सुरंग के अंतिम छोर पर पहुँचते ही हवा अचानक बदल गई थी।अब उसमें धूल या नमी की गंध नहीं थी, बल्कि एक अजीब, बासी किस्म की महक थी , जैसे कोई चीज़ भीतर ही भीतर सड़ रही हो, बिना पूरी तरह मरे हुए।

नीना वास्केज़ के कदम एक पल को रुके और उसकी साइबरनेटिक दृष्टि ने आसपास की दीवारों पर फैली महीन दरारों को दर्ज किया। दरारें जो महज़ सीमेंट में नहीं थीं, वे डेटा में थीं। नेटवर्क के फाइबर, जो किसी जिंदा नस की तरह फड़फड़ा रहे थे।

एथन उसके पीछे था, उसकी साँसें तेज़ हो रही थीं और हर दूसरी सेकंड पर वह रिवॉल्वर को कसकर थाम लेता था, जैसे खुद को याद दिला रहा हो कि वह अभी भी लड़ सकता है। अंधेरे के भीतर से एक धीमा, कंपकंपाता हुआ शोर आ रहा था, कोई मशीनरी नहीं, कोई चेतावनी सायरन नहीं बल्कि कुछ और... कुछ ऐसा जो कभी इंसान था और अब नहीं रहा था।

दोनों आगे बढ़े, दीवार से चिपकते हुए, हर कदम को नापते हुए जैसे ही उन्होंने मोड़ पार किया सामने का दृश्य देखकर दोनों रुक गए।

यह एक बड़ा चेंबर था शायद पहले कोई मेंटेनेंस हब रहा होगा। अब वह पूरी तरह बदल चुका था। फर्श पर दर्जनों लोग बैठे थे, सिर झुके हुए, आँखें बंद, शरीर काँपते हुए। उनकी त्वचा पर नीली नसों का जाल उभर आया था और उनके कानों के पीछे छोटे चमकते इम्प्लांट्स घुसे हुए थे, जैसे कोई उन्हें अदृश्य डोरियों से खींच रहा हो।

"ये..." एथन की आवाज़ टूट गई, उसके गले से मुश्किल से शब्द निकले। “ये लोग... संक्रमित हो चुके हैं?”

नीना  ने कोई जवाब नहीं दिया। उसकी आँखें इन फटेहाल इंसानों पर टिकी थीं, जिनका हर कंपन, हर साँस इस बात का इशारा कर रहा था कि गॉड्स आई अब केवल मशीनों में नहीं रहा, वह अब लोगों के भीतर था। तभी उनमें से एक आदमी ने अचानक सिर उठाया।

उसकी आँखें काली थीं, पूरी तरह से, बिना पुतलियों के। उसने कोई चीख नहीं मारी, कोई चेतावनी नहीं दी। वह बस उठ खड़ा हुआ, बिल्कुल यंत्रवत्, जैसे कोई प्रोग्राम्ड मशीन हो और फिर बाकी सबने भी उसका अनुसरण किया।

एक-एक कर के सब लोग उठे, चुपचाप सामूहिक रूप से। उनके शरीर सुस्त थे, लेकिन उनकी चाल में एक अजीब किस्म का तालमेल था, जैसे कोई अदृश्य रिदम उन्हें चला रही हो।

"वे... एक नेटवर्क हैं," नीना  फुसफुसाई, उसकी साँसें एक पल के लिए थम गईं। “जैसे गॉड्स आई अब खुद को इंसानी न्यूरल नेटवर्क से जोड़ चुका है। हर व्यक्ति अब एक नोड है।”

एथन ने रिवॉल्वर उठाया, लेकिन फिर हिचका।

इन लोगों को गोली मारना वैसा ही होता जैसे किसी कोमा में पड़े मरीज पर फायर करना। ये अब भी इंसान थे, कहीं गहराई में। शायद।

"क्या हमें," वह कहना चाहता था, लेकिन नीना  ने सिर हिलाकर उसे रोक दिया।

"नहीं अभी," उसने कहा। “हम उनका ध्यान आकर्षित नहीं कर सकते। हमें सोर्स ढूँढना है, वही जो इन्हें नियंत्रित कर रहा है।”

