​​रोहन और मीरा दोनों ही अब हल्का-हल्का नशे में थे। गेम में अब आख़िरी की 2 ही जोड़ियाँ बची थीं, जिसमें एक जोड़ी थी रोहन और मीरा की। रोहन अपने नए स्टाइलिश और ट्रेंडी कपड़ों में और मीरा अपने मैरून कलर के गाउन में बहुत खूबसूरत लग रही थी। नशे में शायद उनका एक-दूसरे के लिए जो गुस्सा था, वह कहीं ना कहीं धुंधला बनता जा रहा था। दोनों अब एक-दूसरे की आंखों में देखते हुए डांस कर रहे थे। मीरा ने रोहन के कंधों पर अपने दोनों हाथ रखे थे और रोहन ने मीरा की कमर पर। ​

 

​​रोहन : ​

अच्छी लग रही हो! ​

 

​​मीरा : ​

​​क्या? म्यूजिक तेज़ है, कुछ सुनाई नहीं दिया। ​

 

 

​​अब रोहन ने अपने होंठ मीरा के कान के एकदम नज़दीक लाकर कहा। ​

 

​​रोहन : ​

​​ मैंने कहा, अच्छी लग रही हो। ​

 

​​मीरा शरमा गई। ​

 

​​मीरा : ​

​​ तुम पर भी ये नया स्टाइल ख़ूब जच रहा है। ​

 

 

​​वहाँ साइड में खड़े राजन और निकिता इन दोनों की फिर से बढ़ती हुई नज़दीकी को देखकर खुश हो रहे थे। उनका प्लान उन्हें कहीं न कहीं सफल होता हुआ नज़र आ रहा था। ​

​​दूसरी जोड़ी भी गेम से बाहर हो गई और रोहन और मीरा की जोड़ी यह गेम जीत चुकी थी। ​

​​दूसरी जोड़ी गेम से बाहर होने के बाद गाना बंद हुआ और अगले ही पल किसी के सैंडल्स की टप-टप आवाज़ आई। सबने जहाँ से आवाज़ आ रही थी, उस तरफ़ मुड़कर देखा और फिर सबकी नज़र नताशा पर पड़ी। ​

 

 

​​नताशा एक बॉस लेडी थी, जिसकी खूबसूरती के सामने बाक़ी सबकी खूबसूरती फीकी पड़ जाए। लंबी नाक, बड़ी-बड़ी आंखें, गुलाबी होंठ। भगवान ने नताशा को सुंदर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। ​

 

 

​​नताशा अंदर आकर डांस फ्लोर के बीचों-बीच खड़ी हो गई, जहाँ उसके बगल में ही रोहन और मीरा खड़े थे। समीर भी नताशा के पीछे-पीछे अंदर आ गया। नताशा के आने से पार्टी में एकदम से शांति छा गई। ​

 

 

​​मीरा का तो नशा ही एकदम से उतर गया था। वह चौंक कर एक बार रोहन की तरफ़ देख रही थी तो एक बार नताशा की तरफ़। रोहन के तो तोते उड़ गए थे। उसने मीरा की तरफ़ देखा। ​

 

​​रोहन: ​

​​मुझे कुछ भी नहीं पता। ​

 

 

​​मीरा झटके से पार्टी हॉल के बाहर चली गई। रोहन को समझ नहीं आ रहा था कि उसे भी मीरा के पीछे जाना चाहिए या नहीं...​

​निकिता तुरंत मीरा को देखने उसके पीछे बाहर चली गई। ​

 

​​रोहन: ​

​​रंजन! तुमने इसे यहाँ क्यों बुलाया है? ​

 

​​राजन: ​

​​मैंने किसी को नहीं बुलाया है। मुझे ये भी नहीं पता था कि नताशा अभी भी शहर में है। रुको, मैं अभी निकिता से पूछता हूँ। उसकी पार्टी है, उसी को पता होगा। ​

 

​​समीर: ​

​​नताशा को मैंने बुलाया है। ​

 

 

​​समीर की बात सुनकर रोहन और रंजन ने मुड़कर पीछे देखा। ​

 

​​राजन: ​

​​ लेकिन क्यों? सब कुछ जानते हो न तुम? फिर उसे यहाँ बुलाने की क्या ज़रूरत थी? ​

 

​​समीर: ​

​​अरे यार! कल वह मैं जब घर के नीचे गाड़ी पार्क कर रहा था, तो वहाँ पर दिख गई, और... बातों-बातों में मेरे मुंह से आज की पार्टी का ज़िक्र निकल गया। फिर वह पीछे ही पड़ गई कि उसे पार्टी में आना है। तो मैं उसे अब मना कैसे करता। ​

 

​​राजन: ​

​​ बोल देते कि पार्टी कैंसिल हो गई है, कोई भी बहाना बना देते। ​

 

 

​​राजन  और समीर बहस कर रहे थे, लेकिन रोहन का सारा ध्यान दरवाज़े की तरफ़ था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि न जाने मीरा अब उसके बारे में क्या सोच रही होगी। ​

