नीना - मेरी बात का यकीन करो श्रेया, ये सब क्लार्क ने किया है। तुम एक बार इसे इस तरह से सोच कर देखो कि मुझे इससे कोई फायदा नहीं होता, पर क्लार्क को फायदा हो रहा है। क्लार्क हमेशा से केवल फायदे की सोचता है, वो अपने कॉम्पिटिशन को रास्ते से हटाने के लिए कुछ भी कर सकता है।
नीना की बात सुनकर श्रेया ने क्लार्क से मिलने की सोची। वो सीधे क्लार्क के ऑफिस पहुँच गयी। श्रेया ने सुबह जल्दी पहुंचने की कोशिश की, ताकि उसे क्लार्क से मिलने का पर्याप्त समय मिल सके। वह जानती थी कि यह आसान नहीं होगा, क्योंकि क्लार्क एक शातिर बिजनेसमैन था, जो हर कदम सोच-समझकर उठाता था।
श्रेया जब क्लार्क के ऑफिस पहुंची, तो उसे बताया गया कि क्लार्क अभी किसी मीटिंग में व्यस्त है और उसे थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। श्रेया को यह सुनकर थोड़ा अजीब लगा, लेकिन उसने सोचा कि शायद बिजी शेड्यूल के कारण ऐसा हो सकता है। उसने लॉबी में बैठकर इंतजार करना शुरू कर दिया। घंटे बीतते गए, लेकिन क्लार्क ने मिलने नहीं बुलाया।
दोपहर होने को आई, और श्रेया की उम्मीदें धुंधली पड़ने लगीं। हर बार वह पूछती, तो उसे यही जवाब मिलता, "क्लार्क साहब मीटिंग में हैं, आपको कुछ देर और इंतजार करना होगा।"
शाम के करीब, श्रेया का सब्र टूटने लगा। उसे लगा कि अब उसे क्लार्क से मिल ही लेना चाहिए। उसने रिसेप्शनिस्ट से फिर पूछा, लेकिन इस बार उसे बताया गया कि क्लार्क किसी जरूरी मीटिंग के लिए बाहर गए हैं।
श्रेया हैरान थी। दिनभर इंतजार करने के बाद, उसे यह बताया गया कि क्लार्क निकल चुका था।
श्रेया - "क्या क्लार्क मुझसे बचने की कोशिश कर रहा है?"
वह गुस्से में ऑफिस से बाहर निकल गई, लेकिन उसने हार मानने का इरादा नहीं किया। अगले दिन, श्रेया फिर क्लार्क के ऑफिस गई। उसने सोचा था कि आज वह क्लार्क से मिलकर ही रहेगी। जब वह ऑफिस पहुंची, उसे फिर वही जवाब मिला, "क्लार्क साहब मीटिंग में हैं, आपको इंतजार करना होगा।"
श्रेया ने फिर से लॉबी में बैठकर इंतजार करना शुरू कर दिया। वह जानती थी कि यह समय बर्बाद हो रहा है, लेकिन क्लार्क से बात करना भी जरुरी था। उसे यकीन था कि क्लार्क कुछ न कुछ छिपा रहा है, और उसे बात करने पर मजबूर करना होगा। दिन फिर से बीत गया, लेकिन क्लार्क से मिलने का कोई संकेत नहीं मिला। शाम होते-होते, उसे फिर से वही जवाब मिला कि क्लार्क किसी जरूरी मीटिंग के लिए बाहर जा चुके हैं।
श्रेया के अंदर गुस्सा भर गया। यह अब साफ हो चुका था कि क्लार्क जानबूझकर उससे बच रहा था।
श्रेया - "क्लार्क मुझसे क्यों भाग रहा है? क्या वो ही तो.......?"