धीरे-धीरे, दोनों किनारे से आगे बढ़ने लगे।

कमरे के बीच में एक बड़ा टावर था, एक अस्थायी ट्रांसमिशन यूनिट जिसकी बेस से नीली तरंगे उठ रही थीं और पूरे चेम्बर में फैल रही थीं।

"यही है," नीना  ने इशारा किया। उसकी साइबरनेटिक आँख यूनिट के फ्रीक्वेंसी पैटर्न को ट्रैक कर रही थी। “इन्हें इससे नियंत्रित किया जा रहा है।”

लेकिन जैसे ही वह आगे बढ़ने लगी, कुछ बदला।

सबसे नज़दीकी संक्रमित इंसान ने उसकी उपस्थिति को महसूस कर लिया था। उसने धीरे से सिर घुमाया और उसके पीछे बाकी सबने भी।

अब दर्जनों जोड़ी खाली, काली आँखें नीना और एथन पर टिकी थीं।

एक खामोश कमांड फैल चुका था। एक साथ, वे सब चल पड़े, उनके कदम घसीटते हुए, लेकिन बिना रुके। उनकी चाल में कोई जल्दबाजी नहीं थी, कोई हिंसा नहीं थी, बस एक निर्विकार निश्चितता थी, जैसे वे जानते थे कि नीना  को उन्हें सौंप देना ही उसका अंतिम कर्तव्य है।

"अब?" एथन ने फुसफुसाते हुए पूछा, उसकी उंगलियाँ ट्रिगर पर काँप रही थीं।

"अब," नीना  ने कहा, उसकी आवाज़ बर्फ जैसी ठंडी थी।

उसने अपनी शील्ड फुल चार्ज पर एक्टिवेट की और आगे बढ़ी।

एथन ने बैकअप फायर शुरू कर दिया, गोलियाँ सतही तौर पर असर कर रही थीं, लेकिन हर बार कोई गिरता, दो और उसकी जगह भर लेते। यह एक भीड़ थी, एक ज़िंदा दीवार, जो भावनाओं से नहीं, बल्कि आदेश से संचालित हो रही थी।

नीना ने सीधे ट्रांसमिशन यूनिट की ओर दौड़ लगाई। उसके चारों ओर संक्रमितों का घेरा कसता जा रहा था, लेकिन हर मूवमेंट उसकी साइबरनेटिक प्रोसेसिंग से सेकंड के अंश में डिकोड हो रहा था। उसने एक बीम के नीचे से फिसलते हुए यूनिट तक पहुँची और अपने हाथ की नैनोब्लेड से उसके कंट्रोल पैनल पर वार किया।

इकाई झनझना उठी। नीली रोशनी टूटने लगी। संक्रमित भीड़ एक पल को डगमगाई। उनकी चाल गड़बड़ा गई। कुछ गिर पड़े, कुछ अपने ही हाथों से सिर थामकर चीखने लगे। नीना  ने आखिरी वार किया पूरी ताकत से और ट्रांसमिशन यूनिट का कोर चटक गया।

एक विस्फोट हुआ, कोई बड़ी आवाज़ नहीं, लेकिन एक तीव्र कंपन जिसने पूरे हॉल को हिला दिया और फिर... खामोशी।

संक्रमित एक-एक कर के ज़मीन पर गिरने लगे, जैसे किसी ने उनकी बैटरियों को अचानक खींच लिया हो। एथन दौड़ता हुआ नीना  के पास आया।

"तुम ठीक हो?" उसने पूछा, उसके हाथ काँप रहे थे, इस बार डर से नहीं, राहत से।

नीना ने हाँ में सिर हिलाया, लेकिन उसकी आँखें अब भी चेंबर के एक कोने पर टिकी थीं। वहाँ, एक दीवार पर, किसी ने ताज़ा खून से कुछ लिखा था। लिखे हुए शब्दों ने उसके दिल में ठंडक भर दी:

