वीरेंद्र नशे में कुछ ज़्यादा ही इमोशनल हो गया था। अनिकेत ने अपने दोस्त का डाउट दूर के लिए कहा,

Aniket (drunk) - भाई जैसा तू समझ रहा है ऐसा कुछ नहीं है। वो मेरी एक दोस्त है, और कुछ नहीं।

“ठीक है, अब तू बोल रहा है तो मान लेता हूँ।” उसके दोस्त ने कहा और चुप हो गया। इस सब के बीच हिना ने एक के बाद एक, कई सारे मैसेजेस सेंड कर दिए थे, लेकिन अनिकेत को कोई ख़बर नहीं थी। उसने अपने दोस्त को देखा, वो कच्ची रेस का घोड़ा निकला, 3 पेग के बाद वो “परम आनंद” की सिचुऐशन में पहुँच चुका था। अनिकेत ने धीरे से मोबाइल चैक किया और हिना के मैसेजेस देखकर ख़ुश हो गया। उसने लिखा था,

Heena (denied) - किसने बोला कि हम आपसे नाराज़ है? हम बस थोड़ा बिज़ी हो गये थे। हमने पूरी लाइफ में जितने सॉरी नहीं बोले होंगे, उतने आपने एक ही बार में ही बोल दिए। कल तक आप मेरा नाम तक नहीं जानते थे और आज मेरी नाराज़गी की इतनी फ़िक्र? ऐसा क्यों?

अनिकेत को पेग लगाने के बाद थोड़ी हिम्मत आ गयी थी। अब हिना से अपने दिल की बात कहने में उसे कोई संकोच नहीं था। वो उठा और म्यूज़िक सिस्टम के पास जाकर नुसरत का गाना, दग़ाबाज तो तुम सितम ढाने वाले.....रिकॉर्ड करके सेंड कर दिया। हिना ने गाना प्ले किया। सरहद के उस पार नुसरत की आवाज़ सुनकर चौंक गयी। उसने एक्साइटेड होकर पूछा,

Heena (excited) - wow..... नुसरत साहब हमारे फेवरेट है। क्या वहाँ भी लोग उनके गाने सुनते है?

Aniket (explained) - क्यों नहीं सुनते हैं? मुझे लगता है पाकिस्तान से ज़्यादा फेन फॉलोविंग हैं उनकी यहाँ पर। सोशल मीडिया पर उनके गाने अक्सर ट्रेंड करते रहते हैं यहां। यही तो ख़ूबी होती है एक अच्छे आर्टिस्ट की, वो किसी सरहद को नहीं मानता। एक अच्छा क्रिएशन सारी हरहद पार जाता है और फिर भारत-पाकिस्तान के लोग, कल्चर, लैंग्वेज में ज़्यादा अंतर भी कहा है? इसलिए हर अच्छी चीज़ बाउंड्री पार करके पहुँच ही जाती है, जहां उसको पहुंचना होता है।

Heena (memorized)  - हाँ याद आया उन्होंने तो बॉलीवुड फिल्मों के गाने भी तो गाये हैं। एक गाना तो मुझे बहुत पसंद है, प्रेम के रंग में ऐसी डूबी.....

 

Aniket (asking) - हां। वैसे आपके यहां भी तो सुने जाते होंगे इंडिया के गाने? बॉलीवुड तो वहां फेमस है ही, और ऐसी कौन-कौन सी चीज़े फेमस है वहां इंडिया की?

Heena (explained) - किस-किस चीज़ का नाम बताएँगे हम आपको? आप short में बस ये समझ लीजिये कि इंडिया की हर फेमस चीज़ को पाकिस्तान पहुँचने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगता है। सोशल मीडिया आने के बाद तो फ़ासला और कम हो गया है। बॉलीवुड की फ़िल्में, गाने, क्रिकेट, सोशल मीडिया के वीडियोस ये सारी चीज़ें जितनी इंडिया में फेमस है उतनी ही यहाँ भी।

Aniket (excited) - और इंडिया में पाकिस्तानी TV सीरियल्स बहुत देखे जाते हैं। ख़ासकर लड़कियां काफ़ी देखती है आपके यहां के ड्रामे। सोशल मीडिया ने बहुत फेमस कर दिया है इन TV सीरियल्स को।

Heena (excited) - रीयली? Unbelievable.

