दुनिया में हर कोई टेंशन लेकर बैठा है । गरीब को दो वक्त की रोटी की टेंशन है। मिडल क्लास वाले को अमीर होने की टेंशन है और अमीर को बेमतलब की टेंशन है।  
जो सिंगल है उन्हें रिलेशनशिप में आने की टेंशन है और जो रिलेशनशिप में हैं उन्हें ब्रेकअप से बचे रहने की टेंशन है। सेल्स वालों को टारगेट पूरे करने की टेंशन है और आपके रिश्तेदारों को आपकी हो रही तरक्की से टेंशन है । हर कोई टेंशन में है लेकिन अपनी पम्मी आंटी को किसी की चिंता नहीं होती । वो तो हमेशा कहती है।  
 

पम्मी - टेंशन-टुनशन नहीं लेती मैं , हम टेंशन में नहीं बल्कि टशन में रहते हैं।   
 

अपने इसी नेचर की वजह से पम्मी आंटी हर जगह छा जाती हैं । फ़िलहाल तो टेंशन राघव की बढ़ने वाली है । गुड़िया जानती थी कि राघव कौन से रेस्टोरेंट में जाता था, इसलिए वो पहले ही उस रेस्टोरेंट में चली गई थी । राघव इस बात से अनजान था कि उसके साथ आख़िर होने क्या वाला है। मिसेस सिंह और मिस्टर सिंह ने राघव को सुधारने की ज़िम्मेदारी पम्मी आंटी को दी थी । आज फिर प्लान का पार्ट टू शुरू होने वाला था । 
राघव आज फिर उसी रेस्टोरंट में पिज़्ज़ा खाने आया था, उससे पहले ही गुड़िया उसी रेस्टोरेंट में मौजूद थी । गुड़िया ने राघव को अपना नाम ईशा बताया था । राघव ने जैसे ही गुड़िया तो बैठे हुए देखा तो वो भी उसके पास जाकर बैठ गया । उसने गुड़िया से कहा।  
 

वॉट अ कोइंसिडेंट ईशा आज फिर तुम यहां मिल गई हो और बताओ कैसी हो तुम?” 
 

गुड़िया ने आज भी अपना चेहरा मास्क से ढका हुआ था । वो राघव के साथ ज्यादा फ्रैंक नहीं होना चाहती थी, इसलिए उसने जान-बुझ कर एटीट्यूड दिखाते हुए कहा।  
 

गुड़िया - मिस्टर राघव, मुझसे तुम बोलकर नहीं बल्कि आप बोलकर बात किया करो।  
 

राघव ने नर्वस होते हुए कहा - ओके-ओके आए एम सॉरी ! तो मिस ईशा कैसी हैं आप ? 
 

गुड़िया - हाँ ठीक हूँ ,तुम बताओ कैसे हो ? 
 

रघाव अभी भी थोड़ा नर्वस था , गुड़िया की बात का जवाब देते हुए उसने कहा - अरे ,आप भी तो मुझसे तुम करके बात कर रहे हो।  

गुड़िया - हां! मैं ऐसी ही हूँ।  
 

गुड़िया के नेचर से राघव इम्प्रेस हो रहा था । गुड़िया को राघव की गाड़ी और बंगले से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। राघव पहली बार ऐसी लड़की से मिला था जो उसके साथ इतने एटीट्यूड से बात कर रही थी।  

यह  प्यार सच में इंसान को अँधा कर देता है। आजकल लोगों को वो इंसान पसंद नहीं आते जो उनकी रिस्पेक्ट करते हों। लोग गलत इंसान के साथ इश्क कर लेते हैं फिर ब्रेकअप के बाद रोते हैं। 
राघव ने दो सगाईयाँ पहले भी तोड़ी थीं। जब कोई लड़की राघव से रिस्पेक्ट से बात करती थी , तो राघव को लगता था कि ये उसकी गाड़ियां और बंगले देखकर प्यार से बात कर रहीं हैं । राघव की इसी अकड़ को तोड़ने का प्लान बनाया गया था । 
रेस्टोरेंट में बातों का सिलसिला जारी हो गया था । गुड़िया ने पहले एटीट्यूड में बात की फिर धीरे-धीरे प्यार से बात करनी शुरू कर दी थी । अब तो दोनों के नंबर भी एक्सचेंज हो चुके थे । जब गुड़िया रेस्टोरेंट से जाने लगी तो राघव ने उससे कहा।  

