भूषण: (अपने आप से) - ‘क्या मंदिरा सिर्फ उनके कहने पर मुझसे मिली थी, क्या वह भी मेरी ज़िंदगी में एक मकसद के साथ आई थी?’

भूषण यह सवाल खुद से पूछ रहा था, लेकिन इस सवाल को पूछने की नौबत आने से पहले भूषण और मंदिरा की ज़िंदगी में कईं मोड़ आने बाकी थे। इसका सबसे पहला मोड़ था, मंदिरा का भूषण और प्रिया की मदद के लिए गेस्ट हाउस से भागकर रिज़ॉर्ट आना। मंदिरा को जब यह बात पता चली कि भूषण और प्रिया रिसोर्ट में हैं, और शायद भूषण राघव के कमरे में होगा, उसका मन बेचैन हो गया। उसे अंदर ही अंदर यह बात परेशान कर रही थी कि कहीं भूषण और प्रिया के साथ कुछ गड़बड़ न हो जाए। बिना समय गंवाए, वह फौरन उनकी मदद के लिए निकल पड़ी। वहीं दूसरी तरफ रिज़ॉर्ट के कमरे में भूषण और प्रिया के बीच बातचीत हो रही थी,  प्रिया ने जब भूषण को जाने के लिए कहा तब भूषण ने उसे समझाते हुए कहा, ‘’देखो, मैं तुम्हें यहां अकेला नहीं छोड़ सकता...अगर किसी ने तुम्हें देख लिया तो बड़ा झमेला हो सकता है...''

 

भूषण प्रिया को समझा ही रहा था कि तभी दरवाजे पर जोरदार दस्तक हुई। दोनों ने एक-दूसरे की ओर देखा। प्रिया ने धीमी आवाज़ में पूछा, “कौन हो सकता है?” भूषण ने उसे शांत रहने का इशारा किया और कहा, ‘’शायद यह लोग चेकिंग करने आए  हैं,  तुम बाथरूम में जाओ और नल खोलकर रखो। आवाज़ से लगेगा कि कोई अंदर है। मैं देखता हूं..''

प्रिया भूषण की बात सुनकर थोड़ा हिचकिचाई और बोली “भूषण, यह सब ठीक नहीं लग रहा, लेकिन अब यही करना होगा।” भूषण ने प्रिया को यकीन दिलाते हुए कहा, ‘’डरो मत, प्रिया, मैं हूं न,''

 

भूषण ने उसे ढांढस बंधाया। प्रिया बाथरूम की ओर बढ़ी, लेकिन उसका दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। भूषण ने दरवाजा खोला तो सामने दो सिक्योरिटी गार्ड्स खड़े थे। उनमें से एक ने सख्ती से पूछा, “तुम यहां क्या कर रहे हो? तुम्हारा कमरा तो बराबर वाला है।” भूषण ने हल्की-सी नकली हंसी के साथ कहा, ‘’भूषण(झिझअरे, मैं बस अपने दोस्त के साथ बातें कर रहा था, कुछ खास नहीं…''

दूसरे गार्ड ने शक भरी नज़रों से कमरे का मुआइना करते हुए कहा, “क्या तुम्हें पता नहीं कि इस कमरे का दरवाजा अंदर से लॉक नहीं किया जा सकता और राघव, जो इस कमरे का गेस्ट है, वह कहां है?” भूषण ने बाथरूम की ओर इशारा करते हुए कहा,''वह ... उसे गर्मी लग रही थी, इसलिए अंदर है...''

भूषण की बात सुनकर गार्ड्स में से एक ने बहुत बेरुखी से कहा, हमें चेकिंग करनी है। हटो.. भूषण थोड़ा सा असहज हुआ, लेकिन उसने खुद को संभालते हुए कहा, ‘’हाँ,हाँ, कीजिए…''

दोनों गार्ड्स कमरे में दाखिल हुए, उन्होंने बाथरूम की ओर इशारा करके आपस में कुछ कहा और फिर बाथरूम का दरवाजा खटखटाया। यह सुनकर प्रिया बाथरूम के अंदर घबरा गई। अंदर से कोई जवाब नहीं आया, एक गार्ड ने पूछा, “राघव, तुम ठीक हो?” अंदर से कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने भूषण की ओर शक भरी निगाहों से देखा, “जब तक यह बाहर नहीं आते, हम यहीं रहेंगे”।  भूषण ने हालात संभालने की कोशिश करते हुए कहा, ‘’देखिए, वह नहा रहे हैं। उन्होंने आज रात बारह बजे से मौनव्रत रखने का फैसला किया है। अब बारह बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं, इसलिए जवाब नहीं दे रहे…''

गार्ड्स को भूषण की बात पर यकीन नहीं हुआ, उनमें से एक ने भूषण की ओर बढ़ते हुए कहा, “तुम कुछ छुपा रहे हो। सच-सच बताओ।” भूषण कुछ कहता, इससे पहले दरवाजे पर तेज कदमों की आहट हुई। मंदिरा वहां पहुंच चुकी थी, उसने आते ही सख्त लहजे में पूछा, ‘’यहां क्या हो रहा है?

