नेहा और रोहित का एक ही मेडिटेशन कैंप में मिलना महज इत्तेफाक तो नहीं हो सकता। खासकर तब जब उनके पास संजू जैसा मास्टरमाइंड दोस्त हो। पर ये वक्त इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर बनने का नहीं था, बल्कि रोहित का दोस्त बनने का था। इसीलिए नेहा ने अपने शक के पिटारे को बंद कर दिया और रोहित के बारे में सोचने लगी। रोहित का कॉलेज के उस दिन के बारे में ऐसे अचानक से ज़िक्र करना नेहा को थोड़ा अटपटा लगा। रोहित ने नेहा को बताया की जब वो बिज़नेस के सिलसिले में अमेरिका था, तब उसकी लाइफ में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने उसे पूरी तरह तोड़ दिया। रोहित के ज़िन्दगी में भूचाल तब आया जब उसे पता चला की उसकी वाइफ की डेथ एक एक्सीडेंट में हो गयी। रोहित की ज़िन्दगी कुछ ही सालों में कितनी बदल गई थी।

 

रोहित अब भी नेहा की बाहों में रो रहा था। नेहा को समझ नहीं आ रहा कि आखिर वो रोहित को ऐसा क्या कहे जिससे रोहित थोड़ा बेटर फील करे। नेहा हमेशा से इमोशन्स के मामले में ऑकवर्ड रही है  और यहाँ तो बात रोहित की थी। नेहा धीरे से रोहित के आँसू पोंछती है। रोहित नेहा की आँखों में देखने लगा, जैसे वो उसकी आँखों में कुछ ढूंढ रहा हो।

नेहा: "क्या…..? ऐसे क्या देख रहे हो?"

रोहित: "अब तो नहीं जाओगी न ये कैंप छोड़कर?"

 

नेहा का दिल धक से रह गया। रोहित का ऐसा मासूम सवाल उसे एकदम निशब्द कर देता है। नेहा कुछ नहीं कह पाती, बस रोहित को जोर से गले लगा लेती है। कॉलेज खत्म हुए 10 साल हो चुके है। इन 10 सालों बाद रोहित ने जब नेहा को इस कैंप में देखा, तो उसे एक अलग सा सुकून महसूस हुआ, मानो उसकी कॉलेज वाली नेहा फिर से उसके पास वापस आ गई हो। रोहित के चेहरे से खोई हुई हंसी वापस आने का कारण बन गई थी नेहा। अब रोहित उसे दोबारा नहीं खोना चाहता था। रोहित इस कैंप में नेहा के साथ अब खुश रहने लगा था।

 

रोहित पहले कभी किसी पर इतना डिपेंडेंट नहीं था। उसकी ये हालत देखकर समझना मुश्किल था, क्या नेहा के लिए उसके जज़्बात सच्चे थे, या सिर्फ उस खालीपन को भरने का एक जरिया, जो उसकी पत्नी स्मृति के जाने के बाद उसकी ज़िन्दगी में रह गया था?

 

कल रात जब रोहित नेहा के कमरे में बस पकड़ा ही जाने वाला था, तो उसे इस बात का डर नहीं था कि उसे कैंप से निकाल दिया जाएगा, बल्कि वो इस बात से डरा हुआ था कि उसे नेहा से दूर जाना होगा। नेहा के सिर्फ कैंप छोड़कर जाने के जिक्र भर से उसके दिल में पैदा हुआ डर अब और बढ़ गया था। नेहा शादीशुदा है और रोहित नेहा के बारे में ऐसा सोच भी कैसे सकता है?

 

उधर, नेहा रोहित के इन जज्बातों से अनजान अपने मन में एक अलग लड़ाई लड़ रही थी। रोहित का ऐसा रोता हुआ चेहरा नेहा के लिए नया था। नेहा को अब अपनी हरकतों पर पछतावा हो रहा था।

रोहित: "नेहा, आइ एम वेरी सॉरी। मैं तुम्हें सब कुछ बताना चाहता था। पर मुझे तुम्हारी सिंपैथी नहीं चाहिए थी। इतने दिनों बाद कोई मुझे पुराने रोहित की तरह ट्रीट कर रहा था। मैं ये नहीं खोना चाहता था।"

नेहा: "रोहित, तुम्हें सॉरी कहने की कोई जरूरत नहीं है। इन फैक्ट, आइ एम सॉरी। मुझे तुम्हें फोर्स नहीं करना चाहिए था। और हाँ, तुम्हारे पहले सवाल का जवाब, नहीं मैं ये कैंप छोड़कर कहीं नहीं जा रही।"

 

