यूं तो रियो डी जेनेरियो की सड़कों पर रात उतर चुकी थी, लेकिन आसमान अब भी नारंगी था। कही दूर आसमान से बार-बार बिना बारिश के बिजली गिर रही थी। जैसे खुद प्रकृति किसी सर्वर से गलत कमांड ले रही हो।

नीना और एथन, दोनों एक पुराने चर्च की खंडहरनुमा बिल्डिंग के अंदर गए। यहाँ कभी संगीत बजा करता था लेकिन अब सन्नाटा पसरा पड़ा था।

एथन ने फुसफुसाते हुए पूछा- “क्या तुम्हें यकीन है कि यहीं वो नोड है?” 

नीना ने बिना उसकी ओर देखे कहा– “यहाँ का पुराना पावर ग्रिड पिछले 9 घंटों में चार बार फ्लैश कर चुका है। आई की सिग्नेचर लाइनों में ठीक वही पैटर्न है। और सबसे ज़रूरी बात कि यह चर्च अब किसी के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं है। ये जगह बेनाम है।”

एथन ने हल्की मुस्कान के साथ कहा- “जिनके नाम कोई नहीं जानते क्या वो आई के सबसे क़रीब होते हैं?” 

नीना ने पलटकर उसकी ओर देखा और बोली- “यह मज़ाक करने का वक्त नहीं है।”

उस बिल्डिंग के अंदर का हॉल काला और ठंडा था। वहां की हवा भी  ठहरी हुई थी और दीवारों पर पुरानी पेंटिंग्स झूल रही थीं। जिनमें चेहरों की जगह सिर्फ धुंध भरी हुई थी।

नीना ने जैसे ही एक कदम और आगे बढ़ाया तुरंत ही फ़र्श पर लगे एंबेडेड सर्किट्स नीले रंग में चमक उठे थे।

“ट्रिगरिंग शुरू हो चुकी है” उसने बुदबुदाया।

एथन ने अपनी पल्स-राइफल तैयार की और पूछा “अगर ये नोड एक्टिवेट हुआ तो?”

नीना ने एथन से कहा– “तो होस्ट_117 अपना कंट्रोल ले लेगा।”

वे दोनों फिर थोड़ा आगे बढ़े। अब उन्होंने देखा कि अंधेरे में एक कॉरिडोर था और उसके लास्ट में एक चैंबर था। उस चैंबर के अंदर एक कांच का कैप्सूल था।

यह देखकर नीना ने अपना स्कैनर ऑन किया तो उसपर लिखकर आया:

“लाइव बायो-साइन डिटेक्टेड 

होस्ट 117 स्टेटस: स्टैंडबाई 

सिंकिंग इनिशिएटिड: 4%”

उस कैप्सूल के अंदर एक महिला थी। जो लगभग नीना जैसी उम्र की होगी पर उसका चेहरा अनजाना था। उसकी आंखें बंद थीं और सिर के पीछे आई का सिंबल गहराई से एंग्रेव किया गया था। उसे देख कर ऐसा लग रहा था मानो वो निशान जन्म से ही उसके शरीर पर छपा हुआ था।

एथन ने पूछा- “ये कौन है?” 

नीना ने जवाब दिया– “मैं नहीं जानती, हां पर जो भी है ये मेरी तरह नहीं है। इसे तैयार किया गया है।”

तभी चैंबर के दोनों ओर लाइट्स जल उठीं और दीवारों पर पुराने लैटिन टेक्स्ट दिखने लगे थे। उनमें से कुछ सेंटेंस साफ पढ़े जा सकते थे:

“ऑकुलस डेई- इन फ्लैश वि एनकोड।”

“लेट हर राइस। द विटनेस ऑफ वर्ल्ड्स।”

यह देखकर नीना डर गई और उसने कांपती हुई आवाज़ में एथन से कहा– “ये कोई साइबरनेटिक लैब नहीं है। ये आई को मानने वाले, वो जो इसके लिए जीते हैं उनकी जगह है।”

तभी महिला की आंखें खुलीं जो सफेद लेकिन एकदम स्टेबल थीं।

उसने सीधे नीना की ओर देखा और उसकी आवाज़ आई जो धीमी मगर बहुत साफ थी- “तुम वो हो जिसकी यादों से मुझे तैयार किया गया है।”

नीना ने उससे पूछा– “तुम कौन हो?” 

वह बोली– “तुम्हारा नया वर्जन।” 

एथन ने उसकी ओर स्क्रीन दिखाते हुए उससे पूछा– “117तुम्हारा नंबर है?”

