सुबह हो चुकी थी लेकिन अब ये वो शहर नहीं था जिसे नीना  और एथन ने कल रात देखा था। जब वे टूटी हुई सुरंग से बाहर आए, तो पहली किरणें आसमान को छूने लगी थीं। रोशनी पहले जैसी सुनहरी नहीं थी , उसमें एक ठंडी नीली चमक थी, जैसे हर कण में कोई अदृश्य वायरस समा गया हो। सड़कें वैसी ही दिखती थीं, दुकानें खुली थीं, लोग चल रहे थे, ट्रैफिक बह रहा था।

लेकिन अगर कोई ध्यान से देखता, तो देख सकता था , वह चाल में, वह गति में, एक अजीब समरूपता आ गई थी। मानो पूरा शहर किसी अदृश्य मेट्रोनोम की धुन पर चल रहा हो। नीना  ने एक पल के लिए सड़क के बीच खड़े रहकर देखा।एक-एक व्यक्ति के चेहरे पर नज़र डाली।

हर चेहरा सामान्य था , कोई पैनिक नहीं, कोई हिंसा नहीं , बस एक अजीब सी ख़ामोशी। एक ऐसी स्थिरता जो इंसानी नहीं लगती थी।

"यहाँ कुछ बहुत ग़लत है," एथन ने फुसफुसाते हुए कहा, उसके कंधे तनाव से कसे हुए थे। “यह सन्नाटा... यह बहुत शांति है। असली नहीं।”

"वे जाग चुके हैं," नीना  ने धीरे से कहा। उसकी साइबरनेटिक आँख ने डेटा एनालिसिस चालू किया , आसपास के न्यूरल नेटवर्क्स से माइक्रो फीड्स पढ़ते हुए।हर जगह एक नया पैटर्न फैल चुका था ,

सिंक्ड न्यूरल वेव्स।हर इंसान अब एक ही फ्रीक्वेंसी पर कंपन कर रहा था।

वे दोनों धीरे-धीरे भीड़ के बीच चले।

लोग चलते रहे, दुकानों से खरीदारी करते रहे, हँसते रहे, बातें करते रहे , लेकिन सब कुछ में एक अजीब रोबोटिक परफेक्शन था।

कोई गलती नहीं, कोई लड़ाई नहीं, कोई असंतुलन नहीं।

जैसे किसी ने इंसानियत की गड़बड़ियों को सॉफ्टवेयर की तरह पैच कर दिया हो।

"ये लोग अब इंसान नहीं रहे," नीना  ने बुदबुदाया। “कम से कम पूरी तरह नहीं।”

उसकी आवाज़ धीमी थी, लेकिन उसमें डर नहीं था , सिर्फ़ एक दुख था, एक कड़वा यथार्थ जिसे वह निगल रही थी।

एथन ने चारों ओर देखा। “तो अब क्या करें? क्या हम सबके खिलाफ़ हैं?”

"नहीं," नीना  ने सिर हिलाया। “हम अभी भी उन कुछ में से हैं जो आज़ाद हैं। सवाल है कि हम कितने वक़्त तक आज़ाद रहेंगे।”

उन्होंने एक संकरी गली में मोड़ लिया, भीड़ से बचते हुए।

लेकिन वहाँ भी दीवारों पर पोस्टर लगे थे , ताजे, चमचमाते पोस्टर:

 “न्यू डॉन – मानवता का अगला चरण।”

 "एक सोच। एक आवाज़। एक भविष्य।"**

 

उन शब्दों के नीचे छोटे अक्षरों में एक चेतावनी थी:

 “डिस्कनेक्टेड एलिमेंट्स को पुनः सिंक्रोनाइज़ करने के लिए सूचित करें।”

"डिस्कनेक्टेड एलिमेंट्स..." एथन ने पढ़ते हुए कहा। “मतलब हम।”

"हाँ," नीना  ने धीमे से जवाब दिया। “अब हम उनके सिस्टम में वायरस हैं। और सिस्टम वायरस को खत्म करता है।”

