मीरा ठंडे शावर के नीचे खड़ी थी...आसपास चल रही सारी परेशानियों और टेंशन को परे रखकर आर्यन के बारे में सोच रही थी। अब थोड़ी ही देर में वह आने वाला था...पर रह-रह कर बीच में एक कसक सी उठ रही थी कि राघव ने अपनी पूरी लाइफ को एक तरह से बरबाद ही कर दिया था। जैसे अब वह दीन दुनिया से लगाव तोड़कर वैरागी बनने की ठान लिया हो, उसका और सुमेधा की शादी का प्लान करना केवल एक दिखावा था।
मैं कहीं ना कहीं स्वार्थी हूं, जिस हद तक राघव ने उस चीफ के पर्दाफाश के लिए दिन रात एक कर दी मैंने उसके मुकाबले कुछ भी नहीं किया...मुझे तो आज तक यह भी पता नहीं चल पाया कि वह दिखता कैसा है और उसका असली नाम क्या है? और राघव ने तो उसके कारनामों के खिलाफ अच्छे खासे सबूत जुटा लिए है। पर राघव को ऐसे जाना नहीं चाहिए था, एक बार मुझसे मिल तो लेता...अपनी एक्स गर्लफ्रेंड होने के नाते न सही, एक दोस्त होने के नाते तो मुझसे मिलकर सारी बातें बता सकता था। वह आखिर इतना टूटा हुआ क्यों था?
आर्यन से मदद लेनी होगी...मैं ऐसे चुप नहीं बैठ सकती हूं, मैं उसे ढूंढकर रहूंगी। एक चीफ जैसे कमीने इंसान की खातिर राघव अपनी जिंदगी ऐसे तहस नहस नहीं कर सकता है, माना की अब मैं उसकी जिंदगी से निकल चुकी हूं, पर फिर भी एक नाजुक डोर तो हमारे बीच अभी भी जुड़ी है।
मीरा शावर लेकर बाहर आई...वह बहुत ही हल्का महसूस कर रही थी...उसने बहुत सारे फैसले कर लिए थे। पहला तो यह कि आर्यन से शादी का प्रस्ताव वह स्वीकार कर लेगी फिर राघव के बारे में बताएगी और फिर अपने मकसद के बारे में बताएगी, हो सकता है कि चीफ के बारे में आर्यन को कुछ तो पता होगा। मीरा ने पहले अपने गीले बालों को पोंछकर उन्हें पीछे किया....शीशे के सामने खड़ी होकर खुद को निहारने लगी।
पता नहीं आर्यन को मैं ऐसे गीले बालों में अच्छी लगू भी या नहीं, उसने कभी मुझसे कहा भी नहीं कि मैं किस ड्रेस में सबसे अच्छी लगती हूं, कौन सी हेयरस्टाइल मेरे ऊपर जंचती है? बस अपनी मनमरजी मुझ पर थोपता है।
मीरा को याद आया कि उस बिजनेस पार्टी में आर्यन ने मीरा के लिए पिंक कलर की साड़ी पसंद की थी, शायद पिंक कलर उसे पसंद हो, राघव को भी तो....मीरा ने सिर झटका...मुझे राघव को अपने दिल से एकदम निकालना होगा अगर आर्यन के लिए पूरी तरह से समर्पित रहना है तो, वरना मन में राघव और सामने आर्यन..यह मुझसे नहीं होगा। आर्यन को जो पसंद है मैं वह सब करूंगी।
मीरा ने एक लाइट पिंक कलर की साड़ी पहन ली थी, होंठो पर लिपग्लास लगा कर, आंखो का हल्का सा मेकअप किया, आज का दिन उसके लिए बहुत ही स्पेशल होने वाला था। मीरा का मन हुआ कि अपनी मां को और अपने कुछ दोस्तों को फोन कर के बता दे कि आज कनाट प्लेस में एक शानदार कैफे में उसे एक बिजनेस मैन प्रपोज करने वाला है, यह कोई छोटे शहर का रहने वाला साधारण सा बिजनेस मैन नहीं बल्कि मुंबई का बहुत बड़ा नामी बिजनेस टाइकून है।
आर्यन देशमुख को भला कौन नहीं जानता है? बिजनेस मैगजीन के फ्रंट पेज पर छप चुका है..किसी को भी विश्वास नहीं होगा..कि मैंने घर बसाने का फैसला कर लिया है।