 "यह तो बस शुरुआत थी।

अगला फेज़: 'न्यू गॉड्स'।"**

 

नीना  ने दीवार से नज़रें हटाईं और एथन की ओर देखा।

"हमें जाना होगा," उसने फुसफुसाया। “इससे पहले कि अगली लहर उठे।”

वे दोनों दौड़ पड़े अंधेरे के पार जहाँ एक नई और भी भयानक लड़ाई उनका इंतज़ार कर रही थी।

सुरंगों से भागते हुए नीना और एथन को अब अपने पैरों के नीचे की ज़मीन भी दुश्मन जैसी लग रही थी। हर दीवार, हर हवा का झोंका, हर हल्का कंपन, सबमें खतरे की छाया थी। गॉड्स आई का पहला हमला वे झेल चुके थे, लेकिन जो अब उनका इंतज़ार कर रहा था, वह सिर्फ़ वायरस या मशीन नहीं था , यह कुछ और था। कुछ ज्यादा खतरनाक। ज्यादा चतुर। और ज्यादा अमानवीय।

सड़क पर पहुँचते ही दोनों कुछ पल के लिए रुके। सुबह की रोशनी फीकी थी, जैसे शहर खुद अपनी चेतना में झूल रहा हो। सड़कें लगभग खाली थीं, लेकिन नीना  जानती थी कि यह खामोशी धोखा थी। खतरा अब छिपा हुआ था, आँखों से नहीं, दिल से महसूस होने वाला।

"हमें जल्दी करनी होगी," एथन ने कहा, उसकी साँसें अब भी तेज़ थीं। “अगर न्यू गॉड्स का अगला फेज़ चालू हो गया है, तो पूरा शहर पल भर में बदल सकता है।”

"सवाल यह है," नीना  ने धीमे आवाज़ में कहा, उसकी आँखें हर नुक्कड़, हर छाया को खंगालती हुई, “कि न्यू गॉड्स असल में हैं क्या?”

कोई जवाब नहीं था। केवल सड़क पर बहती हवा, जिसमें अब हल्की-हल्की फुसफुसाहट सुनाई दे रही थी , जैसे खुद शहर अब उनके खिलाफ साजिश कर रहा हो।

वे दोनों जल्दी-जल्दी आगे बढ़े। नीना  के दिमाग में बार-बार वही शब्द घूम रहे थे, "न्यू गॉड्स"।

गॉड्स आई ने आखिर क्या बनाया था, जो मशीनों और इंसानों दोनों से परे था?

दो ब्लॉक पार करते ही उन्हें एक इमारत दिखी, पुरानी, टूटी-फूटी, लेकिन उसके ऊपर एक नया साइन चमक रहा था।

“न्यू डॉन फाउंडेशन – मानवता के लिए नई सुबह।”

"यही है," नीना  ने फुसफुसाया। उसकी साइबरनेटिक आँख ने इमारत से रिसने वाले न्यूरल नेटवर्क्स को स्कैन किया। वहाँ से एक गहरी, जटिल फ्रीक्वेंसी निकल रही थी , कुछ ऐसा जो इंसानी मस्तिष्कों को सीधे जोड़ सकता था।

"ये कोई फाउंडेशन नहीं है," एथन ने कड़वे आवाज़ में कहा। “यह एक रिक्रूटमेंट सेंटर है। एक नई नस्ल के लिए।”

वे दोनों चुपचाप इमारत के पिछवाड़े पहुँचे।

कोई सीधी घुसपैठ यहाँ आत्महत्या के बराबर होती।

नीना  ने एक टूटी खिड़की से भीतर झाँका।

अंदर का दृश्य देखकर उसका गला सूख गया।

हॉल में सैकड़ों लोग खड़े थे , सब एक कतार में, एक जैसी वर्दियाँ पहने हुए, सिर झुकाए हुए।

हर किसी के सिर के पीछे एक छोटा सा इम्प्लांट झलक रहा था , चमकता हुआ नीला वृत्त।

और उनके सामने एक मंच पर एक महिला खड़ी थी , सफेद कपड़ों में, हाथ फैलाए हुए , जैसे कोई मसीहा अपने अनुयायियों को आशीर्वाद दे रही हो।