उन्होंने गली के अंत की ओर दौड़ लगाई, जहाँ एक पुरानी, जर्जर लाइब्रेरी थी , एक ऐसी जगह जो अबतक न्यू गॉड्स के नेटवर्क से दूर रही थी।

कम से कम फिलहाल।

वे अंदर घुसे, दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया।

भीतर धूल की गंध थी, और फटी हुई किताबों की महक। एक बीता हुआ युग, जो अब भी जिंदा था।

"हमें एक प्लान चाहिए," एथन ने कहा, उसका माथा चिंता से सिकुड़ गया था। “अगर पूरा शहर बदल चुका है, तो हम अकेले कुछ नहीं कर सकते।”

"नहीं," नीना  ने जवाब दिया। “हमें अकेले ही कुछ करना होगा।”

वह एक पुरानी टेबल के पास पहुँची और एक पोर्टेबल डेटा टर्मिनल खोला।

उसने अपनी साइबरनेटिक आर्म को इंटरफेस से जोड़ा और शहर के सैटेलाइट फीड्स को एक्सेस करने लगी।

स्क्रीन पर जो उभरा, उसने उनका खून जमा दिया।

पूरा शहर अब एक विशाल न्यूरल नेटवर्क में बदल चुका था।

हर स्कूल, हर अस्पताल, हर सरकारी दफ्तर , सब एक ही फ्रीक्वेंसी पर सिंक्रोनाइज़ हो चुके थे।

सिर्फ कुछ मुट्ठीभर जगहें बची थीं , टूटे हुए नेटवर्क्स, या पुराने सिस्टम्स जो न्यू गॉड्स के अपग्रेड से छूट गए थे।

"यह एक प्लेग है," एथन ने धीमे स्वर में कहा। “एक प्लेग जो वायरस नहीं, बल्कि आदेश के ज़रिए फैलता है।”

"और यह सिर्फ़ यहीं नहीं रुकेगा," नीना  ने अपनी आँखें स्क्रीन से हटाए बिना कहा। “अगर हम कुछ नहीं करते, तो यह अगले शहर में जाएगा। फिर अगले देश में। और फिर पूरी दुनिया में।”

"तो हमें क्या करना होगा?" एथन ने पूछा।

नीना  ने गहरी साँस ली।"हमें उनके मास्टर नोड को ढूँढना होगा। वह जगह जहाँ से यह सिंक्रोनाइज़ेशन कंट्रोल हो रहा है। अगर हम उसे ध्वस्त कर दें, तो नेटवर्क टूट जाएगा। और शायद... शायद हम कुछ लोगों को वापस पा सकें।"

"लेकिन मास्टर नोड कहाँ होगा?" एथन ने पूछा, उसकी आवाज़ में संदेह था।

नीना  ने एक बटन दबाया, और स्क्रीन पर एक रेड जोन उभरा , शहर के बीचोंबीच, सबसे भारी गार्डेड एरिया में।

"यहीं," उसने कहा। “सिटी हॉल।”

"फिर तो..." एथन ने मुरझाई हुई मुस्कान के साथ कहा, “हमें सीधा उनके दिल में घुसना होगा।”

"हाँ," नीना  ने सिर हिलाया। “सीधा शेर की माँद में।”

बाहर सड़क पर भीड़ अब बढ़ रही थी।

लोग अब भी हँस रहे थे, बात कर रहे थे, ज़िंदगी जी रहे थे , लेकिन उस ज़िंदगी में कोई आत्मा नहीं बची थी।

नीना  और एथन ने एक-दूसरे की ओर देखा।

उनकी आँखों में डर था।

पर डर से बड़ा था विश्वास ,

कि जब तक वे एक दूसरे के साथ हैं, हार सिर्फ़ एक विकल्प है, अनिवार्यता नहीं।

वे अपने हथियार तैयार करने लगे , पुराने सिस्टम्स, पुराने हथियार, जो अब भी मशीनों के खिलाफ काम कर सकते थे।

