सुनीता, अपने बेटे वरुण और वान्या की दोस्ती से खुश तो थी लेकिन उसने वरुण को हर पल सावधान रहने के लिए कहा| वो नहीं चाहती थी कि उनके राज़ के बारे में वान्या या Mister Raizada को पता चले| अगले दिन सुबह वान्या अपने पापा से मिलने गयी| उसने उन्हें servants की मदद से wheelchair पर बिठाया और garden में घुमाने ले गयी|
वान्या – पापा, आज आप के लिए एक surprise है| आप उसे देख कर बहुत खुश हो जायेंगे|
Mister Raizada (हैरानी के साथ) – ऐसा क्या surprise है? देखो, मुझे ज्यादा इंतजार मत करवाओ| यू नो न, मुझसे रहा नहीं जाता।
वान्या अपने पापा के साथ पहेलियाँ बुझाने लगी| तभी वरुण वहां आ गया। वरुण को देखकर Mister Raizada खुश हो गए| उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि वरुण ने अपना गुस्सा छोड़ दिया और वापस जॉब पर लौट आया|
Mister Raizada (खुश होकर) - वरुण, मैं बता नहीं सकता कि तुम्हें देखकर मुझे कितनी ख़ुशी हो रही है| मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा था| पता नहीं क्यों लेकिन मुझे तुमसे एक खास लगाव महसूस होता है। चलो, जो कुछ भी हुआ उसे भूल कर नयी शुरुआत करते हैं| हैं न वान्या?
वान्या और वरुण ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराये। फिर वरुण Mister Raizada को उनके रूम में ले गया| वान्या भी ऑफिस के लिए निकल गई थी। Mister Raizada ने वरुण से पूछा कि उसकी नाराज़गी आखिर दूर कैसे हुई? तो वरुण ने उनको पूरी कहानी बताई कि वान्या ने उसे मनाने के लिए कितने एफर्ट्स किये। Mister Raizada उसकी बात सुन कर खुश हो गए| उनके मन को शांति मिली कि आखिरकार वान्या ने मर्दों के प्रति अपनी सोच को बदला है। लंच करने के बाद वान्या ने वरुण को कॉल कर के अपने ऑफिस बुलाया| उसने इस बारे में Mister Raizada को बताने के लिए मना किया था| वरुण परेशान हो गया कि ऐसी क्या बात थी जो वान्या ने उसको ऑफिस आने के लिए कहा और Mister Raizada को बताने से भी मना कर दिया। वरुण के लिए सब से बड़ा चैलेंज Mister Raizada से बाहर जाने की परमिशन लेना था| उसने Mister Raizada से झूठ कहा कि उसे अपनी माँ को कुछ काम से बाहर ले जाना है| Mister Raizada ने तुरंत ही उसे बाहर जाने की परमिशन दे दी| वरुण कुछ देर बाद वान्या के ऑफिस पहुंचा|
वरुण (परेशान होकर) – वान्या, ऐसी क्या बात हो गयी जो तुमने मुझे इतनी जल्दबाजी में ऑफिस बुलाया है? मैं सर को भी झूठ बोलकर आया हूँ| तुम्हें पता है, उनको झूठ बोलते वक्त मेरे पैर काँप रहे थे| अच्छा हुआ उन्होंने मेरे झूठ को पकड़ा नहीं| अगर उन्हें पता चल जाता तो वो मेरे बारे में, पता नहीं क्या सोचते?
