"अचानक से कनेक्ट मी प्लेटफॉर्म पर आरव से जुड़ी सभी पोस्ट बंद हो गईं। इससे श्रेया की इन्वेस्टिगेशन रुक गई क्योंकि श्रेया के पास नई वीडियो आना बंद हो गई। लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है? लोग लगातार पोस्ट कर रहे थे, लेकिन अचानक से आरव से जुड़े सभी हैशटैग ट्रेंड से बाहर हो गए।"
"इधर नीना कपूर हॉस्पिटल से निकल कर बाहर आई। मीडिया की टीम ने नीना को घेर लिया और एक-एक करके सवाल दागने शुरू कर दिए। हर न्यूज़ चैनल पर इस समय नीना ही दिख रही थी, और साथ में उसका वीडियो भी चल रहा था जो उसने चुपके से हॉस्पिटल में रिकॉर्ड किया था।"
नीना: "'देखिए, हम सब आरव के लिए चिंतित हैं। लेकिन हमें अफवाहों को फैलने से रोकना है। ये बात सच है कि आरव की हालत गंभीर है, लेकिन डॉक्टर अपनी ओर से उसे बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आप उन डॉक्टर्स के बारे में भी सोचिए, जो दिन-रात लगकर उसे जल्द से जल्द ठीक करने में लगे हैं। हमें शांति से काम लेना होगा और ईश्वर से प्रार्थना करनी होगी कि वे जल्द से जल्द आरव को ठीक कर दें। साथ ही उनके माता-पिता को हिम्मत और हौसला दें। मैं उनसे मिली और उनकी मम्मी रो रही थीं।'"
"ऐसा कहते हुए नीना लाइव कैमरे में रोने लगी और वहाँ से चल दी। नीना अपना काम पूरा कर चुकी थी। पिछले 24 घंटे में दो बार वो लाइव कैमरे पर पूरे देश की सहानुभूति ले चुकी थी। अब सारे सोशल मीडिया पर #StayStrongNina ट्रेंड करने लगा।"
"आरव के कुछ करीबी समर्थक इंटरनेट पर पोस्ट हुए सभी वीडियो को देखते जा रहे थे, पर फेक वीडियोज़ ने उनकी मुश्किल बढ़ा दी थी। हर कोई इस समय का उपयोग करना चाहता था। सभी चाहते थे कि उनके फॉलोवर बढ़ जाएँ, इसलिए वे असली वीडियो बता कर ए.आई. जनरेटेड वीडियो पोस्ट कर रहे थे। पर अचानक से आरव का नाम हर पोस्ट में यूज करने के कारण उनकी प्रोफाइल की रीच खत्म हो गई।"
"तब लोगों को कनेक्ट मी पर कुछ शक हुआ, क्योंकि अचानक से कुछ लोगों के अकाउंट बैन हो गए।"
"नीना भी आरव के हैशटैग के साथ पोस्ट डाल रही थी, और उसका अकाउंट ही शैडोबैन हो गया। नीना को क्लार्क का खेल समझ आ गया। उसने इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और एक प्लान बनाया।"
"दरअसल, कनेक्ट मी के बाद अगर किसी का सोशल मीडिया प्लेटफार्म आता था, तो वो नीना का वेव था। उसने वेव को नंबर वन बनाने की हर संभव कोशिश की थी, पर वो कभी भी नंबर वन नहीं बन सकी। आज उसके पास वो मौका था जिसकी उसे तलाश थी, पर क्लार्क के साथ सीधे जंग लड़ने पर वेव पूरी तरह खत्म भी हो सकता था, क्योंकि क्लार्क के सब्सक्राइबर वेव से बहुत ज्यादा थे।"
"तभी नीना ने क्लार्क की एक डीप फेक वीडियो बनाई, जिसमें क्लार्क का चेहरा साफ-साफ दिखाई नहीं दे रहा था, पर उसकी आवाज़ साफ सुनाई दे रही थी और उसमें क्लार्क बोल रहा था—"
क्लार्क : "'सुनो, आरव के दिन पूरे हो चुके हैं। मुझे नहीं लगता कि वो जिंदा बच पाएगा और उसके बाद कनेक्ट मी पर अचानक से पोस्टिंग्स बंद हो जाएँगी, इससे नुकसान बहुत ज्यादा होगा। ऐसा करो, पोस्ट को रोकना शुरू करो। 10 पोस्ट में से केवल एक पोस्ट ही दिखनी चाहिए, और अगर कोई एक दिन में 50 से ज्यादा पोस्ट करे, तो उसका अकाउंट बैन कर दो। ये आज रात तक हो जाना चाहिए, कल सुबह से मुझे आरव से जुड़े पोस्ट नहीं दिखने चाहिए, समझ गए।'"
"ये वीडियो कुछ इस तरह से बनाया गया था कि ऐसा लगे कि क्लार्क किसी को फ़ोन पर इंस्ट्रक्शन दे रहा है। नीना ने इस वीडियो को एक फेक अकाउंट बनाकर शेयर कर दिया और कोड में थोड़े से चेंज कर दिए, ताकि ये वीडियो हर व्यक्ति की प्रोफाइल तक पहुँच सके।"