मंदिरा को देखकर गार्ड्स हैरान रह गए। भूषण के चेहरे पर पहले हैरानी और फिर राहत के भाव आए। उसने बेचारेपन के साथ कहा, ‘’डॉक्टर, यह लोग चेकिंग कर रहे थे और कह रहे थे कि बाथरूम का दरवाजा तोड़ देंगे…''

 

मंदिरा ने गार्ड्स की ओर गुस्से से देखा और कहा, ‘’क्या? यह क्या बात हुई? अगर गेस्ट नहा रहे हैं तो?

एक गार्ड ने कहा, “मैडम, वह कुछ बोल नहीं रहे हैं, तो हम क्या करें?” मंदिरा ने बाथरूम से आती पानी की आवाज़ की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘’अंदर से पानी गिरने की आवाज़ आ रही है, और दरवाज़ा अंदर से बंद है। तो बस! आप लोग बाकी के कमरों की चेकिंग कीजिए। यहाँ पर वक्त बर्बाद करने की जरूरत नहीं...इस फ्लोर पर सिर्फ दो ही कमरे हैं और आप लोग यहीं अटके हुए हैं... बाहर कुछ गेस्ट झगड़ा कर रहे हैं, उन पर ध्यान दीजिए। जाइए यहाँ से। मैं राघव से बात कर लूंगी…''

 

मंदिरा के तीखे तर्कों ने गार्ड्स को आगे बहस करने का मौका नहीं दिया। वह दोनों वहाँ से चले गए।  उनके जाते ही भूषण ने राहत की सांस ली और कहा, शुक्र है, तुम वक्त पर आ गयी…

 

मंदिरा ने भूषण की तरफ देखा और बस हल्के से अपना सिर हिलाया। फिर मंदिरा ने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया और एक रुतबे के साथ कहा, ‘’बाहर आओ, प्रिया...''

 

प्रिया ने दरवाजा खोला और सहमी हुई बाहर निकली, मंदिरा ने तुरंत उसका कान खींचते हुए कहा, ‘’यह क्या बचपना है? तुम्हें पता भी है कि तुम दोनों ने कितनी बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी थी? तुमने और शौर्य ने क्या सोचा?इस तरह से भूषण पर भी मुसीबत आ सकती थी..और भूषण तुम....  तुमने एक बार भी प्रिया को जाने के लिए नहीं कहा''

 

भूषण और प्रिया मंदिरा की डांट, बिना कुछ कहे सुनते रहे। उसके बाद भूषण ने गहरी सांस लेते हुए मंदिरा की ओर देखा। उसकी आंखों में चिंता और सवाल दोनों साफ झलक रहे थे, उसने हल्की आवाज़ में पूछा, ‘’राघव और विराज कहां हैं?''

 

मंदिरा ने पल भर के लिए रुककर उसकी तरफ देखा और  कहा, ‘’वे दोनों मेरे गेस्टहाउस में हैं…''

 

इतना कहते ही उसने प्रिया की ओर देखा और फिर भूषण की ओर देखते हुए कहा, ‘’शौर्य भी वहीं है, तो तुम्हें मेरे साथ चलना होगा... और भूषण, तुम भी...''

 

मंदिरा की बात सुनकर भूषण के माथे पर शिकन उभर आई, उसने हिचकिचाते हुए कहा, ‘’मैं? मैं मगर कैसे..रिज़ॉर्ट के rules में लिखा है कि मैं कहीं नहीं जा सकता..''

मंदिरा(बीच में टोकते हुए)- तुम यहां रहोगे, तो परेशानी और बढ़ सकती है। राघव और विराज को मैं अकेला नहीं छोड़ सकती। अगर मैं उनके साथ रहूंगी, तो कम से कम यह कह सकते हैं कि यह सब एक नार्मल थेरेपी सेशन के लिए हो रहा है, और अगर तुम भी साथ रहोगे, तो और बेहतर होगा, बाहर जाकर session बेहतर होते हैं.. इससे environment बदलता है…

भूषण ने असमंजस में सिर हिलाया, फिर कुछ सोचते हुए कहा, ‘’यह थोड़ा, लेकिन अजीब लगेगा।  मेरा मतलब है, आप लोग सब एक-दूसरे को पहले से जानते हो..''

