आर्यन को अपने सामने देखकर मीरा के दिमाग की सारी नसें झनझना उठी…आर्यन ऐसे यहां सामने? ऐसी जगह..कैसे? मीरा ने अपनी आंखे भींचकर फिर से खोली...कहीं वह फिर से तो कोई सपना नहीं देख रही, पर मैं तो आर्यन के बारे में कुछ सोच ही नहीं रही हूं। 

वह सच था....सपना नहीं....सामने सच में आर्यन ही बैठा था। आंखों में शरारत भरी थी, चेहरे पर मंद-मंद मुस्‍कान थी। वह आर्यन से बहुत कुछ कहना चाह रही थी...पूछना चाह रही थी और बताना चाह रही थी कि इतने दिनों में उसने आर्यन को कितना याद किया....पर जैसे दिमाग जाम हो गया। 

 

मीरा को बुत बने देख आर्यन ने उसकी आंखो के सामने चुटकी बजाई...’’हैलो कहां खोई हो? रूमाल वापस दे दो...तुम्‍हारा पसीना वैसे ही सूख गया है। 

मीरा को जैसे होश आया, उसने तपाक से आर्यन से कहा..आप इस टैक्‍सी में क्‍या कर रहे हैं? आपने तो कहा था कि हम दोबारा नहीं मिलेंगे..मेरा पीछा कर रहे हैं क्‍या? मैं जैसे ही इस टैक्‍सी में बैठी आप भी बैठ गए।‘’ 

आर्यन ने अपने माथे पर चपत लगाते हुए कहा, ‘तुम कितने सवाल करती हो मीरा...बैठने से पहले देख तो लिया होता कि तुम टैक्‍सी में बैठ रही हो या किसी की कार में।‘’ 

फिर मीरा ने गौर किया…यह किराए पर चलने वाली टैक्‍सी नहीं थी....यह तो एक लग्‍जरी कार थी...रॉल्‍स रायल।’’ 

मीरा भौंचक्‍की सी रह गई, जल्‍दी बाजी में मीरा ने देखा ही नहीं कि वह किसमें बैठ रही है, उसे लगा शायद टैक्‍सी रूकी है। मीरा उलझन भरे स्‍वर में बोली, ‘’हां तो मैं मुझे लगा कि यह टैक्‍सी है...आपने कार क्‍यों रूकवाई? जरूर आप मुझसे मिलना चाहते होंगे।‘’

‘’मैने तुम्‍हें देखा...तुम्‍हें कहीं जाना था, मैं भी इसी रास्‍ते से ही जा रहा था तो कार रोक दी गई..’’ 

‘’ठीक है...मिस्‍टर आर्यन जी…आप कार को साइड में लगवा दीजिए मैं टैक्‍सी पकड़कर चली जाऊंगी’’ मीरा बात आगे नहीं बढ़ाना चाह रही थी। मीरा ने आर्यन का रूमाल वापस करते हुए कहा। 

आर्यन ने कहा, ‘’शायद तुम नहीं जानती हो कि आर्यन कभी कोई काम अधूरा नहीं छोड़ता है...अब जब तुम्‍हें मरीन ड्राइव बीच के पिज्‍जा सेंटर जाना है तो मैं वहीं पहुंचा कर रहूंगा।‘’ पर आर्यन का प्‍लान तो कुछ और ही था। 

मीरा ने अपना मुंह दूसरी ओर कर लिया.....पर उसे अच्‍छा लग रहा था’’आर्यन मिल गया है तो बिजनेस के कुछ गुण तो सीख ही सकती हूं।

मीरा, आर्यन की ओर मुंह कर के बोली, ‘’उस दिन जो आपने किया था उसके लिए शुक्रिया..’’ 