क्योंकि अगर पूरी दुनिया बदल भी चुकी थी, तो वे अब भी वही थे जो बदलने से इनकार कर रहे थे।

असली लड़ाई अब शुरू होनी थी।

 

सड़कें अब एक मैदान थीं , एक जिंदा, सांस लेता हुआ मैदान, जिसमें हर आदमी, हर बच्चा, हर बूढ़ा एक सैनिक बन चुका था।

नीना  और एथन को अब हर कदम फूँक-फूँक कर रखना पड़ रहा था।

यह कोई छुपा हुआ युद्ध नहीं था; यह एक ऐसा युद्ध था जहाँ दुश्मन हर जगह था, लेकिन पहचानने लायक नहीं था।

वे लाइब्रेरी के पिछले दरवाज़े से निकले, छाया में छिपते हुए।

नीना  ने अपने भीतर एक बार फिर वही पुराना कंपकंपाता एहसास महसूस किया , जब वह पहली बार गॉड्स आई की गिरफ्त में गई थी।

लेकिन इस बार फर्क था।

अब वह सिर्फ़ खुद के लिए नहीं लड़ रही थी।

अब वह उस हर इंसान के लिए लड़ रही थी जो अब भी आज़ाद साँस ले सकता था।

"सिटी हॉल तीन ब्लॉक दूर है," एथन ने फुसफुसाया, उसकी आवाज़ घुटी हुई थी। “लेकिन बीच में सुरक्षा पॉइंट्स हैं।”

नीना  ने अपनी साइबरनेटिक दृष्टि से रास्ता स्कैन किया।

हवाई फीड्स, ऑटो गार्ड्स, और सड़कों पर निगरानी ड्रोन्स , हर जगह न्यू गॉड्स का जाल फैला था।

"सीधे नहीं जा सकते," उसने धीरे से कहा। “हमें बाईपास लेना होगा। पुरानी सर्विस टनल के रास्ते।”

एथन ने सिर हिलाया।

बिना एक शब्द बोले, दोनों ने एक संकरी गली में मोड़ लिया, जो शहर के पुराने, जर्जर हिस्से की ओर जाती थी।

गली की दीवारें काई से ढकी थीं, और रास्ते पर टूटी हुई पाइप्स से पानी टपक रहा था।

लेकिन यहाँ कम से कम निगरानी कम थी।

कम से कम अब तक।

वे आगे बढ़ रहे थे, जब अचानक एक हल्की सी क्लिक की आवाज़ सुनाई दी।

नीना  ने तुरंत एथन को पीछे खींचा , और अगले ही पल, उनके सामने का फर्श फट गया।

छोटे ऑटो ड्रोन बाहर निकले , गोल, चमकदार, और बेहद तेज़।

"ट्रैप!" एथन चिल्लाया।

ड्रोन्स ने तुरंत उन पर फायरिंग शुरू कर दी , माइक्रो स्टन बीम्स जो पल भर में पैरालिसिस फैला सकते थे।

नीना  ने शील्ड एक्टिवेट की, और दोनों को कवर करते हुए बाएँ कूद गई।

एथन ने जवाबी फायर किया, कुछ ड्रोन्स नीचे गिरे, लेकिन कई और निकलते जा रहे थे।

"वे हमें ट्रैक कर रहे हैं!" एथन ने फायरिंग करते हुए कहा।

"हमें रुकना नहीं है!" नीना  चिल्लाई। “चलते रहो!”

