इतिहास गवाह है चाहे लड़का हो या लड़की , ये दोनों सबसे ज्यादा झूठ इश्क में पड़ने के बाद ही बोलते हैं।
पहला बड़ा झूठ ये बोला जाता है कि “तुम्हें देखते ही मुझे तुमसे प्यार हो गया था।”
दूसरा सबसे ज्यादा बोले जाने वाला झूठ होता है “अगर तुम्हें कुछ हो गया तो मेरी लाइफ भी तुम्हारे साथ खत्म हो जाएगी।”
तीसरा सबसे ज्यादा बोले जाने वाला झूठ होता है “मेरे बाबू ना तुमसे पहले कोई था, ना तुम्हारे बाद कोई होगा.”
चौथा झूठ होता है “शादी तो करने का मन मेरा भी है, लेकिन पेरेंट्स नहीं मानेंगे।” (Toing)
वैसे झूठ की लिस्ट तो बहुत लम्बी है, फ़िलहाल यह चार झूठ ही काफी हैं। आपने भी ऐसे कई झूठ अपनी लाइफ में सुने ही होंगे। बस जिन लोगों का ऐसे झूठ बोलकर दिल तोड़ा जाता है उन्हीं का रिश्ता करवाती है पम्मी आंटी। आज प्लान का आख़िरी पार्ट तैयार हो चुका था। पप्पू आज फिर काला चश्मा लगाए हुए, नई जींस और टी-शर्ट पहनकर आया था। आज राघव का दिल टूटने वाला था।
पम्मी आंटी ने अपनी आख़िरी चाल चलते हुए राघव को मैसेज में लिखा “मेरी हेल्थ कुछ खराब है मैं बिरहाना रोड पर श्याम क्लीनिक में चेक-अप करवाने जा रही हूँ।”
पम्मी आंटी का दिमाग तो सबसे दस कदम आगे की सोचता है। अरे जब लड़की घर से बाहर निकले और आशिक पीछा ना करें ऐसा हो ही नहीं सकता।
राघव ने जल्दी से कार निकाली और चल दिया था बिरहाना रोड की तरफ। पम्मी आंटी ने राघव को मैसेज करने के बाद पप्पू और गुड़िया को समझाते हुए कहा।
पम्मी - पप्पू तू कार को श्याम क्लीनिक के बाहर खड़ी करके कार के अंदर ही बैठे रहना , और हाँ चश्मे के साथ मुँह पर मास्क ज़रूर पहने रहना जैसे ही राघव की कार नज़र आएगी तो तू गुड़िया को फोन पर बता देना। और गुड़िया तुझे जैसे ही लगे कि राघव कार से तुझे देख रहा है तो तू पप्पू के साथ कार में बैठ जाना।
पप्पू को किसी प्लान से कोई मतलब नहीं था, वो तो बस इस बात से ख़ुश था कि उसे गुड़िया के साथ कार में घूमने जाने का मौका मिल रहा है। पम्मी आंटी ने आगे समझाते हुए कहा।
पम्मी - गुड़िया तुम्हें पप्पू के कंधे पर हाथ रखकर ऐसे बात करनी है जैसे ये तेरा बॉयफ्रंड हो । बस फिर आगे राघव फोन करके जो भी सवाल पूछेगा उसका गलत जवाब देते रहना है । तुम दोनों सीधा ऑफिस मत आना , हो सकता है राघव तुम दोनों का पीछा करे । अगर उसने पीछा करना बंद ना किया तो गुड़िया तुम्हें मैंने समझा ही दिया है कि तुम्हें आख़िर में क्या बोलना है।
प्लान तैयार हो चुका था । पप्पू तो बस यही सोच कर ख़ुश हो रहा था कि आज गुड़िया उसके कंधे पर हाथ रखकर बातें करेगी । गुड़िया को आख़िर में क्या बोलना है यह पप्पू भी नहीं जानता था।
कुछ ही देर में पप्पू और गुड़िया क्लीनिक के बाहर पहुंच गए थे। कार क्लीनिक से कुछ मीटर आगे खड़ी थी और गुड़िया क्लीनिक के दरवाज़े पर खड़े होकर मोबाइल चला रही थी। अचानक पप्पू का कॉल आया और उसने गुड़िया से कहा।
पप्पू - गुड़िया जी , राघव की कार सामने से आ रही है , आप आ जाइये।
प्लान के मुताबिक गुड़िया पप्पू के साथ कार में बैठ गयी थी। जैसे ही गुड़िया ने पप्पू के कंधे पर हाथ रखा, तो पप्पू की तो बोलती ही बंद हो गई थी। सामने से आ रहे राघव ने गुड़िया को पप्पू के कंधे पर हाथ रखकर बात करते देख लिया है।
पप्पू ने बिना देर किया कार भगा दी थी, राघव को उनका पीछा करने के लिए यू टर्न लेकर आना था। राघव ने आगे वाले मोड़ से यू टर्न लेते हुई गुड़िया को कॉल लगा दिया था। जैसे ही गुड़िया ने फोन उठाया तो राघव ने उससे कहा।
"हैलो ईशा मैं क्लीनिक के बाहर ही हूँ तुम अभी कहां हो।”
गुड़िया- सॉरी यार, मैं क्लीनिक आई ही नहीं, तबीयत अभी ठीक है।
राघव ने गुड़िया से पूछा - ओके तो अभी तुम कहां हो?
