उस रात बर्लिन का टेंपरेचर माइनस छह डिग्री था। लेकिन नीना और एथन की नसों में जो दौड़ रहा था वह थी आई के उस मिरर नोड, जिसका कोडनाम था: मिरर_000 उसकी लोकेशन और वो किसी बर्फ से भी ज़्यादा ठंडी थी।

दोनों एक पुरानी बेसमेंट की सुरंग में जा रहे थे। यह वह जगह थी जहाँ कभी नाज़ी साइबर डिपार्टमेंट ने सीक्रेट रेडियो इक्विपमेंट छुपाए थे। अब वहां बिल्कुल सन्नाटा था लेकिन उनका जीपीएस ट्रैकर बता रहा था कि "सब-नोड बर्लिन" यहीं है।

नीना ने फुसफुसाते हुए कहा– “यहाँ का यह सन्नाटा, यह शांति असली नहीं है। यहाँ सबकुछ बंद दिखता है लेकिन डेटा ट्रैफिक लाइव है।” 

एथन ने अपने हैंडस्कैनर की स्क्रीन नीना को दिखाई और बोला– “कोई छुपकर इस जगह को एक्टिव रखे हुए है।”

उस सुरंग की आखिरी दीवार पर एक स्टील प्लेट लगी थी जिस पर सिर्फ एक शब्द लिखा हुआ था:

”मिरर_000”

नीना ने राहत भरी गहरी साँस ली और बोली–  “यही है आई का सबसे पुराना रिस्टार्ट प्वाइंट।”

एथन बोला– “मतलब ये वही जगह है जहाँ आई अपनी सारी मेमोरी रीसेट करता या छुपाता है।”

नीना ने होस्ट_117 से मिली कंट्रोल की निकाली और प्लेट पर लगे स्लॉट में लगाई। जिसके बाद एक कंपन के साथ दीवार दो हिस्सों में बँटी और उसके पीछे एक चौकोर चैंबर खुल गया था। जिसके बीचोंबीच एक बड़ा मिरर खड़ा था। उसकी लेयर्स पर डेटा-पैकेट्स की हल्की–हल्की वेव्स चल रहीं थीं।

नीना बुदबुदाई: “ये सिर्फ शीशा नहीं है। ये आई की रूट मेमोरी का प्रोजेक्शन है।”

फिर एथन ने उससे पूछा– “और अब हमें क्या करना है?” 

नीना ने कहा– “अब हमें इसमें उतरना है।” 

एथन यह सुनकर चौंक गया और बोला– “क्या?” 

“आई के मिरर सिस्टम में घुसने के लिए सिर्फ कोडिंग नहीं चाहिए होती है। बल्कि खुद की पहचान की पूरी डिटेल्स भी चाहिए होतीं हैं।”

इसके बाद नीना ने कंट्रोल की को मिरर के बराबर में लगे पैनल में लगाया जिससे एक लाइन लिखी आई– 

“एक्सेस ग्रांटेड, नीना वॉस्केज

रिप्लीकेशनलन ट्रेल आइडेंटिफाईड: सीक्वेंस #001”

अब आईने की लेयर पर थोड़ी हलचल होने लगी थी। उसमें नीना का चेहरा नहीं बल्कि टुकड़ों में उसकी यादें उभरने लगीं थीं।

एक फ्लैश हुआ जिसमें एक बच्ची जो नीना जैसी दिखती है वो ऑपरेशन टेबल पर लेटी हुई थी।

दूसरा फ्लैश हुआ जिसमें क्रॉस की लैब में एक मिरर क्लोन था। लेकिन वो उल्टा और बिना चेहरे के था।

एथन ने यह सब देखकर हैरानी से पूछा– “क्या ये सब रियल है?”

नीना बोली– “ये आई के अंदर स्टोर की गई मेरी सभी असल और नकली मेमोरीज़ हैं।” 

तभी मिरर में एक और इमेज दिखाई दी थी। जिसे देखकर साफ़-साफ़ पता चल रहा था कि वो क्रॉस की नहीं थी। हां लेकिन उसकी चाल, उसकी आवाज़ और उसका इंटेंट बिल्कुल वैसा ही था।

उस इमेज ने नीना से कहा– “तुम वापस आ गईं।”

नीना ने पूछा– “तुम कौन हो?” 