"इस वीडियो को रात के समय 8 बजे के लिए शेड्यूल कर दिया गया। बस फिर क्या था, लोगों ने इस वीडियो में मिर्च-मसाला लगाकर कनेक्ट मी के खिलाफ कैंपेन शुरू कर दिया। नीना का ये तीर भी पूरे निशाने पर लगा और अगले दिन की दोपहर तक हर कोई कनेक्ट मी के खिलाफ हो गया। लोग लगातार कनेक्ट मी को डिलीट करने लगे और वेव को डाउनलोड करने लगे।"
"क्लार्क को समझ ही नहीं आ रहा था कि इतनी बड़ी चाल कौन चल सकता है। पर क्लार्क को इस मामले को पूरी तरह से दबाना था, इसलिए उसने सीधे ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें क्लार्क ने कहा—"
क्लार्क : "'देखिए, पहले मैं आपको क्लियर कर दूँ कि ये वीडियो पूरी तरह नकली है। इस वीडियो में जो व्यक्ति दिख रहा है वो ए.आई. से बनाया हुआ है, और कनेक्ट मी शुरू से ही आरव के साथ खड़ा है। ये बात मैं बताना नहीं चाहता था पर अब बात इतनी बढ़ गई है, तो बता देता हूँ कि हम आरव के साथ ऑफिशली जुड़ रहे थे। हमारी बात पूरी हो चुकी थी और वो हमारा ब्रांड एम्बेसडर बनने जा रहा था। अगर उस के साथ अनहोनी नहीं हुई होती तो आज मैं नहीं, वो यहाँ खड़ा होता। वैसे भी हम दोनों के विचार बिलकुल मिलते हैं, हम दोनों ही करप्शन को खत्म करना चाहते हैं, इसलिए हम मिलकर काम करने वाले थे।'"
"इसी बीच, वहाँ मौजूद एक रिपोर्टर ने क्लार्क से सवाल किया— 'इसका कोई सबूत भी है? या ये सारी बातें अपने मन से बना रहे हो?'"
क्लार्क: "'देखिए, मैं आपको डाक्यूमेंट्स तो नहीं दिखा सकता, पर हाँ, ये वीडियो है, जिसमें हम दोनों सामने वाले ऑफिस में बैठकर बात कर रहे थे।'"
"क्लार्क ने एक वीडियो प्रेजेंटेशन चालू कर दिया, जिसमें आरव और क्लार्क हाथ मिला रहे थे। ये वही वीडियो था जब क्लार्क ने आरव को अपने ऑफिस में इन्वाइट किया था। तभी एक रिपोर्टर बोल उठा— 'पर ये जो अकाउंट शैडो बैन हो रहे हैं, उनका क्या, मैंने पोस्ट की थी, लेकिन किसी को नोटिफिकेशन ही नहीं गयी, ऐसे तो किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा?'"
क्लार्क: "'देखिए, ये भी एक अफवाह है। चलिए, अपना मोबाइल निकालिए।'"
"ऐसा सुनकर रिपोर्टर ने अपना मोबाइल निकाल लिया।"
क्लार्क: "'अब अपना आईडी बताइए।'"
"रिपोर्टर ने अपनी आईडी बताई— 'सुरेश013'।"
क्लार्क: "'अब सभी कनेक्ट मी को ओपन करके सुरेश013 को फॉलो कर लीजिए। इन्होने अभी कनेक्ट मी पर जो आरोप लगाए है वो आप सभी ने सुन लिए है। इन्होने भी वही कहा है जो लोग कह रहे हैं कि आरव के हैशटैग के साथ पोस्ट शैडो बैन हो रही हैं, तो सुरेश जी एक पोस्ट करेंगें आरव के हैशटैग के साथ। करिए सुरेश जी।'"
"सुरेश ने तुरंत ही आरव के हैशटैग के साथ एक पोस्ट शेयर की। तब तक सभी लोग सुरेश को फॉलो कर चुके थे। सुरेश के पोस्ट करते ही, अचानक से सभी के मोबाइल में नोटिफिकेशन आने लगे।"
क्लार्क: "'अब बात ऐसी है कि कुछ लोग आरव के नाम का उपयोग करके अपने फॉलोवर बढ़ाना चाहते हैं, ताकि वे सोशल मीडिया पर फेमस हो सकें। पर जब लोगों ने उन्हें फॉलो नहीं किया, तो उन्हें लगा कि उनका अकाउंट शैडो बैन हो चुका है। ऐसे लोग जब खुद आगे नहीं बढ़ पाते तो दूसरों पर कीचड़ उछालते हैं। 'देखिए, किसी पोस्ट के नोटिफिकेशन के पीछे अनेकों कारण होते हैं—जैसे इंटरनेट स्पीड, मोबाइल का प्रोसेसर—पर लोग इन सब बातों को समझे बिना कुछ भी बोलते रहते हैं। वैसे, आप मुझसे इतनी बातें पूछते रहते हैं। आज तक उस जगह से कोई भी पोस्ट आया है, जहाँ आरव को गोली लगी थी? हिम्मत है तो एक बार उनसे भी पूछिए।'"
