आर्यन उन सभी फोटोज को बड़े ही ध्यान से देख रहा था जो उसने कल की बिजनेस पार्टी में मीरा के साथ खिंचवाए थे, उस पार्टी में आने वाले सारे फोटोग्राफरों को पहले ही मैसेज भेजकर कह दिया गया था कि अगले दिन के टीवी, यूट्यूब, मैगजीन या फिर न्यूज पेपर में मीरा की एक भी फोटो नहीं छपनी चाहिए...वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना।
कुछ ऐसे पत्रकार भी थे जो बेहद निडर थे, जिनमें इंद्राणी दत्ता भी थी उसने तो साफ कह दिया था कि वे ऐसा कुछ नहीं करेंगी…अगर तुम्हारी गर्लफ्रेंड है तो मैं उसे पूरी दुनिया को बता कर ही रहूंगी, इसके बाद आर्यन ने कुछ ऐसी बातें कहीं जिसे सुनकर इंद्राणी का दिमाग चकरा गया। उसका एक अतीत जिसे केवल कुछ ही लोगों को पता था, आर्यन भी जानता था और उसका सामने आने का मतलब था अपने कैरियर को चौपट कर लेना…सब कुछ तबाह हो जाता।
आर्यन ने पर्सनली इंद्राणी को फोन कर के कहा था, ‘’मिस इंद्राणी…बहुत पहले आपके हाथों एक मौत हुई थी....आपने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया था और मर्डर भी किसका, अपने शादीशुदा बॉयफ्रेंड के बेटे का…सोचिए अगर यह बात उसकी मां को पता चल गई तो….मेरे पास कुछ फोटोज हैं जिसमें आपने उस लड़के की पहले तो गला दबाकर हत्या कि फिर अपनी गोद में रखकर उसकी नब्ज चेक की और फिर जमीन में गाड़ दिया। मैं वह जगह भी जानता हूं मिस इंद्राणी जी…जहां आपने उसे दफनाया है, मुझे लगता है इतना काफी है आपको चुप कराने के लिए फिर भी अगर आप मेरी गर्लफ्रेंड को सबके सामने लाना चाहती हैं तो आप बेशक शौक से कर सकती हैं, उसके बाद जेल की सलाखें आपका इंतजार करेंगी…अब आप तय करिए कि आपको आगे भी ऐसी ही ऐशोआराम भरी लाइफ जीनी है या सच सामने लाकर जेल की सलाखों के पीछे सड़ना है, कत्ल के जुर्म में आपको कम से कम उम्रकैद तो हो ही जाएगी।’’
इंद्राणी की सारी बोल्डनेस एकदम से हवा हो गई, ’’नहीं नहीं मिस्टर आर्यन मैं तो मजाक कर रही थी…जो आप चाहते हैं वही होगा।‘’
ये सुनकर आर्यन मुस्कुरा दिया था। आज इंद्राणी के न्यूज पेपर में आर्यन की तारीफें छपी हुई थी…आर्यन निश्चित था क्योंकि उसके हाथ में अब इंद्राणी की कमजोर नस जो लग गई थी। तभी एक बाउंसर आर्यन के पास दौड़ते हुए आया और खड़ा होकर हाफने लगा।
आर्यन ने उसे एक गहरी नजर देखा, फिर अपनी नजर अपनी और मीरा की फोटो पर गड़ाते हुए सर्द आवाज में कहा, ‘’तुम्हें पता है ना कि मेरी बात न मानने वालों को मैं कैसी सजा देता हूं, भले ही वह मेरा अपना बाउंसर ही क्यों ना हो, तुम्हें मैंने मीरा के ऑफिस में हो रहे हर पल की खबर देने के लिए रखा था अब यहां क्यों आए हो?‘’
