इस दुनिया में सिर्फ एक माँ का ही रिश्ता ऐसा है जिसकी कमी कोई पूरा नहीं कर सकता। Mister Raizada ने पूरी कोशिश की, कि वान्या को कभी माँ की कमी ना खले| ऐसा कोई दिन नहीं था जब वान्या ने अपनी माँ को याद न किया हो लेकिन उसने कभी भी ये अपने पापा के सामने जाहिर नहीं होने दिया। हमेशा उसने अपनी माँ कि याद को अपने दिल में कैद कर रखा। आज वो उस याद को आज़ाद करना चाह रही थी।

वान्या – पापा को लगता है मैं माँ को भूल चुकी हूँ लेकिन कोई माँ को कैसे भूल सकता है, वरुण? उनके सामने जानबूझ कर मैं माँ का ज़िक्र नहीं करती ताकि उन्हें ये ना लगे कि उनकी परवरिश में कोई कमी रह गयी| मैं जब 8 साल की थी तब माँ की death हो गयी थी| मुझे आज भी उनका चेहरा याद है| वो बड़ी बड़ी आँखें, मुसकुराता हुआ चेहरा और गाल पर छोटा सा तिल| बिलकुल नहीं भूली हूँ| कई बार आधी रात को उनका हाथ अपने सिर पर महसूस करती हूँ| शायद वो भी मुझे बहुत मिस करती होंगी, इसलिए मुझसे मिलने आ जाती हैं, इस चाँद के सहारे| उस दिन जब मैं तुम्हारी माँ से मिली न वरुण, तो मैं बहुत उदास हो गयी थी| उन्होंने बहुत अच्छे से मेरा welcome किया और प्यार से मेरे सिर पर हाथ रखा| मेरी माँ भी बिलकुल इसी तरह से प्यार करती थी| वरुण, तुम बहुत लकी हो जो तुम्हारे पास माँ है| हमेशा उनका ध्यान रखना|

वान्या अपनी माँ को याद करते हुए भावुक हो गयी थी| उसे पता ही नहीं चला कि कब उसकी आँखों में से आंसू बहने लगे| वो अपने आंसुओं को छुपाने के लिए मुस्कुराने लगी| वरुण उसकी आँखों में देखकर समझ पा रहा था कि वान्या, छोटी सी उम्र में किस दर्द से गुज़री है। वो मन ही मन सोचने लगा कि वान्या भले ही खडूस type की लड़की है लेकिन उसका दिल बहुत नरम है| उसके दिल में भी दर्द और emotions हैं| सही कहते हैं लोग, जो बाहर से जितना कड़क होता है अंदर से उतना ही नरम होता है| वरुण को आज वान्या का एक अलग ही रूप देखने को मिला|

वरुण (मुस्कुराते हुए) – आप ने ये बात बिलकुल सही कही| मैं बहुत लकी हूँ| प्रॉब्लम चाहे जितनी भी बड़ी क्यों ना हो लेकिन माँ को देखकर उस प्रॉब्लम को फेस करने की हिम्मत मिल ही जाती है अगर आप को भी कभी motivation चाहिए हो, तो मेरे घर आकर माँ से मिल लेना| फिर माँ तो माँ होती है, वो मेरी या आपकी नहीं होती|

वरुण की बात वान्या के दिल को छू गयी| वो अपनी माँ के बारे में और भी बातें बताने लगी। वरुण मुस्कुराते हुए उसकी सारी बातें सुन रहा था| वरुण और वान्या को पता ही नहीं चला कि बातें करते हुए सुबह हो गयी| वान्या थोड़ा हैरान थी। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि जिस लड़के से वो चिढ़ती आई है, उसके सामने उसने अपने दिल की किताब खोलकर रख दी थी।

वान्या (स्माइल के साथ) – Thank you so much वरुण मुझे सुनने के लिए| तुमसे बात कर के मुझे बहुत अच्छा लग रहा है| मैंने आज से पहले कभी किसी से अपनी माँ के बारे में बात नहीं की| अपनी बेस्ट फ्रेंड से भी नहीं| मैं किसी दिन तुम्हारी माँ से मिलने जाऊंगी| अभी मुझे चलना चाहिए| आज office में काम की जगह नींद पूरी करनी पड़ेगी|

