मिस्टर आकाश अयाना की ओर चले आए-"जब टॉप बिजनेस मैन ने आपको अपने यहां पर काम करने के लिऐ चुन लिया है आप उनकी पंसदीदा एम्पलाय बन गयी है ,जब आपको खन्ना इंडस्ट्री में काम मिल रहा है तो आप मेरे यहां पर नौकरी क्यों करना चाहती है,क्या आप माहिर खन्ना के ऑफर को ना कहकर, यहां इंटरव्यू देना चाहती है,सॉरी मैं आपको यहां जॉब नहीं दे सकता हूं इस बात का मुझे भी दुख है पर जिस माहिर खन्ना ने आपको चुन लिया है उसे मैं चुनकर अपने लिऐ दुश्मनी तो नहीं खड़ी कर सकता हूं ,
अगर ऐसा मैं करूं तो मुझे बहुत मंहगा पड़ सकता है ये तो आप भी जानती ही होगी!"

ये सुनकर अयाना तपाक से बोली-"व्हाट आप क्या बोले जा रहे है,मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा है और यहां माहिर खन्ना कहां से आ गये,
जब मैनैं उनके यहां एप्लाई ही नहीं किया है तो वो मुझे कैसे चूज कर सकते है!"

मिस्टर आकाश-"आई हेव नो आईडिया अयाना मिश्रा,मुझे थोड़ी देर पहले ही मिस्टर खन्ना के मैनेजर का कॉल आया और स्पेशली खुद मुझे माहिर खन्ना ने कॉल पर कहा है कि आप सिर्फ उनके लिऐ आईमीन उनके यहां ही काम करेगी ये फाइनल हो चुका है नो ऑब्जेक्शन नो क्वेश्चन उन्होने मुझे साफ आपको मना करने को कहा दट्स इट और मैं सच में उनकी बात ना मानकर अपना लॉस नहीं कर सकता हूं बाकि मुझे कुछ नहीं पता है!

अयाना-"ओह तो मिस्टर खन्ना ने आपको कहा और आपने मान लिया.....गुड,उनके यहां काम तो तब करूंगी ना जब मैं वहां जाऊंगी,और ऐसे वो मुझे नहीं चुन सकते है जहां मेरी मर्जी होगी मैं वहां काम करूंगी यहां नहीं तो कही और सही,
थैंक्यू मिस्टर बजाज मुझे यहां जॉब नहीं देने के लिऐ....कमी थोड़ी है अपने शहर में जॉब तो मुझे मिल ही जाएगी....इतना कह अयाना ने टेबल पर रखी अपनी फाइल उठाई और वहां से जाने लगी तभी मिस्टर आकाश बोले-"आपको कहीं नौकरी नहीं मिलेगी ...ना मेरे यहां और ना ही कहीं और सिवाय माहिर खन्ना के!"

ये सुन अयाना ने मिस्टर आकाश की ओर देखा तो मिस्टर आकाश फिर बोले-"येस,येस अयाना मिश्रा,जैसे मुझे मना करने को कहा.... वैसे ही मिस्टर खन्ना औरों को भी कह देगें और कोई भी उनके खिलाफ जाने की जरूरत नहीं करेगा,वो आपको कहीं और काम नहीं करने देगें,मुझे साफ कहा है उन्होनें कि आप सिर्फ माहिर खन्ना के लिऐ ही काम करेगी और किसी के लिए नहीं!"

इतना सुन अयाना को गुस्सा आ जाता है और वो गुस्सियाते हुऐ बोलती है-"अब अगर कॉल आए तो कह देना आप उस माहिर खन्ना से अयाना
मिश्रा बिना जॉब किए रह लेगी पर उनके पास कभी नहीं आएगी,पता नहीं वो खुद को समझते क्या है जान न पहचान,मेरी लाइफ में इंटरफेयर करने चले है,उनके अकोर्डिग चलने वालों में नहीं हूं मैं....इतना कह दरवाजा पटकते अयाना वहां से चली गयी!