उसने तय किया कि वह अगले दिन फिर से क्लार्क के ऑफिस जाएगी, और तब तक जाती रहेगी, जब तक क्लार्क उससे मिल नहीं लेता। क्लार्क ने हर बार मीटिंग का बहाना बनाकर उसे टाल दिया था। श्रेया को अब यकीन हो चुका था कि क्लार्क कुछ न कुछ छिपा रहा है और उसे उससे कोई इम्पोर्टेन्ट इनफार्मेशन मिल सकती है। श्रेया ने हार नहीं मानी और तीसरे दिन फिर से क्लार्क के ऑफिस जाने का फैसला किया।
इस बार उसने ठान लिया था कि वह तब तक नहीं जाएगी, जब तक क्लार्क से आमने-सामने बात नहीं कर लेगी। जब श्रेया ऑफिस पहुंची, उसे फिर से वही जवाब मिला—"क्लार्क साहब मीटिंग में हैं।" लेकिन इस बार श्रेया तैयार होकर आई थी। उसने रिसेप्शनिस्ट से कहा -
श्रेया - "मैं आज बिना क्लार्क से मिले नहीं जाऊंगी। मैं वापिस से ये नहीं सुनना चाहती थी कि वो मीटिंग में हैं। आज मैं उससे बात किए बिना नहीं जाने वाली। ये बात जाकर उसको बोल दो।"
कुछ देर बाद, श्रेया को क्लार्क के ऑफिस में बुलाया गया। आखिरकार, वह क्लार्क से आमने-सामने थी। उसने बिना समय बर्बाद किए सीधा मुद्दे पर आना बेहतर समझा।
श्रेया : "क्लार्क, मुझे यह मत कहो कि तुम्हें कुछ भी पता नहीं है। नीना के साथ जो कुछ भी हो रहा है, वह सब तुम्हारे इशारों पर हो रहा है। आरव पर हुए हमले के पीछे भी तुम्हारा ही हाथ है, और नीना को फंसाने की कोशिश भी। सच कहो, क्लार्क। क्यों यह सब कर रहे हो?"
अचानक से क्लार्क, के चेहरे से मुस्कान गायब हो गयी। उसने श्रेया की आंखों में देखा और हल्की सी हंसी के साथ जवाब दिया -
क्लार्क - "तुम किस बारे में बात कर रही हो? मुझे किसी साजिश का कोई अंदाजा नहीं है। मैं नहीं जानता कि नीना के साथ क्या हुआ है, और आरव कौन आरव?"
क्लार्क का यह जवाब श्रेया के लिए हैरानी भरा था, वो जानती थी कि क्लार्क सच छिपा रहा है, लेकिन वह बेहद चालाकी से खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहा था। उसकी बातें सुनकर श्रेया के मन में गुस्सा और बढ़ गया।
श्रेया - "तुम झूठ बोल रहे हो, क्लार्क। नीना को फंसाने के पीछे तुम्हारी साजिश है। तुमने ही वह फेक वीडियो तैयार करवाई थी, जिसमें नीना आरव के मर्डर का प्लान कर रही थी? और अब तुम कहते हो कि तुम्हें कुछ भी नहीं पता?"
क्लार्क ने फिर से सिर हिलाते हुए एक मुस्कान के साथ कहा -
क्लार्क - "मैं सच बोल रहा हूँ, मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता। वैसे ये आरव कौन है जिसका तुम नाम ले रही हो?”
श्रेया - वही आरव, जिसके लिए तुम हॉस्पिटल आये थे। जिसके हैशटैग को तुमने ट्रेंड नहीं होने दिया। वही आरव।
क्लार्क - ओह्ह्ह्हह, उसका नाम आरव था क्या? मुझे हकीकत में नहीं पता, मेरे मार्केटिंग मैनेजर ने बोला था कि वहां जा कर, उसका नाम ले लो, मैंने ले लिया, ये केवल मार्केटिंग स्टंट ही था, तो क्या आरव मर गया क्या?