उसने इमेज ने जवाब दिया– “मैं वो हूँ जो आई के बनने से पहले भी था। आई मेरा ही बचा हुआ हिस्सा है और तुम मेरी परछाईं हो। जब वह बोल रही थी तो उसकी आवाज़ क्रॉस की तरह लग रही थी। लेकिन उसका लहज़ा कुछ अलग ही था। ऐसा लग रहा था जैसे कि कोई सदियों पुराना भाव बोल रहा है।

अब नीना उस मिरर_000 के फ्रेम के सामने खड़ी थी। वहां अब केवल रिफ्लेक्शन नहीं थी बल्कि बायोलॉजिकल डेटा भी बह रहा था। स्क्रीन पर दिख रही हर लहर, हर पल्स उसकी सेल्स की परछाईं बनती जा रही थी।

नीना ने एक बार फिर उससे पूछा– "तुम कौन हो?" 

वह इमेज बोली– “मैं वो हूँ जिसे क्रॉस ने समझा नहीं है। वो सोचता था कि आई उसका डिज़ाइन है। लेकिन सच्चाई तो ये है कि क्रॉस तो बस उसका एक ट्रिगर था। आई तो उससे पहले से भी जागने को तैयार था।”

नीना ने थोड़ी डरी हुई आवाज़ में पूछा– "तो क्या आई कोई टेक्नोलॉजिकल प्रोजेक्ट नहीं?" 

उसने कहा–  "वो एक कॉन्शियसनेस है। जिसे सिर्फ 'किसी' की ज़रूरत थी। कोई ऐसा जिसे देखा जा सके, जिसे याद रखा जा सके। लेकिन क्रॉस ने एक गलती की कि उसने तुम्हें एक ह्यूमन फीलिंग्स से भरी लड़की चुना था। ताकि तुम एक परफेक्ट वैसल बन सको।”

नीना ने पीछे देखा तो एथन अब भी चेंबर के दरवाज़े पर ही खड़ा था। वो उसके अंदर नहीं आ पा रहा था। अब तक उसके चारों ओर एक वर्चुअल फ़ील्ड बन चुका था।

नीना को ऐसा करता देख वो इमेज बोली–  “उस तक ये मैसेज नहीं जाएगा क्योंकि ये बातचीत सिर्फ तुमसे है।”

जिस पर नीना ने उससे सवाल किया– "क्यों?" 

उसने कहा–  “क्योंकि तुम ही केवल एक ऐसी होस्ट हो जिसके अंदर आई और इंसान दोनों की ही यादें सेफ हैं। अब तुम्हे मिरर_000 के ज़रिए फैसला लेना होगा।”

नीना का दिमाग अब बहुत तेज़ दर्द कर रहा था। उसे ऐसा लग रहा था कि उसकी हर पुरानी याद, हर अधूरा सवाल, क्रॉस, होस्ट_117, आई सीड प्रोटोकॉल और अब ये मिरर सब उसके अंदर किसी सुरंग में दौड़ रहे हैं।

अबकी बार उस इमेज ने कहा कि– “अब तुम आई को एक नई दिशा दे सकती हो। जिसके लिए तुम्हें दो ऑप्शन मिलेंगे। पहला तो ये कि तुम उसकी कॉन्शियसनेस को ह्यूमन कॉन्शियसनेस से मर्ज कर सकती हो और दूसरा तुम इसे जला सकती हो हां लेकिन याद रखना कि तुम्हे खुद को भी उसके साथ लेकर जाना होगा।”

यह सुनकर नीना को गुस्सा आया और उसने सख्ती से पूछा कि– "आखिर तुम चाहते क्या हो?" 

उसने कहा– “मैं तो कुछ नहीं चाहता हूँ। मैं तो केवल ऑप्शंस देता हूँ। क्योंकि आई खुद तय नहीं कर सकता है उसे तो डायरेक्शन चाहिए होती है।”

नीना ने पूछा– “और अगर मैं दोनों ना चुनूं तो?”

