रियान माहिर से - "अब नो कॉल नो अर्जेंट वर्क, अभी हम ये पेटिंग कम्पलीट करेगें, ओके!"

ये सुन "ओके चैंप" कहते माहिर ने अपना फोन भी स्वीचऑफ कर टेबल पर रख दिया और रूम का डोर भी बंद कर दिया, ये देख रियान उसे थंबस अप करते टेबल डोर की ओर बढ गया, माहिर भी केनवास बोर्ड के सामने जा खड़ा हुआ जिसपर पहले से आधी शेर की पेटिंग बनी हुई थी जिसे आज दोनों कम्पलीट करने वाले थे।

रियान टेबल डोर से पेंट कलर निकालते - "मामू मॉम डैड को जो सरप्राइज हम देने वाले है वो उनको पंसद आएगा ना?"

“ऑफकोर्स चैंप, पंसद नहीं बहुत पंसद आएगा।” माहिर रियान की ओर आते बोला…

रियान पेंट कलर लेकर कैनवास की ओर जाता है - "मॉम डैड की एनीवर्सरी आने में अभी वन मंथ है।"

माहिर टेबल डोर से ब्रश निकालते - "आई नो!"

रियान माहिर की ओर देखते - आई एम एक्साइटेड!"

माहिर ब्रश लेकर कैनवास के पास चला आया - "मॉम डैड की एनीवर्सरी के लिए एक्साइटेड हो या फिर उनको सरप्राइज कैसा लगेगा जो तुमने स्पेशली रेडी करवाया है?"

रियान मुस्कुरा देता है - "दोनों के लिए एक्साइटेड हूं।"

ये देख माहिर मुस्कुरा दिया - "फिर तो वन मंथ वेट करो, अपनी एक्साईटमेंट पर भी कंट्रोल रखो कहीं ऐसा ना हो तुम्हारे मॉम डैड को सरप्राईज का पहले ही पता चल जाए और तुम्हारा सारा प्लान खराब हो जाए."

रियान - "डोंट वेरी उन्हें पता नहीं चलेगा और ना हमारा सरप्राईज सपॉइल नहीं होगा।"

माहिर - "गुड....करे पेटिंग?"

रियान - "यस!"

इधर दोनों पेटिंग में बीजी हो गये उधर सार्थक साक्षी का रोमांस चल रहा था, सार्थक बीच रूम साक्षी के साथ खड़ा उसके होठो पर किस कर रहा था, साक्षी भी उसका साथ दे रही थी, जैसे ही सार्थक साक्षी के होठों को छोड़ गर्दन पर आया वो उसे खूद से दूर कर देती है - "सार्थक बस, रियू माही दोनों घर पर है।"

सार्थक उसे फिर करीब खींच लेता है - "तो क्या हुआ?"

"हुआ कुछ नहीं पर हो सकता है मतलब वो आ सकते है, मैं कह रही हूं रियू-माही दोनों घर पर है…बंद करो रोमांस का कार्यक्रम!"

"क्या बंद करो अभी तो ठीक से शुरू ही नहीं किया? जानता हूं माही रियू दोनों घर पर है और दोनों साथ है तो तुम बेफिक्र रहो वो हमें डिस्टर्ब नहीं करेगें।"

"क्या बात है जिन्हें तुम हमारे प्यार का दुश्मन बोलते हो, रोमांस खराब कर देते है दोनों तुमको हमेशा शिकायत रहती है, आज इतने यकीन से कैसे कह रहे हो डिस्टर्ब नहीं करेगें?"

"ये तो तुम भी अच्छे से जानती हो, दोनों साथ में है और उन्हें अब कोई डिस्टर्ब नहीं कर सकता, वो बीजी है पेटिंग में जहां उनको दो घंटे लगने वाले है तो हमें कौन डिस्टर्ब करेगा? आज ना तो हमारा रोमांटिक मूमेंट खराब होगा ना ही रोमांस अधूरा रहेगा।" सार्थक साक्षी के होंठ अपनी अंगुलियों से सहलाते बोला…

साक्षी मुस्कुरा दी - "ओह तभी तुम इतने खुश और रोमांटिक मूड में हो।"

सार्थक साक्षी की गाल चूम लेता है - "वजह भी तो है....आज हमारे बीच कोई नहीं आएगा हम अच्छे से प्यार करेगें, वैसे मैं माही को बोलकर आया हूं।"

साक्षी फट से बोली - "क्या?"

