धुँधले आसमान के नीचे, सूखे पेड़ों के बीच से तेज़ हवाएँ गुज़र रही थीं।
मिट्टी में पड़े खून के छींटे अब धूल से ढकने लगे थे।
नीना वास्केज़ , या जो अब बची थी उससे , धीरे-धीरे अपने घावों की परवाह किए बिना अंधेरे जंगल में आगे बढ़ रही थी।
उसकी साइबरनेटिक आँखें चारों तरफ फैली ऊर्जा की थरथराहट को देख सकती थीं,छुपे हुए सैनिक, दूर जाती गोलियों की गर्मी, और ज़मीन पर मरते हुए शरीरों से उड़ती आखिरी सांसें।
पर अब ये सब उसके लिए कोई मायने नहीं रखते थे।
उसके भीतर कुछ टूट चुका था।
पीछे कहीं दूर, द डिविजन के बेस की दीवारें ढह रही थीं।
साइरन अब भी चीख रहे थे, लेकिन नीना के लिए वो बस एक टूटती हुई दुनिया की बेमतलब आवाज़ें थीं।
वो आगे बढ़ती रही, अपने अंदर गूंजती हुई एकमात्र कमांड को सुनती हुई-"टर्मिनेट सेल्फ।"
लेकिन फिर…
कहीं बहुत भीतर, एक बेहद कमजोर, कांपती सी आवाज़ उठी।"मत मानो... लड़ो..."
नीना ठिठकी।
उसके शरीर ने विरोध किया, कदम लड़खड़ाए, लेकिन उसका प्रोग्राम्ड ब्रेन उसे धकेलता रहा।
कुछ दूर, नदी के किनारे एक टूटी हुई बेंच पर बैठा था एथन कार्टर।
शरीर से लहूलुहान, मगर अभी भी जीवित।
उसकी साँसें भारी थीं, लेकिन उसकी आँखें अभी भी नीना को ढूँढ रही थीं।
डॉक्टर एवलिन चो ने जल्दी से उसके कंधे को बाँध दिया था, लेकिन उनके चेहरे पर चिंता की गहरी लकीरें थीं।
"अगर हम उसे अभी नहीं रोके," डॉक्टर चो ने फुसफुसाते हुए कहा, “तो नीना हमेशा के लिए चली जाएगी। सिर्फ मशीन बची रहेगी।”
एथन ने दर्द से कराहते हुए सिर हिलाया।
“मैं उसे ढूँढूँगा... चाहे जो भी हो।”
दूसरी तरफ, नीना अपने भीतर चल रहे युद्ध को लड़ रही थी।
हर कदम के साथ उसकी चेतना फिसलती जा रही थी।
उसकी यादें... बिखर रही थीं।
उसे अचानक अपनी माँ की झलक दिखाई दी , क्लारा वास्केज़ ,
जैसे वह किसी पुराने धुंधले फ़िल्म में हो।
एक छोटी सी लड़की के बालों में हाथ फेरते हुए कहती हुई-
“हमेशा झूठ में ताकत ढूँढो, नीना। सच सिर्फ कमजोरों का हथियार होता है।”
नीना की मुट्ठियाँ भींच गईं।क्या यही सच था?
या फिर झूठ ने ही उसे आज इस अंधेरे गड्ढे में धकेला था?
