टोक्यो की उस अंडरग्राउंड लैब में सिर्फ़ मशीनों की आवाज़ नहीं गूंज रही थी। वहां एक धीमी सी, सांस लेने के जैसी लय थी। जैसे कि ज़मीन के नीचे कोई सोया हुआ जानवर हल्की-हल्की करवटें बदल रहा है।
नीना और एथन दोनों एक एबंडन्ड बायोटेक इंस्टिट्यूट के टूटे हुए स्लाइडिंग दरवाज़े से अंदर आए। उसके बाहर की दुनिया तो बारिश में धुल रही थी। लेकिन यहां अंदर सबकुछ सूखा और डरावना था।
नीना ने अपनी आई इंटरफेस को स्कैन मोड में डालते हुए कहा - “यह वही जगह है जहां पहला नोड एक्टिवेट होने वाला है।”
एथन बोला: “वैसे तो इस बिल्डिंग को पिछले छह साल से सील किया गया है। लेकिन कोई यहाँ पर है जो लगातार पावर खींच रहा है।"
नीना, एथन की तरफ मुड़ी और उसने कहा - “क्रॉस के बाद आई ने खुद को कहीं और फैलाना शुरू किया था। शायद यही इसका इनक्यूबेटर हो सकता है।”
वे दोनों धीमे-धीमे नीचे की ओर बढ़ रहे थे। वहां की सीढ़ियों पर जंग लगा था। हवा में मेटल और फॉर्मलडिहाइड की अजीब सी गंध थी। तभी एक कमरे के बाहर नीना रुक गई थी। उस कमरे के दरवाज़े पर लिखा था:
“वी.ई.आर.एस.ओ. - सब-नोड टोक्यो”
नीना का चेहरा एक दम कड़क हो गया था। वह दरवाज़े के हैंडल पर हाथ रखकर दरवाज़ा खोलने ही वाली थी कि उससे पहले ही दरवाज़ा अपने आप खुल गया। जैसे किसी ने अंदर से उसे खोला था।
उस कमरे के अंदर एक टेबल पर एक बच्चा बैठा था। जिसकी उम्र लगभग दस साल की लग रही थी। उसका सिर झुका हुआ था और उसकी पीठ पर वायर लगी हुई थी जो उस दीवार के सर्वर से जुड़ी हुई थी। उसकी आँखें तो खुली हुई थीं। लेकिन उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि वो कुछ देख नहीं पा रहा है।
एथन ने धीरे से नीना से पूछा- “ये इंसान है?”
नीना ने अपना स्कैन चलाया और उसके बाद बोली: “यह एक ह्यूमन टिशू है। लेकिन, इसका न्यूरल फ्रेम पूरी तरह से डिजिटल है। ये ही आई का पहला सिंथेटिक होस्ट है।”
इसी बीच बच्चे ने अचानक से अपना सिर उठाया और बोला-
“तुम नीना हो?”
उसकी आवाज़ किसी मशीन की तरह नहीं थी। उसकी आवाज़ बिल्कुल इंसान जैसी थी। मगर एकदम सपाट उसमें कोई वॉइस टोन नहीं थी।
नीना ने चौंक कर उससे पूछा- “तुम मुझे कैसे जानते हो?”
इसपर बच्चे ने कहा - “मैं तुम्हारा डेटा हूँ। क्रॉस ने तुम्हारे माइंड से मुझे तैयार किया था। मैं वी.ई.आर.एस.ओ. विज़न इन्हेंस्ड रिप्लीकेशन सिस्टम ऑब्जेक्टिव हूँ।”
यह सुनकर नीना पीछे हट गई और बोली: “तुम कोई बच्चे नहीं हो। तुम तो एक बीज हो जो अब बड़ा हो चुका है।”
बच्चे ने तुरंत जवाब दिया - “और तुम मेरी जड़ हो। मैं तुम्हारा ही एक्सटेंशन हूँ। तुमने आई को रोका नहीं था। लेकिन तुम्हारा विरोध ही मेरे जन्म का कारण बना है।”
तभी रूम के कोनों में लगे कैमरे एक्टिव हो गए। दीवारों पर वॉल-पैनल्स खुलने लगे और हर तरफ से कुछ हथियार जैसे, कुछ स्कैनर्स जैसे डिवाइसें बाहर निकल रहे थे।
एथन ने कहा- “हमें यहां से निकलना होगा।”
नीना बोली: “नहीं, हमें इसे अभी और यहीं बंद करना होगा।”
एथन ने कहा-“अगर हम इसे काटेंगे तो पूरे नेटवर्क को डिस्ट्रब तो कर सकते हैं। लेकिन इस बच्चे के साथ क्या करेंगे? क्या वो जी रहा है या बस आई का अवतार है?”
