"नीना को अरेस्ट करना सरकार को भारी पड़ गया। नीना की गिरफ़्तारी के बाद लोग मान चुके थे कि आरव के साथियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। फिर लोग भड़क उठे, और सरकार को नीना को छोड़ना पड़ा।"

"इसी बीच, कनेक्ट मी के सीईओ, डेमियन क्लार्क, ने इस मौके का फायदा उठाने का प्लान बनाया। नीना को छोड़ने की खबर जैसे ही उसे मिली, उसने तुरंत रोते हुए एक वीडियो अपनी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।"

क्लार्क : "'मुझे अभी-अभी पता चला कि नीना जी को अरेस्ट कर लिया गया है। मुझे लग रहा है कि ये देश अब रहने लायक नहीं बचा है। सुनने में तो ये भी आया है कि आरव के साथियों को एक-एक करके मारा जा रहा है। मुझे भी डर लग रहा है। मेरी आपसे केवल यही विनती है, मैं कल रहूं या ना रहूं, आरव के साथ जो मैंने कनेक्ट मी का सपना देखा था, उसे कभी डूबने मत देना।'"

"इस वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर #SaveNina के साथ पोस्ट किया था। लोगों को लगा कि कनेक्ट मी को बड़ा बनाना आरव का सपना था, बस फिर क्या था, लोगों ने #ConnectMeDownload का ट्रेंड शुरू कर दिया। और देखते ही देखते अगले 24 घंटों में कनेक्ट मी को 12 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया।"

"वो लोग, जिनको फोन चलाना भी नहीं आता था, वो दूसरों से अपने फोन पर कनेक्ट मी डाउनलोड करवा कर अकाउंट बनवा रहे थे, वो भी केवल आरव के लिए। क्लार्क का प्लान सफल हो गया। बहती गंगा में हाथ धोकर क्लार्क ने अपने गिरते बिज़नेस को वापस बचा लिया। इसके बाद, क्लार्क ने एक और प्लान बनाया। उसने नीना के साथ एक फोटो पोस्ट की जिसमें उन्होंने वही विक्ट्री साइन बनाया, जो आरव बनाया करता था। और इस फोटो को #WeWithAarav के साथ सभी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।"

"सारे सोशल मीडिया को एक मान लिया जाए तो उनकी इस पोस्ट पर 12 बिलियन लाइक्स आए थे। नीना को लगा कि उसे आरव से मिलने अस्पताल जाना चाहिए, इसलिए वो क्लार्क के साथ सीधे अस्पताल पहुंच गईं।"

"इस बीच, पुलिस हमले की जांच को आगे बढ़ा रही थी। घटनास्थल को हर एंगल से देखा गया, पर उन्हें कोई ठोस सुराग नहीं मिला। उस दिन की भगदड़ के कारण सबूत इकट्ठा करना बेहद मुश्किल हो गया था। पुलिस के पास अभी तक कोई आई विटनेस्स नहीं था, जिसने हमले को होते देखा हो। जांच की गति धीमी होती जा रही थी, और पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा था। हर तरफ से सवाल उठाए जा रहे थे कि पुलिस आखिर कर क्या रही है।"

"इधर, आरव के समर्थकों ने अपनी प्राइवेट इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया और जनता से अपील की कि उस दिन की सारी वीडियो फुटेज को #इंकलाब  के साथ शेयर करें। जैसे ही ये बात पुलिस को पता चली, वो भी #इंकलाब के साथ पोस्ट की जाने वाली सारी वीडियो में सबूत ढूंढने लगे।"

"पुलिस के साथ सबसे बड़ी प्रॉब्लम ये थी कि उन्हें आरव के समर्थकों से पहले कोई एविडेंस ढूँढना था। वरना पुलिस की जांच पर सवाल उठ जाता। कुछ ही समय बाद आरव के समर्थकों को एक वीडियो मिला, जिसमें उन्हें एक आदमी के हाथ में पिस्टल जैसा कुछ दिखाई दिया। तुरंत ही श्रेया ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।"

श्रेया : "'अभी-अभी हमें एक वीडियो मिला है, जिसमें हमें एक आदमी के हाथ में कुछ दिखाई दे रहा है। हमें शक है कि ये एक हथियार है। अगर आप इस जगह के आस-पास थे और आपके पास कोई भी वीडियो है, तो कृपया मुझे टैग करें। आपकी एक छोटी सी मदद आरव के हमलावरों को बहुत जल्द पकड़वा सकती है।'"

"श्रेया का ये वीडियो तुरंत ही वायरल हो गया। अब लोग हर वीडियो में श्रेया को टैग करने लगे, इससे श्रेया को सही वीडियो मिलना बहुत ही मुश्किल हो गया, साथ ही ओरिजिनल वीडियो की जगह फेक वीडियो बहुत ज्यादा बढ़ गए।"

"दूसरी तरफ, नीना और क्लार्क भी अस्पताल पहुँच गए थे, जहाँ मीडिया ने उन्हें घेर लिया।"

नीना: "'आप सभी को पता है कि मुझे केवल आवाज उठाने के कारण अरेस्ट कर लिया गया। मैं केवल आरव की सलामती चाहती हूँ। उसके कारण ही मैं आज यहाँ तक पहुँची हूँ। अगर वो मेरा साथ नहीं देता...'"

