दायरा बना कर रखेगा|

आखिर कौन सा राज़ था जो वरुण और सुनीता सब से छुपा रहे थे?

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

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