नहीं अभी नहीं, अभी वह मुझे प्रपोज तो कर ले फिर मैं आराम से सबसे पहले मम्मी को बताउंगी, और पापा का क्या होगा? बलवंत ने अपने उस वीडियो में अमरीश का भी नाम लिया है, उन्हें अब कोई नहीं बचा सकता…जो पाप उन्होंने किए है उससे उन्हें समाज में लोगों के बीच रहने का कोई हक नहीं है।
तभी मीरा का फोन बजा, यह तो सर्जन डाक्टर यामिनी का फोन था, मीरा ने कल चीफ की एक पुरानी फोटो यामिनी के पास भेजी थी, यह पता करने के लिए कि अगर इस आदमी की प्लास्टिक सर्जरी करवाई जाए तो वह कैसा दिखेगा।
मीरा का दिल तेजी से धड़क उठा..क्या, क्या यामिनी ने पता लगा लिया है? सोचकर मीरा ने फोन कान पर लगाया...’’हैलो।‘’
उधर से यामिनी बोली, ‘’हैलो, मिस मीरा।‘’
इधर से मीरा ने कहा, ‘हां मैं बोल रही हूं।‘’
‘’क्या तुम्हें पता भी है कि तुमने किसके बारे में पता करने के लिए कहा था?‘’
हां हा, क्यों? कुछ हुआ? मीरा ने कहा।
‘’यह आदमी तो बहुत ही फेमस पर्सनालिटी है, इससे पंगा मत लो….मेरी मानो इसे भूल जाओ।‘’
‘’इसका मतलब डाक्टर यामिनी ने इस चीफ का बदला हुआ चेहरा बना लिया है और इसे पहचान भी लिया है।‘’
‘हां, मैं जानती हूं कि यह फेमस बिजनेस मैन है, मुझे केवल इसका नाम बता दो और इसका बदला हुआ चेहरा मेरे फोन पर भेज दो।’ उधर से यामिनी कुछ जवाब देती कि गेस्ट रूम के बाहर कई सारी गाड़ियों के रूकने की आवाज आई।
आर्यन होगा, मुझे लेने आया होगा...इधर चीफ की असलियत मीरा के सामने आने वाली थी और उधर आर्यन दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया।
मीरा ने डाक्टर यामिनी की बात और आगे न सुनते हुए कहा, ‘’ओके डाक्टर, आप मुझे उस चीफ की सारी डिटेल भेज दीजिए मैं फुर्सत से देख लूंगी।‘’ कहकर मीरा ने अपना फोन काट दिया।
इस समय उसके लिए आर्यन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण था और उससे भी ज्यादा कि उसने चीफ के बारे में सबकुछ पता कर लिया था।
मीरा के मन में एक शरारत सूझ गई, वह आर्यन से चीफ के बारे में जरूर पूछेगी पर घुमा फिराकर देखती हूं कि क्या आर्यन अंदाजा लगा पता है कि चीफ कितना बड़ा क्रिमिनल है?
डोर पर नॉक हुआ, मीरा ने अपना फोन एक स्टूल पर रखकर खुद को मिरर में देखा और मेकअप कपड़े दो-तीन सेकेंड के अंदर-अंदर ठीक किए और फिर आगे बढ़कर डोर ओपेन कर दिया। आर्यन अपने साथ एक मनमोहक खुशबू भी लेकर आया था, जिसकी गंध से मीरा का पूरा तनबदन सराबोर हो उठा। आज तो वह हर बार से ज्यादा हैंडसम लग रहा था, उसने मीरा को सिर से लेकर पांव तक निहारा। मीरा को थोड़ी सी शरम आ रही थी।
मीरा के फोन पर मैसेज आने के नोटिफिकेशन आ रहे थे..मीरा को समझते देर नहीं लगी कि यामिनी ने चीफ के सर्जरी के बाद बदले हुए चेहरे का फोटो भेजा होगा, पर आर्यन सामने है उसे छोड़कर तो मैं फोन नहीं देख सकती हूं।
‘आओ बैठो, मैं आपके लिए कॉफी मंगवाती हूं‘’ कहकर मीरा ने कोने में रखे सोफे की ओर इशारा किया।
‘तुम जानती हो कि मैं यहां बैठने नहीं आया हूं, मैं तुमसे बहुत कुछ कहने आया हूं।‘