मिस्टर आकाश अपनी पैंट की जेब में हाथों को डालते हुऐ-"कुछ तो है वरना माहिर खन्ना एक सिंपल सी लड़की के पीछे ये सब नहीं करता?
उसे एम्प्लॉयज की कमी थोड़ी है!"
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माहिर खन्ना अपने ऑफिस में अपने कैबिन की खिड़की के पास खड़ा था तभी अनुज कैबिन में आता है-"सर मिस्टर बजाज ने अयाना मिश्रा को मना कर दिया है जॉब देने से और ये भी कहा कि वो बहुत गुस्सें में थी जब उसे पता चला ये आप
के कहने पर हुआ है!"

तभी माहिर मुस्कुराते हुए अनुज की ओर मुड़ा और बोला-"हां तो अब जो कुछ भी होगा?मिस अयाना मिश्रा की लाइफ में मेरे कहने पर ही तो होगा,उसकी लाइफ का रिमोर्ट(अपने हाथों की ओर देख) अब मेरे कंट्रोल में है!"

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अयाना मिस्टर बजाज के ऑफिस से बाहर आती है वो बहुत गुस्से में थी-"ये माहिर खन्ना क्यों मेरे पीछे पड़े है,सच में... इनसे मिलकर मैनैं आफत मोल ले ली है ,उस दिन घर पर पैसे भिजवा दिये,
आज मुझे अपने यहां जॉब देना चाहते है जिसके चलते मुझे कहीं और काम नहीं मिलेगा और ना वो करने देगें,यार ऐसा थोड़ी होता है और ऐसे शख्स के यहां मैं तो कभी काम न करूं.....पर अयाना कुछ तो करना होगा ये सब इतने हल्के में नहीं लिया जा सकता है,इन बड़ो लोगो का कोई भरोसा नहीं ,मेरी ना पर ये शांत तो रहने वाले है नहीं फिर नया कुछ करेगें इनका इगो जो बहुत बड़ा होता है जो हर्ट हो चुका है!"

"जब तक संतुष्टि ना मिले ये किसी भी हद तक जा सकते है,ज्यादा पैसो की गर्माहट से इनका दिमाग गर्म ही नहीं खराब भी हो गया है और दिल नाम की कोई चीज होती नहीं जो रहम करें,
पत्थर दिल और बेदर्द बेरहम इंसान होते है और वो माहिर खन्ना तो है ही ऐसा ,उनको रोकना होगा ,कुछ तो करना होगा!"

अयाना ने खुद से ही बड़बड़ाते हुए कहा और फिर वहां से ऑटो लेकर निकल गयी!

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माहिर अपने कैबिन में चेयर पर बैठा था ,अनुज भी वहीं उसके सामने खड़ा होता है-"सर आप
को लगता है वो आएगी?"

माहिर कुछ कहता तभी जोर से दरवाजा खुला,
माहिर और अनुज दोनों ने ही उस ओर देखा तो अयाना वहां पर उनके सामने खड़ी थी और वो माहिर की ओर गुस्से से घूर रही थी!

"मिल गया जवाब?"माहिर  ....दरवाजे की ओर देखते अनुज से बोला,
अनुज ने माहिर की ओर देखा और फिर वापस से अयाना की ओर  जो बारी बारी से दोनों की ओर वहीं दरवाजे पर खड़ी घूरकर देख रही थी  तभी माहिर उससे कहता है-"अंदर आने की परमिशन चाहिऐ क्या मिस अयाना?"

ये सुन अयाना अंदर आते हुए बोली-"जो बिना दूसरो की मर्जी के उनकी लाईफ में दखलंदाजी करते है ना मैं उनकी परमिशन लेना जरूरी नहीं समझती हूं!"
ये सुन माहिर तिरछा मुस्कुराया और अनुज को वहां से जाने का इशारा किया,अनुज आहिस्ता से अपना सिर हिलाकर दरवाजा बंद कर वहां से चला जाता है!
माहिर चेयर से उठा और अयाना की ओर आते बोला-"चाय या पानी?"
अयाना माहिर खन्ना की ओर एकटक देखते-"
क्यों कर रहे है आप ऐसा,बस एक बार इतना बता दिजिऐ,आपकी बहुत मेहरबानी होगी!"

तभी माहिर टेबल पर बैठ गया और बोला-"हां तो आज से या कल से,कब शुरू करोगी ऑफिस आना या अभी?"
ये सुन अयाना मुस्कुरा दी-"सिरियशली आपको लगता मैं आपके यहां आपके साथ आपके इस ऑफिस में काम करूंगी!"