वान्या उसकी बात सुनकर हँसने लगी| उसने देखा कि वरुण के टेंशन की वजह से पसीने छूट रहे थे। वान्या ने सबसे पहले उसको पानी पिलाया और फिर उसे ऑफिस बुलाने की वजह बतायी|
वान्या – मैंने तुमको ऑफिस इसलिए बुलाया है कि मैं कुछ प्लान कर रही थी| कुछ दिनों बाद पापा का बर्थडे आ रहा है और बर्थडे पार्टी की कुछ भी तैयारी नहीं हुई है| मैं पिछले कुछ दिनों से काम में बहुत busy थी, इस वजह से कुछ भी प्लानिंग नहीं कर पायी| अब बर्थडे में ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं। मुझे तुम्हारी हेल्प चाहिए थी| घर पर तुम पूरा दिन पापा के साथ ही रहते हो| फिर मैं उनके सामने बर्थडे की बात नहीं करना चाहती थी क्योंकि मैं उन्हें सरप्राइज़ देना चाहती हूँ|
वरुण ने चैन की सांस ली कि कोई सीरियस बात नहीं थी| वो भी Mister Raizada के बर्थडे के लिए काफी इक्साइटेड था और वान्या की हेल्प करने के लिए भी तैयार था|
वरुण – इसमें पूछने वाली कौन सी बात थी? मैं मना थोड़ी करूँगा| सर की बर्थडे पार्टी की तैयारी करने में मुझे बहुत ख़ुशी होगी| तुम देख लेना, ऐसी तैयारी करूँगा कि सब लोग देखते रह जायेंगे| तुम अपना ऑफिस का काम करो, मैं सब कुछ देख लूँगा|
वान्या का काम आसान हो गया था| उसे वरुण पर पूरा भरोसा था कि वो अच्छे से बर्थडे पार्टी की प्लानिंग कर लेगा| उन दोनों ने डिस्कस कर लिया कि बर्थडे के दिन क्या करना है| वरुण फ़ौरन काम पर लग गया| वो सब से पहले बाज़ार गया और वहां से डेकोरेशन का सामान लेकर आया| वरुण ने इस बारे में Mister Raizada को नहीं बताया क्यूंकि वान्या उन्हें सरप्राइज देना चाहती थी| कुछ दिन बाद Mister Raizada का बर्थडे आ गया| उस दिन वान्या ऑफिस नहीं गयी| उसने घर के सभी सर्वेन्ट्स को छुट्टी दे दी| घर में सिर्फ Mister Raizada, वान्या और वरुण ही थे| वरुण अब धीरे-धीर उनकी फ़ैमिली का हिस्सा बन गया था। Mister Raizada उसे अपना केयर टेकर नहीं बल्कि बेटा मानते थे।
जब शाम होने को थी तो वरुण ने वान्या से पूछा,
वरुण – तुमने बताया नहीं कि रात को कितने गेस्ट आ रहे हैं? उस हिसाब से खाने का अरेंजमेंट करना पड़ेगा..।
वान्या – कोई भी गेस्ट नहीं आ रहा| पापा कभी भी अपने बर्थडे पर गेस्ट नहीं बुलाते| हर बार बर्थडे पर मैं उनके लिए एक केक लेकर आती हूँ और हम दोनों ही केक काटते हैं। इस बार मैं उनके बर्थडे को थोड़ा स्पेशल बनाना चाहती थी| मैंने सोचा कि घर को थोड़ा डेकोरेट कर लेते हैं जिससे उन्हें भी अच्छा लगे।
फिर दोनों ने मिलकर घर डेकोरेट किया। Mister Raizada को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी| वो अपने रूम में आराम कर रहे थे| वो जब भी आवाज लगाते, वरुण दौड़ कर उनके पास चला जाता| Mister Raizada को याद भी नहीं था कि आज उनका बर्थडे है| वान्या, वरुण की मेहनत देखकर काफी खुश थी| सारी तैयारियों के बाद आखिर में हॉल के सेंटर में एक लाइट लगानी बाकी थी| वान्या टेबल पड़ चढ़ी और लाइट लगाने लगी| वरुण नीचे टेबल को पकडे हुए खड़ा था|
वरुण – वान्या, आराम से| तुम्हारा हाथ नहीं पहुंच रहा तो मैं लाइट लगा देता हूँ|
वान्या लाइट लगाने के लिए पैरों की उँगलियों पर खड़ी हो गयी| वो अपना बैलेंस नहीं बना पायी और फिसल कर गिरने लगी। ऐसा देख, वरुण ने झट से उसको पकड़ लिया| वान्या, वरुण की बाहों में थी। वरुण एक टक वान्या की आँखों में देखे जा रहा था। वान्या के बाल उड़ते हुए वरुण के चेहरे पर आ रहे थे| दोनों को बैकग्राउंड में म्यूजिक सुनायी दे रहा था| दोनों एकदूसरे में खो गए थे| तभी Mister Raizada ने वरुण को आवाज लगायी| उनकी आवाज से दोनों का ध्यान टूटा। वरुण ने फ़ौरन वान्या को नीचे उतारा और उसे सॉरी कहा| वो भाग कर Mister Raizada के पास गया और थोड़ी देर बाद वापस आ गया| वरुण और वान्या दोनों ही काफी ऑक्वर्ड फील कर रहे थे|
