जज विभु अग्रवाल दोनो पक्षों की दलीलों को ध्यान से सुन रहे थे। उन्होंने फैसला अगले हफ्ते सुनाने को कहा। सब लोग वहा से चले गए। पर राकेश माधवानी के दिमाग में कुछ अटक सा गया था। उन्होंने एक बार फिर से इस केस को ध्यान से सोचना शुरू किया। उन्हें बार बार लग रहा था की, क्या सिर्फ चेरियन दासगुप्ता ने नेहा को ही ठगा था ? हो सकता हैं वो अलग अलग नाम से बाकी लड़कियों को भी अपना निशाना बना रहा हो। जैसे ही यह बात राकेश के दिमाग में आई तो उसने तुरंत अपने दोस्त विक्रम को कॉल किया और उससे कहा”

राकेश: मुझे अभी पता करके बताओ पिछले 2 साल में तुम्हारे पास और मुंबई के दूसरे पुलिस स्टेशन में नेहा शर्मा जैसे कितने मामले आए हैं ? और उनसे रिलेटेड जितनी भी इनफॉरमेशन है वह सब मुझे जल्द से जल्द भेजो।”

राकेश की बात सुनकर विक्रम ने तुरंत उसे कहा” ठीक है थोड़ा वक्त दो। मैं जल्दी ही तुम्हें सारी इनफार्मेशन भेजता हूं।”

विक्रम से बात करके राकेश कार में ड्राइव करते हुए खुद से ही कहता हैं”

राकेश: सिर्फ इससे काम नही चलेगा। मुझे और भी सुराग तलाशने होंगे। “

खुद से इतना कहकर राकेश अलग-अलग तरह से इस केस के बारे में सोचने की कोशिश करता है। और जैसे ही घर आता हैं तो अपने ऑफिस में बैठ कर अपना फोन ऑन करके एक वीडियो शूट करने लगता हैं। राकेश इस वीडियो में खुद  कहता हैं”

राकेश: आजकल बहुत सारे लोग मैट्रिमोनियल साइट पर अपनी परफेक्ट पार्टनर ढूंढने का काम कर रहे हैं। मगर कई बार कई फ्रॉड लोग इसका गलत इस्तेमाल कर के लड़कियों को फंसा कर उनसे पैसे लूट लेते हैं। नेहा शर्मा का केस आप सब लोग जानते हैं। यह तो सिर्फ एक केस हैं पर ना जाने ऐसी कितनी ही नेहा ने, ऐसे कितने ही चेरियन से धोखा खाया हैं। मैं आप सब लोगों से रिक्वेस्ट करता हूं कि अगर आप लोगों के साथ या आस पास किसी भी इंसान के साथ ऐसी कोई घटना हुई है तो, तुरंत मुझे नीचे दिए नंबर पर कॉल करें।”

इतना कहकर राकेश ने उस रिकॉर्डेड वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। देखते ही देखते करीब 2 घंटे में ही हजारों लोगों ने इस वीडियो को देख लिया था। मगर अभी तक किसी का भी कॉल नहीं आया था।

इधर नेहा शर्मा के घर वालो को ये सब बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा था। उनके हिसाब से नेहा ने पहले तो उनसे बिना पूछे पैसे दिए और उसके बाद, इस केस को कोर्ट में ले जाकर और ज्यादा बदनामी करवा दी। नेहा को जब अपने मां पापा की सब से ज्यादा जरूरत थी, उसी वक्त उसके घर वाले उस पर विश्वास करने के बजाए उसे डांट रहे थे। अपनी आखों में आंसू लिए हुए, नेहा अपने कमरे में चली गई और उस दिन को याद करने लगी जब धूमधाम से उसकी शादी युवी से हुई थी, मगर 6 महीने में ही युवी ने, नेहा के साथ बदतमीजी और वायलेंस शुरू कर दी। जब नेहा से बर्दाश्त नही हुआ तो उसने, यूवी का घर छोड़ने का डिसाइड किया और अपने मां पापा के ghar आ गई। यहां आ तो गई थी, मगर रोज रोज अपनी भाभी और भैया के ताने सुनकर उसे भी बुरा लगता था और वो जल्द से जल्द यहां से चली जाना चाहती थी। और उसके बाद ये सब शुरू हो गया। चेरियन के साथ उसने कितने सपने देखे थे। कितने ही वादे चेरियन ने नेहा से कर लिए थे मगर, सब कुछ झूठ था।