माहिर कॉन्फिडेंस के साथ -"हम्म और लगना क्या है ऑफकोर्स करोगी तुम ,मेरे यहां मेरे साथ
मेरे इस ऑफिस में!"
अयाना-"यही सोचना आपकी गलती है माहिर खन्ना,और हां ना मै आज और ना कल आपके यहां जॉब करने वाली हूं और अभी मैं बस यहीं बताने आई हूं कि चाहे मुझे उम्र भर कहीं नौकरी न मिले,मिलेगी कैसे आपसे डर कर लोग थोड़ी मुझे अपने यहां रखेगें आप अपने पैसे और पॉवर का गलत फायदा उठा रहे है और अगर आपके मन मुताबिक न हो तो आप नुकसान भी कर देगें उनका जो मुझे जॉब देने की कोशिश करेगें राईट बट मैं नहीं चाहती मेरी वजह से किसी का थोड़ा सा भी नुकसान हो....ये मेरी फितरत नहीं ये तो आपकी है जिनको सिर्फ अपनी परवाह है औरो की थोड़ी बट मैं खुद का कुछ और कर ल़ूंगी पर आपके साथ काम कभी भी नहीं एंड आईनो ये आसान नहीं होगा क्योकि आप वहां भी नाक घुसेड़ देगें आपको चैन थोड़ी मिलेगा राइट!"

"फिर भी मैं सौ बार कोशिश करूंगी पर आपके यहां फिर कदम नहीं रखूंगी और एक बात मुझे नहीं पता आपका इरादा क्या है क्यों कर रहे है शायद आपको उस दिन गलत कहा इसलिऐ या
शायद उस रात आपका ऑफर नहीं माना और ना कहकर चली गयी या आपके पैसे लेने से मैनैं इंकार कर दिया....कुछ भी खरीदने की हिम्मत रखने वाले मिस्टर माहिर खन्ना अयाना मिश्रा को नहीं खरीद पाए,इन सब बातों से आपका इगो हर्ट हुआ है ना और बदला लेने के इरादे से आप ये सब कर रहे है ना तो शौंक से किजिऐ क्योकि माहिर खन्ना चाहे कितना ही अमीर क्यों न हो ,उसकी अमीरी और उसका पैसा दोनों कम पड़ने वाले है क्योकि वो मुझे नहीं खरीद पाएगें
वाकई में आप मेरे स्वाभिमान की किम्मत नहीं चुका सकते है माहिर खन्ना,और ये बात आप अपने दिमाग में बिठा लिजिऐ क्योकि इसकी कोई किम्मत ही नही है और मैं अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट से ऊपर सिर्फ अपनों को रखती हूं जो मेरी दुनिया है ,आपके पास आना मेरी उस वक्त मजबूरी थी अपनी मां के इलाज के लिऐ मैं मदद के लिए आई थी पर आपकी सोच ने मेरी मदद की उम्मीद पर पानी फेर दिया था और जो आप चाहते थे वो मैनैं न किया बट अब ऐसा कुछ नहीं है,अच्छा होगा आप अपने रास्ते रहिऐ और मुझे मेरे रास्ते पर चलने दिजिऐ ,आड़े मत आईऐ यही अच्छा रहेगा ,आईहोप आप ये बात समझेगें!

इतना कह अयाना जाने के लिऐ मुड़ने ही लगी की माहिर ने एक पल अयाना की कलाई पकड़ी और दूजे ही पल उसे अपनी ओर खींच अपनी बाहों में गिरा लिया!!

अयाना माहिर की बाहों में गिरी हुई थी दोनों एक दूजे की ओर देख रहे थे,...तभी माहिर ने अयाना की ओर मुस्कुराते हुए अपनी भोहें उचकाई....ये देख कर अयाना एक पल तो हैरानी से भर गयी और दूजे ही पल माहिर पर गुस्सा करते बोली-"
क्या बतमीजी है छोड़िए मुझे?"

तभी माहिर ने अयाना की कलाई पकड़ उसकी पीठ के लगा दी और उसे अपने और करीब कर  बोला-"सच में ...बहुत भाषण देती हो तुम और जुबान तो तुम्हारी उफ कैंची की तरह ही चलती है,किसी टाइम में तुम नेता रह चुकी हो क्या या स्पीच देने का तुम्हें शौंक है जो अब पूरा कर रही हो?"