ऐसा कहते हुए क्लार्क धीरे से मुस्कुरा दिया। जिसे देखकर श्रेया को गुस्सा आ गया। वो चिल्ला कर बोली -
श्रेया - जबान संभाल कर डेमियन क्लार्क, ऐसा ना हो कि मेरा गुस्सा तुम सहन ही ना कर पाओ।
इसके बाद क्लार्क ने बात करने से ही मना कर दिया, और उसे ऑफिस से बाहर निकाल दिया। श्रेया को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था, वो सीधे अपने घर गयी और सोफे पर ही लेट गयी। उससे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर कोई इतना बेकार इंसान कैसे हो सकता है? साथ ही क्लार्क ने जो आरव का मजाक उड़ाया था, श्रेया को उससे बहुत ज्यादा दुःख पहुंचा था। क्लार्क की बातें उसके कानों में गूंज रही थी -
क्लार्क - वो तो केवल एक मार्केटिंग स्टंट था।
श्रेया अचानक से चिल्लाने लगी।
श्रेया - मार्केटिंग स्टंट, आरव मार्केटिंग स्टंट नहीं है, वो नहीं है मार्केटिंग स्टंट, और अगर ऐसा किसी को लगता है तो वो मेरा गुस्सा देखेगा।
ऐसा कहते हुए श्रेया गुस्से में खड़ी हो गयी। वैसे उसके मन में नीना के खिलाफ भी गुस्सा था, लेकिन क्लार्क के खिलाफ गुस्सा भड़क चुका था, वो वहां से सीधा हॉस्पिटल गयी और आरव के रूम में पहुँच गयी, उसने आरव का हाथ पकड़ा और बोली -
श्रेया - तुम उठ क्यों नहीं रहे हो? वो तुम्हे एक मार्केटिंग स्टंट कह रहा था। तुम अब तो होश में आ जाओ, मुझे तुम्हारी जरुरत है, तुम खड़े हो जाओ और बताओ कि तुम एक मार्केटिंग स्टंट नहीं हो।
तभी आरव के कमरे में एक नर्स आ गयी, उसने श्रेया को बाहर जाने के लिए कहा। श्रेया भारी मन से कमरे से बाहर जा रही थी, आरव की हालत अभी भी वैसी ही थी लेकिन इसी समय श्रेया को उसकी बहुत जरुरत थी। हॉस्पिटल से श्रेया सीधे अपने घर पहुँच गयी, और उसके मन में अभी भी क्लार्क की बात घूम रही थी, वो अपने आप से कहने लगी।
श्रेया : "अगर आरव यहां होता, तो वह क्या करता? वो हमेशा सच्चाई के लिए लड़ता था। और सच्चाई से इस दुनिया में कुछ भी नहीं होता। मुझे नहीं लगता कि नीना ने कुछ गलत किया है। क्लार्क हकीकत में उसे फंसा रहा है। मुझे उसके लिए कुछ करना होगा।"
श्रेया ने ठान लिया कि क्लार्क को सबक सिखाने के लिए वो नीना की मदद करेगी, भले ही नीना गलत क्यों ना हो? अब उसे वेव की इमेज सुधारनी थी, और वो जानती थी कि वेव की इमेज सुधारने के लिए कुछ बड़ा करना होगा। तभी श्रेया के दिमाग में एक जबरदस्त आईडिया आया - एक नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने का। एक ऐसा प्लेटफार्म जो पूरी दुनिया बदलने वाला था।
श्रेया ने तुरंत ही अपने लैपटॉप को खोला और एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफार्म बनाने की सोची जो पूरी दुनिया में सबसे अलग हो। उसने लिनक्स का इस्तेमाल करते हुए एक नया कोड लिखना शुरू किया।
दूसरी ओर पुलिस उस आदमी की तलाश में लगी हुई थी, जिसके लिए श्रेया ने कहा था कि आरव पर हुए हमले के पीछे उस आदमी का हाथ हो सकता था। पुलिस को यह अहसास हो गया था कि यदि उस व्यक्ति तक पहुंचा जाए, तो मामले की गुत्थी सुलझ सकती है और सच्चाई का पर्दाफाश हो सकता है। पुलिस टीम पूरी मुस्तैदी से उस आदमी का पीछा कर रही थी। कई दिनों तक उसकी गतिविधियों और पुराने रिकॉर्ड्स की जांच की गई। इस दौरान, पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला—एक पुराने रिकॉर्ड से उस आदमी का घर और पिछली लोकेशन का पता चला। पुलिस को उम्मीद थी कि अब वे उसके करीब पहुंच रहे हैं।