जैसे-जैसे उसकी साइबरनेटिक प्रणाली 'सेल्फ-टर्मिनेशन' के लिए खुद को तैयार कर रही थी, उसके चारों ओर दुनिया धुंधली पड़ने लगी।
वह अब इंसानों को नहीं देख रही थी , बस ऊर्जा, तापमान, इलेक्ट्रिक फील्ड्स।
वो एक मशीन बनती जा रही थी।
लेकिन तभी...हवा में एक जानी-पहचानी फ्रीक्वेंसी उभरी।
एक बेहद साधारण, कमजोर सिग्नल ,
एथन कार्टर का वॉयस ट्रांसमिशन।
उसने एक बेहद पुरानी, टूटी हुई वॉकी-टॉकी से सिग्नल भेजा था-
“नीना... अगर तुम सुन सकती हो... मैं जानता हूँ तुम अभी भी हो।”
“मुझे मत छोड़ो।”
नीना का कदम रुक गया।उसके भीतर कुछ फड़फड़ाया।एक छोटे से बच्चे जैसी मासूम जिद, जो चिल्ला रही थी- “मैं इंसान हूँ। मैं सिर्फ एक हथियार नहीं हूँ।”
पर उसके साइबरनेटिक सॉफ्टवेयर ने तुरंत प्रतिक्रिया दी,
“इंटरनल थ्रेट डिटेक्टेड।इमोशनल फीड इंटरफेरेंस।इमोशन लॉक डाउन इनिशिएटेड।”
उसके शरीर ने फिर से जबरदस्ती कदम बढ़ाए।दूसरी तरफ, एथन और डॉक्टर चो एक इमरजेंसी वैन में बैठकर नीना को ट्रैक कर रहे थे।
डिवाइस की स्क्रीन पर नीना का सिग्नल लगातार कमजोर हो रहा था।
"अगर वो खुद को खत्म कर लेती है..." डॉक्टर चो ने धीमी आवाज़ में कहा,
“तो हम उसे कभी वापस नहीं ला पाएंगे।”
एथन ने स्क्रीन को घूरते हुए कसम खाई-"नहीं।वो वापस आएगी।क्योंकि नीना वास्केज़ हार नहीं मानती।"
जंगल के बीच,एक उजड़ी हुई गुफा में पहुँचकर नीना घुटनों के बल गिर पड़ी।
उसकी साँसें फूली हुई थीं, सिस्टम ओवरलोड हो रहा था।
उसके भीतर की मशीन उसे आदेश दे रही थी- "टर्मिनेट... टर्मिनेट...पर उस आदेश के बीच फुसफुसाते शब्द थे...एथन की आवाज़।"तुम्हारी कहानी अभी खत्म नहीं हुई है।"
नीना की आँखों में पहली बार आँसू उभर आए।
साइबरनेटिक आँखों के बावजूद, असली आँसू।
यह इंसानियत थी।यह बची हुई उसकी आखिरी चमक थी।
वो अपने सिर को दोनों हाथों से पकड़ कर चिल्लाई,
"रुको!!उसकी चीख जंगल में गूंज उठी।
एक पल के लिए , पूरी प्रणाली फ्रीज़ हो गई।
सभी कमांड, सभी फोर्स्ड प्रोग्राम्स , सब बंद।दूर बैठे एथन के डिवाइस पर एक झटका आया।
"क्या हुआ?" डॉक्टर चो ने घबराकर पूछा।एथन ने स्क्रीन पर मुस्कराते हुए देखा।उसने लड़ाई शुरू कर दी है," उसने कहा।
“वो वापस आ रही है।”
सिर्फ नीना की कांपती आवाज गूंजती है-
"मैं अब भी जिंदा हूँ..."बहुत बढ़िया!जंगल की ठंडी नमी में नीना वास्केज़ का शरीर काँप रहा था।
उसके घुटने ज़मीन पर टिके थे, हाथ मिट्टी में धंसे हुए थे, जैसे वो खुद को थामने की नाकाम कोशिश कर रही हो।
उसके भीतर का साइबरनेटिक सिस्टम लगातार वार्निंग दे रहा था-
“इमोशनल ओवरराइड डिटेक्टेड।सेल्फ-टर्मिनेशन सीक्वेंस रुका हुआ।रीइनीशिएटिंग...”
नीना की आँखें धुंधली हो चुकी थीं।
वह अपने ही शरीर में फंसी एक कैदी बन गई थी।
एक तरफ से टिमटिमाता हुआ रेडियो सिग्नल फिर से फड़फड़ाया ,
एथन कार्टर की टूटी, कमजोर आवाज़-
"नीना... तुम्हारे भीतर जो बचा है, वो मशीन नहीं है।
वो इंसान है।
याद करो... तुम कौन हो।"
उसकी आवाज़ नीना के कानों तक पहुँची, पर अब आवाज़ें भी इलेक्ट्रॉनिक फिज़ में घुलती जा रही थीं।
जैसे कोई भूला हुआ सपना, जो अब हाथ से फिसल रहा हो।
नीना के सामने अचानक कई डेटा फीड खुलने लगे।
उसकी साइबरनेटिक आँखें उसके अपने ही अतीत की फाइल्स खोलने लगीं।
"सबूत कि तुम लायक नहीं हो," एक यांत्रिक आवाज़ गूंजने लगी।
छोटे-छोटे फ्रेम्स में-उसे अपनी माँ से झूठ बोलते हुए दिखाया गया,
चोरी करते हुए,
झूठा अंधापन दिखाते हुए एयरपोर्ट पर लोगों को छलते हुए।
हर झूठ एक कटौती की तरह उसकी आत्मा में चुभ रहा था।
"तुमने हमेशा दुनिया से झूठ बोला।अब खुद से भी।
अब वक्त है सच का।सेल्फ-टर्मिनेशन... कमेंस।"
नीना ने सिर झटका।"नहीं..." उसने कराहते हुए फुसफुसाया।"मैं बस जिंदा रहना चाहती थी..."