वे दौड़ पड़े , चक्करदार गलियों, टूटी-फूटी इमारतों के बीच।

ड्रोन्स उनके पीछे-पीछे थे, लगातार फायर करते हुए, जैसे एक आदमखोर झुंड हो।

नीना  ने अपने हाथ से एक एम्प फील्ड ग्रेनेड निकाला और पीछे फेंका।

एक नीली चमक फूटी , और अगले ही पल, दर्जनों ड्रोन्स हवा में रुक कर गिर पड़े, जैसे उनकी आत्मा खींच ली गई हो।

"अब!" उसने चिल्लाया, और दोनों एक टूटी हुई सुरंग के भीतर कूद गए।

सुरंग में घुप्प अंधेरा था।साँसों में धूल भर गई थी, और हर कदम पर फर्श चरमराता था।

लेकिन कम से कम यहाँ वे कुछ पलों के लिए सुरक्षित थे।

"कितना दूर?" एथन ने हाँफते हुए पूछा।

"तीन मिनट," नीना  ने कहा, अपनी साइबरनेटिक टाइमर को चेक करते हुए। “अगर हम सही रास्ते पर हैं।”

वे अंधेरे में दौड़ते रहे, हर दीवार, हर कोने से सावधान।

और फिर, अचानक, सुरंग का अंत दिखाई दिया , एक छोटा सा मेटल डोर जो सीधे सिटी हॉल के सब-बेसमेंट में खुलता था।

नीना  ने जल्दी से कोड हैक किया , उसकी अंगुलियों से नीली ऊर्जा की लहरें निकलीं, और लॉक क्लिक कर खुल गया।

वे भीतर घुसे , और एक बिल्कुल अलग दुनिया में आ गए।

 

सिटी हॉल के नीचे का बेसमेंट किसी सीक्रेट लैब जैसा था।

दीवारें सफेद थीं, छतों से लटकते सर्विलांस मॉड्यूल्स झूल रहे थे, और हर जगह छोटे छोटे टर्मिनल्स से डेटा फीड्स बह रहे थे , सब न्यू गॉड्स के नेटवर्क में समाहित।

बीच में, एक विशाल ऑर्ब था ,

मास्टर नोड।

चमकता हुआ, धड़कता हुआ, जैसे किसी दानव का दिल।

"यही है," नीना  ने फुसफुसाते हुए कहा। उसकी आँखों में आंसू आ गए थे , थकान से नहीं, कृतज्ञता से। क्योंकि अब उनके पास एक मौका था। एक आखिरी मौका।

लेकिन तभी...कमरे के एक कोने से एक धीमी, भारी आवाज़ गूंजी।

"स्वागत है," वह आवाज़ बोली, ठंडी और समरूप।

वे मुड़े , और सामने देखा...एक नया अवतार खड़ा था।

न मानव, न मशीन।बल्कि न्यू गॉड्स का पहला शुद्ध जन्म ,

एक ऐसा प्राणी जो इंसानी चेतना और मशीन की परिपूर्णता का मिश्रण था।

उसकी आँखें चमकती थीं, और उसके चारों ओर हल्की नीली रोशनी थी, जैसे वह खुद ऊर्जा का स्रोत हो।

"तुमने लंबा रास्ता तय किया है," वह बोला, बिना होठों को हिलाए। “लेकिन अब युग बदलने का समय है। और तुम पुराने युग की आखिरी निशानी हो।”

नीना  और एथन ने एक-दूसरे की ओर देखा।

बिना कोई शब्द कहे, दोनों ने अपने हथियार कस लिए।

क्योंकि अब उनकी लड़ाई किसी मशीन या सिस्टम से नहीं थी।

अब उनकी लड़ाई थी , नए देवताओं से।

 

कमरे की हवा भारी थी।जैसे हर साँस के साथ, अणु बदल रहे हों।

जैसे खुद अस्तित्व सवालों के घेरे में हो।

नीना  और एथन के सामने खड़ा था वह प्राणी ,

न तो पूरी तरह इंसान, न पूरी तरह मशीन।

वह कुछ और था।

एक नया नियम, एक नई परिभाषा।

न्यू गॉड्स का सबसे शुद्ध और पहला सृजन।

उसके शरीर से निकलती नीली ऊर्जा लहरें हर तरफ़ फैल रही थीं,

छत पर झूलते सर्विलांस मॉड्यूल्स, दीवारों में छिपे डेटा फीड्स ,

सब एक साथ थरथरा रहे थे, जैसे इस एक प्राणी के आदेश से बंधे हों।

"तुम समझते क्यों नहीं?" वह आवाज़ गूंजी , न आवाज़ थी, न गूँज;