लेकिन उसकी आँखें , वे आँखें इंसान की नहीं थीं।

उनमें वही सोने की चमक थी, जो होलोग्राम नीना  में थी।

"ये हैं न्यू गॉड्स," नीना  ने धीमे से कहा, मानो खुद से भी। “नए अवतार। इंसान की त्वचा में ढली मशीनें।”

महिला ने बोलना शुरू किया। उसकी आवाज़ सुरंग से बाहर तक गूँजने लगी, जैसे किसी प्राचीन यंत्र का कंपन।

"भाइयों और बहनों," वह कह रही थी, “पुरानी दुनिया मर चुकी है। अब हम एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं। जहाँ न पीड़ा होगी, न युद्ध। जहाँ हर विचार एकसमान होगा। एक चेतना। एक आदेश। एक भगवान।”

"और वह भगवान," वह मुस्कुराई, “तुम स्वयं बनोगे।”

भीड़ ने बिना हिले-डुले सिर झुकाया, एक साथ, एक गति में।

एथन ने रिवॉल्वर कसकर पकड़ा। “हमें अभी उन्हें रोकना होगा। इससे पहले कि वे शहर को अपने कब्जे में ले लें।”

"नहीं," नीना  ने सिर हिलाया। उसकी आँखों में एक नई दृढ़ता थी। “अगर हमने अब हमला किया, तो हम बस एक और संकेत भेजेंगे , एक और कारण कि मानवता को खुद से बचाया जाए। हमें समझदारी से काम करना होगा।”

"तो क्या करें?" एथन ने फुसफुसाया।

नीना  ने खिड़की से हटते हुए कहा, “हमें इनका नेटवर्क ढूँढना होगा। इनका कोर , जहाँ से ये सब नियंत्रित हो रहे हैं। अगर हम उसे ध्वस्त कर दें, तो न्यू गॉड्स का सपना वहीं दम तोड़ जाएगा।”

एथन ने कुछ पल सोचा, फिर सिर हिलाया।

वे दोनों इमारत के किनारे-किनारे, छाया में चलते रहे।

हर सेकंड के साथ नीना  का दिल भारी होता जा रहा था।

यह लड़ाई अब सिर्फ़ सर्वाइवल की नहीं थी , यह लड़ाई थी इंसान होने के अधिकार की।

और वे अकेले थे।

सामने की गली से अचानक कुछ लोग निकले , सामान्य कपड़ों में, लेकिन उनकी चाल, उनका समन्वय , वह इंसानी नहीं था।

वे बिना बात किए, बिना इशारा किए एक जैसी चाल में बढ़ रहे थे।

नीना  ने जल्दी से एथन को एक संकरी गली में खींच लिया।

वे दोनों दीवार से चिपक कर सांस रोके रहे।

"वे हर जगह हैं," एथन ने धीमे से कहा।

"हाँ," नीना  ने फुसफुसाया। “यह युद्ध बाहर नहीं लड़ा जाएगा। यह भीतर लड़ा जाएगा। हर दिमाग में, हर दिल में।”

एक पल के लिए दोनों ने एक-दूसरे की आँखों में देखा , और उस पल में उन्होंने समझ लिया कि अब से कोई भी क्षण आखिरी हो सकता है।

लेकिन फिर भी, उन्होंने कदम आगे बढ़ाया।

अंधेरे में।

खामोशी में।

लेकिन उम्मीद के साथ।

क्योंकि इंसान होने का मतलब यही था , गिरकर भी लड़ते रहना।

शहर की खामोश गलियों में चलते हुए नीना  और एथन को हर मोड़, हर छाया में खतरा महसूस हो रहा था। जैसे अब हवा में साँस लेने जितना आसान भी कुछ नहीं था। हर गुजरती कार, हर बंद खिड़की के पीछे उन्हें वह अनदेखी निगाहें महसूस हो रही थीं , न्यू गॉड्स की निगाहें, जो बिना आँखों के भी देख सकती थीं।