उस बाउंसर ने हांफते हुए कहा, ‘’उसी से रिलेटेड एक न्यूज लाया हूं सर, आज सुबह तो मीरा मैम के ऑफिस में समझिए एक तूफान ही आया था, कहकर उस बाउंसर ने आर्यन को एक वीडियो क्लिप दिखाते हुए अपना फोन आर्यन को दे दिया।
उस वीडियो क्लिप में धैर्य ओबेरॉय को निका ब्रांड के ऑफिस में हंगामा मचाते देखकर आर्यन के चेहरे पर कोई भाव नहीं आया, मानो वह उसके लिए कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, पर मीरा थोड़ी परेशान थी यह आर्यन नहीं देख सकता था...पर यह परेशानी थोड़ी ही देर की थी, मीरा धैर्य की चेतावनी का जवाब बड़े ही बहादुरी से दे रही थी।
‘मैंने सच में एक बहादुर लड़की से प्यार किया है’ आर्यन ने मन ही मन कहा।
फोन वापस बाउंसर को देते हुए आर्यन ने कहा, ‘’तुम जानते हो ना कि मैं ऐसी छोटी-मोटी चीजों में नहीं उलझता, यह तो तुम भी संभाल सकते हो….धैर्य ओबेरॉय को तो तुम भी चुटकियों में ठिकाने लगा सकते हो।‘’
उस बाउंसर ने कहा, ‘लगा तो सकता हूं सर और लगा भी देता, अगर इसमें मीरा मैम इन्वॉल्व न होती, मुझे लगा यह आपको जरूर दिखाना चाहिए।‘
‘’अच्छा किया दिखा दिया…मैं मीरा को बिल्कुल भी परेशान नहीं देख सकता, अब इस धैर्य ओबेरॉय का केस अभी इसी वक्त सॉल्व कर दो, उसने मीरा और उसके स्टाफ को चौबीस घंटे का समय दिया है, मैं तुम्हें चार घंटे का समय देता हूं….धैर्य ओबेरॉय का नाम फैशन इंडस्ट्री से खत्म हो जाना चाहिए।‘’
उस बाउंसर ने कहा,’’बिल्कुल सर ऐसा ही होगा, आज के बाद वह हर जगह मुंह छिपाता फिरेगा, अब आप शाम की न्यूज जरूर देख लेना‘’ कहकर वह बाउंसर चला गया।
इधर ऑफिस की कैंटीन में रिशेपस्निस्ट के मोबाइल में वह वीडियो देखकर सब ऐसे उछल पड़े मानों सैकड़ो बिच्छू ने उन सभी को एक साथ डंक मार दिया हो…यह क्या हो गया? कैसे हो गया..? मीरा, राशी, निधि, शांतनु सबके मुंह पर एक ही सवाल था कि यह कैसे हो गया?
धैर्य ओबेरॉय पर यह बिजली कैसे गिर गई..? यह तो बेचारा गया काम से.. कहकर राशी ने ताली बजाई।
‘’ओह गॉड ऊपर वाले ने हमे एक बहुत बड़ी मुसीबत से बचा लिया‘’
वीडियो में दिखाया जा रहा था कि धैर्य ओबेरॉय के ऊपर कई सारी माडल्स ने शोषण का आरोप लगाया था, कुछ ने तो अपने और धैर्य की निजी तस्वीरे भी इंटरनेट पर डाल दी थी जो कि बड़ी ही तेजी से वायरल होने लगी थी।
उन तस्वीरों को धुंधला कर दिया गया था, एक दूसरे वीडियो में धैर्य ढेर सारे फोटोग्राफरों और पत्रकारों से घिरा था....उन्हें एक बहुत ही बढ़िया मसालेदार न्यूज जो मिलने वाली थी। फैशन इंडस्ट्री की एक बहुत बड़ी पर्सनालिटी अब डूबने के कगार पर थी।