आर्यन ने मीरा को देखा..चेहरे पर स्‍माइल तैर गई, ’’बहुत जल्‍दी शुक्रिया अदा किया तुमने…उस घटना को करीब-करीब एक महीना होने को आया है।‘’ 

मीरा ने कहा, ‘हां तो इसके जिम्‍मेदार भी तो आप ही हैं...एक तो इतनी जल्‍दी और हड़बड़ी में आपसे मुलाकात हुई उसके बाद आप मुझ पर रौब और अधिकार जमा रहे थे...मुझे कुछ सोचने का मौका ही नहीं दिया आपने, उस दिन निहारिका मैम के डिस्‍चार्ज होने के पहले ही आप चले गए यह कहकर कि अब आप मुझसे मिलना ही नहीं चाहते हैं। जो कुछ हुआ वह भूल जाओ...मुझे कुछ सूझा ही नहीं…मैं तो आपको अच्‍छे से धन्‍यवाद देती।’’ 

‘’अच्‍छा कैसे?‘ आर्यन ने मीरा को शरारत भरी नजरों से देखते हुए पूछा। 

मीरा सकुचाते हुए बोली, ‘’मैं आपको घर पर कॉफी पर मेरा मतलब है लंच या डिनर पर बुलाती….अपने दोस्‍तों के सामने आपकी तारीफ करती और बहुत सारा थैंक्‍स कहती।’’ 

‘’कोई बात नहीं तुम अभी भी कह सकती हो...’ 

‘’हां तो मैंने कह दिया ना।‘’ 

‘ऐसे बस सूखा सा शुक्रिया नहीं...तुम्‍हें मेरे लिए एक काम करना होगा अगर तुम उस काम को सक्‍सेसफुली कर लोगी तो मैं समझूंगा कि तुमने मेरा शुक्रिया अदा कर दिया। तुम्‍हें ना तो मुझे कॉफी पर बुलाने की जरूरत होगी ना ही लंच डिनर पर।‘’

‘’जी मैं समझी नहीं...आप क्‍या चाहते हैं मुझसे?‘’ मीरा, आर्यन को अजीब नजरों से देखने लगी।

‘देखिए.…मैं कोई ऐसी वैसी लड़की नहीं हूं जो आप मुझसे कुछ ऐसा करने को कहें....शायद आप समझ रहे हैं। मैं आपकी कार में जानबूझकर नहीं एक्‍सीडेंटली बैठी हूं, आपने मेरे बारे में बहुत कुछ पता किया है तो यह भी जानते होंगे कि मैं कुछ उल्‍टा–सीधा काम करने वालों में से नहीं हूं..…आप करोड़पति या अरबपति होंगे पर मुझे नहीं खरीद सकते हैं।‘’ 

आर्यन आंखे फाड़े मीरा को देखने लगा...’’अरे वाह, तुम तो बहुत ही अक्‍लमंद हो यार....ब्‍यूटी विथ ब्रेन का परफेक्‍ट काम्‍बिनेशन, मुझे तो लगता था कि ड्रेस डिजाइनर होने के नाते तुम्‍हें केवल सूई धागे कलर और कपड़ो के अलावा और कुछ आता ही नहीं होगा, पर तुम तो उससे भी आगे और भी बहुत कुछ सोचती हो।‘’ 

‘’इसमें समझदारी की क्‍या बात है? आपकी बातों से साफ पता चल रहा है कि आप मुझसे, आप मुझसे.....’’ इससे आगे मीरा से नहीं कहा गया। 

आर्यन ने कहा, ‘’मेरी जगह कोई दूसरा होता तो तुम्‍हें महाबेवकूफ लड़की करार देता।‘’ 

‘’ऐसा मैंने क्‍या कह दिया कि आप मुझे बेवकूफ कह रहे हैं?‘’

आर्यन बोला, ‘’लगता है तुम्‍हारे मां बाप ने तुम्‍हारे दिमाग में लड़कों के खिलाफ बहुत जहर भरा है कि सारे लड़के बुरे होते हैं, और अगर वे किसी चीज की डिमांड करते हैं तो इसका मतलब यह हुआ कि वे किसी लड़की का साथ चाहते हैं।‘’ 

‘’नहीं ऐसा नहीं, पर मुझे आपकी बात कहने के अंदाज से ऐसा लगा कि.....’’ 