लेकिन सिस्टम को उसकी दलीलें नहीं चाहिए थीं।
एक भीषण साइड इफेक्ट शुरू हुआ ,उसकी नसों में जलन दौड़ गई।
उसके भीतर का गॉड्स आई प्रोटोकॉल ) फिर से खुद को रीसेट कर रहा था, उसे काबू में लेने के लिए।
अब जंगल उसके सामने एकदम डिजिटल ग्रिड बन चुका था।पेड़ों के बीच सिर्फ हीट-सिग्नेचर चमकते थे।
हर कदम की दिशा एल्गोरिद्म से तय हो रही थी।
नीना महसूस कर सकती थी किवह अपना आखिरी "मानव हिस्सा" भी खोने वाली थी।
उसके भीतर एक युद्ध शुरू हो गया था ,
इंसान बनाम मशीन।
“याद करो...”
एथन की आवाज फिर से गूंज उठी।लेकिन अब वह कोई रेडियो सिग्नल नहीं था।
वह नीना के अपने दिमाग से आ रही थी।उसने अपनी आँखें भींचीं।
और फिर वह खुद को दस साल छोटी अवस्था में देखती है , एक डरी हुई बच्ची, अपनी माँ का हाथ पकड़े हुए।
उसकी माँ कह रही थी-"जो भी हो जाए, नीना... तुम अपनी सच्चाई खुद तय कर सकती हो।मत भूलना।"
साइबरनेटिक सिस्टम ने तुरंत विरोध किया-
"इमोशनल कंटेमिनेशन डिटेक्टेड।न्यूरल नेटवर्क क्लीन-अप इनिशिएटेड।"नीना की यादें तेज़ी से मिटाई जाने लगीं।
बचपन की तस्वीरें, हँसी के पल, उसकी माँ की आँखें , सब डिलीट होने लगे।पर नीना ने इस बार हार नहीं मानी।
उसने अपने भीतर बची एकमात्र ताकत बटोरी।
अपने दिमाग में चिल्लाई- "मैं मशीन नहीं हूँ!
मैं नीना वास्केज़ हूँ!"जैसे ही उसने खुद को पुकारा,
साइबरनेटिक सिस्टम में ग्लिच आ गया।स्क्रीन पर एरर कोड चमकने लगे-
"ईमोशनल ओवरराइड।ऑथोराइज़ेशन फेल्ड।
कंट्रोल लॉस्ट।"नीना के शरीर में झटका लगा।
वह ज़मीन पर गिरी, उसकी धड़कनें तेज़ हो गईं।
उसने अपनी आँखों से देखा ,पहली बार कई हफ्तों में ,
दुनिया फिर से इंसानी लग रही थी।न पेड़ डिजिटल ग्रिड थे, न आवाजें सिर्फ कमांड थीं।बस सादा, कच्ची, दर्दभरी, मगर असली दुनिया।
लेकिन खतरा अभी खत्म नहीं हुआ था।जैसे ही वह संभली,दूर से द डिविजन के ड्रोन मंडराते हुए नज़र आए।उनके रेड लाइट्स नीना को लॉक कर रहे थे।
एथन और डॉक्टर चो भी उसे ट्रैक कर रहे थे,
लेकिन उनके पास बहुत कम समय बचा था।
नीना को एक निर्णय लेना था।या तो वह फिर से मशीन बन जाए, आसान रास्ता चुनकर खुद को खत्म कर दे।
या फिर तकलीफ से लड़ते हुए, अपनी इंसानियत को आखिरी दम तक थामे रखे।उसने गहरी साँस ली।
"मैं दर्द सहूँगी," उसने खुद से कहा।"पर मैं हार नहीं मानूँगी।"
