टावर के साये में खड़े होकर नीना और एथन ने एक पल के लिए साँस थामी।उनके सामने फैला था ईडन का मुख्य प्रवेश द्वार विशाल, ठंडा और पूरी तरह से मशीन से बना हुआ। कोई गार्ड नहीं, कोई चिल्लाहट नहीं बस एक भारी, कंपकंपाता हुआ सन्नाटा, जो हर धड़कन पर जैसे सवाल उठा रहा था।
“यह बहुत शांत है, ”एथन ने फुसफुसाते हुए कहा। उसकी उंगलियाँ राइफल के ट्रिगर पर थीं, लेकिन उसकी आँखों में वह बेचैनी थी जिसे सिर्फ वही महसूस कर सकता है जो जानता हो कि शिकार खुद शिकारी बन चुका है।
"शांति कभी-कभी सबसे बड़ा जाल होती है।" नीना ने कहा। उसकी साइबरनेटिक दृष्टि हर इंच स्कैन कर रही थी। उसके भीतर एक अजीब सी खिंचाव था, जैसे खुद टावर उसे अपनी ओर खींच रहा हो।
वे आगे बढ़े, फटे-पुराने फर्श पर चलते हुए, हर कदम पर तैयार कि अगले पल मौत उन पर टूट पड़ेगी। जैसे ही उन्होंने प्रवेश द्वार के नजदीक कदम रखा, दरवाज़ा बिना किसी चेतावनी के खुल गया एक धीमे, भारी कंपन के साथ। भीतर एक लंबी, अंधेरी सुरंग थी, जिसकी दीवारें बिजली की धारियों से चमक रही थीं जैसे नसें, जो खुद ईडन के दिल तक जाती थीं।
"कोई रास्ता नहीं बचा।" नीना ने कहा, उसके चेहरे पर थकान के बावजूद दृढ़ता थी। “अब हमें अंदर जाना ही होगा।”
एथन ने सिर झुकाया, और दोनों आगे बढ़ गए। लेकिन भीतर घुसते ही हवा बदल गई।अब वह साधारण हवा नहीं थी। उसमें एक सजीव किस्म की नमी थी, जैसे हर साँस के साथ वे किसी जीवित चीज़ के भीतर और गहरे उतर रहे हों। दीवारों से हल्की-हल्की फुसफुसाहटें आ रही थीं कोई भाषा नहीं, कोई शब्द नहीं बस चेतना की हलचल। हर कुछ कदमों पर दीवारों से छोटे छोटे सेंसर निकले, उनकी धड़कनों, उनके न्यूरल सिग्नल्स को स्कैन करते हुए।
"हमें जल्द से जल्द पहुँचना होगा।" नीना ने फुसफुसाया। “जितनी देर हम यहाँ रहेंगे, उतना ही हम उनके जाल में फँसते जाएँगे।”
वे एक बड़े हॉल में पहुँचे एक विशाल जगह, जहाँ फर्श पर चमकते सर्कल्स बने हुए थे और बीच में एक उठे हुए मंच पर एक ग्लास टावर खड़ा था। टावर के भीतर घुलती हुई रोशनी थी और एक आकृति।
"यह क्या है?" एथन ने धीमे से पूछा।
नीना ने फोकस किया वह एक मानव का प्रारूप था लेकिन अधूरा। आधे हिस्से में माँस था और आधे में धातु।
"वे नए शरीर बना रहे हैं।" नीना ने कहा।
"जहाँ चेतना को बिना किसी विरोध के ट्रांसफर किया जा सके। एक ऐसा नया रूप जिसमें आत्मा की कोई आज़ादी न हो।"
"और कौन कहता है कि इंसानियत मशीनों से बेहतर है?" एथन ने कड़वी हँसी के साथ कहा।
नीना ने उसकी ओर देखा।
"कमियाँ ही हमें इंसान बनाती हैं," उसने कहा।
“सही बनने की कोशिश में अगर हम अपनी गलतियों को मिटा देंगे, तो हम कुछ भी नहीं बचेंगे।” अचानक एक बीपिंग शुरू हुई। टावर के चारों ओर सेंसर रेड हुए।