धैर्य चिल्ला–चिल्लाकर इसे झूठा करार दे रहा था...ये सब मेरे खिलाफ बहुत बड़ी साजिश रची जा रही है, कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते कि इंडिया फैशन के मामले में इंटरनेशनल लेवल पर जाए.…मैंने इंडिया के फैशन को पूरी दुनिया में पहचान दिलाई है, उन लड़कियों को सुपर मॉडल और टॉप माडल बनाया है, मैं चाहता हूं कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए, मैं निर्दोष हूं।‘’
धैर्य का चिल्लाना बेकार गया…पुलिस वालों ने उसे जबरदस्ती जीप में बैठा दिया। लेकिन धैर्य फिर भी चिल्ला रहा था, ‘मैं वापस लौटूंगा, मुझे कोई नहीं बरबाद कर सकता।‘’
फैशन वर्ल्ड के दूसरे दिग्गज अपने-अपने बयान दे रहे थे। अगले महीने होने वाला फैशन वीक भी रदद होने के कगार पर आ गया था…धैर्य के सारे शोरूम और ऑफिस पर अनिश्चित काल के लिए ताला लग गया था।
‘’इसका तो काम तमाम हो गया, अब अगर वापस लौटेगा तो भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, ऊपर वाला हमारे साथ है, पहले उस अमित बजाज ने निका ब्रांड को अपने अंडर में कर के हमें लगभग बंधुआ मजदूर बना दिया था, और ऊपर वाले ने उसे भी अच्छा सबक सिखाया है, यार अब तो सेलिब्रेशन बनता है…सुबह से दोपहर हो गई थी और दोपहर से शाम ऐसा लग रहा था कि अब आज का दिन इस ऑफिस में आखिरी दिन है, चलो पार्टी करते हैं।‘’ निधि ने उछलते हुए कहा
‘’अभी हमने तो कल ही पार्टी की थी, पिज्जा पार्टी‘’
‘’हां वह तो यूं ही थी, पर आज तो खुशी का दिन है….एक तरह से हम सबकी जिंदगी बची है, हमारी नौकरी बची है, हमारी खुशियां बची है।‘’
‘’हम कैंटीन में ही चाय और समोसे की पार्टी करते हैं‘’
निधि ने मुंह बनाकर कहा, ‘चाय और समोसे तो हम लोग हमेशा खाते रहते हैं, कुछ चायनीज आर्डर करते हैं।‘
तभी बाहर बादल कड़कने की आवाज आई…शांतनु ने कहा, ‘अरे वाह, यह तो सोने पर सुहागा हो गया, इतनी अच्छी खबर, इतना अच्छा दिन और रात को सुहाना बनाने के लिए भगवान ने बारिश भी करवा दी…अब तो चाय और समोसे खाना बनता है।‘
मीरा ने कहा, ‘’हां पर मुझे लगता है कि हमें जल्दी निकलना चाहिए, मुंबई का जाम तो वैसे ही सिरदर्द है और बारिश से और भी मुसीबत बढ़ जाएगी, घर पहुंचते-पहुंचते रात हो जाएगी…हम पार्टी कल कर लें।‘’
‘’कल तो संडे है भूल गई क्या?‘’
‘’ओह हां, कोई बात नहीं मंडे को कर लेंगे....अगर एक बार हम इस जाम में फंस गए तो क्या होगा? मैं तो छाता भी नहीं लेकर आई हूं‘’
‘’ओफ्हो मीरा, तुम बहुत सोचती हो...ऐसा कुछ नहीं होगा…मेरे पास एक्सट्रा छाता है तुम ले लेना और सब आराम से घर पहुंच जाएंगें, अगर लेट भी हुआ तो क्या हुआ.? कल संडे है, जल्दी ऑफिस आने का भी टेंशन नहीं है, आराम से कल सुबह देर तक सोएंगे।‘’