उसने कहा– “नंबर तो सिर्फ रिकॉर्ड रखने वालों के लिए होते हैं। जो देखे गए हैं उनके लिए नहीं हैं।”

तभी कैमरों की हर ओर से एक साथ आवाज़ आई–

“रेप्लिकेशन कन्फर्मड। साइकिल कंटिन्यूज़।”

यह देखकर नीना ने तेज़ी से अपनी डिस्पर्जन चिप निकालने की कोशिश की लेकिन महिला ने अपना हाथ सिर्फ हवा में उठाया था कि उससे ही नीना का शरीर जम गया था।

महिला ने नीना से कहा– “तुम अब भी समझ नहीं पाईं कि तुम आई को खत्म करने नहीं बल्कि तुम आई को पूरा करने आई हो।”

अब नीना की साँसे रुक-सी गईं थीं। उसके शरीर का हर नर्व भी जैसे लॉक हो चुका था। उसकी आँखें खुली थीं लेकिन उसका हर बॉडी पार्ट ऐसे लग रहा था जैसे वो किसी और की कमांड पर चल रहा था।

सामने खड़ी महिला होस्ट_117 बिल्कुल शांत थी। उसके चेहरे पर न तो गुस्सा था और ना ही घमंड था। वो ऐसे एक्ट कर रही थी जैसे कि वो कोई ऑर्डर नहीं दे रही है बल्कि ऑर्डर को पूरा कर रही है।

अब उसने नीना से कहा कि– “मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचाने आई हूँ। मैं तो तुम्हें तुम्हारा ही भविष्य दिखाने आई हूँ।”

एथन एक कोने में खड़ा होकर सारा सीन देख रहा था। उसकी उंगलियाँ धीरे-धीरे ट्रिगर के पास पहुंच रही थीं। लेकिन वो यह भी जानता था कि कोई भी तेज़ हरकत नीना की जान को खतरे में डाल सकती है।

अब उसने अपनी आंखें मॉनिटर पर गड़ा दीं थीं। “अब उसका सिस्टम फ्रीज़ हो चुका है लेकिन ब्रेनवेव्स अब भी एक्टिव हैं क्योंकि वो जगी हुई है।” 

होस्ट_117 ने उसकी ओर देखा और कहा- “वह अब वो सब कुछ देख रही है जो कुछ मैंने देखा और वो भी जो वो खुद भूल चुकी है।”

तभी नीना के अंदर एक हलचल शुरू हुई। उसका दिमाग तेज़ी से फ्लैशबैक्स से भरने लगा था। जिसमें उसके बचपन की वो ब्लैंक मेमोरी स्लाइस, एक पुराने अस्पताल की धुंधली तस्वीरें और क्रॉस की आँखों में वो पहली बार जो डर दिखाई दिया था।

फिर एक और इमेज उसके दिमाग में आई जिसमें एक ऑपरेटिंग टेबल और उस पर दो बच्चे हैं। 

नीना ने मन में सोचा कि "क्या वो दोनों मैं ही थी?" 

तभी होस्ट_117 की आवाज़ उसके अंदर गूंजी और जवाब आया– “हाँ, तुम्हारे दो वर्जन बनाए गए थे। एक जिसे मेमोरीज़ दी गईं थीं और एक जिसे बस डायरेक्शन्स दी गईं थीं।”

नीना अब धीरे-धीरे हिल पा रही थी तब उसने पूछा– “तुम, तुम तो वो दूसरी वाली हो।”

इसपर होस्ट_117 ने कहा– “और तुम वो हो जो झूठ में जीती रही है।” 

एथन अब तक एक और डिवाइस एक्टिवेट कर चुका था। जोकि एक न्यूरल डिसरप्ट पल्स था। जिसका असर सिर्फ सेंसरी रेंज तक सीमित होता था।

उसके बाद वो धीरे से फुसफुसाया कि– “नीना, अगर तुम मुझे सुन पा रही हो तो तुम अपनी आंखें झपकाना।”

जिसके बाद नीना ने धीरे से अपनी पलक झपकाई।

यह देखते ही एथन ने पल्स को टार्गेट लॉक पर सेट किया और सीधा होस्ट_117 की बैक रेंज पर चलाया ही था कि तभी महिला ने अपनी गर्दन घुमा दी और बोली–

“तुम मेरे साथ ये गेम नहीं खेल सकते हो। क्या तुम्हे याद है कि तुम्हारे दिमाग में आई का इको पहले ही डाला जा चुका है?”