गुड़िया- मैं तो घर पर ही हूँ।
राघव को थोड़ा अटपटा लगा, उसने गुड़िया से दोबारा पूछा - घर पर हो तो पीछे से ट्रैफिक की आवाज़ कैसे आ रही है?
गुड़िया- अरे वो बालकनी में खड़ी हूँ ना , गली के ट्रैफिक की आवाज़ आ रही है ।
राघव अब थोड़ा चिढ़ चुका था, उसे समझ या रहा था की दाल मे कुछ कला है। उसने कहा - ईशा झूठ मत बोलो, मैंने तुम्हें अभी किसी लड़के के साथ कार में बैठते हुए देखा है । तुमने मास्क लगाया हुआ है, और ब्लैक जींस और वाइट टी-शर्ट पहनी हुई है।
गुड़िया का हाथ कंधे पर पड़ते ही पप्पू ने एक्साइटमेंट में कार इतनी तेज़ी से चलाई थी कि, राघव की स्पोर्टस कार भी काफी पीछे रह गई थी । और अब गुड़िया ने भी घबराने की एक्टिंग करते हुए कहा।
गुड़िया - अरे राघव वो, वो अरे मतलब , क्या तुम भी क्लीनिक आये थे।
राघव अब थोड़ा बेकाबू हो गया था, उसने कहा - - हाँ मैं भी वहीं आया था , अब मुझे बताओ कि तुम किसके साथ जा रही हो कार में।
गुड़िया - राघव मैं अपने मंगेतर के साथ जा रही हूं।
ये बात सुनकर जितना शॉक राघव को लगा था, उतना ही शॉक पप्पू को भी लग गया था । यही वो आख़िरी बात थी जो पम्मी आंटी ने गुड़िया को बोलने को कही थी। चाहे गुड़िया ने झूठ ही बोला था, लेकिन ये बात सुनने के बाद पप्पू के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट आ गई थी। और मास्क पहनने के बावजूद पप्पू की मुस्कुराहट साफ़ दिखाई दे रही थी ।
दूसरी तरफ राघव ने गुस्सा दिखाते हुए गुड़िया से कहा।
“ईशा तूने मुझे कभी अपने मंगेतर के बारे में क्यों नहीं बताया । और अगर तेरा मंगेतर था तो तूने मेरे साथ बातें क्यों की , मेरे साथ टाइम पास कर रही थी क्या।”
राघव की यह बात सुनने के बाद गुड़िया ने अपना गुस्सा दिखाते हुए राघव से कहा।
गुड़िया - ओये हीरो गुस्सा अपनी मॉम को दिखाइयों , नंबर तूने माँगा था मैंने नहीं । व्हाट्सअप पर सारा दिन तू मैसेज करता था मैंने बस तेरे मैसेजेस के रिप्लाई किए थे । थोड़ा सा प्यार से बात क्या कर लीं तू तो सिर पर ही चढ़ गया है । अब दोबारा फोन किया तो सीधा जेल के अंदर करवा दूंगी ।
गुड़िया की बात सुनने के बाद राघव ने फोन काट दिया था । उसके साथ कभी किसी ने इतनी बदतमीज़ी से बात नहीं की थी । आज राघव का दिल भी टूटा था और वो शर्मिंदा भी महसूस कर रहा था । आंखो में आंसू लिए हुए राघव अब वापस अपने बंगले की ओर जा रहा था। गुड़िया और पप्पू अब पम्मी आंटी के ऑफिस आ गए थे। जब गुड़िया ने पम्मी आंटी को सारी घटना के बारे में बताया तो पम्मी आंटी ने गुड़िया से कहा।
पम्मी - वाह मज़ा ही आ गया ! अब उस लड़के को पता चला है कि किसी को बुरा भला कहने पर कैसा महसूस होता है । तू अभी उसे व्हाट्सप्प से ब्लॉक कर दे।
गुड़िया - लेकिन पम्मी मैडम वो किसी दूसरे नंबर से भी तो कॉल कर सकता है।
पम्मी - उसकी नज़र में तू पुलिस वाली की लड़की है , वो यह गलती नहीं करेगा । और व्हाट्सप्प से इसलिए ब्लॉक कर रही हूँ ताकि उसे पता चल जाए , कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता । उसे एहसास होना चाहिए कि उसके अमीर होने के बावजूद उसे किसी ने रिजेक्ट किया है ।