 

मंदिरा ने उसकी ओर आत्मविश्वास भरी नजरों से देखा और मुस्कुराते हुए कहा, ‘’अजीब? बिल्कुल नहीं, कभी-कभी हमें अपनी problem का solution ढूंढ़ने के लिए अपनी सीमाओं से बाहर निकलना पड़ता है। मुझ पर भरोसा रखो..''

मंदिरा की बात सुनकर प्रिया ने भी हाँ में सिर हिलाया और कहा “हाँ, बिलकुल सही बात है, मुझे भी जब चीजों का solution नहीं मिलता तब मैं घर से भाग जाती हूँ”। प्रिया की बात सुनकर मंदिरा ने उसे घूरकर देखा। भूषण कुछ पल चुप रहा, फिर उसने हामी भरते हुए कहा, ‘’ठीक है,  अगर यह possible है तो मैं भी चलता हूँ…''

 

भूषण यह कहकर मंदिरा की तरफ देखकर मुस्कुराया, फिर अपने कमरे में गया और अपनी चीजें समेटने लगा। उसने अपनी डायरी उठाई जो उसे मंदिरा ने दी थी, डायरी को देखकर कहा, ‘’मैंने अब तक इसमें कुछ लिखा नहीं, कहीं मंदिरा इसे पढने के लिए न कहे..''

 

जहाँ एक तरफ भूषण सवालों में उलझा हुआ था, वहीं मंदिरा अपनी सोच में डूबी हुई थी। प्रिया ने उसके पास आते हुए पूछा, “आप क्या करने वाली हैं दीदी? आप जानते हो न, इस तरह बाहर जाना allowed नहीं है। कहीं ऐसा न हो कि राघव के डैड भी यहाँ आकर हंगामा खड़ा कर दें। हम किसी को बता दें??? “मंदिरा ने एक गहरी सांस लेते हुए प्रिया की तरफ देखा और कहा, ‘’किसी से कुछ कहने की जरूरत नहीं है, मैं सब संभाल लूंगी..''

इतना कहते हुए मंदीरा ने प्रिया की तरफ देखा, और फिर उसे भूषण के कमरे में चलने को कहा, जहाँ जाकर मंदिरा ने भूषण से पूछा, ‘’तुम्हारे पास कोई जैकेट है...gents... प्रिया को यहाँ से ऐसे कपड़ों में ले जाना ठीक नहीं होगा, किसी ने पहचान लिया तो हंगामा होगा.…

मंदिरा के सवाल पर भूषण ने हाँ में सिर हिलाया और अपने बैग से एक जैकेट निकालकर प्रिया को पकड़ा दी। मंदिरा ने बाहर निकलकर गार्ड्स को अपने session के बारे में बताया और फिर वह तीनों धीरे-धीरे रिसॉर्ट से बाहर निकल गए। रिसॉर्ट की हलचल से दूर,मंदिरा ने अपनी गाड़ी निकाली और तीनों उसमें बैठ गए। उस ने गाड़ी चलाते हुए माहौल को हल्का करने की कोशिश की, लेकिन भूषण के मन में सवालों और ख्यालों की बाढ़ आ रही थी। उसे मंदिरा को देखकर कुछ महसूस हो रहा था, जैसे वह कुछ छिपा रही हो। वह बार-बार चोरी छुपे मंदिरा को देख रहा था, लेकिन मंदिरा के चेहरे पर एक अजीब सी खामोशी थी। वह हर मोड़ पर गाड़ी के शीशे से बाहर झाँक रही थी,  जैसे कोई जवाब ढूंढ रही हो। गेस्टहाउस पहुंचते ही प्रिया ने जल्दी से दरवाजा खोला और भीतर भागी..शौर्य उसे देखते ही उठ खड़ा हुआ। प्रिया ने उसे गले लगाते हुए कहा, “आई मिस्ड यू!” शौर्य ने उसे देखकर मुस्कुराते हुए कहा, “मैंने बहुत इंतजार करवाया, ना?” प्रिया ने उसकी ओर प्यार भरी नजरों से देखा और जवाब दिया, “मैं तो सारी उम्र तुम्हारा इंतजार कर सकती हूं... क्योंकि मुझे यकीन है, आज नहीं तो कल हम मिलेंगे”। प्रिया की यह बात सुनकर भूषण के मन में हलचल हो उठी,  उसे अचानक रिनी की याद आ गई।  उसकी आँखों के सामने तीन साल पहली वह मुलाक़ात की घड़ी आ गयी, जो एक कैफे में हुई थी। भूषण उस दिन लेट हो गया था, उसने रिनी के सामने बैठते हुए पूछा, ‘’क्या मैंने तुम्हें बहुत इंतजार करवाया?''

