राजन ने कॉल उठाने से पहले एक बार फिर मुड़कर देखा और यह सुनिश्चित कर लिया कि रोहन को लेकर समीर घर के अंदर चला गया है। फिर थोड़ा कोने में जाकर उसने निकिता का कॉल उठाया।
निकिता:
मैंने मीरा को आज की पार्टी में शामिल होने के लिए मना लिया है। क्या तुमने रोहन को आज की पार्टी के बारे में बताया?
राजन:
अभी तक तो नहीं। अभी से बता दिया तो वह सीधे मना कर देगा और फिर उसे मनाना बहुत मुश्किल काम हो जाएगा। उसे हम बिना कोई आइडिया दिए ही पार्टी में लेकर आएंगे।
निकिता:
वैसे, शॉपिंग हो गई?
राजन:
हाँ, आज देखना तुम। ऐसे सजा-धजा कर लेकर आएंगे उसे तुम्हारी पार्टी में कि तुम्हारी दोस्त उसे रिज़िस्ट नहीं कर पाएगी।
निकिता:
मैं भी यही चाहती हूँ। बस हमारा यह प्लान सफल हो जाए। क्योंकि चीज़ें इनके हाथ में छोड़ दी तो ये दोनों तलाक लेकर ही मानेंगे।
राजन:
अब हमारे दखल के बिना इन दोनों का कुछ नहीं होने वाला। तो ठीक है फिर, मिलते हैं पार्टी में। बाय!
दरअसल, राजन और निकिता स्कूल टाइम से दोस्त हैं और इन दोनों के जरिए ही कुछ साल पहले रोहन और मीरा के बीच दोस्ती हुई थी, जो फिर प्यार में बदल गई और शादी तक पहुँच गई।
जब रोहन और मीरा के बीच के झगड़े बढ़ने लगे और बात तलाक तक आ पहुँची, तो राजन और निकिता ने मिलकर यह सोचा कि इन दोनों को वापस एक-दूसरे के प्यार में पड़ने की ज़रूरत है और इसीलिए तलाक फाइनल होने से पहले वे इन दोनों को साथ लाने के लिए मिलकर यह प्लान बना रहे थे।
निकिता ने अपने कुछ गिने-चुने दोस्तों को ही पार्टी में बुलाया था। वह चाहती थी कि इस पार्टी और उसके प्लान का सारा फोकस बस रोहन और मीरा पर ही रहे।
मीरा तो पार्टी में आ गई थी और बहुत सुंदर लग रही थी। ऑफ कोर्स! उसने आज मैरून कलर का पार्टी गाउन पहना था और उसके साथ डायमंड ज्वेलरी। उसके पार्टी में प्रवेश करते ही वहाँ मौजूद सारे लड़के उसे देखने लगे और यह देख मीरा शर्मा गई। उसे एहसास हुआ कि सच में इस तलाक के बखेड़े में वह यह भूल चुकी थी कि वह सुंदर दिखती है और आज भी लड़के उसकी ओर मुड़-मुड़ कर देखते हैं।
एंटर करने के बाद उसे निकिता से बात करने का मौका तक नहीं मिल रहा था, क्योंकि उसके आते ही कुछ एलिजिबल बैचलर्स उसके इर्द-गिर्द घूमने लगे, उससे बातें करने और उसका ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश करने लगे।
बाकी मौजूद लड़कियाँ अब मीरा की खूबसूरती और उसे मिल रहे अटेंशन से जलन महसूस कर रही थीं।
अचानक से सबका ध्यान अब दरवाजे की तरफ़ मुड़ा जब वहाँ से तीन हैंडसम लड़कों की एंट्री हुई। वे और कोई नहीं बल्कि रोहन, राजन और समीर थे।
सबके साथ मीरा ने भी गर्दन ऊँची करते हुए दरवाजे की ओर देखा और सामने रोहन को देखकर वह एकदम चौंक गई।
रोहन की भी नज़र सीधे मीरा पर पड़ी और उसकी नजरें मीरा की नजरों से मिलीं। रोहन ने झटके से राजन की ओर देखा और मीरा ने निकिता की ओर। यह देखकर निकिता जल्दी से मीरा के पास आई।
निकिता:
सिंगल तो राजन भी है, तो मैंने सोचा उसे भी इस पार्टी में बुला लूँ।
राजन:
मेरे साथ-साथ समीर और अब रोहन भी सिंगल हैं, तो मैंने भी सोचा कि उनको अपने साथ ले आऊँ। मुझे नहीं पता था कि मीरा भी यहाँ पर होगी।
निकिता: और मुझे नहीं पता था कि राजन और भी किसी को अपने साथ ला रहा है।
मीरा :
तुम दोनों झूठ बोल रहे हो। मैं अच्छे से जानती हूँ यह तुम दोनों का सोचा-समझा प्लान है।
राजन:
नहीं मीरा, ऐसा नहीं है।
रोहन भी भड़क गया।
रोहन:
ओह, तुम तो रहने ही दो। तुम्हें मैं बहुत अच्छे से जानता हूँ। मीरा सही कह रही है, यह तुम दोनों का मिलकर बनाया हुआ प्लान है।
यह सब बहस देखकर समीर ने बीच में टांग अड़ाई। उसने कहा,
समीर:
अच्छा चलो, इसी बहाने मीरा और रोहन किसी एक बात पर सहमत तो हुए कि यह इन दोनों का सोचा-समझा प्लान है। तो इसी बात पर आज कोई लड़ाई न करते हुए हम पार्टी अच्छे से एंजॉय करें? प्लीज?
