वान्या को किसी के हिसाब से चलना पसंद नहीं था| वो अपने पापा के अलावा किसी दूसरे की बात नहीं मानती थी| ये बात वरुण भी अच्छे से जानता था| इस वजह से उसने वान्या के ईगो के साथ खेलने का सोचा। वरुण ने वापस लौटने के लिए एक शर्त रख दी| वान्या को पहले बहुत गुस्सा आया लेकिन उसके पास शर्त मानने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं था|
वान्या – पता है मुझे, तुम ये सब कुछ मुझसे बदला लेने के लिए कर रहे हो| खैर, शर्त क्या है तुम्हारी?
वरुण (मुस्कुराते हुए) – तो मेरी शर्त है कि आप को मुस्कुराना होगा| कितनी प्यारी शर्त है न? आज के बाद आप कभी भी मेरे साथ ऊँची आवाज में बात नहीं करेंगी। आप जब मेरे साथ होंगी तो हमेशा मुस्कुरा कर ही बात करेंगी। अगर आप को शर्त मंज़ूर है तो ठीक है, वरना...
वान्या का वरुण की शर्त सुनकर पारा चढ़ गया| वो गुस्से में अपना हाथ मसलने लगी| वो खुद को ज्यादा देर रोक नहीं पायी और फट पड़ी,
वान्या (ऊँची आवाज में) – मैं तुमसे मुस्कुराकर बात करुँगी? सपने में भी नहीं| तुम उस लायक हो ही नहीं| तुम्हें वापस आने का मौका क्या दे रही हूँ तुम तो मेरे सिर पर चढ़ रहे हो? सुनो, वान्या रायज़ादा ऐसी शर्तों के आगे झुकेगी नहीं।
वरुण – तो फिर रहने देते हैं, मैं नहीं आ रहा| ढूंढ लो कोई और.. वो भी मेरे जैसा.. अगर आप को किसी की बात सुनना पसंद नहीं है तो मुझे भी किसी की ऊँची आवाज़ सुनना पसंद नहीं है| मैंने तो अपनी शर्त बता दी| अगर आप मानने के लिए रेडी हैं तो मैं अभी दौड़ कर आ जाऊंगा। मुझे आप के घर में काम ना करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा| बहुत नौकरियां हैं दुनिया में। समझीं madam Vanya Raizada?
वान्या वरुण की बातें सुनकर हैरान थी लेकिन वो कुछ नहीं कर सकती थी| उसने अपने पापा की ओर देखा और फोन पर वरुण को जवाब दिया,
वान्या (गुस्से को कंट्रोल करते हुए) – ठीक है वरुण, आज के बाद मैं कभी भी तुमसे ऊँची आवाज़ में बात नहीं करुँगी| हमेशा तुमसे हँसते हुए बात करुँगी| मेरे मुंह में जितने दांत हैं तुम्हें सब दिखाऊँगी। ठीक है? अब जल्दी से हॉस्पिटल आ जाओ| पापा wants to meet you.
वरुण की finally जीत हुई। वो बिना समय बर्बाद किये हॉस्पिटल पहुँच गया। वान्या शर्त न भी मानती, तब भी वरुण Mister Raizada के लिए लौट आता लेकिन वरुण को लगा कि एक दांव तो खेल ही लेना चाहिए। Mister Raizada वरुण को देख कर बहुत खुश थे, वो अब उनके बेटे जैसा हो गया था। यह पहली बार था जब किसी ने Mister Raizada का दिल इतने कम दिनों में ही जीत लिया हो।
Mister Raizada – बार-बार जॉब छोड़ कर क्यों चले जाते हो? तुम्हें पता है न कि मुझे तुम्हारी आदत पड़ गई है? अगर जाना ही है तो मेरे दिल में खटास पैदा कर के जाना, ताकि मैं तुम्हें याद न करूँ।
वरुण (मुस्कुराते हुए) – सब लोग अगर प्यार से बात करेंगे तो आज के बाद कभी भी छोड़ कर नहीं जाऊंगा आपको।
वरुण ने वान्या पर तंज कसते हुए कहा| वान्या उसको गुस्से में देख रही थी| वो खुद को रोक नहीं पायी और वरुण पर तंज कसते हुए बोली,
वान्या (तंज कसते हुए) - प्यार से बात करने के लिए पहले लायक बनना पड़ता है| पापा, लोग जिस चीज़ के काबिल नहीं होते, उसी चीज़ की उम्मीद कर बैठते हैं।