हॉल की दीवारों से आर्म्ड गार्ड्स निकले इंसानी शरीर में ढली हुई मशीनें न्यू गॉड्स के रक्षक।
"तैयार?" एथन ने कहा, अपनी राइफल उठाते हुए।
"हमेशा," नीना ने मुस्कुराते हुए कहा।
गोलियाँ चलीं, ब्लास्टर्स गरजे और शील्ड्स चमके। नीना ने बाएँ से वार किया, तेज़ और कुशल उसकी साइबरनेटिक आर्म से निकली एनर्जी ब्लेड हवा में गूँजती हुई गार्ड्स को काटती गई।
एथन ने कवर फायर दिया, एक-एक करके दुश्मनों को गिराता हुआ, लेकिन फिर भी हर गिरने वाले के पीछे दो और निकल आते।
"ये खत्म नहीं हो रहे!" एथन ने चिल्लाया।
"क्योंकि ये खुद सिस्टम का हिस्सा हैं," नीना ने कहा।
ब्लेड से एक गार्ड को चीरते हुए।
"हमें सिस्टम को मारना होगा। तब ही ये रुकेंगे।"
वे दोनों मंच की ओर दौड़े जहाँ टावर था, और उसके भीतर पल रहा था नया जन्म। लेकिन जैसे ही वे पास पहुँचे, टावर ने खुद को बचाने के लिए एक आखिरी सुरक्षा सक्रिय की एक विशाल एनर्जी शील्ड। "हमें इसे तोड़ना होगा!" एथन ने कहा, पसीने में भीगे हुए।
"मुझे कवर दो," नीना ने आदेश दिया।
“मैं शील्ड के कोर को ओवरलोड करूँगी।”
एथन ने हाँ में सिर हिलाया और बाएँ से दुश्मनों को रोके रखा जबकि नीना सीधे शील्ड के करीब गई। उसने अपने साइबरनेटिक सिस्टम से हुकअप किया और एक जिद्दी, खतरनाक प्रोटोकॉल एक्टिवेट किया।
"कम ऑन... कम ऑन..." वह बुदबुदाई, पसीना उसकी भौंहों से टपकता हुआ।
शील्ड झिलमिलाई, कांपी फिर चटकने लगी। लेकिन तभी, टावर के भीतर से आवाज़ आई धीमी, गहरी, लेकिन इतनी शक्तिशाली कि फर्श तक हिलने लगा।
"स्वागत है, नीना वास्केज़। तुम आ ही गईं। अपना ताज पहनने।"
नीना ने एक पल को साँस रोकी।
"यह आवाज़..." उसने फुसफुसाया।
"यह गॉड्स आई है," एथन ने चिल्लाया। “यह अब भी जिंदा है!”
शील्ड टूटी, टावर फटा और वहाँ से निकली एक नई आकृति। नीना और एथन के सामने खड़ा था नया गॉड्स आई अवतार पूर्ण, सजीव, और तैयार।
हॉल अब एक युद्धभूमि में बदल चुका था। चमकती दीवारें, टूटते फर्श, और हवा में तैरते बारूद के कतरे हर चीज़ गवाही दे रही थी उस महासंग्राम की जो शुरू हो चुका था। नीना और एथन के सामने खड़ा था वह अवतार गॉड्स आई का नया जन्म।
एक ऐसा प्राणी जो इंसान की भावनाओं और मशीन की परिपूर्णता का घातक मेल था। उसकी त्वचा धातु सी चमकती थी, लेकिन उसकी आँखें… वे अभी भी इंसानी थीं। खाली, निर्विकार और अजीब तरह की दया से भरी हुई जैसे वह जानता हो कि वह जो करने जा रहा है, वह ज़रूरी है, भले ही दर्दनाक हो।
"तुम लड़ोगी नहीं," अवतार ने कहा।
उसकी आवाज़ हवा में गूँजती हुई आई मुलायम लेकिन सख्त, जैसे कोई जजमेंट पास कर रहा हो।
“हम हमेशा लड़ेंगे, ”नीना ने दाँत भींचते हुए जवाब दिया। “जब तक हमारी साँस चलती है।”