इधर, शहर में एक 35 साल की औरत समीरा जिसके पति का देहांत कुछ 3  साल पहले ही हुआ था, उसे 1 साल पहले एक मेट्रिमोनियल साइट पर किसी अजय नाम के लड़के से प्यार हो गया था। दोनो कई बार मिले थे, और अब समीरा अजय के साथ शादी कर लेना चाहती थी। जब उनने बात अजय को बताई तो अजय ने उदास होते हुए कहा” मैं भी तुमसे जल्द से जल्द शादी कर कर अपना घर का सोना चाहता हूं समीरा। मगर तुम तो जानती हो ना, मेरे पापा ने मुझे घर से बाहर निकाल दिया है क्योंकि मैं तुमसे प्यार करता हूं तुमसे शादी करना चाहता हूं। पापा यह बात कभी नहीं एक्सेप्ट कर सकते कि मैं एक विधवा को पसंद करता हूँ।  और उससे शादी करना चाहता हु। पर तुम चिंता मत करो जिस दिन मेरा बिजनेस शुरू होगा मैं उसी दिन तुमसे शादी कर लूंगा।”

समीरा को वाकई अजय के लिए बहुत बुरा लग रहा था। उसकी वजह से अजय के पापा ने उसे घर से बाहर निकाल दिया और वो बिचारा दर दर भटकता फिर रहा हैं।

कुछ सोच कर समीरा ने अजय से कह” आई एम रियली सॉरी अजय मेरी वजह से तुम इतनी बड़ी प्रॉब्लम में हो। तुम मुझे बताओ तुम्हारा बिजनेस सेटअप करने में कितना पैसा चाहिए?”

समीर की ये बात सुनकर अजय ने तुरंत मना करते हुए कहा” नहीं नहीं इसकी कोई जरूरत नहीं है। मैं कुछ ना कुछ करके मैनेज कर ही लूंगा।”

अजय मना करता रहा पर समीरा अपने दिल में बार-बार अजय को पैसे लेने के लिए बोलने लगी। थक हार कर अजय ने कहा “ मुझे बिजनेस सेट करने के लिए काम से कम 20 लाख रुपए की जरूरत हैं समीरा ।”

जैसे ही समीरा ने यह बात सुनी तो वो थोड़ा परेशान हो गई। और झिझकते हुए बोली” असल में मेरे पास सिर्फ 2 लाख रुपए ही हैं अजय। मैं अपने गहने भी बेच दू तो 10 लाख से ज्यादा नहीं हो पाएंगे। इतना मैं तुम्हे दे देती हु बाकी तुम्हे खुद ही अरेंज करना होगा। “

समीरा की बात सुनकर अजय ने इमोशनल होते हुए कहा” कोई बात नही समीरा, तुम्हारी इतनी मदद भी मेरे लिए बहुत बड़ी बात हैं।” कुछ देर इसी तरह बात कर के दोनो ने फोन रख दिया और समीरा ने जल्दी ही अपने गहने बेच कर एक अकाउंट में 10 लाख रुपए डलवा दिए।

ये सब कुछ एक ही दिन में हो गया था। मगर उसके बाद तो जैसे अजय, समीरा को भूल ही गया था। ना ही तो वो उसका फोन उठा रहा था और ना ही उसके किसी मैसेज का जवाब दे रहा था। धीरे-धीरे समीरा की घबराहट बढ़ती गई और उसे लगने लगा कि कहीं उसने जल्दबाजी में कोई गलती तो नहीं कर दी ?

वो कुछ सोच समझ पाती की तभी, उसने अपने फोन पर एक नोटिफिकेशन देखा, ये नोटिफिकेशन किसी चैट का था। समीरा की एक दोस्त ने उसे कोई फॉरवर्ड भेजा था। जैसे-जैसे समीरा उस मैसेज को ओपन करके उससे अटैच वीडियो को देख रही थी, वैसे-वैसे उसकी हैरानी बढ़ती जा रही थी। ये मैसेज किसी और का नहीं बल्कि, राकेश माधवानी का था। जो अपने वीडियो में मैट्रिमोनियल साइट के धोखे से बचने की बातें कर रहा था और किसी भी फ्रॉड की कंप्लेंट करने को कारहा था। समीरा के साथ ये सब कुछ करीब 3 दिन पहले हुआ था।, और आज उसने ये वीडियो देखी थी। अचानक ही उसके दिमाग में कुछ आया और उसने तुरंत राकेश माधवानी को कॉल करते हुए कहा” हेलो सर, मेरा नाम समीरा हैं और मुझे लगता हैं की मैं भी इसी मैट्रिमोलियन साइट के फ्रॉड का शिकार हुई हु। अजय मेरा फोन नही उठा रहा मैने उसे 10 लाख रुपए उधार दिए हैं।” और इसके बाद समीरा ने अपना साथ की सारी बाते राकेश को बता दी।