वान्या (हिचकिचाते हुए) – मुझे लगता है कि हमें पापा को नीचे ले आना चाहिए| केक काटने का टाइम हो गया है| वैसे भी अब ज़्यादा देर की तो कहीं वो खुश होने की जगह, नाराज ही न हो जाएँ।
फिर दोनों Mister Raizada के रूम में गए और उनकी आँखों पर पट्टी बांध दी| Mister Raizada को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये दोनों कर क्या रहे हैं।
Mister Raizada – अरे ये आँखों पर पट्टी क्यों बांधी है? तुम दोनों भी न.. इस बूढ़े आदमी की जान लेकर रहोगे| बताओ तो मुझे, क्या करने वाले हो? वरुण, तुम ही कुछ बात दो.. मेरी बेटी तो ऐसी ही है।
वरुण और वान्या, दोनों ने ही कुछ नहीं बताया और उन्हें व्हील चेयर पर बिठा के नीचे उतार लाए। Mister Raizada जब से बेड रिडन हुए हैं, तब से घर में सीढ़ियों के साथ रैम्प भी लगवाया था वान्या ने। जिससे की Mister Raizada को घर के किसी भी कोने में घुमाया जा सके।
वान्या ने केक, टेबल पर पहले से ही सजा के रखा था। जैसे ही उसने Mister Raizada की आँखों पर से पट्टी हटायी तो वो घर का नज़ारा देखकर चौंक गए| वान्या और वरुण ने Mister Raizada को बर्थडे विश किया और उनके लिए बर्थडे सॉन्ग गाने लगे| Mister Raizada को याद आया कि आज उनका बर्थडे है| वो काफी खुश थे|
Mister Raizada (ख़ुशी से) – थैंक यू सो मच वान्या एंड वरुण| मैं वाकई में इस surprise से काफी खुश हूँ| तुम दोनों ने बड़ा ही अच्छा decoration किया है| वाकई में तुम दोनों ने बड़ी मेहनत की है| मैं तो भूल ही गया था कि आज मेरा बर्थ डे है।
वान्या – ऑल thanks to वरुण, उसने ही सारी planning की थी| मैं तो ऑफिस के काम में busy थी| कहाँ पर कैसा decoration करना है ये सब वरुण ने ही तय किया|
वरुण वान्या के मुंह से अपनी तारीफ सुनकर बहुत खुश हुआ। कुछ देर बाद Mister Raizada ने केक काटा और वान्या और वरुण को खिलाया| केक कटिंग के बाद वान्या ने स्पीकर पर गाने लगा दिए| वो तीनों नाचने-गाने लगे| Mister Raizada बच्चों की तरह व्हीलचेयर पर बैठ कर ही डांस कर रहे थे| उन्होंने वरुण और वान्या को एक साथ डांस करने के लिए कहा| वो दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर डांस करने लगे| देर रात पार्टी ख़त्म होने के बाद वरुण और वान्या Mister Raizada को कमरे में लिटा कर वापस हॉल में आ गए। वरुण ने देखा की उनकी पार्टी के चक्कर में काफी कचरा फैल गया था तो वो साफ़ सफाई करने लगा| वान्या ने उसको सफाई करने से मना किया और कहा कि सुबह servants आकार साफ़ कर देंगे| फिर वरुण Mister Raizada के रूम में सोने जा ही रहा था कि वान्या ने उसको रोक लिया और उसके गले लग गयी| वो अपने पापा को enjoy करता देखकर काफी खुश थी| वो वरुण से अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए बोली,
वान्या – Thank you so much वरुण| तुमने सब कुछ संभाल लिया बल्कि तुमने आज बर्थडे को superb बना दिया| पापा का ये अब तक का सबसे best birthday था| मुझे भी काफी मज़ा आया|
वान्या के अचानक से गले लग जाने से वरुण को थोड़ा अजीब फील हो रहा था लेकिन उसने वान्या को अपने से दूर नहीं किया| तभी अचानक से वान्या के फ़ोन की घंटी बजने लगी| उसने फ़ोन में देखा तो उसके assistant का कॉल था| उसे हैरानी हुई कि assistant ने इतनी रात को कॉल क्यूँ किया है? वान्या ने कॉल उठाया तो सामने से वो हड़बड़ाते हुए बोला, “मैम, factory में आग लग गयी है| आप जल्दी आईये, मुझे तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा है| सब कुछ राख हो रहा है।”
उसकी बात सुनकर वान्या को झटका लगा| उसे अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हुआ कि उसने जो सुना वो सच था या नहीं! वान्या के चेहरे पर परेशानी देख, वरुण समझ गया कि कोई बड़ी प्रॉब्लम है।
आखिर कैसे लगी फैक्ट्री में आग? क्या वरुण वान्या से दूरी बना पाएगा?
जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
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