माहिर ने अयाना की कलाई को उसकी पीठ के लगाया हुआ था जिससे उसे दर्द हो रहा था पर वो अपने दर्द को छोड़ उससे खुद को छुड़ाने में लगी थी जो उसके दर्द को बढ़ा रहा था क्योकि माहिर की पकड़ मजबूत थी,माहिर की बात सुन अयाना कुछ कह पाती कि वो फिर उससे बोल पड़ा-" मेरी क्या प्रोब्लम है ये मैं देख लूंगा तुम अपनी सोचो क्योकि अब मैं तुम्हारे लिऐ तुम्हारी लाइफ की सबसे बड़ी गलती के साथ तुम्हारी सबसे बड़ी प्रोब्लम बनने वाला हूं ,बहुत बोल ली अब तुम मेरी सुनो?क्या कहा था तुमने बदला हां बदला ले रहा हूं मैं तुमसे और क्या कहा तुम्हारे कदम यहां पर कभी नहीं आऐगे तो काइंड यूअर इंफोर्मेशन तुम यहां से लौट भी नहीं पाओगी?"


अयाना एकटक उसकी ओर देख रही थी माहिर का बोलना जारी था-" जो मैं चाहता हूं वो होकर रहता है अब जिद्द समझो या मेरी ख्वाहिश तुम्हें अपने पास रखना है सीने से लगाकर नहीं अपने पैरों में बिकोज यू डिजर्व दिश, जो तुमने किया उसकी भरपाई तो करनी होगी ना अयाना मिश्रा,
अब तुम्हारे जैसे ज्यादा बहुत बोलता तो हूं नहीं मैं क्योकि मैं बोलता कम करता ज्यादा हूं(तिरछा मुस्कुराते अयाना की ओर आई विंक करते) चाहे फिर कुछ भी हो!"

अयाना जो अभी अपनी कलाई को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी माहिर की इन बातों ने उस
का दिल छलनी ही कर दिया वो नम आखों से माहिर की ओर देखते बोली-"उस रात आपसे मिलकर लगा था कि आप बहुत घंमडी इंसान है आपकी सोच घटिया है पर आज आपकी सारी हरकतों ने साबित कर दिया कि आप बहुत ही ज्यादा गिरे हुए इंसान है बहुत ज्यादा गिरे हुए और अपने सामने देखकर मुझे आपसे घिन्न आ रही है,शर्म आनी चाहिए आपको!"

ये सुन माहिर को थोड़ा गुस्सा तो आता है पर वो अपने गुस्सें को छोड़ अयाना को पीछे की ओर धकेल कर खुद से दूर कर कहता है-"तुम मुझे बुरा समझ रही हो ना बट.... मैं बहुत बुरा हूं!"

 

अयाना अपने दूसरे हाथ से अपनी कलाई को  मसलते -"बताने की जरूरत नहीं है इतनी तो समझ है मुझे कि क्या अच्छा है और क्या बुरा!"

तभी माहिर टेबल से उठा और अयाना के चारों ओर घूमते हुऐ फिर बोला-"दट्स गुड फॉर यू बट एम रियली बेड फॉर यू मिस अयाना!"

ये सुनते अयाना ही जोर से चिल्ला उठी-"स्टोप इट माहिर खन्ना स्टोप इट,ऐसा भी मैनैं क्या कर दिया है एंड बाई द वे मेरा बहुत बोलना, आपक़ो सुनाना आपको खटक रहा है ना तो सच हमेशा खटकता ही है,सबको पंसद नहीं आता है और आपको तो आएगा भी कैसे पंसद,जिनका कोई सच नहीं होता बल्कि जिनका पैसा बोलता है पर सच बता रहे है आपको अपने पैसों के धौस जमा
कर आप मुझे काबू नहीं कर पाएगें? कुछ बच्ची खुच्ची इज्जत अगर थी ना,आपके लिए मेरे मन में वो आज आपकी बातों को सुनकर,आपकी हरकत़ों को देखकर अब नहीं रही,बाई द वे गुड बॉय!"

(क्रमश:)

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