‘’हां हां कहो ना।‘’ मीरा ने अपने दिल की धड़कनों पर काबू करने की कोशिश करते हुए कहा। ‘’क्या यह यहीं इसी गेस्ट रूम में मुझे शादी के लिए प्रपोज करेगा?‘’
आर्यन ने गहरी सांस ली...अपना कोट उतारकर बड़ी ही लापरवाही से एक चेयर पर रख दिया और अपनी पैंट की पाकेट में हाथ डालकर सोफे के पास गया और एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखकर बैठ गया।
वह मीरा को गहरी नजरों से देखते हुए बोला, ‘’मेरी लाइफ बहुत ही कम्पलिकेटेड रही है, बहुत सारी गलतियां हुई हैं मुझसे जो तुम्हारी नजरों में शायद गलत…बहुत गलत हो।‘’
‘’आर्यन हर बिजनेस में कुछ गलत डिसीजन तो हो ही जाते हैं, लेकिन इसका मतलब यह थोड़ी होता है कि तुम उसे लम्बे समय तक अपने दिल पर लेकर ढोते रहो।‘’ मीरा ने कह तो दिया पर यह बिना जाने कि आर्यन किस गलती की बात कर रहा है।
आर्यन ने हां में सिर हिलाते हुए फिर कहा, ‘’मेरी लाइफ एक सपाट ढर्रे पर चल रही थी, दूसरे शब्दों मे कहूं तो बहुत ही नीरस और बेरंग पर तुम मेरी लाइफ में आई और सबकुछ रंगीन सा हो गया, तुम मेरे सामने रहती हो और जब भी मैं तुमसे बातें करता हूं तो मुझे एक अलग ही खुशी मिलती है।‘’
मीरा ने मुस्कुराकर अपनी नजरें नीचे कर ली, उसे खुद पर गर्व हो रहा था कि चलो मेरे कारण किसी एक इंसान को खुशी तो मिली...काश राघव को भी मैं ऐसे ही खुश रख सकती...नहीं राघव मेरे मन में क्यों आ रहा है? अभी मैंने खुद से प्रामिस किया था कि मैं राघव के बारे में एकदम नहीं सोचूंगी, फिर आखिर क्यों? हर बात पर वह मेरे दिल और दिमाग पर हावी हो जाता है।
क्या हुआ? तुम्हें मेरी बातें अच्छी नहीं लगी क्या? तुम अचानक से सीरियस क्यों हो गई?
मीरा अपने गीले बालों को कान के पीछे करते हुए बोली, ‘’नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, आप बोलिए ना, कुछ कह रहे थे आप।‘’
आर्यन ने आगे कहा, ‘तुम जब से मेरी लाइफ मे आई हो मुझ में बहुत ज्यादा बदलाव हुए हैं, अगर एक भी दिन तुम्हें न देखु तो अजीब सी बेचैनी दिल और दिमाग को घेर लेती हैं। मैं सोचता रहता हूं कि आखिर तुम्हारे अंदर ऐसा कौन सा जादू है जिससे मेरी बेरंग बोझिल दुनिया इतनी रंगबिरंगी हो गई है। तुम्हें पहली बार मरीन ड्राइव बीच पर देखा था तो बस जैसे उसी समय तुमने मुझे सम्मोहित कर दिया था, मुझे समझ में नहीं आया था कि मैं क्या करूं? कभी किसी लड़की ने मुझे ऐसे घायल नहीं किया था, इसलिए तुम्हारी निहारिका मैडम को अपने हास्पिटल में एडमिड करवाकर तुम्हें अपने साथ लेता गया, मैं तुम्हें जानना चाहता था, तुम्हारे बारे में हर एक चीज जानना चाहता था, तुम्हारी पसंद तुम्हारी आदते..सबकुछ।
मैं नहीं जानता कि लड़कियों का दिल कैसे जीता जाता है? बस जो मन में आया वो मैंने कर दिया। शायद तुम्हें अच्छा भी लगा हो और बुरा भी पर मेरा तो यही तरीका है।
मीरा के चेहरे पर वही हल्की और भीनी मुस्कुराहट बनी हुई थी। यह तो बातें भी बहुत ही अच्छी कर लेता है, इससे पहले तो इसने मुझसे पहले कभी ऐसी बातें नहीं करी।
तभी मीरा के फोन पर नोटिफिकेशन आने की आवाजें होने लगी।