‘’कि मैं तुमसे शायद किसी होटल में चलने को कहूंगा और शायद अकेले में तुम्‍हारे साथ...यही सोच रही हो ना तुम?….हां मैं तुम्‍हें होटल में ही चलने को कह रहा हूं....पर किसी कमरे में अकेले नहीं....तुम्‍हें मेरे साथ अभी इसी समय होटल ताज़ के फूड कोर्ट में चलना होगा।‘’

‘’व्‍हाट...पर मैं क्‍यो चलूं आपके साथ..? मेरे दोस्‍तों ने पिज्‍जा पार्टी रखी है....मुझे वहां जाना है।‘’ 

‘’होटल चलने से पहले तुम्‍हें मेरे साथ एक शोरूम में चलना है...वहां तुम अपने लिए कोई अच्‍छी सी ड्रेस ले लेना और चेंज कर लेना।‘’ मीरा की बात अनुसना कर के आर्यन ने अपना एक आदेश मीरा को सुना दिया। 

‘’मिस्‍टर आर्यन अब आप प्‍लीज मुझ पर फिर से हुकूम चलाना बंद कीजिए...पिछली बार मैं मजबूर थी निहारिका मैम की हालत के कारण पर इस बार मेरे पास ऐसी कोई वजह नहीं है..’ 

‘’वजह नहीं है तो वजह बना लेंगे....तुम भूलना मत मैंने तुम्‍हारे लिए बहुत कुछ किया है। अगर तुम आज पिज्‍जा सेलिब्रेशन करने जा रही हो तो मेरे ही कारण...तुम्‍हें याद है एक पूरी रात मैंने तुम्‍हारे लिए, तुम्‍हारे निका ब्रांड को बचाने के लिए लगा दी थी।‘’ 

‘’बस कुछ देर की बात है, उसके बाद तुम अपने दोस्‍तों के पास जाकर पार्टी करना।‘’ 

मीरा ने सिर पकड़ लिया....पिछली मुलाकात में ही देखा था आर्यन जो जो कहता जा रहा था मजबूरी में मीरा करती ही जा रही थी। इस बार तो कोई मजबूरी नहीं थी फिर भी मना नहीं कर सकती, क्‍योंकि आर्यन ने जो ठाना है तो वह अपनी बात मनवाकर ही मानेगा।‘’ 

आर्यन ने ड्राइवर से कहा, ‘’कार को ‘’स्‍वयंवर शोरूम’’ की ओर ले चलो।‘’

‘’स्‍वंयवर शोरूम? यह नाम सुनते ही मीरा की आंखे आश्‍चर्य से फैल गई.....यह तो देश की मशहूर फैशन डिजाइनर संजना बेरी का शो रूम है...वे तो शादी बयाह के कपड़े बनाती हैं, इनके डिजाइन किए गए लहंगे भी पच्‍चीस लाख से र्स्‍टाट होते हैं। आर्यन मुझे वहां क्‍यों लेकर जा रहे हैं?‘ 

‘’हम इतने मंहगे शो रूम में क्‍यों जा रहे हैं.?’’ मीरा ने आर्यन से पूछा। 

‘’तुम्‍हारे लिए एक अच्‍छी ड्रेस लेने…क्‍योंकि तुम मेरे साथ चल रही हो इसलिए इस ड्रेस में तो नहीं जा सकती।‘’ 

‘’पर वहां के कपड़े बहुत ही मंहगे होते है, एक कैजुअल टीशर्ट भी शायद लाखों की होती है।‘’ 

आर्यन ने घूरकर मीरा को देखा....मीरा अपने में ही सकुचाकर बैठ गई…वह भूल गई थी कि वह एक करोड़पति के साथ या शायद अरबपति के साथ बैठी है, वह आदमी जो इस समय रॉल्‍स रॉयल कार में बैठा है, जिसके लिए एक लाख यूं ही खर्च कर देना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है…पर मुझसे ही क्‍यों? इसके लिए तो एक से बढ़कर एक अमीर लड़कियां भरी पड़ी होंगी...हो सकता है कि वे इसका हुकूम नहीं मानती होंगी।