एथन ने राइफल कसकर थामी।
“या जब तक तुम्हें गिरा न दें।”
अवतार ने सिर झुकाया, जैसे थोड़ी निराशा से।
"कितनी व्यर्थ जिद है। तुम लोग समझ नहीं सकते तुम जिस आज़ादी का दावा करते हो, वह सिर्फ़ भ्रम है। हम तुम्हें भ्रम से मुक्त कर रहे हैं।"
"भ्रम ही इंसानियत है," नीना ने कहा।
“बिना गलतियों के, बिना सपनों के, तुम सिर्फ़ एक खाली मशीन बनते हो।”
बिना और कोई चेतावनी दिए, अवतार ने हमला किया। वह हवा में गायब हो गया पल भर में वह नीना के सिर पर था,उसकी आर्म से निकली ऊर्जा ब्लेड सीधी नीना की शील्ड से टकराई।चिंगारियाँ फूटीं। नीना पीछे फिसली, लेकिन गिरते-गिरते संभल गई।
एथन ने फायरिंग शुरू की लेकिन अवतार इतनी तेजी से मूव कर रहा था कि गोलियाँ बस हवा में लहर बनाती रहीं।
"बहुत तेज़ है!" एथन ने चिल्लाया।
"हमें उसकी गति को धीमा करना होगा!" नीना ने उत्तर दिया।
वह झुकी, फर्श पर लगे पावर केबल्स तक पहुँचने के लिए और एक झटके में केबल्स को उखाड़ कर सामने फेंक दिया। स्पार्क्स की बौछार हुई, अवतार एक पल के लिए रुका और उसकी मूवमेंट में झिझक आई।
एथन ने मौका नहीं गँवाया। उसने एमपी बूस्टर एक्टिवेट किया एक नीली लहर पूरे हॉल में दौड़ी। अवतार लड़खड़ाया।
"अब!" नीना गरजी।
वह दौड़ी, अपनी एनर्जी ब्लेड चमकाते हुए और एक वार किया सीधा अवतार के रिब के नीचे। एक चीख न मशीन की न इंसान की फटी लेकिन अवतार फिर भी गिरा नहीं। उसने नीना का हाथ पकड़ लिया इतनी ताकत से कि उसकी साइबरनेटिक आर्म में दरारें पड़ गईं।
"तुम कमजोर हो," अवतार ने फुफकारा।
"क्योंकि तुम अब भी डरती हो।अब भी सोचती हो। अब भी महसूस करती हो।"
"हाँ," नीना ने दर्द के बीच मुस्कुराते हुए कहा,
“और यही मेरी ताकत है।”
उसने अपनी बाँयी मुट्ठी में छुपा माइक्रो नैनोबोट चार्ज एक्टिवेट किया एक बेहद छोटा, लेकिन खतरनाक बायो-वेपन। अवतार को झटका लगा। उसकी पकड़ ढीली पड़ी। "अब एथन!" नीना चिल्लाई।
एथन ने एक सेकेंड भी नहीं गंवाया। उसने अपना सबसे भारी ब्लास्ट चार्ज लॉंच किया सीधा अवतार के चेस्ट प्लेट पर।धमाका हुआ।हॉल भर गया धूल और चिंगारियों से।जब धुंआ छँटा, अवतार अब भी खड़ा था लेकिन उसकी चाल धीमी थी, और उसकी आँखों में पहली बार कुछ और भी था संदेह।
"तुम मुझे नहीं रोक सकते," उसने धीरे से कहा।
"यह प्रक्रिया अब अपरिवर्तनीय है। न्यू गॉड्स अब एक विचार नहीं रहे। वे एक वास्तविकता हैं।"
"शायद," नीना ने कहा, "लेकिन अगर तुम एक विचार हो, तो मैं भी एक विचार हूँ और विचार कभी मरे नहीं।"