वरुण उसकी बात सुनकर हँसने लगा| उसे इस बात की हैरानी भी हुई कि उसने पहली बार वान्या के मुंह से थैंक यू सुना था| जितना वो वान्या को जानता था, उसके जैसी लड़की कभी भी थैंक यू और सॉरी नहीं बोलती थी| वान्या अपने रूम में चली गयी| उसने थोड़ी देर रेस्ट किया और फिर फ्रेश होकर office चली गयी| वहीं वरुण भी Mister Raizada के रूम में जाकर लेट गया| कुछ देर बाद Mister Raizada भी उठ गए| वरुण उनको garden में लेकर गया। आधे घंटे बाद वो Mister Raizada को वापस उनके कमरे में ले आया| वरुण को याद आया कि आज उसे अपनी माँ को डॉक्टर के पास checkup के लिए ले जाना था|

वरुण – सर, क्या मैं थोड़ी देर के लिए घर जा सकता हूँ? वो क्या है न कि मुझे अपनी माँ को लेकर डॉक्टर के पास जाना था। मैं जानता हूँ कि मुझे ये आपको पहले बताना चाहिए था लेकिन मुझे ध्यान नहीं रहा।

Mister Raizada – अरे बेटा, कोई बात नहीं। फ़ैमिली का कम सब से पहले| मैं तो कहता हूँ आज तुम अपनी माँ के पास ही रुक जाओ| उन्हें भी अच्छा लगेगा| एक दिन के लिए servants संभाल लेंगे| रही बात वान्या की तो उसे मैं संभाल लूँगा| सब manage हो जाएगा।

वरुण Mister Raizada के काम ख़त्म कर के अपने घर जाने के लिए निकला| दूसरी तरफ वान्या office जाने के रास्ते में थी| ड्राईवर गाड़ी चला रहा था और वो पीछे बैठी थी| ज्यादातर वो खुद ही गाड़ी चलाना पसंद करती थी लेकिन पिछली रात वो सो नहीं पायी थी इसलिए वो पीछे की सीट पर आराम कर रही थी| जैसे ही वो आँख बंद करती उसे वरुण का चेहरा दिखायी देता| उसके मन में एक बात अभी भी खटक रही थी कि उसने वरुण के साथ इतनी सारी बातें कैसे शेयर लीं? अपनी माँ के बारे में उसने आज तक कभी अपनी friends या पापा से भी इतना खुल कर बात नहीं की थी| उसे वरुण का gesture भी अच्छा लगा कि उसने शांति से उसकी पूरी बात सुनी| वो सोचने लगी कि अब तक वो वरुण के बारे में गलत सोच रही थी| तभी उसके फ़ोन पर unknown number से message आया| message में लिखा था, “वान्या, इस देश की सब से बड़ी business woman जो अपने पापा के business को डुबाने में लगी है| वान्या अपनी कंपनी को छोड़ दो और घर का चूल्हा संभाल लो| लड़कियां वहीं पर अच्छी लगती है| मैं कोई मजाक नहीं कर रहा हूँ| तुमने अगर अपनी कंपनी नहीं छोड़ी, तो तुम्हारे पापा के लिए ठीक नहीं रहेगा| उनकी जान भी जा सकती है|”

वान्या message पढ़ कर हैरान हो गयी| उसके चेहरे का रंग उड़ गया था| उसे ये तो समझ आ गया था कि ये message राहुल ओबेरॉय ने ही भेजा है| उसे पूरा यकीन था कि ऐसी हरकत उसके अलावा और कोई नहीं कर सकता| वान्या ने बिना देर किये अपने पापा को कॉल किया लेकिन उनका फ़ोन बंद आ रहा था| उसने फिर वरुण को कॉल किया लेकिन वो कॉल नहीं उठा रहा था| वान्या ने एक के बाद एक दस कॉल किये लेकिन वरुण की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। वान्या को अपने पापा की फ़िक्र होने लगी। उसने driver से कहा,

वान्या (घबराते हुए) – राजू भईया, जल्दी से वापस घर की ओर मोड़ लो| थोड़ा तेज़ चलाना|

driver ने पूछा, “कुछ भूल आई हैं क्या मैम आप? मैं ले आऊँगा आपको office छोड़ने के बाद।”

ड्राइवर की बात पर वान्या को गुस्सा आ गया और उसने ड्राइवर को डांटते हुए कहा कि जितना कहा गया है उतना करे। driver ने भी मुंह बनाते हुए u-turn ले लिया। दूसरी तरफ वरुण अपनी माँ को लेकर हॉस्पिटल आया था| हॉस्पिटल में लम्बी लाइन लगी थी| वरुण ने हॉस्पिटल में होने की वजह से अपना फ़ोन silent पर रखा था| इस वजह से उसे वान्या के कॉल के बारे में पता ही नहीं चला| वहीं सुनीता डॉक्टर के पास जाने से डर रही थी|