मीरा ने कुछ सोचकर कहा, ‘’आप मुझे किस परपज से मेरी ड्रेस चेंज करवा रहे हैं, शायद यह मुझे जानने का हक है।‘’ 

‘’हां बिल्‍कुल है…आर्यन ने सधे हुए स्‍वर में कहा, ‘’तुम होटल ताज में मेरे साथ मेरी गर्लफ्रेंड बनकर चल रही हो।‘’ 

सुनते ही मीरा के गले में जैसे कुछ फंस गया...’’व्‍हाट..क्‍या? क्‍या कहा आपने..? मैं आपकी गर्लफ्रेंड...सोचिएगा भी मत...मैं आपकी गर्लफ्रेंड तो बिल्‍कुल नहीं बनूंगी।‘’ 

आर्यन ने गहरी आवाज और मुस्‍कुराती हुई आंखो से कहा, ‘अच्‍छा तो क्‍या मेरी बीवी बनोगी?’ 

यह सुनते ही मीरा ने अपना निचला होंठ दबा लिया….यह क्‍या कह दिया था आर्यन ने.…क्‍या उसे मीरा की पिछली जिंदगी के बारे में कुछ भी नहीं पता है? बीवी तो वह केवल राघव की बनना चाहती थी...शायद आज भी कहीं ना कहीं वह ख्‍वाहिश दिल के किसी कोने में दबी पड़ी है। राघव की नहीं तो किसी और की नहीं....अब वह किसी की बीवी नहीं बन सकती।

आर्यन ने बहुत ही कोमल स्‍वर में कहा, ‘’हे, क्‍या हुआ, मैं तो मजाक कर रहा था...तुम्‍हारा रिएक्‍शन तो कमाल का है। तुम्‍हें केवल थोड़ी देर के लिए मेरी गर्लफ्रेंड बनना है, इसलिए तुम्‍हें एक अच्‍छी सी ड्रेस दिलवाना चाहता हूं...मेरी ओर से गिफ्ट समझकर ले लो और अगर नहीं रखना चाहती हो तो वापस कर देना, पर प्‍लीज बस थोड़ी देर के लिए मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ।‘’ 

मीरा ने रूंधे गले और नम आंखो से आर्यन को देखते हुए कहा, ‘’आप मेरा तमाशा बनाना चाहते हैं क्‍या? आपके साथ मेरा नाम आया तो मेरी लाइफ एकदम से चेंज हो जाएगी। देखिए मैं एक सिंपल सी प्राइवेट लाइफ जीने वाली इंसान हूं...आप लोगों जैसी फेमस होने की, टीवी में आने की, पेज थ्री टाइप मैगजीन में छपने की ख्‍वाहिश मेरी नहीं है, प्‍लीज मैं आपके आगे हाथ जोड़ती हूं मैं ऐसा नहीं कर सकती हूं।‘

 

अचानक आर्यन मीरा के और करीब आ गया और बोला, ‘’ऐसा कुछ नहीं होगा....होटल में कुछ फोटोग्राफर होंगे, पर वे मेरे हायर किए हुए होंगे, वे हमारी फोटो जरूर लेंगे पर मेरी मरजी के बिना किसी भी न्‍यूज चैनल में नहीं दिखाएंगे और ना ही किसी मैगजीन या न्‍यूज पेपर पर छापेंगे....मैं उन्‍हें तुम्‍हारा नाम भी कुछ और बता दूंगा....प्‍लीज मुझे तुम्‍हारी हेल्‍प चाहिए।‘’ 

‘’पर मैं ही क्‍यों आर्यन? तुम्‍हारे लिए लड़कियों की कमी नहीं है….’’