सार्थक हंस दिया - "डोंट वरी मैने ये नहीं कहा कि मैं तुम्हारी बहन के साथ रोमांस करने जा रहा हूं मैं बस इतना बोलकर आया हूं रियान का ख्याल रखना उसे अच्छे से सुला देना।"

"अच्छा!" साक्षी बोली तो सार्थक ने उसे बाहों में उठा लिया - "माना माहिर खन्ना प्यार में नहीं पर हमारे प्यार हमारी खुशी को अच्छे से समझता है, बहुत समझदार है हमारा माही।"

साक्षी सार्थक के गले में बाहें उलझाते - "आज मेरे भाई की इतनी तारीफ क्यों?"

सार्थक साक्षी को लेकर बेड की ओर बढ़ गया - "जब मैने माही को रियान का ध्यान रखने का कहा तो बोला मैं हूं चैंप के पास, हम आज मेरे रूम में सोएगें, डोंट वरी अकेला नहीं छोड़ूगा, ख्याल भी रखूंगा, दी के साथ टाइम संपेड करो आप जीजू…. तो फिर बनती है ना आज तो तारीफ!"

“हम्म, वैसे माही तुम पर आज इतना मेहरबान हुआ है इसकी जरूर कोई न कोई वजह होगी” साक्षी सार्थक को छोड़ते बोली….

सार्थक साक्षी के सामने बैठ गया - "है ना वजह, बिना वजह माहिर खन्ना मेहरबान कहां होता है?"

साक्षी हैरान हो जाती है - "वजह बताओ, एक मिनट तुम ऑफिस के काम से बाहर जा रहे हो?"

सार्थक साक्षी का चेहरा हाथों में भर लेता है - "हम्म 15 दिन के लिए!"

ये सुनते ही साक्षी के चेहरे का रंग उड़ सा गया वो सार्थक के हाथ अपने चेहरे से झटका देती है - "तभी माही मेहरबान हुआ है, तुम्हें इतना प्यार आ रहा है मुझपर।"

सार्थक करीब होकर फिर से चेहरा हाथों में भर लेता है - "प्यार कब नहीं आता मुझे तुमपर, हम्म मुझे तो हर पल हर सांस में तुम पर प्यार आता है, माही जानबूझकर थोड़ी मुझे तुमसे दूर भेजता है अर्जेंट काम है साक्षी और किसी को तो जाना ही होगा ना, माही को आलरेडी यहां पर बहुत काम है, और मैं अकेले यहां का सारा काम नहीं हैंडल कर सकता, माही ने पूछा था मुझसे वो जाए या फिर मैं तो मैने हां कर दी, पंद्रह दिन की ही बात है साक्षी, काम होते ही आ जाऊंगा।"

साक्षी सेड हो गई - "पंद्रह दिन सार्थक.....दो दिन नहीं दो वीक!"

सार्थक उसे हग करते - "बहुत अर्जेंट है जाना ट्राई टू अंडरस्टैंड साक्षी!"

साक्षी उस पर अपनी बाहें लपेट लेती है - "जानती हूं अर्जेंट है, कब जाना है?"

सार्थक उससे अलग होते - "कल सुबह!"

ये सुनते ही साक्षी की आंखें हल्की नम हो गयी - "कल सुबह तुम मुझसे पंद्रह दिन के लिए दूर चले जाओगे।"

सार्थक मुस्कुरा दिया - "दूर जाकर भी पास रहूंगा, ये सुन साक्षी मुस्कुरा दी….दोनों के होठ फिर से आपस में उलझ गये। 

_________

(एक महीने बाद)

अयाना बजाज कंपनी के सामने खड़ी थी आज यहां उसका इंटरव्यू था जहां पर उसने महीने भर पहले अप्लाई किया था और उसे वेटिंग पर डाल दिया गया था बट आज उसको इंटरव्यू के लिए बुलाया गया..तभी उसका फोन बजा, अयाना ने बैग से फोन निकाला और कॉल रसीव कर बोली - "हां पिहू!"

"आप ऑफिस पहुंच गये अयू दी?" पिहू ने आगे से कहा

"हां पिहू ऑफिस के बाहर ही हूं"...अयाना ने ऑफिस की बिल्डिग की ओर देखकर कहा।

पिहू - "बाहर क्या कर रहे हो दी? अंदर जाओ ना आपका इंटरव्यू अंदर है बाहर रोड पर नहीं!"

अयाना - "अच्छा जैसे मुझे पता ही नहीं, अब तुम बार-बार कॉल करना बंद करोगी तभी तो जाकर इंटरव्यू देगें ना….दस बार फोन कर चुकी हो पिहू!"