सुनीता (डरते हुए) – देखो ना बेटा, यहाँ पर तो कितनी लम्बी लाइन है| घर पर बहुत सारा काम पड़ा है| हम फिर कभी आ जायेंगे| वैसे भी मुझे कुछ हुआ ही नहीं है। कोई दिक्कत होगी तब देखेंगे।

वरुण – नहीं माँ, आज ही डॉक्टर से मिलना जरुरी है| फिर ये लाइन तो रोज़ ही होगी| घर के काम में मैं help करवा दूंगा| वैसे भी मैं आज पूरा दिन घर पर ही रहूँगा। मैंने सर से बात कर ली है।

जैसे ही सुनीता को पता चला कि वरुण पूरा दिन घर पर ही है तो वो छोटे बच्चे की तरह खुश होने लगी| सुनीता ये तो जानती थी कि वरुण किसी बड़े परिवार में नौकरी करता है लेकिन उसे ये नहीं पता था कि वो मिस्टर गौतम रायज़ादा का caretaker है। सुनीता ने न कभी पूछा, और वरुण ने भी अपनी माँ को इतनी detail में कुछ नहीं बताया।

वरुण अपनी माँ का डर दूर करने के लिए वान्या के बारे में बातें करने लगा| सुनीता को वान्या काफी पसंद थी| वो भी वान्या के बारे में सवाल-जवाब करने लगी| वरुण ने सुनीता से कहा कि उसने वान्या को गलत जज कर लिया था| वान्या भले ही सबसे लडती झगडती रहती है लेकिन उसका दिल बहुत सॉफ्ट है| वो अपनी दूसरी side किसी को नहीं दिखाती| जैसा वरुण चाहता था, वैसा ही हुआ। वान्या की बातों में सुनीता का अपने डर पर से ध्यान ही हट गया।

दूसरी ओर वान्या वापस घर पहुँच गयी थी| वो दौड़ कर अपने पापा के रूम में गयी| रूम का नज़ारा देख कर उसकी आखें फटी की फटी रह गयी| Mister Raizada जमीन पर गिरे पड़े थे| वो तेजी से अपने पापा के पास गयी और उन्हें उठाने लगी| Mister Raizada बेहोश थे| वान्या चीखते हुए वरुण को आवाज देने लगी| कुछ देर बाद कुछ servants रूम में आये|

वान्या (गुस्से में) – यहाँ पापा बेहोश है और तुम लोगों में से किसी को भी नहीं पता| किसी ने एक बार भी उनके रूम में आकर चेक करना जरुरी नहीं समझा.. और ये वरुण कहाँ भाग गया? उसकी जिम्मेदारी थी पापा का ध्यान रखने की और वो खुद ही गायब है|

एक servant ने सिर झुका कर कहा, “सॉरी मैम, हमें लगा कि वरुण, सर के साथ है इसलिए हम उनके रूम में चेक करने नहीं आये| हम में से किसी ने भी वरुण को नहीं देखा|”

किसी को भी वरुण के बारे में नहीं पता था| वान्या दोबारा वरुण को कॉल करने लगी लेकिन इस बार भी वो कॉल नहीं उठा रहा था| वान्या उस पर काफी ज्यादा गुस्सा हो गयी थी| तभी उसे टेक्स्ट मैसेज याद आया| वो सोचने लगी कि वरुण कहीं राहुल के साथ मिला हुआ तो नहीं है? कहीं वरुण ने राहुल के कहने पर Mister Raizada को मारने की कोशिश की और पकड़े जाने के डर से फ़ोन नहीं उठा रहा| एक second में ही उसका वरुण के लिए जो perception था वो बदल गया था| वान्या ने ambulance को कॉल कर के टाइम वेस्ट करने की जगह सर्वेन्ट्स की मदद से अपने पापा को कार में बिठाया और खुद ही हॉस्पिटल ले गयी| वान्या अपने पापा के लिए बहुत ज्यादा परेशान हो रही थी| उसने एक बार फिर से वरुण को कॉल किया लेकिन इस बार भी कोई फायदा नहीं हुआ| वान्या के चेहरे पर अपने पापा के लिए चिंता और वरुण के लिए गुस्सा, दोनों साफ नज़र आ रहे थे।

क्या वान्या और वरुण की दोस्ती शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो जाएगी? क्या उन messages के पीछे है राहुल का हाथ? 


जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

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