वीरेंद्र का नशा अब धीरे-धीरे कम होने लगा था। अनिकेत को मोबाइल में टायपिंग और बार-बार मुस्कुराते देख उसका शक अब यकीन में बदलने लगा था। उसने अपने लिए एक पेग बनाया और अनिकेत से पूछा, “अनु, एक पेग और लेगा क्या?” अनिकेत ने टायपिंग करते हुए कहा,

Aniket (denied) - नहीं भाई, मेरा कोटा पूरा हो गया। तू भी रहने दे अब, वरना फिर से बहकी-बहकी बातें करने लगेगा।

“हां, अभी तो तुझे मेरी हर बात बहकी-बहकी ही लगेगी। नया-नया इश्क़ का रोग जो लगा है। अभी मेरी बात तुझे समझ कैसे आएगी, जब ख़ुमार उतरेगा न, समझ आएगी। (pause) तुझे एक्सेप्ट करने में क्या प्राब्लम है भाई? मुझे भी तो बता कौन है वो लड़की? अच्छा चल फ़ोटो ही दिखा दे, हम भी तो दीदार करे उस चेहरे का, जिसने मेरे भाई को दीवाना बना रखा है।

अनिकेत, वीरेंद्र की ज़िद करने की आदत जानता था। नशे में वो बार-बार पूछता, इसलिए अनिकेत ने आख़िर में उसको हिना का फ़ोटो दिखा ही दिया। फोटो देखते ही वीरेंद्र नशे में भी सीधा बैठकर उसको काफ़ी देर तक देखता रहा था। उसके फेस एक्सप्रेशन से अनिकेत काफ़ी कुछ समझ गया था। उसके दोस्त ने पूछा,

“wah यार अनु, नोएडा की ही है क्या?” वीरेंद्र के इस सवाल पर वो हँस दिया। वीरेंद्र की ऑंखें बार-बार बंद हो रही थी। अपनी आधी खुली आँखों से वो अनिकेत को देख रहा था और अनिकेत उसको। आख़िर में अपने दोस्त का कनफ़्यूजन दूर करने के लिए उसने कहा,

Aniket (excited) - नहीं नोएडा की नहीं है, वो पाकी।।।।।।

उसने अभी आधा नाम ही बताया था कि तभी कुछ सोचकर रुक गया। वो जानता था, पाकिस्तान का नाम सुनते ही वीरेंद्र नशे में कुछ भी बोल सकता है। वो थोड़ी देर चुप रहा और फिर अपने दोस्त का रिएक्शन देखने के लिए सच बता ही दिया।

Aniket (norvous) - भाई, पाकिस्तान की है वो लड़की।  

उसकी आवाज़ वीरेंद्र के कानों में करन्ट के झटके की तरह लगी थी, मगर उसके दिमाग तक पहुँचने में वक़्त लगा। शुरुआत में तो उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया, पर जैसे ही उसको समझ आया, उसने अपने हाथ का ग्लास नीचे रखा और अनिकेत की ओर झुकते हुए तेज़ आवाज़ में बोला, (drunk & funny)  “पाकिस्तान? भाई ये फिर से इंडिया में शामिल हो गया क्या? हां, ये तो होना ही था। बहुत अच्छा देश है भाई, मैं तो 2 बार वहां घूम कर भी आया हूँ। बहुत अच्छा ताजमहल बना हुआ है वहां।  

अनिकेत अपने दोस्त की बेफ़कूफी पर मुस्कुरा दिया। वो समझ गया था कि उसका दोस्त नशे में कुछ भी बोल रहा है। वीरेंद्र क्या समझ रहा था और क्या बोल रहा था, ख़ुद उसको ही नहीं पता था। अनिकेत भी अब अपने दोस्त का मज़ाक बनाने के मूड में आ गया था। उसने हँसते हुए पूछा,

Aniket (funny) - वही न, जो लाल पत्थर से लंबा सा बहुत ऊपर तक बना हुआ है? वही है न ताजमहल?