पिहू - "सॉरी, सॉरी दी अब नहीं करती....जैसे ही आपका इंटरव्यू हो जाए आप ही कॉल करना ओके दी एम वेंटिग एंड डोंट वरी आपको ये जॉब पक्का मिल जाएगी....बेस्ट ऑफ लक दी....आपकी लाइफ का फास्ट इंटरव्यू है सो अच्छे से इंटरव्यू देना ओके।"

अयाना - "अच्छा ठीक है अब फोन रख और मैं जाती हूं अंदर"

पिहू ने "ओके बाय" कहा और फोन कट कर दिया, अयाना फोन बैग में डालती है और बजाज बिल्डिंग के अंदर चली जाती है। 
_______

प्रकाश जी पिहू से - "पहुंच गयी वो?"

पिहू खुश होते - "हां पापा!"

प्रकाश जी - "चलो अच्छा ये जॉब करेगी तो उसका भी मन लगा रहेगा।"

तभी सविता जी बोली - "हां ये तो होगा ही साथ में पैसे भी आएंगें कुछ जो घर खर्च में काम भी आएंगें वरना हम तो अपनी सारी की सारी जमा पूंजी लुटाए बैठे है।"

ये सुन पिहू ने ना में सिर हिलाया और मुस्कुराते हुए बोली - "हमें तो बस अयू दी को खुश देखना है वो भी पहले जैसे….है ना पापा?"

"हम्म" कहते प्रकाश जी ने हां में गर्दन हिलाई।
_________

【बजाज ऑफिस】

"आज हम यहां पर इंटरव्यू के लिए आए है और आप हम से कह रही है हमारा यहां कोई इंटरव्यू नहीं है?" रिसेप्शन काऊंटर पर खड़ी अयाना ने रिसेप्शनिस्ट से कहा।

“हां मैम आपका यहां कोई इंटरव्यू नहीं है, आप जा सकती है” रिसेप्शनिस्ट अयाना को साफ मना करते हुए बोली।

"ऐसे कैसे नहीं है हमने यहां पर जॉब के लिऐ एप्लाई किया है और हमें इंटरव्यू के लिऐ कॉल और मैसेज दोनों आए थे, देखिए ये रहा मैसेज बजाज कंपनी से ही है ना, ये आपका ही भेजा हुआ है....देखिए और आप बोल रही है यहां मेरा कोई इंटरव्यू नहीं है?"....अयाना ने अपना फोन रिसेप्शनिस्ट को दिखाते हुए कहा।

रिसेप्शनिस्ट - "हां इसी कंपनी का मैसेज है यह मैम पर आपका यहां कोई इंटरव्यू नहीं है।"

अयाना - "हम तो टाइम पर ही आए है वो भी दस मिनट पहले, कोई प्रोब्लम है क्या और आज नहीं हो सकता तो कब होगा हमारा इंटरव्यू?"

रिसेप्शनिस्ट - "कभी नहीं!"

अयाना हैरान होते - "व्हाट....क्यों?"

रिसेप्शनिस्ट - "सॉरी मैम हम आपको यहां जॉब नहीं दे सकते हैं, जब जॉब ही नहीं दे सकते तो इंटरव्यू लेने का क्या फायदा सो प्लीज अंडरस्टैंड एंड आप जा सकती है।"

अयाना - "चुनी गयी कंडीडेट हूं मैं, जिसको यहां पर इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है और आई भी हूं इस जॉब के लिए फिर भी आप मुझे मना कर रही है व्हाई....गिव मी रीजन?"

रिसेप्शनिस्ट - "सॉरी मैम, मैं आपको रीजन नहीं बता सकती हूं हमारे बॉस का आर्डर है आपको मना कर दिया जाए!"

अयाना - "बिना इंटरव्यू लिए ही मना, मुझे मिलना है मिस्टर बजाज से वो भी इसी वक्त।"

रिसेप्शनिस्ट - "नहीं मिल सकते एक्चुअली सर ऑफिस में भी नहीं है।"

तभी अयाना कुछ बोलती कि पीछे से किसी ने पिओन से कहा - "बॉस के कैबिन में जल्द कॉफी पहुंचाओ...हरी अप!"

ये सुन अयाना रिसेप्शनिस्ट की ओर देख बोली - "ऑफिस में नहीं है....बेशक मुझे ये जॉब आप ना दो पर जॉब ना सही, इंटरव्यू न लेकर जॉब न देने का रीजन तो जानकर ही जाऊंगी।" इतना कह अयाना मिस्टर बजाज के केबिन की ओर बढ़ गयी और रिसेप्शनिस्ट "रूकिए मैम रूकिए मैम"…..कहते अयाना को रोकने के लिऐ उसके पीछे भागी।

अयाना नहीं रूकी वो मिस्टर बजाज के कैबिन में जा पहुंची, मिस्टर बजाज कोई फाइल स्टडी कर रहे थे, अयाना को अचानक अपने कैबिन में देख वो हैरानी से चेयर से उठे और उससे बोले - "हू आर यू?"