मीरा:
समीर सही कह रहा है। हम हर बार ऐसे लड़ नहीं सकते और दूसरों का वक़्त खराब नहीं कर सकते। अब हम यहाँ आ ही गए हैं, तो अलग-अलग अपना वक़्त एंजॉय करते हैं।
रोहन ने मीरा की बात में हामी भरी और वह राजन और समीर के साथ ड्रिंक्स लेने के लिए चला गया।
कई देर तक सब आराम से अपनी ड्रिंक्स का मज़ा लेते हुए एक-दूसरे से बातें कर रहे थे।
रोहन का ध्यान बस मीरा की ओर ही था। बहुत समय बाद उसने मीरा को इतने अच्छे से तैयार होकर कहीं आते हुए देखा था। उसे ऐसे देखकर उसे उनके पुराने दिनों की याद आ गई, जब उनका प्यार काफ़ी नया था। तब मीरा उससे मिलने ऐसे ही सज-धजकर आया करती थी।
मीरा का भी ध्यान बीच-बीच में रोहन पर जा रहा था। उसका नया ड्रेसिंग स्टाइल देखकर उसे लगा कि अब रोहन सच में मूव ऑन हो रहा है।
यह सब चल ही रहा था, तभी राजन ने निकिता को इशारा किया और निकिता पार्टी हॉल के बीचोबीच आकर खड़ी हो गई।
निकिता-
ओके ओके! गाइज! काफ़ी देर से सब लोग एक-दूसरे से बातें कर रहे हैं, एक-दूसरे के साथ घुल-मिल रहे हैं। इस पार्टी का जो मकसद था, वह काफ़ी हद तक पूरा होता हुआ मुझे दिख रहा है। लेकिन, लेकिन... अब समय आ गया है आप लोगों की एक-दूसरे के साथ कंपैटिबिलिटी कितनी है, ये देखने का।
सब ध्यान से निकिता की बात सुन रहे थे। निकिता ने आगे बोलना शुरू किया।
निकिता-
आप सब ने उस गेम के बारे में सुना ही होगा, मुझे पता है। जहाँ दो लोग एक कागज़ के टुकड़े पर खड़े रहकर डांस करते हैं और हर एक नए गाने के साथ हम उस कागज़ को मोड़कर छोटा कर देते हैं। तो आज हम दो-दो लोगों की जोड़ियाँ बनाकर वही गेम खेलने वाले हैं।
निकिता की बात पर सब लोग ख़ुशी से चीयर करने लगे।
उसके बाद निकिता सबके नाम की चिट्स से भरे दो बाउल्स लेकर आई। एक बाउल में लड़कों के नाम की चिट्स थीं, तो दूसरे में लड़कियों के नाम की। निकिता ने दोनों बाउल्स टेबल पर रख दिए।
फिर उसने एक-एक कर दोनों बाउल्स में से चिट्स निकालकर नाम अनाउंस करना शुरू किया। जिनकी जोड़ियाँ बन चुकी थीं, वह सब अपने-अपने पार्टनर के साथ जाकर खड़े हो गए और गाने शुरू होने का इंतज़ार करने लगे।
मीरा को लेकिन इस गेम में ज़रा-सा भी इंटरेस्ट नहीं था। लेकिन अगली चिट में उसी का नाम निकला। उसे इस बात का भी एक्साइटमेंट नहीं था कि आख़िर किसके साथ उसकी जोड़ी बनेगी। इसलिए वह मुंह घुमाकर अपनी वाइन पीने में बिजी थी कि तभी निकिता ने लड़के का नाम अनाउंस किया।
'रोहन।'
ये सुनकर एकदम से मीरा के गले में वाइन अटक गई और वह खांसने लगी। रोहन ने भी चौंककर एक बार निकिता की ओर देखा और एक बार राजन की ओर।
रोहन-
राजन! सच-सच बताओ, ये भी प्लान्ड है ना?
