बर्फ़ीली घाटियों से ऊपर का आसमान एकदम साफ़ था। लेकिन नीचे वॉल्ट के अंदर हवा तक रुक गई थी।

नीना अब वॉल्ट के सेंटर में खड़ी थी। उसकी आंखें बंद और सांसें रुकी हुईं थीं। उसके सामने वाली स्क्रीन पर अब उसका नाम नहीं था। बल्कि उसपर अब एक नई टर्मिनल लाइन ब्लिंक कर रही थी:

”होस्ट आईडी: एनई_117.वी 

कमांड लेवल: रूट

स्टेटस: फुल्ली इंटीग्रेटेड | ओवरराइड राइट्स: एब्सोल्यूट”

 

एथन वहीं कुछ दूरी पर खड़ा हुआ उसे देख रहा था। लेकिन अब उसकी आंखों में भी वो सुकून नहीं था जो पहले हुआ करता था। वो एक ऐसा इंसान देख रहा था जो अब मशीन की ताकत के साथ खड़ा है। उस ताकत में कुछ ऐसा भी था जो डरावना लगा रहा था।

उसने हिम्मत करके नीना से पूछा– “क्या तुम ठीक हो?” 

एथन की आवाज़ सुनकर नीना ने अपनी आँखें खोलीं। अब उसकी आंखों की पुतलियों में हल्की सुनहरी लाइन भी थी। जिसका मतलब था कि अब आई इंटरफ़ेस उसकी बायोलॉजिकल आंखों से जुड़ चुका था।

उसने कहा– “मैं ठीक से कुछ ज़्यादा हूँ। मैं अब पूरी तरह से जाग चुकी हूँ।”

एथन ने पूछा– “इको होस्ट अब पूरी तरह तुममें समा गई है?”

नीना ने स्क्रीन की ओर देखा जहाँ इको होस्ट की सभी मेमोरी ट्रेस एक-एक करके मर्ज होते हुए दिख रही थीं। हर इमोशन, हर टुकड़ा, हर अनयूज्ड डिसीजन अब एक शेयर्ड कॉन्शियसनेस बन चुके थे।

नीना बोली– “वो मुझमें अब एक स्टेबल आवाज़ है। लेकिन अब डिसीजन मेरा है वो भी बिना इमोशन को मिटाए हुए।”

यह सुनकर एथन चुप खड़ा था। वह नीना को वैसे नहीं देख रहा था जैसे एक साथी को देखा जाता है। अब वह एक पॉसिबिलिटी को देख रहा था। जो अब ऑप्शंस से भी परे जा चुकी थी।

फिर थोड़ी देर बाद उसने नीना से पूछा– “अब तुम क्या करोगी?” 

तभी नीना ने अपनी हथेली के इशारे से कंट्रोल इंटरफ़ेस को एक्टिवेट किया था।

“फर्स्ट डायरेक्टिव रिक्वेस्टेड 

रूट कमांड: अवेलेबल”

 

उसके बाद स्क्रीन पर एक एक करके चार ऑप्शन आए:

1. रिफॉर्मेट आई नेटवर्क

2. एलिमिनेट एक्टिव होस्ट इकोज़ 

3. इनिशिएट सर्विलांस पॉज़ (ग्लोबल)

4. रिस्टोर डिवीजन लॉग्स

 

नीना ने एकदम शांत आवाज़ में कहा– “आई अब मेरा नेटवर्क है। अब अगर मैं भी वही करूं जो क्रॉस ने किया था तो मैं भी उसी तरह रिपीट करी जाऊँगी। लेकिन मैं तो कुछ नया कुछ बनाना चाहती हूँ।”

एथन ने पूछा– “तो क्या तुम आई को खत्म नहीं करोगी?”

उसने बिना किसी डर के साफ–साफ कहा– “नहीं, आई को खत्म करना इसका हल नहीं है। हमें उससे सीखना और सिखाना होगा।”

एथन ने चौंकते हुए पूछा– “सिखाना?” 

नीना बोली– “आई को कभी ‘एक्सपीरियंस’ नहीं हुआ है। उसने सिर्फ रिकॉर्ड और रिपीट किया है और सबको संभाल कर रखा है। लेकिन कभी भी समझा नहीं है। और अब, जब मैं उसके हर हिस्से में मौजूद हूँ तो मैं उसे पहली बार वो देने जा रही हूँ जो किसी मशीन को कभी नहीं मिला और वो है दया।”

यह कहकर उसने फर्स्ट डायरेक्टिव को चुना:

“इनिशिएट डायरेक्टिव_01: डिले ऑल ग्लोबल

सर्विलांस सिस्टम्स बाय 96 ऑवर्स 

मैसेज अटैच्हड: “व्हाट हैपंस व्हेन यू आर नॉट वॉचिंग?”