​​राजन ने वह देखा और उससे कहा। ​

 

​​राजन: ​

​​रोहन, अब यहाँ खड़े-खड़े वेट मत करो। जाओ, मीरा से बात करो। ​

 

 

​​रोहन हिचकिचा रहा था लेकिन राजन के बार-बार कहने के बाद वह भागता हुआ मीरा को ढूँढ़ने बाहर चला गया। ​

​​बाहर जाने के बाद वह उसे यहां-वहाँ ढूँढ़ने लगा, वह वहाँ पर नहीं थी। रोहन सीढ़ियों से होते हुए छत पर पहुँचा तो उसने देखा कि मीरा वहाँ बैठकर रो रही थी। ​

​​रोहन को देखकर निकिता ने उससे मीरा के साथ बैठने का इशारा किया और वह उन दोनों को एक-दूसरे के साथ छोड़कर वहाँ से चली गई। ​

 

 

​​मीरा ज़मीन पर बैठकर अपना सिर घुटनों में छिपाकर फूट-फूटकर रो रही थी। रोहन उसके पास गया और नीचे बैठकर उसने उसके सिर पर हाथ रखा। मीरा ने एकदम से सिर ऊपर उठाकर रोहन की तरफ़ देखा। ​

​​उसकी नज़र देखकर रोहन हड़बड़ा कर पीछे हट गया। मीरा की आंखें आंसुओं से लाल हो चुकी थीं, लेकिन उनमें गुस्सा भरा हुआ था, तेज़ गुस्सा। ​

 

 

​​रोहन ने फिर उसकी ओर अपना हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन मीरा ने गुस्से से उसका हाथ झटक दिया। ​

 

​​रोहन: ​

​​मीरा? आई एम सॉरी! मुझे कोई आइडिया नहीं है वह यहाँ कैसे आई। मुझे तो ख़ुद नहीं पता था कि पार्टी कहाँ हो रही है, कौन-कौन आने वाला है। ​

​​समीर ने उसे बताया पार्टी के बारे में और वह ख़ुद चली आई, बिना बुलाए। ​

 

​​मीरा : ​

​​मुझे कुछ नहीं सुनना। इतना सब कुछ होने के बाद वह आज यहाँ कैसे चली आई। तुमने और तुम्हारे दोस्तों ने मिलकर जान-बूझकर किया है ये मेरे साथ। मुझे हर्ट करने के लिए, मुझसे बदला लेने के लिए। ​

 

​​रोहन: ​

​​नहीं मीरा, उसे समीर ने बुलाया यार, मैं कैसे समझाऊँ तुम्हें ये बात? ​

 

​​मीरा: ​

​​तो क्या समीर नहीं जानता सब कुछ? तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड है ना वो? उसे तो सब पता है ना? फिर कैसे ले कर आया वह उसे पार्टी में? तुम्हें बिना बताए तो नहीं हुआ होगा ये सब। ​

 

 

​​रोहन उसे समझाना चाहता था कि उसे इस बारे में सच में कुछ नहीं पता था, लेकिन अब उसे मीरा को इस वक़्त कुछ समझाना बेकार लग रहा था। क्योंकि मीरा बहुत हर्ट और गुस्से में थी। ऐसे में वह उसकी कोई बात समझ नहीं पाती। ​

​​इसलिए रोहन सिर्फ़ उसे गले लगाने के इरादे से उसके पास जाने लगा, तो मीरा ने उसकी छाती पर ज़ोर-ज़ोर से मारना शुरू कर दिया, साथ ही साथ वह उसे उसकी गलतियों के लिए कोस रही थी। ​

​​अब रोहन का भी शराब का नशा पूरी तरह से उतर चुका था। धीरे-धीरे उसे अब तक क्या हुआ है, उस बात की गहराई समझ आने लगी और मीरा के एक्सट्रीम रिएक्शन से उसे गुस्सा आने लगा। ​

 

 

​​रोहन: ​

​​बस भी कर दो मीरा। कहा ना मैंने एक बार कि मुझे नहीं पता नताशा पार्टी में आने वाली है। मुझे तो ये भी नहीं पता था कि तुम यहाँ पर आओगी, वरना मैं यहाँ कभी नहीं आता और ना तुम्हें फेस करता। ​

 

​​मीरा : ​

​​मुझे वह कुछ नहीं पता। तुम्हें पता है नताशा के कारण मेरा चैन उड़ गया था, मेरी लाइफ खराब हो गई थी उसकी वज़ह से और आज वह यहाँ फिर से आ गई। वह फिर से सब खराब करना चाहती है लेकिन अब बचा क्या है खराब करने के लिए? अब और क्या चाहिए उसे? ​

 