नेहा ने रोहित को फिर से गले लगाया, जैसे वह पल कभी खत्म न हो। दोनों के लिए यह एक खास और सुकून भरा पल था। तभी कमरे में कैंप के बाकी सदस्य एक-एक करके आने लगे। उन्होंने नेहा और रोहित को एक-दूसरे की बाहों में देखा और हल्की मुस्कान के साथ थोड़ी आवाजें करने लगे, जैसे वे उनकी नजदीकी को चिढ़ा रहे हों। यह सब सुनते ही नेहा झट से पीछे हट गई। वह सिर झुका कर खड़ी हो गई, जैसे किसी ने उसकी कोई छिपी बात जान ली हो। कमरे में मौजूद लोग इस पूरे सीन को देखकर हँसने लगे। रोहित के चेहरे पर भी उनकी हल्की छेड़खानी से एक मुस्कान आ गई। नेहा खुद को संभालते हुए जल्दी से कमरे से बाहर चली गई, जैसे उसे इस सब से बच निकलने की जल्दी हो।

 

जैसे ही नेहा बाहर निकली, रोहित भी उसके पीछे जाने को खड़ा हुआ। तभी उसकी रूममेट ने रास्ते में आकर उसे रोक दिया। रोहित कुछ कहने ही वाला था कि दूसरी रूममेट ने उसका हाथ पकड़कर उसे वहीं बिठा दिया। रोहित ने हल्के से मुस्कुराते हुए उठने की कोशिश की, लेकिन रूममेट्स ने उसे रोक लिया। उनमें से एक रूममेट ने रोहित को समझाया की उसे नेहा को थोड़ा समय देने की ज़रुरत है, ऐसे उसके आगे-पीछे घूमने से नेहा कभी रोहित की फीलिंग्स नहीं समझ पाएगी। इस सबके बीच रोहित चुपचाप बैठा रहा। उसकी नजरें बार-बार दरवाजे की ओर जा रही थीं, जहाँ से नेहा बाहर गई थी।

 

रोहित को उनकी बात सही लगी। वो नेहा पर कोई दबाव नहीं डालना चाहता था, वैसे भी नेहा के ऊपर उसने इतने बड़े खुलासे का बम फोड़ा था, उसके बाद नेहा को उसे कुछ वक्त अकेले देना चाहिए। पर रोहित को नेहा से दूर रहना जैसे काले पानी की सजा लगने लगा था। किसी तरह रोहित खुद को समझाकर चुपचाप सेशन अटेंड करने नीचे बैठ गया। पर सेशन में मन किसका लग रहा था। जैसे ही सेशन खत्म हुआ, रोहित तुरंत नेहा की तलाश में बाहर चला गया। उधर नेहा सेशन रूम से बाहर निकलकर गार्डन में बैठ गई। नेहा रोहित के बारे में सोचने लगी। रोहित ने नेहा को सब कुछ बता तो दिया था, लेकिन अभी भी कुछ सवाल नेहा के मन में थे जिनके जवाब रोहित ने नहीं दिए थे।

 

जो बात रोहित ने अपनी बीवी के बारे में बताई थी, नेहा समझ नहीं पा रही थी कि उस पर वो यकीन करे कि नहीं। वैसे जाने को तो कोई भी कभी भी जा सकता है, लेकिन रोहित की बातों पर ना जाने क्यों उसे शक हो रहा था। स्मृति की मौत नेहा के लिए एक रहस्य थी और इस पूरी कहानी के बीच रोहित ने एक बार भी अपने मां-बाप का जिक्र नहीं किया था। नेहा को याद है कि रोहित कॉलेज के समय में अपने मां-बाप के कितना करीब था। रोहित ने नेहा को ये भी नहीं बताया था कि वो करता क्या है। ऐसा क्या काम है जो रोहित को बिज़नेस के सिलसिले में कभी ऑस्ट्रेलिया तो कभी अमेरिका जाना पड़ता है।  इतने सारे सवाल जिनके जवाब सिर्फ एक इंसान के पास थे।

 

कॉलेज के दिनों में रोहित के सपने कुछ और थे, बिज़नेस से तो उसे सख्त नफरत थी। रोहित वाकई पूरी तरह बदल चुका था। वैसे नेहा को पता था कि रोहित इमोशनली बहुत वीक था, और ये सही समय नहीं था रोहित से सवाल-जवाब करने का। नेहा अपनी ख्यालों की दुनिया में खोई ही थी कि तभी एक शख्स नेहा के पास आकर बैठ गया। नेहा ने आँखें उठाकर देखा तो ये वही आदमी था जिसने कल रात नेहा को सांप से सावधान रहने की नसीहत दी थी। नेहा को कल ये आदमी बहुत अजीब लगा था। नेहा उठकर वहाँ से जाने लगी। तभी नेहा को पीछे से आवाज आई, “जैसा दिखता है, जरूरी नहीं वैसा हो। नेहा तुम्हें अपने आँख-कान खोलकर रखने की जरूरत है। ऐसे ही किसी पर भरोसा करना तुम्हारे लिए खतरा हो सकता है।”

 

 

नेहा: "कौन है आप? और ऐसा क्यों कह रहे है?"