"ऐसा कहते हुए नीना रोने लगी। नीना ने अपना काम पूरा कर दिया था, उसके इस वीडियो ने उसे देश के सभी लोगों की सिम्पेथी दिला दी और #WeWithNina ट्रेंड करने लगा। फिर नीना हॉस्पिटल के अंदर चली गई।"

"पर पुलिस ने डेमियन क्लार्क को अंदर जाने से रोक दिया।"

क्लार्क: "'अरे! आरव मुझे अच्छे से जानता था, आप मुझे क्यों नहीं अंदर जाने दे रहे?'"

"क्लार्क ने बहुत कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे अंदर नहीं जाने दिया, जिससे क्लार्क गुस्से में वहां से चल दिया।"

"इधर, पुलिस भी उस आदमी को तलाश रही थी, जिसके हाथ में गन थी। पर उस व्यक्ति का चेहरा वीडियो में नहीं आ रहा था, बस केवल एक हाथ दिख रहा था और एक गन। वीडियो भी साफ नहीं था, वो गन असली है या नकली, यह भी वीडियो देखकर नहीं बताया जा सकता था।"

"नीना ने अस्पताल के अंदर चुपके से डॉक्टर का वीडियो बना लिया था, जिसमें डॉक्टर कह रहा था, 'अगले 24 घंटे आरव के लिए बेहद नाजुक हैं। हमें उम्मीद है कि वह इससे उबर जाएगा, लेकिन स्थिति बहुत ही संवेदनशील है।' और इसे अपने अकाउंट से पोस्ट कर दिया। लोगों को लगा कि आरव की सही जानकारी नीना से ही मिल पाएगी, और उन्होंने नीना को फॉलो करना शुरू कर दिया।"

"इसके बाद, नीना आरव के माता-पिता से मिली।"

नीना : "'अंकल जी, आपको हिम्मत रखनी होगी। आरव बहुत जल्द ठीक हो जाएगा।'"

"ऐसा सुनते ही आरव की माँ रोने लगी। और पीछे एक बेंच पर बैठ गई, और आरव की बचपन की यादों में खो गई। आरव करीब 10 साल का था। एक दिन स्कूल में एक नए लड़के का एडमिशन हुआ, और उस लड़के का रंग सांवले से भी थोड़ा ज्यादा डार्क था। सब बच्चे क्लास में उसे चिढ़ाते थे। एक दिन आरव घर आया और अपनी माँ से कहने लगा—"

आरव : "'मम्मी, पता है आज स्कूल में एक नया लड़का आया है, उसे हर कोई 'कलुआ-कलुआ' कह रहा था। मैंने खूब मना किया पर किसी ने मेरी बात सुनी ही नहीं। एक बार तो मन किया कि सबको सुधार दूं, पर आज मैं रुक गया। पर अगर कल किसी ने उसे कुछ कहा तो मैं पक्का सबको सुधार दूंगा।'"

"आरव की बात सुनकर माँ को हंसी आ गई। उन्होंने उससे कहा— 'तुम कैसे सुधारते, दूसरों से लड़ाई करके? माना तुम अपने से कमजोर को हरा देते, पर अगर कोई तुमसे ज्यादा ताकतवर आ जाता तो वो तुम्हें पीट देता।'"

आरव: "'ऐसे कैसे पीट देता, मैं उससे ज्यादा ताकतवर बनकर उसे पीटता।'"

"आरव की बातें सुनकर माँ ने उसे खींचकर अपनी गोद में बिठा लिया। और बोली— 'ऐसे तो कभी भी लड़ाई खत्म ही नहीं होगी। देखो, हर किसी की एक खासियत होती है। जैसे तुम्हारी है कि तुम बहुत बोलते हो, ऐसे दूसरों की होगी। ऐसे में कोई अगर तुमसे बात करने का कॉम्पिटिशन करेगा तो वो हार जाएगा, लेकिन अगर तुम किसी से खाने का कॉम्पिटिशन करोगे तो तुम हार जाओगे, तो बताओ ऐसे में क्या करना चाहिए?'"

आरव: "'फिर मैं खाना खाने का कॉम्पिटिशन क्यों करूंगा? मैंने उससे बातों का ही कॉम्पिटिशन करूंगा।'"

"आरव की माँ ने उसके गालों को दोनों हाथों से पकड़ लिया और बोली— 'और अगर कोई जबरदस्ती तुमसे खाने का कॉम्पिटिशन करना चाहे तो?'"