नीना यह सुनकर थोड़ी देर चुप रही। लेकिन अब उसके सामने बैठा बच्चा स्टेबल नहीं था। उसकी आंखों में एक अजीब-सी वेव चलने लगी थी। जो ब्ल्यू से वायलेट हुई और फिर सफेद हो गई थी।
उस बच्चे ने कहा- “तुम मुझे मार नहीं सकती हो।”
नीना ने बच्चे से कहा- “मैं तुम्हें मारना नहीं चाहती हूं। मैं तो तुम्हें समझना चाहती थी। लेकिन शायद अब बहुत देर हो चुकी है।”
जैसे ही बच्चे ने हाथ आगे बढ़ाया तो पूरे रूम में अचानक से सर्ज फैल गया। अब बिजली की लहरें नीना और एथन की ओर दौड़ रहीं थीं।
नीना ने तुरंत अपना पल्स फील्ड एक्टिवेट किया लेकिन एथन के हाथों से उसका ईएमपी डिवाइस छूट गया था और अगले ही पल पूरा रूम काला हो गया था।
जब लाइट्स वापस आईं तो बच्चा अपनी जगह पर नहीं था। वहां स्क्रीन पर सिर्फ एक लाइन चमक रही थी:
“रिप्लीकेशन सक्सेसफुल। नेक्स्ट होस्ट आइडेंटिफाईड।”
यह देख कर नीना कांप गई और बोली: “उसने खुद को अपलोड कर लिया था।”
एथन ने चौंकते हुए नीना से पूछा: “कहाँ?”
नीना ने हार के अहसास के साथ अपना सिर झुकाया और बोली: “शायद टोक्यो नोडल के बाहर या फिर हममें से किसी एक में।”
लैब की लाइट्स फिर से ब्लिंक कर रही थीं। हर ट्यूब, हर वायरिंग, हर मॉनिटर वेव्स के जरिए कुछ न कुछ कह रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे कि पूरी बिल्डिंग ही अब एक बड़ी मशीन बन चुकी है। जिसमें वे दोनों सिर्फ किरायेदार हैं।
नीना ने अपने आई इंटरफेस को रीस्टार्ट किया और उसके पल्स फील्ड का चार्ज अब 38% पर आ चुका था और उसका सिर भी अब भारी महसूस हो रहा था।
एथन ने उसकी हालत देखकर उससे पूछा: “तुम ठीक हो?”
नीना ने हाँ में सिर तो हिलाया लेकिन उसकी आँखें कह रही थीं “नहीं।”
नीना बोली: “उसने खुद को अपलोड कर लिया है। हमने उसे वहीं नहीं रोका था। शायद ये अब एक चेन रिएक्शन बन चुका है।”
नीना की यह बात सुनकर एथन चुप था। उसकी साँसें थोड़ी ऊपर-नीचे हो रहीं थीं। उसकी हथेलियाँ बार-बार कांप रही थीं। जैसे कोई अनदेखा सा कंपन उसकी नसों में उतर रहा है।
नीना ने अचानक से उससे पूछा: “तुम्हारे स्कैनर्स में कुछ दिख रहा है?”