निकिता ने दूर से ही रोहन को राजन के साथ बहस करते हुए देखा तो चिट्स लेकर उसके पास चली गई।
निकिता-
रोहन, ये देखो। ये वही चिट्स हैं। इनमें तुम दोनों का नाम है। अब लड़ना बंद करो, गेम स्टार्ट भी करना है।
इतना कहकर निकिता वापस स्टेज पर चली गई।
सारी जोड़ियों के हाथ में एक-एक पेपर थमा दिया गया और सब उस पर खड़े होकर इंतज़ार कर रहे थे कि कब गाना शुरू हो लेकिन रोहन और मीरा अभी भी एक-दूसरे से दूर रहने की कोशिश में पेपर हाथ में लिए खड़े थे।
निकिता-
रोहन और मीरा! जल्दी से पेपर पर खड़े हो जाओ भाई। सब इंतज़ार कर रहे हैं। गेम स्टार्ट भी करना है।
ना चाहते हुए भी दोनों पेपर पर खड़े हो गए, लेकिन दोनों ही इस बात का ध्यान रख रहे थे कि वह एक-दूसरे के ज़्यादा नज़दीक न आएँ।
पहले गाने के साथ-साथ गेम शुरू हो गया और सारे कपल्स डांस करने लगे।
रोहन और मीरा भी। लेकिन बाक़ी कपल्स एक-दूसरे का हाथ पकड़कर गाने का मज़ा लेते हुए डांस कर रहे थे। रोहन और मीरा ही बस एक-दूसरे से दूरी बनाए हुए थे और एक-दूसरे को गुस्से से देख रहे थे।
पहला गाना ख़त्म हुआ। पेपर को मोड़ा गया। दूसरा गाना शुरू हुआ और सारे कपल्स वापस डांस करने लगे।
दूसरे के बाद तीसरा गाना ख़त्म हुआ, पेपर को और मोड़ा गया। अब कपल्स के बीच की नज़दीकियाँ बढ़ने लगी थीं।
मीरा ने हील्स पहनी हुई थीं। इतनी कम जगह में डांस करना तो दूर, अब खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था। इसलिए न चाहते हुए भी उसने रोहन का हाथ पकड़ा। रोहन ने भी उसे अपना हाथ पकड़ने दिया। बीच गाने में जब मीरा का बैलेंस जा रहा था, तो वह अपने दूसरे हाथ से उसे गिरने से बचा रहा था।
समीर और राजन तो कब का गेम से बाहर हो चुके थे और कोने में खड़े होकर बाक़ी कपल्स को डांस करते हुए देख रहे थे। उन दोनों को बस इस बात की ख़ुशी थी कि इसी बहाने रोहन और मीरा एक-दूसरे के नज़दीक खड़े थे।
गेम शुरू ही था कि समीर को किसी का फ़ोन आने लगा। उसने फ़ोन उठाया लेकिन गानों की आवाज़ में वह कुछ सुन नहीं पा रहा था। इसलिए वह फ़ोन पर बात करने के लिए पार्टी हॉल से बाहर चला गया।
समीर-
हेलो, हेलो! हाँ, अब बोलो, अब सुन पा रहा हूँ।
क्या? तुम आ गई हो? लेकिन बहुत लेट कर दिया है तुमने। जल्दी आओ। इंट्रेस्टिंग गेम तो अभी शुरू ही हुआ है। हाँ, जल्दी आओ, मैं यहीं बाहर तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हूँ।
समीर ने बात करके फ़ोन काट दिया।
वहाँ नीचे पार्किंग में एक कमर तक लंबे बालों वाली लड़की अपनी कार से उतरी और कार का दरवाज़ा बंद करके वह बड़े स्टाइल से अपनी कमर मटकाते हुए और अपनी सैंडल्स की टप-टप आवाज़ करते हुए लिफ्ट की तरफ़ जाने लगी। उसकी सैंडल्स की आवाज़ के साथ ही वह कौन है, इस बात का सस्पेंस बढ़ रहा था।
आखिर कौन है ये लड़की? क्या निकिता ने उसे पार्टी में बुलाया था? क्या ये लड़की रोहन और मीरा के अगले झगड़े का कारण बनेगी?
जानने के लिए पढ़िए अगला एपिसोड।
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