मीरा निकलना चाहती थी पर दोस्तों ने पार्टी करने का पूरा मन बना लिया था...चाय समोसे का आर्डर हुआ, खूब सारी गपशप और फिर थोड़ी देर में एक एक कर के सब निकलने लगे। सबके घर के रास्ते अलग थे इसलिए मीरा किसी से कह भी नहीं सकती थी कि मुझे भी अपने साथ ले चलो, और घर तक ड्राप कर देना। छाता हाथ में लेकर ऑफिस से नीचे उतरकर वह रोड के दांए-बांए देखकर एक टैक्सी रोकने की कोशिश करने लगी।
बारिश की वजह से कोई टैक्सी नहीं दिख रही थी, मुश्किल से जो दिख भी रही थी वह पहले से ही बुक थी।
मीरा झुंझलाई, पता नहीं कितनी देर तक ऐसे ही खड़े रहना पड़ेगा। देर हो गई तो कहीं कल की तरह रजनीश…उसे तो बहाना मिल जाएगा मेरे ऊपर कीचड़ उछालने का...कल वह कैसे मेरे कपड़ों के ऊपर कमेंट कर रहा था, सोसाइटी के गार्ड ने मुश्किल से मुझे बचाया था। पर आज तो बारिश हो रही है, सबको पता है कि बारिश से मुंबई की लाइफ और सड़कें अस्त-व्यस्त हो जाती है, ट्रैफिक जाम बढ़ जाता है, एक घंटे का सफर चार-चार घंटे में पूरा होता है।
ओह नहीं मैं ऐसा क्यों सोच रही हूं..? मुंबई की बारिश से सामना पहली बार तो नहीं हुआ है। मैं वह फ्लैट ही बदल लूंगी…सस्ते किराए के चक्कर में रोज-रोज की नींद और चैन नहीं हराम करना है, किसी ऐसी जगह घर ले लूंगी जहां पर रजनीश जैसे आवारा और नशेड़ी तो नहीं रहते होंगे, भले ही किराया थोड़ा ज्यादा देना पड़े, पर मेंटल पीस तो रहेगी।
मीरा सोच ही रही थी कि एक तेज रफ्तार से आ रही कार का टायर पानी और कीचड़ से भरे गडढे में चला गया और कीचड़ उछलकर मीरा के पूरे शरीर पर आ गिरा। मीरा के चेहरे पर कीचड़ के कुछ ही छींटे पड़े थे लेकिन कपड़े पूरे खराब हो गए थे। गुस्से से भन्नाई मीरा ने अपने चेहरे से कीचड़ पोछा और उस कार वाले को कोसते हुए फिर से टैक्सी रोकने लगी।
‘’बदतमीज देखकर नहीं चल सकते हैं, जरूर उस कार में अमीर बाप की बिगड़ैल औलाद होगी...जो कार तो दे देते हैं पर अपने बच्चों को रोड पर चलने की तमीज नहीं सिखाते हैं। तभी एक टैक्सी रूकी...मीरा ने राहत की सांस ली लेकिन कीचड़ से सनी मीरा की हालत देखकर उसने कहा, ‘’सॉरी मैडम माफ कीजिए, मेरी टैक्सी खराब हो जाएगी।‘’
मीरा ने उससे निवेदन किया, ‘’पर सुनो प्लीज पैसे ज्यादा ले लेना, मैं ध्यान से बैठूंगी…तुम्हारी टैक्सी खराब नहीं होगी।‘’
‘’पैसों की बात नहीं मैडम...टैक्सी खराब हो जाएगी वैसे भी यह नई है‘’ कहकर उस टैक्सी वाले ने टैक्सी आगे बढ़ा ली, वैसे भी आज बारिश के समय ग्राहकों की कमी नहीं थी, टैक्सी की कमी जरूर थी, उस टैक्सी वाले को तो और भी सवारी मिल जाती।
आगे तीन चार टैक्सी वालों ने भी मीरा की हालत देखकर उसे टैक्सी में बैठाने से मना कर दिया। किसी ने उसे रिक्शा और किसी ने उसे ऑटो करने की सलाह दी।