एक तरफ पम्मी आंटी और गुड़िया बातें कर रहे थे, और दूसरी तरफ पप्पू अभी भी उस ख्याल में खोया हुआ था, जब गुड़िया ने उसे अपना मंगेतर कहा था। फ़िलहाल राघव भी अपने बंगले में पहुंच गया है । इश्क में मिला दर्द ताकतवर से ताकतवर इंसान की आँखों में भी आंसू भर देता है ।
राघव चाह कर भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था । आज कई सालों बाद वो अपनी मां के गले लगकर रोया था। मिसेस सिंह को यह तो नहीं पता था कि आख़िर हुआ क्या है, लेकिन वो समझ गयीं थी कि यह सब पम्मी मैडम ने करवाया है ।
इस घटना को कई दिन बीत गए थे , आज मिसेस सिंह पम्मी आंटी के ऑफिस में आयी हुई थी । उन्होंने पम्मी आंटी से राघव के बारे में बात करते हुए कहा।
“ पम्मी जी , मैं चाहती थी कि मेरे बेटे का गुस्सा शांत हो जाए । वो तो अब घर में गुमसुम सा बैठा रहता है । वो तो आपने मना किया हुआ है वरना मेरा मन करता है कि राघव को सब सच बता दूँ। मैं अब बस अपने बेटे को दोबारा ख़ुश देखना चाहती हूं।”
पम्मी - ना ना मिसेस सिंह ! अगर आपने राघव को सच बता दिया तो वो आपसे कभी बात नहीं करेगा । और वो पहले से भी ज्यादा गुस्से वाला बन जाएगा ।
मिसेस सिंह की आवाज़ में चिंता थी, उन्होंने पम्मी से कहा - तो फिर मेरे बेटे की ज़िन्दगी में ख़ुशियाँ कैसे वापस आएंगी।
पम्मी - देखो जी इश्क की चोट में या तो इंसान सुधरता है या फिर बिगड़ता है । राघव का दिल इस तरीके से तोड़ा गया है कि वो बिगड़ैल लड़का नहीं बनेगा । अब आपके बेटे को लड़कियों की और उनके मॉम डैड की रिस्पेक्ट करनी आ गयी है । अब बस इंतज़ार है सही लड़की का , और आप देखना जिस लड़की का रिश्ता भेजूंगी ये उसके साथ बहुत ख़ुश रहेगा।
राघव का दिल इस तरीके से तोड़ा गया था कि वो चाहकर भी गुड़िया को कॉल नहीं कर सकता था और मारे शर्म के उसने अपने मॉम डैड को भी नहीं बताया था कि उसके साथ हुआ क्या था । ख़ैर इस घटना से राघव की ईगो भी टूटी थी और जब अकेलेपन में उसके मॉम डैड ने उसका साथ दिया तो घर का माहौल भी ठीक हो गया था । राघव ने अपने डैड के साथ उनके बिज़नेस में भी हैल्प करनी शुरू कर दी थी।
कुछ हफ़्तों बाद पम्मी आंटी ने एक मिडल क्लास फैमिली का अच्छा सा रिश्ता राघव के लिए भेजा । राघव ने मॉम डैड के कहने पर पल भर में हाँ कर दी थी । दोबारा प्यार होने में वक्त ज़रूर लगता है , लेकिन पम्मी आंटी जानती थी कि राघव इस लड़की को रिस्पेक्ट देगा और उसका ख्याल भी रखेगा।
इस केस को सुलझाने के बाद पम्मी आंटी की डिमांड और भी बढ़ गई थी । आज काफी दिनों बाद पम्मी आंटी को एक और क्लाइंट का कॉल आया , और उसने पम्मी आंटी से कहा।
"पम्मी जी मेरा बेटा सिंगापुर में एक केस में फंस गया है , आपकी मदद चाहिए।”
पम्मी- लो जी अब फिर पड़ेगा रोला !!! एक और नया सियप्पा !!!
इस बार कोई इंटरनेशनल केस आया है पम्मी आंटी के पास । अब आगे कौन सा धमाल होने वाला है यह जानने के लिए पढ़ते रहिए।
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