पुलिस की एक टीम उस आदमी के पुराने पते पर पहुंची। घर काफी पुराना था, और वहां की हालत देखकर ऐसा लग रहा था कि कई सालों से उसे ठीक से संभाला नहीं गया था। लेकिन पुलिस ने सोचा कि शायद वह व्यक्ति अभी भी वहीं छिपा हुआ था। टीम ने दरवाजा खटखटाया, और कुछ देर बाद एक बूढ़े आदमी ने दरवाजा खोला। पुलिस ने उस व्यक्ति के बारे में सवाल पूछना शुरू किया। पुलिस ने उससे पूछा, "क्या यहां कोई व्यक्ति रहता था, जिसे आपने कुछ समय पहले देखा हो? हमें उसके बारे में जानकारी चाहिए।"
बूढ़े व्यक्ति ने कुछ देर सोचा, फिर भारी आवाज़ में जवाब दिया, "हाँ, यहां पहले एक आदमी रहता था, लेकिन वह कई साल पहले ही यहां से जा चुका है। मुझे उसके जाने की तारीख तो याद नहीं है, लेकिन उसने अचानक घर खाली कर दिया था और कोई खबर नहीं छोड़ी थी।"
पुलिस की सभी जांचें इस उम्मीद पर टिकी थीं कि वे उस आदमी को वहां पकड़ सकेंगे, लेकिन यह जानकारी मिलने के बाद जांच का एक बड़ा सिरा टूटता हुआ नजर आया। बूढ़े व्यक्ति ने यह भी बताया कि उस आदमी के जाने के बाद से किसी ने उसकी खबर नहीं ली, और उसने कोई नया पता भी नहीं छोड़ा था। इससे पुलिस के लिए अब उसे ढूंढने की मुश्किल और भी बढ़ गयी।
पुलिस टीम ने उस घर की तलाशी ली, लेकिन वहां से कोई भी इम्पोर्टेन्ट एविडेंस नहीं मिला। वह घर अब खाली था, और वहां ऐसा कुछ भी नहीं था जो उस आदमी के बारे में कोई संकेत दे सके।
पुलिस ने वहां से लौटने का फैसला किया। अब उन्हें नए सिरे से उस आदमी की खोजबीन करनी थी। यह साफ था कि वह व्यक्ति अपने पीछे कोई निशान नहीं छोड़ना चाहता था, और पुलिस के लिए अब यह चुनौती और बड़ी हो गई थी।
क्लार्क अपने ऑफिस में बेहद खुश था। उसका सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म आखिरकार दुनिया का नंबर वन प्लेटफ़ॉर्म बन चुका था। ऑफिस में पार्टी की धूम मची हुई थी, और सभी लोग कनेक्ट मी की इस सफलता का जश्न मना रहे थे। रंग-बिरंगी लाइटों से सजे हुए कमरे में क्लार्क अपने सहयोगियों और कर्मचारियों के बीच खड़ा था। उसके हाथ में वाइन का ग्लास था। तभी क्लार्क ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा -
क्लार्क - "देखो, मैंने तुम सभी से कहा था कि ये दिन आएगा। और आज, हम यहां खड़े हैं—सबसे ऊपर। हमारा प्लेटफ़ॉर्म वर्ल्ड में नंबर वन बन चुका है। वेव? अब उसका कोई नाम भी नहीं बचेगा। नीना ने सोचा था कि वह मुझे हरा सकती है, लेकिन आज देखो—वह पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। उसका बिजनेस बर्बाद हो चुका है। यह हमारी जीत है, और इस जीत का मज़ा लेना तो बनता है।"
क्लार्क की बात पूरी होते ही सभी लोगों ने तालियाँ बजाना शुरू कर दिया। हर कोई उसकी तारीफ कर रहा था, और क्लार्क इस तारीफ का आनंद ले रहा था।
क्लार्क - "मैंने तुम लोगों से पहले ही कहा था कि वेव ज्यादा समय तक नहीं टिकेगा। बस मुझे ये समझ नहीं आया कि वो इतने दिन भी कैसे चल गया? एक ना एक दिन तो वेव का सच सभी के सामने आना ही था।”
पार्टी में मौजूद हर व्यक्ति क्लार्क की इस जीत से खुश था, लेकिन कोई नहीं जानता था कि क्लार्क के दिमाग में क्या चल रहा था। वह केवल जीत का जश्न नहीं मना रहा था, बल्कि वो नीना की बर्बादी का भी मज़ा ले रहा था।
पर क्या क्लार्क की खुशियों को श्रेया की नजर लग जाएगी? क्या श्रेया नीना को बचा पायेगी ?
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