 

वो आदमी अभी कुछ कहने ही वाला था कि पीछे से आवाजें आने लगीं, लगता है मॉर्निंग सेशन खत्म हो गया था। नेहा पीछे मुड़कर सेशन रूम की तरफ़ देखने लगी। रोहित का नेहा की तरफ़ दौड़ते हुए आता देखकर नेहा के चेहरे पर मुस्कान आ गई। उस अनजान शख्स ने नेहा के कान के पास आकर धीरे से कहा, “मेरी सलाह याद रखना।”

 

नेहा तुरंत वापस उस आदमी की तरफ़ मुड़ी। अभी नेहा कुछ और पूछ पाती इससे पहले ही वो उसकी नजरों से कब ओझल हो गया पता ही नहीं चला। नेहा को ये इंसान बहुत अजीब लगा। कब आता और चला जाता, कुछ पता नहीं। नेहा ने इसे कभी किसी मेडिटेशन सेशन में भी नहीं देखा था।

रोहित (हांफते हुए): "क्या देख रही हो?"

नेहा (कन्फ्यूज़d): "कुछ नहीं। तुम बताओ, कैसा रहा सेशन?"

 

रोहित नेहा को सब बताने लगा, कैसे नेहा के जाने के बाद रोहित उसके पीछे आने के लिए आगे बढ़ा, कैसे नेहा की रूममेट्स ने रोहित का रास्ता काटा, और कैसे आज भी रोहित ने टीचर से बहस की। रोहित ये बताते हुए वहीं नीचे घास में बैठ गया और नेहा का हाथ पकड़कर उसे भी अपने पास बैठा लिया। जब रोहित ने नेहा का हाथ अपने हाथ में लिया, तो नेहा के दिल में कुछ अजीब सी हलचल हुई। नेहा को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उसे क्या हो गया है। नेहा की ज़िन्दगी  में कम प्रॉबलम्स नहीं थी और अब ये दिल की प्रॉब्लम।

 

रोहित नेहा से इधर-उधर की बातें करने लगा। तभी नेहा की रूममेट्स वहाँ आ गईं। नेहा ने थोड़ी राहत की सांस ली और मन ही मन सोचने लगी।

नेहा (खुद से): "थैंक गॉड, कि मैं यहाँ आ गईं। मैं अब और अकेले नहीं रह सकती रोहित के साथ।"

नेहा के रूममेट्स के आते ही रोहित एकदम शांत हो गया। उसके चेहरे से साफ दिख रहा था कि उनका आना उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया, लेकिन वह कुछ कह भी नहीं सकता था। वे नेहा की तरफ़ देखते हुए सेशन के मजेदार होने और रोहित के पूरे फॉर्म में होने की बात करने लगे।

नेहा, रोहित की तरफ़ देखने लगी। रोहित की आँखों में अभी भी उदासी थी, पर चेहरे पर छाई मुस्कान कुछ और ही कहानी बयां कर रही थी। बातें करते-करते, रोहित और नेहा की रूममेट्स के बीच हल्की नोक-झोंक शुरू हो गई। वो तीनों बच्चों जैसे लड़ रहे थे, और नेहा वहीं बैठी बस उन्हें देख रही थी। इसी नोक-झोंक में रोहित और नेहा के चेहरों पर हल्की-सी खुशी झलक रही थी।

 

नेहा को रोहित का यह बर्ताव बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था। कुछ पल पहले रोहित नेहा की बाँहों में रो रहा था, और अब चेहरे पर कोई शिकन नहीं। अपने रूममेट्स और रोहित की बातों के बीच, नेहा की नजर दूर खड़े एक शख्स पर पड़ी। वह उन लोगों की तरफ़ बड़े गौर से देख रहा था, खासकर रोहित की तरफ़। उसकी नज़रों में शक साफ़ नज़र आ रहा था।

 

तभी नेहा को उस आदमी की बात याद आई: "जैसा दिखता है, जरूरी नहीं वैसा हो।" नेहा के मन में हजारों सवाल घूमने लगे। क्या यह सलाह रोहित को लेकर थी? क्या रोहित अभी भी कुछ छिपा रहा है? क्या सच है और क्या झूठ? और आखिर कौन है यह अजनबी शख्स जो नेहा को ऐसी सलाह दे रहा है?

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

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