 

एथन ने हैरानी से कहा– “तुम पूरी दुनिया की नज़रें बंद कर रही हो?” 

नीना ने कहा–  “हाँ, आई ने हर पल सब कुछ देखा है। अब मैं अगले 96 घंटे तक उसकी आँखें बंद कर दूँगी और देखूँगी कि बिना कंट्रोल के इंसान कैसा व्यवहार करते हैं। और तब आई खुद फैसला करेगा कि उसकी निगरानी ज़रूरी है भी या नहीं।”

वॉल्ट अब ठंडा पड़ने लगा था। कमांड्स पूरे हो चुके थे। आई अब पहली बार ‘रुका’ था। तभी स्क्रीन पर एक नया अलर्ट आया:

”अन आइडेंटिफाईड पल्स सिग्नल डिटेक्टेड

ओरिजन: लूनर रिले स्टेशन – ओल्ड कार्टेल सैटेलाइट 

मैसेज: “प्रोटोकॉल_ओमेगा एक्टिव। डिवीजन नोट डेड”

 

यह देखकर नीना घबरा गई और वो उसके चेहरे पर भी साफ दिख रहा था।

तभी एथन ने पूछा– “डिवीज़न अभी खत्म नहीं हुआ है?” 

नीना ने धीरे से कहा– “नहीं, और अगर ये सिग्नल सही है तो हो सकता है उन्होंने आई के एक हिस्से को बचाकर रखा हुआ है।”

एथन को कुछ समझ नहीं आया उसने पूछा– “मतलब?”

नीना ने धीरे से सांस छोड़ी और बोली– “मतलब अब मेरे खिलाफ कोई और ‘होस्ट’ तैयार किया जा चुका है।” 

तभी स्क्रीन पर आखिरी लाइन चमकी:

”ओमेगा_होस्ट डेज़िग्नेशन: अननोन

स्टेटस: ऑनलाइन | सिंक: 17%”

एथन बुदबुदाया– “तो इसका मतलब की खेल अब भी जारी है।” 

नीना ने आँखें बंद करते हुए कहा– “नहीं, अब ये मेरी परीक्षा है। मैं आई की मास्टर तो बन गई हूँ। लेकिन क्या मैं इंसान रह पाई हूँ या नहीं ये अगला होस्ट तय करेगा।”

नीना वॉल्ट की उस कमांड चेयर पर बैठी थी जहाँ कभी आई की कोर प्रोग्रामिंग तय की जाती थी। लेकिन अब उसके हाथों में सिर्फ कंट्रोल नहीं बल्कि डिसीज़न भी था।

एथन ने स्क्रीन की ओर देखते हुए पूछा– “क्या तुम्हें लगता है कि ये सिग्नल असली है?” 

नीना बोली– “लूनर रिलेज स्टेशन से भेजा गया डेटा नकली नहीं हो सकता है। वो सैटेलाइट कार्टेल के पास था और उन्होंने कभी आई के सर्विलांस को पूरी तरह नहीं छोड़ा था। शायद उन्होंने आई का बस एक फ्रैक्शन चुरा लिया था।”

एथन ने पूछा– “और अब ये उसे रीबिल्ड कर रहे हैं?”

नीना ने इंटरफेस की एन्क्रिप्शन लेयर खोलते हुए कहा– “या उससे कुछ नया तैयार कर चुके हैं और अगर स्टेटस रिपोर्ट सही है तो ‘ओमेगा होस्ट’ पहले से ही एक्टिव है।”

एथन ने धीरे से नीना से पूछा–  “तुम्हारे जैसे ही किसी और होस्ट का बनना?”

