नीना की धड़कन असमान्य और तेज़ हो रही थी। वह प्रयोगशाला से बाहर निकल चुकी थी, लेकिन जैसे ही उसने दरवाज़ा खटखटाया और रात के अंधेरे में कदम रखा, उसे एक अजीब सा एहसास हुआ। घबराहट ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया था। सांसें घुट रही थीं, लेकिन वह पीछे मुड़कर देखे बिना भागती जा रही थी। उसका दिल तेजी से धड़क रहा था, और उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे किसी ने उसे जकड़ लिया हो, जैसे वह अकेली नहीं थी।

वह अंधेरे गलियों से होकर दौड़ रही थी। हवा में एक खामोशी थी, लेकिन यह खामोशी डर के साथ भर दी गई थी। उसकी आँखों के सामने छायाएँ घुम रही थीं, और वह जानती थी कि कुछ गलत था। वह अपने शरीर को हर पल तेज़ी से दौड़ने के लिए मजबूर कर रही थी, लेकिन फिर भी वह अपने अंदर किसी भारी चीज़ का दबाव महसूस कर रही थी। कोई उसका पीछा कर रहा था। उसे यह एहसास था, लेकिन वह इस एहसास को नकारने की कोशिश करती रही।

नीना के मन में एक ही विचार था,वह अपनी जान बचाना चाहती थी। लेकिन अब, जैसे-जैसे वह आगे बढ़ी, यह एहसास और भी मजबूत होता जा रहा था कि वह भाग नहीं सकती। उसे यह भी नहीं पता था कि वह कहाँ जा रही थी। गलियाँ क़तारों में बदल रही थीं, उसकी दिशा भ्रमित हो चुकी थी, और फिर भी वह बिना किसी रुके दौड़े जा रही थी। उसका दिल उसके शरीर के भीतर गूंज रहा था, जैसे वह हर कदम के साथ ज्यादा थका हुआ महसूस करने लगी हो।

कुछ ही देर बाद, नीना ने अपनी गति और बढ़ा दी। हर पल उसे महसूस हो रहा था कि उसे कोई देख रहा था। अचानक, वह रुक गई, और उसकी आँखों ने सामने के अंधेरे को भेदने की कोशिश की। वहाँ कुछ था,कोई, जिसे वह महसूस कर सकती थी। वह घबराई हुई थी, लेकिन फिर भी उसे यह साफ़ महसूस हुआ कि कुछ और भी था, जो उसे चुपचाप पीछा कर रहा था। वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं था। वह कोई और था। उसे यह साफ़ पता था कि यह वही था, जिसे वह टालने की कोशिश कर रही थी।

"वैल..." नीना की जुबान से यह शब्द मुश्किल से निकला, लेकिन इसके बाद उसे एक डर महसूस हुआ, जो उसके अंदर गहरे तक समा गया। वैल, वह महिला, जो अब सिर्फ एक नाम नहीं थी, बल्कि एक ऐसा नाम था, जो उसकी जिंदगी का सबसे भयानक हिस्सा बन चुका था। एक बार, वह वॉल से परिचित थी, एक सामान्य, खामोश सी महिला, लेकिन अब वह किसी और ही रूप में बदल चुकी थी। कार्टेल ने उसे बदल दिया था, और अब वह वॉल नहीं रही,वह कुछ और बन चुकी थी। उसे लगता था कि वॉल के पास अब वह ताकत थी, जो उसने कभी नहीं जानी थी। और वह ताकत उसके पीछे थी।

उसकी धड़कन फिर से तेज़ हो गई। नीना ने एक बार फिर से पीछे मुड़कर देखा। उसकी आँखों में घबराहट और डर साफ़ था, लेकिन वह फिर भी दौड़ने की कोशिश करती रही। अचानक, उसे महसूस हुआ कि कुछ बढ़ा हुआ था। वह गति से दौड़ रही थी, लेकिन जो पीछा कर रहा था, वह उससे कहीं ज्यादा तेज़ था। उसके पैरों की हलचल अब धीमी लगने लगी थी, जैसे उसका शरीर किसी जादूई पकड़ में फंस चुका हो। उसकी नसों में एक अदृश्य हाथ था, जो उसे रोकने की कोशिश कर रहा था।