भूषण के सवाल पर रिनी ने उसे प्यार भरी नज़रों से देखा और फिर  मुस्कुराते हुए कहा था, ‘’मैं सारी उम्र तुम्हारा इंतजार कर सकती हूं... क्योंकि मैं जानती हूं, हमारा मिलना तय है।''

 

रिनी के यह शब्द सुनकर भूषण उस वक्त मुस्कुराया था, लेकिन इस वक्त भूषण के कानों में यह शब्द किसी ज़हर की तरह घुल रहे थे। भूषण अतीत की उस झलक को याद करते हुए गेस्टहाउस के बाहर आ गया। मंदिरा ने भूषण का उदास चेहरा देखा और उसके पीछे-पीछे बाहर आ गयी, उसने महसूस किया कि भूषण का मन किसी गहरी उलझन में है। भूषण बाहर फैले सन्नाटे को देख रहा था, तब मंदिरा ने कहा, ‘’क्या हुआ, भूषण...यूँ romantic couples को देख कर अपने प्यार की याद आ जाती हैं ना?''

मंदिरा के सवाल पर भूषण ने हंसते हुए सिर हिलाया और कहा, ‘’यादें! यह ही तो बात है न, यादें बहुत अजीब चीज़ होती है। अच्छा वक्त चल रहा हो तो बुरी यादें भी अच्छी लगने लगती हैं, लेकिन वक्त खराब हो तो अच्छी भी खटकती हैं...पल-पल बस तोड़ कर जाती है....''

 

मंदिरा ने उसकी बात को गंभीरता से लिया, और अपने हाथों को मलते हुए कहा, ‘’यादें कभी-कभी हमें कमजोर बना देती हैं, लेकिन यह याद रखना कि यादें हमें सिखाती भी हैं। हमें उनसे भागना नहीं चाहिए, बल्कि उनसे सीखना चाहिए, अपने अतीत को अपनाना सीखो भूषण। यह और कोई नहीं कर सकता, तुम ही कर सकते हो। मैं सिर्फ तुम्हें बता सकती हूँ कि तुम्हें क्या करना है, पर करना तुम्हें होगा। अपने आपको मज़बूत बनाना होगा।''

भूषण ने उसकी बात पर सिर हिलाया और कहा, ‘’यह आसान नहीं होता ना ..मैं उसे चाहकर भी भूल नहीं पा रहा। दूर जाना चाहता हूँ लेकिन हर वक्त लगता है, अगर मैं यह सब भूल गया तो कहीं मैं फिर से वही गलती न करूँ। किसी पर फिर से भरोसा न कर लूँ, बिलकुल अँधा होकर...''

मंदिरा(मुस्कुराते हुए)-कोई भी चीज आसान नहीं होती, लेकिन अगर तुम कोशिश करोगे, तो जरूर कामयाब होगे। अपने आप को वक्त दो, खुद से प्यार करो। चलो तुम मुझे बताओ कि तुम्हें अपने बारे में सबसे अच्छी 5 चीज़े कौन सी लगती हैं..

 

मंदिरा के सवाल को सुनकर भूषण ने उसे हैरानी से देखा, फिर वह सोचने लगा।  मंदिरा उससे जवाब की उम्मीद कर ही रही थी कि मंदिरा का फोन बज उठा। फ़ोन अंदर था, मंदिरा अंदर जाने को ही हुई थी कि प्रिया अंदर से आवाज लगाते हुए कहा, “मंदिरा दी, आपका फोन,शोभा आंटी का कॉल है, US से शोभा आंटी का कॉल।”  नाम सुनते ही मंदिरा के चेहरे का रंग उड़ गया, उसने हैरान होकर भूषण की तरफ देखा जो मंदिरा को देख रहा था, भूषण के चेहरे से यह बात साफ़ थी कि उसे इस नाम से जुड़ा कुछ याद आ गया। उसने हैरानी से मंदिरा की तरफ देखा...

 

आखिर कौन है शोभा और भूषण का उससे क्या कनेक्शन है? क्या मंदिरा की सच्चाई आएगी भूषण के सामने? जानने के लिए पढ़िए अगला भाग. 

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