​​रोहन: ​

​​तुम भी कोई दूध की धुली नहीं हो मीरा। तुम्हें भी अच्छे से पता है तुमने क्या किया है। हम दोनों ही करप्ट हैं। कब तक सिर्फ़ मुझ पर सारा ब्लेम डालती रहोगी? क्या कर रहा था मैं? बस अपनी एक्स नताशा से बातें? और तुमने क्या किया? अपने एक्स के कंधे पर सिर रखकर रोई, उसके सामने मेरी शिकायत की, उसकी सहानुभूति के लिए? और वह वहाँ बैठकर तुम्हें सलाह दे रहा था कि तुम्हें मुझसे अलग हो जाना चाहिए। क्यों? क्या उसे वापस आना था तुम्हारे जीवन में? ​

 

​​मीरा: ​

​​नहीं। लेकिन अब मुझे वापस जाना है उसके पास। वह हर मामले में तुमसे बेहतर है। उसे मेरी फीलिंग्स की समझ है और क़दर भी। तुमने कभी मुझसे प्यार किया ही नहीं था। सब नाटक था। तुम कभी नताशा को भुला ही नहीं पाए थे। तुम मुझे छोड़कर गए थे। मैं तुम्हें नहीं। इसलिए उसके बाद मैंने क्या किया, किसके कंधे पर सिर रखकर रोई, इससे तुम्हारा कोई वास्ता नहीं है, क्योंकि तुमने जो गोवा में उस रात किया, उसके सामने सारी गलतियाँ फीकी हैं। ​

 

​​रोहन: ​

​​हाँ, सही कहा तुमने, सब मेरी गलती है। मैं सब ठीक करना चाह रहा था, यही मेरी गलती है। ​

 

​​मीरा: ​

​​और जानना था ना तुम्हें कि रणबीर कपूर न्यू कौन है? वही है वो। मेरा एक्स, रोहित।

 

​​ये बोलकर मीरा पागलों की तरह जोर-जोर से हंसने लगी। ​

 

​​मीरा: ​

​​तुम्हें लगा गोवा में वह सब करके तुम मुझे अकेला कर दोगे और मैं अकेली हो जाऊंगी, रोती रहूंगी। पर ये ख़ुशी मैं तुम्हें कभी नहीं दूंगी। तुम मुझे कभी हारा हुआ नहीं देखोगे, समझे? ​

 

 

​​रोहित का ज़िक्र सुनकर रोहन के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। लेकिन उसने अपने आप पर और अपने गुस्से पर काबू रखा। ​

 

​​रोहन: ​

​​गोवा, गोवा, गोवा, एक ही रट लगाए रखी है। रोहित के चक्कर में ही हुआ है वह सब जो भी हुआ है उस रात। मैं पागल था जो हमारे बीच सब ठीक हो जाए, इसके लिए तुम्हें गोवा लेकर गया और आज भी मैं पागल ही साबित हुआ, जो तुम्हें मनाने में तुम्हारे पीछे-पीछे आया। ​

 

 

​​इतना कहकर वह मीरा को वहीं छोड़कर वहाँ से निकल गया। रोहित का नाम सुनकर उसका शरीर गुस्से से गर्म हो चुका था। वह नहीं चाहता था कि उसका गुस्सा मीरा पर निकल जाए। इसलिए वह बिना किसी से मिले सीधे अपनी कार के पास गया और कार में बैठकर वहाँ से निकल गया। ​

 

 

​​निकिता पार्किंग में ही खड़ी होकर सिगरेट पी रही थी। उसने रोहन की कार को पार्किंग से निकलते हुए देखा और यह भी देखा कि वह कार में अकेला बैठा था। उसके चेहरे पर गुस्सा निकिता बाहर से भी देख पा रही थी। वह समझ गई कि ज़रूर मीरा और उसके बीच बड़ा झगड़ा हुआ है। ​

 

 

​​निकिता जल्दी से टैरेस पर गई। वहाँ मीरा अभी भी रोते हुए बैठी थी। निकिता को देखकर उसने कहा, ​

 

​​मीरा: ​

​​ क्या हम घर चल सकते हैं? ​

 

​​निकिता: ​

​​हाँ, चलो नीचे। ​

 

​​मीरा: ​

​​ निकिता? क्या आज की रात मैं तुम्हारे घर रुक सकती हूँ? ​

 

​​निकिता ने मीरा को गले लगा लिया। ​

 

​​निकिता: ​

​​तुम्हारे दिल चाहे, तब तक तुम मेरे घर पर मेरे साथ रुक सकती हो। ​

 

 

​​मीरा, निकिता के साथ लिफ्ट की तरफ़ जाने लगी। उसके मन में अभी भी गोवा की उस रात की यादें फ्लैशबैक की तरह चल रही थीं। ​

 

​​आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ था गोवा में, जो रोहन और मीरा दोनों ही भुला नहीं पा रहे, जिस वज़ह से उनके रिश्ते को बाँधे रखी आखिरी डोर भी टूट गई? रोहित का उस रात से क्या कनेक्शन? ​

 

​​ जानने के लिए पढ़िए अगला एपिसोड।

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