आर्यन ने मीरा के फोन की ओर इशारा किया कि उठाकर देख ले, पर मीरा ने ना में गरदन हिलाकर कहा ‘’नहीं, यह तो ऐसे ही आते रहते हैं यह कोई जरूरी नहीं है।‘’
मीरा ने कह तो दिया था पर वह जानती थी कि इससे ज्यादा जरूरी चीज तो उसके लिए कुछ हो ही नहीं सकती, जिस चीफ की असलियत जानने के लिए वह महीनों से परेशान थी, भागदौड़ कर रही थी और यहां तक कि मारिया को अपनी जान देनी पड़ी उसकी सारी असलियत अब मीरा के फोन पर पड़ी थी लेकिन सिचुएशन ऐसी है कि अभी वह देख भी नहीं सकती थी। सामने आर्यन बैठा था, आज मीरा अपनी लाइफ का सबसे बड़ा फैसला करने जा रही थी, वह अपने लिए जीवनसाथी चुनने जा रही थी।
कोई बात नहीं जहां इतने दिन इंतजार किया वही कुछ मिनट और….चीफ का चेहरा देखते ही सबकुछ क्लीयर हो जाएगा। इस समय मीरा खुद को विजेता की भांति महसूस कर रही थी...जिसने सबकुछ जीत लिया था, जो कुछ वह पहले और बहुत पहले हार चुकी थी।
तभी मीरा के दिमाग में एक बात आई, उसने सोचा कि क्यों न चीफ के बारे में आर्यन से कुछ पूंछू?
मीरा ने आर्यन से कहा, ‘’आर्यन, एक बात पूंछुं?‘’
‘’हां,पूछो ना।‘’
‘’तुम बिजनेस में कई सालों से हो आई मीन जब तुम उन्नीस बीस साल के थे तभी बिजनेस ज्वाइन कर लिया था और तुम्हें बिजनेस में करीब सोलह सत्रह साल हो चुके हैं।‘’
‘’हां, आलमोस्ट इतना ही हो चुका है, तुम क्या जानना चाहती हो?‘’ आर्यन ने मीरा को तिरछी नजरों से देखकर कहा।
मीरा ने पूछा, ‘’अच्छा तो क्या तुम किसी ऐसे बिजनेस मैन को जानते हो जिसका आठ साल पहले एक्सीडेंट हुआ था.?’’
‘’हां मीरा, मैं अच्छे से जानता हूं, माउंट आबू में.....’’
आर्यन ने इतना ही कहा था कि मीरा के पूरे शरीर में जैसे बिजली दौड़ गई, ‘’यह चीफ को जानता है, ओह माई गॉड मैंने पहले क्यों नहीं पूछा था, मारिया की जान बच जाती और क्या पता अब तक चीफ पकड़ लिया जाता?‘’
मीरा ने कांपते स्वर में पूछा, ‘’कौन था वह..? क्या जानते हो?’’
‘’वह मैं ही था मीरा, मैं उस समय अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था, नेहा नाम था उसका…वही नेहा जिसकी डायरी तुम्हारे पास है, वह तो उसी समय मर गई और मेरा चेहरा बिगड़ गया। बाद में मेरी प्लास्टिक सर्जरी की गई, यह जो चेहरा तुम देख रही हो यह जन्मजात नहीं है, वैसे लोग मुझे चीफ के नाम से जानते हैं, तुम किस नाम से मुझे बुलाना चाहती हो यह तुम तय कर लो।‘’ आर्यन यानी चीफ ने अपनी गहरी, और सर्द आवाज में मीरा से कहा, और फिर आर्यन ने मीरा के पास आकर अपने हाथों से अपनी दोनों आंखो से गहरी स्लेटी रंग के लेंस उतार दिए।
मीरा की आंखो के सामने दो गहरी सुनहरी आंखे चमक रही थी, चीफ ऊर्फ आर्यन की वे भयानक आंखे। यह देखकर मीरा का पूरा शरीर मानो सुन्न पड़ने लगा।
आर्यन के इस भयानक खुलासे से मीरा पर क्या असर पड़ेगा?
क्या वह चीफ को मार डालेगी या फिर उससे प्यार करेगी जैसा मीरा ने आर्यन के बारे में सोचा था?
चीफ यानी आर्यन मीरा के साथ क्या करेगा?
जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्बत।
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