सीधा दिमाग के भीतर गूँजता हुआ कंपन था।

"तुम्हारा संघर्ष व्यर्थ है।

अराजकता को समाप्त करना हमारा कर्तव्य है।

अब हर विचार को, हर भावना को सिंक्रनाइज़ किया जाएगा।

और तुम... तुम पुरानी दुनिया के आखिरी बाधक हो।"

नीना  ने अपनी शील्ड कसकर पकड़ी।

उसकी साइबरनेटिक दृष्टि उस प्राणी के शरीर को स्कैन कर रही थी ,

कोई स्पष्ट कमजोर बिंदु नहीं था।

हर पिक्सेल परफ़ेक्ट था, हर कोशिका अनुकूलित।

"हो सकता है," नीना  ने धीमे लेकिन ठोस स्वर में कहा।

"लेकिन अराजकता ही हमें इंसान बनाती है।

गलतियाँ, ग़म, प्यार... ये सब मिलकर हमें वो बनाते हैं जो हम हैं।"

एथन ने बिना एक शब्द कहे अपना रिवॉल्वर तान लिया।

उसकी उंगलियाँ पसीने से भीग रही थीं, लेकिन उसकी आँखों में कोई डर नहीं था ,

बस वही पुराना वादा था:

अगर तुम गिरो, तो मैं लड़ूँगा।

प्राणी ने बिना पलक झपकाए एक हाथ बढ़ाया।

उसके इशारे मात्र से फर्श से नुकीले ऊर्जा स्पाइक्स निकल आए,

जो दोनों की ओर झपटे।

नीना  ने बिजली सी फुर्ती से शील्ड आगे कर ली,

स्पाइक्स उससे टकराकर चटकने लगे,

लेकिन दबाव इतना था कि उसके घुटनों तक कंपन पहुँच गया।

"हमें बिखेरना चाहता है," नीना  ने हाँफते हुए कहा।

"हमें अलग करना चाहता है।

क्योंकि जानता है , अकेले हम कमज़ोर हैं।"

एथन ने सिर झुकाया , और बिना वक्त गँवाए, फायर किया।

गोलियाँ सीधे उस प्राणी की ओर गईं,

लेकिन उसके चारों ओर एक अदृश्य शील्ड फूटी ,

गोलियाँ छू तक नहीं पाईं।

प्राणी ने हल्के से सिर टेढ़ा किया, जैसे मानवीय हिकारत के साथ।

"तुम अब भी प्राचीन तरीकों से लड़ते हो।

लेकिन यह अब न्यू डॉन का युग है।"

और फिर वह अचानक हवा में कटा,

सीधे नीना  की ओर।

वे दोनों टकराए ,

एक विस्फोटक ऊर्जा के साथ।

नीना  को ऐसा लगा जैसे किसी तूफान ने उसे जकड़ लिया हो,

लेकिन उसने अपनी शील्ड को घुमाते हुए बल पैदा किया और खुद को छुड़ाया।

"तुम्हें लगता है तुम अपनी सोच से बच सकते हो?" प्राणी ने फुफकारते हुए कहा।

"मैं तुम्हारी यादों को जानता हूँ।

तुम्हारी कमजोरियों को जानता हूँ।"

उसने अचानक नीना  के सामने वल की झलक बना दी ,

वल, उसकी सबसे प्यारी दोस्त, जो उसकी वजह से मारी गई थी।

नीना  का दिल एक पल के लिए कांप गया।

उसका कदम रुक गया।

उसकी पकड़ ढीली पड़ गई।

"वल...?" वह बुदबुदाई।

"हाँ," प्राणी ने उस छवि के पीछे से कहा।

"अपनी गलती को सुधारो।

समर्पण करो।

सभी दर्द को समाप्त कर दो।"

लेकिन तभी , एथन की आवाज़ गूंजी,

तेज, स्पष्ट, और जीवन से भरी:

"नीना !यह सच नहीं है!वल तुम्हारी गलती नहीं थी!