‘’ओह गॉड, ऐसे तो मैं देर रात तक भी घर नहीं पहुंच सकती, ऑफिस भी बंद हो गया है नहीं तो वहीं जाकर कोई ड्रेस चेंज कर लेती, मेरे पास ऑफिस की चाभी भी नहीं है, चाभी तो हमेशा शांतनु के पास रहती है….वही सुबह सबसे पहले आकर ऑफिस का ताला खोलता है।‘’
मीरा सोच ही रही थी कि अचानक एक मर्सिडीज कार उसके बगल में आकर रूक गई….मीरा उस कार से दूर हटकर किसी आटो या रिक्शे को ढूंढने लगी, कार का शीशा नीचे उतरा....मीरा की नजर कार के अंदर बैठे शख्स पर पड़ी। उस इंसान को देखते ही मीरा को ऐसा लगा कि मानों उसकी सांसे सीने और गरदन के बीच ही कहीं अटक गई है।
आर्यन देशमुख
आज यह फिर मेरे सामने आ गया…इसे कैसे पता कि मैं इसे यहीं खड़ी मिलूंगी, जरूर यह मुझे लिफ्ट देने के लिए कहेगा.…नहीं नहीं मैं इससे लिफ्ट नहीं लूंगी, कल की तरह आज भी मेरी सोसाइटी में लोग मुझे इसके साथ देखकर चार बातें बनाएंगे। आज भले ही मुझे कोई ऑटो या टैक्सी न मिले तो कोई बात नहीं, मैं रात भर यही रूकने को तैयार हूं या फिर पैदल चली जाऊंगी, पर आर्यन के साथ तो कभी नहीं...इसको बताना जरूरी है कि इसका अड़ियल रवैया मुझ पर नहीं चलेगा।
सोचकर मीरा ने आर्यन को फिर से देखा…उसके चेहरे पर मुस्कुराहट थी, उसकी मुस्कुराहट में क्या गजब का सम्मोहन था, इसी सम्मोहन से ही तो मीरा जैसे खुद को भूल जाती थी और वही करती थी जो आर्यन कहता था।
‘’पर आज नहीं बिल्कुल नहीं...मीरा ने खुद को याद दिलाते हुए कहा।
आर्यन ने अपनी ऊंगली के इशारे से मीरा को अपने पास बुलाया, मीरा ने दूसरी ओर देखने का नाटक किया...इस बार नहीं मिस्टर आर्यन, आप मुझ पर अपना हुकूम चलाते हैं, अपनी तानाशाही दिखाते हैं..इस बार मीरा फंसने वाले में से नहीं है।‘’
‘बारिश तेज हो रही है, भीग जाओगी, अंदर आ जाओ’ आर्यन ने कहा।
मीरा ने मुंह बनाकर कहा, ‘मुझे बारिश में भीगना अच्छा लगता है, कहकर मीरा ने अपना छाता फोल्ड कर दिया और आर्यन को दिखाने के लिए हाथ फैलाकर चेहरा आसमान की ओर कर के बारिश की बूंदो को अपने ऊपर महसूस करने लगी, तभी उसे किसी के गर्म और सुगंधित सांसो का आभास हुआ, अपनी कमर पर किसी की मजबूत पकड़ का आभास हुआ, मीरा ने आंखे खोली, आर्यन ने उसे अपनी बांहो में जकड़ रखा था, आर्यन का चेहरा मीरा के चेहरे के एकदम करीब था, उन दोनों की नाक में आधे इंच का फासला था।
मीरा का कलेजा मुंह में आ गया...उसके दिलों दिमाग पर जादू सा छाने लगा था, आर्यन के खुशबू का जादू।
क्या मीरा सबकुछ भूलकर आर्यन को अपना आने वाला कल बना लेगी?
क्या आर्यन के कारण मीरा चीफ की बरबादी का इरादा बदल देगी?
अगर मारिया को यह सब पता चल गया तो क्या होगा?
जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्बत।
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