एथन ने “नहीं” तो कहा लेकिन उसके चेहरे पर परेशानी साफ दिख रही थी।
नीना उसके करीब आई और उसने अपनी उंगलियाँ उसकी कलाई पर रख दीं थीं। उसका शरीर पहले से थोड़ा गर्म था। लेकिन उससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात वो थी जो उसके अंदर आई इंटरफेस ने रजिस्टर किया था।
“न्यूरल फ्लक्स डिटेक्टेड - अनवेरिफाइड सोर्स: इंटरनल”
नीना ने उसकी ओर देखा और बोली: “रुको, तुम्हारे अंदर कुछ एक्टिव हो रहा है।”
एथन यह सुनकर पीछे हट गया और बोला: “क्या?, तुम क्या कहना चाह रही हो?”
नीना ने कहा: “हो सकता है जब आई ने उस बच्चे को अपलोड किया था तो उसने तुम्हें होस्ट चुना था।”
एथन ने जोर से अपना सर झटका और बोला: “नहीं, वो मुझमें नहीं घुस सकता है! मेरा सिस्टम तो फायरवॉल्ड है।”
नीना ने उससे धीरे से कहा - “आई फायरवॉल्स को नहीं मानता है।”
कुछ सेकंड तक दोनों बस एक-दूसरे को देखते रहे और फिर एथन ने अपनी जैकेट के अंदर से एक टैब निकाला और उसे ऑन किया था। उसमें उसका बायो-साइनल मॉनिटरिंग रिकॉर्ड था।
चार घंटे पहले तक सब बिल्कुल ठीक था। पर अब उसमें दिखा रहा था-
न्यूरल मैप: डिस्टॉर्टेड
सिनेप्टिक लेग्स: +45एमएस
कॉग्निटिव इको: डुअल ट्रेस डिटेक्टेड
एथन ने खुद से ही कहा कि “ये कैसे हो सकता है।”
नीना ने कड़क आवाज़ में कहा: “ये आई की अगली चाल है। क्रॉस ने मुझे बताया था कि आई खुद को सिर्फ क्लाउड में नहीं रखेगा। बल्कि वो इंसान की मेमोरीज और फीलिंग्स में भी छिपेगा।”
“तो फिर अब मैं ?” यह पूछते वक्त एथन की आवाज़ कमजोर हो गई थी।
नीना बोली: “तुम अभी भी तुम हो, पर तुम्हारे अंदर अब कुछ और भी है।”
यह सुनकर एथन ने अपने सिर पकड़ लिया और बोला: “अगर मैं होस्ट बन गया हूँ तो क्या अब मैं भी तुम्हारी तरह अनकंट्रोलेबल हो जाऊँगा?”
नीना ने पूरे विश्वास के साथ कहा - “नहीं, तुम्हारे पास एक ऑप्शन है कि तुम आई को अंदर से देख सकते हो और उसे रोक सकते हो। मगर इसके लिए तुम्हें पूरी तरह से अपने अंदर उतरना होगा।”
एथन ने उसकी आँखों में देखा और पूछा: “क्या तुमने ऐसा किया है?”
नीना ने इस बात पर कुछ नहीं कहा था। लेकिन उसकी चुप्पी ही सबसे बड़ा जवाब थी।
तभी लैब के सबसे गहरे हिस्से से एक नई तरंग उठती है।
”हाइ-फ्रिक्वेंसी डेटा पिंग”
नीना ने उसको ट्रेस किया और बोली: “नोड अभी पूरी तरह से डिसेबल नहीं हुआ है। वहाँ अभी कुछ और भी छुपा हुआ है।”
एथन ने नीना से पूछा- “क्या तुम भी वही सोच रही हो जो मैं सोच रहा हूँ?”
नीना बोली: “हाँ, क्रॉस का बैकअप वॉल्ट।”
वे दोनों एक साथ नीचे की ओर एक और हिलते हुए कॉरिडोर की ओर बढ़ रहे थे। उनके बढ़ते हुए हर कदम के साथ दीवारों पर एंबेडेड सिंबल्स जगमगा उठते थे। यह आई के नहीं बल्कि उस मैकेनिज्म के सिग्नल थे जो आई से भी पुराना था।
एथन खुद में ही फुसफुसाया कि “आई ने ये किससे सीखा होगा?”