"ऐसा कहते हुए क्लार्क वहाँ से चल दिया। पर तब तक कनेक्ट मी को काफी नुकसान पहुँच चुका था। क्लार्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने हाथ तो साफ कर लिए थे, पर तब तक 35 लाख लोग कनेक्ट मी को अनइंस्टॉल कर चुके थे।"
"नीना को भी अपना प्लान फेल होता हुआ नजर आया, क्योंकि उसे क्लार्क से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वो सीधे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लेगा। अगर क्लार्क प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करता, तो अब तक वेव को और भी लोग डाउनलोड कर लेते। वैसे भी, क्लार्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले कोड को सही कर दिया था। इसके कारण आरव से जुड़े हैशटैग फिर से ट्रेंड करने लगे और नीना का प्लान पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाया।"
"पर क्लार्क ने लोगों का ध्यान अपने से हटाकर सरकार पर डाल दिया। अब हर न्यूज़ चैनल पर एक ही सवाल उठ रहा था कि आखिर सरकार ने अभी तक कोई बयान क्यों नहीं दिया। आखिर ऐसा क्या कारण है कि सरकार आरव के बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है? एक न्यूज़ चैनल में एक रिपोर्टर सीधे ही प्रधानमंत्री पर आरोप लगाने लग गया।"
रिपोर्टर : "'प्रधानमंत्री कार्यालय से अभी तक कोई आधिकारिक बयान क्यों नहीं आया है? क्या सरकार इस मामले को जानबूझकर नज़रअंदाज कर रही है? या इन सभी मामलों में खुद प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं? हमें नहीं पता, पर शक की सुई तो उधर ही जाती है, क्योंकि वो आखिरी बार प्रधानमंत्री से ही मिला था। क्या आरव चुनाव लड़ने जा रहा था जो उसे रोक दिया गया?'"
ये कुछ ज्यादा ही हो गया था, फ्रीडम ऑफ़ स्पीच होना सही है, पर बिना फैक्ट्स के आरोप लगाने के लिए चैनल के टेलीकास्ट को रोकने का आदेश कोर्ट ने रात को हो जारी कर दिया। पर इसके बाद पीएमओ ऑफिस में ज्यादा हलचल हो गयी। लोग सोशल मीडिया पर #WhereIsTheGovernment ट्रेंड कराने लगे। लोग सवाल उठा रहे थे कि आखिर इतनी बड़ी घटना पर प्रधानमंत्री या किसी भी सरकारी अधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक बयान क्यों नहीं आया?
प्रधानमंत्री कार्यालय के भीतर भी टेंशन बढ़ रही थी। इसलिए तुरंत ही अधिकारियों की मीटिंग बुलाई गयी। सीनियर ऑफिसर इस बात पर बहस कर रहे थे कि उन्हें इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया देनी चाहिए या नहीं। एक सीनियर अफसर ने कहा कि "अगर हमने कोई बयान जारी किया तो हमें पूरी सच्चाई भी बतानी होगी। अभी तक हमें इस हमले के पीछे के कारणों की पूरी जानकारी नहीं है।" तभी दूसरा ऑफिसर बोला - "लेकिन अगर हम चुप रहते हैं, तो जनता का गुस्सा बढ़ता जाएगा। हमें कुछ न कुछ करना होगा।"
"शाम से शुरू हुई ये बहस रात भर चलती रही, पर कोई नतीजा नहीं निकला। फिर उन लोगों ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालने पर सहमति जताई, और पीएमओ ऑफिस से एक पोस्ट की गई— #GetwellsoonAarav। ये पोस्ट अगले दिन सुबह तक वायरल हो गई।"
"पर लोगों की बहस इस बात पर ज्यादा छिड़ गई कि कोई भी सामने आकर बोलना क्यों नहीं चाहता? आखिर क्या बात है?"
"कनेक्ट मी के नुकसान को देखकर क्लार्क गुस्से से पागल हुए जा रहा था। उसने एक प्लान बनाया ताकि कनेक्ट मी को लोग वापस से डाउनलोड कर सकें।"
"आखिर क्या था क्लार्क का प्लान?
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