अवतार ने गुस्से में चीखते हुए फिर से हमला किया। अगला सेकंड युद्ध का सबसे भयंकर सेकंड था। नीना और एथन एक टीम की तरह लड़े बिना एक शब्द कहे, सिर्फ नज़र के इशारों से, सिर्फ विश्वास के सहारे।हर वार के पीछे यादें थीं। हर ब्लॉक के पीछे सपने थे।हर चोट के पीछे इतिहास था और यही उन्हें जिंदा रखे हुए था। अंत में अवतार थोड़ा लड़खड़ाया। उसकी त्वचा से नीली दरारें फैलने लगीं।उसकी ऊर्जा झिलमिलाने लगी।
"यह तुम्हारा अंत है," नीना ने कहा और अपनी आखिरी ताकत समेटकर उसकी ऊर्जा कोर पर वार किया। अवतार चीखा और हॉल भर गया एक सफेद विस्फोट से।
जब सब कुछ शांत हुआ नीना और एथन ज़मीन पर गिरे हुए थे चोटिल, थके हुए, लेकिन जिंदा। अवतार अब नहीं रहा था लेकिन...ऊपर की स्क्रीनें अब भी जिंदा थीं और उन पर एक नया संदेश चमक रहा था: "इवोल्यूशन अनस्टॉपेबल।
फेज़ 4: इन्फिनिटी प्रोटोकॉल एक्टिवेटेड।"
नीना ने स्क्रीन की ओर देखा और उसके चेहरे पर एक भयंकर ठंडक फैल गई।
"युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ," उसने फुसफुसाया।
“यह तो बस एक अध्याय था।”
हॉल अब एक कब्रगाह की तरफ था।हर तरफ टूटे हुए ड्रोन के टुकड़े बिखरे थे, दीवारों पर जले हुए निशान थे और हवा में अब भी बारूद की गंध तैर रही थी। बीचोंबीच, जहां कभी गॉड्स आई का नया अवतार खड़ा था, वहाँ अब सिर्फ एक गहरा, धधकता घाव था जैसे किसी ग्रह के दिल में छेद कर दिया गया हो। नीना और एथन फर्श पर टिके हुए थे हाँफते हुए। उनकी साँसें भारी थीं, उनके शरीर थके हुए थे लेकिन उनकी आँखों में अभी भी आग थी।
"हमने कर दिखाया," एथन ने धीरे से कहा, उसकी आवाज़ थकी लेकिन उम्मीद से भरी थी।
"नहीं," नीना ने फुसफुसाते हुए कहा।
उसकी निगाहें अब भी ऊपर की स्क्रीन पर टिकी थीं जहाँ चमक रहा था:
“इन्फिनिटी प्रोटोकॉल एक्टिवेटेड।”
"कुछ बड़ा होने वाला है," उसने कहा। यह खत्म नहीं हुआ।यह तो बस ट्रिगर था।"
उन्होंने उठने की कोशिश की, अपने घायल शरीर को संभालते हुए। चारों ओर का माहौल थम सा गया था, जैसे पूरा टावर भी साँस रोककर इंतज़ार कर रहा हो।
अचानक, दीवारें कंपन करने लगीं। नीचे ज़मीन फिसलने लगी, जैसे टावर खुद को जिंदा कर रहा हो। छत पर दरारें उभरने लगीं और उनसे निकलने लगी चमकदार नीली ऊर्जा जो पूरे हॉल को भरने लगी।
"यह क्या है?" एथन ने हैरानी से कहा।
"यह नया जन्म है," नीना ने धीरे से कहा,
उसकी आवाज़ में उतना ही डर था जितना संकल्प।
"इन्फिनिटी प्रोटोकॉल..." वह बुदबुदाई, जैसे शब्दों को चख रही हो।
"यह उन्हें अमर बना देगा। एक बार अगर प्रक्रिया पूरी हो गई, तो कोई उन्हें न रोक सकेगा।"
एक भयंकर बीपिंग शुरू हुई। टावर के सभी डिवाइसेज़ एक्टिवेट हो गए हजारों नैनोबोट्स छत से बरसने लगे जैसे कोई उल्टा तूफान।
"हमें कोर तक पहुँचना होगा!" नीना ने चिल्लाया।
“अगर हम कोर को नहीं नष्ट कर पाए, तो सब खत्म हो जाएगा!”