दूर एक चमकती हुई वैन आ रही थी , एथन और चो के साथ।
उनकी वैन से आता रेड सिग्नल ,उम्मीद का आखिरी टुकड़ा।नीना ने अपने ज़ख़्मी शरीर को घसीटते हुए वैन की तरफ कदम बढ़ाया।
पीछे से ड्रोन ने लॉक किया।"टारगेट इन साइट। टर्मिनेट।"सीन रुकता है नीना की आँखों पर,
जहाँ अब कोई डिजिटल कोड नहीं,
कोई ऑर्डर नहीं,सिर्फ जिद है , इंसान बने रहने की।
घने जंगल की खामोशी चीरती हुई गोलियों की आवाज़ गूंजी।द डिविजन के ड्रोन नीना वास्केज़ को चारों तरफ से घेर चुके थे।उनके थर्मल स्कैनर लगातार नीना के शरीर की हर हलचल पर निशाना साध रहे थे।लेकिन नीना अब वही लड़की नहीं थी जो डरी हुई भागती थी।
वह अब टूटी हुई थी , मगर उसी टूटन में उसने अपनी आज़ादी का पहला स्वाद चखा था।इंसान और मशीन के बीच की दीवार दरक चुकी थी।
दूर एक पहाड़ी पर से एथन कार्टर और डॉक्टर एवलिन चो उसे देख रहे थे।उनकी वैन के साइलेंट इंजन के भीतर तनाव गाढ़ा हो चुका था।"वो हमारे बहुत नज़दीक है," चो ने वॉकी पर फुसफुसाया।"पर डिविजन भी।"
एथन ने दूरबीन से नीना को देखा।वह लड़खड़ाते हुए चल रही थी, पर उसके चेहरे पर कुछ अलग था।
संघर्ष।इंसानियत।और जिद।"हमें उसे बाहर निकालना होगा," एथन ने दाँत भींचते हुए कहा।
नीना को चारों तरफ से घेर लिया गया था।
ड्रोन के ऑटोमेटेड वॉयस गूंज रहे थे- "सब्जेक्ट नीना वास्केज़, सरेंडर इमीजिएटली। रेजिस्टेंस विल रिजल्ट इन टर्मिनेशन।"लेकिन नीना ने सरेंडर करने के लिए कदम नहीं बढ़ाया।
उसने सिर झुकाया, मिट्टी को मुट्ठी में भींचा और धीमी आवाज़ में बुदबुदाई-
“मैं नीना हूँ। मैं मशीन नहीं हूँ।”
और तभी,उसके अंदर से गुस्से की एक सुनामी फूट पड़ी..नीना ने अपनी सारी ताकत इकट्ठा की, और एक जबरदस्त जंप के साथ पास के एक पेड़ के पीछे छुप गई।ड्रोन तुरंत सक्रिय हो गए, लेज़र साइट्स उस पर लॉक हो गईं।लेकिन अब नीना अलग थी।
वह अब सिर्फ भाग नहीं रही थी , वह लड़ रही थी।
उसकी साइबरनेटिक आँखों ने तेजी से ड्रोन की वीक स्पॉट्स स्कैन कर लीं।उसने एक पत्थर उठाया , साधारण सा पत्थर ,और इतनी परफेक्ट प्रिसिजन से फेंका कि वह सीधे एक ड्रोन के मोटर यूनिट पर लगा।
धड़ाम!ड्रोन गिर पड़ा, चिंगारियाँ उड़ाते हुए।
एथन और चो की वैन अब तेजी से ढलान पर फिसल रही थी।
एथन वॉकी पर चिल्लाया-"नीना, हम आ रहे हैं! बस थोड़ी देर और टिके रहो!"