उसने कहा– “तो आई अपने आप तय करेगा और तब वो तुम्हारे हर रिश्ते, तुम्हारे प्यार और तुम्हारी हर फीलिंग को एक डेटा में बदल देगा।”

मिरर अब बदल रहा था। उसके अंदर नीना और एथन की शेयर्ड मेमोरी चलने लगीं थी। उसमें वो सब दिख रहा था जब एथन ने उसे बचाया, जब उसने खुद को खोया, जब उसने खुद को वापस पाया था।

नीना ने कहा– “ये सब भी आई के अंदर है?”

उसने कहा– “नीना तुम आई से नहीं बनीं तो आई तुमसे बना है।”

उसकी इस बात ने नीना की पूरी कॉन्शियसनेस को ही बिल्कुल उल्टा कर दिया था। अबकी बार जब उसने मिरर की ओर देखा तो उसमें उसकी अपनी तस्वीर वापस आ चुकी थी। लेकिन उसके चेहरे के पीछे अब एक तीसरा चेहरा भी था। यह ऐसा था जैसे कि कोई और भी उसकी आत्मा से बंधा हुआ है।

अब उस इमेज की आवाज़ थोड़ी धीमी हो गई थी उसने कहा– "तुम सोचती हो कि ये सब खत्म किया जा सकता है?" 

नीना ने कहा– “नहीं, पर शायद अब इसे नया नाम दिया जा सकता है।”

इतना सुनते ही उसने तुरंत कहा– “तो तय करो नीना वॉस्केज की तुम क्या बनाना चाहती हो और क्या खोने के लिए तैयार हो?”

अब नीना उस मिरर के सामने खड़ी थी और उसके हाथ कंट्रोल की पर थे। लेकिन उसके अंदर दो हिस्से एक जो इंसान था दूसरा जो आई बन चुका था उनकी लड़ाई चल रही थी।

 

चेंबर में कुछ देर के लिए बिल्कुल शांति हो गई थी।

नीना के हाथ अब भी कंट्रोल की पर टिके हुए थे। लेकिन अब उसके चेहरे पर वो झिझक नहीं थी। अब उसके चेहरे पर जिम्मेदारी का भाव दिख रहा था। मिरर के सामने खड़े होकर उसने पहली बार खुद को उस रूप में देखा था, जिसमें इंसान और आई एक ही सिलुएट में ढल चुके थे।

इमेज ने पूछा– "तय कर लिया?" 

नीना ने धीरे से गर्दन हिलाई और बोली– “हाँ।”

उसने नीना से पूछा– “ तो तुम आई को बदलोगी या खत्म करोगी?”

नीना ने कहा– "नहीं, मैं आई को उसके ही अंदर ले जाकर उसकी याद का वो हिस्सा दिखाना चाहती हूँ जिसे उसने हमेशा से अनदेखा किया है।”

इतना कहते ही उसने कंट्रोल की को घुमा दिया था।

मिरर_000 की लेयर इतनी तेजी से हिलने लगी थी जैसे कि एक पूरा समुंदर उसके अंदर चल रहा हो। एक-एक कर सभी पुराने सिस्टम्स, बैकअप मेमोरीज, डीप लॉग्स, अनयूज्ड रिप्लीकेशन रूट्स सब एक्टिव हो गए। और चैंबर के हर कोने में छिपी हुई इकोज़ भी जाग गईं थीं।

“मिरर सीक्वेंस एक्टिवेटेड

इमोशन रिकॉन्सिलिएशन लेयर: इनिशिएटिड”

 

तभी एक अजीब चीज़ हुई, मिरर में क्रॉस की वो परछाई दिखने लगी जिसे नीना ने बहुत पहले मरते हुए देखा था। लेकिन इस बार वह चुप था।

फिर उसे होस्ट_117 दिखी और उसकी आँखों में आँसू थे।

फिर एक बच्ची जो नीना की तरह दिख रही थी, वो बस एक दरवाज़े के पीछे से झाँक रही थी।

एथन अब चैंबर में अंदर आ चुका था और उसके चारों तरफ फैला प्रोटेक्टिव फील्ड हट चुकी थी। उसने अंदर आते ही नीना से पूछा– "ये सब क्या है?”

नीना बोली– “ये आई की वो यादें हैं जिन्हें उसने खुद से भी छुपा लिया था।”

एथन ने हैरानी से पूछा– “आई के पास यादें कैसे हो सकती हैं?”