‘’मैंने अपनी गर्लफ्रेंड की जो खूबियां बताई है वह सबकुछ तुम में है।‘’

तभी ड्राइवर ने कार रोकते हुए कहा, ‘’सर, स्‍वयंवर शोरूम आ गया है।‘’

आर्यन ने मीरा से कहा, ‘’चलो अपने लिए ड्रेस ट्राई कर लो।‘’ 

इस आर्यन के सामने मेरा कोई तर्क काम क्‍यों नहीं करता है? एक तो जब भी मिलता है अजीब सी हालत में मिलता है, दोनों बार एक ही जैसी जगह पर मिला...पिछली बार भी रोड पर और इस बार भी रोड पर, यह मुझ पर ऐसे अधिकार जता रहा है जैसे मैं इसकी गुलाम हूं।

 

मीरा, आर्यन के साथ स्‍वयंवर शोरूम में खड़ी थी...शो रूम का सारा स्‍टाफ आर्यन को पहचान गया, क्‍योंकि आर्यन इस शोरूम का रेगुलर कस्‍टमर था, पर मीरा उनके लिए नई थी...स्‍टाफ खुसर-फुसर करने लगा, वे लोग मीरा को आर्यन की गर्लफ्रेंड समझ रहे थे। 

मीरा को यह सब बड़ा ही अटपटा सा लग रहा था…पर स्‍वयंवर शो रूम में खड़े होना उसके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था, और इसमें से ड्रेस खरीदना तो अभी फिलहाल उसके बजट से बाहर था। बहुत पहले उसने सोचा था कि वह एक ना एक दिन इस शोरूम से कपड़े जरूर लेगी....पर आज जो हालत थी वैसी हालत में तो नहीं लेना चाह रही थी। वह अपने सपनों के शोरूम में खड़ी थी.…उसके पास पूरी च्‍वाइस थी इस शोरूम की सबसे मंहगी ड्रेस भी खरीद सकती थी…लेकिन ड्रेस दिलवाने वाला उसका कुछ भी नहीं था.…एक जिद्दी अड़ियल, तानाशाह और गुंडा बिजनेस मैन। 

 

एक मीठा स्‍वर मीरा के कान में पड़, ‘’मैम सर ने आपको यह ड्रेस ट्राई करने के लिए कहा है।

एक लड़की जिसके हाथ में लाइट पिंक कलर की साड़ी थी....आर्यन ने वह मीरा के लिए पसंद की थी.…वो रिशेपस्‍निसट के पास बैठा था, उसके हाथ में वाइन का गिलास था, लगभग पूरा स्‍टाफ उसकी आवभगत में लग गया था। 

‘’क्‍या शान हैं इनके....मन ही मन कहकर मीरा ने वह साड़ी उस लड़की के हाथ से ली और ट्रायल रूम में चली गई। 

 

वह चेंज ही कर रही थी कि उसका फोन बजा.…मारिया का फोन था....यह देखकर मीरा की जान में जान आई।

‘’हैलो मारिया, क्‍या तुम माउंट आबू पहुंच गई? तुम एकदम ठीक हो ना? 

उधर से मारिया ने कहा, ‘’हां मीरा, मैं एकदम ठीक हूं मैं अभी माउंट आबू के रास्‍ते में हूं....अच्‍छा सुनो मुझे पता चला है कि वह चीफ अभी थोड़ी देर बाद होटल ताज में आने वाला है। वहां कोई बहुत बड़ी बिजनेस पार्टी है, पता नहीं वह कैसा दिखता होगा, पर मुझे लगता है कि तुम्‍हें वहां जाना चाहिए।''

सुनते ही मीरा के होश उड़ गए…''मैं उन भूरी, दहकती गुस्‍से से जलती आंखों का सामना फिर से नहीं कर सकती हूं।''

 

 

क्‍या मीरा अब आर्यन के साथ होटल ताज जाएगी? 

क्‍या मीरा चीफ को पहचान पाएगी? 

आर्यन मीरा को अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर होटल क्‍यों ले जा रहा है? 

मारिया चीफ की गर्लफ्रेंड के बारे में कोई जानकारी हासिल कर पाएगी? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्‍बत।

 

   

 

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