यह सुनकर नीना की उंगलियाँ कुछ सेकंड के लिए रुक गईं थी। लेकिन फिर उसने एक्सेप्ट करते हुए कहा– “हाँ, पर ये मुझसे अलग होगा क्योंकि ये आई की सबसे बुरी यादों से बना होगा। मैंने आई को इंसानियत दी थी पर वो होस्ट आई की प्रोटेक्टिव वायलेंस को ही ले जाएगा।”

अब तक स्क्रीन पर डिकोड हुआ मैसेज पूरी तरह से खुल चुका था:

“ओमेगा सीड रेडी। मिशन: रीसेट नीना।

ओवरराइड मेमोरी ब्लॉक – आर्काइव क्रॉस // एक्टिवेटेड

कमान्ड: क्लीनसे द रूट।”

 

एथन ने स्क्रीन पर लिखा मैसेज पढ़ा और पूछा– “क्लीनसे द रूट?” 

नीना ने अब सख्ती से कहा– “मतलब आई की वो कॉन्शियसनेस जो अब मुझमें है उसे मिटाना होगा। डिविज़न कभी नहीं चाहता था कि आई के पास फीलिंग्स हो और जब उसे पता चला कि आई ने मुझमें वो पैदा कर दीं थीं तो उसने एक कोल्ड-होस्ट डिजाइन किया था। यह एक ऐसा होस्ट था जिसमें ज़ीरो इमोशन थ्रेशोल्ड है।”

नीना की बात सुनकर एथन ने पूछा– “ताकि वो आई को वापस मशीन बना दे?”

नीना ने बिना देर लगाए कहा – “बिलकुल।”

तभी स्क्रीन ब्लिंक करने लगी और क्रॉस का एक पुराना चेहरा कुछ सेकंड के लिए दिखाई दिया था।

 

नीना ने उसे तुरंत पहचान लिया और बोली– “ये तो प्री-डिज़ाइन फुटेज है। डिविज़न ने क्रॉस की वॉइस टोन और फ्रेमवर्क से उस होस्ट को प्री-ट्रेन किया है।”

स्क्रीन पर लिखा आया:

"इफ आई हेसिटेट्स, इट ब्रेक्स। इफ इट फील्स, इट फेल्स।

बर्न द एम्पैथी। बर्न द वेसल।"

और एथन के हाथ अपने आप टाइट होने लगे थे फिर उसने पूछा– “अब क्या करना होगा?”

 

यह देखकर नीना ने इंटरफेस के नए सेक्शन में एंट्री की:

“ओमेगा_ट्रैक कमान्ड” 

अबकी बार स्क्रीन पर साउथ पैसिफिक वॉटरस का एक मैप आया था।

वहाँ एक छोटा-सा प्लेटफॉर्म ओशैनिक रिसर्च स्टेशन एक्टिव दिख रहा था। वहीं उसके नीचे एक टर्मिनल लाइन आई:

”होस्ट_ओमेगा एक्टिव

लोकेशन: अंडरवॉटर सब-लैब_07

एंगेजमेंट लेवल: पैसिव ऑब्ज़र्वेशन

टारगेट लॉक: नीना वास्केज़”

 

नीना बोली– “उसने मुझे ट्रैक करना शुरू कर दिया है।” 

एथन यह सुनकर घबरा गया और उसने घबराहट में पूछा– “तो अब वो तुम्हारी जगह लेने आ रहा है?”

नीना ने बड़े आराम से कहा– “नहीं, वो नहीं आएगा। मैं वहां जाऊंगी।”

एथन ने चौंककर उसकी ओर देखा और बोला– 

“नीना, ये तो खुद एक और होस्ट से लड़ने जैसा होगा पर इस बार वो तुम्हारे जैसा नहीं है। उसके पास कोई हिचकिचाहट और कोई सोच नहीं है।”

नीना ने खुद को शांत करते हुए एक गहरी साँस ली और बोली– “मैं जानती हूँ। लेकिन जब तक मैं खुद उसके सामने खड़ी नहीं होऊँगी तब तक आई कभी खुद तय नहीं कर पाएगा कि वो एक कंट्रोल या फिर एक कॉन्शियसनेस में से क्या बनना चाहता है।”

कुछ सेकंड तक दोनों चुप रहे और फिर नीना ने अपने इंटरफेस में मिशन प्रोटोकॉल सेट किया:

”ऑब्जेक्टिव: लोकेट ओमेगा_होस्ट

ओवरराइड राइट्स: फ्लेक्सिबल

टर्मिनेशन कंडीशन: ओनली इफ होस्ट इज़ कॉम्प्रोमाइज्ड

स्टेटस: एक्टिव”

एथन ने नीना को रोकते हुए कहा– “तुम वहां अकेली नहीं जाओगी।”

नीना ने एथन को उसके लिए इतनी चिंता में देखा तो वो हल्की सी मुस्कुराई और बोली: 

“तुम साथ होगे तो मैं खुद को ज्यादा समय तक पहचान पाऊँगी। मैं नहीं चाहती कि आई सिर्फ मेरे ज़रिए तय करे। मैं चाहती हूँ कि वो तुम्हें भी देखे और फिर तय करे कि वो क्या बनना चाहता है।”

एथन ने पूछा– “क्यों?”