और फिर, एक साया उसकी आँखों में चढ़ गया। यह साया कोई और नहीं, बल्कि वॉल थी। वॉल की तसल्ली से चलने वाली छाया ने नीना को घेर लिया। उसे समझते देर नहीं लगी कि वह बच नहीं सकती। उसकी हवा की गति अब एक अवरोध बन चुकी थी। और वह महसूस कर रही थी कि इस बार, वह फंसी हुई थी।

वॉल अब बिल्कुल सामने थी। उसकी आँखों में एक हड्डी को चीरने वाली शांति थी। वह मुस्कुरा रही थी, लेकिन उसकी मुस्कान में कोई मासूमियत नहीं थी। यह एक दहशत भरी मुस्कान थी, एक आदमखोर मुस्कान। नीना को महसूस हो रहा था कि वॉल अब वह नहीं है, जो वह पहले थी। वह कोई और बन चुकी थी,एक खौ़फनाक सशक्त रूप। उसकी आँखों में एक शातिर ताकत थी, जो उसकी हड्डियों में समा रही थी।

"कहाँ भाग रही हो, नीना?" वॉल ने एक गहरी और रहस्यमय आवाज़ में पूछा। उसकी आवाज़ में सर्दी और दुश्मनी का संकेत था।

नीना ने अपनी पूरी ताकत से जवाब देने की कोशिश की, लेकिन कुछ ऐसा था जो उसे झकझोर रहा था। उसकी आवाज़ खो गई, जैसे हवा में घुल गई हो। उसके शब्द लुप्त हो गए। वॉल ने एक कदम आगे बढ़ाया और उसकी आँखों में एक मुस्कान फैल गई, जैसे वह नीना की हर उलझन और घबराहट का आनंद ले रही हो।

"तुम जानती हो, तुम मुझसे नहीं बच सकती।" वॉल का स्वर अब पहले से ज्यादा कड़ा और धारदार था। वह धीमे-धीमे नीना की ओर बढ़ रही थी, और उसकी हर चाल मानो उसके जीवन को और अधिक खतरनाक बना रही हो। नीना ने महसूस किया कि वह अब सचमुच जाल में फँस चुकी थी।

वॉल का चेहरा अब नीना के बिल्कुल पास था। उसकी आँखों में एक ठंडक और ताकत थी, जो उसकी पूरी सोच को अव्यवस्थित कर रही थी। नीना का शरीर थक चुका था, लेकिन फिर भी उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और खुद को मानसिक रूप से तैयार किया कि वह अपनी आखिरी लड़ाई लड़ने जा रही थी।

लेकिन जैसे ही वह एक और कदम पीछे बढ़ाती है, वॉल अचानक उसकी ओर झपटती है, और नीना का दिल पूरी तरह से रुक जाता है। वह फिर से जकड़ी हुई थी,लेकिन इस बार वह पहले से कहीं ज्यादा असहाय महसूस कर रही थी।

 

नीना की सांसें तेज़ हो रही थीं। उसकी सारी ऊर्जा एक ही बिंदु पर एकत्रित हो रही थी, उसकी हर मांसपेशी टाइट हो गई थी, जैसे वह किसी भयंकर लड़ाई के लिए खुद को तैयार कर रही हो। वॉल के सामने खड़ी होने पर, नीना को महसूस हो रहा था कि उसका शरीर बहुत कमजोर पड़ गया था। उसकी शक्ति अब वॉल के मुकाबले कुछ भी नहीं थी। वैल, जिसे पहले वह एक सामान्य व्यक्ति समझती थी, अब किसी राक्षस से कम नहीं लग रही थी।

वॉल (मुस्कुराते हुए, चिढ़ाते हुए): “तुम क्या सोचती हो, नीना? कि तुम भाग सकती हो? तुम्हारी हिम्मत टूट चुकी है, और अब तुम मेरी शक्ति से कहीं भी नहीं बच सकती।”

नीना के अंदर एक गहरी चुप्प सी छा गई। वह पहले जितनी मजबूत नहीं महसूस कर रही थी। वॉल ने शरीर पर जो सख्त नियंत्रण पाया था, उसकी वजह से वह एक कदम भी पीछे नहीं हट सकती थी। उसे यह समझ में आ गया कि वॉल अब वही नहीं रही, जो वह कभी थी। वह अब खुद को एक राक्षस समझने लगी थी, और उस राक्षस के सामने नीना बिल्कुल असहाय थी।

नीना (सोचती हुई): “यह क्या हो रहा है? वह वॉल नहीं है, जो मैंने पहले देखी थी। अब वह एक... एक दूसरी दुनिया से आई हुई ताकत बन चुकी है। यह आखिरी वक्त है। मुझे कुछ करना होगा।”