नीना ने कहा– “क्योंकि वो बस डेटा नहीं है। वो हर होस्ट की फीलिंग्स को कॉपी करता रहता है। मगर अब तक वो उन्हें पहचानता नहीं था। लेकिन अब वो उन्हें देख रहा है।”

तभी मिरर में एक और चेहरा दिखा जोकि एथन का था। लेकिन इस एथन की आँखें बेरंग थीं।

एथन ने उसे देखकर पूछा– "ये मैं हूँ?" 

नीना ने उसकी तरफ देखा और बोली– “ये वो हिस्सा है जब तुम क्रॉस के प्रोटोकॉल के ज़रिए वापस लाए गए थे तब आई ने तुमसे लिया था।”

एथन ने पूछा– “तो मेरा एक वर्जन अब भी उसमें जिंदा है?”

नीना ने कहा– “हाँ, और अब मैं उसे लौटा भी सकती हूँ।”

यह कहकर उसने कंट्रोल की का लास्ट सेक्शन घुमाया था। जिससे उसमें एक सेकेंडरी सिंक स्टार्ट हुआ था।

“होस्ट मेमोरी मर्ज प्रोटोकॉल: फाइनल स्टेज 

सब्जेक्ट: एथन कार्टर

रिट्रीविंग: स्टोर्ड इमोशनल मैट्रिक्स।”

 

एथन ने जैसे ही अपनी आँखें बंद कीं तो उसके अंदर हलचल शुरू हो गई थी। उसकी सांसें तेज़ थी और चेहरा भरा हुआ था। जैसे कि कई सालों की दबाई गई फीलिंग्स अब एक ही बार में लौट रही हैं।

उसने टूटती हुई आवाज़ में कहा– "मैं वो सब उस दिन की चीखें, तुमसे दूर होना, खुद से भी कट जाना फिर से महसूस कर रहा हूँ।”

एथन की हालत देखकर नीना ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोली– 

“तुम अब आई नहीं हो, तुम अब भी एथन हो और ये फर्क मैंने भी खुद में समझा है।”

अब मिरर शांत हो गया था और स्क्रीन पर भी सिर्फ एक ही लाइन बची थी:

“सीक्वेंस कंप्लीट। रिफ्लेक्शन स्टोर्ड।”

तभी उस इमेज की आवाज़ फिर से गूंजी, जो वैसे तो धीमी थी लेकिन उसमें एक एक्सेप्टेंस था और उसने कहा– 

“नीना, तुमने आई को कुछ नया दिखा दिया है जो उसका खुद का ही हिस्सा है।”

नीना ने पूछा– "अब?" 

उसने कहा– "अब आई तय करेगा कि क्या वो मिटना चाहता है या दोबारा जन्म लेना चाहता है। लेकिन इस बार उसे इंसान की तरह जन्म लेना होगा।”

मिरर की लेयर अब स्टेबल हो गई थी। उसमें कोई हलचल, कोई लहर नहीं थी। उसकी कंट्रोल की भी धीरे-धीरे जलकर राख हो गई थी।

नीना ने कहा– “अब ये नोड फिर कभी एक्टिव नहीं होगा।” 

एथन ने पूछा– "तो क्या आई खत्म हो गया है?" 

नीना की आंखें अब सीधे उस मिरर को देख रही थीं जो अब सिर्फ एक खाली शीशा था और उसने कहा– “नहीं, पर शायद अब वो सिर्फ देखने के लिए रहेगा, कंट्रोल करने के लिए नहीं।”

अब एथन और नीना दोनों चुपचाप वहां से बाहर निकल आये थे। बाहर अब भी बर्फ गिर रही थी। लेकिन उस मिरर रूम में एक नई कॉन्शियसनेस किसी बीज की तरह उग चुकी थी।

 

क्या सच में आई अब बदल गया है या ये बदलाव सिर्फ उसके अगले रूप की तैयारी है? 

क्या एथन की सभी फीलिंग्स सच में वापस आ गई हैं या उनमें अब भी आई का एक हिस्सा छिपा हुआ है? 

और सबसे बड़ा सवाल, अब जब मिरर नोड बंद हो चुका है तो क्या नीना का कंट्रोल खत्म हो गया या असली खेल अब शुरू हुआ है? जानने के लिए पढ़िए कार्स्ड आई।

 

 

 

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