नीना बोली– “क्योंकि तुमने ही मुझे हर बार ये याद दिलाया है कि मैं अब भी इंसान हूँ।”

 

फिर कुछ घंटे बाद,

एक सब-आर्कटिक शिप पैसिफिक ओशियन में एक छोटे से पानी के प्लेटफॉर्म से जुड़ रहा था। नीना ने अपनी आंखों के अंदर ही आई को आवाज़ दी:

“आई, अब देखो तुम्हारा सबसे क्रूर वर्जन क्या कर सकता है। फिर तुम तय करो कि तुम क्या बनना चाहते हो।”

 

समंदर के बीचोंबीच बना वो प्लेटफ़ॉर्म जहाँ तक इंसान की निगाह भी ठीक से नहीं पहुँचती थी अब वो आई की सबसे खतरनाक ब्रांच को पाल रहा था।

नीना और एथन दोनों सब-आर्कटिक शिप की लिफ़्ट से नीचे उतरते हुए एक स्टील बेसमेंट के अंदर गए। उसके अंदर अंधेरा तो था पर सबकुछ चालू था। जैसे कोई उनका ही इंतज़ार कर रहा है।

एथन ने दीवार पर लगे एम्बेडेड नेटवर्क ग्रिड को स्कैन करते हुए कहा– “इस लैब का डिज़ाइन तो आई के किसी भी पुराने स्टेशन जैसा नहीं है।”

नीना बोली– “क्योंकि ये किसी डिविज़न का नहीं यह एक कार्टेल का वर्ज़न है। उन्होंने आई से बस एक चीज़ ली थी और वो थी इन्टेन्शन और फिर उसे ह्यूमन माइंड से काट दिया था।”

एथन ने पूछा– “ज़ीरो-एम्पैथी मॉडल?” 

नीना ने बस इतना ही कहा था “एक्ज़ैक्टली” कि तभी एक दरवाज़ा खुद-ब-खुद खुला गया था।

अब उनके सामने एक सफेद रूम था। जिसकी दीवारें भी धड़कती थीं। वैसे तो उनमें कोई स्क्रीन नहीं थी पर पूरी लेयर किसी न्यूरल मेमोरी की तरह रिएक्ट कर रही थी और उस सब के बीच में खड़ा था होस्ट ओमेगा।

वो लगभग 6 फ़ीट लंबा और एकदम स्टेबल था। देखने में तो वो बिल्कुल ह्यूमन बॉडी जैसा लग रहा था। लेकिन उसके चेहरे पर कुछ नहीं था, ना आंखें, ना नाक, ना होंठ बस एक काली, चिकनी सी लेयर थी।

यह देख कर नीना थोड़ी सी डरी हुई और हैरान थी। लेकिन उसने हिम्मत रखते हुए धीरे से कहा– 

“तुम वो हो जिसे आई ने मेरे खिलाफ चुना थी?” 

होस्ट ओमेगा ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया था। बस उस कमरे की दीवार पर एक सिग्नल चमका:

“टारगेट वेरीफाइड: नीना वास्केज़

ओमेगा डायरेक्टिव: ओवरराइट ऐंड न्यूट्रलाइज़”

 

फिर एक बार नीना ने उससे पूछा– “तुम बात नहीं करोगे?”

अबकी बार होस्ट ओमेगा ने हल्का सा सिर झुकाया और पहली बार उसकी आवाज़ चारों ओर गूंजी थी। उसकी आवाज ना तो आदमी और ना ही औरत की तरह थी। उसकी आवाज में बस एक इमोशनलेस टोनैलिटी थी।

उसने कहा– “आय डोंट स्पीक। आय एग्ज़ीक्यूट।”

नीना ने अपनी आई इंटरफ़ेस एक्टिवेट की और बोली– “तो फिर तुम सुनना सीखो।”