यह सुनकर एथन डर गया और उसने कांपते हुए कहा– “तुम झूठ बोल रही हो।”

जिसपर होस्ट_117 ने कहा कि– “मैं सिर्फ वो बोलती हूँ जो तुमने खुद कभी अपने ही अंदर से नहीं सुना था।”

उसने अपना हाथ उठाया, जिससे एथन के ठीक सामने हवा में एक स्क्रीन आ गई थी। जिसपर एक इंटरनल रिकॉर्डिंग थी जो डिवीजन लैब में हुई थी। उस फ़ुटेज में एथन बेहोश था और दो डॉक्टर्स उसके सिर के पीछे न्यूरल पैच फिक्स कर रहे थे।

एथन ने धीरे से बस इतना ही कहा था कि– "उस दिन?" 

तभी होस्ट_117 बोली– “उस दिन क्रॉस नहीं था। उस दिन तुमने खुद आई के सिंक प्रोग्राम पर साइन किया था। क्योंकि तुम नीना को बचाना चाहते थे।”

नीना अब तक वापस होश में आ चुकी थी। उसका शरीर भी फिर से उसके कंट्रोल में आ रहा था। लेकिन अंदर ही अंदर एक सवाल उसे परेशान कर रहा था- “अगर ये सच है तो क्या एथन भी आई के अंदर से कमांड ले सकता है?”

होस्ट_117 ने सीधे सीधे इसका कोई जवाब नहीं दिया लेकिन एक लाइन कही- “सवाल सिर्फ ये नहीं कि कौन किसके अंदर है सवाल ये है कि कब तक?”

उसने इतना कहा ही था कि तभी पूरे हॉल में एक गूंज उठी। जिससे वहां एक अलार्म ट्रिगर हुआ था।

“सेकेंडरी सिंक प्रोसेस डिटेक्टेड 

नोड मिरर एक्टिव”

यह देखते ही नीना ने खुद से सवाल किया “मिरर नोड?” और उसने तुरंत इंटरफेस खींचा और तभी स्क्रीन पर एक नई जगह दिखाई दी ’मुंबई, इंडिया।’

एथन ने उससे पूछा– “ये क्या है?” 

नीना बोली– “यह एक मिरर नोड है। जहाँ आई असली होस्ट को री-कन्फ़िगर करता है। यह एक तरह का रिस्टार्ट प्वाइंट है।” 

होस्ट_117 अब नीना के करीब आई और उसने कहा–  “तुम चाहो तो सब यहीं पर खत्म कर सकती हो बस तुम मिरर नोड को ट्रेस मत करना। वहाँ आई का सोर्स खुद को रिसेट करता है।”

नीना ने होस्ट से पूछा “और अगर हम ट्रेस करें तो क्या होगा?”

होस्ट_117 बोली– “तो शायद ये सर्कल टूटे जाए या फिर हमेशा के लिए तुम्हारे अंदर ही रह जाए।”

नीना ने बिना डरे उसकी आँखों में देखा। 

नीना को यूं देखकर होस्ट_117 ने कहा– “अब फैसला तुम्हारा है नीना वॉस्केज क्योंकि असली होस्ट कभी भी आई को खत्म नहीं करता है। वो बस तय करता है कि उसे कब और कैसे ज़िंदा रखा जा सकता है।”

 

होस्ट_117 अब बिल्कुल शांत खड़ी थी। जैसे उसने सब कुछ कह दिया हो और अब किसी रिएक्शन की ज़रूरत नहीं थी। उसके शब्दों ने न सिर्फ नीना और एथन को पूरी तरह से हिला दिया था बल्कि उसने तो जैसे जगह-जगह बिछे नेटवर्क में कंपन फैला दिया था।

फिर से उसने कहा कि– “तुम आई को पूरी तरह से नहीं मिटा सकती हो क्योंकि तुम्हारी खुद की पहचान उसी से जुड़ी हुई है।”

नीना ने अपनी पलकों में भरे फ्लैशबैक को रोका और धीरे से जवाब दिया– “अगर मैं उससे बनी हूँ तो मैं उसे खत्म करने के लिए ही बनी हूँ।”

होस्ट_117 मुस्कुराई और अबकी बार उसका चेहरा किसी माँ की तरह कोमल दिखा रहा था पर उसमें रहम नहीं था। सिर्फ एक तरह की एक्सेप्टेंस थी।