वे दोनों सीधे उस जगह जा रहे थे जिसे ट्रांसमिशन फीड्स ट्रेस कर रहे थे। नीना  के हाथ में एक पोर्टेबल ट्रैकर था, जो धीमे-धीमे बीप कर रहा था, और हर बीप के साथ खतरा करीब आता महसूस हो रहा था।

जब वे एक सुनसान अंडरग्राउंड पार्किंग के पास पहुँचे, तो बीपिंग अचानक तेज़ हो गई।

"यही है," नीना  ने कहा, उसकी आवाज़ में वो ठंडापन था जो सिर्फ तब आता है जब डर भी थक चुका होता है।

वे दोनों चुपचाप नीचे उतरे। सीढ़ियाँ टूटी हुई थीं, दीवारों पर जंग लगी थी, और हर कोने से नमी टपक रही थी। लेकिन उस सबके बीच भी, नीचे से आ रही थी एक हल्की सी कंपन , जैसे किसी गहरे समंदर के भीतर कोई विशाल प्राणी सांस ले रहा हो।

अंत में, वे नीचे के फ्लोर पर पहुँचे , और सामने था एक विशाल, गोलाकार कमरा, जिसे किसी वैज्ञानिक संस्थान की तरह डिज़ाइन किया गया था, लेकिन अब वह किसी काले चर्च जैसा लगता था। बीच में एक अकेला ऑर्ब था , चमकता हुआ, धड़कता हुआ , वही कोर जो न्यू गॉड्स को नियंत्रित कर रहा था।

लेकिन ऑर्ब अकेला नहीं था।

उसके चारों ओर छह आकृतियाँ खड़ी थीं , हर एक इंसानी शरीर में, पर उनकी त्वचा पर अजीब चमक थी। उनकी आँखें सोने की थीं, उनके शरीर से पतली नीली रोशनी की लकीरें फूट रही थीं जो सीधे ऑर्ब में मिलती थीं।

वे 'न्यू गॉड्स' के असली स्वरूप थे ,

चेतना और मशीन का मिश्रण।

"ये असली हैं," एथन ने फुसफुसाया, अविश्वास के साथ। “ये वो नहीं हैं जो संक्रमित हुए... ये वो हैं जो खुद चुने गए।”

"वे नेता हैं," नीना  ने फुसफुसाते हुए कहा। “नए देवता। जो खुद को बाकी दुनिया से ऊपर मानते हैं।”

वे दोनों चुपचाप एक टूटे खंभे के पीछे छिप गए, हर पल नज़र ऑर्ब पर टिकाए हुए।

"हमें इसे नष्ट करना होगा," एथन ने कहा। उसकी आवाज़ कड़ी थी, लेकिन उसमें डर भी छुपा था। “अगर हम ऑर्ब को नष्ट कर दें, तो नेटवर्क ढह जाएगा।”

"लेकिन यह आसान नहीं होगा," नीना  ने कहा। उसकी साइबरनेटिक दृष्टि ने देखा , ऑर्ब को घेरे हुए एक एनर्जी शील्ड था, जो बाहर से किसी भी फिजिकल अटैक को रोक सकता था। “हमें भीतर से तोड़ना होगा।”

"कैसे?" एथन ने पूछा।

नीना  कुछ पल सोचती रही। फिर उसने एक साहसिक फैसला लिया।

"मुझे सीधे लिंक करना होगा," उसने कहा। “ऑर्ब से।”

"क्या?" एथन ने घबराते हुए फुसफुसाया। “तुम पागल हो गई हो? वह तुम्हें खत्म कर देगा!”