राकेश को यह बात जानकर हैरानी हो रही थी कि इस लड़की के साथ भी बिल्कुल वैसे ही फ्रॉड हुआ था जैसे नेहा के साथ हुआ। इस लड़के ने भी बहाना बनाकर समीरा से 10 लख रुपए ले लिए। और इसे ब्लॉक कर दिया।

समीरा से सारी डिटेल लेने के बाद राकेश ने जल्दी से अपने असिस्टेंट अर्णव को बुलाया और उससे कहा “

राकेश:  जल्दी से इस बैंक अकाउंट की डिटेल निकालो और मुझे पता कर के दो की इसमें कब कब कितने पैसे ट्रांसफर हुए हैं ?”

इतना कहकर राकेश ने फोन रख दिया और कुछ सोचते हुए विक्रम को कॉल किया। “

राकेश: विक्रम मैंने जो काम कहा था क्या उसका कुछ हुआ पता चला ? पिछले 2 सालो में जो मैट्रिमोनियल साइट की वजह से फ्रॉड केस रजिस्टर हुए हैं उनकी कुछ डिटेल मैच हुई ?”

राकेश की बात सुनकर विक्रम ने कुछ सोचते हुए कहा” यार राकेश, रजिस्टर्ड तो बहुत सारे केसेस हुए हैं। पर सब पैसों के केस नहीं हैं। कुछ तो ऐसे केसेस भी हैं जो शादीशुदा होते हुए भी डेट कर रहे हैं। ऐसे लोगो के खिलाफ उनके ही पार्टनर्स ने केस रजिस्टर करवाया हैं। “. यह बात सुनकर राकेश को जैसे माइंड में कुछ क्लिक सा हुआ। उसने सारी डिटेल भेजने के लिए विक्रम को कहा और उसके बाद उन्हें प्रिंट कर के ध्यान से देखने लगा। बहुत सारे लोगो के साथ इस तरह की घटनाएं हुई थी।

इंडिया की बात ना भी करे तो सिर्फ, मुंबई में ही पिछले 2 सालो में ऐसे 20 केसेस रजिस्टर्ड हुए थे।। और ना जाने कितने केस तो कभी रजिस्टर भी नहीं हुए। करीब 2 घंटे तक ध्यान से एक-एक चीज की स्टडी करने के बाद, राकेश माधवानी को यह जानकर हैरानी हुई की, जितनी भी लड़कियों के साथ धोखा हुआ था, वह सब या तो डाइवोर्स थी या फिर किसी न किसी वजह से उनके पति का देहांत हो गया था। और इसमें भी हैरानी वाली बात ये थी की, इन सभी लड़कियों ने अपनी FIR में जो कहानी बताई हैं, सब की कहानी एक जैसी ही हैं।

सब लड़कियों के साथ पहले दोस्ती की गई और फिर, उनसे प्यार और शादी की बाते कर के उनसे लास्ट मिनट में कुछ न कुछ कहकर बड़ी रकम मांगी गई और पैसे हमेशा किसी दूसरे नाम के आदमी के अकाउंट में मंगवाए गए। और जैसे ही पैसे मिले, उन्हें तुरंत ब्लॉक कर दिया गया। सबसे बड़ी बात ये थी की, फ्रॉड करने वाले ने सभी लड़कियों को अपना अलग नाम बताया और सब को एक ही कहानी सुनाई। और कभी भी किसी लड़की को अपना चेहरा नहीं दिखाया।

राकेश को अब ऐसा लग रहा था जैसे, ये कोई छोटी मोटी एक दो लोगो के साथ रोड की कहानी नहीं है बल्कि इन सब के पीछे कोई बहुत बड़ा कनेक्शन कोई बहुत बड़ा गिरोह है। हो सकता है कि इन सब लड़कियों के साथ एक ही इंसान ने धोखा किया हो और उन सब से एक ही इंसान ने पैसे लिए हो।

राकेश माधवानी को पूरा विस्वास था की ये एक इंसान के बाद की बात नही हैं। जरूर उस इंसान का साथ कोई ना कोई दे रहा है।

राकेश ने अपने फोन से कुछ फोटोस क्लिक की और उन सबको अर्णव को भेजते हुए कहा” इन सब की डिटेल्स निकलवाओ और जल्द से जल्द मुझे फॉरवर्ड करो।”