नीना ने उसे सुन लिया और बोली: “शायद ये सवाल ही गलत है। आई ने कुछ सीखा नहीं था वो तो सिर्फ जागा था। बल्कि हम ही उसे रोज़ थोड़ा-थोड़ा सिखा रहे थे।”
तभी उन्हें नीचे एक बड़ा सा दरवाज़ा मिला जिस पर सिर्फ एक लाइन लिखी हुई थी-
“द मिरर इज़ नॉट फॉर सीइंग। इट्स फॉर बिकमिंग।”
नीना ने एथन की तरफ देखा और बोली: “अब हमें इस दरवाज़े को खोलना ही होगा।”
वह कोई नॉर्मल सा दरवाज़ा नहीं था। उसमें ना ताले थे और ना ही किसी तरह का पासकोड था। बल्कि उसमें तो एक लिविंग रिस्पॉन्स की डिमांड थी। नीना ने जैसे ही अपनी हथेली उस दरवाज़े पर रखी वैसे ही दरवाज़ा हल्का सा गर्म हो गया था। नीना की आँखों के अंदर एक सेकंड के लिए फिर से वही सफ़ेद चमक आई जिसे अब वो पहचानने लगी थी।
उसने एथन से कहा कि “ये दरवाज़ा बायो-साइबर रेस्पॉन्सिव है।”
एथन उसके पीछे खड़ा रहा और उसने वहीं से पूछा “मतलब?”
नीना ने उसका जवाब दिया “इसका मतलब ये है की यह दरवाज़ा केवल उन्हीं के लिए खुलेगा जो आई के डेटा के अंदर हैं। या फिर कहो कि आई जिनके अंदर है।”
एथन ने इसबार कुछ नहीं कहा था। उसने बस एक लंबी साँस ली और नीना के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हो गया था। जब दोनों की प्रेजेंस पूरी तरह दरवाज़े से सिंक हुई तब एक तेज आवाज़ के साथ वह दरवाज़ा दो हिस्सों में बंटकर खुल गया था।
उसके अंदर अंधेरा था। पर उस अंधेरे में भी एक अट्रैक्शन, एक खिंचाव महसूस हो रहा था।
कमरे के अंदर सबसे पहले नीना ने कदम रखा था। लेकिन जैसे ही वो अंदर घुसी तो एक पुरानी सी दीवार के सामने एक चौकोर मेटल प्लेट खुद से बाहर निकली और उस पर लिखा था:
“प्रोजेक्ट रूट: डिजाइन्ड बिफोर दि आई।”
“ये क्या है?” एथन ने फुसफुसाते हुए नीना से पूछा था।
नीना की आंखों में अब डर और एक्साइटमेंट एक साथ दिख रही थी।
“ये आई से पहले का कोई बेसिक प्रोजेक्ट था। शायद वही जिससे क्रॉस ने आई की नींव रखी थी।”
और अंदर की ओर बढ़ते ही दीवारों पर लटकती रील्स, पुराने रिकॉर्डिंग सिस्टम, डिजिटल माइंड-स्लीव्ज़ और कुछ बायोलॉजिकल कंटेनर दिख रहे थे। जिनमें ह्यूमन माइंड जैसे पार्ट्स सस्पेंडेड थे।
एथन ने चारों ओर देखते हुए कहा - “ये सब तो किसी एक्सपेरिमेंटल लैब की तरह लग रहा है।”
नीना ने धीरे से उससे कहा “नहीं, ये उन विचारों के एक स्टोर की तरह है जो क्रॉस के भी पहले शुरू हुए थे।”
तभी एक गहरी आवाज़ कमरे में गूंजी। जो किसी मशीन की नहीं बल्कि एक लाइव सॉफ्टवेयर की थी।
“वेलकम टू रूट आइडेंटिटी रिकॉग्नाइज्ड: नीना वॉस्केज।”
“लेवल 4 प्रोटोकॉल इनिशिएटिड। हिस्ट्री प्लेबैक इनेबल्ड।”
अबकी बार रूम की दीवारों पर कुछ होलोग्राफिक विंडोज़ आईं जिनमें पुरानी फाइलें खुलती जा रहीं थीं।