वरुण वान्या को घूरने लगा| वान्या को एहसास हुआ कि उसने गलत बोल दिया| उसने अपने चेहरे पर झूठी मुस्कान सजाई और बोली,
वान्या (मुस्कुराते हुए) – अरे मैं तो मज़ाक कर रही थी| मैं कह रही थी कि हमें वापस घर चलना चाहिए| मुझे हॉस्पिटल में अच्छी vibe नहीं आ रही और पापा, अब तो आप अपने लाडले से मिलकर फ्रेश भी लग रहे हैं। मैं डॉक्टर से बात कर के आती हूँ।
वान्या डॉक्टर से डिस्चार्ज की बात करने गई और कुछ ही देर में वो लोग घर के लिए निकल गए। घर पहुँचकर वरुण ने Mister Raizada को बेड पर लिटा दिया और दूसरे काम में लग गया। तभी वान्या अपने पापा के पास आकार बैठ गई। इस दौरान वो वरुण को avoid कर रही थी क्योंकि उसके लिए वरुण को देखकर smile करना बहुत मुश्किल हो रहा था| वरुण समझ गया था कि वान्या जानबूझ कर उससे नजरें नहीं मिला रही है। उसी वक्त वरुण के हाथ से सारी दवाइयां गिर गयी और जमीन पर बिखर गयी| वान्या से रहा नहीं गया और वो अपनी आदत से मजबूर होकर वरुण को डांटने लगी,
वान्या (डांटते हुए) – एक काम ढंग से नहीं होता| देखो, सारी दवाइयां गिरा दी| अब सब समेटो और ध्यान से, इधर की उधर मत कर देना।
वरुण दवाइयां इकट्ठा कर ही रहा था तभी वान्या की बात सुनकर उसे वापस घूरने लगा| वान्या ने तुरंत अपनी tone change की और दोबारा बोली,
वान्या (softly) – कभी-कभी गलती हो जाती है| मुझ से भी कई बार office में files गिर जाती हैं फिर ये तो छोटी-छोटी दवाइयां हैं। कोई बात नहीं वरुण। Take your time.
Mister Raizada, वान्या में अचानक से आये बदलाव को देखकर हैरान हो गए| वो समझ गए कि वान्या और वरुण में कोई खिचड़ी पकी है जिसकी वजह से वान्या के सुर बदले हैं। Mister Raizada इशारे से वरुण से पूछने लगे कि उसने वान्या पर क्या जादू किया है| वरुण उनको देखकर मुस्कुराने लगा| कुछ देर बाद वान्या ऑफिस चली गयी| Mister Raizada ने वरुण से वान्या के बर्ताव में आये बदलाव के बारे में पूछा,
Mister Raizada – वरुण, ये चमत्कार कैसे हुआ? जो लड़की कल तक चिल्ला कर बात कर रही थी वो आज अचानक से इतनी धीमी आवाज में कैसे बोल रही है? तुमने कुछ कहा क्या उसे? मुझे भी बताओ अपना secret।
वरुण (हँसते हुए) – जब आप हॉस्पिटल में एडमिट हुए तब वान्या जी ने मुझे कॉल कर के वापस बुलाया था| बस फिर मैंने उनके सामने एक शर्त रख दी कि उन्हें अब मेरे साथ हँसकर ही बात करनी होगी… तभी मैं वापस लौटूंगा| उनके पास मेरी शर्त मानने के अलावा और कोई option नहीं था| फिर उनके अंदर ये बदलाव आ गया| वो आपसे बहुत प्यार करती हैं सर। इतना कि आपके लिए वो अपना ego भी side में रख सकती हैं।
Mister Raizada को ये सुनकर अच्छा लगा। वरुण के साथ Mister Raizada की दोस्ती बढ़ती गई और अक्सर दोनों घंटों तक इधर उधर की बातें करते रहते थे। दूसरी ओर वान्या वरुण की शर्त की वजह से परेशान थी लेकिन वो ये परेशानी सहने के लिए तैयार थी क्योंकि इस शर्त की वजह से उसके पापा खुश थे| वो अपने पापा की खुशी के बारे में सोचकर मुस्कुराने लगी। तभी उसका assistant केबिन में आया और पूछने लगा, “वान्या मैम, आपके चेहरे पर मुस्कान? लगता है कोई खुशखबरी है| मुझे भी बताईए न, क्या हुआ है?”