नीना ने देखा कि वॉल की आँखों में चमक थी,एक खतरनाक चमक, जिसमें वह सारी शक्ति थी, जो उसे कार्टेल ने दी थी। आँख ने वॉल को और मजबूत बना दिया था, और अब वह बिना किसी संकोच के अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रही थी। वह पहले इंसान जैसी नहीं थी, जो कभी नीना की दोस्त थी। अब वह एक साधारण योद्धा नहीं, बल्कि एक सुपरहुमन बन चुकी थी, जिसका उद्देश्य सिर्फ ताकत दिखाना था।

वॉल (ध्यान से, धीमी आवाज में): “तुम क्या समझती हो, नीना? तुम्हारे साथ मेरा पुराना रिश्ता अब खत्म हो चुका है। मैं अब वही बन चुकी हूँ, जो तुमसे ज्यादा ताकतवर है। यह वही रास्ता है, जिस पर मैंने चलने का फैसला किया था।”

नीना ने इस बात को महसूस किया, और उसके दिल में एक गहरी निराशा समा गई। उसने इस बात को दिल से समझा कि अब वह वही नहीं है, जो वह पहले थी। उसने अपना आत्मविश्वास खो दिया था। लेकिन फिर भी, नीना ने हिम्मत जुटाई। उसका अस्तित्व इस पल पर निर्भर था। वह नहीं चाहती थी कि यह हो, वह नहीं चाहती थी कि वह हार जाए। उसके अंदर एक जज़्बा था, जो किसी भी हालत में खत्म नहीं हो सकता था।

नीना (आवाज़ में दृढ़ता): “तुम जिस रास्ते पर हो, वैल, वह तुम्हें कभी नहीं बचाएगा। तुम जिस ताकत का इस्तेमाल कर रही हो, वह तुम्हारे खिलाफ जाएगी।”

वॉल ने एक कुटिल मुस्कान के साथ नीना को घूरा। उसकी आँखों में एक ठंडी और बेरहमी का संकेत था। वह जानती थी कि नीना अब भयभीत हो चुकी थी, लेकिन उसे यह भी पता था कि नीना अभी भी अपनी लड़ाई नहीं छोड़ने वाली थी। उसकी आँखें अब चमक रही थीं, जैसे वह नीना की कमजोरी को देखकर आनंद ले रही हो।

वॉल (शरीर को और भी झुकाते हुए, जोश में): “तुम क्या कर सकती हो, नीना? अब तुम मेरा मुकाबला नहीं कर सकती। तुम्हारी शक्ति, तुम्हारी हिम्मत... सब खत्म हो चुकी है।”

नीना ने गहरी सांस ली और महसूस किया कि उसका शरीर थका हुआ था, लेकिन उसका मन अभी भी साफ था। उसे यह एहसास हुआ कि इस हालात में केवल उसकी इच्छा ही उसे बचा सकती थी। उसे लड़ना था, क्योंकि यही एकमात्र तरीका था। वह पीछे नहीं हट सकती थी। वह इस युद्ध में अपनी आखिरी कोशिश करने वाली थी।

नीना (स्वयं से): “यह लड़ाई खत्म नहीं हो सकती। मुझे हार नहीं माननी है। मुझे अपनी ताकत खोजनी होगी।”

वॉल अब उसकी ओर बढ़ रही थी, उसकी गति बहुत तेज़ थी। नीना की आँखों के सामने वह एक राक्षस की तरह लहराई और फिर उसे हमला करने के लिए झपट्टा मारा। नीना ने तात्कालिक रूप से प्रतिक्रिया की। उसने अपने हाथों से वॉल का हाथ पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वॉल की ताकत के सामने उसकी कोशिश बेमानी थी। वॉल ने उसकी पकड़ तोड़ दी और एक करारा मुक्का नीना के पेट पर मारा। नीना के होंठों से एक जोर का कराह निकला, और वह पिछे की ओर लुड़कते हुए जमीन पर गिर पड़ी। उसकी पूरी ज़िन्दगी उसी क्षण में जैसे ठहर गई।

नीना की हड्डियों में दर्द था, लेकिन उसके मस्तिष्क में केवल एक ही ख्याल था,वह हार नहीं मानेगी। वह उठने की कोशिश करती है, लेकिन वॉल उसकी ओर फिर से बढ़ती है। उसकी आँखों में क्रूरता साफ दिखाई दे रही थी। वह महसूस कर रही थी कि वह नीना को एक-एक करके तोड़ रही थी।