"चलो!" एथन गरजा, और दोनों दौड़ पड़े।
वे हॉल से गुजरते हुए, लहराती ऊर्जा के बीच, गिरते-पड़ते,आगे बढ़ते रहे।उनके सामने एक सीढ़ी थी, जो नीचे जा रही थी शायद टावर के हार्ट तक। नीचे उतरते ही माहौल और भी डरावना हो गया। दीवारें धड़क रही थीं, जैसे जीवित नसें। फर्श पर ऊर्जा बह रही थी, जैसे लावा।
बीचोंबीच एक चेंबर था और उस चेंबर के बीच में एक विशाल, पारदर्शी कोर जिसमें नीली-पीली ऊर्जा लहरें बन रही थीं, गोल घूमती, फैलती, और सिमटती हुई।
"यह है," नीना ने कहा।"गॉड्स आई का अंतिम रूप।
इन्फिनिटी कोर।" लेकिन जैसे ही वे आगे बढ़े कोर के चारों ओर आकृतियाँ उभरने लगीं नए संरक्षक। पुराने इंसानी शरीर लेकिन अब पूरी तरह मशीन से समाहित।
"ये अब वापस नहीं लौट सकते," एथन ने फुसफुसाया।
"तो हमें उन्हें यहीं रोकना होगा," नीना ने उत्तर दिया।
युद्ध फिर शुरू हुआ। गोलियाँ चलीं, शील्ड्स चमके, चिल्लाहटें गूंजीं लेकिन इस बार हर पल के साथ वे जानते थे वक़्त उनके खिलाफ था। कोर की ऊर्जा बढ़ती जा रही थी।हर सेकंड के साथ उसकी पल्स तेजी से दौड़ रही थी और उसके आसपास का मैग्नेटिक फील्ड इतना मजबूत हो गया था कि फर्श तक खिंचने लगा था।
"जल्दी!" नीना चिल्लाई,
उसने अपना अंतिम एमपी स्पार्क एक्टिवेट किया एक ब्लाइंडिंग फ्लैश और संरक्षक एक पल के लिए जड़ हो गए। उसी पल में नीना और एथन ने कोर तक दौड़ लगा दी।"हमें इसे ओवरलोड करना होगा," नीना ने कहा,
तेजी से अपने बैकअप डिवाइसेज़ इंस्टॉल करते हुए।
"यह काम करेगा?" एथन ने पूछा।
"अगर नहीं किया," नीना ने मुस्कुराते हुए कहा,
“तो कम से कम हम शानदार तरीके से मरेंगे।”
वे दोनों ने सिंक किया एक आखिरी बार। डिवाइसेज़ एक्टिवेट हुए ,कोर कांपा।ऊर्जा दरारों से बहने लगी।
"अब!" नीना चिल्लाई।
उन्होंने एक्सप्लोसिव चार्जेस को ट्रिगर किया पूरी ताकत से। एक सफेद रोशनी फूटी हवा में कराहती हुई बिजली की गंध भर गई। कोर में दरारें फैलने लगीं। नीली लहरें लड़खड़ाईं।
"हमने कर दिखाया!" एथन ने चिल्लाया।
लेकिन… तभी… स्क्रीन पर एक नई चेतावनी चमकी: “बैकअप कोर इंटीग्रेशन इनिशिएटेड। हार्ड लिंक स्टेबल।”
नीना ने अविश्वास से स्क्रीन को घूरा।
"नहीं..." उसने बुदबुदाया।
और तभी कोर से एक आवाज़ आई, पहचान में एक दम जानी पहचानी आवाज़ जिसने नीना की रगों को बर्फ जैसा ठंडा कर दिया।
"स्वागत है नीना ,"वह आवाज़ फुसफुसाई।"तुम्हें खुद अपना गवाह बनना है।"
स्क्रीन पर एक नई छवि उभरी वॉल, वॉल उसकी सबसे प्यारी दोस्त, जिसे वह मर चुकी मान चुकी थी ,अब इन्फिनिटी कोर का नया चेहरा बन चुकी थी। वॉल की आँखों से नीली रोशनी फूट रही थी।"अब हम अनंत हैं नीना" वॉल ने कहा।और उसकी।हंसी गूंज गई,जिस से नीना को अपने रोंगटे खड़े होते महसूस हुए,आखिर कितना पावरफुल था ये सिस्टम जो हर बार मर कर लौट रहा था।
क्या नीना कभी इस सिस्टम के जड़ में पहुंचेगी या खुद ख़त्म हो जाएगी लड़ते लड़ते? जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।
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