आरव: "'तो भी मैं नहीं करूंगा।'"

" 'कुछ समझे?' आरव की माँ ने कहा।"

आरव: "'नहीं।'"

"अरे, वो काला है तो वो रंग में कॉम्पिटिशन नहीं कर सकता, और तुम उसका हमेशा साथ भी नहीं दे सकते। पर वो किसी चीज़ में तो तेज़ होगा, जैसे गणित या विज्ञान। माँ बोल ही रही थी तभी— आरव ने उनकी बात को काट दिया।"

आरव: "'हाँ, वो गणित में बहुत तेज़ है। पता है, वो बड़ी क्लास के सवाल भी हल कर देता है। वो टीचर के पूछने से पहले ही जवाब बता देता है।'"

"आरव की बात सुनकर माँ मुस्कुराई और बोली— 'तो ऐसा करना, उसको बोलना कि अगर कोई उसे चिढ़ाए, तो वो उनसे गणित में कॉम्पिटिशन करने को कहे। इससे सामने वाला फिर उसे नहीं चिढ़ा पाएगा।'"

आरव: "'क्या बात है, मम्मी। ये बात तो बिलकुल सही है। पता है, मैथ के पीरियड में पूरी क्लास उसे घूर-घूर कर देख रही थी। सभी को पता है वो मैथ में कितना तेज़ है। उससे कोई मैथ में नहीं भिड़ना चाहेगा। देखना, कल सुबह ही मैं उसको ये बताता हूँ।'"

"अगले दिन शाम होते ही आरव दौड़ते हुए घर आया।"

आरव: "'मम्मी! मम्मी, मम्मी...!'"

"'क्या हुआ? इतना क्यों शोर मचा रहे हो?' - आरव की माँ किचन से निकलते हुए बोली।"

आरव: "'मम्मी, आज उस लड़के को किसी ने नहीं चिढ़ाया। जैसे ही कोई उससे कुछ बोलता, वो मैथ की बात शुरू कर देता। फिर सब चुप हो जाते।'"

"'मैंने कहा था ना,' उसकी माँ ने कहा। उसके बाद, उसकी माँ की आँखों के सामने एक और इंसिडेंट चलने लगा। एक बार कॉलेज में आरव की टीम और दूसरे कॉलेज की टीम क्रिकेट मैच खेल रही थी। तभी एक लड़के ने आरव को गाली दी। और वो गाली स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गई।"

"अचानक से सभी शांत हो गए। सबको लगा कि आरव गुस्से में उस लड़के को पीट देगा। पर आरव उस लड़के के पास गया और बोला—"

आरव: "'पता है, ये गाली तुमने गुस्से में दी है। और तुम गुस्से में इसलिए हो क्योंकि तुम्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि मैच कैसे जीता जाए। देखो, मैच जीतने के लिए प्रैक्टिस के साथ किस्मत का भी साथ चाहिए। जीतना-हारना तो लगा ही रहता है, गुस्सा करने की कोई ज़रूरत नहीं है।'"

"ऐसा कहते हुए आरव ने उस लड़के को गले लगा लिया। उस लड़के को अपनी गलती का एहसास हुआ, और उसने माफी मांगी। बस फिर, पूरे स्टेडियम में 'आरव-आरव' गूंजने लगा।"

"ये याद करते हुए माँ की आँखों से आँसू गिरने लगे। माँ को रोते देख, नीना माँ के पास जाकर बोली—"

नीना: "'आंटी जी, रोइए मत। अगर आरव यहाँ होता, तो क्या वो आपको रोने देता? बताइए, जब वो उठेगा और उसे पता चलेगा कि मेरे होते हुए भी आप रो रही थीं, तो वो क्या कहेगा? प्लीज, हिम्मत रखिए। देखिए, पूरा देश आपके साथ है। आप बस हिम्मत रखिए, आरव बहुत जल्द ठीक हो जाएगा।'"

"इस बीच, क्लार्क गुस्से में अपने ऑफिस पहुंच गया था। उसे लग रहा था कि पुलिसवालों ने पूरी दुनिया के सामने उसकी बेइज्जती कर दी थी।"

क्लार्क: "'अगर कनेक्ट मी नहीं होता, तो क्या आरव इतना बड़ा हो जाता? ये कनेक्ट मी ही था जिसने आरव को इतना बड़ा बनाया। अब मैं बताऊंगा कि कनेक्ट मी क्या है!'"

"ऐसा कहते हुए क्लार्क ने ऑफिस की टेबल पर पड़ी फाइल को उठाकर फेंक दिया और स्टाफ की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। जहाँ उसने अपनी टीम को एक आदेश दिया।"

क्लार्क: "'आरव से जुड़ी सभी पोस्ट्स को रोक दो। हमें अफवाहों को फैलने से रोकना है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।'"

“इसके बाद, अचानक से कनेक्ट मी प्लेटफॉर्म पर आरव से जुड़ी सभी पोस्ट बंद हो गईं। इससे सबसे ज्यादा नुकसान श्रेया को हुआ, क्योंकि आरव के हमलावरों को पकड़ने के लिए जो अजेंडा उसने चलाया था वो पूरा नहीं हुआ। अचानक से श्रेया के पास नयी वीडियो आना बंद हो गई।” 

"क्या श्रेया समझ पाएगी क्या हुआ? या क्लार्क अपनी पॉवर दिखाने में सफल हो जाएगा? 

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