“ईशा , अपना मास्क उतार कर अपना चेहरा तो दिखाती जाओ।” 

गुड़िया - व्हाट्सप्प नंबर शेयर हो ही गया है, उस पर ही देख लो।  

राघव वो मछली था जिसे जाल में फंसाया जा चुका था । पम्मी आंटी ने पहले ही नए नंबर पर एक मॉडल की फोटो लगवाई थी । व्हाट्सप्प  फोटो देख कर राघव के दिल की धड़कन भी थोड़ी तेज़ हो गई थी। वैसे तो गुड़िया भी बहुत सुंदर है लेकिन पम्मी आंटी नहीं चाहती थी कि गुड़िया की आइडेंटिटी राघव को पता चले। अब गुड़िया रेस्टोरेंट से सीधा पम्मी आंटी के ऑफिस आ गयी थी। उसने आज फिर रेस्टोरेंट में हुई सारी बातें पम्मी आंटी को बता दी थी। गुड़िया को इस केस में एक परेशानी हो रही थी , उसने पम्मी आंटी से कहा।   
 

गुड़िया- पम्मी मैडम राघव वाला केस तो मैं संभाल लूंगी, पर मुझसे इस व्हाट्सप्प पर चैटिंग वगैरा नहीं होगी। 
 

पम्मी -  लो करलो गल ! बस इतनी सी बात है ? तू टेंशन ना ले , व्हाट्सप्प पर मैं उससे बात कर लूँगी । ऐसे चक्कर में डालूंगी के याद रखेगा कि लड़कियों की रिस्पेक्ट कैसे की जाती है।  
 

शाम हो चुकी थी और पम्मी आंटी घर में डिनर बनाने की तैयारी कर रहीं थी । आज पम्मी आंटी के पास दो मोबाइल थे । एक में उनका पर्सनल नंबर था और दूसरे मोबाइल में वो वाला न्यू नंबर था जो राघव को फंसाने के लिए लिया गया था।   
दूसरे मोबाइल पर राघव के मैसेज आ रहे थे। 

पम्मी आंटी ने अपने जवानी के टाइम के फ्लर्टिंग स्किल्स का पूरा इस्तेमाल किया था । पम्मी आंटी कभी सब्ज़ी कटती तो कभी राघव का रिप्लाई करतीं । पम्मी आंटी ने ऐसे क्यूट-क्यूट मैसेज भेजे थे कि राघव से रहा ही नहीं गया और उसने व्हाट्सएप पर मैसेज करने की जगह सीधा कॉल ही कर दिया था।  

 
पम्मी आंटी ने भी बड़े क्यूट अंदाज़ में लिखकर भेजा  “कॉल मत करो मॉम अभी पास में ही हैं।” उफ़ जब कोई लड़की ऐसा मैसेज करती है तो आशिक के दिल की बेचैनी बढ़ जाती है । और अपनापन जताने के लिए अक्सर आशिक अपनी गर्ल फ्रेंड की मॉम को आंटी नहीं बल्कि  मॉम ही कहकर बुलाता है । र 

राघव ने भी यही ट्रिक इस्तेमाल करते हुए मैसेज में लिखा।“ मॉम को बोलो कुछ देर हमें अकेला छोड़ दें , अभी बहुत सारी बातें करनी है”  

पम्मी आंटी के क्यूट से रिप्लाई पढ़कर राघव तो बेचैन हो गया था , उसने लगातार कॉल करना शुरू कर दिया था। पम्मी आंटी मैसेज करते वक्त हंस रही थी लेकिन अब राघव की कॉल से परेशान हो गयीं थी। फाइनली पम्मी आंटी ने राघव को मैसेज किया।  “ओके बाबा कॉल पिक कर रही हूँ , गला खराब है बस थोड़ी देर ही बात कर पाउंगी” मैसेज पढ़ते ही राघव का फिर से कॉल आ गया था , पम्मी आंटी ने फ़ोन उठाकर अपनी आवाज़ को क्यूट बनाने की कोशिश करते हुए कहा।  
 

पम्मी - हैल्लो, कैसे हो आप ? 
 