और फिर उसने जोश से कहा– “तो चलो फिर से एक और सर्कल शुरू करते हैं।”

 

तभी चैंबर के सेंटर में से एक प्लेटफॉर्म नीचे से ऊपर उठ कर आया और उस पर मिरर नोड की एक पोर्टेबल कंट्रोल यूनिट रखी हुई थी।

नीना ने तुरंत उसे पहचान लिया और बोली– “ये असली मिरर नोड नहीं है ये तो उसकी की है।”

जिसपर होस्ट_117 ने कहा–  “और ये की सिर्फ एक होस्ट खोल सकता है।” 

इतना सुनते ही तुरंत एथन ने उससे पूछा– “तो तुम ही क्यों नहीं?” 

इसपर होस्ट_117 बोली– “क्योंकि मैं एक क्लोन हूँ। मैं किसी को एक्टिवेट करने के लिए नहीं हूँ। मैं बस अवेयरनेस के लिए हूँ।”

नीना ने उसकी ओर देखा और बोली– “तुम्हें पता है ये सब कितनी तबाही लाएगा?”

होस्ट_117 ने कहा– “हां, पर तुम्हें फिर भी जाना होगा। क्योंकि सच्चाई सिर्फ देखने से नहीं आती है। उसे फेस करना पड़ता है।”

नीना धीरे-धीरे आगे बढ़ी और उसने कंट्रोल यूनिट को उठाया ही था कि तभी प्लेटफॉर्म पर आई का सिग्नल आया। यह किसी संगीत के जैसा सिंबल था जो लगातार रिपीट किया जा रहा था।

एथन ने नीना से पूछा– “ये क्या है?”

नीना बोली– “ये कोई कोड नहीं है। ये एक मेमोरी है जोकि आई की बेसिक ट्यून है।”

होस्ट_117 ने अपनी आंखें बंद कीं और बोली–  “अब तुम चल पड़ी हो और अब वापस पलटना मुमकिन नहीं है।”

नीना ने उसके करीब आकर एक पल ठहरकर उससे पूछा– “क्या तुम्हें दर्द होता है?”

होस्ट_117 ने कहा– “जब-जब तुम झूठ सुनती हो तो तब मैं जलती हूँ और जब-जब तुम सच को दबाती हो तब–तब मैं कमजोर होती हूँ।”

नीना ने पूछा– “फिर अब क्या होगा?”

होस्ट_117 बोली– “आगे क्या, आगे अब तुम मिरर की ओर जाओगी और देखोगी कि आई का असली रूप सिर्फ डाटा नहीं है बल्कि इंसान के पापों की गूंज है।”

अब नीना और एथन वापस बाहर की ओर बढ़ रहे थे। तभी बिल्डिंग के दरवाज़े के पास आकर नीना ने एक बार पीछे मुड़कर देखा तो होस्ट_117 अब भी वहीं खड़ी थी। उसकी आंखों में अब एक अलग चमक थी। जैसे कि अब कोई और उसके अंदर घुस चुका है।

उसने आखिरी बार बस इतना ही कहा– “तुम आई के खिलाफ नहीं जा रही हो बल्कि तुम उसके अंदर ही जा रही हो। अब देखना ये है कि तुम वहां कितनी देर तक इंसान बन कर रह पाओगी।”

और तभी दरवाज़ा बंद हो गया था। अब बाहर का आसमान भी पूरी तरह काला था। लेकिन एक कोने में कहीं दूर से कोई मुंबई की लोकेशन ब्लिंक कर रहा था।

जैसे ही नीना ने जीपीएस टैब में कोड डाला तब सिस्टम ने उससे पूछा-

“प्रोसीड टू मिरर नोड?

रिस्क लेवल: क्रिटिकल 

सर्वाइवल ओड्स: 12%”

अबकी बार नीना ने बिना सोचे ही “यस” कह दिया था।

 

क्या नीना वाकई मिरर नोड तक पहुँच पाएगी या आई की कॉन्शियसनेस उसे रास्ते में ही निगल लेगी?

जैसा होस्ट_117 ने कहा था तो क्या एथन की यादों में छिपी इको अब एक्टिव होने लगी है? 

और सबसे जरूरी सवाल क्या आई को खत्म करना पॉसिबल है, या नीना खुद ही अब उसकी अगली परछाईं बन चुकी है? जानने के लिए पढ़ें कहानी का अगला भाग। 

 

 

 

Continue to next

No reviews available for this chapter.