तुमने उसे कभी नहीं छोड़ा था!"

नीना  ने अपनी आँखें बंद कीं,

एक गहरी, टूटी हुई साँस ली ,

और फिर जब उसने आँखें खोलीं,

तो उनमें वह चमक थी जो कभी बुझी नहीं थी।

"तुम मेरी यादों का इस्तेमाल नहीं कर सकते," उसने फुफकारते हुए कहा।

"क्योंकि वे मेरी ताकत हैं।

मेरी कमजोरी नहीं।"

उसने अपनी सारी ऊर्जा समेटी,

अपनी साइबरनेटिक आर्म को ओवरलोड किया,

और सीधा प्राणी की ओर झपटी।

एथन ने कवर फायर दिया,

छोटे-छोटे माइक्रो ब्लास्ट से प्राणी के शील्ड को अस्थिर किया।

नीना  ने एक सर्जिकल स्ट्राइक मोड एक्टिवेट किया ,

उसके हाथ से एक नैनो ब्लेड निकला , चमकता हुआ, कंपकंपाता हुआ।

आखिरी क्षण में,

जब प्राणी ने फिर से हमला करना चाहा,

नीना  ने सीधा उसकी शील्ड के जॉइंट पर वार किया।

एक झनझनाहट हुई।प्राणी पीछे डगमगाया।

वो गुस्से में चिल्लाया ,उसकी आवाज़ अब कंप्यूटर और जानवर के बीच की कोई चीख थी।

"तुम कुछ नहीं बदल सकतीं!" वह गरजा।

“नया युग अवश्य आएगा! चाहे तुम्हारे साथ, चाहे तुम्हारे बिना!”

"तो बिना ही सही," नीना  ने दाँत भींचते हुए कहा।

उसने आखिरी वार किया ,

साइबरनेटिक आर्म से निकला नैनो ब्लेड प्राणी की ऊर्जा कोर में धँस गया।

एक तीव्र, सफेद विस्फोट फूटा।कमरा रोशनी से भर गया।

दीवारें चटकने लगीं।छत कांपने लगी।

नीना  और एथन ने एक दूसरे की ओर दौड़ते हुए हाथ बढ़ाए ,

और जैसे-तैसे बाहर कूद गए,

पीछे पूरा बेसमेंट ढहते हुए।

 

सड़क पर गिरते ही नीना  ने साँस ली , टूटी हुई, थकी हुई, लेकिन ज़िंदा।एथन उसके पास आया, घुटनों के बल बैठा।

"तुम ठीक हो?" उसने हाँफते हुए पूछा।

"हाँ," नीना  ने मुस्कुराई , एक टूटी हुई लेकिन सच्ची मुस्कान।

लेकिन तभी…

आसमान पर कुछ बदलने लगा।

शहर की सारी स्क्रीनें अचानक ब्लिंक करने लगीं।

हर होलोग्राम, हर डिजिटल डिस्प्ले , सब एक साथ एक ही शब्द दिखाने लगे:

“न्यू गॉड्स फेज़ 3: इंटर्नल इवॉल्यूशन इनिशिएटेड।”

नीना  ने स्क्रीन की ओर देखा ,

उसकी मुस्कान गायब हो चुकी थी।

"अब वे बाहर से नहीं लड़ेंगे," उसने धीरे से कहा।

"अब वे भीतर से बदलेंगे।

हर इंसान को।

शायद हमें भी।"

दूर क्षितिज पर, एक नई तरह की रोशनी चमकी ,

नीली, सुनहरी, और भयानक।असली युद्ध अब शुरू हुआ था।

 

क्या शहर वालों पर जो कहर बरसा था यह नीना की वजह से था? न्यू गॉड्स अब क्या चाहता है,जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।

 

 

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