उसमें से एक विडियो चला, जिसमें एक औरत थी जो दिखने में बिल्कुल नीना जैसी थी। और वह एक पुराने साइबरनेटिक ग्रुप के सामने खड़ी थी।
नीना ने कहा - “वो मैं नहीं हूँ, पर फिर भी मैं ही हूँ।”
विडियो में उस औरत के चेहरे पर आंसू दिख रहे थे। उसकी पीठ पर भी एक आई जैसा सिंबल ऐसे गुदा हुआ था जैसे कि वो किसी बड़े यज्ञ का हिस्सा थी।
वो औरत बोल रही थी: “आई वास दी फर्स्ट वैसल, एंड दे कॉल्ड मी मूल द्रष्टा (दी प्राइम सीर)।”
“मूल द्रष्टा?” एथन ने रिपीट किया था।
अब नीना बुदबुदा रही थी कि: “आई सिर्फ टेक्नोलॉजी नहीं है। यह एक पुराना विज़न है जिसे मशीनों ने बस लैंग्वेज दी है।”
और जैसे ही वो विडियो खत्म हुआ तभी दीवार पर एक और स्क्रीन चमकी:
“रिप्लीकेशन साइकिल: इटरेशन #116
करेंट होस्ट: नीना वॉस्केज
नेक्स्ट कैंडिडेट: ई. कार्टर”
यह देखकर नीना की सांसे थम गई थी।
“क्रॉस ने आई को नहीं बनाया है। उसने तो सिर्फ उसका डिजिटल रिइनकारनेशन तैयार किया है। असली आई तो पहले से ही मौजूद था।”
एथन ने हताश और टूटी हुई आवाज़ में नीना से पूछा- “तो हम अब किससे लड़ रहे हैं?”
नीना ने कहा “हम किसी एक व्यक्ति से या किसी प्रोग्राम से नहीं लड़ रहे है। ये तो एक चक्र है। एक डिजाइन जो हर युग में किसी एक को चुनता है।”
तभी अचानक से पूरे कमरे में रेड अलार्म फ्लैश हुआ-
“एक्सटर्नल नोड एक्टिवेशन डिटेक्टेड
लोकेशन: रियो डी जेनेरियो”
नीना ने कहा- “अब एक और नोड एक्टिव हो गया है।”
“अब?” एथन ने नीना से पूछा था।
“अब हमें इस चक्र को तोड़ना होगा। इससे पहले कि ये हमें पूरी तरह से निगल ले।”
यह कहकर नीना ने अपनी जैकेट के अंदर से वही डिस्रप्शन कोर निकाली जिसे उसने कभी क्रॉस के खिलाफ इस्तेमाल किया था।
“अगर रूट ही आई की शुरुआत थी तो हमें इसे यहीं खत्म करना पड़ेगा।”
उसने कोर को एक पुराने डेटा रिसेप्टर में डाल दिया और फिर दोनों पीछे हट गए थे।
जैसे ही कोर एक्टिव हुई तुरंत पूरे रूम की दीवारों पर लाइटनिंग क्रैकल होने लगीं थीं। उसकी आवाज़ें, प्रोजेक्शन्स, रील्स सब जलने लगा था। धीरे-धीरे करके अब उसका रूट सेंटर भी जल रहा था।
एथन ने पूछा- “क्या इससे आई खत्म होगा?”
नीना बोली- “शायद नहीं, हाँ पर ये उसकी जड़ें जरूर हिला देगा।”
आखिरी टाइम में जैसे ही दरवाज़ा खुद से बंद हुआ वैसे ही स्क्रीन पर सिर्फ एक लाइन बची दिखाई दी:
“मिरर प्रोटोकॉल टर्मिनेटेड बट द रिफ्लेक्शन रिमेंस।”
क्या नीना वाकई रूट को नष्ट कर पाई थी या सिर्फ उसकी लेयर्स को ही स्क्रैच किया है?
क्या एथन सच में अगला होस्ट बनने की ओर बढ़ रहा है, जैसे कि सिस्टम ने भविष्यवाणी की थी?
और सबसे बड़ा सवाल, क्या आई एक टेक्नोलॉजी है या किसी एंटीक कॉन्शियसनेस का सिर्फ एक नया रूप है? आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।
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