“हां भाई वही तो है ताजमहल। उसमें तो सीढ़ियां भी लगी है, तेरा भाई ऊपर तक चढ़ गया था। पूरा पाकिस्तान दिखता है वहां से।” वीरेंद्र ने लड़खड़ाती आवाज़ में कहा। अनिकेत अपनी हँसी नहीं रोक पाया और ज़ोर से हँस पड़ा। वो समझ गया था कि अब उसके दोस्त की गाड़ी पटरी से उतर चुकी है, इसलिए एक बार फिर हिना में खो गया। हिना ने उससे कहा,

Heena (explaining) - आपको पता है हमारे वालिद इंडिया से ही थे। बटवारें के बाद इंडिया छोड़कर वो कराची आ गए थे।

 

वीरेंद्र फुल हाई था और अनिकेत आधा। उसने अपनी आधी खुली आँखों से मैसेज पढ़ने की कोशिश की, पर उसको “वालिद” शब्द का मतलब समझ नहीं आ रहा था। उसको लग रहा था कि शायद सुरूर कुछ ज़्यादा ही चढ़ गया है, इसलिए वो मैसेज समझ नहीं पा रहा। आख़िर में उसने हिना से पूछा,

Aniket (confused & drunk) - कौन थे इंडिया से? वालिद, आपके अंकल का नाम था क्या?

हिना हँस पड़ी। उसके लिए जो शब्द बहुत नॉर्मल थे, अनिकेत के लिए उनको समझना मुश्किल काम था। हिना ने पूछा,

Heena (asking) - आपको वालिद का मतलब नहीं पता क्या? इतना नॉर्मल वर्ड तो है ये। हमारे यहाँ तो 10 साल का बच्चा भी इसका मतलब समझता है।

Aniket (explain)  - हमारे यहां हिंदी ज़्यादा बोली जाती है न, इसलिए। पाकिस्तान के लोगों की उर्दू बहुत अच्छी होती है। इंडिया में ऐसे लोग बहुत कम है, जो अच्छी उर्दू जानते हैं, इसलिए सॉरी। हालाँकि में गूगल कर सकता हूँ, पर अब आप ही इसका मतलब बता दीजिये। मुझे पर्सनली उर्दू बहुत पसंद है। कितनी मीठी जुबान है यार उर्दू। मुझे उर्दू बोलना सीखा देंगी क्या आप?

Heena (funny) - अच्छा, बात करने के बहाने ढूंढ रहे हैं। (laugh) बहुत स्ट्रिक्ट टीचर हूँ मैं वैसे। गलती करने पर पनिश करती हूँ मैं।

 

Aniket (funny - जब टीचर आप जैसी हो, तो तो हर सज़ा हँसकर सह लेंगे हम। फ़िलहाल के लिए वालिद का मतलब बता दीजिये।

Heena (explaining) - वालिद means father, हमारे फादर का बचपन इंडिया के फर्रुखाबाद में ही गुज़रा था। बटवारें के टाइम वो 15 साल के थे, उसके बाद वे हमारे दादा के साथ कराची आ गए थे। उनको आज भी अपना पूरा बचपन याद है. बहुत मिस करते हैं वे अपने शहर को।

“भाई तूने पाकिस्तान बोला था न मुझसे?” अनिकेत के पास बैठे उसके दोस्त ने अचानक पूछा। उसकी आवाज़ सुनकर अनिकेत चौंक गया। उसके दोस्त का नशा अब पूरी उतर चुका था और वो संभल कर बैठ गया था। अनिकेत का उस टाइम बोला गया “पाकिस्तान” वर्ड अब उसके कानों में गूँज रहा था। अपने दोस्त के इस तरह पूछने पर उसको समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या बोले? उसने झूठ बोलकर टॉपिक बदलने की कोशिश करते हुए कहा,

Aniket (trying to say lie & scared)  - प… पाकिस्तान कहां से आ गया भाई? पागल हो गया क्या? पालनपुर बोला था मैंने। इतनी क्यों पीता है यार तू, जो कुछ याद ही नहीं रहता?

“झूठ मत बोल अनु. तूने पाकिस्तान ही बोला था। पीने के बाद मैंने क्या बोला था, मुझे सब याद है। तुझे इंडिया में लड़की नहीं मिली क्या? जो पाकिस्तान की लड़की से इश्क़ लड़ाने चला है? कैसा इंसान है यार तू? भाई दुश्मन से मैदान में जंग लड़ी जाती है, मुहब्बत नहीं की जाती।

 

Aniket (angry) - कैसी बातें कर रहा है यार तू? ऐसा कुछ नहीं है। अच्छी घर की लड़की है वो।