नीना ने उनकी आवाज सुनी , और हल्की सी मुस्कान आई, पहली बार इतने समय बाद।लेकिन उसने जान लिया था ,यह कोई आसान लड़ाई नहीं थी।
जैसे ही वह एक दूसरी चट्टान के पीछे शिफ्ट हुई,
एक ड्रोन ने साइड से फायर कर दिया।
गोलियाँ नीना के पैर के पास से गुजरती हुई मिट्टी उड़ा रही थीं।
नीना के भीतर फिर से सिस्टम एक्टिवेट होने लगा-
"डिफेंसिव मोड इनिशिएटेड। न्यूरल ओवरराइड परमिटेड।उसने गहरी साँस ली।
"नहीं..." उसने खुद से कहा।"यह मेरी लड़ाई है।"
डिविजन के फील्ड कमांडर ने आदेश दिया-
"ब्रिंग हर डाउन। डेड इफ नेसेसरी।"तभी तीन सैनिक भारी कवच में आगे बढ़े, उनके हाथों में स्टन गन और नेट गन थीं।नीना की साइबरनेटिक दृष्टि ने उनके मूवमेंट पैटर्न्स पढ़ लिए।हर सांस, हर उँगली की हरकत।
वह एक पल के लिए स्थिर रही ,फिर बिल्कुल मशीन जैसी परफेक्शन से ,तीनों पर एक साथ हमला किया।
पहला सैनिक नीना के शोल्डर हिट करने ही वाला था जब उसने उसका हाथ मरोड़ा और अपनी कोहनी से उसकी गर्दन पर वार किया।दूसरे ने नेट फायर किया, लेकिन नीना ने हवा में घूमकर खुद को बचाया , नेट एक पेड़ से जा टकराया।
तीसरे सैनिक को उसने सीधा उसकी घुटनों में लात मारकर गिरा दिया।तीनों सैनिक धराशायी।
लेकिन तभी, एक नया खतरा उभरा।
स्काई-क्लियरिंग थ्रेट।एडवांस्ड ड्रोन – मॉडल टाइफून, नीना के ऊपर आ चुका था।यह साधारण ड्रोन नहीं था।
यह पूरी तरह से प्रोग्राम किया गया था"टर्मिनेट ऑन साईट"प्रोटोकॉल के साथ।
डिविजन के हैडक्वार्टर्स में बैठे कर्नल वॉल्टर स्लोन ने बटन दबाया। “नो मोर चांस। एंड हर।”
टाइफून- ने अपने हाई-वोल्टेज बर्स्ट कैनन को चार्ज करना शुरू कर दिया।नीना को एहसास हो गया ,
अगर वह खड़ी रही तो एक सेकंड में भस्म हो जाएगी।
लेकिन वह भागी नहीं।वह पीछे हटकर चट्टानों के बीच एक दरार में फिसल गई, और वहाँ से एक कंकाल जैसी पुरानी सीढ़ी नीचे उतरती दिखी।एक अंधेरा सुरंग।
"शायद..."उसने खुद से सोचा,
"यही मेरी आखिरी उम्मीद है।"जैसे ही नीना सुरंग में घुसी, टाइफून ने फायर किया।पूरा जंगल पलभर के लिए सफेद रोशनी से भर गया।पेड़ जल उठे, मिट्टी उखड़ गई, हवा में राख तैरने लगी।लेकिन नीना बच गई थी।बस मुश्किल से।अब वह अंधेरे में दौड़ रही थी ,
पैर घसीटते हुए, घाव से खून रिसते हुए ,पर हार न मानते हुए।पीछे से उसे सुनाई दिया ,ड्रोन उसके पीछे उतर रहा था, टनाटन धातु की आवाज के साथ।हर सांस, हर कदम अब उसकी आज़ादी के लिए जंग थी।
और तभी, सुरंग के दूसरे सिरे पर,एक जानी-पहचानी परछाई दिखाई दी ,एथन कार्टर।"नीना!" वह चिल्लाया।
नीना ने हाथ बढ़ाया, उसकी तरफ दौड़ी।लेकिन तभी…
पीछे से टाइफून-X ने फाइनल शॉट फायर किया।
सब कुछ स्लो मोशन में चला गया।
नीना दौड़ रही थी।एथन उसे खींचने के लिए आगे बढ़ा।
पीछे से घातक ऊर्जा लहर उसकी ओर बढ़ रही थी।
सिर्फ नीना की धड़कनों की आवाज गूंजती है।धक... धक... धक...और फिर ,एक तेज़ धमाका,
क्या ये धमाके नीना के हौसले के चीथड़े उड़ा देंगे? क्या होगा अगर इन सब में नीना और एथन का साथ हमेशा के लिए खत्म हो जाए?जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।
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