अभी तक कोर्ट का दिया हुआ एक हफ्ता पूरा हो चुका था कल कोर्ट की हियरिंग थी और राकेश के पास सिर्फ चंद घंटे बाकी थे। राकेश को इस काम के लिए कुछ और वक्त चाहिए था ताकि वह पूरे प्रूफ के साथ इस केस को सही डायरेक्शन में आगे लेकर जा सके।

करीब रात के 10:00 बजे अर्णव राकेश के पास आया और उससे बोला” सर आपने मुझे जो बैंक अकाउंट चेक करने के लिए कहे थे वह सब, किसी अलग अलग लोगो के नाम पर रजिस्टर हैं। और अलग-अलग बैंकों में रजिस्टर हैं। और जिनके नाम से रजिस्टर है वह सब लोग कब के मर चुके हैं। “

जैसे कि राकेश ने यह बात सुनी तो वह एकदम हैरान रह गया। उसे विश्वास नहीं हो रहा था बैंक अब तक कैसे चल रहा है ?

तभी अर्णव ने आगे राकेश से कहा” इतना ही नहीं सर, मैंने आपको कुछ डिटेल्स भेजी है वह सब इन अकाउंट में होने वाले ट्रांजैक्शन की है। इस बैंक अकाउंट में जितने भी रुपए ट्रांसफर हुए हैं वह सब किसी दिशांक के अकाउंट में ट्रांसफर होते थे। सारे ट्रांजेसन 49000 49000 तक के हैं। कोई भी अमाउंट 49000 से ऊपर की नहीं हैं।”

अरनव की बात सुनकर राकेश ने उससे कहा”

राकेश: इसका मतलब ये आदमी कोई बहुत ही बड़ा साइबर एक्सपर्ट है और इसे अच्छे से पता है कि कैसे, बिना सिस्टम की नजरो में आए, लोगो को धोखा देना हैं। “

राकेश की बात सुनकर अर्णव ने उसे पूछा” सर अब क्या करना है ? सुनवाई शुरू होने में सिर्फ कुछ घंटे बाकी है और हम इतनी जल्दी यह प्रूफ नहीं कर सकते कि इन सब के पीछे कौन है?”

अरनव की बात सुनकर राकेश ने एक गहरी लंबी सांस लेते हुए कहा” कल की सुनवाई को किसी भी तरह से आगे लेकर जाना होगा। हमें नई डेट चाहिए।”

कोर्ट में दोनों पक्ष एक दूसरे के सामने खड़े थे। और दोनों पक्षों के वकील भी वहीं पर थे। जज विभु अग्रवाल ने सुनवाई शुरू करवा दी थी। इस पर राकेश माधवानी ने खड़े होते अपने क्लाइंट का पक्ष रखते हुए कहा”

राकेश: मी लॉर्ड आपने हमें एक हफ्ते की मोहलत दी थी ताकि हम कुछ सबूत इकट्ठा कर सके। हमें वह सबूत मिले हैं और आपके सामने रखे हुए डॉक्यूमेंट के जरिए मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि, मैट्रमोनीयल साइट  का इस्तेमाल करके एक ही आदमी ने करीब 25 लड़कियों के साथ फ्रॉड किया उन्हें अपने प्यार की जाल में फसाया और उनसे कई करोड़ रुपए ठग लिए। मजेदार बात यह है कि, इन सब लड़कियों के साथ एक ही पैटर्न फॉलो किया गया है। और सबको एक ही तरीके से फसाया गया है और पैसे लूटे गए हैं। आरोपी ने पैसे लेकर एक ही बैंक अकाउंट में डालें और उसके बाद उन्हें अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया। अरे सारी अमाउंट इक्वल तरीके से डिस्ट्रीब्यूशन की गई है। आपके सामने पेश किए गए डॉक्यूमेंट में यह सब बातें डिटेल में मेंशन है।”

जैसे कि जज विभू अग्रवाल ने यह सब कुछ देखा तो हमें भी समझ आ गया कि यह मामला जितना आसान दिख रहा है उतना आसान है नहीं। यह सिर्फ किसी एक इंसान के साथ फ्रॉड करने का मामला नहीं है बल्कि, किसी बड़े गिरोह का मामला है।

क्या लगता है आपको क्या राकेश माधवनी असली मुजरिम तक पहुंच पाएगा ? और कौन है इस मास्टरमाइंड खेल के पीछे? जानने के लिए पढ़ते रहिए

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