वान्या उसे घूरने लगी और सीरियस होकर बोली,
वान्या (सीरियसली) – तुम मेरे assistant हो तो वही बन कर रहो| मेरा फ्रेंड बनने की कोशिश मत करो| अभी छोड़ रही हूँ लेकिन आज के बाद ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए| By the way, किस काम के लिए आये थे ये बताओ?
assistant के चेहरे का रंग फीका पड़ गया| वो मन ही मन सोचने लगा कि उसकी बॉस कितनी खड़ूस है जो उसके साथ दो मिनट के लिए भी मजाक नहीं कर सकते| assistant ने उदास मन से कहा, “सॉरी मैम, गलती हो गयी| आगे से ध्यान रखूँगा| मैं कहने आया था कि कोई moon mart company के owner आप के साथ मीटिंग करना चाहते है| वो कल शाम की appointment चाहते हैं|”
वान्या moon mart company का नाम सुन कर सोच में पड़ गयी| उसने आज से पहले कभी भी ऐसी किसी कंपनी का नाम नहीं सुना था| वो सोचते हुए बोली,
वान्या – Moon mart company के बारे में तो मैं कभी नहीं सुना| तुम एक काम करो उन्हें मीटिंग के लिए बुला लो| क्या पता कोई नया startup हो जिसे funding की जरूरत हो? एक बार मिल लेती हूँ, फिर देखते है कि क्या होता है? तुम उन्हें कल शाम की appointment दे दो|
वान्या ने मून मार्ट के बारे में रिसर्च करना शुरू किया लेकिन उसे कहीं भी इस कंपनी का नाम नहीं दिखायी दिया| उसे डाउट हुआ कि moon mart नाम की कंपनी registered नहीं है| वो ज्यादा इस बारे में research करना चाहती थी लेकिन वो दूसरे काम में बिज़ी हो गयी| रात को घर पहुँचने के बाद वो अपने पापा के पास गयी| उसने अपने पापा को moon mart company के बारे में बताया| Mister Raizada ने कहा,
Mister Raizada – हो सकता है moon mart company अभी कुछ दिनों पहले ही बनी हो और अभी तक register ना हुई हो| मैं भी कई सारे ऐसे लोगों से मिला हूँ जिनकी कंपनी का कोई नामो-निशान नहीं होता लेकिन उनका business model अच्छा होता है| तुम्हें उनसे मिलकर समझ आए तो बात आगे बढ़ाना, वरना जाने देना।
वान्या ने ऐसा ही करने का सोचा| अगले दिन शाम को मीटिंग का टाइम हो गया था| वान्या अपने केबिन में moon mart के owner का वेट कर रही थी| तभी अचानक से ऑफिस में कई सारे bodyguard enter हुए| सब के हाथ में गन थी| उन सब के बीच राहुल oberoi office में आया| मून मार्ट actual में कोई कंपनी नहीं थी| राहुल ने वान्या से मिलने के लिए साजिश रची थी। अगर वो अपने नाम से appointment लेता तो वान्या कभी भी उससे मिलने के लिए तैयार नहीं होती, इसलिए उसने फर्जी कंपनी के नाम से appointment ली| पिछली बार वान्या ने कॉल पर उसकी बेइज्जती की थी, राहुल उसी का बदला लेने के लिए उससे मिलने आया था| राहुल oberoi को office में देख कर सभी employee हैरान हो गए| राहुल oberoi एक बहुत बड़ा नाम था| वो ज्यादातर अपनी करतूतों की वजह से बदनाम था लेकिन फिर भी कुछ लोग उसे उसकी business skills की वजह से अपना ideal मानते थे| Office के कुछ employees राहुल के पास आये और उसके साथ selfie लेने लगे| उन लोगों ने राहुल का autograph भी लिया| राहुल को एक बात तो समझ आ गयी थी कि वान्या की कंपनी में भी उसके फैंस हैं। वान्या का assistant फ़ौरन वान्या के केबिन में उसे राहुल के बारे में inform करने पहुंचा| वान्या उस वक्त अपने पापा के साथ फ़ोन पर बात कर रही थी| assistant को देखकर वान्या ने उसको डांट कर बाहर भेज दिया| assistant मन ही मन सोचने लगा कि आज office में कुछ घमासान होने वाला है| वहीं वान्या अभी तक इस बात से अंजान है।
क्या होगा जब वान्या का सामना राहुल oberoi के साथ होगा? राहुल वान्या के office में किस मकसद से आया है?
जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
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