अयाना मिस्टर बजाज के सामने खड़ी थी तभी रिसेप्शनिस्ट वहां आ गयी - "सॉरी सर ये अयाना मिश्रा है जिनका आज इंटरव्यू होने वाला था, जो स्पेशली आप लेने वाले थे। आपने इनको मना करने को कह दिया था पर ये सुन ही नहीं रही मैं इनको जाने को कह रही थी और ये यहां चली आई।"

मिस्टर बजाज रिसेप्शनिस्ट से - "ओके पिया, तुम जाओ आई विल हैंडल!"

"ओके सर!" बोल रिसेप्शनिस्ट उसी पल एक नजर अयाना को देख वहां से चली गयी जो कि एकटक मिस्टर बजाज को देख रही थी।

मिस्टर बजाज अयाना को चेयर पर बैठने का इशारा करते हुए बोले - "आइए बैठिए"

अयाना उनकी ओर देखते अपना एक कदम आगे बढ़ाती है और टेबल पर रखी उनकी नेम प्लेट देख बोलती है - "मिस्टर आकाश बजाज, राइट!"

मिस्टर आकाश - "यस....सिट!"

अयाना - "बैठने के लिए तो आपने मुझे बुलाया ही नहीं है, इंटरव्यू तो मेरा होने नहीं वाला....बस मुंह पर मना करने के लिए ही आपने मुझे टाइम देकर यहां बुलाया था, सो अब यहां पर बैठने की क्या जरूरत है, आप बस मेरे सवाल का जवाब दे दीजिए, फिर मैं यहां से चली जाऊंगी।"

मिस्टर आकाश - "कैसा सवाल?"

अयाना - "आपकी फैमिली में कौन-कौन है?"

मिस्टर आकाश हैरान होते - "व्हाट?"

अयाना - "सिरियसली.…मिस्टर बजाज मैं यहां आपसे कोई पर्सनल सवाल नहीं करने आई हूं.....ओनली प्रोफेशनली आसकिंग, टेल मी आप मुझे इंटरव्यू के लिऐ बुलाकर मना कैसे कर सकते है बिना मुझसे मिले बिना कुछ पूछे, बिना रीजन बताएं…जॉब तो दूर की बात है, इंटरव्यू जो कि स्पेशली आप खुद लेने वाले थे उस डिसीजन से पीछे हटने का रीजन तो बता दीजिए, जब इंटरव्यू लेना ही नहीं था तो बुलाया क्यो?"

मिस्टर आकाश - "पहली बात मैं आपको यहां आने के लिए मना करने ही वाला था पर आप यहां आ चुकी थी मेरे ऑफिस में और जब पिया ने मुझे बताया तो मैनैं उसे मना करने को कह दिया दट्स इट!"

अयाना - "और आपने ऐसा क्यों किया? क्या मेरी क्वालीफिकेशन में कोई कमी है कोई डॉक्यूमेंट कम है....और मैं तो अपना 100% और बेस्ट देने को भी रेडी हूं ये बात मैने नोट डाऊन की है आपने देखी होगी मेरी फाईल, तभी मुझे बुलाया फिर कहां प्रोब्लम बताइए जरा!"

मिस्टर आकाश - "कहीं कोई कमी नहीं है और ना ही कोई प्रोब्लम है आप हर तरीके से काबिल है और मुझे आपके जज्बे को देखकर यकीन है कि आप पूरी मेहनत और लगन से काम करेगी और बेस्ट से भी बेस्ट देगी, आप जैसा इंटेलिजेंट एम्प्लॉय कौन नहीं पाना चाहेगा आयना मिश्रा, जबकि ऐसे ही काम करने वाले सबको अपने बिजनेस में चाहिए होते है।"

अयाना - "ये तो मेरे सवाल का जवाब नहीं मिस्टर बजाज.....इतना तो मुझे खुद पर यकीन है और झूठ मैं कहती नहीं सो आप बस कारण बताइए मना करने का!"

मिस्टर आकाश - “अपने थोड़े से फायदे के लिए मैं अपना बड़ा नुकसान तो नहीं कर सकता हूं ना, अगर मैं ऐसा करता हूं तो सबसे बड़ी बेवकूफी करता, मैं जो मैं करना नही चाहता!”

आयना हैरान होते - "मतलब?"

आगे जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
 

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