“तुझे क्या पता कि वो सही लड़की है? हो सकता है वो टेररिस्ट ग्रुप से जुड़ी हो? या फिर ISI के लिए काम रही हो? और भारत में आने के लिए तुझे बलि का बकरा बना रही हो?” बोलते हुए वीरेंद्र खड़ा हो चुका था। पाकिस्तान का नाम सुनते ही एक बार फिर से उसकी आवाज़ लाउड हो चुकी थी। उसने फिर कहा, “देख अनु, तू मेरा दोस्त है, इसलिए समझा रहा हूँ। आगे बढ़ने से पहले एक बार फिर से सोच ले, क्योंकि ऐसा कुछ हुआ, तो तेरी पूरी लाइफ तबाह हो जाएगी। आज कल पाकिस्तान, भारत की जासूसी के लिए लड़कियों को वेपन की तरह यूज़ कर रहा है, इसलिए अभी टाइम है संभल जा।”

उसने अनिकेत को बहुत बुरी तरह डरा दिया था। उसने अभी तक ऐसा कुछ सोचा नहीं था, पर वीरेंद्र ने उसको कन्फ्यूज़ कर दिया था। उसने फेक कॉन्फिडेंस दिखाते हुए कहा,

Aniket (fake confidence) - भ…. भाई ऐसा कुछ नहीं है। PCL में फिजियों - थेरेपिस्ट है वो लड़की। पाकिस्तान का हर इंसान टेररिस्ट नहीं होता। हम जैसे नॉर्मल लोग भी रहते हैं वहां। PCL का एक ग्रुप बना हुआ है, जिसमें PCL के सभी-सभी बड़े-बड़े ऑफीसर भी है। मुझे पता था, तू ऐसा ही बोलेगा, इसीलिए मैं बताना नहीं चाहता था तुझे।

वीरेंद्र उसके पास आया और उसके कंधे पर हाथ रखकर आराम से समझाते हुए कहा, “भाई मैं मीडिया फील्ड में काम करता हूँ, इसलिए मैं वो सब जानता हूँ, जो तुझे नहीं पता है। मुझे भी पता है कि वहां नॉर्मल लोग भी रहते हैं और मैं ये भी जानता हूँ कि एक टेररिस्ट और सीक्रेट एजेंट को इंडिया भेजने में वहां के बड़े-बड़े ऑफिसर्स का हाथ रहता है।”

उसने अनिकेत को और ज़्यादा डरा दिया था। वो अपने दोस्त की ओर ही देख रहा था। वीरेंद्र ने उसकी आँखों में देखते हुए सीरियस होकर समझाया, “पाकिस्तान का हर इंसान टेररिस्ट नहीं होता, लेकिन हर टेररिस्ट पाकिस्तान का ही क्यों होता है? इस बारे में सोचना कभी। चल बाय मैं जा रहा हूँ।”

इतना बोलकर वीरेंद्र उसके कमरे से बाहर निकल गया। उसकी कही आखिरी लाइन अनिकेत के कानों में गूँज रही थी। रात की ख़ामोशी में उसके अंदर उथल-पुथल शुरू हो चुकी थी और वो मूर्ति की तरह बैठा हुआ था। उसका दोस्त उसके अंदर खलबली मचा कर चला गया था।

इधर अनिकेत ख़ामोश बैठा हुआ था और उधर उसका मोबाइल बार-बार वाइब्रेट हो रहा था। ज़ाहिर सी बात थी, उसको हिना मैसेज कर रही थी। काफ़ी सोचने के बाद भी वो कुछ भी डिसाइड नहीं कर पा रहा था। उसके दिमाग में अपने दोस्त की बातें घूम रही थी और दिल, हिना के मैसेज पढ़ने के लिए मचल रहा था। वो बार-बार मोबाइल उठाता और डरकर फिर से रख देता। लॉक खोलकर मैसेज पढ़ने की उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी।

आख़िर में उससे रहा नहीं गया। उसने मोबाइल की गैलेरी में जाकर हिना का मुस्कुराता हुआ फोटो ओपन किया और प्यार से देख ही रहा था कि तभी उसके कानों में अपने दोस्त की आख़िरी लाइन फिर से गूँज उठी, “पाकिस्तान का हर इंसान टेररिस्ट नहीं होता, लेकिन हर टेररिस्ट पाकिस्तान से ही क्यों होता है?” उसकी आवाज़ कानों में गूंजते ही अनिकेत डरकर खड़ा हो गया था।

क्या वीरेंद्र की बातों से डर जायेगा अनिकेत? क्या सच में ये होने ट्रैप था ? और अनिकेत से बात करने के पीछे उसका असली मक़सद क्या हैं?

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

Continue to next

No reviews available for this chapter.