वॉल (नीना के सिर के पास झुकते हुए): “तुम कभी भी मुझसे नहीं जीत सकती। मैं अब और भी ताकतवर हो चुकी हूं।”

नीना की आँखों में अब एक नई चमक थी। वह वॉल की शक्ति से थकी नहीं थी। उसने धीरे-धीरे सिर उठाया और अपनी हिम्मत जुटाई। उसे यकीन था कि वह इस लड़ाई में कुछ न कुछ ऐसा कर सकती है, जिससे वॉल की ताकत कमजोर पड़ जाए। नीना अब अकेली नहीं थी, उसके अंदर एक नई भावना उमड़ रही थी,युद्ध की भावना। और यही भावना उसे इस लड़ाई को खत्म करने का रास्ता दिखाएगी।

 

बारिश अब तेज़ हो चुकी थी। सड़कों पर पानी बह रहा था और हर कोने से टकराती हुई बूंदें जैसे वक्त को धीमा कर रही थीं। नीना की सांसें बिखर रही थीं, शरीर थरथरा रहा था, लेकिन उसकी आँखों में अब भी हार का नामो-निशान नहीं था। उसके होंठों से खून रिस रहा था, लेकिन वो अभी भी लड़ रही थी , अपने वजूद के लिए, अपनी यादों के लिए, अपनी आज़ादी के लिए।

वॉल ने उसे एक बार फिर ज़मीन पर गिरा दिया। इस बार और ज़्यादा ताक़त से। नीना का सिर फुटपाथ की ठंडी और भीगी सतह से टकराया। आँखों के आगे सब कुछ घूमने लगा।

वॉल (गर्दन पर हाथ रखते हुए, फुसफुसाहट में):

“तुमने झिझक की, नीना। इसलिए तुम हारोगी।”

उसका हाथ नीना की गर्दन को कसने लगा। नीना की सांसें घुटने लगीं। हवा जैसे बाहर जाने को तरस रही थी लेकिन जगह नहीं मिल रही थी। उसकी आंखें फैल गईं, चेहरा लाल होने लगा।

और फिर... धम्म!

वॉल ने नीना का सिर ज़ोर से ज़मीन पर पटका।

एक अजीब-सी खामोशी छा गई।

सब कुछ काला हो गया।

 

चारों तरफ अंधेरा था। पर उस अंधेरे में कोई था , “द आई।”

वो फिर से नीना के भीतर उतरने लगा था।

यादें उलट-पलट हो रही थीं। समय और स्थान टूटते जा रहे थे। नीना की आत्मा उस जगह से वापस खींची जा रही थी, जहाँ से उसने खुद को आज़ाद किया था।

पर इस बार कुछ अलग था।

इस बार नीना लड़ने लगी।उसने आंखें बंद कीं, और अंदर से एक चीख निकली लेकिन होंठ खामोश थे,लेकिन दिमाग में वो गूंज  इतनी ज़ोरदार थी कि वो खुद द आई की दीवारों से टकरा गई।

अचानक...नीना की आंखें फिर से खुलीं।

बारिश की एक बूंद उसके गाल पर गिरी। गर्दन अब भी वॉल के हाथों में थी, लेकिन नीना की आंखों में अब कोई और चमक थी।उसने खुद को खींचकर झटके से रिहा किया।

वॉल चौंकी। उसने अभी संभलने की कोशिश ही की थी कि नीना के हाथ, जैसे किसी और की ताकत से चल रहे हों, खुद-ब-खुद आगे बढ़े।

एक तेज़ वार , सीधे वॉल के चेहरे की ओर।लेकिन…

वक़्त रुक गया।नीना का हाथ हवा में थम गया।

एक अदृश्य ताक़त ने उसे वहीं रोक दिया , आधे वार पर, अधूरी जीत के मोड़ पर।

आई  ने दखल दे दिया था।नीना की आंखों में खौफ लौट आया।

उसके चारों ओर धुंध फैलने लगी, और किसी अनदेखी आवाज़ ने फुसफुसाकर कहा,

"तुम्हारा शरीर तुम्हारा नहीं है, नीना। तुम्हारा युद्ध अभी शुरू भी नहीं हुआ है...अभी खौफ बाक़ी है।

 

क्या नीना वॉल को खत्म करने वाली है? आई आख़िर क्या चाहता है? जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।

 

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