राघव ने बड़े ही रोमांटिक अंदाज में कहा -  “मैं ठीक हूँ आप बताइये , बहुत इंतज़ार करवा दिया आपने।” 
 

पम्मी - अरे बताया तो था मॉम पास में हैं । आप हो कि  सुनते ही नहीं हो।  
 

राघव, अब और भी ज्यादा रोमांटिक था उसने कहा- अब क्या बताऊं मुझे ख़ुद समझ नहीं आ रहा कि मेरे साथ हो क्या रहा है।  वैसे आपकी आवाज़ इतनी बदली-बदली क्यों लग रही है।  
 

पम्मी - बताया तो था आपको कि गला ख़राब है।  
 

अपने इंडिया में ये जो नए-नए आशिक होते हैं ना , इनके अंदर का डॉक्टर बहुत जल्द बाहर आ जाता है । माशूका को  ज़ुखाम भी हो जाए तो अपनी मॉम के बताए हुए नुस्खे अपनी माशूका को बताना शुरू कर देते हैं । राघव ने भी अपनी फ़िक्र दिखाते हुए बोला।  
 

“अरे सुबह तो ठीक थे आप ! तुलसी और लौंग का काढ़ा बनाकर पियो जल्दी आराम आ जाएगा। अगर मैं वहां होता तो ख़ुद बनाकर पिलाता ।”  
उफ्फ ये फ़िक्र ! पास के कमरे में बैठी मॉम को कभी पानी भी नहीं पूछा होगा और लड़की पटाने के लिए काढ़ा बनाने को तैयार हैं भाई साहब । पम्मी आंटी ने भी फ़ोन काटने के लिए खांसते हुए बोला।  
 

पम्मी -  उहू उहू ! सॉरी मुझसे बोला नहीं जा रहा हम कल बात करें।  
 

राघव ने केयर शो करते हुए कहा --- ओके ओके ! आप अपना ख्याल रखो हम कल बात कर लेंगे। और हां काढ़ा ज़रूर बनाकर पी लेना।  
 

यहां फोन काटते ही पम्मी आंटी ज़ोर-ज़ोर से हंस रहीं थी और दूसरी तरफ राघव तो एक अलग सपनों की दुनिया में चला गया था। मिसेस सिंह भी देखकर हैरान थी कि ड्राइंग रूम में बैठा राघव दीवारों की ओर देखकर मुस्कुरा रहा है । पम्मी आंटी के प्लान का पार्ट टू भी सफल रहा था । अब बारी थी प्लान के आख़िरी पार्ट की।  
राघव के साथ अगले दस दिनों तक ऐसी ही मीठी मीठी बातों का सिलसिला जारी रहने वाला था। लेकिन आज  सुबह पम्मी आंटी और गुड़िया ऑफिस में बैठकर प्लान के पार्ट थ्री की तैयारी कर रहे थे । आज पप्पू को भी ऑफिस में संगीता की कार के साथ जल्दी बुला लिया गया था । मोबाइल पर सुबह से ही राघव के मैसेज आ रहे थे।  
इतिहास गवाह है जब-जब किसी लड़की की तबियत खराब हुई है तो उसका बॉयफ्रेंड उसे यह मैसेज ज़रूर भेजता है । “ आपकी तबियत अब कैसी है , अपना ख्याल रखा करो , बाहर से कुछ मत खाना।” राघव भी सुबह से ऐसे कई मैसेज भेज चुका था ।  

हालाँकि वो बॉयफ्रेंड नहीं था लेकिन फिर भी लड़की पटाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा था । पम्मी आंटी ने गुड़िया से कहा । 
 

पम्मी - एक तो ये लड़का भी कमला हो गया है पूरा । मैसेज कर-करके परेशान कर दिया है । गुड़िया हो जा तैयार अपना आख़िरी वार कर दे। चल पुत्तर चक दे फट्टे।   
 

राघव को पता भी नहीं था कि उसके साथ क्या हो रहा है । पम्मी आंटी आगे क्या करने वाली हैं । क्या वो सच में राघव को सुधार पाएंगी या फिर कोई नया कलेश शुरू होगा ?  क्या पम्मी आंटी अपने मकसद में कामयाब हो पाएंगी यह जानने के लिए पढ़ते रहिए।  
  

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