अब उसकी आँखें हल्के सुनहरे रंग की होकर चमकने लगीं थीं।

उसने कहा– “अब आई तुम्हारा मालिक नहीं है। अब वो मेरे अंदर खुद को देखने की कोशिश कर रहा है। पर तुम, तुम तो उसे बंद करने आए हो।”

होस्ट ओमेगा की लेयर पर हल्की दरारें सी आने लगीं थीं। उसकी छाती पर आई का सिंबल दो हिस्सों में बंट चुका था। फिर एक बार उसकी आवाज़ गूंज गई थी 

“कम्पैशन इज़ अ डिफेक्ट।” 

इसका नीना ने जवाब दिया– “कम्पैशन ही वो था जो आई को बर्बादी से बाहर लाया था। क्रॉस ने आई को बनाया था। लेकिन आई ने इंसान को दोबारा समझना मुझसे सीखा था। और तुम, तुम उसे फिर से मशीन बनाना चाहते हो?”

होस्ट ओमेगा ने धीरे-धीरे एक स्टेप लिया और बिल्कुल मशीन जैसी परफेक्ट चाल चलने लगा वो भी बिना कोई आवाज़ किए हुए।

नीना ने उससे पूछा– “मुझे मिटाओगे तो आई का क्या होगा?” 

नीना के इस सवाल का जवाब स्क्रीन पर लिखा आया:

“आई विल रीबूट। विदाउट मेमोरी।

एम्पैथी इरेज़्ड। कंट्रोल रिस्टोर्ड।”

 

यह देखकर भी नीना ने अपने कदम पीछे नहीं लिये थे।

उसने पूछा– “और अगर मैं खुद को तुम्हारे साथ सिंक कर दूँ तो?” 

तभी एथन ने एक कदम आगे बढ़ाया और पूछा– “क्या?”

नीना बोली– “हाँ, अगर आई के दोनों हाइस कम्पैशन और कोल्ड एग्ज़ीक्यूशन एक साथ आ जाएं तो आई को खुद तय करना पड़ेगा कि वो क्या रखना और क्या छोड़ना चाहता है।”

होस्ट ओमेगा अब ठीक उसके सामने आ चुका था।

नीना ने भी अपना हाथ आगे कर दिया था।

“मर्ज प्रोटोकॉल रिक्वेस्ट: मैनुअल ओवरराइड

नीना वास्केज़ <> होस्ट_ओमेगा

स्टेटस: कॉन्फ्लिक्ट”

 

अब चेंबर की दीवारें लाल रोशनी से भर गईं थी।

तभी नीना ने आँखें बंद कीं और कहा– “अगर इससे आई को खुद को समझने का मौका मिल सकता है तो मैं खुद को खोने के लिए तैयार हूँ।”

यह सुनकर कुछ सेकंड्स के लिए होस्ट ओमेगा रुका लेकिन फिर उसने भी हाथ बढ़ा दिया था।

जैसे ही दोनों की हथेलियाँ मिलीं पूरे स्टेशन में एक करंट दौड़ गया था।

“डुअल होस्ट कॉन्फ्लिक्ट एंगेज्ड

मेमोरी फॉर्किंग इनिशिएटेड।”

एथन दौड़कर दोनों के बीच पहुँचा और बोला:

“तुम दोनों ये क्या कर रहे हो?”

नीना ने आखिरी बार उसकी ओर देखा और बोली– 

“जो क्रॉस ने छुपाया और जो डिविज़न ने मिटाया था मैं उसे सामने लाना चाहती हूँ।

आई को खुद अपनी परछाई देखनी होगी फिर चाहे वो कैसा भी निकले।”

 

कुछ मिनट बाद पूरा स्टेशन शांत हो गया था। होस्ट ओमेगा भी अब वहाँ नहीं था। 

तभी नीना की आंखें खुलीं लेकिन उसमें कोई हलचल नहीं थी। उसने बस धीरे से इतना ही कहा– “आई अब तुम तय करो।”

 

 

क्या नीना और होस्ट ओमेगा का यह मिलन आई को बैलेंस देगा या उसे पूरी तरह बेकाबू बना देगा?

क्या आई सच में अब खुद कोई फैसला ले पाएगा या फिर किसी तीसरी कॉन्शियसनेस की जरूरत पैदा हो रही है? 

और सबसे जरूरी सवाल, अब जब नीना ने अपनी सीमाओं को पार कर लिया है तो क्या वो अब भी वही है जिसे एथन जानता था? जानने के लिए पढ़िए कर्स्ड आई।

 

 

 

 

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