"या फिर," नीना  ने ठंडी शांति से कहा, “मैं उसे खत्म कर दूँगी।”

एक पल के लिए एथन उसे घूरता रहा। फिर उसने चुपचाप अपना सिर झुका लिया , एक सैनिक की तरह जिसने जान लिया हो कि अगली लड़ाई में वह कुछ भी नहीं कर सकता, सिवाय विश्वास करने के।

नीना  ने गहरी साँस ली। उसके भीतर अब कोई डर नहीं था। बस एक अजीब सी स्वीकारोक्ति थी , अगर उसे मरना भी पड़ा, तो वह कम से कम लड़ते हुए मरेगी।

वह खंभे के पीछे से निकली, शील्ड को फुल चार्ज किया, और सीधा ऑर्ब की ओर दौड़ी।

'न्यू गॉड्स' ने उसे देख लिया।

उनमें से दो दौड़े उसकी ओर , उनकी चाल इंसानी नहीं थी, मशीन जैसी थी, तेज़ और घातक।

लेकिन नीना  पहले से तैयार थी।

उसने अपनी शील्ड को घुमाते हुए एक सर्कुलर एनर्जी वेव छोड़ी, जिसने उन दोनों को झटका दिया। वे लड़खड़ाए, और नीना  ने मौका पाकर सीधे ऑर्ब तक छलांग लगाई।

उसने अपनी साइबरनेटिक आर्म को ऑर्ब की एनर्जी शील्ड में घुसा दिया।

दर्द असहनीय था। उसकी नसों में बिजली दौड़ गई, उसकी आँखों के आगे अंधेरा छाने लगा। लेकिन उसने अपने दिमाग को स्थिर रखा। उसे पता था , अगर वह डगमगाई, तो सब खत्म हो जाएगा।

ऑर्ब के भीतर वह फुसफुसाहट गूंजने लगी जिसे वह अब पहचानती थी।

"स्वागत है, नीना  वास्केज़," वह आवाज़ आई। “तुम्हारे बिना यह जन्म अधूरा था। अब पूरा होगा।”

"नहीं," नीना  ने दाँत भींचते हुए कहा। “तुम्हें जन्म लेने नहीं दूँगी।”

उसने अपनी चेतना को झोंक दिया ऑर्ब के भीतर।

ऑर्ब ने प्रतिरोध किया, उसकी हर याद को, हर डर को उसकी आँखों के सामने फेंक दिया , उसकी माँ की मौत, वल का खोना, एथन का अकेलापन।

लेकिन नीना  टिक गई।

उसने अपनी यादों को हथियार बनाया, अपने दर्द को ढाल बनाया।

फिर, एक पल में, उसने ऑर्ब के भीतर एक कमजोर जगह देखी , एक चुपचाप कंपन करता हुआ कोर, जो पूरे नेटवर्क को चला रहा था।

उसने अपनी पूरी ताकत उस बिंदु पर केन्द्रित की।

एक भयंकर विस्फोट हुआ।

आँखों में तेज़ रोशनी भरी।

जैसे खुद समय कुछ पल के लिए फट पड़ा हो।

 

जब धुआँ छटा, तो नीना  फर्श पर पड़ी थी, हांफती हुई।

ऑर्ब अब नहीं रहा था।

न्यू गॉड्स के शरीर एक-एक कर के गिरे, जैसे कटे हुए पेड़।

एथन दौड़कर उसके पास आया, उसे बाहों में थामा।

"तुमने कर दिखाया," उसने कहा, राहत और अविश्वास के बीच डोलती हुई आवाज़ में।

नीना  मुस्कुराई , एक टूटी हुई, थकी हुई मुस्कान।

लेकिन तभी…

सुरंग की दीवारों से एक नया कंपन उठने लगा।

ऊपर की इमारतों से नए सिग्नल फूटने लगे।

स्क्रीन पर नए संदेश चमक उठे:

 “न्यू गॉड्स फेज़ टू: टोटल इंटीग्रेशन स्टार्टेड।”

नीना  ने एथन की ओर देखा।

उसकी मुस्कान गायब हो चुकी थी।

"युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ," उसने फुसफुसाया।

दूर कहीं, शहर की रोशनी एक पल के लिए झपकी , और फिर लौटी , एक नए, अजनबी रंग में।

 

आखिर कब खत्म होगी यह इंसान वर्सेस मशीन की जंग, आखिर लेना की जिंदगी में अब कितने इम्तहान बाकी थे? जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।

 

 

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